Thursday, May 14, 2020
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बेदखल हसन अली को एक और झटका May 14, 2020 at 08:24PM
जब दीप्ति शर्मा और पूनम राउत ने मिलकर जोड़े 320 रन May 14, 2020 at 08:14PM
रोहित ने कहा- कोरोना में हमें आशा की किरण तलाशनी चाहिए, धरती मां खुद को स्वस्थ रखने के लिए ऐसा कर रही May 14, 2020 at 07:57PM
कोरोनावायरस जैसी महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके कारण विश्व की एक तिहाई से ज्यादा आबादी घरों में कैद रहने के लिए मजबूर हो गई है। ऐसी स्थिति में भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा ने इसे धरती मां का खास संदेश बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में हमें आशा की किरण तलाशनी चाहिए। धरती मां खुद को स्वस्थ रखने के लिए ऐसा कर रही है।
रोहित ने ट्वीट किया, ‘‘यह वायरस हम सभी के जीवन में एक तूफान की तरह आया है। हम जिन चीजों को सामान्य कहते हैं, उसे इसने बर्बाद कर दिया। यदि हम चीजों को सकारात्मक तौर पर देखें तो, यह धरती मां अपने आप को स्वस्थ्य रखने के लिए कर रही हैं। यह इस मुश्किल के समय में आपको आशा की किरण तलाशने के लिए कह रही है। हमें ऐसा करना भी चाहिए।’’
कोरोना के कारण खेल पर असर
कोरोनावायरस के कारण दो महीने से क्रिकेट समेत कोई भी खेल टूर्नामेंट नहीं हुआ है। क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। वहीं टोक्यो में इस साल होने वाले खेल के सबसे बड़े इवेंट ओलिंपिक को भी एक साल के लिए टाल दिया गया है।
रोहित के नाम आईपीएल के 188 मैच में 4898 रन
रोहित शर्मा ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। रोहित के नाम आईपीएल के 188 मैच में 4898 रन हैं। वे फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के कप्तान हैं। रोहित ने मुंबई को तीन बार खिताब जिताया है।
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ऑस्ट्रेलिया ने एक दिन में बना दिए थे 721 रन, ऐसा रेकॉर्ड जिसका टूटना है 'नामुमकिन' May 14, 2020 at 07:05PM
जोकोविच ने कहा- मुझे खुद पर पूरा विश्वास, संन्यास से पहले फेडरर-नडाल को पीछे छोड़ सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतूंगा May 14, 2020 at 07:04PM
सर्बिया के टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच (32) ने दावा किया है कि वे संन्यास से पहले सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतेंगे। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें खुद पर पूरा विश्वास है। अब तक जोकोविच ने 17 ग्रैंड स्लैम जीते हैं। उनके अलावा स्पेन के राफेल नडाल ने 19 और अर्जेंटीना के रोजर फेडरर ने सबसे ज्यादा 20 बार खिताब जीते हैं।
जोकोविच ने कहा, ‘‘मुझे हमेशा खुद पर पूरा विश्वास होता है। मुझे विश्वास है कि मैं सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतकर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर सकता हूं। इस मामले में मैं लंबे समय के लिए नंबर-1 रह सकता हूं। निश्चित तौर पर यही एकमात्र मेरा लक्ष्य भी है।’’
40 की उम्र तक खेल सकते हैं जोकोविच
फेडरर इस साल अगस्त में 39 साल के हो जाएंगे। इस पर 32 साल के जोकोविच ने कहा कि वे अभी भी मानते हैं कि टेनिस में उनका करियर 40 की उम्र तक रहेगा। जोकोविच ने कहा, ‘‘मैं विश्वास नहीं करता कि खेल की कोई सीमा होती है। यह सभी सीमाएं केवल आपके अंहकार या दिमाग का भ्रम हैं।’’
2008 में जोकोविच ने पहला ग्रैंड स्लैम जीता था
