Saturday, August 15, 2020

मोहम्मद कैफ ने याद किया सचिन का वह आइकॉनिक सिक्स, बोले वह कम ही खेलते हैं ऐसे शॉट August 14, 2020 at 10:51PM

नई दिल्ली में भारत बनाम पाकिस्तान मैच तो आपको याद होगा। और उस मुकाबले में शोएब अख्तर की गेंद पर सचिन तेंडुलकर का लगाया गया वह यादगार छक्का तो आप भूल ही नहीं सकते। सेंचुरियन में सचिन जो शॉट लगाया था वह 17 साल बाद भी आइकॉनिक है। पारी के दूसरे ओवर में सचिन ने अख्तर की शॉर्ट पिच बॉल पर पॉइंट बांउड्री के ऊपर से छक्का मारा था। तेंडुलकर ने इसके बाद इस ओवर में दो चौके भी लगाए। कैफ को 17 साल बाद भी वह ओवर याद है। हालांकि उस मैच में मास्टर ब्लास्टर ने 98 रन बनाए थे लेकिन वह छक्का आज भी भारत-पाकिस्तान मुकाबलों में खास जगह रखता है। इस शॉट को याद करते हुए पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में कहा, 'शोएब अख्तर की गेंद पर पॉइंट के ऊपर से छक्का लगाना हो या फिर लाइन लेग पर फ्लिक करना हो... यह यह सचिन की खूबी है। वह कभी LBW नहीं होते, वह कभी बॉल को मिस नहीं करते। इसी वजह से वह इतने महान बल्लेबाज हैं क्योंकि गेंदबाज के पास यह हथियार होता है कि वह गेंद को अंदर लाए और बल्लेबाज को बोल्ड या LBW करे, लेकिन ऐसा सचिन के करियर में बहुत कम बार हुआ है।' कैफ ने कहा, 'पॉइंट के ऊपर से लगाया गया छक्का आइकॉनिक है। आप इसे बार-बार देख सकते हैं। यह ऐसा शॉट है जो वह कभी नहीं खेलते। आप बहुत कम उन्हें ऐसा शॉट खेलते हुए देखेंगे। मैंने उन्हें गेंद को पंच करते या ऑन द राइज खेलते हुए देखा है लेकिन अपर कट, वह भी इतने भारी बैट से और वह भी उस गेंद पर जो 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंक रहा है, बहुत मुश्किल शॉट है।' तेंडुलकर उस मैच में शतक से दो रन से चूक गए थे। इस मैच में उन्होंने 12000 रन का आंकड़ा पार किया था। भारत ने इस मुकाबले में पाकिस्तान को छह विकेट से हराया था। इस मैच में कैफ ने सचिन तेंडुलकर के साथ अहम साझेदारी की थी। कैफ और सचिन ने दूसरे विकेट के लिए 102 रन जोड़े थे। उन्होंने कहा कि सचिन को यह पसंद नहीं था कि जब वह बल्लेबाजी कर रहे हों तो कोई उनके शॉट्स की तारीफ करे। कैफ ने कहा, 'मुझे बस विकेट पर टिकने के लिए कहा गया. सचिन बहुत ज्यादा बात करने में विश्वास नहीं करते थे। जब सचिन पाजी बल्लेबाजी कर रहे हों तो यह एक ध्यान अव्स्था की तरह होता था। वह अपने अलग जोन में होते थे। तो वह बहुत ज्यादा बातचीत करना पसंद नहीं करते थे।' कैफ ने कहा, 'अगर कोई जाकर उन्हें कहे कि आपने बहुत अच्छा शॉट खेला है, तो कहते थे चुप रहो और मुझे बैटिंग करने दें। उन्हें यह पसंद नहीं था कि कोई जाकर उनके खेल की तारीफ करे या कहे कि आपने बहुत अच्छा शॉट खेला है। उन्हें पता था कि गैप कहां है उनके दिमाग में फील्डर्स का नक्शा होता था। उनकी प्लानिंग अलग स्तर पर होती थी।'

No comments:

Post a Comment