Thursday, March 19, 2020

महिला क्रिकेट में भी हम हावी हो सकते हैं: कोच रमन March 19, 2020 at 05:22PM

मनुजा विरप्पा, बेंगलुरुऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में हाल ही में खत्म हुई 2020 के फाइनल तक पहुंची टीम इंडिया पर कोच को नाज है। उन्होंने कहा कि वह ऐसी टीम बनाना चाहते हैं, जो अगले 6-8 वर्ष तक साथ खेले और बड़े टूर्नमेंटों को अपने नाम करे। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए खास इंटरव्यू में उन्होंने टीम इंडिया के प्लान, वर्ल्ड कप मिशन और खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर खुलकर बात की। बता दें कि महिला टीम पहली बार इस टूर्नमेंट के फाइनल में पहुंची थी, जहां उसे ऑस्ट्रेलिया से हार मिली थी। टीम की औसत आयु 22 वर्ष है, जो आगे काफी वक्त तक एक साथ खेल सकती है। इस पर कोच ने कहा- यकीनन। मैं एक टीम बनाने की कोशिश कर रहा हूं, जो 6-8 साल तक एक साथ खेलेगी और विश्व क्रिकेट पर हावी होगी। इसीलिए तो ऑस्ट्रेलियाई टीम सबसे अलग हो जाती है। एक टीम के रूप में उन्होंने एक साथ कुछ फाइनल खेले हैं और यही वजह है कि वे विश्व कप में हावी रहे। टीम इंडिया के प्रदर्शन के बारे में..54 वर्षीय कोच ने टीम के प्रदर्शन के बारे में कहा- टीम के प्रदर्शन ने सभी को विश्वास दिलाया कि भारतीय महिला टीम में भी दम है। टीम युवा है और अच्छा कर रही है। वे उन लड़कियों को भी प्रोत्साहित करेंगी, जो क्रिकेटर बनना चाहती हैं। स्पिन पर अधिक निर्भर है टीम?टी-20 वर्ल्ड कप में पूनम यादव समेत स्पिनर्स ने फास्ट बोलर्स की अपेक्षा अधिक आकर्षक प्रदर्शन किया था। क्या टीम स्पिन अटैक पर अधिक निर्भर है? सवाल पर रमन कहते हैं- हम ऐसा नहीं कह सकते हैं। हमारे पास फील्ड पर अच्छा कॉम्बिनेशन था। इसमें कोई शक नहीं है कि स्पिन हमारा सबसे मजबूत पक्ष है और उसने अधिक प्रभावी प्रदर्शन किया। यदि मैच पहले आधे घंटे में निकल जाता है तो कमबैक करना मुश्किल होता है। तेज गेंदबाजी की बात करें तो इस पक्ष को भी मजबूत बनाने में लगे हुए हैं। इसके लिए खिलाड़ियों को शारीरिक रूप से अधिक मजबूत होना होगा। शेफाली का प्रदर्शन कमाल का है16 वर्ष की की तारीफ करते हुए कोच ने कहा, 'वह अब भी बच्ची हैं, लेकिन बहुत ही बुद्धिमान हैं। लोग कुछ भी कहें, लेकिन हमें उन्हें अभी अकेले छोड़ना चाहिए। उन्हें अपने परिवार के मार्गदर्शन की भी जरूरत है। वह आगे चलकर और भी अच्छा करेंगी।' बता दें कि शेफाली ने टूर्नमेंट में 5 मैच में 163 रन बनाए थे, जो किसी भी भारतीय का सर्वश्रेष्ठ स्कोर था। इस दौरान उन्होंने 9 छक्के भी जड़े थे, जिसकी वजह से उनकी काफी तारीफ हो रही थी। स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कौर जैसे सीनियरों के खराब प्रदर्शन पर उन्होने कहा- देखिए टी-20 ऐसा फॉर्मेट नहीं है, जहां आप लगातार प्रदर्शन करते रह सकते हैं। ऐसे में युवा आए और उम्मीद पर खरे भी उतरे। साथ ही आईपीएल के बारे में उन्होंने अभी इंतजार करने की सलाह दी है।

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