Thursday, July 2, 2020

श्रीलंका के कप्तान रहे संगकारा से 10 घंटे पूछताछ, उनके सपोर्ट में क्रिकेट बोर्ड के ऑफिस के बाहर लोगों का प्रदर्शन July 02, 2020 at 04:23PM

आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2011 फाइनल में फिक्सिंग के मामले में श्रीलंका के कप्तान रहे कुमार संगकारा से गुरुवार को करीब 10 घंटे पूछताछ हुई। पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगामागे के आरोप के बाद स्पेशल टीम को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। संगकारा के समर्थन में लोगों ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया।

फैंस का कहना है कि गलत आरोप लगाकर संगकारा समेत अन्य खिलाड़ियों को परेशान किया जा रहा है। पिछले दो दिन में 2011 में मुख्य चयनकर्ता रहे अरविंद डीसिल्वा और फाइनल के ओपनर उपुल थरंगा से पूछताछ हो चुकी है। फाइनल में शतकीय पारी खेलने वाले महेला जयवर्धने को भी बुलाया गया है। वर्ल्ड कप के बाद संगकारा ने टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था।

डी सिल्वा ने बीसीसीआई से जांच करने को कहा
महिंदानंद के आरोपों के बाद डी सिल्वा ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से भी फिक्सिंग की जांच कराने की अपील की थी। डी सिल्वा ने कहा था- बीसीसीआई की जांच में मेरी जरूरत होगी तो मैं भारत आने को तैयार हूं।

भारत 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीता था
2011 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर 28 साल बाद वर्ल्ड चैम्पियन बनी थी। इस मैच में श्रीलका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 274 रन बनाए थे। महेला जयवर्धने ने 103, कुमार संगकारा ने 30 और कुलशेखरा ने 40 रन बनाए थे।

गंभीर ने 97 और धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे

लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत खराब रही थी। लसिथ मलिंगा ने सचिन और सहवाग को जल्दी आउट कर दिया था। बाद में गौतम गंभीर और महेंद्र सिंह धोनी ने मोर्चा संभाला। गंभीर 97 पर आउट हो गए लेकिन तब तक भारत जीत तक पहुंच चुका था। धोनी 91 और युवराज सिंह 21 रन बनाकर नाबाद रहे थे। धोनी ने कुलशेखरा की गेंद पर विजयी छक्का लगाया था।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
2011 वर्ल्ड कप फाइनल में दोबार टॉस हुआ था। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पहली बार में कुमार संगकारा की आवाज नहीं सुन पाए थे। दूसरी बार में भी संगकारा ही टॉस जीते थे।

No comments:

Post a Comment