Friday, January 14, 2022

मैदान पर आपा खोना पड़ सकता है कप्तान विराट कोहली को भारी, लगेगा बैन? January 14, 2022 at 01:13AM

केपटाउन भारतीय कप्तान विराट कोहली, मयंक अग्रवाल, केएल राहुल और रविचंद्रन अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन आखिरी 45 मिनट के खेल के दौरान उस वक्त आपा खो दिया जब प्रतिद्वंद्वी कप्तान विवादास्पद डीआरएस निर्णय के कारण पवेलियन लौटने से बच गए। दक्षिण अफ्रीकी पारी के 21वें ओवर में रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर एल्गर साफ पगबाधा लग रहे थे लेकिन रीप्ले से पता चला कि गेंद स्टंप के ऊपर से निकल रही थी। इसके बाद भारतीय खिलाड़ी तकनीक पर सवाल उठाते दिखे। यहां अंपायर के डिसिजन पर गुस्सा होते भी नजर आए थे। अब विराट कोहली पर बैन का खतरा मंडरा रहा है। स्टंप्स माइक के सहारे जताई नाराजगीकोहली हालांकि डीआरएस के फैसले से खुश नहीं दिखे और अन्य भारतीय खिलाड़ियों ने भी इस पर नाखुशी जतायी। भारतीय खिलाड़ियों को पता था कि स्टंप माइक में उनकी हर बातचीत रिकॉर्ड हो रही है। ऐसे में उन्होंने अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए इसका इस्तेमाल किया। इस दौरान किसी भारतीय खिलाड़ी ने कहा, ‘पूरा देश 11 खिलाड़ियों के खिलाफ है।’ तो वही दूसरे खिलाड़ी ने कहा, ‘प्रसारणकर्ता यहां पैसे बनाने के लिए है।’ बॉल-ट्रैकिंग तकनीक पर उठाया सवालएक और भारतीय खिलाड़ी ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि माइक्रोफोन हमारी बातों को रिकॉर्ड कर रहा है।’ अश्विन भी प्रसारक की बॉल-ट्रैकिंग तकनीक पर कटाक्ष करने से खुद को रोक नहीं पाए, उन्होंने कहा, ‘सुपरस्पोर्ट’ आपको जीतने के बेहतर तरीके खोजने चाहिए।’ इस पर कोहली ने कहा, ‘सिर्फ विरोधी टीम पर ही नहीं, अपनी टीम पर भी ध्यान दें। हर समय लोगों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।’ इसलिए लग सकती है फटकार मेजबान प्रसारक पर अपना गुस्सा निकालने के लिए भारतीय टीम या विराट कोहली को आचार संहिता के अनुच्छेद 2.7 के तहत फटकार लगाई जा सकती है। आईसीसी के अनुसार किसी अंतरराष्ट्रीय मैच में होने वाली किसी घटना के संबंध में सार्वजनिक आलोचना, या अनुचित टिप्पणी करना अपराध की धारा 2.7 के तहत आता है। हालांकि, 2016 के बाद ICC ने केवल दो बार उपयोग किया है। एक बार बेल्जियम के मामून लतीफ के खिलाफ और दूसरी बार वेस्टइंडीज के कोच स्टुअर्ट लॉ (अजिंक्य रहाणे पर अनुचित टिप्पणी करने के लिए) के खिलाफ किया गया था। इसलिए भी हो सकती है सजाकोहली को अनुच्छेद 2.8 के तहत भी दंडित किया जा सकता है। इस नियम के अनुसार एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असंतोष दिखाना अपराध के तहत आता है। डीआरएस पर उनकी नाराजगी से यह स्पष्ट है। क्यों बैन से बच सकते हैं विराट कोहली?कोहली पर प्रतिबंधित करने के लिए कॉल किया गया है, लेकिन भारत के कप्तान के पक्ष में कुछ चीजें काम कर रही हैं, जिसका मतलब है कि उनके और उनके साथियों को सजा से बचने की संभावना है। दरअसल, 2019 के बाद से किसी भी भारतीय खिलाड़ी पर डिमेरिट पॉइंट नहीं हैं। दूसरी ओर, आईसीसी के नियमों के अनुसार यदि दो साल की अवधि में किसी क्रिकेटर को चार डिमेरिट अंक मिलते हैं तो यह एक सस्पेंशन पॉइंट के बराबर माना जाएगा। ऐसी स्थिति में खिलाड़ी पर बैन लग सकता है। गंभीर ने की आलोचना इस बारे में पूर्व क्रिकेटर और कॉमेंटेटर गौतम गंभीर ने स्टार स्पोटर्स से कहा, ‘यह बहुत बुरा था। स्टम्प माइक के पास जाकर कोहली ने जिस तरह से प्रतिक्रिया दी, वह अपरिपक्व था। एक अंतरराष्ट्रीय कप्तान , एक भारतीय कप्तान से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती।’ उन्होंने कहा कि पहले टेस्ट में मयंक अग्रवाल को भी इस तरह से जीवनदान मिला था लेकिन दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने ऐसी प्रतिक्रिया नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘तकनीक आपके हाथ में नहीं है। मयंक अग्रवाल के मामले में ऐसा लग रहा था कि वह आउट है लेकिन एल्गर ने उस तरह से प्रतिक्रिया नहीं दी।’

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