ऑस्ट्रेलिया टीम को 26 दिसंबर से भारत के खिलाफ मेलबर्न में बॉक्सिंग-डे टेस्ट खेलना है। क्रिसमस वीक में प्लेयर्स अपने परिवार के साथ नहीं रहेंगे। 40 साल में ऐसा पहली बार होगा, जब ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर्स परिवार के बगैर बॉक्सिंग-डे टेस्ट खेलेंगे।
26 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका में खेलना जाने वाला टेस्ट बॉक्सिंग-डे मैच कहा जाता है। पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच 1950 में खेला गया था। 1980 में पहली बार ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर्स के साथ परिवार के लोग भी मौजूद रहे थे। तब से यह परपंरा हर साल जारी रही।
सभी खिलाड़ी टीम में परिवार जैसा महसूस करते हैं
ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर ने कहा, ‘‘50 साल में पहली बार हुआ है, जब मैं अपने परिवार के साथ नहीं हूं। मेरा मानना है कि खिलाड़ियों का साथ रहना ही ठीक रहेगा। जो सभी खिलाड़ी और स्टाफ बिना परिवार के हैं, वे 2020 में एक और बड़ा योगदान दे रहे हैं। ईमानदारी से कहूं तो टीम में सभी को परायापन नहीं, बल्कि परिवार जैसा ही महसूस होता है। सभी एकजुट हैं।’’
30 हजार फैंस को एंट्री मिलेगी
बॉक्सिंग-डे टेस्ट के लिए सरकार ने स्टेडियम में 30 हजार फैंस को एंट्री की अनुमति दी है। यदि खिलाड़ियों के परिवार वाले स्टेडियम में आते भी हैं, तो बायो-बबल के चलते प्लेयर्स से नहीं मिल पाएंगे। इस पर लैंगर ने कहा, ‘‘खाली मैदान में खेलने से अच्छा है कि कम से कम 30 हजार फैंस तो मौजूद रहेंगे।’’
क्या है बॉक्सिंग-डे का मतलब
बॉक्सिंग-डे का बॉक्सिंग यानी मुक्केबाजी से कोई कनेक्शन नहीं है। दरअसल, क्रिसमस डे (25 दिसंबर) के अगले दिन को कई देशों में बॉक्सिंग डे के नाम से जाना जाता है। दुनिया में अलग-अलग जगहों पर इस दिन को लेकर अलग-अलग थ्योरी हैं। कई देशों में इसे क्रिसमस बॉक्स से जोड़कर देखा जाता है। वहीं, कई जगहों पर चर्च में त्योहार के दिन गरीबों को गिफ्ट करने के लिए रखे गए बॉक्स से जोड़ा जाता है।
ऑस्ट्रेलिया के चीफ कोच जस्टिन लैंगर ने कहा कि पहले टेस्ट में भारतीय टीम के 36 रन पर ऑलआउट होने से सहानुभूति है। उन्होंने कहा कि अगला मैच बॉक्सिंग-डे टेस्ट होना है। इसको लेकर टीम इंडिया दबाव में है। इस बात से लेंगर काफी खुश हैं।
4 टेस्ट की सीरीज का पहला मैच ऑस्ट्रेलिया ने ढाई दिन में 8 विकेट से जीत लिया था। इसके साथ उसने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली।
कोहली और शमी सीरीज से बाहर
वहीं, भारतीय कप्तान विराट कोहली पैटरनिटी लीव पर चले गए हैं। जबकि तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चोटिल होकर सीरीज से बाहर हो गए हैं। बाकी बल्लेबाज भी फॉर्म में नहीं हैं। ऐसे में दूसरे मैच से पहले टीम इंडिया काफी दबाव में नजर आ रही है। कोहली की जगह अजिंक्य रहाणे तीन टेस्ट में कप्तानी करेंगे।
क्रिसमस वीकेंड में हम पर दबाव नहीं, इस बात से खुशी
लैंगर ने सीरीज के ब्रॉडकास्टर सोनी नेटवर्क से बात की। इस दौरान उनसे पूछा गया कि वे भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री की जगह होते तो क्या करते? इसके जवाब में लैंगर ने कहा, ‘‘वह मेरा काम नहीं है। मेरे पास पहले काफी दबाव था। मुझे विपक्षी टीम से सहानुभूति है। मैं जानता हूं कि वे कैसा महसूस कर रहे हैं। यदि भारतीय टीम कोई दबाव महसूस कर रही है तो मुझे खुशी है। इस बात की भी कि क्रिसमस वीकेंड में यह दबाव हम पर नहीं है।’’
कोहली-शमी के बाहर होने से टीम को फायदा
कोहली और शमी के नहीं खेलने पर लैंगर ने कहा, ‘‘यदि दो स्टार ऑलटाइम ग्रेट प्लेयर विराट कोहली और शमी नहीं खेलते हैं, तो निश्चित तौर पर हमारे लिए फायदेमंद होगा। हमें पहले दिन अच्छी शुरुआत के साथ अजिंक्य रहाणे पर दबाव बनाना होगा। वे सीरीज में नए कप्तान हैं। हमारे टीम में कोई बदवाव नहीं होगा।’’
वॉर्नर जल्द वापसी करेंगे
डेविड वॉर्नर दूसरे टेस्ट से बाहर हो गए हैं। तीसरे टेस्ट में उनकी वापसी को लेकर लैंगर ने कहा, मैं उम्मीद कर रहा हूं... तीन हफ्ते पहले भी मैंने कहा था कि वे वापसी के लिए सबकुछ कर रहे हैं। उन्हें पूरी तेजी से दौड़ने में परेशानी हो रही है। हालांकि, वे जल्द ही टीम में वापसी करेंगे।
नई दिल्लीपूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावसकर ने बिना नाम लिए कप्तान विराट कोहली पर बड़ा हमला बोला है। उनका मानना है कि टीम इंडिया में अलग-अलग प्लेयर्स के लिए अलग-अलग नियम होते हैं। उनका मानना है कि भारतीय टीम के धुरंधर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन टीम में अपनी जगह बनाने के लिए जूझते रहे हैं। इसकी वजह उनकी 'स्पष्टवादिता' है। साथ ही उन्होंने कहा कि टी. नटराजन भी इसी तरह अलग नियमों का शिकार बने हैं। उन्होंने कहा- बहुत लंबे समय से अश्विन ने अपनी गेंदबाजी क्षमता का प्रदर्शन किया है। हालांकि, लोग उनकी काबिलियत पर संदेह कर सकते हैं, लेकिन उनकी ईमानदारी और स्पष्टवादिता पर संदेह नहीं किया जा सकता है। अगर वह मीटिंग में सहमत नहीं हैं तो अपनी बात रखते हैं चाहे उनके सामने कोई भी हो। अगर अश्विन एक खेल में विकेटों के ढेर नहीं लगाते हैं तो उन्हें अगले एक के लिए हमेशा के लिए दरकिनार कर दिया जाता है। हालांकि, स्थापित बल्लेबाजों के साथ ऐसा नहीं होता है।
अहमदाबादभारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की आज को होने वाली आम सभा की 89वीं सालाना बैठक में कई मसले प्रमुख रहेंगे। अगले साल भारत में होने वाले टी20 विश्व कप को कर में पूरी छूट दिए जाने का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को आश्वासन देने के लिए मिली समय सीमा खत्म होने में एक सप्ताह ही रह गया है। इसके अलावा दो नई आईपीएल टीमों को शामिल करना और विभिन्न क्रिकेट समितियों का गठन भी एजेंडे में शामिल होगा। अगले साल अक्टूबर नवंबर में भारत में होने वाले टी20 विश्व कप के आयोजन के लिए कर में पूरी छूट की गारंटी देने के लिए आईसीसी ने बोर्ड को 31 दिसंबर तक की समय सीमा दी है। कर छूट नहीं मिलने पर टूर्नमेंट यूएई में खेला जाएगा। इससे पहले भी वैश्विक टूर्नमेंटों को कर में छूट देने की परंपरा रही है लेकिन मौजूदा कर कानूनों के तहत खेल आयोजनों को ऐसी रियायत नहीं मिलती। अब देखना होगा कि इस मसले पर बीसीसीआई का क्या रूख रहता है। बीसीसीआई और आईसीसी के बीच कर छूट का यह मसला नया नहीं है। इससे पहले भी 2016 में भारत में हुए टी20 विश्व कप पर लगाए गए कर की वसूली के लिए आईसीसी ने बीसीसीआई के सालाना राजस्व का हिस्सा काटने की धमकी दी थी। इस बीच बीसीसीआई के नए उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के चयन की भी इस बैठक में औपचारिक घोषणा होगी जो सर्वसम्मति से चुने गए हैं। बृजेश पटेल आईपीएल संचालन परिषद के प्रमुख बने रहेंगे। ऐसी भी अटकलें हैं कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली से उनके विज्ञापनों और उससे जुड़े हितों के टकराव के मामले पर भी सवाल किए जाएंगे लेकिन अभी इस पर कोई स्पष्टता नहीं है। आईपीएल 2022 के लिए दो नयी टीमों को भी मंजूरी दी जाएगी। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘इस समय आईपीएल में दस टीमें रखना 2021 के लिए संभव नहीं है। इसके लिए निविदा की प्रक्रिया और नीलामी लंबा समय लेगी और इतने कम समय में यह मुमकिन नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘यह सही होगा कि मंजूरी ले ली जाए और 2022 में 94 मैचों का टूर्नमेंट हो।’ आईसीसी के मंचों पर बीसीसीआई सचिव और गांगुली बोर्ड के प्रतिनिधि बने रहेंगे। बीसीसीआई अगर 2028 लॉस एंजिलिस ओलिंपिक में क्रिकेट को शामिल करने का समर्थन करता है तो उसकी स्वायत्ता खत्म हो जाएगी और वह राष्ट्रीय खेल महासंघ होने के नाते खेल मंत्रालय के अंतर्गत आ जाएगा। बीसीसीआई की विभिन्न समितियों का गठन भी लंबे समय से रूका हुआ है। समझा जाता है कि नयी क्रिकेट सलाहकार समिति का गठन होगा जो तीन नए चयनकर्ता चुनेगी।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 4 टेस्ट की सीरीज के दूसरे मैच के लिए टीम इंडिया ने प्रैक्टिस शुरू कर दी है। सीरीज का पहला मैच हार चुकी टीम इंडिया में काफी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। रेग्युलर कप्तान विराट कोहली के पैटरनिटी लीव पर चले गए हैं। उनकी जगह अजिंक्य रहाणे कमान संभालेंगे।
