![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/%2076227706/photo-76227706.jpg)
वह इकलौते बल्लेबाज हैं जिनके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 100, 200, 300, 400 और 500 रन की पारियां हैं। किसी अन्य बल्लेबाज ने यह मुकाम हासिल नहीं किया है।
शायद 375 की पारी काफी नहीं थी। तब लारा ने गैरी सोबर्स का 365 का रेकॉर्ड तोड़ा था। दो महीने ही बीते थे इस बात को कि लारा अगले मुकाम की ओर चल पड़े। उन्होंने पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद का 499 का फर्स्ट क्लास में सबसे बड़े निजी स्कोर को पीछे छोड़ दिया। लारा ने एजबेस्टन में 6 जून 1994 को वारविकशर की ओर से खेलते हुए डरहम के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की।
हनीफ मोहम्मद ने कराची की ओर से खेलते हुए वहावलपुर के खिलाफ 1959 में यह पारी खेली थी। और, रोचक बात जानते हैं हनीफ इस स्कोर पर रन आउट हुए थे। यानी अगर उस दिन वह क्रीज लांघ जाते तो लारा से पहले उनका नाम इस रेकॉर्ड बुक में दर्ज हो जाता। हनीफ ने शायद राह दिखा दी कि 500 रन के करीब पहुंचा जा सकता है।
लारा की इस पारी में किस्मत का काफी साथ रहा। वह 12 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे जब वह बोल्ड हो गए लेकिन गेंद नो-बॉल थी। इसके बाद वह 18 रन पर थे जब विकेटकीपर क्रिस स्कॉट ने उनका कैच छोड़ दिया। स्कॉट के मुंह से निकला- 'ओह डियर! अब वह शायद खेलते रहेंगें और सेंचुरी बना देंगे।' यह शुक्रवार को हुआ और सोमवार को लारा इतिहास रच चुके थे।
लारा की यह पारी काफी तेज भी थी। उन्होंने 427 गेंदों का सामना किया और 62 चौके और 10 छक्के लगाए। लारा ने एक ही दिन में 390 रन बना दिए थे जो एक रेकॉर्ड है।
No comments:
Post a Comment