Sunday, December 27, 2020

Ind vs Aus Boxing Day Test Match: कमाल की फील्ड सेटिंग, पिच का मिजाज समझा...यूं रहाणे की कप्तानी में फंसते चले गए कंगारू December 27, 2020 at 01:52AM

नई दिल्ली एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम (Adelaide Test Team) को करारी हार मिली। उस हार का असर खिलाड़ियों के मनोबल तक पड़ा। उस हार के साथ एक नई टेंशन भी दरवाजे पर दस्तक दे चुकी थी। ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया (India Tour Of Australia) को टेस्ट सीरीज हराने का ख्वाब सजाए पहुंची टीम इंडिया की शुरुआत तो अच्छी रही लेकिन मैच के तीसरे दिन 70 मिनट के खेल ने सारे मंसूबों पर पानी फेर दिया। टीम इंडिया के सामने उस हार को भुलाकर एक नई शुरुआत का वक्त था। लेकिन दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान विराट कोहली और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी टीम का हिस्सा नहीं थे। रहाणे ने निभाया अपना रोलअब टीम मैनेजमेंट के पास बड़ा सवाल था कि आखिरकार दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया कैसे ऑस्ट्रेलिया (Ajinkya Rahane) पर पलटवार करेगी। अब टीम का सेना नायक था अजिंक्य रहाणे। एक कप्तान का फर्ज महज बेहतर खेलना नहीं बल्कि टीम को मोटीवेट भी करना होता है। कप्तान कोहली (Virat Kohli) की गैरमौजूदगी में रहाणे ने के ऊपर दोहरा प्रेशर था। पहला तो ये कि एडिलेड को भूलकर मेलबर्न में सकारात्मक इरादे के साथ टीम इंडिया उतरे और दूसरा कि टीम का सबसे मजबूत स्तंभ विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम को संभालना। फील्ड में कैसे नजर आए रहाणेमेलबर्न में पहले दिन का खेल शुरू हुआ। निगाहें टिकी थी कप्तान रहाणे पर। रहाणे भी बिल्कुल चौकन्ना कप्तान की तरह हर तरफ नजरें फैला रहे थे। आज हम यहां आंकड़ों की बात नहीं कर रहे केवल रहाणे की नीतियों को समझेंगे। रहाणे ने लगातार टीम के साथियों और खासकर गेंदबाजों के साथ लगातार संवाद बनाए रखा। उसका नतीजा ये निकला की ऑस्ट्रेलिया की टीम 195 रन पर ऑल आउट हो गई। मैच में डेब्यू कर रहे मोहम्मद सिराज गेंदबाजी के लिए व्याकुल दिख रहे थे। मगर पिच की हालत से कप्तान रहाणे वाकिफ थे। उन्होंने सिराज से सब्र रखने के लिए कहा। सिराज ने कप्तान की बात सुनी फिर वापस फील्डिंग करने लगे। रहाणे ने पिच को परखा कप्तान रहाणे की सूझबूझ का ही नतीजा था कि भारत के गेंदबाजों ने कंगारुओं को खूब छकाया। पहले दिन के पहले सेशन में गेंदबाजों ने नमी का फायदा उठाया और ऑस्ट्रेलिया के विकेट गिरे। यहां पर अश्विन और बुमराह से गेंदबाजी कराने का फैसला रहाणे का बिल्कुल सही साबित हुआ। लंच के बाद रहाणे ने गेंद सौंपी डेब्यू कर रहे मो. सिराज को। इसके पीछे भी उनकी एक योजना काम कर रही थी। सुबह के शाम पिच में नमी थी, रहाणे चाहते थे कि इसका फायदा उठाकर जितनी जल्दी विकेट निकाल लें उतना टीम प्रेशर में आ जाएगी। लंच के बाद सिराज ने लगातार डॉट बॉल फेंककर प्रेशर बनाया और फिर मार्नुस लाबुशेन जोकि क्रीज पर जम चुके थे उनका विकेट हासिल किया। बल्लेबाजी में भी कमालअब बारी थी बल्लेबाजी की। बल्लेबाजी में भी आकर कप्तान रहाणे ने आकर शतकीय पारी खेली। रहाणे की कप्तानी देखकर विश्व के दिग्गज क्रिकेटरों ने उनकी तारीफ की। रिकी पॉन्टिंग, सुनील गावसकर से लेकर वीवीएस लक्ष्मण ने उनकी फील्ड सेटिंग की तारीफ की। इसके बाद रहाणे का व्यवहार जिस तरह का था वो काबिल ए तारीफ था। मैदान पर कप्तान कोहली काफी एग्रेसिव रहते हैं। मगर ये हर कप्तान का अपना एक स्टाइल होता है कि वो किस तरह टीम के बारी साथियों के साथ तालमेल बनाते हैं। कोहली की खराब फॉर्मअब यहां पर बात कर लेते हैं रेकॉर्ड्स की। भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने अपने क्रिकेट करियर में 12 साल में पहली बार बिना कोई अंतरराष्ट्रीय शतक के साल का समापन किया है। भारत को हालांकि 26 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलना है, लेकिन कोहली उस मैच का हिस्सा नहीं होंगे क्योंकि वह अपने पहले बच्चे के जन्म के कारण स्वदेशा लौट जाएंगे। 12 साल बाद हुआ ऐसाकोहली ने 2008 में अपने पदार्पण के समय आखिरी बार बिना किसी शतक के साल का समापन किया था। हालांकि उस साल उन्होंने केवल पांच ही मैच खेले थे। लेकिन इस बार उन्होंने 22 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। कोरोना के कारण भारत ने इस साल करीब नौ महीने कोई मैच नहीं खेला है। 2009 के बाद से यह पहली बार है जब कोहली ने 22 से कम मैच खेले हैं। उन्होंने इस साल सात अर्धशतक लगाए हैं। कोहली के शतककोहली ने 2019 में सात शतक और 14 अर्धशतक, 2018 में 11 शतक और नौ अर्धशतक तथा 2017 में 11 शतक और 10 अर्धशतक लगाए थे। भारतीय कप्तान इस साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन बार शतक के करीब जाकर अपना शतक बनाने से चूक गए। इसके अलावा उन्होंने पहले डे-नाइट टेस्ट की पहली पारी में भी 74 रनों की पारी खेली थी। कोहली ने इस साल वनडे में पांच अर्धशतक और टेस्ट तथा टी-20 में एक-एक अर्धशतक बनाया है। रहाणे ने शतक के साथ बनाया रेकॉर्डअजिंक्य रहाणे का यह दूसरा टेस्ट शतक है, जिसे उन्होंने मेलबर्न में खेलते हुए बनाया है। इस तरह वह दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने, जिसके नाम एमसीजी पर दो शतक हैं। उनसे पहले यह रेकॉर्ड वीनू मांकड़ के नाम था। 1985 के बाद से ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया में शुरुआती दो टेस्ट मैचों में बढ़त ली हो। भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 195 रनों पर आउट कर दिया था। फिलहास उसने 5 विकेट पर 277 रन बना लिए हैं। इस तरह उसके पास 82 रनों की बढ़त है

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