Friday, December 10, 2021

विराट को ODI कप्तानी से हटाने से नाराज पूर्व क्रिकेटर, बोले पता नहीं क्या सोच रहे हैं सिलेक्टर्स December 10, 2021 at 01:19AM

नई दिल्ली (Virat Kohli) की वनडे कप्तानी का जाना इन दिनों क्रिकेट की दुनिया ( ODI captaincy) में काफी चर्चित विषय है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बुधवार को विराट के स्थान पर रोहित शर्मा को वनडे इंटरनैशनल टीम का नया कप्तान (Rohit Sharma India New ODI Captain) नियुक्त किया। विराट ने टी20 इंटरनैशनल की कप्तानी पहले ही छोड़ दी थी। विराट ने टी20 वर्ल्ड कप शुरू (Virat T20 Captaincy) होने से पहले ही ऐलान कर दिया था कि इस टूर्नमेंट के बाद वह क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट की कप्तानी से हट जाएंगे। उन्होंने कहा था कि बाकी दो फॉर्मेट में कप्तानी करते रहेंगे। विराट को कप्तानी से हटाए जाने के फैसले को कुछ लोग सही बता रहे हैं वहीं कुछ ऐसे भी हैं जिनकी राय में यह फैसला सही नहीं है। भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर और मुख्य कोच रहे मदन लाल (Madan Lal) का मानना है कि विराट को हटाना सही नहीं है। कुल मिलाकर विराट कोहली (Virat Kohli) का वनडे में कप्तानी रिकॉर्ड बहुत अच्छा है। कोहली का वनडे में जीत का रिकॉर्ड 70 फीसदी से ज्यादा है। इसी वजह से मदन लाल का मानना है कि कोहली को हटाने की कोई जरूरत नहीं थी। लाल ने कहा कि दो साल बाद भारत में होने वाले 50 ओवर वर्ल्ड कप में टीम की कप्तानी करनी चाहिए। मदन लाल ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि सिलेक्टर्स की इस बारे में क्या सोच थी। लेकिन अगर कोहली अच्छे नतीजे दे रहे थे तो उन्हें बदलने की क्या जरूरत थी? मैं समझ सकता हूं कि उन्होंने टी20 की कप्तानी छोड़ी क्योंकि बहुत ज्यादा क्रिकेट हो रहा है और वह बाकी दो फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।' मदन लाल ने अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में कहा, 'लेकिन आप अगर कामयाब हैं और उसके बाद भी आपको हटाया जाता है तो यह उन्हें चुभेगा। मुझे लगता था कि कोहली 2023 वर्ल्ड कप तक टीम के कप्तान रहेंगे। एक टीम बनाना बहुत मुश्किल है लेकिन उसे आसानी से बर्बाद किया जा सकता है।' मदन लाल का यह बयान सौरभ गांगुली के उस बयान से उलट है जिसमें उन्होंने कहा था कि सीमित ओवरों के दो प्रारूपों में दो अलग कप्तान होना दुविधा पैदा करता। लाल ने कहा कि जब कोहली टेस्ट टीम के कप्तान थे तो महेंद्र सिंह धोनी वनडे और टी20 टीम की कप्तानी कर रहे थे। कोहली ने दो साल से अधिक समय तक ऐसा किया। 1983 विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ी रहे मदन लाल ने कहा, 'मुझे समझ नहीं आता कि कन्फ्यूजन क्यों होगी। हर कप्तान का अपना अलग स्टाइल होता है, तो किस बात की कन्फ्यूजन। टेस्ट और सीमित ओवरों में स्टाइल वैसे ही बदल जाता है। विराट और रोहित का अपना अलग-अलग स्टाइल है। महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) का अपना अलग स्टाइल था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बात सिर्फ प्रफेशनलिजम और हर वक्त पर प्रदर्शन करते रहने की है।'

No comments:

Post a Comment