कोहली की जगह प्लेइंग इलेवन में शुभमन गिल को मौका मिल सकता है। वहीं, खराब फॉर्म से जूझ रहे पृथ्वी शॉ की जगह लोकेश राहुल और हनुमा विहारी की जगह रविंद्र जडेजा की वापसी हो सकती है।
जडेजा ने नेट प्रैक्टिस की
टी-20 सीरीज में चोटिल हुए ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने नेट प्रैक्टिस में जमकर पसीना बहाया। उनको हैमस्ट्रिंग की शिकायत थी। शुभमन ने भी नेट्स पर लंबे समय तक बल्लेबाजी की।
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पंत और सिराज भी टीम में शामिल किए जा सकते हैं
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एडिलेड में हार के बाद बदलाव की लहर में विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा भी चपेट में आ सकते हैं। उनकी जगह ऋषभ पंत को जगह मिलना तय है। वहीं, हाथ में चोट के चलते सीरीज से बाहर हुए मोहम्मद शमी की जगह मोहम्मद सिराज टीम में आ सकते हैं।
पृथ्वी शॉ ने पहले टेस्ट में बनाए सिर्फ 4 रन
भारतीय ओपनर पृथ्वी शॉ डे-नाइट टेस्ट की दोनों पारियों में फ्लॉप रहे। पहली पारी में वे खाता भी नहीं खोल सके थे और मैच की दूसरी बॉल पर ही मिचेल स्टार्क ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया था। दूसरी पारी में खाता तो खोला, लेकिन 4 रन ही बना सके और पैट कमिंस की बॉल पर बोल्ड हो गए।
ऑलराउंड ऑप्शन होने के कारण जडेजा का पलड़ा भारी
जडेजा ने भारत के लिए 49 टेस्ट मैच में 35 से ज्यादा की औसत से 1,869 रन बनाए हैं। इसमें एक शतक और 14 फिफ्टी शामिल हैं। उन्होंने अपने पिछले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दौरे पर भी फिफ्टी लगाई थी। इसके अलावा उन्होंने 49 टेस्ट मैच में 24.63 की औसत से 213 विकेट भी लिए हैं।
वॉर्नर और एबोट दूसरा टेस्ट नहीं खेलेंगे
इस बीच, ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर और तेज गेंदबाज सीन एबोट दूसरे टेस्ट में नहीं खेलेंगे। वॉर्नर को वनडे सीरीज के दौरान फील्डिंग करते समय चोट लगी थी। दूसरे टेस्ट की शुरुआत 26 दिसंबर से हो रही है।
मेलबर्नक्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने सिडनी में कोविड-19 संक्रमण के नए मामले सामने के बाद जारी सख्त प्रोटोकॉल के तहत बिग बैश खिलाड़ियों के बाल कटवाने के लिए बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रोटोकॉल के अनुसार सीए ने डेविड वॉर्नर और सीन एबोट को यहां भारत के खिलाफ ‘बाक्सिंग डे’ टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम के अपने साथी खिलाड़ियों के साथ जुड़ने से रोक दिया। ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ की रिपोर्ट के अनुसार दोनों को इसलिए रोका गया ताकि भारतीय टीम के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज पर कोई खतरा नहीं आए। रिपोर्ट के अनुसार संचालन संस्था ने के खिलाड़ियों के लिए भी पांबदियां बढ़ा दी हैं और ऐसा न्यू साउथ वेल्स में हाल के मामलों को देखते हुए किया गया है जिसके कारण सिडनी की तीसरे टेस्ट की मेजबानी भी खतरे में पड़ गयी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीए क्वींसलैंड प्रोटोकॉल के 21 दिसंबर के दस्तावेज के अनुसार बाल कटवाने के लिए बाहर जाने की भी अनुमति नहीं होगी। इसके अनुसार, ‘एक दिसंबर को जारी किए गए प्रोटोकॉल में बाल कटवाने के लिए बाहर जाने की अनुमति थी बशर्ते सैलून के अंदर भी चेहरे पर मास्क पहना हुआ हो। लेकिन ताजा प्रोटोकॉल में इन पर रोक लगा दी गयी है।’ रिपोर्ट के अनुसार, ‘खिलाड़ी और स्टॉफ बाहर से मंगाया गया खाना ले सकते हैं लेकिन इसे पहले से ऑर्डर किया गया हो और जब वे खाना लेंगे तो उन्हें अपनी टीम की यूनीफॉर्म में नहीं होना चाहिए।’
नई दिल्लीभारत के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा का कहना है कि कार्यवाहक कप्तान गेंदबाजों के कप्तान हैं और अपने शांत स्वभाव और खिलाड़ियों से स्पष्ट संवाद के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बाकी तीन मैचों में अच्छी कप्तानी करेंगे। नियमित कप्तान विराट कोहली के पितृत्व अवकाश पर स्वदेश लौटने के कारण रहाणे बाकी तीन टेस्ट में भारत की कप्तानी करेंगे। बाजू में चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर ईशांत ने कहा, ‘वह काफी चुप रहते हैं और आत्मविश्वास से ओतप्रोत हैं। मैं जरूर कहूंगा कि वह गेंदबाजों के कप्तान हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जब भी हमने साथ खेला है और विराट मैदान पर नहीं हैं तो वह मुझसे पूछते हैं कि कैसी फील्ड चाहिए। कब गेंदबाजी करना चाहते हो वगैरह।’ उन्होंने कहा, ‘वह कभी आदेश नहीं देते। उन्हें अच्छी तरह से पता है कि उसे टीम से क्या चाहिए।’ कोहली की गैर मौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ रहाणे की कप्तानी में भारत ने दोनों टेस्ट जीते हैं। ईशांत ने कहा, ‘आपको उनकी कप्तानी से पता चल जाएगा कि वह कैसा इंसान हैं। वह काफी शांत और स्थिर हैं। ऐसा नहीं है कि वह मजाकिया नहीं हैं। वह हमारे साथ काफी मजाक मस्ती करते हैं। वह दबाव के क्षणों में शांत रहते हैं। उनके साथ तनाव नहीं रहता और वह गेंदबाजों से बखूबी संवाद करते हैं।’ विराट कोहली के बारे में उन्होंने कहा, ‘अगर कोई साझेदारी बन रही है और फील्डरों के करने के लिए कुछ नहीं है तो ऐसे में एक खिलाड़ी की ऊर्जा सारा परिदृश्य बदल देती है। विराट ऐसी ऊर्जा का स्रोत हैं। उनकी ऊर्जा का कोई मुकाबला नहीं है।’
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की गुरुवार को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में 89वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) होगी। इसमें IPL में 2 नई फ्रैंचाइजी को शामिल और 2021 में भारत की मेजबानी में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर चर्चा होगी।
इसके साथ ही मीटिंग में टैक्स से संबंधित मामले, क्रिकेट कमेटी, ICC में भारत के नए प्रतिनिधि और 3 नए सिलेक्टर्स के चयन पर भी फैसला हो सकता है। BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली के हितों के टकराव का मुद्दा उठ सकता है। सचिव जय शाह ICC में बोर्ड को रिप्रजेंट कर सकते हैं।
BCCI ने एफिलिएटेड यूनिट्स को 23 पॉइंट एजेंडा भेजा
BCCI ने बैठक से 21 दिन पहले सभी एफिलिएटेड यूनिट्स को 23 पॉइंट एजेंडा भी भेजा था। बैठक में बोर्ड के नए उपाध्यक्ष पर भी फैसला लिया जाएगा। BCCI उपाध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला के नाम की औपचारिक तौर पर घोषणा होगी। महिम वर्मा के इस्तीफे के बाद से यह पद खाली है।
अदाणी ग्रुप और गोयनका ग्रुप की अहमदाबाद फ्रैंचाइजी में दिलचस्पी
ऐसा माना जा रहा है कि मीटिंग में 2 नई टीमों को शामिल कर लिया जाएगा। हालांकि, दोनों टीमें 2022 से ही IPL में खेलने का मौका मिलेगा। IPL के पिछले संस्करण की तरह 2021 में भी सिर्फ 8 टीमों के बीच ही मुकाबले कराए जाएंगे। इतना ही नहीं मेगा ऑक्शन की जगह इस बार भी मिनी ऑक्शन ही होगा।
नई टीमों में अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को लेकर बातचीत चल रही है। अदाणी ग्रुप और गोयनका ग्रुप दोनों ने ही इस फ्रेंचाइजी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस एजेंडे को मुख्य तौर पर शामिल किया गया है।
मदन लाल की नेतृत्व वाली एडवाइजरी कमेटी का कार्यकाल बढ़ सकता है
क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) के कार्यकाल को बढ़ाए जाने की संभावना है। यह कमेटी फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज से पहले 3 नए सिलेक्टर्स को चुनेगी। बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार 1983 वर्ल्ड कप विजेता मदन लाल की अध्यक्षता वाली CAC अपना काम पहले की तरह ही करेगी। कमेटी के दो अन्य सदस्य आरपी सिंह और सुलक्षणा नायक हैं। इसी कमेटी ने सुनील जोशी और हरविंदर सिंह को चुना था।
टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारियों को लेकर चर्चा
बैठक में भारत की मेजबानी में होने वाले 2021 टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर की जा रही तैयारियों पर भी बातचीत हो सकती है। साथ ही क्रिकेट को 2028 में लॉस एंजिलस में होने वाले ओलिंपिक में शामिल किए जाने को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद होगा मिनी ऑक्शन
31 जनवरी को भारत की घरेलू टी-20 टूर्नामेंट मुश्ताक अली ट्रॉफी खत्म होगी। इसके बाद फरवरी में मिनी ऑक्शन होगा। लीग की शुरुआत अप्रैल के दूसरे हफ्ते से होगी, क्योंकि इंग्लैंड के साथ घरेलू सीरीज मार्च के अंतिम हफ्ते तक चलेगी।
बोर्ड के एक अधिकारी ने एजेंसी से कहा, 'नई टीम को शामिल करने के लिए कम समय बचा है। टेंडर, खिलाड़ियों का ऑक्शन और सभी स्टेकहोल्डर्स को एक जगह पर लाने के लिए समय की कमी है। इस कारण नई टीम को सिर्फ 2022 में ही शामिल किया जा सकता है।'
स्टार के साथ ब्रॉडकास्ट डील 2021 तक की है
BCCI के अन्य अधिकारी ने बताया कि उनके हिसाब से इस साल टीमों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं होगी। उन्होंने कहा, 'स्टार के साथ IPL के ब्रॉडकास्ट की डील 2021 तक की है। इस वजह से डील खत्म होने के बाद नई टीम पर फैसला होगा। ऐसे में ब्रॉडकास्ट डील के अलावा अन्य कॉमर्शियल चीजों की वैल्यू में बढ़ोतरी करनी होगी। हालांकि बैठक में ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।'
लीग में यदि 10 टीमें उतरती हैं, तो कुल 94 मैच कराने होंगे। ऐसे में आयोजन के लिए बड़े विंडो की जरूरत होगी, जो मौजूदा सीजन में मुश्किल है। पिछले साल कोरोना के कारण पहले ही कई टूर्नामेंट और सीरीज स्थगित हो चुकी हैं। इन सभी का आयोजन इस साल होना है। जबकि, इस साल भारत में टी-20 वर्ल्ड कप का भी आयोजन होगा।
जय शाह ग्लोबल कमेटी में भारत को रिप्रजेंट कर सकते हैं
बैठक में ICC और एशियन क्रिकेट काउंसिल के नए रिप्रेजेंटेटिव को तलाशने का भी काम किया जाएगा। BCCI के मौजूदा सचिव जय शाह सौरव गांगुली के साथ पहली की तरह ग्लोबल कमेटी में भारत का रिप्रेजेंटेटिव कर सकते हैं।
BCCI ने टेक्निकल कमेटी भी बनाने की बात कही
BCCI सूत्र के हवाले से एजेंसी ने कहा, 'सिलेक्शन कमेटी क्रिकेट कमेटी का पार्ट है। इसके साथ ही एक टेक्निकल कमेटी को भी बनाने की जरूरत है। ये सब स्टैचुअरी सब-कमेटी होंगी। इसके साथ ही अंपायर्स सब-कमेटी भी बनाई जा सकती है। बैठक में नेशनल क्रिकेट एकेडमी से जुड़े मुद्दों के बारे में भी बातचीत की जाएगी।'
मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच डैरेन लेहमन का मानना है कि एडिलेड में पहले टेस्ट में करारी हार के बावजूद भारत के पास ऐसे स्तरीय खिलाड़ी हैं जो आस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की मौजूदा टेस्ट सीरीज में पासा पलट सकते हैं। एडिलेड ओवल में दूसरी पारी में भारतीय टीम सिर्फ 36 रन पर सिमट गई थी जो टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में उसका न्यूनतम स्कोर है। आस्ट्रेलिया ने यह डे-नाइट टेस्ट आठ विकेट से जीतकर बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी में 1-0 की बढ़त बनाई। लेहमन ने ‘एसए स्पोर्ट्सडे’ से कहा, ‘अब उनके लिए चीजें मुश्किल होंगी लेकिन उनके पास कुछ स्तरीय खिलाड़ी हैं जो लय में आ जाएं तो पासा पलट सकते हैं।’ ऑस्ट्रेलिया के 50 साल के पूर्व बल्लेबाज लेहमन का मानना है कि भारत के पास प्रभावी गेंदबाजी आक्रमण है और अगर उनके बल्लेबाज उछाल लेती गेंदों से निपट सके तो मेहमान टीम सीरीज में वापसी कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर वे गेंद से परेशान कर सकते हैं, यह इस पर निर्भर करेगा कि बल्लेबाज उछाल से निपट पाते हैं या नहीं। एमसीजी की पिच उनके अधिक अनुकूल होगी क्योंकि यह थोड़ी सपाट है।’ लेहमन ने कहा, ‘इसलिए हमें देखना होगा कि उनके बल्लेबाज वापसी करते हुए कुछ रन बना सकते हैं, विशेषकर पहली पारी में। यह उनके लिए अहम होगा।’ दोनों टीमों के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जाएगा। भारतीय टीम इस मैच में नियमित कप्तान और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के बिना उतरेगी। कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट गए हैं जबकि शमी को पहले डे-नाइट टेस्ट के दौरान हाथ में फ्रैक्चर हो गया।
एशियन गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट अमित पंघाल टोक्यो ओलिंपिक की तैयारियों में लगे हैं। 52 किग्रा वेट कैटेगरी में दुनिया के नंबर-1 बॉक्सर पंघाल ने हाल ही में जर्मनी में हुए वर्ल्ड कप में गोल्ड जीता। वर्ल्ड चैंपियनशिप के सिल्वर मेडलिस्ट पंघाल ने लॉकडाउन में कोच अनिल धनकड़ के साथ ट्रेनिंग की। उन्होंने वर्ल्ड कप में गोल्ड जीतकर साबित कर दिया कि ट्रेनिंग सही दिशा में बढ़ रही है।
पंघाल अपने कोच के साथ ही ओलिंपिक की तैयारी जारी रखना चाहते हैं। उनके कोच को अभी नेशनल कैंप में शामिल होने की अनुमति नहीं मिली है। उनका कहना है कि अगर कैंप में उनके कोच नहीं होंगे तो वे भी उसमें हिस्सा नहीं लेंगे।
गेम्स रुकने के बाद आपने पहला टूर्नामेंट खेला, ये कितना अलग था?
मैंने इस साल फरवरी में अंतिम टूर्नामेंट खेला था और अब दिसंबर में रिंग में उतरा। 2017 के बाद से कभी इतना लंबा गैप नहीं मिला, ऊपर से ट्रेनिंग भी ऐसी नहीं थी क्योंकि लॉकडाउन था। इसके बाद नेशनल कैंप में पार्टनर नहीं था। पार्टनर के साथ हमारी ट्रेनिंग न के बराबर हुई थी। दो महीने बाहर जाकर जो पार्टनर ट्रेनिंग की, उसी से कुछ कॉन्फिडेंस आया था। वहां हमें पार्टनर के साथ कम समय में ज्यादा सीखना था।
आपने 7-8 महीने के बाद रिंग में वापसी की, क्या कोई परेशानी आई?
रिंग में वापसी करने में तो परेशानी नहीं हुई क्योंकि हम अपने आप को इसके लिए तैयार कर चुके थे। मेरा विरोधी वर्ल्ड लेवल पर मेडल जीत चुका था। मैंने तैयारी उसी के लिए की थी। मैंने गोल्ड जीता और इससे काफी मोटिवेशन मिला। रेस्ट टाइम में भी ट्रेनिंग की थी, उसका फायदा मिला।
देश में कई गेम्स के टूर्नामेंट शुरू नहीं हुए हैं। इससे कितना प्रभाव पड़ रहा है?
भारत में बॉक्सिंग-रेसलिंग जैसे कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स के टूर्नामेंट शुरू नहीं हुए हैं। लेकिन विदेशों में हो रहे हैं। हमारे खिलाड़ियों को अगर नेशनल कॉम्पिटीशन नहीं मिला तो वे पिछड़ते जाएंगे। बाहर गेम शुरू हो गए हैं। हम पीछे चल रहे हैं।
खेलों की वापसी को लेकर क्या राय है? अभी ट्रेनिंग उस लेवल की नहीं हो रही है?
ओलिंपिक क्वालिफाई कर चुके बॉक्सर्स पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ रहा है। ओलिंपिक के लिए हमें अधिक ट्रेनिंग चाहिए और अधिक से अधिक पार्टनर चाहिए। ओलिंपिक के लिए जितनी ट्रेनिंग करते हैं, उतनी कम है। हमें पार्टनर बदल-बदलकर ट्रेनिंग करनी चाहिए। हम जितनी मेहनत कर सकते हैं, अभी ही करनी होगी। यही 4-5 महीने ही बचे हैं और ये समय सभी के लिए कीमती हैं। ये समय हमारे लिए सब कुछ बदल सकता है। अच्छे से अच्छा मेडल दिला सकता है। ये सब अच्छी ट्रेनिंग पर निर्भर करता है।
लॉकडाउन के दौरान क्या किया और वर्ल्ड कप की तैयारी किस तरह से की?
मैंने लॉकडाउन में एक भी दिन अपनी ट्रेनिंग मिस नहीं की। मैं अपने कोच के साथ लगातार ट्रेनिंग करता रहा। हमने कई पहलुओं पर काम किया। उन्होंने मुझे मोटिवेट भी किया। उन्होंने मेरी कमियों को दूर किया और जब मैं नेशनल कैंप में गया तो मैंने अच्छे से शुरुआत की। वर्ल्ड कप से पहले भी मैंने कोच सर के साथ बात की और उनसे टिप्स लिए। वो मेरे काफी काम आए और नतीजा आपके सामने है। उन्होंने मेरे कॉन्फिडेंस को बूस्ट किया और ये हमारी मेहनत का ही नतीजा है।
क्या आपकी कोच को कैंप में शामिल करने की मांग नहीं मानी गई है?
