Thursday, March 11, 2021

ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटकर पृथ्वी साव ने की थी सचिन तेंडुलकर से बात March 11, 2021 at 08:00PM

नई दिल्ली पृथ्वी साव () ने खुलासा किया है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे (India Tour of Australia) से वापस आने के बाद उन्होंने सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) से बात की थी। युवा सलामी बल्लेबाज ने यह भी बताया कि आखिर ऑस्ट्रेलिया में अंदर आती गेंद पर वह क्यों परेशान हो रहे थे। ऑस्ट्रेलिया में पहले टेस्ट में साव का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था जिसके बाद उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया था। पृथ्वी साव (Prithvi Shaw) को ऑस्ट्रेलिया में सलामी बल्लेबाज की पहली पसंद के तौर पर चुना गया था। हालांकि ऐडिलेड में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में पहली पारी में वह खाता भी नहीं खोल पाए और दूसरी पारी में चार बनाकर आउट हो गए थे। कुल मिलाकर पहले टेस्ट में उन्होंने सिर्फ छह गेंद खेली थीं। उनके स्थान पर अगले टेस्ट मैच में शुभमन गिल (Shubman Gill) को शामिल किया गया था। साव की तकनीक (Shaw Technique) को लेकर सवाल उठने लगे थे। 21 वर्षीय इस बल्लेबाज ने अपनी चुनौतियों के बारे में बताया कि कैसे ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद उन्होंने इस पर सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) से बात की। अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में साव (Shaw) ने कहा, 'मैं वापस आने के बाद सचिन सर से मिला। उन्होंने कहा कि ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है बस जितना हो सके शरीर के करीब से खेला। मैं गेंद पर देरी से आ रहा था। तो ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान, मैंने इस पर काम किया। इसकी वजह यह भी हो सकती है कि ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले मैं दुबई में आईपीएल खेल रहा था।' साव ऐडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में एक ही तरीके से आउट हुए। उन्हें मिशेल स्टार्क (Mitchell Starc) और पैट कमिंस (Pat Cummins) ने इनस्विंगिंग गेंद फेंकी। दोनों बार गेंद उनके बल्ले और पैड के बीच के गैप से निकलकर विकेटों से टकराई। अपने आउट होने के तरीके पर साव ने भी माना कि उनके खेल में कुछ कमी थी। साव ने कहा, 'मेरी मनोदशा सही नहीं चल रही थी। मेरा बैट गली एरिया से नीचे आ रहा था लेकिन मैंने सारी जिंदगी इसी तरह से रन बनाए थे। समस्या यह थी कि मैं जिस तरह आउट हो रहा था उसके बाद मुझे इसे फौरन सुधारना बहुत जरूरी था। शुरुआती मूवमेंट में कुछ समस्या थी। मैं फिक्स्ड पोजीशन में था। मुझे अपना बैट शरीर के करीब रखना था, जो मैं नहीं कर रहा था।' पृथ्वी साव ने भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) और बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ (Vikram Rathour) को भी श्रेय दिया जिन्होंने उनकी कमी को पहचान कर उसे दूर करने में मदद की। रवि सर और विक्रम सर ने मुझे अहसास करवाया कि मैं क्या गलती कर रहा हूं। मुझे इसका हल निकालना था। नेट्स पर जाकर इसे दूर करना था। यह एक छोटी सी गलती थी जो मैं कर रहा था। ऐडिलेड पिंक बॉल टेस्ट में जैसे मैं आउट हुआ उन दो गेंदों पर वाकई मैं बहुत बुरा खेला।

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