Friday, March 11, 2022

गुलाबी गेंद की क्या है चुनौतियां, टीम के धुरंधर पेसर जसप्रीत बुमराह से जानिए March 10, 2022 at 10:24PM

बेंगलुरु: भारत के उपकप्तान जसप्रीत बुमराह () ने शुक्रवार को कहा कि क्रिकेटरों को गुलाबी गेंद से टेस्ट (Pink Ball Test) खेलते समय मानसिक तौर पर सामंजस्य बैठाना होता है। हालांकि उन्होंने माना कि इसका कोई तय मानदंड नहीं है क्योंकि अब तक खेले गए दिन रात के तीनों टेस्ट में हालात अलग थे। भारत को श्रीलंका के खिलाफ शनिवार से दिन-रात का टेस्ट मैच खेलना है। इससे पहले भारतीय टीम बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ गुलाबी गेंद से खेल चुकी है। बुमराह ने कहा कि गुलाबी गेंद के टेस्ट को लेकर अभी भी टीम सीखने की प्रक्रिया में है। उन्होंने मैच से पूर्व वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर हमें हालात के अनुरूप तेजी से ढलना होगा। गुलाबी गेंद फील्डिंग के समय अलग लगी है। यह आपके अंदाज से पहले आप तक पहुंचती है। इसके साथ तालमेल बैठाना होता है।’ गुलाबी गेंद के बारे में कहा जाता है कि यह संध्याकाल में काफी स्विंग होती है। उस वक्त पर बल्लेबाजों के लिए चुनौतियां काफी अधिक होती हैं। उन्होंने कहा, ‘दोपहर में भले ही स्विंग नहीं मिले लेकिन शाम को इससे स्विंग मिलेगी। यह सब छोटे-छोटे पहलू हैं।’ बुमराह ने कहा, ‘हमने गुलाबी गेंद से ज्यादा नहीं खेला है। जब भी खेला है तो हालात अलग रहे हैं तो कोई तय मानदंड नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘जो कुछ भी थोड़ा बहुत अनुभव है और जो फीडबैक मिला है, उसके आधार पर ही उन चीजों पर काम कर सकते हैं जो आपके नियंत्रण में हैं।’

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