मैं एक साल से अपने कोच को नेशनल कैंप में शामिल करने की मांग कर रहा हूं। लेकिन अनुमति नहीं मिली। कई खिलाड़ियों को पर्सनल कोच, फिजियो, ट्रेनर मिल रहे हैं, तो मुझे क्यों नहीं। उनके होने से मैं खुद को अच्छे से तैयार कर सकता हूं। कैंप में अगर कोच को शामिल नहीं किया जाता तो मैं भी उसमें हिस्सा नहीं लूंगा और उनके साथ घर पर ही ट्रेनिंग करूंगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच एडिलेड में खेला गया। ऑस्ट्रेलिया ने इस डे-नाइट मैच में भारत को 8 विकेट से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। सीरीज का अगला मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। इसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका में बॉक्सिंग डे टेस्ट कहा जाता है। पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच 1950 में खेला गया था। भारत ने 1985 से अब तक ऐसे 12 टेस्ट मैच खेले हैं।
बॉक्सिंग डे का बॉक्सिंग यानी मुक्केबाजी से कोई कनेक्शन नहीं है। दरअसल, क्रिसमस डे (25 दिसंबर) के अगले दिन को कई देशों में बॉक्सिंग डे के नाम से जाना जाता है। दुनिया में अलग-अलग जगहों पर इस दिन को लेकर अलग-अलग थ्योरी हैं। कई देशों में इसे क्रिसमस बॉक्स से जोड़कर देखा जाता है। वहीं, कई जगहों पर चर्च में त्योहार के दिन गरीबों को गिफ्ट करने के लिए रखे गए बॉक्स से जोड़ा जाता है। क्रिकेट में बॉक्सिंग डे टेस्ट शब्द की शुरुआत 1892 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में हुए शेफिल्ड शील्ड के एक मैच से हुई थी।
थ्योरी नंबर-1 (क्रिसमस बॉक्स)
वेस्टर्न क्रिश्चियनिटी के लिटर्जिकल कैलेंडर के मुताबिक बॉक्सिंग डे, क्रिसमस डे का अगला दिन (26 दिसंबर) होता है। आयरलैंड और स्पेन जैसे कई देशों में इसे सेंट स्टीफेंस डे भी कहा जाता है। इसके मुताबिक, क्रिसमस के अगले दिन लोग एक-दूसरे को क्रिसमस बॉक्स गिफ्ट करते हैं। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के मुताबिक, बॉक्सिंग डे क्रिसमस की छुट्टी के बाद सप्ताह का पहला दिन होता है। इस दिन कई लोग काम पर जाते थे और उनके मालिक उन्हें क्रिसमस बॉक्स गिफ्ट करते थे। इसलिए इस दिन का नाम बॉक्सिंग डे पड़ा।
थ्योरी नंबर-2 (चर्च में क्रिसमस पर रखा जाता है बॉक्स)
बॉक्सिंग डे से जुड़ी दूसरी थ्योरी यह है कि चर्च में क्रिसमस के दौरान एक बॉक्स रखा जाता है। इस बॉक्स में लोग गरीब और जरूरतमंदों के लिए गिफ्ट रखते हैं। क्रिसमस के अगले दिन उस बॉक्स को खोलकर दान में मिला सामान गरीबों और जरूतमंदों में बांट दिया जाता है। क्रिश्चियन लोगों की शादी भी चर्च में होती है। शादी में दिए गए गिफ्ट बॉक्स को 26 दिसम्बर को खोलने की परंपरा है।
बॉक्सिंग डे और टेस्ट क्रिकेट मिलकर कब बना बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच
ऐसा माना जाता है कि बॉक्सिंग डे की क्रिकेट में एंट्री 1892 में हुई थी। 1892 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच क्रिसमस के दौरान एक मैच हुआ था। इसके बाद हर साल दोनों टीमों के बीच क्रिसमस के दौरान मैच होने लगे और यह एक परंपरा बन गई। हर मैच में बॉक्सिंग डे का दिन जरूर शामिल होता था।
एशेज सीरीज में पहला इंटरनेशनल बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेला गया
1950-51 में मेलबर्न में पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट खेला गया। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज के दौरान यह मैच हुआ। हालांकि यह मैच 22 दिसंबर से शुरु हुआ था और मैच का 5वां दिन बॉक्सिंग डे के दिन पड़ा था। इसके बाद 1953 से 1967 के बीच कोई भी मैच बॉक्सिंग डे (26 दिसंबर) के दिन नहीं खेला गया। 1974-75 एशेज सीरीज का तीसरा मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड और बॉक्सिंग डे के दिन शुरु हुआ।
1980 से पहले MCG में सिर्फ 4 बॉक्सिंग डे टेस्ट खेले गए
यहीं से मॉडर्न बॉक्सिंग डे टेस्ट एरा की शुरुआत हुई। हालांकि, 1980 तक ऐसा जरूरी नहीं होता था कि बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच सिर्फ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में ही खेला जाएगा, लेकिन अब ऑस्ट्रेलिया में सभी बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच MCG में ही खेले जाते हैं। इस तरह धीरे-धीरे बॉक्सिंग डे क्रिकेट इतिहास का हिस्सा बनने लगा। 1980 से पहले मेलबर्न में सिर्फ 4 टेस्ट मैच, 1952, 1968, 1974 और 1975 में बॉक्सिंग डे के दौरान खेले गए। 1967, 1972 और 1976 में बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच एडिलेड में खेले गए थे।
बॉक्सिंग डे टेस्ट देखने 60,000 से ज्यादा लोग पहुंचते हैं
1975 में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में पहले दिन यानी 26 दिसंबर, 1975 को 85 हजार से ज्यादा दर्शक मैच देखने पहुंचे थे। इसके बाद से बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच को देखने के लिए भारी संख्या में दर्शक आने लगे। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1995 के बाद से बॉक्सिंग डे वाले दिन औसतन 60 हजार लोग MCG ग्राउंड में मैच देखने आते हैं। वहीं, पूरे मैच को मिलाकर कुल अटेंडेंस 1 लाख से ऊपर ही रहती है। 2013-14 में एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुए बॉक्सिंग डे टेस्ट को देखने के लिए 91 हजार से ज्यादा दर्शक पहुंचे थे। हालांकि, इस बार कोरोना गाइडलाइन्स के कारण इस संख्या में कमी आ सकती है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट 1985 में खेला गया
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेले हैं। भारत 1985, 1991, 1999, 2003, 2007, 2011, 2014 और 2018 में इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच का हिस्सा रहा। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 5 मैचों में हराया। आखिरी बार 2018 में खेले गए मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 137 रन से हराया था। इस मैच में विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान थे। वहीं, भारत ने वेस्टइंडीज (1987), साउथ अफ्रीका (1992, 1996) और न्यूजीलैंड (1998) के खिलाफ भी बॉक्सिंग डे टेस्ट खेले हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की ताजा टी-20 रैंकिंग में भारतीय कप्तान विराट कोहली की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है। वे बल्लेबाजों की रैंकिंग में 8वें स्थान से उठकर 7वें स्थान पर पहुंच गए। वहीं, लोकेश राहुल तीसरे पायदान पर काबिज हैं। गेंदबाजों की रैंकिंग में कोई भी भारतीय गेंदबाज टॉप-10 में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो सका। वहीं, न्यूजीलैंड के टिम सिफर्ट और टिम साउदी ने अपना बेस्ट रैंकिंग हासिल किया।
भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद रैंकिंग जारी
ICC ने न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच हुए टी-20 सीरीज खत्म होने के बाद रैंकिंग जारी की। टिम सिफर्ट ने सीरीज के 3 मैचों में 88 की औसत से 176 रन बनाए। उन्होंने 24 स्थान की छलांग लगाते हुए करियर बेस्ट 9वीं रैंकिंग हासिल की। वहीं, तेज गेंदबाज साउदी ने सीरीज में 6 विकेट लिए। उन्होंने 6 स्थान की छलांग लगाई और 7वां रैंक हासिल किया।
ICC द्वारा जारी टी-20 रैंकिंग में टॉप-10 बैट्समैन
रैंक
प्लेयर
देश
पॉइंट्स
1
डेविड मलान
इंग्लैंड
915
2
बाबर आजम
पाकिस्तान
820
3
लोकेश राहुल
भारत
816
4
एरॉन फिंच
ऑस्ट्रेलिया
808
5
रसी वान डर डसेन
दक्षिण अफ्रीका
744
6
ग्लेन मैक्सवेल
ऑस्ट्रेलिया
701
7
विराट कोहली
भारत
697
8
कॉलिन मुनरो
न्यूजीलैंड
695
9
टिम सिफर्ट
न्यूजीलैंड
685
10
हजरतुल्लाह ज़ज़ई
अफगानिस्तान
676
कॉलिन मुनरो को 2 स्थान का हुआ नुकसान
न्यूजीलैंड के कॉलिन मुनरो को 2 स्थान का नुकसान हुआ। वे 6वें से 8वें स्थान पर लुढ़क गए हैं। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी-20 सीरीज के दौरान शानदार फॉर्म में दिखे ग्लेन मैक्सवेल बैट्समैन की लिस्ट में 6वें नंबर पर पहुंच गए हैं। वहीं, अफगानिस्तान के हजरातुल्लाह ज़ज़ई ने 10वां स्थान हासिल किया।
मलान पहले और बाबर दूसरे स्थान पर काबिज
बल्लेबाजों में इंग्लैंड के डेविड मलान पहले स्थान पर काबिज हैं। वहीं, पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम 871 पॉइंट्स के साथ दूसरे स्थान पर बने हुए हैं। भारत के रोहित शर्मा टॉप-10 से बाहर हो गए हैं। वे फिलहाल 14वें नंबर पर पहुंच गए हैं।
टॉप-10 में भारत का कोई भी गेंदबाज नहीं
बॉलर्स की टी-20 रैंकिंग में भारत का कोई भी गेंदबाज टॉप-10 में नहीं है। न्यूजीलैंड के टिम साउदी और क्रिस जॉर्डन को फायदा मिला। साउदी 9वें और जॉर्डन 10वें पायदान पर पहुंच गए हैं।
ICC द्वारा जारी टी-20 रैंकिंग में टॉप-10 बॉलर्स
रैंक
प्लेयर
देश
पॉइंट्स
1
राशिद खान
अफगानिस्तान
736
2
मुजीब उर रहमान
अफगानिस्तान
730
3
आदिल रशीद
इंग्लैंड
700
4
एडम जम्पा
ऑस्ट्रेलिया
685
5
तबरैज शम्सी
दक्षिण अफ्रीका
680
6
एश्टन एगर
ऑस्ट्रेलिया
664
7
टिम साउदी
न्यूजीलैंड
636
8
शेल्डन कॉटरेल
वेस्टइंडीज
634
9
मिचेल सेंटनर
न्यूजीलैंड
628
10
क्रिस जॉर्डन
इंग्लैंड
618
बॉलर्स में अफगानिस्तान के गेंदबाज टॉप-2 पर काबिज
अफगानिस्तान के राशिद खान और मुजीब उर रहमान टॉप-2 पर काबिज हैं। मुजाबी (730) और राशिद (736) के बीच सिर्फ 6 पॉइंट्स का फर्क है। वहीं, तीसरे नंबर पर मौजूद आदिल और मुजीब के बीच 30 पॉइंट्स का फर्क है।
ऑलराउंडर्स की लिस्ट में नबी टॉप पर
टी-20 में ऑलराउंडर्स की लिस्ट में अफगानिस्तान के मोहम्मद नबी 294 पॉइंट्स के साथ पहले पोजिशन पर हैं। वहीं, बांग्लादेश के शाकिब 268 पॉइंट्स और ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल 225 पॉइंट्स के साथ तीसरे पोजिशन पर हैं। स्कॉटलैंड के रिचर्ड बेरिंग्टन चौथे और जिम्बाब्वे के सीन विलियम्स 5वें स्थान पर हैं। भारत का कोई भी ऑलराउंडर टॉप-10 में नहीं है।
ICC द्वारा जारी टी-20 रैंकिंग में टॉप-10 ऑलराउंडर्स
रैंक
प्लेयर
देश
पॉइंट्स
1
मोहम्मद नबी
अफगानिस्तान
294
2
शाकिब अल हसन
बांग्लादेश
268
3
ग्लेन मैक्सवेल
ऑस्ट्रेलिया
225
4
रिचर्ड बेरिंग्टन
स्कॉटलैंड
194
5
सीन विलियम्स
जिम्बाब्वे
190
6
गैरेथ डेलेनी
आयरलैंड
170
7
खावर अली
ओमान
159
8
कॉलिन्स ओबुया
केन्या
153
9
रोहन मुस्तफा
यूएई
152
10
जीशान मकसूद
ओमान
135
टीम की रैंकिंग में इंग्लैंड टॉप पर
टीमों की रैंकिंग में इंग्लैंड की टीम टॉप पर है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया दूसरे और भारत तीसरे नंबर पर है। पाकिस्तान को न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज हारने का उनकी रैंकिंग में कोई फर्क नहीं पड़ा।
नई दिल्ली भारत और ऑस्ट्रेलिया () के बीच दूसरा टेस्ट मैच 26 दिसंबर को खेला जाएगा। पहले टेस्ट मैच में भारत को एडिलेड में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। जब भी हम ऑस्ट्रेलिया सरजमी में क्रिकेट की बात करते हैं तो का नाम सबसे पहले आता है। कलाइयों का जादूगर कहे जाने वाले लक्ष्मण से कंगारू खौफ खाते थे। वीवीएस लक्ष्मण ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया में एक कॉलम लिखा है। जिसमें उन्होंने टीम इंडिया को सलाह दी है कि वो अब आगे की ओर देखें। 70 मिनट से पूरी टीम के प्रदर्शन पर सवाल नहीं- लक्ष्मणवीवीएस लक्ष्मण ने लिखा है कि एडिलेड में उन 70 मिनट के आधार पर पूरी टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवाल नहीं उठाना चाहिए या टीम की निंदा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पहले पूरी दुनिया में टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन भी किया है। उन्होंने कहा केवल एक मैच से टीम पर निर्णय लेने का आधार नहीं होना चाहिए। दरअसल, एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच मैच में भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई थी। टीम इंडिया ने 9 विकेट सिर्फ 36 रन पर ही गंवा दिए थे। उन खिलाड़ियों पर क्या बीत रही होगी- लक्ष्मणलक्ष्मण ने लिखा कि मैं ऐसा क्या कह सकता हूं जोकि एडिलेड में भारतीय टीम के इस प्रदर्शन पर न कहा गया हो। उन्होंने कहा कि विकेटों का गिरना ऐसा लग रहा था जैसे रिप्ले चल रहा हो। हर विकेट पहले की तरह गिर रहे थे। उन्होंने कहा कि लेकिन हमको ये नहीं भूलना चाहिए कि इतना बुरा हम लोगों को लग रहा है तो टीम पर और मैनेजमेंट पर क्या बीत रही होगी। 2018-19 में भारत ने रचा था इतिहासटेस्ट क्रिकेट के विशेषज्ञ वीवीएस लक्ष्मण आगे लिखते हैं, '2018-19 ऑस्ट्रेलिया दौरे के तहत भारत ने ऑस्ट्रेलियाई सरजमी पर टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा था। लेकिन इस साल पहले टेस्ट मैच की शुरुआत खराब हुई। हालांकि हमको ये नहीं भूलना चाहिए कि मैच के 6 सेशन में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के ऊपर बढ़त बनाए हुए थी। मगर दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज प्लॉट खो बैठे। ये एक बहुत बुरी घटना है लेकिन इससे खिलाड़ियों को परिभाषित नहीं किया जा सकता, जिन्होंने विश्व के तमाम देशों में बेहतरीन क्रिकेट खेला है। ' अभी तीन टेस्ट मैच बाकी हैं- लक्ष्मणएडिलेट टेस्ट के दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने पांच विकेट और पैट कमिंस ने चार विकेट लिए थे। लक्ष्मण ने हालांकि इस बात पर जोर दिया कि चार मैचों की श्रृंखला में खेलने के लिए तीन टेस्ट मैच बाकी हैं। वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि टेस्ट सीरीज का केवल एक चौथाई हिस्सा ही खत्म हुआ है। अभी सीरीज के तीन मैच बाकी हैं। उन्होंने अपने अनुभव से बोलते हुए, टीम को ऐसा महसूस हो सकता है कि यह अपने कंधों पर वजन ले जा रहा है। लेकिन इन सबके बीच टीम सबसे बड़ी परीक्षा यही होती है। उन्होंने कहा कि भारत के पास अब दूसरे टेस्ट मैच से कप्तान और मोहम्मद शमी टीम में नहीं है। कोहली पैटरनिटी अवकाश पर हैं और मो. शमी चोटिल होने के कारण सीरीज से ही बाहर हो गए हैं। अब आगे की ओर देखने का वक्तलक्ष्मण ने आगे लिखा, "नए खिलाड़ियों के लिए आगे आने का बहुत अच्छा मौका है और सीनियर खिलाड़ियों के लिए अपना हाथ बढ़ाने और इस अवसर का लाभ उठने का मौका है। यह एडिलेड को पीछे छोड़कर एक नई शुरुआत करने का लक्ष्य है।" हालांकि, उन्होंने इस तथ्य को भी इंगित किया कि टीम को एडिलेड से सीखने की जरूरत है, न कि स्लिप करने की। उन्होंने कहा, '36 ऑल आउट पुरानी विफलताओं को मुखौटा नहीं बनाते हैं। इससे हम अपने आपको परेशान कर सकते हैं। भारत को पहली पारी में कम से कम 300 पोस्ट करना चाहिए था। जबकि विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे के बीच होने वाली साझेदारी से पहले 188 तक पहुंच गए हों।
स्टार स्ट्राइकर लियोनल मेसी ने मंगलवार को रियल वेलाडोलिड के खिलाफ खेले गए मैच में बार्सिलोना के लिए अपना 644वां गोल किया। उन्होंने ब्राजील के लीजेंड पेले (643 गोल) के क्लब सांतोस के लिए किए गए गोल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
मेसी पेले का इंटरनेशनल रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं
मेसी पेले के इंटरनेशनल मैच में किए गए गोल के रिकॉर्ड को भी तोड़ सकते हैं। अर्जेंटीना के मेसी ने अब तक 71 इंटरनेशनल गोल किए हैं। वहीं, पेले ने ब्राजील से खेलते हुए 77 गोल किए थे। मेसी अगर 7 गोल कर देते हैं, तो वे इंटरनेशनल फुटबॉल में सबसे ज्यादा गोल करने वाले साउथ अमेरिकी फुटबॉलर बन जाएंगे।
पेले का रिकॉर्ड तोड़ने के बारे में कभी नहीं सोचा
मेसी ने बार्सिलोना के लिए अपने रिकॉर्ड को कड़ी मेहनत और त्याग बताया। उन्होंने मैच के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने फैन्स को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, 'मैंने 20 साल पहले जब फुटबॉल खेलना शुरू किया, तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कोई रिकॉर्ड तोड़ूंगा। पेले के रिकॉर्ड के बारे में तो कभी नहीं सोचा।'
महान बनने के लिए खुद पर भरोसा जरूरी
उन्होंने कहा, 'मैं उन लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्होंने मेरी इतने वर्षों में मदद की। मेरे टीम के साथी, मेरा परिवार, मेरे दोस्त और वे सभी जिन्होंने हर दिन मेरा समर्थन किया। मुझे उम्मीद है कि दुनियाभर के फैंस इससे प्रेरणा लेंगे। चाहे कैसी भी परिस्थिति या समय हो अगर आपको खुद पर भरोसा है, तो आप महान बन सकते हैं।'
कार्लोस पुयोल ने मेसी को बधाई दी
बार्सिलोना में मेसी के पूर्व साथी और स्पेन के पूर्व फुटबॉलर कार्लोस पुयोल ने भी उनकी तारीफ की। पुयोल ने कहा, मुझे गर्व है कि मेसी के साथ खेलने का मौका मिला। मैं उनके रिकॉर्ड में योगदान देकर बेहद खुश हूं। वे फुटबॉल के किंग हैं।
रिकॉर्ड टूटने के बाद पेले ने मेसी को बधाई दी थी
मेसी ने जब पेले के रिकॉर्ड की बराबरी की थी, तब इस ब्राजीलियन स्टार ने उन्हें बधाई भी दी थी और कहा था कि वे मेसी का काफी सम्मान करते हैं। 1974 में सांतोस के लिए अपना आखिरी मैच खेलने वाले पेले को फुटबॉल के ऑल टाइम ग्रेट प्लेयर्स में गिना जाता है।
मेसी के 71 इंटरनेशनल गोल
मेसी ने अब तक बार्सिलोना के लिए 17 सीजन खेले हैं। जिसमें 749 मैच में उन्होंने 644 गोल किए हैं। मेसी ने अर्जेंटीना के लिए 142 इंटरनेशनल मैच में 71 गोल दागे हैं। वहीं, पेले ने ब्राजील के लिए 92 मैच में 77 गोल किए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली 1999 से 2013 के बीच 14 साल तक डीडीसीए अध्यक्ष रहे। क्रिकेट संघ उनकी याद में कोटला पर छह फुट की प्रतिमा लगाने की सोच रहा है। इससे पहले डीडीसीए ने 2017 में मोहिंदर अमरनाथ और बिशन सिंह बेदी के नाम पर स्टैंड्स का नामकरण किया था।
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर डीडीसीए के दिवंगत अध्यक्ष अरुण जेटली की मूर्ति लगाने के फैसले पर विवाद खड़ा हो गया है। इस फैसले से खफा महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने दिल्ली क्रिकेट संघ से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना नाम दर्शक दीर्घा से हटाने के लिए भी कहा है। आइए जानते हैं कि दुनिया में और कहां-कहां दिग्गज खिलाड़ियों के नाम पर स्टेडियम में प्रतिमा बनाई गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली 1999 से 2013 के बीच 14 साल तक डीडीसीए अध्यक्ष रहे। क्रिकेट संघ उनकी याद में कोटला पर छह फुट की प्रतिमा लगाने की सोच रहा है। इससे पहले डीडीसीए ने 2017 में मोहिंदर अमरनाथ और बिशन सिंह बेदी के नाम पर स्टैंड्स का नामकरण किया था।
अरुण जेटली की मूर्ति लगाने का है विचार, बेदी खफा
देश के दिग्गज नेताओं में शुमार अरुण जेटली 1999 से 2013 के बीच 14 साल तक डीडीसीए अध्यक्ष रहे। अब डीडीसीए जेटली की याद में कोटला स्टेडियम में उनकी छह फुट की प्रतिमा लगाने पर विचार कर रहा है। इसे लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी खफा हो गए हैं। उन्होंने डीडीसीए से इस्तीफा भी दे दिया है।
सीके नायुडू
भारतीय टेस्ट टीम के पहले कप्तान सीके नायुडू की मूर्ति देश में पहली बार किसी स्टेडियम में लगाई गई थी। साल 1980 में इंदौर के नेहरू स्टेडियम के बाद उनकी प्रतिमा लगाई गई। विशाखापट्टनम में साल 2005 में एसीए-वीडीसीए स्टेडियम में भी उनकी एक प्रतिमा लगाई गई।
डीबी देवधर
दिनकर बलवंत देवधर (डीबी देवधर) पुणे से ताल्लुक रखने वाले भारतीय क्रिकेटर थे। देश के घरेलू क्रिकेट में उनका काफी नाम रहा। वह पेशे से पुणे के एसपी कॉलेज में प्रफेसर थे। साल 2012 में उनकी एक प्रतिमा एमसीए स्टेडियम पुणे में लगाई गई। उनके नाम पर देश में देवधर ट्रोफी क्रिकेट टूर्नमेंट का भी आयोजन किया जाता है।
डॉन ब्रैडमैन
दुनिया के महान बल्लेबाजों में शुमार सर डॉन ब्रैडमैन की भी मूर्ति ऑस्ट्रेलिया में लगाई गई है। साल 2002 में एडिलेड ओवल मैदान पर उनकी पहली प्रतिमा लगी थी। उसी साल 3 सितंबर को मेलबर्न में लुइस लॉमैन की बनाई ब्रैडमैन की मूर्ति को भी लगाया गया।
रिकी पॉन्टिंग
ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में शुमार रिकी पॉन्टिंग की प्रतिमा 9 दिसंबर 2015 को होबार्ट क्रिकेट ग्राउंड में लगाई गई थी। वह एकमात्र ऐसे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान हैं जिन्होंने दो वर्ल्ड कप टूर्नमेंट जीते हैं।
शेन वॉर्न
ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न की भी मूर्ति मेलबर्न में लगाई गई। साल 2011 में 22 दिसंबर को इस दिग्गज लेग स्पिनर की एक प्रतिमा को एमसीजी में लगाया गया था। यह मूर्ति भी लुइस लॉमैन ने बनाई थी।
विवियन रिचर्ड्स
वेस्ट इंडीज के पूर्व कप्तान और अपने समय के दिग्गज बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स की एक प्रतिमा 27 फरवरी 2014 को सेंट जॉन्स में लगाई गई। एंटीगा में जन्मे इस क्रिकेटर ने खुद ही अनावरण किया था। उस स्टेडियम का नाम भी सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम है।
भारतीय टेस्ट टीम एडिलेड में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में मात्र 36 रन ही बना सकी। किसी भी फॉर्मेट में 36 रन की अहमियत क्या है, यह भारतीय बल्लेबाजों के 'ऐतिहासिक प्रदर्शन' से पता चलता है। नजर डालते हैं ऐसी ही कुछ पारियों पर, जब 36 रन बनाने के लिए अलग-अलग फॉर्मेट में कमाल ही हो गया।
किसी भी क्रिकेट फॉर्मेट में 36 रन बनाना कोई खास बात नहीं है लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के लिए 36 रन की अहमियत उस वक्त पता चली जब पूरी की पूरी टीम टेस्ट में 36 रन पर पविलियन लौट गई। एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भारत 36 रन ही बना सका। जानते हैं कि किस तरह अलग-अलग फॉर्मेट में 36 रन का आंकड़ा छुआ गया।
भारतीय टेस्ट टीम एडिलेड में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में मात्र 36 रन ही बना सकी। किसी भी फॉर्मेट में 36 रन की अहमियत क्या है, यह भारतीय बल्लेबाजों के 'ऐतिहासिक प्रदर्शन' से पता चलता है। नजर डालते हैं ऐसी ही कुछ पारियों पर, जब 36 रन बनाने के लिए अलग-अलग फॉर्मेट में कमाल ही हो गया।
टेस्ट मैच की पूरी पारी में 36 रन
भारतीय टीम की एडिलेड टेस्ट में दूसरी पारी मात्र 36 रन पर समाप्त हो गई। मेजबान टीम के जोश हेजलवुड ने 5 और पैट कमिंस ने 4 विकेट लिए। तीसरे दिन भारतीय टीम ने एक विकेट पर 9 रन से आगे खेलना शुरू किया और 10 रन बनाने में ही 5 विकेट गंवा दिए। टीम इंडिया का कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकाड़ा पार नहीं कर पाया। ओपनर अग्रवाल ने सबसे ज्यादा 9 रन बनाए। चेतेश्वर पुजारा, उपकप्तान अजिंक्य रहाणे और रविचंद्रन अश्विन तो खाता भी नहीं खोल पाए।
60 ओवर तक खेले गावसकर, बनाए केवल 36 रन
साल 1975 में वनडे वर्ल्ड कप के पहले ही मैच में सुनील गावसकर ने कमाल ही कर दिया और वह 60 ओवर तक क्रीज पर जमे रहे। इंग्लैंड ने इस मैच में 4 विकेट पर 334 रन बनाए जिसके बाद टीम इंडिया को 335 रन का टारगेट मिला। गावसकर ओपनिंग करने उतरे और 36 रन बनाकर नाबाद लौटे। गावसकर ने इस दौरान 174 गेंदों का सामना किया और मात्र 1 ही चौका लगाया। टीम ने 60 ओवर की बल्लेबाजी में 3 विकेट पर 132 रन ही बनाए थे।
युवराज के 6 गेंद में 36 रन
धुरंधर बल्लेबाज युवराज सिंह ने टी20 वर्ल्ड कप के मुकाबले में तो 6 गेंदों पर ही 36 रन बना डाले थे। 2007 टी20 वर्ल्ड कप के मुकाबले में युवराज 5वें नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे और इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में 58 रन बनाकर लौटे। पारी के 19वें ओवर में उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड को धो डाला और ताबड़तोड़ ओवर में 6 छक्के जड़े। उन्होंने अपनी इस पारी में 3 चौके और 7 छक्के जड़े। भारत ने इस मैच में 4 विकेट पर 218 रन बनाए और इंग्लिश टीम 6 विकेट पर 200 रन बना पाई। टीम इंडिया ने यह मुकाबला 18 रन से जीता।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) गुरुवार को अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में होने वाले 89वें एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में IPL में 2 नए फ्रैंचाइजी को शामिल करने पर फैसला ले सकता है।
इसके साथ ही मीटिंग में टैक्स से संबंधित मामले, क्रिकेट कमेटी, ICC में भारत के नए प्रतिनिधि और 3 नए सिलेक्टर्स के चयन पर भी फैसला हो सकता है। BCCI सचिव जय शाह ICC में बोर्ड को रिप्रजेंट कर सकते हैं।
BCCI ने एफिलिएटेड यूनिट्स को 23 पॉइंट एजेंडा भेजा
BCCI ने बैठक से 21 दिन पहले सभी एफिलिएटेड यूनिट्स को 23 पॉइंट एजेंडा भी भेजा था। बैठक में बोर्ड के नए उपाध्यक्ष पर भी फैसला लिया जाएगा। BCCI उपाध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला के नाम की औपचारिक तौर पर घोषणा होगी। महिम वर्मा के इस्तीफे के बाद से यह पद खाली है।
अदाणी ग्रुप और गोयनका ग्रुप की अहमदाबाद फ्रैंचाइजी में दिलचस्पी
ऐसा माना जा रहा है कि मीटिंग में 2 नई टीमों को शामिल कर लिया जाएगा। हालांकि, दोनों टीमें 2022 से ही IPL में खेलने का मौका मिलेगा। IPL के पिछले संस्करण की तरह 2021 में भी सिर्फ 8 टीमों के बीच ही मुकाबले कराए जाएंगे। इतना ही नहीं मेगा ऑक्शन की जगह इस बार भी मिनी ऑक्शन ही होगा।
नई टीमों में अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को लेकर बातचीत चल रही है। अदाणी ग्रुप और गोयनका ग्रुप दोनों ने ही इस फ्रेंचाइजी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस एजेंडे को मुख्य तौर पर शामिल किया गया है।
मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद होगा मिनी ऑक्शन
31 जनवरी को भारत की घरेलू टी-20 टूर्नामेंट मुश्ताक अली ट्रॉफी खत्म होगी। इसके बाद फरवरी में मिनी ऑक्शन होगा। लीग की शुरुआत अप्रैल के दूसरे हफ्ते से होगी, क्योंकि इंग्लैंड के साथ घरेलू सीरीज मार्च के अंतिम हफ्ते तक चलेगी।
बोर्ड के एक अधिकारी ने एजेंसी से कहा, 'नई टीम को शामिल करने के लिए कम समय बचा है। टेंडर, खिलाड़ियों का ऑक्शन और सभी स्टेकहोल्डर्स को एक जगह पर लाने के लिए समय की कमी है। इस कारण नई टीम को सिर्फ 2022 में ही शामिल किया जा सकता है।'
स्टार के साथ ब्रॉडकास्ट डील 2021 तक की है
BCCI के अन्य अधिकारी ने बताया कि उनके हिसाब से इस साल टीमों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं होगी। उन्होंने कहा, 'स्टार के साथ IPL के ब्रॉडकास्ट की डील 2021 तक की है। इस वजह से डील खत्म होने के बाद नई टीम पर फैसला होगा। ऐसे में ब्रॉडकास्ट डील के अलावा अन्य कॉमर्शियल चीजों की वैल्यू में बढ़ोतरी करनी होगी। हालांकि बैठक में ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।'
लीग में यदि 10 टीमें उतरती हैं, तो कुल 94 मैच कराने होंगे। ऐसे में आयोजन के लिए बड़े विंडो की जरूरत होगी, जो मौजूदा सीजन में मुश्किल है। पिछले साल कोरोना के कारण पहले ही कई टूर्नामेंट और सीरीज स्थगित हो चुकी हैं। इन सभी का आयोजन इस साल होना है। जबकि, इस साल भारत में टी-20 वर्ल्ड कप का भी आयोजन होगा।
जय शाह ग्लोबल कमेटी में भारत को रिप्रजेंट कर सकते हैं
बैठक में ICC और एशियन क्रिकेट काउंसिल के नए रिप्रेजेंटेटिव को तलाशने का भी काम किया जाएगा। BCCI के मौजूदा सचिव जय शाह सौरव गांगुली के साथ पहली की तरह ग्लोबल कमेटी में भारत का रिप्रेजेंटेटिव कर सकते हैं।
नई एडवाइजरी कमेटी 3 सिलेक्टर्स का इंटरव्यू लेगी
मीटिंग में 3 नए सिलेक्टर्स के साथ-साथ चेयरमैन ऑफ सिलेक्टर्स पर भी निर्णय लिया जा सकता है। इसके लिए नई क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) का गठन होगा। यह कमेटी फरवरी में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज से पहले 3 नए सिलेक्टर्स को चुनेगी। BCCI के एक अधिकारी ने कहा, 'पिछली CAC में शामिल मदनलाल, रुद्र प्रताप सिंह और सुलक्षणा नाइक को सिर्फ एक बैठक के लिए नियुक्त किया गया था। उन्होंने सुनील जोशी और हरविंदर सिंह को चुना था।'
BCCI ने टेक्निकल कमेटी भी बनाने की बात कही
BCCI सूत्र के हवाले से एजेंसी ने कहा, 'सिलेक्शन कमेटी क्रिकेट कमेटी का पार्ट है। इसके साथ ही एक टेक्निकल कमेटी को भी बनाने की जरूरत है। ये सब स्टैचुअरी सब-कमेटी होंगी। इसके साथ ही अंपायर्स सब-कमेटी भी बनाई जा सकती है। बैठक में नेशनल क्रिकेट एकेडमी से जुड़े मुद्दों के बारे में भी बातचीत की जाएगी।'
टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारियों को लेकर चर्चा
इसके साथ ही बैठक में भारत में अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर की जा रही तैयारियों पर भी बातचीत हो सकती है। साथ ही क्रिकेट को 2028 में लॉस एंजिलस में होने वाले ओलिंपिक में शामिल किए जाने को लेकर भी चर्चा हो सकती है।
नई दिल्ली फिरोजशाह कोटला मैदान पर डीडीसीए के दिवंगत अध्यक्ष अरुण जेटली की प्रतिमा लगाने के फैसले से खफा महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने क्रिकेट संघ से उनका नाम दर्शक दीर्घा से हटाने के लिए कहा है। उनके नाम पर दीर्घा 2017 में बनाई गई थी। इसके विरोध में डीडीसीए से भी इस्तीफा भी दे दिया है। एक टीवी चैनल से बातचीत में बेदी ने कहा कि मेरे जमीर ने जो कहा, मैंने कर दिया। एक क्रिकेट ग्राउंड में एक नेता का बुत बनाना शोभा नहीं देता है। यह बात मेरे जेहन में उतर नहीं रही है। मैंने उन्हें बुत लगाने से रोक नहीं रहा हूं। मेरा कहना है कि मेरा नाम बस वहां से हटा दीजिए। 'अब मेरे सब्र का बांध टूट रहा है'दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) पर बरसते हुए बेदी ने भाई भतीजावाद और ‘क्रिकेटरों से ऊपर प्रशासकों को रखने’ का आरोप लगाते हुए संघ की सदस्यता भी छोड़ दी। उन्होंने डीडीसीए के मौजूदा अध्यक्ष और अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली को लिखे पत्र में कहा , ‘मैं काफी सहनशील इंसान हूं लेकिन अब मेरे सब्र का बांध टूट रहा है । डीडीसीए ने मेरे सब्र की परीक्षा ली है और मुझे यह कठोर कदम उठाने के लिये मजबूर किया।’ बेदी ने कहा ,‘तो अध्यक्ष महोदय मैं आपसे मेरा नाम उस स्टैंड से हटाने का अनुरोध कर रहा हूं जो मेरे नाम पर है और यह तुरंत प्रभाव से किया जाए। मैं डीडीसीए की सदस्यता भी छोड़ रहा हूं।’ कोटला में लगनी है जेटली की आदमकद मूर्तिजेटली 1999 से 2013 के बीच 14 साल तक डीडीसीए अध्यक्ष रहे। क्रिकेट संघ उनकी याद में कोटला पर छह फुट की प्रतिमा लगाने की सोच रहा है। डीडीसीए ने 2017 में मोहिंदर अमरनाथ और बेदी के नाम पर स्टैंड्स का नामकरण किया था। बेदी ने कहा, ‘मैने काफी सोच समझकर यह फैसला लिया है। मैं सम्मान का अपमान करने इवालों में से नहीं हूं। लेकिन हमें पता है कि सम्मान के साथ जिम्मेदारी भी आती है। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए सम्मान वापस कर रहा हूं कि जिन मूल्यों के साथ मैने क्रिकेट खेली है, वे मेरे संन्यास लेने के चार दशक बाद भी जस के तस हैं।’ उन्होंने कहा कि वह कभी जेटली की कार्यशैली के मुरीद नहीं रहे और हमेशा उन फैसलों का विरोध किया जो उन्हें सही नहीं लगे। उन्होंने कहा,‘ डीडीसीए का कामकाज चलाने के लिए जिस तरह से वह लोगों को चुनते थे, उसे लेकर मेरा ऐतराज सभी को पता है। मैं एक बार उनके घर पर हुई एक बैठक से बाहर निकल आया था क्योंकि वह बदतमीजी कर रहे एक शख्स को बाहर का रास्ता नहीं दिखा सके थे।’ 'मैं चापलूसों से भरे जेटली के दरबार में कभी नहीं गया'बेदी ने कहा, ‘मैं इस मामले में बहुत सख्त हूं। शायद काफी पुराने ख्याल का। लेकिन मैं भारतीय क्रिकेटर होने पर इतना फख्र रखता हूं कि चापलूसों से भरे अरुण जेटली के दरबार में हाजिरी लगाना जरूरी नहीं समझता था।’ उन्होंने कहा,‘फिरोजशाह कोटला मैदान का नाम आनन फानन में दिवंगत अरुण जेटली के नाम पर रख दिया गया जो गलत था लेकिन मुझे लगा कि कभी तो सदबुद्धि आएगी। लेकिन मैं गलत था। अब मैने सुना कि कोटला पर अरुण जेटली की मूर्ति लगा रहे हैं। मैं इसकी कल्पना भी नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा कि दिवंगत जेटली मूल रूप से नेता थे और संसद को उनकी यादों को संजोना चाहिए। उन्होंने कहा,‘ नाकामी का जश्न स्मृति चिन्हों और पुतलों से नहीं मनाते। उन्हें भूल जाना होता है।’ 'खेल के मैदान पर खेल से जुड़े रोल मॉडलों की मूर्तियां हों' बेदी ने कहा, ‘आपके आसपास घिरे लोग आपको नहीं बताएंगे कि लॉडर्स पर डब्ल्यू जी ग्रेस, ओवल पर सर जैक हॉब्स, सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर सर डॉन ब्रेडमैन, बारबाडोस में सर गैरी सोबर्स और मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर शेन वॉर्न की प्रतिमाएं लगी हैं।' उन्होंने कहा,‘खेल के मैदान पर खेलों से जुड़े रोल मॉडल रहने चाहिए। प्रशासकों की जगह शीशे के उनके केबिन में ही है। डीडीसीए यह वैश्विक संस्कृति को नहीं समझता तो मैं इससे परे रहना ही ठीक समझता हूं। मैं ऐसे स्टेडियम का हिस्सा नहीं रहना चाहता जिसकी प्राथमिकताएं ही गलत हो। जहां प्रशासकों को क्रिकेटरों से ऊपर रखा जाता हो। कृपया मेरा नाम तुरंत प्रभाव से हटा दें।’
