Wednesday, November 11, 2020

बचपन के कोच दिनेश लाड बोले, रोहित शर्मा में स्कूल के दिनों से ही कप्तानी के गुण November 10, 2020 at 11:24PM

नई दिल्लीमुंबई इंडियंस को पांचवां आईपीएल खिताब दिलाकर इतिहास रचने वाले ने अपनी करिश्माई कप्तानी का लोहा एक बार फिर मनवा लिया है लेकिन उनके शुरूआती कोच का कहना है कि स्कूली दिनों से ही उसमें अपने दम पर मैच जिताने और कप्तानी के विलक्षण गुण थे। रोहित ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ फाइनल में अर्धशतकीय पारी खेलने के साथ कुशल कप्तानी से मुंबई को पांच विकेट से जीत दिलाई। वह पांच खिताब के साथ आईपीएल के इतिहास के सबसे सफल कप्तान भी हैं। लाड ने भारतीय टीम के सीमित ओवरों के उपकप्तान पर आने वाली किताब ‘ द हिटमैन : द रोहित शर्मा स्टोरी’ में कहा, ‘स्कूली दिनों से ही वह अपने दम पर मैच जिताते और उनमें नेतृत्व क्षमता थी। वह विकेट भी लेते और शतक भी जमाते थे। मैंने 9वीं कक्षा में ही उन्हें स्कूली टीम का कप्तान बना दिया था।’ पढ़ें, उन्होंने कहा, ‘वह काफी आक्रामक थे जो हमेशा जीतना चाहते और उस जीत में योगदान देना चाहते थे। मैं उन्हें हमेशा क्रीज पर शांतचित्त होकर खेलने की सलाह देता था क्योंकि तकनीक के वह महारथी थे और क्रीज पर जमने के बाद उन्हें आउट करना अंसभव हो जाता।’ मशहूर क्रिकेट लेखक विजय लोकपल्ली और जी कृष्णन की लिखी इस किताब में रोहित के सुनहरे सफर के कई अनछुए पहलुओं को उजागर किया गया है। इसके साथ ही उनके साथी खिलाड़ियों, कोचों और दोस्तों ने उनके बारे में अपनी राय भी बेबाक तरीके से रखी है। ब्लूम्सबरी से प्रकाशित इस किताब का 18 नवंबर को विमोचन होगा। वर्ल्ड कप 2011 के नायक युवराज सिंह ने प्रस्तावना में लिखा कि अगले टी20 और 50 ओवरों के विश्व कप में रोहित भारतीय टीम के लिए अहम साबित होंगे। उन्होंने लिखा, ‘वह जिस तरह से बड़ी पारियां खेलते हैं, मुझे यकीन है कि अगले टी20 और 50 ओवरों के विश्व कप में वह भारत के सबसे अहम खिलाड़ी बनेंगे। मैं चाहता हूं कि वह अपनी फिटनेस का पूरा ख्याल रखें क्योंकि भारतीय क्रिकेट को इसकी जरूरत है।’ उन्होंने यह भी लिखा, ‘मध्यक्रम के एक बल्लेबाज का दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाजों में से एक बनना बड़ी उपलब्ध है। सचिन तेंडुलकर और वीरेंदर सहवाग ही उनसे पहले ऐसा कर चुके हैं।’ टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गार्डन्स पर उनके शतक की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने वही किया जो एक समय वीवीएस लक्ष्मण करते थे। उन्होंने कहा, ‘रोहित ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ उम्दा साझेदारी की जो एक समय वीवीएस लक्ष्मण करते थे। वह 50 रन पर थे जब आठ विकेट गिर चुके थे और उसके बाद उन्होंने शतक जमाया। रोहित ने उस मैच में आर अश्विन के साथ सातवें विकेट के लिए 280 रन जोड़े थे जो उस समय भारत के लिए नया रेकॉर्ड था।

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