Wednesday, March 25, 2020

अकरम की जादुई गेंद और पाक बना वर्ल्ड चैंपियन March 24, 2020 at 11:51PM

नई दिल्ली मार्च 25, 1992। ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड। एक ओर तीसरी बार फाइनल में पहुंची इंग्लैंड की टीम तो दूसरी ओर इमरान खान की पाकिस्तानी टीम। फाइनल में पहुंचने वाले दूसरी एशियाई टीम। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बनाए 6 विकेट पर 249 रन। इमरान और जावेद मियांदाद ने लगाई हाफ सेंचुरी। इंग्लैंड की पारी के 34 ओवर पूरे हो चुके थे। जीत के लिए उसे 96 गेंदों पर चाहिए थे 112 रन। और ये 112 रन उसे पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बना सकते थे। मैच पाकिस्तान की पकड़ से निकलता दिख रहा था। तभी कप्तान इमरान खान गेंद को थमाई। ज्यादातर लोगों के माथे पर शिकन आ गई। वे चाहते थे वसीम पारी के आखिर में ओवर करें। पर अलग तरीके से सोच रहे थे इमरान। उन्हें लगा अगर अभी विकेट ले लिए तो इंग्लैंड को पकड़ा जा सकता है वर्ना मुकाबला गया हाथ से। अकरम ने पांच ओवर बोलिंग की थी और वे एक बार फिर दम लगाकर फेंकने को तैयार थे। वह पहले बॉथम को विकेट के पीछे कैच करवा चुके थे और उनके हौसले बुलंद थे। बाएं हाथ के इस गेंदबाज ने अभी तक अपनी पहचान बना ली थी। 35वें ओवर में नील फेयरब्रदर ने पहली चार गेंद पर तीन रन जोड़े। लेकिन अब इंग्लैंड के लिए शुरू हो चुका था मुश्किल वक्त। गेंद अब होने लगी थी रिवर्स स्विंग, यानी उलटबांसी शुरू। ओवर की पांचवीं गेंद। अकरम ने दाएं हाथ के बल्लेबाज एलन लैंब को ओवर द विकेट से हटकर राउंड द विकेट फेंकने का फैसला किया। प्लान था कि गेंद ऐसी फेंकी जाए जो हवा में अंदर आए और टप्पा खाने के बाद थोड़ा देर से दाएं हाथ के बल्लेबाज से बाहर निकल जाए। और ऐसा हुआ भी। इस गेंद को तो क्रिकेट के इतिहास में लंबे समय तक याद किया जाएगा। ऐसी गेंद जिसकी गिनती असंभव में होती है। यह गेंद अंदर आई और आखिरी लम्हे में रिवर्स हो गई। लैंब देखते ही रह गए और गेंद ऑफ स्टंप से जा टकराई। अकरम ने इसके बाद भी अपना जलवा कायम रखा। क्रिस लुईस क्रीज पर उतरे। लुईस ने अकरम की पिछली गेंद देखी थी। उन्होंने अकरम की चाल को समझने की कोशिश की। गेंद जो टप्पा खाने के बाद बाहर निकलेगी। अब अकरम यूं ही उस्ताद गेंदबाज नहीं। उन्होंने भांप लिया कि बल्लेबाज क्या सोच रहा है। क्रिकेट के खेल की यही तो खूबसूरती है, कई मायनों में यह शतरंज की तरह है। दिमागी जंग में एक दूसरे को मात देने की कोशिश। अकरम ने रन-अप पर दौड़ लगाई और लुईस ने खुद को बाहर जाती गेंद के लिए सेट किया। पर वसीम ने ऐंगल लेते हुए गेंद को अंदर लाने का कारनामा किया। लुईस भौंचक रह गए। गेंद इनस्विंगर थी और इसके लिए तैयार न थे। गेंद विकेट के अंदरूनी हिस्से से टकराई। मेलबर्न के मैदान में बैठे 87000 दर्शकों को अपनी आंखों पर यकीन नहीं हुआ। अकरम हालांकि तिकड़ी नहीं ले पाए लेकिन वह नुकसान कर चुके थे। इंग्लैंड की पूरी टीम 227 रन पर आउट हो गई। पाकिस्तान ने पहली बार वर्ल्ड कप जीता। अकरम ने 49 रन देकर तीन विकेट लिए। इससे पहले अकरम ने बल्ले से भी कमाल किया था। सिर्फ 18 गेंदों पर 33 रन बनाकर उन्होंने पाकिस्तान को चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तक पहुंचाया। जाहिर सी बात है फाइनल के मैन ऑफ द मैच रहे थे वसीम।

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