नई दिल्लीभारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में अपनी प्लेइंग-XI में कुछ बदलाव कर सकती है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड () ने बुधवार को एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जिसमें ऑलराउंडर प्रैक्टिस करते नजर आ रहे हैं। इसके बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि जडेजा को बॉक्सिंग डे टेस्ट में मौका दिया जा सकता है। टीम इंडिया के नियमित कप्तान विराट कोहली और पेसर मोहम्मद शमी सीरीज से बाहर हो गए हैं। विराट जहां पैटरनिटी लीव पर स्वदेश रवाना हो गए हैं तो वहीं शमी की कलाई में फ्रैक्चर है। विराट की जगह अजिंक्य रहाणे अब टीम इंडिया की कमान संभालेंगे। पढ़ें, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच मेलबर्न में 26 दिसंबर से खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में पिछले हफ्ते खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में 8 विकेट से शानदार जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में भारत की दूसरी पारी मात्र 36 रन पर समेट दी थी। माना जा रहा है कि टीम इंडिया दूसरे टेस्ट मैच में रविंद्र जडेजा को उतार सकती है। इससे उसे मजबूती मिलेगी क्योंकि जडेजा गेंदबाजी तो कर ही सकते हैं, साथ ही बल्ले से भी कमाल कर सकते हैं। अपने करियर में अभी तक 49 टेस्ट, 168 वनडे और 50 टी20 इंटरनैशनल मैच खेल चुके जडेजा पर टीम मैनेजमेंट भरोसा जता सकता है। जडेजा अब तक अपने टेस्ट करियर में एक शतक और 14 अर्धशतक लगा चुके हैं। वह 213 विकेट भी ले चुके हैं। उन्होंने टेस्ट करियर में अब तक 35.26 के औसत से कुल 1869 रन बनाए हैं। सीरीज के पहले टी20 में उनके सिर में चोट लगी थी लेकिन बीसीसीआई के इस नए वीडियो में वह प्रैक्टिस करते नजर आ रहे हैं। इससे लग रहा है कि वह पूरी तरह उबर चुके हैं लेकिन अभी यह निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता कि वह बॉक्सिंग टेस्ट में खेल पाएंगे या नहीं। अगर जडेजा फिट होते हैं, तो आंध्र प्रदेश के बल्लेबाज हनुमा विहारी को प्लेइंग-XI से बाहर होना पड़ सकता है।
नई दिल्लीदुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार पूर्व भारतीय कप्तान और उनके फैंस के लिए 23 दिसंबर का दिन खास है। धोनी ने आज ही के दिन 16 साल पहले 2004 में इंटरनैशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे इंटरनैशनल मैच खेला था। हालांकि वह कुछ खास नहीं कर पाए और खाता खोले बिना ही रन आउट हो गए। इसके बाद अगली सीरीज में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने शानदार शतक जड़ा जिससे वह सुर्खियों में छा गए। धोनी ने विशाखापट्टनम में 123 गेंदों पर 148 रनों की पारी खेली थी। धोनी के नाम आज कई रेकॉर्ड हैं। वह दुनिया के इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिन्होंने आईसीसी की तीनों बड़ी ट्रोफी जीती हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने 2007 में आईसीसी वर्ल्ड टी20 जीता, फिर वनडे वर्ल्ड कप (2011 में) और आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी (2013) भी जीती। 39 वर्षीय धोनी ने इसी साल 15 अगस्त को सभी को हैरान करते हुए इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। उन्होंने साल 2014 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। धोनी ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप-2019 का सेमीफाइनल खेला था। रांची के रहने वाले धोनी ने अपने करियर में 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। उनके नाम टेस्ट में कुल 4876 रन हैं, जिसमें 6 शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, वनडे में उन्होंने 10773 और टी20 इंटरनैशनल में कुल 1617 रन बनाए।
बार्सिलोनाअर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर ने बार्सिलोना के लिए अपना 644वां गोल करते हुए महान पेले का रेकॉर्ड तोड़ दिया। मेसी ने एक क्लब के लिए सर्वाधिक गोल करने का पेले का रेकार्ड तोड़ा। इसी के साथ एटलेटिको मैड्रिड ने रियल सोशिदाद को हराकर स्पेनिश फुटबॉल लीग में बढ़त बनाए रखी। मेसी के दो गोल की मदद से बार्सिलोना ने शनिवार को वाल्लाडोलिड को 3-0 से मात दी। यह बार्सिलोना के लिए उनका 644वां गोल था। जानें, रेकॉर्ड तोड़ने के बाद मेसी ने कहा, 'जब मैंने खेलना शुरू किया था तो कभी नहीं सोचा कि मैं इतने रेकॉर्ड तोड़ पाऊंगा। खासतौर से आज का, जो पहले पेले के नाम दर्ज था।' पेले ने सांतोस के लिए 1957 से 1974 के बीच 643 गोल किए थे। एटलेटिको ने सोशिदाद को हराकर दूसरे स्थान पर काबिज रियल मैड्रिड पर तीन अंक की बढ़त बना ली। बार्सिलोना आठ अंक लेकर पांचवें स्थान पर है।
4 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8 विकेट से करारी शिकस्त दी। पहले टेस्ट में मिली हार के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा कि भारतीय टीम को निश्चित तौर पर अपनी फील्डिंग सुधारने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'कैच ही मैच जिताते हैं। यह हम सब जानते हैं। हमें कैच ड्रॉप नहीं करना चाहिए। फील्डिंग में सुधार की जरूरत है।'
सचिन ने साथ ही भारतीय बल्लेबाजों को डिफेंसिव होने की बजाय फ्रंट फुट पर खेलने की सलाह दी है। बता दें कि भारत ने पहले टेस्ट की पहली पारी में 6 कैच ड्रॉप किए थे। इसमें मार्नस लाबुशाने के 3 और टिम पेन का एक कैच शामिल था। इसके खामियाजा टीम को हार के रूप में भुगतना पड़ा।
भारतीय बल्लेबाजों के फुटवर्क में कमी दिखी
सचिन ने कहा, पहली पारी में हमने अच्छी बल्लेबाजी की। 244 रन एडिलेड के विकेट पर अच्छा टोटल था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को 200 रन के अंदर समेटना भी शानदार रहा। लेकिन हम दूसरी पारी में यही चीज नहीं दोहरा सके। दूसरे दिन भारत की दूसरी पारी में मयंक अग्रवाल और जसप्रीत बुमराह नाबाद पवेलियन लौटे। तीसरे दिन मुझे भारतीय बल्लेबाजों के फुटवर्क में कमी दिखी। टीम इंडिया के बल्लेबाज फ्रंट फुट की बजाय, हाफ फुट फ्रंट और हाफ फुट डिफेंस (एक पैर बाहर और एक पैर क्रीज के अंदर) में खेल रहे थे।
फ्रंट फुट पर खेलने से स्विंग को रोका जा सकता है
सचिन ने कहा, 'ऑस्ट्रेलियाई पिच पर जरूरी है कि बल्लेबाज फ्रंट फुट पर खेले। अगर आप डिफेंसिव होकर खेलेंगे, तो आप दूर से ही बॉल को हिट करना चाहेंगे और इससे बैट का किनारा लगने का डर होता है। वहीं, अगर आप फ्रंट फुट पर और हाथ और पैड के बीच के गैप को कम रखोगे, तो आप बॉल की स्विंग को रोक सकते हैं।'
खराब गेंदों पर विकेट नहीं गंवा सकते
सचिन ने कहा, 'मयंक और पृथ्वी को छोड़कर सभी खिलाड़ी प्रेशर में खेल चुके हैं। विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और ऋद्धिमान साहा काफी समय से टीम में हैं। इन्होंने इस मैच में भी प्रेशर को काफी अच्छा हैंडल किया, लेकिन कभी-कभी आपको लक की भी जरूरत होती है।'
उन्होंने कहा, 'कई बार ऐसा होता है कि बैट्समैन स्विंग वाली बॉल नहीं खेल पाते हैं, लेकिन फिर भी वे हिम्मत नहीं हारते। भारतीय टीम में इस चीज की कमी दिखी। आप गेंदबाज को एक औसत बॉल पर विकेट नहीं दे सकते। इससे आप सामने वाली टीम पर प्रेशर नहीं डाल सकते। अच्छे गेंद का सम्मान जरूर होना चाहिए। मुझे लगता है कि एडिलेड में 275-280 रन का सही होता।'
भारत को वनडे सीरीज के बाद टेस्ट सीरीज खेलना चाहिए था
सचिन ने कहा, 'मुझे लगता है कि भारत को पहले टी-20 सीरीज खेलना चाहिए था। ऐसा इसलिए क्योंकि टीम ने फरवरी से कोई टेस्ट नहीं खेला है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी-20 सीरीज, फिर वनडे सीरीज और आखिरी में टेस्ट सीरीज होना चाहिए था। वहीं, आखिरी वनडे पिंक बॉल से होना चाहिए था। इससे भारतीय टीम को टेस्ट फॉर्मेट में ढलने में मदद मिलती।' सचिन ने 2013 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 200 टेस्ट में 53.79 की औसत से 15,921 रन बनाए।