युवेंटस ने रविवार को सैम्पडोरिया को 2-0 से हराकर लगातार 9वीं बार इटैलियन फुटबॉल लीग सीरी-ए का खिताब जीता। युवेंटस सीरी-ए के पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर मौजूद इंटर मिलान से 7 अंक आगे है। उसके 83 अंक हैं। दोनों ही टीमों के दो-दो मैच बाकी हैं। ऐसे में दोनों मैच जीतने के बाद भी मिलान को 6 अंक और मिलेंगे। फिर भी वह युवेंटस से आगे नहीं निकल पाएगा।
रोनाल्डो ने कोरोना से लड़ रहे फैन्स को यह खिताब समर्पित किया। उन्होंने कहा कि काम पूरा, हम इटली के चैम्पियन बन गए। लगातार दूसरी बार चैम्पियनशिप का खिताब जीतने से काफी खुश हूं। आगे भी इस क्लब के सुनहरे इतिहास को बनाए रखने की कोशिश करूंगा।
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युवेंटस 1930 के दशक में भी लगातार 5 बार चैम्पियन बना था
दुनिया की सबसे बड़ी फुटबॉल लीग में से एक में युवेंटस का रिकॉर्ड बेमिसाल है। लीग के 90 साल के इतिहास में इससे पहले लगातार सबसे ज्यादा खिताब जीतने का रिकॉर्ड भी युवेंटस के नाम ही था। क्लब 1930 के दशक में लगातार 5 बार चैम्पियन बना था। इसके अलावा इंटर मिलान ने भी 2006-10 के बीच लगातार पांच सीजन में सीरी-ए का खिताब जीता था।
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रोनाल्डो ने सीजन का 31वां गोल किया
युवेंटस के लिए क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने पहले हाफ के इंजरी टाइम में पहला गोल दागा। इस सीजन में यह उनका 31वां गोल था। इसके बाद 67वें मिनट में फेडरिको बर्नाडेसी ने दूसरा गोल दागते हुए टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी। सैम्पडोरिया की गोल करने की सारी कोशिशें नाकाम रहीं।
युवेंटस के मॉरिजियो सारी खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज मैनेजर
युवेंटस के कोच मॉरिजियो सारी के लिए भी यह दिन खास रहा। 61 साल के सारी सीरी-ए का खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज मैनेजर हैं। यह बतौर मैनेजर उनका दूसरा बड़ा खिताब है। पिछले साल चेल्सी के साथ उन्होंने यूरोपा लीग जीता था।
नई दिल्ली पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बोलिंग कोच ने कहा है कि उनकी टीम फिटनेस के लिए भारतीय कप्तान विराट को कॉपी नहीं करेगी बल्कि अपने पैमाने बनाएगी। यूनिस ने अभी कुछ दिन पहले ही कोहली के फिटनेस स्टैंडर्ड की तारीफ की थी। यूनिस ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज शुरू होने से पहले सीमित ओवरों के कप्तान बाबर आजम और तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी की फिटनेस के बारे में भी सकारात्मक जानकारी दी। कोहली की फिटनेस पर उन्होंने कहा, 'इस बात में कोई शक नहीं कि कई क्रिकेटर बहुत फिट हैं। अगर आपको तीनों प्रारूप खेलने हैं तो अलग स्तर की फिटनेस कायम रखनी पड़ती है। विराट सबसे फिट ऐथलीट में शुमार हैं। हमारे खिलाड़ी भी पीछे नहीं हैं। आप बाबर आजम को देखें वह काफी फिट हैं। वह अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं। शाहीन शाह अफरीदी भी सुपर फिट हैं। हम अपना अलग पैमाना बनाएंगे, हम किसी अन्य को कॉपी नहीं कर रहे।' कोहली ने साल 2015 में अपनी फिटनेस को बहुत गंभीरता से लेना शुरू किया और आज वह दुनिया के सबसे फिट ऐथलीट्स में शुमार हैं। पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत 5 अगस्त से हो रही है। इसके बाद 13 अगस्त को दूसरा और 21 अगस्त को तीसरा टेस्ट मैच होगा। 28 अगस्त से तीन टी20 इंटरनैशनल मैचों की सीरीज होगी।
नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर ने कहा है कि वह एक समय पर टेनिस खिलाड़ी भी बनना चाहते थे। युवराज ने अपने बचपन का जिक्र करते हुए कहा है कि उनके पिता ने एक रैकेट लाकर दिया था वह टूट गया था। इसके बाद उन्होंने डर के मारे दूसरा रैकेट नहीं मांगा था। युवराज ने कहा, 'मुझे स्केटिंग और टेनिस काफी पसंद थे। मैं टेनिस में करियर बनाना चाहता था। मुझे याद है कि मैंने अपनी मां से रैकेट मांगा था और उन्होंने मेरे पिता से इसके लिए कहा। पिता थोड़े नाराज हुए लेकिन उन्होंने उस समय करीब 2500 रुपये का रैकेट लाकर दिया। मैं क्वॉर्टर फाइनल या कुछ खेल रहा था और आखिर में हार गया। मैंने रैकेट जोर-जोर से मारा वह टूट गया।' युवराज ने कहा, 'रैकेट टूटने के बाद मैं अपने पिता से नया रैकेट मांगने से डर गया था। तब मैंने सोचा कि कुछ दिन क्रिकेट खेल लेता हूं उसके बाद नया रैकेट मांग लूंगा। लेकिन मुझे क्रिकेट खेलने में मजा आने लगा और फिर मैंने टेनिस खेलना छोड़ ही दिया। इसे भी पढ़ें- स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए युवराज ने कहा कि वह अपनी फिटनेस के लिए टेनिस खेलते हैं। वह कहते हैं कि उन्हें टेनिस खेलने में इतना मजा आता है कि वह क्रिकेट को बहुत ज्यादा मिस नहीं करते। युवराज ने कहा, 'मैंने टेनिस हमेशा फिटनेस के लिए खेला है। मुझे टेनिस बहुत पसंद है और सच कहूं तो मैं अब क्रिकेट न खेल पाने को ज्यादा मिस नहीं करता मैं लगभग हर दूसरे दिन टेनिस खेलता हूं।' युवारज ने आगे कहा कि कैसे रिटायरमेंट के बाद भी खिलाड़ी खेल से जुड़े रहना चाहते हैं। उन्होंने सचिन तेंडुलकर के साथ हुई हालिया बातचीत के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि सचिन ने उनसे कहा था कि अगर वह चार-पांच दिन न खेलें तो वह थोड़े परेशान से हो जाते हैं। युवराज ने कहा, 'सचिन कह रहे थे कि उनके लिए कोई न कोई खेल खेलना जरूरी होता है। चाहे वह गोल्फ हो या टेबल टेनिस या फिर बैडमिंटन। तो यह हर खिलाड़ी के लिए जरूरी होता है।'
लीसेस्टर सिटी के स्ट्राइकर जैमी वार्डी ने पहली बार प्रीमियर लीग में गोल्डन बूट जीता। उन्होंने इस सीजन में 23 गोल किए। 33 साल के वार्डी गोल्डन बूट जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।
इससे पहले चेल्सी के डिडिएर ड्रोग्बा ने 2009-10 सीजन में 32 साल की उम्र में यह खिताब जीता था। तब उन्होंने एक सीजन में 29 गोल किए थे। वार्डी इस शताब्दी में तीसरे इंग्लिश खिलाड़ी हैं, जिसने प्रीमियर लीग में गोल्डन बूट जीता। उनसे पहले केविन फिलिप्स (2000) और हैरी केन (2016 और 2017) को यह सम्मान मिला था।
लीसेस्टर सिटी चैम्पियंस लीग में जगह नहीं बना पाई
33 साल के वार्डी रविवार को फाइनल राउंड के मुकाबले से पहले प्रीमियर लीग में गोल करने के मामले में दूसरे स्थान पर मौजूद साउथैंप्टन के डैनी इंग्स से 2 गोल आगे थे। मैनचेस्टर यूनाइडेट के खिलाफ आखिरी मैच में वे गोल नहीं कर पाए। उनकी टीम लीसेस्टर यह मैच 2-0 से हार गई। इस वजह से लीसेस्टर चैम्पियंस लीग में जगह बनाने से चूक गई।
इंग्स और पियरे ने इस सीजन में 22 गोल किए
आर्सेनल के पियरे-एमेरिक इस सीजन में गोल करने के मामले में साउथैंप्टन के डैनी इंग्स के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। दोनों ने प्रीमियर लीग के इस सीजन में 22-22 गोल किए। लॉकडाउन के बाद से जब से सीजन शुरू हुआ, तब से इंग्स ने 7 गोल किए। मैनचेस्टर सिटी के रहीम स्टर्लिंग 20 गोल के साथ चौथे और लिवरपूल के मोहम्मद सालाह 19 गोल के साथ पांचवें स्थान पर रहे।
चेल्सी और मैनचेस्टर यूनाइडेट ने चैम्पियंस लीग में जगह बनाई
इधर, चेल्सी और मैनचेस्टर यूनाइडेट ने प्रीमियर लीग के अपने फाइनल मुकाबले जीतकर चैम्पियंस लीग के अगले सीजन में जगह पक्की कर ली। चेल्सी ने रविवार को वोल्व्स को 2-0 और मैनचेस्टर यूनाइडेट ने लीसेस्टर सिटी को 2-0 से हराया।
प्रेम पुनेठा, पिथौरागढ़। भारतीय वीलचेयर क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान में उतराखंड के कप्तान राजेंद्र सिंह धामी (Rajendra Singh Dhami) को इन दिनों अपने परिवार की मदद के लिए मजदूरी करने को मजबूर होना पड़ रहा है। मजदूरी शुरू करने से पहले वह कुछ बच्चो क्रिकेट कोचिंग देते थे, जिन्होंने थोड़े समय (लॉकडाउन के चलते) से आना छोड़ दिया। उनके पैरेंट्स कहते हैं कि घर में पैसे नहीं बचे थे।
