Friday, August 28, 2020

पूर्व क्रिकेटर ने बताया जेम्स एंडरसन की कामयाबी के पीछे क्या है राज August 27, 2020 at 09:32PM

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन हाल में 600 विकेट क्लब में शामिल होने वाले दुनिया के पहले तेज गेंदबाज बने। 38 वर्षीय एंडरसन की निगाहें अब 700 क्लब में शामिल होने की हैं। जानें एंडरसन की बोलिंग में ऐसा क्या खास है, जो टेस्ट क्रिकेट के करीब 150 साल (146 साल) के इतिहास में इस मुकाम को हासिल करने वाले वह दुनिया के पहले तेज गेंदबाज बने।

टेस्ट क्रिकेट में 600 विकेट का मुकाम हासिल करने वाले दुनिया के पहले तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की सफलता की कहानी के पीछे कई आयाम छिपे हैं। यहां देखें- इस तेज गेंदबाज की सफलता के पीछे क्या है राज...


'जेम्स एंडरसन का स्मूद ऐक्शन है उनकी कामयाबी का असली राज'

इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन हाल में 600 विकेट क्लब में शामिल होने वाले दुनिया के पहले तेज गेंदबाज बने। 38 वर्षीय एंडरसन की निगाहें अब 700 क्लब में शामिल होने की हैं। जानें एंडरसन की बोलिंग में ऐसा क्या खास है, जो टेस्ट क्रिकेट के करीब 150 साल (146 साल) के इतिहास में इस मुकाम को हासिल करने वाले वह दुनिया के पहले तेज गेंदबाज बने।



एंडरसन की कामयाबी पर पूर्व क्रिकेटर और क्रिकेट एक्सपर्ट की राय
एंडरसन की कामयाबी पर पूर्व क्रिकेटर और क्रिकेट एक्सपर्ट की राय


स्मूद ऐक्शन बनाता है कारगर
स्मूद ऐक्शन बनाता है कारगर

वासन कहते हैं, 'आप एंडरसन के स्मूद बोलिंग ऐक्शन को देखिए, एक दशक पहले उन्होंने इसमें कुछ जरूरी परिवर्तन किया था। इस बदलाव से उन्हें अधिक उम्र तक खेलने में मदद मिल रही है।'



ऐक्शन में है क्या खास
ऐक्शन में है क्या खास

एंडरसन अपने रनअप पर स्मूद दौड़ लगाते हैं और उनका जंप भी ऊंचा नहीं है और लैंडिंग भी परफैक्ट है। उनका ऐक्शन ऐसा शानदार है, जैसा बताया जाता है। इससे उनके शरीर पर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं बनता, जो उनके लंबा खेलने में सहायक है।



सिर्फ एक फॉर्मेट में खेल रहे हैं एंडरसन
सिर्फ एक फॉर्मेट में खेल रहे हैं एंडरसन

इस इंग्लिश तेज गेंदबाज ने टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित करने के बारे में बहुत पहले ही अपनी योजनाओं पर काम शुरू कर दिया था। खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखने के लिए एंडरसन ने 5 साल पहले ही वनडे क्रिकेट छोड़ सिर्फ टेस्ट में फोकस शुरू कर दिया था और 10 साल पहले ही वह टी20 क्रिकेट छोड़ चुके थे।



किसी भी लीग क्रिकेट में नहीं खेलते एंडरसन
किसी भी लीग क्रिकेट में नहीं खेलते एंडरसन

इन दिनों दुनिया भर क्रिकेटर पैसा कमाने के मकसद से दुनिया भर में खेली जा रहीं विभिन्न टी20 लीग में हिस्सा लेते हैं। इंटरनैशनल क्रिकेट के साथ-साथ लीग क्रिकेट खेलने से पैसा तो जरूर मिलता है लेकिन शरीर को उसकी कीमत भी चुकानी पड़ती है। इससे चोटों और फिटनेस से जुड़े मसले सामने आते हैं। एंडरसन कभी भी किसी लीग क्रिकेट में भी नहीं खेले।



मुरलीधरण के 800 और सचिन के 100 शतक जितना महान काम है
मुरलीधरण के 800 और सचिन के 100 शतक जितना महान काम है

वासन कहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में एंडरसन के 600 विकेट, महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरण के 800 टेस्ट विकेट या सचिन तेंडुलकर के 100 इंटरनैशनल शतक के रेकॉर्ड के बराबर का कारनामा है। इसे हासिल करने में बड़ा त्याग छिपा है। एक फास्ट बोलर 17 साल क्रिकेट खेलते हुए 156 टेस्ट मैच में शिरकत करे यह बड़ी बात है।



टेस्ट के इन खास क्लब में पहुंचने वाले पहले तेज गेंदबाज
टेस्ट के इन खास क्लब में पहुंचने वाले पहले तेज गेंदबाज

टेस्ट क्रिकेट में फास्ट बोलर के लिहाज से बात करें तो यहां 100 विकेट, 200 विकेट, 300.. और 600 विकेट के 6 एलीट क्लब बन गए हैं। इन क्लबों में सबसे पहले पहुंचे ये गेंदबाज।



ये हैं जेम्स एंडरसन की विकेट्स के खास अचीवमेंट्स
ये हैं जेम्स एंडरसन की विकेट्स के खास अचीवमेंट्स

600 विकेट लेने वाले इस दिग्गज तेज गेंदबाज ने इस क्लब में पहुंचने के लिए इन खिलाड़ियों को बनाया अपनी खास अचीवमेंट का शिकार।



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