सर्बियाई स्टार ने 2008 में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब ऑस्ट्रेलियन ओपन के रूप में जीता था। तब वे वर्ल्ड नंबर-3 खिलाड़ी थे। इस साल भी कोरोना से पहले उन्होंने फरवरी में 8वीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन ग्रैंड स्लैम जीता था। फाइनल में उन्होंने ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को शिकस्त दी थी।
जोकोविच ने कोरोना वैक्सीन की अनिवार्यता का विरोध किया था
माना जा रहा है कि कोरोना की वैक्सीन बनने के बाद ही टेनिस शुरू हो सकेगा। हाल ही में पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी एमी मैरेस्मो ने ‘नो वैक्सीन-नो टेनिस’ मुहिम भी चलाई थी। इसका जोकोविच ने व्यक्तिगत तौर पर विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि टीका लगवाना है या नहीं, यह लोगों की मर्जी होनी चाहिए। इसके लिए किसी को मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।
इस साल विंबलडन रद्द, फ्रेंच और यूएस ओपन होना मुश्किल
कोरोना महामारी के कारण साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम विंबलडन रद्द कर दिया गया है। जबकि तीसरा खिताब फ्रेंच ओपन को सिंतबर तक के लिए टाल दिया गया। वहीं, साल के आखिर में होने वाले ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन अक्टूबर-नवंबर में होना है, जिसको लेकर अगले महीने कोई फैसला लिया जा सकता है।
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कोरोना वायरस: सबसे पहले इस देश में हो रही है क्रिकेट की वापसी May 14, 2020 at 06:20PM
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्ट एक ही मैदान पर कराने की तैयारी, हेजलवुड बोले- एडिलेड सबसे सही जगह May 14, 2020 at 05:43PM
कोरोनावायरस के कारण 2 महीने से कोई क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं हुआ है। इस कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) समेत अन्य बोर्ड की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। ऑस्ट्रेलिया के पास कर्मचारियों को वेतन देने के पैसे तक नहीं हैं। ऐसे में वह भारत के साथ साल के आखिर में होने वाली टेस्ट सीरीज को एक ही मैदान पर कराने की तैयारी कर रहा है। तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने इसके लिए एडिलेड को सही जगह बताया है।
भारतीय टीम को इस साल नवंबर-दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 4 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज खेलना है। आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सीए के सीईओ केविन रॉबर्ट्स ने भारत के सामने एक टेस्ट ज्यादा खेलने का प्रस्ताव रखा है। यह सभी मैच बगैर दर्शकों के होना संभव हैं।
भारत के साथ सीरीज से बड़ी कमाई होगी
रॉबर्ट्स ने कहा, ‘‘दिसंबर-जनवरी में भारत की मेजबानी के लिए सभी विकल्पों पर चर्चा की जा रही है। इस सीरीज से सीए को बड़ी कमाई होगी। हमारे सामने एक विकल्प यह भी है कि सीरीज के सभी मैच एक ही जगह पर बगैर दर्शकों के कराए जाएं। यह सीरीज आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत खेली जाएगी। चैम्पियनशिप की अंक तालिका में भारतीय टीम पहले और ऑस्ट्रेलिया दूसरे नंबर पर है। टॉप-2 टीमें जून 2021 में लॉर्ड्स मैदान पर चैम्पियनशिप का फाइनल खेलेंगी।’’
‘खिलाड़ियों को नए होटल में ठहराएं’
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने कहा, ‘‘एक मैदान पर कई टेस्ट कराने की संभावना हो सकती है। यह आखिरी विकल्प होगा। एडिलेड ओवल इसके लिए सबसे सही जगह साबित हो सकता है। यहां खिलाड़ियों को मैदान के नए होटल में ठहराया जा सकता है।’’
