अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) अब इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए उसने देश में पहला इंटरनेशनल स्टेडियम बनाने की पूरी तैयारी कर ली। राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी ने राजधानी काबुल में 12000 स्क्वेयर मीटर जमीन को मंजूरी भी दे दी।
अफगानिस्तान ने शुरुआती दिनों में UAE के शारजाह को होम ग्राउंड बनाया था। इसके बाद ACB ने भारत के देहरादून को होम ग्राउंड के तौर पर अपनाया। अफगानिस्तान बोर्ड ने 2019 में होम ग्राउंड को लखनऊ के इकाना क्रिकेट स्टेडियम में शिफ्ट कर लिया।
मस्जिद और स्वीमिंग पूल भी होगा
स्टेडियम की क्षमता 35 हजार दर्शकों की रहेगी। परिवार के लिए बैठने की व्यवस्था अलग से रहेगी। स्टेडियम में फाइव स्टार गेस्ट हाउस के साथ स्वीमिंग पूल, इंडोर और आउट डोर एकेडमी, हेल्थ क्लीनिक, कार पार्किंग, प्रशासनिक कार्यालय के साथ मस्जिद भी रहेगी।
स्टेडियम की मंजूरी से खुशी
ACB चेयरमैन फरहान युसुफजई ने कहा, ‘‘काबुल में स्टेडियम की मंजूरी से खुशी मिली है। अब अफगानिस्तान में ऐसी जगह (स्टेडियम) मिलने वाली है जहां फैंस अपने फेवरेट क्रिकेटर्स को खेलते देख सकेंगे। इसको लेकर मैं राष्ट्रपति को भी धन्यवाद देता हूं। वे हमेशा ही देश में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए सपोर्ट करते रहे हैं।’’
नई दिल्लीभारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच एडिलेड में खेला गया था, जहां मेहमान टीम को 8 विकेट हार मिली थी। अब सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर 26 दिसंबर से खेला जाएगा, जिसे बॉक्सिंग डे टेस्ट भी कहते हैं। अब सवाल उठना लाजमी है कि आखिर टेस्ट क्रिकेट तो ठीक है, लेकिन बॉक्सिंग से क्या मतलब है। तो बता दें कि यहां बॉक्सिंग का मतलब मुक्केबाजी से नहीं, बल्कि 'क्रिसमस बॉक्स' से है। पहले जानें 'बॉक्सिंग डे' इतिहासदुनिया के कई देशों में क्रिसमस (25 दिसंबर) के अगले दिन यानी 26 दिसंबर को बॉक्सिंग-डे कहा जाता है। क्रिसमस के अगले दिन जब लोग अपने दोस्तों व परिजनों से मिलते हैं तो उन्हें बॉक्स में गिफ्ट करके देते हैं। यह परंपरा सैकड़ों साल से चली आ रही है। एक मान्यता है कि इस दिन का नाम 'क्रिसमस बॉक्स' पर पड़ा। इसके साथ ही जिन कर्मचारियों को क्रिसमस के दिन भी काम किया करना पड़ता था और उनके मालिक अगले दिन 26 दिसंबर को तोहफे दिया करते थे, जिसमें कई बार भोजन तक होता था। बॉक्सिंग डे से जुड़ी एक अन्य थिअरी भी है। इसके अनुसार चर्च में त्योहारों के सीजन में एक बॉक्स रखा जाता है, जिसमें लोग जरूरतमंदों के लिए दान करते हैं। चर्च से जुड़े लोग क्रिसमस से अगले दिन यानी 26 दिसंबर को उस बॉक्स को खोलकर उसका सामान गरीबों और जरूतमंदों को बांट देते हैं। ऐसे हुआ क्रिकेट और बॉक्सिंग डे का जुड़ावखैर, यह तो रही बॉक्सिंग डे की बात। अब जानते हैं कि आखिर इसका क्रिकेट से जुड़ाव कैसे हुआ। 1892 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में शेफील्ड शील्ड का एक मैच हुआ। इससे विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच क्रिसमस के दौरान क्रिकेट मुकाबलों की परंपरा बन गई। हालाकं, मेलबर्न में पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच 1950 में खेला गया। यह मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया। यह मैच 22 दिसंबर को शुरू हुआ, लेकिन धीरे-धीरे बॉक्सिंग डे क्रिकेट इतिहास का हिस्सा बनने लगा। 85,596 दर्शक टेस्ट मैच देखने पहुंचे1980 से पहले सिर्फ मेलबर्न में सिर्फ चार टेस्ट मैच बॉक्सिंग डे के दौरान खेले गए। ये 1952, 1968 और 1974 और 1975 में खेले गए। इसके अलावा 1967, 1972 और 1976 में ऐडिलेड में ये मैच हुए। 1975 में क्लाइव लायड की वेस्ट इंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए मैच में यह समझ आया कि बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच बड़ा बन सकता है। इस मैच को देखने मैच के पहले दिन 85,596 दर्शक पहुंचे। हालांकि इस मैच के बाद भी परंपरा शुरू नहीं हो पाई। पढ़ें-फिर ऑस्ट्रेलिया ने रेगुलर खेलना शुरू किया बॉक्सिंग डे टेस्टइसके करीब पांच साल बाद ऑस्ट्रेलिया ने मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच करवाना शुरू किया। इसके बाद सिर्फ एक बार 1989 में मेलबर्न में टेस्ट मैच नहीं हुआ है। इस दिन ऑस्ट्रेलिया और श्री लंका के बीच वनडे मैच खेला गया था। सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही नहीं इस मौके पर न्यू जीलैंड और साउथ अफ्रीका में भी मैच खेला जाता है। पढ़ें-पढ़ें- पढ़ें-
