Thursday, July 1, 2021

प्लेन में सवार होने वाली थी टीम, तभी आया तुर्की से 'खत'....और टूट गया भारतीय पहलवानों का दिल July 01, 2021 at 09:01AM

कमलेश राय/अंशुल तलमले, नई दिल्ली प्लेन तैयार था। टीम सवार होने वाली थी, तभी फिल्मी अंदाज में भारत की अक्सर मुखालफत करने वाले तुर्की से एक मेल आता है और भारतीय मूकबाधिर पहलवानों का दिल टूट जाता है। दरअसल, तीन जुलाई से तुर्की के इस्तांबुल में वर्ल्ड डेफ कुश्ती चैंपियनशिप शुरू हो रहा है, जिसके लिए गुरुवार रात भारतीय पहलवान देश से रवाना होने वाले थे। तभी आयोजकों ने इस्ताबुंल पहुंचकर 14 दिन क्वारंटीन रहने का फरमान सुना दिया, जिसके बाद भारतीय कुश्ती दल के टूर्नामेंट खेलने पर ही सवालिया निशान खड़ा हो गया है। क्या था उस मेल में ने दिल्ली हवाई अड्डे से एक तस्वीर पोस्ट की है और देश के खेल मंत्री किरण रिजिजू से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने ट्वीट किया, 'वीजा मिल गया, टिकट मिल गई, और भारतीय कुश्ती की टीम हवाई अड्डे पर पहुंच गई, उसी टाईम एक मेल टर्की से आता है कि भारतीय कुश्ती की टीम को 14 दिन के लिए quarantine रहना पड़ेगा, जबकि टूर्नामेंट 8 जुलाई को खत्म हो जाएगा, माननीय खेल मंत्री श्री किरण रिजिजू जी कृपया संज्ञान ले! #जयहिंद अब भी देर नहीं हुईनवभारत टाइम्स ऑनलाइन से खास बातचीत में टीम के हेड कोच और द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर रावत ने बताया कि, 'टूर्नामेंट शुरू होने से पहले हमारा एसोसिएशन तुर्की के कुश्ती फेडरेशन से लगातार संपर्क में था, लेकिन तब सिर्फ 72 घंटे पहले के आरटी-पीसीआर कोरोना निगेटिव रिपोर्ट की बात कही गई थी। 10 दिन के कैंप में 14 सदस्यीय इस टीम के हर पहलवान ने खूब मेहनत की है। हमें कम से कम 10 गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। अगर खेल मंत्री संज्ञान लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बातचीत करें तो शुक्रवार रात की फ्लाइट से भी हम समय पर इस्तांबुल पहुंच सकते हैं।' गोल्ड के दावेदार हैं गूंगा पहलवानहरियाणा के सासरौली गांव निवासी 74 किलो ग्राम फ्री स्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक के मजबूत दावेदार हैं। वह पहले भी वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीन पदक जीत चुके हैं। अर्जुन अवॉर्डी गूंगा पहलवान ने साल 2008 में सिल्वर, 2012 में कांस्य और 2016 में गोल्ड मेडल जीता था। 2005 मेलबर्न डेफ ओलिंपिक में गोल्ड, 2009 में कांस्य, 2013 में फिर गोल्ड और 2017 में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम दुनिया भर में रोशन कर चुके हैं। वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद वीरेंद्र की नजर अपने पांचवें डेफ ओलिंपिक पर है, जो साल 2022 में ब्राजील में होना है।

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