जब घर में कुछ नहीं बचा तो धामी को परिवार का पेट भरने के लिए मजदूरी के लिए मजबूर होना पड़ा। धामी को 3 साल की उम्र में पैरालिसिस का अटैक पड़ा था, जिसके बाद से वह 90 फीसदी दिव्यांग हैं। क्रिकेट की फील्ड पर उन्होंने खूब अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। इसके अलावा वह इतिहास में एमए हैं और उनके पास बीएड की डिग्री भी है। लेकिन इतनी शैक्षिक योग्यता और खेलों में भी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर चुके और वर्तमान में अपने राज्य के लिए खेल रहे इस खिलाड़ी के पास कोविड- 19 के चलते शुरू हुए लॉकडाउन में कमाई का कोई सहारा नहीं है।
हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को इस 30 वर्षीय खिलाड़ी ने बताया, 'इससे पहले, मैं वीलचेयर पर आश्रित उन बच्चो को रुद्रपुर में कोचिंग दे रहा था, जिन्हें क्रिकेट का शौक था। लेकिन यह सब रुक गया तो मैं रायकोट (पिथौरागढ़) में अपने गांव आ गया, जहां मेरा परिवार रहता है।'
तस्वीर: https://milaap.org/
उत्तराखंड वीलचेयर टीम के कप्तान होते हुए मलेशिया, बांग्लादेश और नेपाल जैसे देशों की यात्रा कर चुके राजेंद्र सिंह धामी ने कहते हैं, 'लॉकडाउन के इन कुछ महीनों ने हालात मुश्किल बना दिए हैं। मेरे पैरेंट्स बुजुर्ग हैं। मेरी एक बहन और छोटा भाई भी है। मेरा भाई गुजरात में एक होटल में काम करता था लेकिन उसकी नौकरी भी चली गई। इसलिए मैंने मनरेगा योजना के तहत अपने गांव में काम करने का तय किया।'
जब राजेंद्र से पूछा गया कि इन चुनौतीपूर्ण हालात में क्या उन्होंने किसी से मदद के लिए कहा था, तो धामी कहते हैं, 'कुछ लोग मदद के लिए आगे आए थे, इनमें से सोनू सूद (Sonu Sood) भी एक हैं, जिन्होंने 11,000 रुपये भेजे थे। इसके अलावा रुद्रपुर और पिथौरागढ़ में भी कुछ लोगों ने मदद की लेकिन यह परिवार के लिए काफी नहीं था।'
मजदूरी करके भी राजेंद्र सिंह धामी का हौसला टूटा नहीं है और उन्हें दृढ़ विश्वास है कि यह चुनौतियां जल्दी ही खत्म होंगी। वह मुस्कुराते हुए कहते हैं, 'अपनी आजीविका चलाने के लिए कोई भी काम करने में कोई बुराई नहीं है। मैंने मनरेगा जॉब में इसलिए काम करना पसंद किया क्योंकि यह मुझे मेरे घर के पास ही काम देता है। भले यह मुश्किल समय है लेकिन मैं जानता हूं कि मैं इससे पार पा लूंगा।'
पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को लगता है कि करियर के अंत में उन्हें इज्जत नहीं मिली और बीसीसीआई का उनके साथ रवैया गैर पेशेवर रहा। युवराज ने एक स्पोर्ट्स वेबसाइट से बातचीत में कुछ पूर्व खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा कि करियर के अंत में उन्हें वैसा सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम लोगों के साथ अनप्रोफेशनल व्यवहार हुआ। इसमें हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग और जहीर खान जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं।
भारत के लिए लंबा खेलने वाले क्रिकेटरों को सम्मान मिलना चाहिए: युवराज
युवराज ने आगे कहा कि इन खिलाड़ियों के साथ सही बर्ताव नहीं हुआ। हालांकि, मुझे यह देखकर हैरानी नहीं हुई, क्योंकि यह भारतीय क्रिकेट का हिस्सा है। मैंने इससे पहले भी ऐसा होते देखा है। इस पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि भविष्य में भारत के लिए लंबे वक्त तक खेलने वाले क्रिकेटर, जो मुश्किल हालात से गुजरा हो, उसे आपको सम्मान देना चाहिए।
'गंभीर-सहवाग जैसे खिलाड़ियों को सम्मान नहीं मिला'
गौतम गंभीर जिन्होंने हमें दो वर्ल्ड कप जिताए। सहवाग, जिन्हें सुनील गावस्कर के बाद टेस्ट में देश का सबसे बड़ा मैच विनर माना जाता है। जहीर ने 350 विकेट लिए। कम से कम ऐसे खिलाड़ियों को तो इज्जत मिलनी चाहिए।
2017 में युवराज ने आखिरी वनडे खेला था
19 साल भारत के लिए खेलने के बाद युवराज ने पिछले साल इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था। लेकिन उन्हें, जहीर और सहवाग को कोई फेयरवेल मैच नहीं खेलने को मिला। वे 2017 में भारत के वेस्टइंडीज दौरे पर आखिरी बार खेले थे। इसी साल की शुरुआत में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज में टीम इंडिया में फाइनल कमबैक किया था। उसी सीरीज में उन्होंने वनडे में अपने करियर की सबसे बड़ी 150 रन की पारी खेली थी।
युवराज ने भारत के लिए 304 वनडे खेले
इस ऑलराउंडर ने भारत के लिए 304 वनडे, 40 टेस्ट और 58 टी-20 खेले। उन्होंने वनडे में 8701, टेस्ट में 1900 और टी-20 में 1177 रन बनाए। वनडे में उन्होंने 111 और टेस्ट में 9 विकेट भी लिए।
नई दिल्लीअगर आपसे कोई दुनिया के सर्वकालिक महान फील्डर्स चुनने को कहेगा तो शायद सबसे पहला नाम आप का ही लेंगे। जोंटी रोड्स जिसने क्रिकेट की दुनिया में फील्डिंग की परिभाषा और पैमाना बदल कर रख दिया। एक ऐसा खिलाड़ी जो फील्डिंग में वह सब कर सकता था जिसकी किसी ने उससे पहले शायद कल्पना भी न की हो। वह हवा में लेटकर फील्डिंग करता था। आज (27 जुलाई) को जोंटी रोड्स का 51वां जन्मदिन है। उनका पूरा नाम नाम जोनाथन नील रोड्स है जिनका जन्म साउथ अफ्रीका के नातल प्रांत में हुआ था। फरवरी 1992 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंटरनैशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले रोड्स ने जब मैदान पर उछलकर, छलांग लगाकर गेंद को रोकना शुरू किया तो पहले-पहल दुनिया हैरान रह गई। फील्डिंग पहले भी होती थी और अच्छी होती थी लेकिन यह कुछ अलग था। उन्होंने टेस्ट डेब्यू भारत के खिलाफ नवंबर 1992 में किया था। वह आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के फील्डिंग कोच रह चुके हैं। बिना खेले ही मैन ऑफ द मैचमैन ऑफ द मैच उसे चुना जाता है जिसने कमाल का खेल दिखाया हो। रोड्स को एक फर्स्ट क्लास मैच में मिला था। लेकिन कमाल की बात यह है कि वह उसमें प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं थे। उन्हें सब्सीट्यूट फील्डर के रूप में उतारा गया था। वहां उन्होंने जो कमाल की फील्डिंग की और सात कैच लपके। इसके बाद उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। बेस्ट रन आउट ऑफ ऑल टाइमपाकिस्तान के खिलाफ 1992 वर्ल्ड कप मुकाबले में इंजमाम-उल-हक को आउट करने के लिए उनकी दौड़ और छलांग तो क्रिकेट प्रेमियों के दिमाग में दर्ज हो चुकी है। एक मैच में कैच का रेकॉर्डजोंटी के नाम एक और वर्ल्ड रेकॉर्ड है जिन्होंने साल 1993 के एक मैच में 5 कैच पकड़े थे। वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुंबई में यह मैच खेला गया था। क्रिकेट इतिहास में यह ऐसा रेकॉर्ड है, जिसे कोई नहीं तोड़ पाया। रोड्स ने विकेटकीपर के तौर पर नहीं बल्कि बतौर फील्डर पांच कैच पकड़े थे। हॉकी के लिए भी चुने गए रोड्स ने हॉकी में भी साउथ अफ्रीका का प्रतिनिधित्व किया। वह 1992 के ओलिंपिक के लिए टीम में चुने गए थे लेकिन उनकी टीम क्वॉलिफाइ ही नहीं कर पाई। चोट के कारण उन्होंने 1996 के ट्रायल्स में भाग ही नहीं लिया। करियर पर नजरजोंटी ने करियर में 52 टेस्ट और 245 वनडे इंटरनैशनल मैच खेले हैं। उनके नाम टेस्ट में 3 शतक, 17 अर्धशतकों के दम पर 2532 रन दर्ज हैं। इसके अलावा वनडे में उन्होंने 5935 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतक और 33 अर्धशतक हैं। भारत से है इतना प्याररोड्स को भारत से काफी प्यार है और इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी बेटी का नाम इंडिया है।
