Friday, July 9, 2021

Explained : महाकुंभ 'ओलिंपिक' में दर्शकों की 'नो एंट्री' से जापान को अरबों की चपत, जानिए July 09, 2021 at 03:13AM

नई दिल्ली खेलों के 'महाकुंभ' ओलिंपिक के शुरू होने में 2 सप्ताह से भी कम का समय रह गया है। जापान की राजधानी तोक्यो में होने वाले ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) के लिए खिलाड़ियों ने कमर कस ली है। आयोजनकर्ताओं के लिए अब भी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। तोक्यो में कोरोनावायरस (Covid19) के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए गुरुवार को जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा (Yoshihide Suga) ने राजधानी में आपातकाल की घोषणा कर दी। बिना दर्शकों के जापान को लगेगा अरबों का झटका ओलिंपिक खेल से दर्शकों को दूर रखा जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो टिकटों के रूप में करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान होगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, तोक्यो ओलिंपिक के लिए जापान में पहले ही 44.5 लाख टिकट बेचे जा चुके हैं। अगर क्लोज्ड डोर इवेंट हुए तो इन टिकटों को रीफंड करना पड़ेगा। दर्शकों के बिना खेल हुए तो एक अनुमान के मुताबिक जापान की अर्थव्यवस्था को करीब 1670 अरब रुपये का तगड़ा झटका लग सकता है। पीएम सुगा ने आशंका जाहिर की है कि ऐसा मुमकिन है कि ओलिंपिक के सभी इवेंट दर्शकों की गैरहाजिरी में ही आयोजित हों। हालांकि, इसपर आखिरी फैसला इंटरनैशनल ओलिंपिक कमेटी, इंटरनैशनल पैरालिंपिक कमिटी, तोक्यो नगर पालिका, ओलिंपिक आयोजन समिति और जापान सरकार के बीच मीटिंग के बाद लिया जाएगा। इससे पहले 10 हजार स्थानीय दर्शकों को स्टेडियम में प्रवेश की बात कही जा रही थी लेकिन आपातकाल की घोषणा के बाद अब तोक्यो ओलिंपिक का आयोजन बंद दरवाजों में हो सकता है। फैंस अब सिर्फ टेलीविजन पर ही अपने चेहेते स्टार्स को देखते नजर आ सकते हैं। इससे कई महीने पहले विदेश से ओलिंपिक के लिए आने वाले दर्शकों को बैन कर दिया गया था। जापानी पीएम सुगा के मुताबिक आपातकाल सोमवार से प्रभावी होगा और यह 22 अगस्त तक चलेगा। तोक्यो ओलिंपिक का आयोजन 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होना है। तोक्यो में गुरुवार को 920 नए मामले आए हैं जबकि पिछले सप्ताह यह संख्या 714 थी। जापान में कोविड से 14, 900 लोगों ने गंवाई है जान अन्य देशों के मुकाबले में जापान में कोविड से अब तक लगभग 14 हजार 900 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। यहां की 15 प्रतिशत जनसंख्या इस समय वैक्सीनेटेड हो चुकी है। अमेरिका में 47.4% जबकि ब्रिटेन में 50% से अधिक जनसंख्या को वैक्सीन लग चुकी है। 64 प्रतिशत लोग दर्शकों के बिना चाहते हैं ओलिंपिक का आयोजन स्टेडियम में फैंस के बैन के बाद न्यूजीपेपर असही ने पोल के जरिए जानना चाहा था कि स्थानीय लोग क्या चाहते हैं, इसपर 64% लोगों का कहना है कि वह दर्शकों के बिना खेलों के महाकुंभ का आयोजन चाहते हैं। 30 प्रतिशत लोगों का कहना है कि स्टेडियम में लिमिटेड संख्या में दर्शकों की एंट्री होनी चाहिए। अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है असर पीएम के आपातकाल की घोषणा के बाद तोक्यो के लोगों में घबराहट पैदा हो गई है। कोराना की नई लहर को रोकने में नाकाम सरकार अब दोबारा बार और रेस्टोरेंट में रात के समय शराब परोसने पर बैन लगा सकती है। इसका सीधा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा, लेकिन इसके बावजूद यह स्थिति ओलिंपिक नहीं होने से कहीं बेहतर है, क्योंकि अगर महाकुंभ नहीं होता तो जापान में आर्थिक मंदी का आना निश्चित था। आईओसी अध्यक्ष थॉमस बॉक ने खुद को किया आइसोलेट आईआसी अध्यक्ष थॉमस बाक (Thomas Bach) ने तोक्यो के पहुंचने के बाद तीन दिन के लिए फाइव स्टार होटल में खुद को आइसोलेट कर लिया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए तोक्यो के आयोजन को लेकर बाक की भी जमकर आलोचना हो रही है। बाक ने बयान जारी कर कहा कि सभी की सुरक्षा के मद्देनजर हमने फैंस को एंट्री नहीं देने का फैसला लिया है। इसके लिए उन्हें खेद है।' सिर्फ स्पॉन्सर्स और ऑफिशियल्स की हो सकती है एंट्री आपातकाल के बीच ओलिंपिक स्थल पर सिर्फ स्पॉन्सर्स और गेम्स ऑफिशियल्स की ही एंट्री हो सकती है। ओपनिंग सेरेमनी में भी दर्शकों को दूर रखा जा सकता है। ओलिंपिक्स टले, क्यों जापान सोच भी नहीं सकता जापान सपने में भी ओलिंपिक्स रद्द होने की बात नहीं सोच सकता। कोरोन वायरस (Coronavirus pandemic) और ओलिंपिक की तैयारियों की वजह से जापान की इकॉनमी पहले ही हिल चुकी है और एक अनुमान के मुताबिक साल के तीसरे क्वॉर्टर में इस देश की जीडीपी माइनस में जा सकती है। ...तो अरबों का होता नुकसान इन खेलों के रद्द होने से जापान की ऑर्गेनाइजिंग कमिटी को 603 बिलियन जापानी येन का नुकसान उठाना पड़ता। भारतीय रुपये में यह राशि 416 अरब रुपये के करीब होगी। भारत के ताजा खेल बजट से नुकसान का यह आंकड़ा 388 अरब रुपये ज्यादा है। भारत सरकार ने इस बार 28 अरब 26 करोड़ का खेल बजट जारी किया था। ओलिंपिक्स पर जापान ने किया है ₹411 अरब का निवेश ओलिंपिक्स का मुख्य आयोजन स्थल तोक्यो को 597 बिलियन जापानी येन (करीब 411 अरब रुपये) का नुकसान होगा, जो उसने इवेंट्स के आयोजन पर इंवेस्ट किए हैं। जहां तक जापान को बिजनेस में घाटे की बात है तो यह आंकड़ा 348 बिलियन जापानी येन (करीब 240 अरब रुपये) तक पहुंच सकता था। इन आंकड़ों पर गौर करने के बाद हर कोई समझ सकता है कि जापान के लिए ओलिंपिक्स खेलों को स्थगित करने या रद्द करने के फैसले पर पहुंच पाना कितना मुश्किल था। 11 हजार ऐथलीटों पर भी असर तोक्यो ओलिंपिक यदि रद्द होगा तो पहला और सीधा असर उन 11 हजार ऐथलीटों पर भी पड़ेगा जो कई सालों से कड़ी मेहनत कर रहे है, ताकि वे अपने देश के लिए मेडल जीत सकें। इसी तरह पैरालिंपिक्स (Tokyo Paralympics 2020) में भाग लेने जा रहे 4400 पैरा-एथलीट भी इससे प्रभावित होते।

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