Monday, March 30, 2020

तोक्यो खेलों के टलने से दीपा कर्मकार की ओलिंपिक उम्मीद जगी March 29, 2020 at 10:55PM

नई दिल्ली तोक्यो ओलिंपिक के स्थगित होने से चोटों से परेशान भारतीय जिमनास्ट दीपा कर्मकार के लिए उम्मीद की किरण जगी है जो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ करने के मौके का फायदा उठाने की तैयारी में जुटी हैं। दीपा घुटने की चोट के कारण कट में प्रवेश करने का मौका चूक गईं थीं। 2016 रियो ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाली दीपा ने 2017 में घुटने की सर्जरी कराई और 2018 में उनकी वापसी थोड़े समय तक ही रही क्योंकि पिछले साल बाकू में कलात्मक जिमनास्टिक्स विश्व कप में इस चोट ने उन्हें फिर परेशान करना शुरू कर दिया। उन्हें दोहा विश्व से भी हटना पड़ा और 2019 में अक्टूबर में हुई विश्व कलात्मक जिमनास्टिक्स चैंपियनशिप के लिए समय पर उबर नहीं सकीं। दीपा ने कहा, ‘आठ विश्व कप थे लेकिन अब केवल दो ही बचे हैं जिन्हें मार्च में कराया जाना था लेकिन कोरोना वायरस के कारण अब इन्हें जून तक स्थगित कर दिया गया है।’ उन्होंने कहा, ‘मौजूदा हालात को देखते हुए ये शायद अगले साल होंगे। इससे मुझे उबरने के लिए और इन दो टूर्नमेंट की तैयारी करने के लिए काफी समय मिल जाएगा।’ कोविड-19 के कारण पिछले हफ्ते तोक्यो ओलिंपिक खेलों को अगले साल तक स्थगित करना पड़ा था। दीपा ने कहा, ‘‘मैं फार्म में वापसी के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी और उम्मीद है कि मैं अच्छा करके क्वालीफाई कर सकती हूं। लेकिन इस समय सबसे अहम है कि हम इस कोरोना वायरस को हरा दें, यही पहली प्राथमिकता है।’ दीपा के कोच बिश्वेश्वर नंदी ने भी कहा कि ओलिंपिक स्थगित होने से उम्मीद की किरण जागी है। द्रोणाचार्य पुरस्कार हासिल कर चुके कोच ने कहा, ‘वह अब फिट है। वह चोट से पूरी तरह से उबर चुकी है लेकिन जिमनास्टिक्स में आपको ट्रेनिंग की प्रक्रिया धीरे धीरे शुरू करनी होती है और दीपा ने पिछले महीने से अपना अभ्यास शुरू कर दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘वह तीन-चार महीने में वापसी कर लेगी। अभी दो टूर्नमेंट बचे हैं तो हम ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ करने का मौका हासिल कर सकते हैं। देखिए जिमनास्टिक में काफी चोटें लगती हैं लेकिन मुझे उम्मीद है कि वह इसे चुनौती की तरह लेगी।’ कोच ने कहा, ‘उसे इन दो टूर्नमेंट में दो रजत या फिर एक स्वर्ण और एक रजत की जरूरत है। हम पूरी कोशिश करेंगे और मुझे उम्मीद है कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ करेगी।’

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