नई दिल्ली यह साल 1995 था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने वेस्टइंडीज को उसी की धरती पर हराकर टेस्ट सीरीज जीती थी। वेस्टइंडीज जिसकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुछ साल पहले तक तूती बोलती थी अब अपने अतीत की परछाई भर रह गई थी। इस सीरीज की जीत को अगली बेस्ट टीम को बैटन थमाना तक कहा गया। उस टीम के कप्तान मार्क टेलर थे लेकिन क्रिकेट के कई जानकार मानते हैं कि यह तो उस मेहनत का प्रतिफल था जो टेलर से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान रहे एलन बॉर्डर ने शुरू की थी। बॉर्डर दुनिया के सबसे सम्मानित कप्तानों में शुमार हैं। इतने कि उनके नाम से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में सम्मान दिए जाते हैं। बॉर्डर के दौर में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के चोटी पर पहुंचने के सफर की शुरुआत मानी जाती है। वही बॉर्डर जिनके नाम पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिष्ठित बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी खेली जाती है। आज उन्हीं एलन बॉर्डर का 65वां जन्मदिन है। आज ही के दिन सन 1955 में सिडनी में उनका जन्म हुआ। वक्त के साथ बढ़ता गया कद बॉर्डर बहुत प्रतिस्पर्धी थे। कभी हार न मानने वाले। साल 1978 में जब वर्ल्ड सीरीज क्रिकेट ने दुनिया मे उथल-पुथल मचा रखी थी तब बॉर्डर को पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टीम में मौका मिला। वक्त के साथ-साथ बाएं हाथ का यह बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई टीम में अपनी जगह पक्की करता गया। वह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी का स्तंभ बन गए। और ऐसे कप्तान जिसने कंगारू टीम की किस्मत बदलने की शुरुआत की। हालांकि खुद बॉर्डर की शुरुआत में कप्तान बनने में कोई रूचि नहीं थी। वह थोड़े गुस्सैल थे। पर किस्मत उनके पाले में थी। साल 1985-86 में ऑस्ट्रेलिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ लगातार टेस्ट सीरीज में हार मिली। टीम की बहुत आलोचनाएं हुईं। लेकिन बॉर्डर बच गए। 1987 का सालक्रिकेट वर्ल्ड कप पहली बार इंग्लैंड से बाहर निकला था। रिलायंस वर्ल्ड कप भारतीय उपमहाद्वीप में आया था। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच कोलकाता के ईडन गार्डंस में फाइनल मुकाबला था। बीती बार की चैंपियन भारत सेमीफाइनल मे हार गई थी। और साथ ही पाकिस्तान भी अंतिम चार से आगे नहीं बढ़ पाई। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों, दूसरी बार फाइनल में थे। कंगारू टीम टूर्नमेंट में आने से पहले इतनी मजबूत नहीं मानी जा रही थी। पर वह अब खिताब के करीब थी। बॉर्डर की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार वर्ल्ड कप जीता। इसके बाद साल 1989 में एशेज सीरीज जीत ने कप्तान के रूप में बॉर्डर का कद काफी बढ़ा दिया। और ऑस्ट्रेलिया दुनिया की बेस्ट टीम बनने की ओर बढ़ने लगी। करियर में कई रेकॉर्डबॉर्डर टेस्ट क्रिकेट में 11 हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने। जब उन्होंने 15 साल के अपने करियर को विराम दिया तो उनके नाम कई रेकॉर्ड थे। सबसे ज्यादा टेस्ट (156), सबसे ज्यादा टेस्ट रन (11174), सबसे ज्यादा कैच (156), लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट (153) और कप्तान के रूप में सबसे ज्यादा टेस्ट (93), ये सब एलन बॉर्डर के नाम था। बॉर्डर की कप्तानी में खेले गए 93 टेस्ट मैचों में से ऑस्ट्रेलिया ने 32 जीते, 22 हारे, 28 मुकाबले ड्रॉ रहे जबकि भारत के खिलाफ एक मैच टाई रहा। जानकारी के लिए- 1975-76 के बाद से ऑस्ट्रेलियाई टीम वेस्टइंडीज को सीरीज नहीं हरा पाई थी। सात बार वेस्टइंडीज जीती थी और एक ड्रॉ रही थी। 1972-73 के बाद पहली बार कैरेयिबाई टीम अपनी धरती पर टेस्ट सीरीज हारी थी। तब इयान चैपल की टीम ने वहां जीत दर्ज की थी।
नई दिल्ली तारीख 27 जुलाई। साल 1936। भारतीय टीम ने अभी चार साल पहले ही टेस्ट मैच खेलना शुरू ही किया था। टीम इंग्लैंड के अपने दौरे पर थी। सीरीज का दूसरा मैच चल रहा था। 25 जुलाई को शुरू हुए मैच का दूसरा दिन था। 26 जुलाई को रेस्ट डे था। मैदान था ओल्ड ट्रैफर्ड का। इस दिन एक ऐसा रेकॉर्ड बना जो टेस्ट क्रिकेट के 143 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ। 84 साल से यह रेकॉर्ड कायम है। इस दिन के खेल में कुल 588 रन बने। टेस्ट क्रिकेट में एक दिन के खेल में इससे ज्यादा रन न इस मैच से पहले बने और न ही टी20 क्रिकेट के दौर में पहुंचने के बाद ही रेड बॉल क्रिकेट में देखने को मिले। इन 588 रन में से इंग्लैंड ने 398 रन बनाए। इसमें जो हार्डस्टाफ ने 94 रन बनाए। भारत के पहली पारी के 203 रन के जवाब में इंग्लैंड ने मैच के चौथे दिन 8 विकेट पर 571 रन के स्कोर पर अपनी पारी घोषित कर दी। इंग्लैंड की तेज पारी का जवाब भारत ने भी ताबड़तोड़ अंदाज में दिया। दिन का खेल खत्म होने तक भारत का स्कोर था बिना किसी नुकसान के 190 रन। विजय मर्चेंट 79 और सैयद मुश्ताक अली 105 रन बनाकर नाबाद लौटे। भारत ने दूसरी पारी में 5 विकेट पर 390 रन बनाए। यह मैच तीन दिन का ही था। विजय मर्चेंट ने 114 और मुश्ताक अली ने 112 रन बनाए। इसके अलावा कोटार रामास्वामी ने 60 रन बनाए।
बीसीसीआई ने आईपीएल की मेजबानी के लिए एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से बात कर ली। आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के चेयरमैन ब्रजेश पटेल ने कहा कि बीसीसीआई ने ईसीबी को यूएई में आईपीएल की मेजबानी के लिए स्वीकृति पत्र भेज दिया है।
ब्रजेश पटेल ने कहा, "हमने ईसीबी को स्वीकृति पत्र भेज दिया है। अब दोनों देशों के बोर्ड मिलकर टूर्नामेंट के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए मिलकर काम करेंगे।' उन्होंने साथ ही कहा, "सभी आठ टीमों के प्री-टूर्नामेंट ट्रेनिंग कैंप यूएई में बायो-सिक्योर माहौल में होंगे। टीमों को टूर्नामेंट के पहले कम से कम तीन से चार हफ्ते तैयारी करनी होगी।'
आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग इस हफ्ते होगी और लीग का शेड्यूल व एसओपी निर्धारित करेगी। ईसीबी के जनरल सेक्रेटरी मुबाशिर उस्मानी ने कहा कि हम सोमवार को प्रेस रिलीज से लीग के आयोजन की घोषणा करेंगे।
आईपीएल 3 वेन्यू पर, फिक्सिंग पर नजर रखना आसान
बीसीसीआई के एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) के हेड अजीत सिंह ने कहा कि आईपीएल में भ्रष्टाचार को लेकर टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। इस बार लीग सिर्फ तीन जगहों पर हो रही है, इसलिए मैच फिक्सिंग जैसी चीजों पर नजर रखना ज्यादा आसान होगा। आईपीएल के मैच यूएई में दुबई, अबु धाबी और शारजाह में होंगे, जबकि भारत में 8 वेन्यू होते है।
अजीत सिंह ने कहा, "बीसीसीआई के 8 एसीयू अधिकारी पेरोल पर हैं। वे पैनी नजर रखेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो हम निगरानी के लिए और ज्यादा अधिकारी नियुक्त करेंगे। हम आईसीसी से भी मदद ले सकते हैं।'
यूएई ने घरेलू लीग का प्रोटोकॉल बनाया, वही आईपीएल में भी
यूएई आईपीएल की तैयारी के लिए घरेलू लीग की मदद ले रहा है। यूएई में शुक्रवार से डी10 लीग शुरू हो चुकी है। उस्मानी ने कहा, ‘हमने डी10 लीग के लिए स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल बनाया है। हम उसी प्रोटोकॉल को आईपीएल में लागू कर सकते हैं।
हम सरकार और आईसीसी की गाइडलाइन का पालन करते हुए अधिक आईपीएल में फैंस को लेकर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है। हम सरकार से मांग करेंगे कि प्रोटोकॉल के साथ फैंस को स्टेडियम में जाने की अनुमति दी जाए।’
इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी शुरुआती मैच नहीं खेल सकेंगे
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी शुरुआती मैच नहीं खेल सकेंगे। वे पहले हफ्ते के बाद ही अपनी-अपनी टीमों से जुड़ेंगे। दरअसल, इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया का तीसरा और आखिरी वनडे 16 सितंबर को मैनचेस्टर में होगा। दोनों टीमों के खिलाड़ी 16 को ही या फिर अगले दिन लंदन से दुबई के लिए रवाना होंगे। यूएई पहुंचने के बाद वहां की सरकार के नियमों के अनुसार, उन्हें कोरोना टेस्ट कराना होगा। अगर उनका टेस्ट निगेटिव आया तभी वे आइसोलेशन जोन से बाहर निकल सकेंगे।
आखिरकार आईपीएल की तारीख तय हो गई। अब ये 19 सितंबर से 8 नवंबर के बीच यूएई में खेला जाएगा। टी-20 वर्ल्ड कप टलने से आईपीएल का रास्ता साफ हो गया। कई लोग कह रहे हैं कि इंटरनेशनल क्रिकेट पर फ्रेंचाइजी क्रिकेट या यूं कहें कि पैसे का खेल भारी पड़ गया।
दरअसल, दुनिया के सबसे अमीर बोर्ड के खिलाड़ी पूरा वर्ल्ड कप खेलकर जितना कमाते उसका दो से पांच गुना वो सिर्फ एक आईपीएल मैंच से कमा लेंगे। इसे ऐसे समझें, वर्ल्ड कप में एक मैच खेलने पर टीम इंडिया के खिलाड़ियों को 5 लाख मिलते। वहीं, आईपीएल में एक मैच खेलने पर कोहली को करीब 1.2 करोड़ मिलेंगे तो रोहित को 1 करोड़।
ये तो रही खिलाड़ियों की बात। अगर बीसीसीआई की बात करें तो उसकी भी सबसे ज्यादा कमाई आईपीएल पर ही टिकी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2020-21 में बीसीसीआई को 3 हजार 730 करोड़ रुपए की कमाई होने का अनुमान था। जिसमें से ढाई हजार करोड़ रुपए की कमाई सिर्फ आईपीएल के जरिए होने की उम्मीद थी। उसके अलावा 950 करोड़ रुपए सीरीज, टूर्नामेंट से और 380 करोड़ रुपए आईसीसी से मिलने का अनुमान था। यानी कि बीसीसीआई की कमाई में 67% से ज्यादा हिस्सा आईपीएल का है।