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कोरोना सबसे भयानक दौर, दुनिया खौफ में: शास्त्री May 14, 2020 at 04:48PM
बेसबॉल, फुटबॉल, मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के बाद गोल्फ भी पटरी पर, द.कोरिया में 19 करोड़ प्राइज मनी वाला टूर्नामेंट शुरू May 14, 2020 at 03:27PM
बेसबॉल, फुटबॉल, मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के बाद गोल्फर्स की भी कोर्स पर वापसी हो गई है। दक्षिण कोरिया में गुरुवार से केएलपीजीए चैम्पियनशिप शुरू हुई। यह लॉकडाउन के बाद शुरू हुआ पहला गोल्फ टूर्नामेंट है। इसमें 150 महिला खिलाड़ी हिस्सा ले रही हैं। प्राइज मनी 19 करोड़ रुपए है।चैम्पियनशिप में सुरक्षा के लिएखिलाड़ी समेत सभी स्टाफ और अन्य लोग भी मास्क पहने सोशल डिस्टेंसी का पालन कर रहे हैं।
कोरोनावायरस के कारण क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया। जबकि टोक्यो में इस साल होने वाले खेलों का सबसे बड़ा इवेंट ओलिंपिक को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
टेस्ट के बीच ट्रेनिंग शुरू, खिलाड़ियों का कॉन्ट्रैक्ट भी बढ़ेगा
वहीं, फुटबॉल टूर्नामेंट इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के खिलाड़ी सोशल डिस्टेंसिंग और टेस्ट के बीच ट्रेनिंग शुरू कर चुके हैं। उनका तापमान भी जांचा जा रहा है। जिनका कॉन्ट्रैक्ट 30 जून तक खत्म हो रहा है, उन्हें शॉर्ट टर्म कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा।
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2028 ओलिंपिक के लिए खेल मंत्रालय ने 14 गेम्स चुने, हरियाणा समेत 5 राज्यों में मुक्केबाज तो मध्यप्रदेश में निशानेबाज तैयार होंगे May 14, 2020 at 08:29AM
कोरोना की वजह से टोक्यो ओलिंपिक एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब गेम्स 2021 में होंगे, लेकिन भारत का लक्ष्य 2028 के ओलिंपिक की मेडल टेली में टॉप-10 में आना है। इसके तहत खेल मंत्रालय ने वन स्टेट, वन गेम्स की योजना तैयार की है। इसके लिए 14 खेल चुने गए हैं। राज्यों को ये खेल गोद दिए गए हैं। राज्यों पर ही इनके खिलाड़ियों को तैयार करने की जिम्मेदारी होगी।
वन स्टेट, वन गेम्स के तहत हरियाणा सहित 5 राज्य ओलिंपिक के लिए बॉक्सर तैयार करेंगे। जबकि दिल्ली समेत 3 राज्यों ने पहलवानों को तैयार करने की जिमेदारी ली है। मध्य प्रदेश अकेला राज्य होगा, जो निशानेबाज तैयार करेगा। 14 खेलों में आर्चरी, बॉक्सिंग, शूटिंग, बैडमिंटन, रेसलिंग, हॉकी, साइक्लिंग, एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, टेबल टेनिस, स्विमिंग, जूडो, फेंसिंग और रोइंग शामिल है।
इन खेलों के एक्सीलेंस सेंटर भी होंगे स्थापित
जूडो, हॉकी, फेंसिंग और साइक्लिंग के सेंटर शुरू भी हो चुके हैं। इन सेंटरों पर जूनियर खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के साथ पढ़ाई का भी इंतजाम किया गया है। इसके लिए कई स्कूलों से करार किया गया है।
प्रदर्शन के आधार पर राज्यों को खेल की जिम्मेदारी
खेल की लोकप्रियता और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रदर्शन के आधार पर राज्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। खेल मंत्रालय राज्यों को बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराने और खिलाड़ियों को बेहतर कोचिंग दिलाने में सहयोग करेगा। ऐसा नहीं है कि राज्य अन्य खेलों को भी बढ़ावा नहीं दे सकते हैं, लेकिन केंद्र सरकार केवल एक ही खेल को आगे बढ़ाने में सहयोग करेगी।
पांच राज्यों को बॉक्सिंग को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी
2028 के ओलिंपिक के लिए मुक्केबाजों को तैयार करने की जिम्मेदारी पांच राज्यों पर हैं। इनमें हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, असम, मेघालय और मिजोरम शामिल हैं।
टोक्यो के लिए हरियाणा से 4 बॉक्सर क्वालिफाई
देश को ओलिंपिक बॉक्सिंग में पहला मेडल विजेंद्र सिंह ने 2008 के बीजिंग गेम्स में दिलाया था। वहीं, 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले 9 मुक्केबाजों में से 4 हरियाणा से ही हैं। इसमें पूजा रानी, अमित पांघल, विकास कृष्णन और मनीष कौशिक शामिल हैं। हरियाणा के रोहतक में नेशनल बॉक्सिंग एकेडमी भी स्थापित की गई है। हरियाणा के अलावा उत्तर पूर्वी राज्यों में भी बॉक्सिंग लोकप्रिय है। टोक्यो 2020 के लिए क्वालिफाई करने वाली महिला मुक्केबाज लवलीना और एमसी मैरीकॉम यहीं से आती हैं।
कुश्ती को दिल्ली, नागालैंड और महाराष्ट्र बढ़ावा देंगे
दिल्ली, नागालैंड और महाराष्ट्र अपने राज्य में कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए आगे आए हैं। इन राज्यों ने वन स्टेट, वन गेम्स के तहत कुश्ती को गोद लिया है और ये ओलिंपिक के लिए पहलवान तैयार करेंगे।
देश को कुश्ती में दो ओलिंपिक मेडल दिलाने वाले सुशील कुमार ने दिल्ली केछत्रसाल स्टेडियम में ही खेल कीबारीकियां सीखीं हैं। वहीं, लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीतने वालेयोगेश्वर दत्त भी दिल्ली में ही प्रैक्टिस करते हैं।टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले दीपक कुमार और बजरंग पूनिया ने भी इसी स्टेडियम से अपने करियर की शुरुआत की है।
महाराष्ट्र के पहलवानों का भी बेहतर प्रदर्शन
राष्ट्रीय स्तर पर भी दिल्ली और हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के पहलवानों का दबदबा रहा है। देश को कुश्ती में 1952 में ओलिंपिक में पहला मेडल महाराष्ट्र के केडी जाधव ने ही दिलाया था। वहीं, महाराष्ट्र के पहलवान नरसिंह यादव ने 2016 में रियो गेम्स के लिए क्वालिफाई किया था। लेकिन डोपिंग में फंसने के कारण वह नहीं खेल पाए।
मध्यप्रदेश में तैयार होंगे निशानेबाज
मध्यप्रदेश ने ओलिंपिक के लिए शूटर तैयार करने की जिम्मेदारी ली है। राज्य सरकार की ओर से भोपाल में इंटरनेशनल शूटिंग रेंज बनाया गया है। मध्यप्रदेश के शूटर पिछले कुछ सालों से नेशनल स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। ट्रैप शूटिंग में मध्यप्रदेश का दबदबा है। मध्यप्रदेश की चिंकी यादव ने 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल में टोक्यो गेम्स के लिए देश को ओलिंपिक कोटा दिलाया है।
5 राज्य तीरंदाजी को बढ़ावा देंगे
झारखंड, राजस्थान, छतीसगढ़, सिक्किम और लद्दाख आर्चरी को बढ़ावा देंगे। झारखंड में टाटा की आर्चरी अकेडमी है। यहां से कई तीरंदाज देश के लिए इंटरनेशनल स्तर पर मेडल जीत चुके हैं। राजस्थान के कई गांवों में आर्चरी काफी लोकप्रिय है। लिम्बा राम जैसे तीरंदाज राजस्थान ने देश को दिए हैं।
ओलिंपिक में इन 14 खेलों में भारत का प्रदर्शन
खेल मंत्रालय ने जिन 14 खेलों को वन स्टेट और वन गेम्स के तहत शामिल किया है, उसमें भारत ने अब तक कुल 24 मेडल जीते हैं। हॉकी में भारत ने अब तक 8 गोल्ड, 1 सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं जबकि कुश्ती में कुल 4 पदक जीते हैं। इसमें एक सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज शामिल हैं।
वेटलिफ्टिंग में भारत ने इकलौता मेडल 2000 के सिडनी ओलिंपिक में जीता था। तब मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक जीता था। बैडमिंटन में दो मेडल मिले हैं। पीवी सिंधु ने रियो ओलिंपिक में सिल्वर और साइना नेहवाल ने लंदन गेम्स में कांस्य जीता था।
बॉक्सिंग में 2 और शूटिंग में 4 मेडल
अब तक हुए ओलिंपिक में बॉक्सिंग में दो मेडल मिलेहैं। महिला मुक्केबाज एमसीमैरीकॉम और विजेंद्र कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। वहीं, शूटिंग में एक गोल्ड सहित चार मेडल मिले हैं। अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड, विजय कुमार और राज्यवर्धन सिंह राठौरने सिल्वर और गगन नारंग ने ब्रॉन्ज मेडल जीताहै।
योगेश्वर ने कहा- हरियाणा में कुश्ती को नजरअंदाज नहीं कर सकते
अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त ने भास्कर से बातचीत में कहा कि वन स्टेट, वन गेम्स उन राज्यों के लिए ठीक है, जहां पर कोई खेल लोकप्रिय नहीं है। लेकिन हरियाणा, दिल्ली सहित कई राज्यों में एक से ज्यादा खेल लोकप्रिय है। हरियाणा में केवल बॉक्सिंग को बढ़ावा नहीं दे सकते हैं। यहां कुश्ती, हॉकी और कबड्डी को आप नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
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झुग्गी में रह रहीं भारतीय एथलीट प्राजक्ता का परिवार भूखमरी से जूझ रहा, वे इटली वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में खेल चुकीं May 13, 2020 at 09:55PM
कोरोनावायरस और लॉकडाउन के कारण भारत समेत दुनियाभर में बेरोजगारी और भूखमरी अपने चरम पर है। भारत की एक युवा एथलीट प्राजक्ता (24) और उनके माता-पिता को भी भूख से लड़ना पड़ रहा है। प्राजक्ता पिछले साल इटली में हुए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 5000 मीटर रेस में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
प्राजक्ता नागपुर के सिरसपेथ झुग्गी में अपने माता-पिता के साथ रहती है। 3 सदस्यीय परिवार में उनके पिता विलास गोडबोले लकवा से पीड़ित हैं। वह पहले सुरक्षा गार्ड का काम करते थे, लेकिन कुछ साल पहले एक्सिडेंट के बाद उन्हें लकवा हो गया था।
‘घर में खाने के लिए कुछ भी नहीं बचा’
प्राजक्ता की मां अरुणा शादी-पार्टीमें खाना बनाने का काम करती हैं। इससे महीने में उन्हें 5000 से 6000 रुपए की कमाई हो जाती थी, उसी से उनका घर चलता था। लेकिन, लॉकडाउन के कारण शादी भी नहीं हो रही हैं। अब उनको परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। घर का राशन खत्म हो गया है। अब उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।
‘आस-पास के लोगों ने दिया खाने का सामान’
प्राजक्ता ने न्यूज एजेंसी को बताया, ‘‘राशन खत्म हो गया है। हम अब दूसरों की मदद पर ही बचे हुए हैं। लोगों ने हमें चावल, दाल और अन्य चीजें दीं। इसी कारण हमारे पास अब दो-तीन का खाना है, लेकिन मुझे नहीं पता कि उसके बाद क्या होगा। यह लॉकडाउन हमारे लिए क्रूर शाबित हुआ है।’’
‘ट्रेनिंग नहीं, अपने जीवन को लेकर हूं चिंतित’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रशिक्षण के बारे में नहीं सोच रही हूं। मुझे नहीं पता कि मैं इस परिस्थिति में कैसे बचूंगी। जीवन हमारे लिए बहुत कठोर है। तालाबंदी ने हमें बर्बाद कर दिया है।’’
लॉकडाउन खुलने का कर रहे इंतजार: मां
मां अरुणा ने कहा, ‘‘वह हर समय यह सोच रही हैं कि कब इस तालाबंदी को हटाया जाएगा और वह अपना काम शुरू कर सकेंगी। हम बहुत गरीब हैं, लेकिन कम से कम हम अपनी नौकरी से मिलने वाले पैसे से बच सकते थे।’’
एथलेटिक्स फेडरेशन से मदद नहीं मांगी
प्राजक्ता ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि क्या करना है, मेरे माता-पिता कुछ नहीं कर सकते। हम बस प्रार्थना कर सकते हैं कि यह तालाबंदी समाप्त हो जाए। हम बस उसी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’’ धावक ने जिले या राज्य के किसी भी एथलेटिक्स अधिकारियों से मदद नहीं मांगी है। प्राजक्ता इस साल की शुरुआत में टाटा स्टील भुवनेश्वर हाफ मैराथन में 21.097 किमी में 1:33:05 के साथ दूसरे स्थान पर रही थी।
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जाली पासपोर्ट: 70 दिनों से हिरासत में है महान फुटबॉलर May 13, 2020 at 09:45PM
खेल रत्न के लिए शूटिंग से अंजुम मुदगिल और द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए लगातार दूसरे साल जसपाल का नाम भेजा May 13, 2020 at 09:38PM
नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) ने खेल रत्न के लिए अंजुम मुदगिल का नाम खेल मंत्रालय को भेजा है। मुदगिल वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर-2 पर हैं।जबकि द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए लगातार दूसरे साल जसपाल राणा के नाम की सिफारिश की है। पिछली बार पैरालिम्पिक में रजत पदक जीतने वाली दीपा मलिक और रेसलर बजरंग पूनिया को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड मिला था।
एनआरएआई ने पिस्टल शूटर के चैम्पियन सौरभ चौधरी और अभिषेक वर्मा का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए नामित किया है।इस साल के अर्जुन अवॉर्ड और खेल रत्न के लिए जनवरी 2016 से दिसंबर 2019 तक के प्रदर्शन पर विचार किया जाएगा।
मुदगिल ने 2008 वर्ल्ड कप में सिल्वर मेडल जीता था
मुदगिल ने 2008 में डेब्यू किया था। उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक के लिए 10 मीटर एयर राइफल इवेंट के लिए कोटा हासिल कर लिया है। मुदगिल ने 2008 के आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में सिल्वर मेडल जीता था। पिछली बार बीजिंग और म्यूनिख में हुए वर्ल्ड कप में उन्होंने दिव्यांश के साथ मिक्स्ड डबल्स में गोल्ड जीता था।
फेंसिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के सेक्रेटरी बसीर खान ने बताया कि अर्जुन अवॉर्ड के लिए तलवारबाज भवानी देवी का नाम भेजा जाएगा। भवानी ने 2018 में सीनियर कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप में साब्रे स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता था। वे कॉमनवेल्थ में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय तलवारबाज हैं।
पहली बार खेल मंत्रालय ने ऑनलाइन आवेदन मंगाए
खेल मंत्रालय ने कोरोनावायरस की वजह से इस बार राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के दावेदारों से नामांकन पहली बार ई-मेल से मंगाए हैं। आमतौर पर नामांकन भेजने की प्रक्रिया अप्रैल में ही शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से मई में आवेदन मांगे गए हैं। इसकी आखिरी तारीख 3 मई है।
खेल दिवस पर राष्ट्रपति देते हैं पुरस्कार
हर साल 29 अगस्त को हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यान चंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित सादे समारोह में राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड, द्रोणाचार्य अवॉर्ड और ध्यानचंद पुरस्कार दिया जाता है।
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