Friday, November 26, 2021

83 का टीजर तो देख लिया, पर क्या उसकी असली कहानी जानते हैं आप November 26, 2021 at 06:41AM

नई दिल्ली '83' का टीजर आ गया है। इसका टीजर सामने आया है इसे खूब पसंद किया जा रहा है। इसमें एक गेंदबाज को दौड़ते हुए दिखाया गया है और एक बल्लेबाज शॉट मारता है। इसके बाद रणवीर सिंह गेंद को कैच करने के दौड़ रहे हैं। गेंद कैच होती है या नहीं उससे पहले ही टीजर खत्म हो जाता है। इस टीजर को वाह-वाही तो खूब मिल रही है पर क्या आपको पता है कि यह टीजर किस घटना का है। आप जानते ही हैं कि यह फिल्म भारतीय टीम के 1983 विश्व कप जीत पर बनी है। रणवीर इसमें टीम के कप्तान कपिल देव की भूमिका निभा रहे हैं। इस विश्व कप में कोई भी भारतीय टीम को खास अहमियत नहीं दे रहा था। लेकिन आखिर में उसमें दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज को हराकर खिताब पर कब्जा किया था। इस जीत ने भारतीय क्रिकेट को हमेशा-हमेशा के लिए बदल गया। क्रिकेट जन-जन की पसंद बन गया। भारतीय टीम पहली बार विश्व विजेता बनी और कितने ही लोगों ने इस खेल को अपनाने की सोची। तो, चलिए बात करते हैं इस टीजर की। यह टीजर उस वास्तविक घटनाक्रम को दिखा रहा है जब भारत और वेस्टइंडीज में लॉर्डस के मैदान पर वर्ल्ड कप का फाइनल खेला जा रहा था। भारत ने महज 183 रन बनाए थे और जवाब में वेस्टइंडीज मजबूत नजर आ रही थी। विवियन रिचर्ड्स 27 गेंद पर 33 रन बनाकर खेल रहे थे। वह अपनी पारी में सात चौके लगा चुके थे। रिचर्ड्स ऐसे बल्लेबाज थे जिनसे पूरी दुनिया खौफ खाती थी। भारतीय कप्तान कपिल देव को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर वह गेंदबाजी किसे सौंपे। लेकिन तभी, कुछ ऐसा हुआ जिसका नतीजा इस टीजर में दिख रहा है। मदन लाल तीन ओवर में 21 रन दे चुके थे। कपिल हाथ में गेंद पकड़कर खड़े थे और सोच रहे थे कि आखिर अब क्या किया जाए। तभी मदन लाल आते हैं और उनके हाथ से गेंद लेकर चले जाते हैं। कुछ समझने और कहने का वक्त नहीं मिलता। मदन लाल की गेंद पर रिचर्ड्स शॉट खेलने की कोशिश करते हैं। गेंद बल्ले पर पूरी तरह नहीं आती। वह हवा में ऊंची जाती है। कपिल, जो एक शानदार बल्लेबाज और गेंदबाज होने के साथ-साथ एक कमाल के फील्डर भी थे, ने दौड़ लगानी शुरू की। गेंद उनके कंधे के ऊपर से जा रही थी। कपिल लगातार दौड़ रहे थे। अब टीजर में यह तो नहीं दिखाया गया कि कैच हुआ या नहीं, लेकिन असल में कैच हुआ और शानदार कैच हुआ। इस कैच के बाद अजेय समझे जाने वाली वेस्टइंडीज की टीम पटरी से उतर गई। एक के एक बाद लगातार विकेट गिरते गए। मदन लाल और महेंद्र अमरनाथ ने तीन-तीन विकेट लिए। वेस्टइंडीज की पूरी टीम 140 पर आउट हो गई। लॉर्ड्स की बालकनी में कपिल प्रूडेंशल कप थामे खड़े थे। और यह तस्वीर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गई। लेकिन फाइनल में इसकी शुरुआत मदन लाल की उस गेंद, रिचर्ड्स के उस शॉट और कपिल देव के उस बाकमाल कैच से हुई थी।

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