आईपीएल का एक मैच खेलने के लिए विराट को मिलेंगे 1.21 करोड़ रुपए
टीम इंडिया के कप्तान और आईपीएल में आरसीबी के कप्तान विराट कोहली आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। उन्हें इस साल भी आरसीबी ने 17 करोड़ रुपए में रिटेन किया है। आईपीएल में हर टीम लीग के 14-14 मैच तो खेलती ही है। इस हिसाब से विराट कोहली को हर मैच के लिए 1.21 करोड़ रुपए मिलेंगे। विराट के बाद रोहित शर्मा को भी मुंबई इंडियंस ने 15 करोड़ रुपए में रिटेन किया है। यानी, उन्हें भी हर मैच के लिए 1.07 करोड़ रुपए मिलते हैं।
टी20 वर्ल्ड कप खेलते तो हर मैच के सिर्फ 5 लाख मिलते
बीसीसीआई दुनिया का सबसे रईस क्रिकेट बोर्ड है और जितनी फीस भारतीय खिलाड़ियों को मिलती है, उतनी दुनिया के किसी भी क्रिकेटर्स को नहीं मिलती है। बीसीसीआई की कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में 27 खिलाड़ी हैं। इन खिलाड़ियों को ए+, ए, बी और सी ग्रेड में रखा गया है। ए+ ग्रेड में 7 करोड़ रुपए, ए ग्रेड में 5 करोड़, बी ग्रेड में 3 करोड़ और सी ग्रेड में सालाना 1 करोड़ रुपए मिलते हैं।
इनके अलावा मैच फीस अलग से मिलती है। टीम इंडिया के खिलाड़ियों को एक टेस्ट मैच खेलने के लिए 15 लाख रुपए, वनडे मैच के लिए 7 लाख रुपए और टी20 मैच के लिए 5 लाख रुपए मिलते हैं।
अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को लीग के 5 मैच खेलने थे। उसके बाद अगर टीम सेमीफाइनल और फाइनल भी खेलती, तो 7 मैच ही होते। हर मैच से 5 लाख रुपए ही मिलते, तो इस हिसाब से विराट कोहली को वर्ल्ड कप से 25 लाख से 35 लाख रुपए मिलते। लेकिन, आईपीएल में हर मैच के लिए ही उन्हें इससे 4 से 5 गुना रकम मिल रही है।
आईपीएल होने से बीसीसीआई को 4 हजार करोड़ का फायदा होगा
आईपीएल से बीसीसीआई को जितनी कमाई होती है, उतनी कमाई उसे टीम इंडिया के सालभर होने वाले टूर्नामेंट से भी नहीं होती। जब इस साल आईपीएल रद्द की बात हो रही थी, तब बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने कहा था कि अगर आईपीएल रद्द होता है, तो इससे बोर्ड को 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा।
बोर्ड को हर साल 3 हजार 269 करोड़ रुपए ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से मिलते हैं। स्टार ने आईपीएल के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स 5 साल के लिए 16,347.5 करोड़ रुपए में खरीदे हैं। एक मैच के लिए स्टार बीसीसीआई को 55 करोड़ रुपए देता है यानी हर बॉल पर 23.3 लाख रुपए।
स्टार के अलावा वीवो ने भी 5 साल के लिए आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप 2 हजार 199 करोड़ रुपए में हासिल की है। यानी हर सीजन के लिए वीवो बोर्ड को 239 करोड़ रुपए देता है।
आईपीएल की ब्रांड वैल्यू पिछले साल 13.5% बढ़ी थी
ग्लोबल एडवाइजर कंपनी डफ एंड फेल्प्स ने सितंबर 2019 में आईपीएल की ब्रांड वैल्यू को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक, आईपीएल की ब्रांड वैल्यू 2018 की तुलना में 2019 में 13.5% बढ़ गई थी।
2018 में आईपीएल की ब्रांड वैल्यू 41 हजार 800 करोड़ रुपए थी, जो 2019 में बढ़कर 47 हजार 500 करोड़ रुपए हो गई थी।
न सिर्फ आईपीएल, बल्कि इसमें खेलने वाली टीम्स की ब्रांड वैल्यू भी लगातार बढ़ रही है। सबसे ज्यादा 809 करोड़ रुपए की ब्रांड वैल्यू मुंबई इंडियंस की है। उसके बाद चेन्नई सुपरकिंग्स है।
आईपीएल से सिर्फ बीसीसीआई को ही नहीं, बल्कि दूसरे देशों को भी फायदा
आईपीएल न होने से सिर्फ बीसीसीआई को ही नुकसान नहीं होता, बल्कि दूसरे देशों को भी नुकसान होता। आईपीएल में 60 से ज्यादा विदेशी खिलाड़ी खेल रहे हैं। इन खिलाड़ियों को करीब 250 करोड़ रुपए में खरीदा गया है।
न सिर्फ खिलाड़ियों को, बल्कि इंटरनेशनल क्रिकेट बोर्ड को भी पैसा मिलता है। बीसीसीआई आईपीएल से मिलने वाले रेवेन्यू का कुछ हिस्सा अलग-अलग क्रिकेट बोर्ड के साथ शेयर करता है।
इनसाइड स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 में बीसीसीआई ने इंटरनेशनल क्रिकेट बोर्ड के साथ शेयर होने वाले रेवेन्यू में 100% की बढ़ोतरी कर दी थी। इससे बीसीसीआई पर करीब 25 करोड़ रुपए का खर्चा बढ़ गया था।
बीसीसीआई सबसे ज्यादा 19.13 करोड़ रुपए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को देता है। आईपीएल में सबसे ज्यादा विदेशी खिलाड़ी भी ऑस्ट्रेलिया के ही खेलते हैं। इस साल 17 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी खेल रहे हैं। नेपाल क्रिकेट बोर्ड को बीसीसीआई की तरफ से 4 लाख रुपए मिलते हैं। नेपाल का सिर्फ एक ही खिलाड़ी आईपीएल खेलता है, जिसे 20 लाख रुपए में खरीदा है।
आईपीएल से पाकिस्तान के खिलाड़ियों को भी 12 करोड़ रुपए से ज्यादा मिले हैं। 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में 11 पाकिस्तानी खिलाड़ी भी खेले थे, जिन्हें 12.84 करोड़ रुपए में खरीदा गया था। लेकिन, उसके बाद से आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर रोक लगा दी गई।
आईपीएल के लिए यूएई ही क्यों चुना? कोरोनाकाल में क्या यूएई सेफ है? ये जानने के लिए ये खबर पढ़ें:
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) के हेड अजीत सिंह ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भ्रष्टाचार को लेकर टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बार टूर्नामेंट यूएई में तीन जगहों दुबई, शारजाह और अबूधाबी पर होगा। इससे मैच फिक्सिंग जैसे भ्रष्टाचार पर निगरानी रखना भारत के मुकाबले ज्यादा आसान होगा, क्योंकि इंडिया में टूर्नामेंट 8 जगहों पर होता है।
कोरोना के कारण अनिश्चितकाल के लिए टला आईपीएल अब 19 सितंबर से 8 नवंबर तक यूएई में हो सकता है। आईपीएल में इस बार 51 दिन में 60 मैच होंगे। आईपीएल के चेयरमैन ब्रजेश पटेल ने कहा था कि पूरा शेड्यूल तय कर लिया गया है। अगली आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
बीसीसीआई के 8 एसीयू अधिकारी पैनी नजर रखेंगे
अजीत सिंह ने न्यूज एजेंसी से कहा, बीसीसीआई के 8 एसीयू अधिकारी पेरोल पर हैं। वे पैनी नजर रखेंगे। हालांकि हमें यह देखना होगा कि यूएई में किस तरह के इंतजाम हो रहे हैं। हमें कोरोना के बीच खिलाड़ियों के रहने का इंतजाम करने के दौरान बायो-सिक्योर माहौल का भी ध्यान रखना होगा। ऐसे में यह बताना भी जल्दबाजी होगी कि एंटी करप्शन टीम किस तरह निगरानी रखेगी।
जरूरत पड़ने पर अधिकारियों की नियुक्ति होगी
उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम निगरानी के लिए और ज्यादा अधिकारी नियुक्त करेंगे। यदि हो सका तो हम इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) से भी मदद ले सकते हैं, क्योंकि इनका हेड ऑफिस दुबई में ही है। साथ ही आईसीसी में एसीयू का काफी बड़ा पैनल भी है।
आईसीसी के एसीयू अधिकारियों का खर्च आईपीएल को उठाना होगा
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि आईपीएल एक निजी लीग है। इसमें आईसीसी के एसीयू अधिकारी नियुक्त करने के लिए पहले आईसीसी से परमीशन लेनी होगी। यदि आईसीसी इनकी नियुक्ति करने पर सहमत होता है तो आईपीएल को अधिकारियों का खर्च भी उठाना होगा।
बीसीसीआई हर टीम के साथ इंटीग्रिटी ऑफिसर नियुक्त करती है
आईपीएल फ्रेंचाइजी टीम के एक अधिकारी ने बताया कि आईपीएल के दौरान बीसीसीआई को एक्स्ट्रा ऑफिसर्स की जरूरत होगी। क्योंकि आईपीएल की हर टीम के साथ एक इंटीग्रिटी ऑफिसर नियुक्त होगा। नियम के मुताबिक, इटीग्रिटी ऑफिसर फ्रेंचाइजी टीम के खर्चे पर ही होता है। हालांकि आईपीएल बायो-सिक्योर माहौल में होगा या नहीं, इसके बारे में कहना मुश्किल है।
यूएई में बुकी और फिक्सर ज्यादा सक्रिय
यूएई में बुकी और फिक्सर ज्यादा सक्रिय होते हैं, लेकिन एसीयू हेड को विश्वास है कि उन पर नियंत्रण रखने में ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। अजीत सिंह ने कहा कि एसीयू के सूत्र इतने काबिल हैं कि बुकी और फिक्सर के बारे में पता कर ही लेंगे। सूत्रों को पता है कि यह लोग किस तरह से काम करेंगे। ऐसे में एसीयू को कोई दिक्कत नहीं होगी।
