Wednesday, November 10, 2021

बचपन में भारत की हार से आया था बुखार, MBA किया नौकरी ठुकराई अब टीम इंडिया से खेलेंगे November 10, 2021 at 01:30AM

इंदौरआईपीएल में चमकने के बाद भारतीय टी-20 टीम में शामिल किए गए हरफनमौला खिलाड़ी वेंकटेश अय्यर बचपन से पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली की बल्लेबाजी के मुरीद रहे हैं और जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में गांगुली के ज्यादा रन नहीं बना पाने से भारत को हार का मुंह देखना पड़ा था, तो गहरी मायूसी के बाद नन्हें वेंकटेश को बुखार आ गया था। भारतीय क्रिकेट के प्रति अपने 26 साल के बेटे के जुनून को याद करते हुए उनके पिता राजशेखरन अय्यर ने यह संस्मरण साझा किया। वेंकटेश को न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की श्रृंखला के लिए भारतीय टी-20 टीम में शामिल किया गया है। राजशेखरन ने बताया, 'मेरे बेटे को छह-सात साल की उम्र से ही क्रिकेट से गहरा लगाव हो गया था। वह बचपन से गांगुली का बड़ा प्रशंसक रहा है। गांगुली से प्रेरित होकर उसने उन्हीं की तरह बाएं हाथ से बल्लेबाजी शुरू की।' वह याद करते हैं, 'वेंकटेश बचपन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच देख रहा था जिसमें भारत की हार हुई थी और उसके पसंदीदा बल्लेबाज गांगुली भी ज्यादा रन नहीं बना सके थे। इससे वेंकटेश बहुत दुखी हुआ था और उसे बुखार भी आ गया था। तब मुझे महसूस हुआ कि मेरा बेटा भारतीय क्रिकेट को लेकर बहुत गंभीर है।' राजशेखरन ने बताया कि क्रिकेट के प्रति इस दीवानगी को देखने के बाद उन्होंने अपने बेटे को प्रशिक्षण के लिए अच्छे क्लबों में भेजा और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, ‘सौभाग्य से वेंकटेश को अच्छे प्रशिक्षक मिले। पहले इंदौर के महाराजा यशवंतराव क्रिकेट क्लब के कोच दिनेश शर्मा और बाद में मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के मुख्य कोच चंद्रकांत पंडित ने मेरे बेटे के कौशल को उभारा। वेंकटेश के पिता बताते हैं कि क्रिकेट के जुनून के बावजूद उनके बेटे ने अपनी पढ़ाई से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने बताया, ‘मेरे बेटे ने कॉमर्स से ग्रेजुएशन किया। वह आगे चार्टर्ड अकाउंटेंट की पढ़ाई करना चाहता था, लेकिन क्रिकेट की व्यस्तताओं के चलते ऐसा नहीं कर सका। हालांकि, अपनी मां के मार्गदर्शन के मुताबिक उसने वित्त विषय में एमबीए की उपाधि हासिल की।

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