Sunday, March 7, 2021

वीडियो: इंजमाम, रोड्स, वर्ल्ड कप और तीनों स्टंप बाहर- 29 साल बाद भी इस रन आउट को किया जाता है याद March 07, 2021 at 04:20PM

नई दिल्ली क्रिकेट में जब भी आप फील्डिंग की बात करेंगे जो जोंटी रोड्स की बात किए बिना नहीं रह पाएंगे। जोंटी वह खिलाड़ी हैं जिन्होंने क्रिकेट में फील्डिंग को नई परिभाषा दी। बैकवर्ड पॉइंट पर खड़े होकर जोंटी रोड्स ने बल्लेबाजों के मन में खौफ पैदा किया। वह बल्ले से रन बनाने के साथ-साथ मैदान पर इतने रन रोक लेते थे कि विपक्षी टीम के मन में खौफ रहता था। और जब भी जोंटी रोड्स की बात करेंगे तो उनके इस प्रदर्शन का जिक्र जरूर होगा। रोड्स का वह प्रदर्शन जिसने सभी को हैरान कर दिया। रोड्स ने 1992 के वर्ल्ड कप के लीग मैच में पाकिस्तान के इंजमाम-उल-हक को ऐसे आउट किया जो आज तक याद किया जाता है। ब्रिसबेन में लीग मैच के दौरान पाकिस्तान की स्थिति मजबूत नजर आ रही थी। साउथ अफ्रीका ने 50 ओवर में सात विकेट पर 211 रन बनाए थे। लेकिन पाकिस्तान को 36 ओवर में रिवाइज टारगेट 194 का दिया गया था। उसका स्कोर 2 विकेट पर 135 रन था। इंजमाम और इमरान खान तेजी से रन बना रहे थे। इंजमाम 43 गेंद पर 48 रन बना चुके थे। उन्होंने पांच चौके जमाए हुए थे। पाकिस्तानी टीम जीत की ओर बढ़ रही थी। इसी वक्त इंजमाम ने एक शॉट खेला लेकिन गेंद उनके बल्ले पर नहीं आई। वह रन के लिए दौड़े लेकिन इमरान ने उन्हें मना कर दिया। इंजमाम वापस मुड़े। लेकिन इसकेबाद जो हुआ वह किसी सुपर ओवर की फिल्म जैसा था। बैकवर्ड पॉइंट से जोंटी ने इतनी फुर्ती दिखाई उन्होंने गेंद को उठाया और विकेटों की ओर दौड़ लगा दी। इधर से इंजमाम दौड़ रहे थे और यहां से रोड्स। रोड्स ने आखिरकार हवा में छलांग लगाई। जमीन के समांनतर और गेंद हाथ में लेकर न सिर्फ गिल्लियां ही बिखेर दीं बल्कि तीनों स्टंप उखाड़ दिए। इंजमाम रन आउट हो गए। पाकिस्तान जो मैच जीतता हुए दिख रहा था वह हार गया। उसे 20 रन से हार मिली। बिना खेले ही मैन ऑफ द मैच मैन ऑफ द मैच उसे चुना जाता है जिसने कमाल का खेल दिखाया हो। रोड्स को एक फर्स्ट क्लास मैच में मिला था। लेकिन कमाल की बात यह है कि वह उसमें प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे। उन्हें सब्सीट्यूट फील्डर के रूप में उतारा गया था। वहां उन्होंने जो कमाल की फील्डिंग की और सात कैच लपके। इसके बाद उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। जोंटी सिर्फ कमाल के फील्डर ही नहीं थे बल्कि हॉकी भी शानदार खेलते थे। रोड्स ने हॉकी में भी साउथ अफ्रीका का प्रतिनिधित्व किया। वह 1992 के ओलिंपिक के लिए टीम में चुने गए थे लेकिन उनकी टीम क्वॉलिफाइ ही नहीं कर पाई। चोट के कारण उन्होंने 1996 के ट्रायल्स में भाग ही नहीं लिया। करियर पर नजर जोंटी ने करियर में 52 टेस्ट और 245 वनडे इंटरनैशनल मैच खेले हैं। उनके नाम टेस्ट में 3 शतक, 17 अर्धशतकों के दम पर 2532 रन दर्ज हैं। इसके अलावा वनडे में उन्होंने 5935 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतक और 33 अर्धशतक हैं। भारत से है इतना प्याररोड्स को भारत से काफी प्यार है और इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी बेटी का नाम इंडिया है।

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