मैनचेस्टरइंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि अनुभवी तेज गेंदबाज और पेसर ने एक दूसरे का अच्छा साथ दिया है। उनका कहना है कि इतने वर्षों में उनके प्रदर्शन ने साबित किया है कि उम्र सिर्फ एक नंंबर है। एंडरसन और ब्रॉड दोनों की उम्र 34 साल से ज्यादा है लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलेक स्टीवर्ट का मानना है कि जब तक संभव हो, इन दोनों को राष्ट्रीय टीम में एक-साथ खेलना चाहिए। स्काइ स्पोर्ट्स के ‘क्रिकेट डिबेट’ पर स्टीवर्ट ने कहा, ‘ब्रॉड और एंडरसन को बाहर हो जाना चाहिए या नहीं या क्या वे एक साथ खेल सकते हैं, इस पर काफी कहा और लिखा गया। उन्होंने दिखा दिया कि भूल जाइए उनकी उम्र क्या है और उनके जन्म प्रमाण पत्र क्या कहते हैं- अगर आप अच्छे हैं तो उम्र मायने नहीं रखती।’ पढ़ें, स्टीवर्ट ने कहा, ‘मैं भविष्य के बारे में सोचने की सराहना करता हूं लेकिन ब्रॉड और एंडरसन जब भी नई गेंद थामते हैं तो दिखा देते हैं कि वे कितने बेहतर हैं और उन्होंने अपनी क्षमता दिखाई।’ ब्रॉड और एंडरसन ने एक साथ मिलकर 117 टेस्ट खेले हैं लेकिन पिछले 15 टेस्ट में उन्हें सिर्फ तीन बार एक साथ खेलने का मौका मिला है। इंग्लैंड ने 34 साल के ब्रॉड को साउथैम्पटन में पहले टेस्ट की टीम में जगह नहीं दी जिसे वेस्टइंडीज ने जीता। दूसरे टेस्ट में 37 साल के एंडरसन को आराम दिया गया। सीरीज के तीसरे और निर्णायक टेस्ट में दोनों को एक साथ उतारा गया और दोनों ने प्रभाव छोड़ा। ब्रॉड ने विंडीज टीम की पहली पारी में 6 विकेट झटके। इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज डोमिनिक कॉर्क भी स्टीवर्ट से सहमत हैं और उनका कहना है कि एंडरसन और ब्रॉड की गेंदबाजी की अलग शैली टीम के लिए अच्छी है। इंग्लैंड के लिए 37 टेस्ट में 131 विकेट चटकाने वाले 48 साल के कॉर्क ने कहा, ‘मैं समझ सकता हूं कि लगातार टेस्ट हो रहे हैं और इंग्लैंड सुनिश्चित करना चाहता है कि वे (एंडरसन और ब्रॉड) ज्यादातर मैच खेलें।’ उन्होंने कहा, ‘वे दोनों मिलकर एक हजार टेस्ट विकेट चटकाने के करीब हैं और अपनी अलग अलग गेंदबाजी शैली से एक दूसरे का अच्छा साथ देते हैं। जब तक वे दोनों फिट हैं और खेलना चाहते हैं तो मेरे लिए वे हर टेस्ट खेलेंगे। अगर चोट को लेकर कोई चिंता है तो अलग बात है, नहीं तो वे मेरी लिस्ट में पहले दो खिलाड़ी हैं।’
भारत में रविवार को 21वां करगिल दिवस मनाया गया। इस दौरान खेल जगत के दिग्गजों ने भी वीर जवानों और उनकी शहीदत को याद किया। सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग समेत कई दिग्गजों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। सहवाग ने कहा कि वीर जवानों की वजह से ही हम हैं।
वीरेंद्र सहवाग ने लिखा, ‘‘हमारी रक्षा करने वाले सभी वीर जवानों को दिल से श्रद्धांजलि। उन सैनिकों को भी सलाम, जो हमारी रक्षा कर रहे हैं।’’
वीरों की कहानियां हमेशा प्रेरित करती हैं
सचिन ने कहा, ‘‘करगिल वॉर के दौरान हमारे सैनिकों की वीरता और निस्वार्थ बलिदान की कई कहानियां हैं, जो हमेशा हमें प्रेरित करती हैं। देश के लिए उनकी सेवा के लिए हम उनके हमेशा ऋणी रहेंगे।’’ कोहली ने कहा, ‘‘देश के लिए लड़ते हुए अपनी जान देने वाले वीर जवानों के साहस और बहादुरी को सलाम है। यह सब उन्होंने हमारी सुरक्षा के लिए ही किया है।’’
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वीरों के बलिदान के हमेशा ऋणी रहेंगे
लक्ष्मण ने कहा, ‘‘करगिल विजय दिवस पर सभी वीरों को श्रद्धांजलि। हम अपने जवानों की वीरता और उनके बलिदान के हमेशा ऋणी रहेंगे।’’ वहीं, भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा, ‘‘ऑपरेशन विजय हमारे भारतीय सैनिकों की वीरता और बलिदान का प्रतीक है। हमें वीर जवानों के दृढ़ संकल्प और नेतृत्व क्षमता को हमेशा याद रखना चाहिए।’’
दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने इस लॉकडाउन में अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के लिए केक बनाया था और इसे उन्होंने क्वारंटीन में अपना सबसे खास पल बताया है।
विराट कोहली ने टेस्ट टीम के ओपनर मयंक अग्रवाल के साथ बात करते हुए उनके कुछ रैपिड फायर सवालों का जवाब दिया। मयंक ने कोहली से पूछा, ‘आपका सबसे अच्छा क्वारंटीन पल?’ कोहली ने जवाब दिया, ‘मैंने अपनी जिंदगी में पहली बार अनुष्का के जन्मदिन पर केक बनाया था। यह मेरे लिए सबसे अच्छा क्वारंटीन पल है क्योंकि मैंने इससे पहले कभी केक नहीं बनाया था।’
कप्तान कोहली ने आगे कहा, ‘मैंने पहले प्रयास में ही अच्छा केक बनाया था। मैं इसे हमेशा याद रखूंगा। अनुष्का ने मुझसे कहा था कि उन्हें पसंद आया था, यह काफी खास था।’
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि वे 2023 वर्ल्ड कप तक सौरव गांगुली को ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद पर देखना चाहते हैं। गावस्कर ने कहा कि यह बोर्ड और खेल प्रेमियों के लिए बेहतर होगा। गांगुली में बीसीसीआई को ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता है।
गावस्कर ने एक अखबार के लिए कॉलम लिखा, बीसीसीआई ने अपने अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह का कार्यकाल बढ़ाने और बोर्ड के संविधान में संशोधन के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिया दायर की थी। इस पर दो हफ्ते बाद सुनवाई होगी। कोर्ट में क्रिकेट से पहले कई और जरूरी मामले सुनवाई के लिए इंतजार कर रहे हैं, लेकिन फिर भी क्रिकेट प्रेमियों को इस पर फैसले के आने का इंतजार है।
कोर्ट के फैसले का इंतजार
उन्होंने कहा कि वे निजी तौर पर चाहते हैं कि गांगुली 2023 वर्ल्ड कप तक बीसीसीआई के अध्यक्ष रहें। हालांकि कोर्ट क्या फैसला करती है, इसका इंतजार रहेगा। गांगुली ने जिस तरह भारतीय टीम की कप्तानी संभालते हुए ऊंचाईयों तक ले गए और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का विश्वास जीता था, उसी तरह वे और उनकी टीम बीसीसीआई को नए मुकाम तक ले जाने में सक्षम हैं।
3 साल का है कूलिंग ऑफ पीरियड
प्रशासकों की समिति (सीओए) ने नियम बनाया था कि कोई भी व्यक्ति स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन या बीसीसीआई में लगातार 6 साल किसी भी पद पर बना रहता है, तो उसे 3 साल के कूलिंग ऑफ पीरियड (अनिवार्य ब्रेक) में जाना होगा। इसे सुप्रीम कोर्ट ने भी मंजूरी दी थी।
गांगुली का बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल इसी महीने खत्म हो रहा
गांगुली बंगाल क्रिकेट बोर्ड (सीएबी) के 5 साल 3 महीने तक अध्यक्ष रह चुके हैं। इस लिहाज से उनके पास बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर 9 महीने का कार्यकाल ही बचा था। पिछले साल अक्टूबर में बीसीसीआई अध्यक्ष बनने वाले गांगुली का कार्यकाल इसी महीने खत्म हो रहा है, जबकि जय शाह भी गुजरात क्रिकेट संघ में सचिव रहने के बाद बीसीसीआई सेक्रेटरी बने हैं, उनका कार्यकाल जून में ही खत्म हो चुका है। नियमों के तहत दोनों को कूलिंग ऑफ पीरियड में जाना होगा। अगर सुप्रीम कोर्ट नियमों में ढील की मंजूरी देता है, तो यह पद पर बने रह सकते हैं।
नई दिल्लीभारत के पूर्व ओपनर ने कहा कि विश्व क्रिकेट में कोई भी खिलाड़ी इंग्लैंड के हरफनमौला के करीब नहीं है। इंग्लैंड को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले स्टोक्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 176 और नाबाद 78 रन की शानदार पारियां खेल कर अपनी टीम को जीत दिलाई। वह मैन ऑफ द मैच भी रहे। इतना ही नहीं, स्टोक्स ने गेंद से भी कमाल दिखाया और विंडीज के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज के शुरुआती दो मैचों में 313 रन बनाने के साथ 9 विकेट भी लिए। गंभीर ने कहा, ‘आप इस समय किसी भारतीय क्रिकेटर से बेन स्टोक्स की तुलना नहीं कर सकते हैं। बिल्कुल भी नहीं, क्योंकि स्टोक्स शानदार लय में हैं।’ पढ़ें, गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में कहा, ‘उन्होंने (स्टोक्स) टेस्ट क्रिकेट, वनडे और टी20 क्रिकेट में जैसा प्रदर्शन किया है वैसा भारत तो छोड़िए, इस समय विश्व क्रिकेट में उनके करीब कोई भी नहीं है।’ इस 38 साल के पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि स्टोक्स ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें कोई भी कप्तान अपनी टीम में रखना चाहेगा। भारत के लिए 58 टेस्ट खेलने वाले गंभीर ने कहा, ‘स्टोक्स मैच में प्रभाव छोड़ने वाले ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी जरूरत हर टीम को होती है। किसी भी कप्तान का सपना होगा कि उसकी टीम में स्टोक्स की तरह का खिलाड़ी हो। उनकी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग सब कुछ शानदार है।’ नियमित कप्तान जो रूट की गैरमौजूदगी में स्टोक्स के नेतृत्व में इंग्लैंड को पहले टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा था। स्टोक्स के नेतृत्व गुणों के बारे में बात करते हुए गंभीर ने कहा, ‘वह अपनी क्षमता के हिसाब से एक कप्तान ही हैं। आपको कप्तान होने के लिए कप्तान कहलाने की जरूरत नहीं है। आप अपने प्रदर्शन से नेतृत्व करने वाला बन सकते हैं।’ गंभीर ने कहा, ‘ऐसे में मुझे लगता है कि बहुत सारे खिलाड़ी वास्तव में बेन स्टोक्स से प्रेरणा ले रहे होंगे, लेकिन दुर्भाग्य से, विश्व क्रिकेट में उनकी तरह इस समय कोई नहीं है।’
मेलबर्नसाल के पहले ग्रैंडस्लैम के आयोजकों ने जैव सुरक्षित माहौल (बायो-सिक्योर) में कम दर्शकों के साथ 2021 टूर्नमेंट की मेजबानी करने की योजना बनाई है। टेनिस ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी क्रेग टीले ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 2021 के पहले ग्रैंड स्लैम टूर्नमेंट के लिए जरूरी योजना बनाने में मदद के लिए यूएस ओपन और स्थगित फ्रेंच ओपन के आयोजन को करीब से देखेंगे। टीले ने कहा कि जनवरी में होने वाले टूर्नमेंट का खाका पहले ही तैयार कर लिया गया है। सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टैंसिंग) के नियमों के कारण दर्शकों के बैठने की क्षमता में कमी आएगी जबकि खिलाड़ी जैव-सुरक्षित ‘माहौल’ में रहेंगे और विदेशी दर्शकों को अनुमति नहीं होगी। पढ़ें, उन्होंने कहा, ‘हमने कई विकल्पों के साथ जाने का इस सप्ताह फैसला किया है। पिछले साल रेकॉर्ड 8,21,000 संख्या में दर्शक आए थे जो अगले टूर्नमेंट में नहीं हो पाएगा। मेलबर्न और विक्टोरिया राज्य के दर्शकों को अनुमति होगी। अगर सीमा से प्रतिबंध हट गया तो शायद न्यूजीलैंड के दर्शकों को छूट दी जा सकती है।’ टीले ने कहा, ‘अगर स्थिति में सुधार होता है और यूएस ओपन और फ्रेंच ओपन का आयोजन अच्छी तरह से होता है तो इसका सकारात्मक असर होगा और इससे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा।’
नई दिल्ली ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लेफ्टआर्म स्पिनर () को लगता है कि विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी वाली (RCB) संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग () के 13वें सीजन में जीत की प्रबल दावेदार है। हॉग अपने फैन्स से बात कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने आईपीएल में अपनी दो पसंदीदा टीमों के बारे में बताया। इस चाइनामैन गेंदबाज के मुताबिक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम इस बार आईपीएल का खिताब जीत सकती है। हॉग ने यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो में कहा, 'बैंगलोर के पास आईपीएल जीतने का मौका है। कागजों में वह हमेशा इसके दावेदार रहे लेकिन वह कभी जीत नहीं पाए। अब टीम में शीर्ष क्रम में एरॉन फिंच हैं। वह पावरप्ले में बेहतरीन खेल दिखा सकते हैं। जल्दी रन बना सकते हैं और कोहली तथा अब्राहम डिविलियर्स पर से दबाव हटा सकते हैं।' उन्होंने कहा, 'वहीं डेल स्टेन और केन रिचर्डसन के होने से उनका तेज गेंदबाजी आक्रमण भी अच्छा लग रहा है। बीते कुछ वर्षों की अपेक्षा इस बार उनकी टीम का संतुलन अच्छा लग रहा है। टूर्नमेंट में जाने से पहले उनके पास अच्छी रणनीति होगी।' बैंगलोर के बाद हॉग ने मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस (MI) को खिताब जीतने का दावेदार बताया। इस स्पिनर ने मुंबई के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) के चोट से वापसी करते हुए मैन ऑफ द टूर्नमेंट का अवॉर्ड जीतने की बात कही। हॉग ने कहा, 'इसका कारण यह है कि मुंबई के पास शीर्ष चार बल्लेबाज शानदार हैं। उनके पास हमेशा से अच्छे हरफनमौला खिलाड़ी रहे हैं। उनका गेंदबाजी आक्रमण भी स्थिर है, जिसकी अगुआई डेथ ओवरों के दो शानदार गेंदबाज- जसप्रीत बुमराह और लसिथ मलिंगा करते हैं।' उन्होंने कहा, 'साथ ही हार्दिक पंड्या, वह लंबे समय बाद वापसी कर रहे हैं। वह पिता भी बनने वाले हैं। मुझे लगता है कि यह चीजें उन्हें ऊर्जा देंगी और वह यूएई में मैन ऑफ द टूर्नमेंट बनेंगे।'
इंग्लैंड-वेस्टइंडीज के बीच मैनचेस्टर में 3 टेस्ट की सीरीज का आखिरी मैच खेला जा रहा है। टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में वेस्टइंडीज ने 6 विकेट पर 137 रन से आगे खेलना शुरु किया। टीम के कप्तान जेसन होल्डर और शेन डाउरिच क्रीज पर हैं। इससे पहले इंग्लैंड टीम पहली पारी में 369 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।
विंडीज के शाई होप (17) और शैमराह ब्रूक्स (4) को जेम्स एंडरसन ने जोस बटलर के हाथों कैच आउट कराया। जर्मेन ब्लैकवुड 26 रन बनाकर क्रिस वोक्स की बॉल पर बोल्ड हो गए। इससे पहले जॉन कैम्पबेल 32 रन बनाकर ऑर्चर की बॉल पर आउट हुए। उनका कैच रोरी बर्न्स ने लिया। इससे पहले स्टुअर्ट ब्रॉड ने क्रैग ब्रैथवेट को 1 रन पर जो रूट के हाथों कैच आउट कराया।
इंग्लैंड के लिए ओली पोप ने सबसे ज्यादा 91 रन बनाए
इंग्लैंड के लिए पहली पारी में ओली पोप ने 91, जोस बटलर ने 67, स्टुअर्ट ब्रॉड ने 62 और रोरी बर्न्स ने 57 रन की पारी खेली। ब्रॉड के टेस्ट करियर की यह 13वीं फिफ्टी थी। उन्होंने बेस के साथ मिलकर 9वें विकेट के लिए 76 रन की जरूरी पार्टनरशिप भी की थी।
जेम्स एंडरसन (दाएं) विंडीज के खिलाफ 87 विकेट लेने वाले पहले इंग्लिश गेंदबाज।
जेम्स एंडरसन ने होप और ब्रूक्स के विकेट लेकर एक रिकॉर्ड कामय कर दिया। वे विंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा 87 विकेट लेने वाले इंग्लिश गेंदबाज बन गए हैं। इससे पहले फ्रेड ट्रूमन ने 86 विकेट लिए थे।
रोच ने 4 और गेब्रियल ने 2 विकेट लिए
इंग्लैंड के पोप और बटलर ने सीरीज में अपनी पहली फिफ्टी लगाई है। उनके बीच 5वें विकेट के लिए 140 रन की पार्टनरशिप हुई। वहीं, वेस्टइंडीज के लिए केमार रोच ने 4 विकेट लिए, जबकि शेनन गेब्रियल और रोस्टन चेज को 2-2 विकेट मिले। एक विकेट जेसन होल्डर ने लिया।
रोच 200 विकेट लेने वाले विंडीज के 9वें गेंदबाज बने
केमार रोच ने 200 विकेट पूरे कर लिए हैं। वे यह उपलब्धि हासिल करने वाले विंडीज के 9वें गेंदबाज बन गए हैं। विंडीज के लिए कर्टनी वॉल्श ने सबसे ज्यादा 519 विकेट लिए हैं। रोच सबसे कम टेस्ट में 200 विकेट लेने वाले विंडीज के 7वें गेंदबाज हैं। इस मामले में मेल्कम मार्शल टॉप पर हैं, जिन्होंने 42 टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी।
साथ ही रोच 26 साल में पहली बार 200 टेस्ट विकेट लेने वाले वेस्टइंडीज के पहले गेंदबाज बन गए हैं। इससे पहले 1994 में विंडीज के कर्टली एम्ब्रोज ने इंग्लैंड के खिलाफ ही टेस्ट में 200वां विकेट लिया था।
ब्रॉड सबसे तेज फिफ्टी लगाने वाले 5वें इंग्लिश बल्लेबाज
ब्रॉड सबसे कम बॉल (33) पर फिफ्टी लगाने वाले इंग्लैंड के 5वें बल्लेबाज बन गए हैं। इंग्लैंड के लिए इयान बॉथम सबसे कम 28 बॉल पर फिफ्टी लगाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। यह उपलब्धि उन्होंने दिल्ली टेस्ट में भारत के खिलाफ हासिल की थी। वर्ल्ड में सबसे कम बॉल पर पाकिस्तान के मिसबाह उल हक ने अर्धशतक लगाया है। उन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आबुधाबी टेस्ट में 21 बॉल पर फिफ्टी लगाई थी।
खिलाड़ी
बॉल
किसके खिलाफ
कहां
कब
इयान बॉथम
28
भारत
दिल्ली
1981-82
इयान बॉथम
32
न्यूजीलैंड
ओवल
1986
एलन लैंब
33
न्यूजीलैंड
ऑकलैंड
1991-92
एंड्रयू फ्लिंटॉफ
33
न्यूजीलैंड
वेलिंगटन
2001-02
स्टुअर्ट ब्रॉड
33
वेस्टइंडीज
मैनचेस्टर
2020
घर में विंडीज के खिलाफ 5वें विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी पार्टरनशिप
मैच में ओली और बटलर ने 5वें विकेट के लिए 140 रन की पार्टनरशिप की। विंडीज के खिलाफ घर में यह इंग्लैंड के लिए 5वें विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले इयान बेल और पॉल कोलिंगवुड ने 2007 में 144 रन की पार्टनरशिप की थी।
