अमेरिका में अश्वेत की मौत के बाद कई फुटबॉल खिलाड़ियों ने मैदान के अंदर और बाहर विरोध जताया है। इस पर फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा ) ने नाराजगी जताई है। फीफा ने आयोजकों से कहा है कि वे विवेक से काम लें और ग्राउंड पर खिलाड़ियों को विरोध जाहिर करने के लिए किसी भी प्रकार की छूट न दें।
फीफा ने कहा, ‘‘अमेरिका के मिनेपोलिस सिटी में अफ्रीकन-अमेरिकन अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड के साथ हुई घटना के प्रति हमें साहुनभूति है। लेकिन फुटबॉल नियमों के उल्लंघन की छूट नहीं दी जा सकती है।’’
फ्लॉयड के सम्मान में घुटने के बल बैठे खिलाड़ी
रविवार को ही जर्मनी की फुटबॉल लीग बुंदेसलिगा में बोरुसिया डॉर्टमंड के दो खिलाड़ी जैडोन सैंचो और अचरफ हकीमी 'जस्टिस फॉर फ्लॉयड' लिखी टी-शर्ट पहनकर खेलने उतरे थे। इससे पहले बोरुसिया मूंचेनग्लैडबैक के खिलाड़ी मार्कस थूरम यूनियन बर्लिन के खिलाफ मैच में गोल करने के बाद फ्लॉयड के सम्मान में घुटने के बल बैठे थे।
जर्मनी एसोसिएशन ने भी नाराजगी जताई
जर्मनी एसोसिएशन ने सोमवार को घोषणा की थी मैच के दौरान खिलाड़ियों की ओर से इस तरह का व्यवहार अपनाना प्रतिबंधित है। इन सभी के बाद इंग्लैंड के क्लबलिवरपुल के खिलाड़ियों ने भी प्रैक्टिस के दौरान ब्रेक लेकर फ्लॉयड के सम्मान में घुटने के बल बैठकर फोटो खिंचवाया था।
अंतिम संस्कार का खर्च उठाएंगे फ्लॉयड मैवीदर
पूर्व बॉक्सिंग चैम्पियन फ्लॉयड मैवीदर ने जॉर्ज फ्लॉयड के अंतिम संस्कार और उनका स्मारक बनाने का खर्च उठाने की पेशकश की है। इसे मृतक के परिवार ने स्वीकार भी कर लिया है। जॉर्ज फ्लॉयड का अंतिम संस्कार 9 जून को ह्यूस्टन में किया जाएगा।
26 मई को फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था
अमेरिका के मिनेपोलिस में 26 मई को धोखाधड़ी के एक मामले में फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान एक पुलिस अफसर ने फ्लॉयड को सड़क पर ही गिरा दिया था और अपने घुटने से उसकी गर्दन को करीब 8 मिनट तक दबाए रखा। इस कारण उसकी मौत हो गई थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
अमेरिका के 40 शहरों में कर्फ्यू
फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी समेत 40 शहरों में कर्फ्यू लगाया जा चुका है। वॉशिंगटन समेत 15 शहरों में करीब 5 हजार नेशनल गार्ड्स की तैनाती की गई है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment