Sunday, July 11, 2021

जोकोविच ने जीता विंबलडन का खिताब, फेडरर और राफेल नडाल का ग्रैंड स्लैम रेकॉर्ड बराबर July 11, 2021 at 06:45AM

विंबलडनमौजूदा चैंपियन वर्ल्ड नंबर वन सर्बियाई टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ने वर्ष के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन (Wimbledon) का खिताब जीत लिया है। उन्होंने खिताबी मुकाबले में रविवार को इटली के मैटियो बेरेटिनी को तीन घंटे 23 मिनट तक चले फाइनल में 6-7, 6-4, 6-4, 6-3 से हराया। यह उनका छठा विंबलडन खिताब है, जबकि कुल 20वां ग्रैंड स्लैम। इसके साथ ही उन्होंने रोजर फेडरर और राफेल नडाल के रेकॉर्ड की बराबरी कर ली है। पहला सेट गंवाने के बाद दमदारी वापसी बेरेटिनी ने शुरू में काफी सहज गलतियां की जिसका फायदा उठाकर जोकोविच ने शुरू में ही उनकी सर्विस तोड़ दी। इसके बाद जब जोकोविच 5-2 से आगे थे तब बेरेटिनी ने सेट पॉइंट बचाया। इटली के इस खिलाड़ी ने दर्शकों के समर्थन के बीच अगले गेम में अपनी सर्विस बचायी और फिर ब्रेक पॉइंट लेकर मैच को टाईब्रेकर की तरफ बढ़ा दिया। बेरेटिनी ने टाईब्रेकर में शुरू में ही 3-0 की बढ़त बनायी। अपना 30वां ग्रैंड स्लैम फाइनल खेल रहे जोकोविच ने बराबरी की लेकिन बेरेटिनी ने जल्द ही दो सेट पॉइंट हासिल कर दिए। उन्होंने ऐस जमाकर पहले सेट पॉइंट पर यह सेट अपने नाम किया जो एक घंटा 10 मिनट तक चला। जोकोविच ने दूसरे सेट में भी बेरेटिनी को वापसी का मौका दिया। सर्बियाई खिलाड़ी ने एक समय 4-0 से बढ़त बना रखी थी लेकिन 5-2 पर अपनी सर्विस पर सेट जीतने में नाकाम रहे। जोकोविच ने 5-3 के स्कोर पर तीन सेट पॉइंट गंवाए लेकिन अगले गेम में आसानी से अपनी सर्विस पर अंक बनाकर मैच का स्कोर 1-1 से बराबर किया। तीसरे सेट के तीसरे गेम में जोकोविच ने बेरेटिनी की सविस तोड़कर 2-1 से बढ़त बनायी और इसके बाद अपनी सर्विस बचाए रखी। उन्होंने छठे गेम में दो ब्रेक पॉइंट बचाए। उनके पास 5-4 के स्कोर पर दो सेट पॉइंट पर थे। बेरेटिनी का फोरहैंड बाहर जाने से उन्होंने दूसरे सेट पॉइंट पर मैच में बढ़त हासिल की। शीर्ष वरीयता प्राप्त सर्बियाई खिलाड़ी ने चौथे सेट में बेरेटिनी के डबल फॉल्ट का फायदा उठाकर 4-3 की बढ़त बनायी और फिर अंतिम गेम में ब्रेक पॉइंट हासिल किया। ऐसा था सेमीफाइनल का रोमांच इससे पहले जोकोविच ने पुरुष सिंगल्स के दूसरे सेमीफाइनल में कनाडा के खिलाड़ी डेनिस शापावालोव को सीधे सेटों में 7-6(3) 7-5 7-5 से पराजित कर 7वीं बार इस प्रतिष्ठित ग्रैंड स्लैम के फाइनल का टिकट कटाया था। दूसरी ओर, मैटियो बेरेटिनी ने अपनी दमदार सर्विस और ताकतवर फोरहैंड का शानदार नमूना पेश कर हूबर्ट हरकाज को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। 45 वर्ष में पहली बार हुआ था ऐसा पिछले 45 वर्षों में पहला अवसर है जबकि इटली का कोई खिलाड़ी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा था। बेरेटिनी से पहले एड्रियानो पेनेटा ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचने वाले आखिरी इतालवी खिलाड़ी थे। वह 1976 में फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचे थे। पच्चीस वर्षीय बेरेटिनी इससे पहले 2019 में यूएस ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे थे लेकिन उससे आगे बढ़ने में नाकाम रहे थे।

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