सीरीज में दोनों टीमें 1-1 से बराबर
कोरोना के बीच खेली जा रही यह सीरीज दोनों टीमों के बीच 1-1 से बराबरी पर है। सीरीज के पहले टेस्ट में वेस्टइंडीज ने 4 विकेट से जीत दर्ज की थी। जबकि दूसरे मैच में इंग्लैंड ने शानदार खेल दिखाया और विंडीज को 113 रन से हराकर सीरीज बराबर कर दी।
मैनचेस्टर इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जा रहा है। मुकाबला में तीसरे दिन का खेल जारी है। फिलहाल 1-1 से बराबर इस सीरीज के आखिरी मैच में मेजबान इंग्लैंड ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है और मेहमान विंडीज पर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा है। शनिवार को खराब रोशनी के चलते जब खेल निर्धारित समय से पहले खत्म किया गया, तब उसका स्कोर 6 विकेट पर 137 रन था। बल्लेबाजी को उतरे होल्डर और डाउरिच तीसरे दिन बल्लेबाजी को उतरे विंडीज टीम के कप्तान जेसन होल्डर और शेन डाउरिच। होल्डर ने दूसरे दिन तक 24 और डाउरिच ने 10 रन बनाए थे और दोनों ही अब पारी को आगे बढ़ा रहे हैं। जल्दी रुका था दूसरे दिन का खेल खराब रोशनी के कारण दूसरे दिन का खेल जल्दी रोक दिया गया। फिलहाल विंडीज टीम ने अपनी पहली पारी में 47.1 ओवर में 6 विकेट खोकर 137 रन बनाए हैं। मेहमान टीम तब इंग्लैंड (369) से पहली पारी के आधार पर 232 रन पीछे थी। पहले दिन का खेल भी खराब रोशनी के कारण जल्दी रोक दिया गया था।
नई दिल्ली पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावसकर (Sunil Gavaskar) ने कहा कि वह () को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का अध्यक्ष बने रहते देखना पसंद करेंगे। गावसकर ने साथ ही कहा कि वह सौरभ और उनकी टीम को 2023 वर्ल्ड कप के अंत तक साथ देखना पसंद करेंगे। गावसकर ने डेली मेल के लिए अपने कॉलम में लिखा, 'बीसीसीआई और उसके कुछ मान्यता प्राप्त संघों द्वारा कई आवेदनों की सुनवाई को स्थगित करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भारतीय क्रिकेट को अनिश्चिता की स्थिति में पहुंचा दिया है। निश्चित ही, देश की सर्वोच्च अदालत के सामने क्रिकेट से भी ज्यादा कई अधिक महत्वपूर्ण मामले हैं। लेकिन भारतीय क्रिकेट प्रेमी उत्सुकता से फैसले का इंतजार कर रहे हैं।' उन्होंने आगे लिखा, 'व्यक्तिगत रूप से मैं सौरभ और उनकी टीम को भारत में 2023 वर्ल्ड कप के अंत तक साथ देखना पसंद करूंगा। लेकिन देखते हैं कि अदालत का क्या फैसला रहता है।' गावसकर ने लिखा, 'जैसे सौरभ ने शुरुआत में खराब समय के बाद भारतीय टीम को ऊपर उठाया और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के अंदर विश्वास को बहाल किया, इसलिए वह और उनकी टीम बीसीसीआई प्रशासन के साथ भी ऐसा करने में सक्षम दिखते हैं।'
कराची पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड () के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि 10 खिलाड़ियों के कोरोना वायरस (Coronavirus) पॉजिटिव पाए जाने के बाद बोर्ड पर काफी दबाव था कि वह इंग्लैंड दौरे पर अपनी टीम भेजे या नहीं। लेकिन महामारी के बीच खेल की बहाली सुनिश्चित करने के लिए ने दौरे पर टीम भेजने का फैसला किया। पिछले महीने 10 खिलाड़ियों को इंग्लैंड दौरे की टीम से बाहर कर दिया गया था कि वे कोरोना वायरस परीक्षण में पॉजिटिव पाए गए थे। शादाब खान, हारिस राऊफ, हैदर अली, फखर जमां, मोहम्मद रिजवान, वहाब रियाज, इमरान खान, मोहम्मद हफीज, मोहम्मद हसनैन और काशिफ भट्टी उन खिलाड़ियों में शामिल थे, जो पहले दौर में पॉजिटिव पाए गए थे। पाकिस्तान 5 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों श्रृंखला खेलेगा, जिसके बाद तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज खेली जाएगी। पीसीबी के सीईओ वसीम खान के हवाले से पाकिस्तान के एक चैनल ने कहा, 'जब इतने सारे खिलाड़ी पॉजिटिव पाए गए तो बोर्ड पर काफी दबाव था। इसलिए कोरोना वायरस महामारी के बीच क्रिकेट टीम को इंग्लैंड दौरे पर भेजना काफी मुश्किल फैसला था।' उन्होंने कहा, 'हमने दौरे पर जाने की अपनी योजना पर कायम रहने का फैसला किया क्योंकि हमने शुरुआत में टीम को भेजने का फैसला इसलिए किया था क्योंकि हम विश्व क्रिकेट को बहाल करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते थे।' खान ने कहा कि कोविड-19 (Covid- 19) महामारी के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली सुनिश्चित करने के अलावा इंग्लैंड दौरे पर जाने का फैसला करने के पीछे कोई और कारण नहीं था। उन्होंने कहा कि पीसीबी ने इस बात पर भी गौर किया कि वेस्टइंडीज ने महामारी के बावजूद इंग्लैंड दौरे पर जाने का फैसला किया। खान ने कहा, 'जब भी हमारे से इंग्लैंड दौरे पर जाने का फैसला करने के बारे में पूछा जाएगा तो वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम से भी यही सवाल पूछा जाना चाहिए, जिसने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मैच जारी रखने का फैसला किया।' उन्होंने कहा, 'वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने उस समय इंग्लैंड जाने का फैसला किया जब वहां स्थिति काफी खराब थी (महामारी के कारण)।' खान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय टीमों की पाकिस्तान में खेलने को लेकर अब अलग धारणा है। उन्होंने कहा, 'वे अब आने के इच्छुक हैं। मुझे बताइए कि हमारे प्रभार संभालने से पहले श्रीलंका, बांग्लादेश जैसी टीमें टेस्ट या सीमित ओवरों के क्रिकेट के लिए क्यों नहीं आई। हम एमसीसी टीम को भी लेकर आए और बांग्लादेश महिला टीम को भी। इससे हमें आत्मविश्वास मिला कि जल्द ही और टीमें पाकिस्तान आएंगी।'
पाकिस्तान सुपर लीग के पांचवे सीजन (पीएसएल-5) के बचे हुए मैच होना मुश्किल है। दरअसल, कोरोना के बीच इंटरनेशनल क्रिकेट शुरू तो हो चुका है, लेकिन सभी टीमों का शेड्यूल काफी बिजी है। सितंबर और नवंबर में आईपीएल भी होना है। ऐसे में फॉरेन प्लेयर्स का पीएसएल में खेलना मुश्किल है। सिर्फ चार मैच बचे हैं। इनसे ज्यादा कमाई की उम्मीद भी नहीं है। हालांकि, आखिरी फैसला पीसीबी सितंबर तक लेगा। हालांकि, ये लगभग साफ हो गया है कि अब पीएसएल-5 के बाकी चार मैच नहीं खेले जाएंगे।
पाकिस्तान के बाहर नहीं हो सकता पीएसएल
पीसीबी चेयरमैन एहसान मनी पहले ही कह चुके हैं कि लीग के बचे हुए मैच पाकिस्तान के बाहर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में नहीं होंगे। क्योंकि, ब्रॉडकास्टर के साथ हुए समझौते के तहत पूरा पीएसएल पाकिस्तान में ही खेला जाना है।
बैंक गारंटी भी जरूरी
पीसीबी के सूत्रों के मुताबिक, पीसीबी पीएसएल-5 के बचे हुए चार मैचों को लेकर अंतिम फैसला पीएसएल-6 के लिए फ्रेंचाइजीस से बैंक गारंटी मिलने के बाद लेगा। दरअसल, पीसीबी को यह डर है कि बैंक गारंटी मिलने से पहले अगर वो पीएसएल-5 के बचे मैच रद्द करता है तो फ्रेंचाइजी इन मैचों का पैसा एडजस्ट करने की मांग कर सकती हैं। इससे पीसीबी का बजट गड़बड़ा सकता है।
लीग चरण के बाद मुल्तान सुल्तान टॉप पर
पीएसएल के विजेता का फैसला पीसीबी फ्रेंचाइजी से बातचीत के बाद ही करेगा। मार्च के मध्य में लीग को रोके जाने तक मुल्तान सुल्तान लीग पॉइंट्स टेबल में टॉपर टीम थी। पीएसएल-5 के लीग चरण के खत्म होने के बाद कोरोना के कारण इसे बीच में ही रोक दिया गया था। अब चार मैच बाकी हैं।
बचे चार मैचों को करवाने में खर्च ज्यादा, जबकि आय कम
सूत्रों के मुताबिक पीसीबी अगर पीएसएल-5 के बचे हुए चार मैचों का आयोजन करता है तो इसका खर्च लगभग 4.5 से 5 करोड़ पाकिस्तानी रुपए होगा। कमाई सिर्फ 50 लाख ही होगी। यानी पीसीबी के लिए हर लिहाज से यह मैच कराना घाटे का सौदा होंगे।
भारत आज करगिल विजय दिवस की 21वीं वर्षगांठ मना रहा है। आज ही के दिन साल 1999 में भारत ने इस युद्ध में अपने पाकिस्तानी सेना को अपने उन दुर्गम क्षेत्रों से खदेड़कर भगाया था, जहां उसने घुसपैठ कर अपना कब्जा जमा लिया था। करगिल की लड़ाई को ऑपरेशन विजय नाम दिया था, जो 60 दिनों से ज्यादा चली थी। इस मौके पर देश के खिलाड़ियों ने भारतीय सैनिकों के अदम्य साहस को सलाम किया है। देखें- विजय दिवस के इस मौके पर क्या बोले हमारे खिलाड़ी...
करगिल युद्ध के दौरान हमारे रक्षा बलों की बहादुरी और निस्वार्थ बलिदान की अनगिनत कहानियां हैं, जो हमें हमेशा प्रेरित करती हैं। हमारे राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए हम सदैव उनके ऋणी रहेंगे।
The countless stories of valour & selfless sacrifices of our 🇮🇳 Defence Forces during the Kargil War are awe-inspir… https://t.co/VcXqH2RZHu
भारतीय सशस्त्र बलों के हमारे बहादुर जवानों की वीरता और साहस को सलाम, जिन्होंने हमारे राष्ट्र के लिए लड़ते हुए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए। यह सब उन्होंने हमें सुरक्षित रखने के लिए किया। जय हिंद
Saluting the valour and courage of our brave hearts of the Indian Armed Forces who laid down their lives fighting f… https://t.co/0qNeW7ioRK
वीवीएस लक्ष्मण ने अपने ट्वीट में लिखा, 'करगिल विजय दिवस पर सभी बहादुरों को श्रद्धांजलि। अपने सुरक्षा बलों के साहस और उनके त्याग के लिए हम हमेशा उनके ऋणी रहेंगे।'
Tribute to all the bravehearts on #KargilVijayDivas . Always indebted to the gallantry and sacrifice of our armed f… https://t.co/KkjHxwTj7l
वीरेंदर सहवाग ने अपने ट्वीट में लिखा, 'जिन शहीदों ने हमारी रक्षा की उन्हें दिल की गहराइयों से श्रद्धांजलि, उन सैनिकों को भी सल्यूट जो हमारी रक्षा करते हैं। आप हैं तो हम हैं।'
कारगिल #विजय_दिवस _युद्ध में शहीद हुए माँ भारती के सच्चे वीर बहादुर सैनिकों को मेरा शत शत नमन।🙏🏻💐 #कारगिल_विजय_दिवस… https://t.co/MgYp0eqd7F
नई दिल्ली कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण स्थगित हुआ आईपीएल () आखिरकार यूएई में 19 सितंबर से शुरू होने जा रहा है। इस टूर्नमेंट में तीन बार की चैंपियन और पिछले सीजन की उपविजेता (CSK) इस बार अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। खबर है कि टीम के कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) और उनके खिलाड़ी यूएई में लीग की बाकी टीमों पहले ही यहां पहुंच जाएंगे। ताकि खिलाड़ी यहां के माहौल के हिसाब से अभ्यस्त हो जाएं और लंबे समय से ब्रेक पर रहे खिलाड़ी यहां जमकर अभ्यास कर सकें। गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक धोनी ऐंड कंपनी (धोनी और उनकी टीम) अगस्त के दूसरे सप्ताह में ही यूएई लैंड कर जाएगी, जबकि इस लीग के बाकी 7 फ्रैंचाइजियां अगस्त के तीसरे सप्ताह में यहां एंट्री करेंगी। सीएसके टीम मैनेजमेंट का मानना है कि उनके खिलाड़ी कोविड-1 9 (Covid- 19) महामारी के कारण लंबे समय से घर पर हैं और वह उन्हें इतने लंबे ब्रैक के बाद क्रिकेट से तालमेल बैठाने में कुछ समय चाहिए। इस टीम में सबसे ज्यादा फोकस एमएस धोनी पर होगा। धोनी वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही क्रिकेट मैदान से दूर रहे हैं। वह मार्च में इस लीग की शुरुआत के साथ वापसी करने वाले थे और उन्होंने तब सीएसके द्वारा आयोजित कैंप में भी हिस्सा लिया था लेकिन कोविड- 19 के कारण इस लीग को तब स्थगित करना पड़ा था। इस लीग की शुरुआत और फाइनल मैच की तारीख भले घोषिक कर दी गई हैं लेकिन अभी तक टूर्नमेंट का पूरा शेड्यूल बाहर नहीं आया है। न ही यह मालूम है कि पहला मैच किन दो टीमों के बीच शुरू होगा। हालांकि इस बात की पूरी उम्मीदें हैं कि इस बार की डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियंस (MI) पिछली बार की उपविजेता रही चेन्नै सुपरकिंग्स (CSK) से भिड़कर ही इस लीग की शुरुआत होगी। चेन्नै सुपरकिंग्स की टीम में धोनी के अलावा, सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा, हरभजन सिंह, केदार जाधव, दीपक चाहर, पीयूष चावला और शार्दुल ठाकुर जैसे स्टार खिलाड़ी मौजूद हैं।
नई दिल्ली श्रीलंका के दिग्गज क्रिकेटर कुमार संगकारा () ने (ICC) के चेयरमैन पद के लिए () का समर्थन किया है। श्रीलंका के इस पूर्व कप्तान ने कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड () के अध्यक्ष का 'कुशाग्र क्रिकेट दिमाग' और प्रशासक के रूप में अनुभव उन्हें इस भूमिका के लिए 'काफी उपयुक्त' दावेदार बनाता है। संगकारा ( for ) ने स्वीकार किया कि वह गांगुली के बड़े समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान की अंतरराष्ट्रीय मानसिकता है, जो महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए पक्षपात रहित रहने के लिए जरूरी है। मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के वर्तमान अध्यक्ष संगकारा ने ‘इंडिया टुडे’ से कहा, 'मुझे लगता है कि सौरभ गांगुली बदलाव ला सकते हैं। दादा (गांगुली) का बड़ा प्रशंसक हूं, सिर्फ क्रिकेटर के रूप में उनके दर्जे के कारण नहीं बल्कि मुझे लगता है कि उनके पास कुशाग्र क्रिकेट दिमाग है।' उन्होंने कहा, 'वह दिल से क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ हित के बारे में सोचते हैं और जब आप आईसीसी में हो तो यह सिर्फ इसलिए नहीं बदलना चाहिए कि आप बीसीसीआई अध्यक्ष हो या इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के या श्रीलंका क्रिकेट या किसी अन्य बोर्ड के।' संगकारा ने कहा, 'आपकी मानसिकता अंतरराष्ट्रीय होनी चाहिए और आप जहां से आए तो वहां को लेकर भेदभाव नहीं होना चाहिए, जैसे कि मैं भारतीय, श्रीलंकाई, ऑस्ट्रेलियाई या इंग्लैंड का हूं। उसे समझना चाहिए कि मैं क्रिकेटर हूं और वही कर रहा हूं, जो क्रिकेट खेलने वाले सभी देशों के लिए सर्वश्रेष्ठ है।' 42 वर्षीय संगकारा ने कहा कि गांगुली में रिश्ते बनाने की क्षमता है, जो क्रिकेट की संचालन संस्था में प्रभावी पद के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, 'बीसीसीआई अध्यक्ष बनने से पहले भी मैंने उनका काम देखा है। प्रशासन और कोचिंग से भी पहले, उन्होंने किस तरह दुनिया भर के खिलाड़ियों से रिश्ते बनाए, एमसीसी क्रिकेट समिति में उनका कार्यकाल।' बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर ने इस महीने की शुरुआत में आईसीसी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया। चुनाव होने तक हॉन्गकॉन्ग के इमरान ख्वाजा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया है। संगकारा एकमात्र पूर्व अंतरराष्ट्रीय कप्तान नहीं हैं जिन्होंने गांगुली का समर्थन किया है। साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट निदेशक ग्रीम स्मिथ ने भी इस पद के लिए गांगुली का समर्थन किया है। गांगुली ने हालांकि हाल में कहा था कि आईसीसी पद को लेकर उन्हें कोई जल्दबाजी नहीं है।
नई दिल्ली टीम इंडिया के सीनियर ऑफ स्पिनर () भले क्रिकेट मैदान पर खुद 'दूसरा' फेंकने में माहिर हों। लेकिन इस बार मुंबई की बिजली कंपनी ने ही उन्हें 'दूसरा' फेंक दिया है। जी हां भज्जी इस बार अपने मुंबई के घर का बिजली का बिल देखकर हैरान हैं। उन्होंने टि्वटर पर बताया कि यह सामान्य से 7 गुना ज्यादा आया है। लॉकडाउन के बाद से ही मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में बिजली उपभोक्ताओं की खूब शिकायतें आ रही हैं कि बिजली कंपनियां यहां मनमाना बिल (High Electricity Bill) भेज रही हैं। कई सिलेब्रिटीज ने अपने बिल को लेकर सोशल मीडिया पर बिजली वितरण कंपनियों के खिलाफ आवाज उठाई है, जिसमें अब हरभजन सिंह भी शामिल हो गए हैं। हरभजन ने अपने ट्वीट में हैरानी वाले तीन इमोजी बनाते हुए अडानी इलेक्ट्रीसिटी मुंबई को टैग करते हुए लिखा, 'इतना बिल पूरे मोहल्ले का लगा दिया क्या?' इसके बाद भज्जी ने इस बिजली कंपनी की ओर से आए बिल वाले मैसेज को पोस्ट करते हुए लिखा- 'नॉर्मल बिल से 7 टाइम (गुना) ज्यादा??? वाह' इस पोस्ट के मुताबिक भज्जी का 33,900 रुपये का बिल है। भज्जी इसे 7 गुना ज्यादा बता रहे हैं यानी उनका मंथली बिजली बिल करीब 4500-5000 रुपये के बीच आता है।