Monday, August 24, 2020

धोनी पर सौरभ गांगुली आखिर क्यों बोले, काश... August 23, 2020 at 11:09PM

नई दिल्ली () और रिकी पॉन्टिंग (Ricky Ponting) ने (Mahendra Singh Dhoni) की उन खूबियों के बारे में बात की है जिन्होंने उन्हें इतना बड़ा खिलाड़ी बनाया। धोनी के पहले भारतीय कप्तान, गांगुली ने कहा कि धोनी को तीसरे नंबर पर बैटिंग के लिए भेजना उनकी बल्लेबाजी क्षमता और प्रतिभा का पूरा इस्तेमाल करना था। इस बीच पॉन्टिंग ने मुश्किल हालात में धोनी के शांत स्वभाव की तारीफ की। पॉन्टिंग का कहना था कि धोनी मुश्किल हालात में भी शांत रहते थे और मैदान पर अपने फैसलों पर भावनाओं को हावी नहीं होने देते थे। अपने सिर्फ पांचवें वनडे इंटरनैशनल में धोनी पहली बार नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने उतरे। उन्होंने विशाखापत्तनम (Dhoni Vizag 2005) में 2005 में उन्होंने 148 रन की पारी खेली थी। इस पारी से धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई थी। उसी साल जयपुर में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 299 रनों का पीछा करते हुए 145 गेंद पर 183 रन बनाए थे। इस बार फिर धोनी ने नंबर तीन पर बल्लेबाजी की थी। यह उस समय रनों का पीछा करते हुए किसी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर था। गांगुली ने कहा कि मुंबई में फरवरी 2005 में चैलेंजर ट्रोफी में धोनी की कप्तानी करते हुए उन्होंने फैसला किया था कि उन्हें नंबर तीन पर मौका देना है। धोनी ने इंडिया सीनियर्स के लिए पारी की शुरुआत की थी और इंडिया बी के खिलाफ 96 गेंद पर 102 रन बनाए थे। उस मैच में इंडिया सीनियर्स 276 रन का पीछा कर रहे थे। गांगुली ने कहा, 'चैलेंजर ट्रोफी में धोनी ने पारी की शुरुआत करते हुए मेरी टीम के लिए शतक बनाया था, तो मुझे उसकी क्षमता के बारे में पता था।' स्पोर्टस तक के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'उन्हें विशाखापत्तनम में नंबर तीन पर खेलने का मौका मिला, उन्होंने शानदार शतक लगाया। जब भी उन्हें अधिक ओवर खेलने का मौका मिला उन्होंने बड़ी पारी खेली।' गांगुली ने कहा, 'एक खिलाड़ी तब बड़ा बनता है जब आप उन्हें बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजते हो। नीच बैटिंग करके कोई प्लेयर बड़ा नहीं बनता। मैं हमेशा से मानता हूं कि ड्रेसिंग रूम में बैठकर कोई प्लेयर बड़ा नहीं बनता। जिस तरह की क्षमता, खास तौर पर बड़े सिक्स मारने की, उनमें थी, वह बहुत कम देखने को मिलती है। उन्होंने अपने करियर के अंत में अपने खेल में बदलाव किया लेकिन जिस तरह के नए एमएस धोनी आए थे, यह बहुत जरूरी था कि उन्हें फ्री होकर खेलने दिया जाए।' नंबर तीन पर धोनी का बल्लेबाजी औसत 82.75 का था और इसके बावजूद उन्होंने सिर्फ16 मौके पर यहां बैटिंग की और कुल मिलाकर सिर्फ 18 बार टॉप तीन में वह बल्लेबाजी करने उतरे। गांगुली ने कहा कि काश धोनी ने टॉप ऑर्डर में ज्यादा बल्लेबाजी की होती। उन्होंने कहा, 'रिटायर होने के बाद मैंने कई बार टीवी पर कहा कि धोनी को ऊपर बैटिंग करनी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। और आखिर में मैंने कहना ही छोड़ दिया।'

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