Monday, January 4, 2021

डॉक्टर बताकर IPL से जुड़ी गोपनीय जानकारी लेने का आरोप, दिल्ली की नर्स से पूछताछ January 04, 2021 at 05:03PM

नई दिल्लीयूएई की मेजबानी में पिछले साल खेले गए (इंडियन प्रीमियर लीग) के दौरान एक क्रिकेटर से लीग की गोपनीय जानकारी लेने का मामला सामने आया है। दिल्ली की एक नर्स पर आरोप हैं कि उसने सोशल मीडिया पर खिलाड़ी की टीम की गोपनीय जानकारी मांगी, जिससे वह कथित तौर पर आईपीएल मैचों पर सट्टा लगा सके। इस प्रतिष्ठित टी20 लीग () के बीच में 30 सितंबर को यह जानकारी मांगी गई, जिस नर्स ने खुद को दक्षिण दिल्ली के अस्पताल में काम करने वाली डॉक्टर बताया। इस क्रिकेटर ने कुछ साल पहले भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने इस मामले की सूचना की ऐंटी-करप्शन यूनिट (ACU) को दी। पढ़ें, देश में कोरोना के बढ़ते मामले के चलते आईपीएल का 13वां सीजन संयुक्त अरब अमीरात की मेजबानी में खेला गया था, जिसमें रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने खिताब जीता। सूत्रों ने कहा कि क्रिकेटर और नर्स करीब तीन साल पहले ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मिले थे। उन्होंने कथित तौर पर एक प्रशंसक होने का दावा किया और कहा कि वह एक निजी अस्पताल के साथ दिल्ली में एक डॉक्टर थीं। यह भी पता चला है कि क्रिकेटर हाल ही में उसके संपर्क में था और कोरोनो वायरस संक्रमण के खिलाफ सावधानी बरतने के लिए उसकी सलाह भी मांगी थी। बीसीसीआई एसीयू प्रमुख अजीत सिंह ने मामले की पुष्टि की, लेकिन कहा कि यह केस अब 'बंद' हो गया था। उन्होंने एक निजी अखबार से कहा, 'खिलाड़ी ने हमें आईपीएल के दौरान जानकारी दी थी। हमने इसकी जांच की, और मामला अभी बंद है। खिलाड़ी से संपर्क करने वाली महिला अनप्रफेशनल (किसी भी सट्टेबाजी सिंडिकेट से संबंध नहीं रखने वाला) थी और आगे कोई लीड नहीं मिली।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'हमने मामले की पूरी छानबीन की। आरोपी खिलाड़ी को जानती थी। जब खिलाड़ी ने मामले की सूचना दी, तो हमने सारी जानकारी ली। बाद में हमने महिला को पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन कुछ नहीं मिला। यह मामला बंद है।' बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार, क्रिकेटर ने एसीयू को बताया था कि वह महिला से कभी नहीं मिला और केवल सोशल मीडिया पर ही उससे बातचीत होती थी। यह मामला तब सामने आया जब इसके महीने बाद एक अन्य खिलाड़ी ने भी एसीयू से संपर्क किया कि उससे एक परिचित ने आईपीएल को लेकर संपर्क किया। इसे संदिग्ध पाते हुए खिलाड़ी ने टीम प्रबंधन को भी जानकारी दी थी। एसीयू ने लीग शुरू होने से पहले खिलाड़ियों और अधिकारियों के लिए ऑनलाइन सेमिनार आयोजित किए थे और उन्हें फैंस या शुभचिंतकों का दावा करने वाले लोगों के बारे में बताया था कि कैसे वे सोशल मीडिया पर झांसा दे सकते हैं। 2013 में आईपीएल में ही स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आया था, जिसके बाद चेन्नै सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए निलंबित कर दिया गया था।

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