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में फ्लॉप साबित हुए टीम इंडिया के ओपनर पृथ्वी शॉ को ऑस्ट्रेलियाई ओपनर जो बन्स टिप्स देने के लिए तैयार हैं, लेकिन वह सीरीज खत्म होने के बाद उन्हें टिप्स देंगे।
बर्न्स ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से ओपनिंग करते हुए दूसरी पारी में नाबाद 51 रन बनाए थे। बर्न्स ने कहा,” मैं उन्हें तब तक कोई सलाह नहीं दे सकता, जब तक मैं उनके खिलाफ खेलूंगा। मैं चाहता हूं कि वे रन नहीं बनाए। मैं उनको फॉलो नहीं करता। ऐसे में मुझे वास्तव में नहीं पता है कि उन्हें कहां परेशानी हो रही है। अगर वे टीम इंडिया से खेल रहे हैं, इसका मतलब है कि वे बेहतर खिलाड़ी होंगे। मैं उनको सीरीज खत्म होने के बाद सलाह दे सकता हूं। लेकिन अभी नहीं दे सकता हूं।”
बर्न्स ने दूसरी पारी में हाफ सेंचुरी बनाई
बर्न्स को पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने आउट किया था। इस पारी में 41 गेंद खेलकर 8 रन ही बनाए थे। लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने हाफ सेंचुरी बनाई। बर्न्स प्रैक्टिस मैच में इंडिया ए के खिलाफ नहीं खेले थे।
पृथ्वी शॉ ने दोनों पारी में कुल रन बनाए थे
एडिलेड में खेले गए डे नाइट मैच में ओपनर पृथ्वी शॉ ने पहली पारी में जीरो और दूसरी पारी में 4 रन बनाए थे। शॉ दोनों ही पारी में इन स्विंग गेंद को खेलने के दौरान बोल्ड हुए थे। शॉ की दोनों पारियों में बोल्ड होने के बाद पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर और रिकी पोंटिंग ने उनकी तकनीक की आलोचना की थी।
चार टेस्ट मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया 1-0 से आगे
चार टेस्ट मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को पहले मैच में 8 विकेट से हरा कर 1-0 से बढ़त ले ली है। पहली पारी में बढ़त लेने वाली टीम इंडिया दूसरी पारी में 36 रन पर ऑल आउट हो गई थी। टीम इंडिया ने 90 रन का टारगेट ऑस्ट्रेलिया के समक्ष रखा। आस्ट्रेलिया ने 2 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया था।
दूसरा टेस्ट मेलबर्न में
दूसरा टेस्ट मेलबर्न में 26 दिसंबर से है। इस मैच में टीम इंडिया कई बदलाव कर सकती है। इस मैच में मोहम्मद शमी की जगह पर सिराज को टीम में जगह मिल सकती है। शमी चोट की वजह से सीरीज से बाहर हो गए हैं। उन्हें बल्लेबाजी करने के दौरान चोट लग गई थी। वहीं पृथ्वी शॉ और ऋद्धि मान साहा की जगह पर शुभमन गिल और केएल राहुल को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम में डेविड वॉर्नर की भी वापसी हो सकती है। वह चोट से उबरकर दूसरे टेस्ट के लिए टीम के साथ जुड़ गए हैं।
इंग्लैंड के फुटबॉल टूर्नामेंट प्रीमियर लीग (EPL) की पॉइंट टेबल में डिफेंडिंग चैम्पियन लिवरपूल टॉप पर काबिज है। यह लगातार तीसरा साल है, जब लिवरपूल क्रिसमस वीक में टॉप पर रहा है। 40 साल बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी फुटबॉल क्लब ने यह उपलब्धि हासिल की है। 1978 से 1980 के बीच लिवरपूल ने ही यह रिकॉर्ड बनाया था।
लीग में लिवरपूल का अगला मुकाबला 27 दिसंबर को वेस्ट ब्रॉम के साथ होगा। पिछली बार इस टीम ने 19 दिसंबर को क्रिस्टल पैलेस को शिकस्त दी थी। लिवरपूल ने यह मैच 7-0 से जीता था।
राफेल ने 6 सेकंड में दागा मैच का पहला गोल
इटेलियन लीग सीरी-ए में रविवार को एसी मिलान ने सासौलो को 2-1 से शिकस्त दी। मैच का पहला गोल मिलान के राफेल लियो ने शुरुआती 6 सेकंड में दागा। यह लीग के इतिहास का सबसे तेज गोल रहा। इससे पहले 2001 में पीसेंजा टीम के पाउलो पॉगी ने 8 सेकंड में सबसे तेज गोल दागा था। यह फॉरेंटीना क्लब के खिलाफ गोल दागा गया था।
वर्ल्ड फुटबॉल में सबसे तेज गोल का रिकॉर्ड स्कॉटलैंड के गेविन स्टोक्स के नाम दर्ज है। उन्होंने घरेलू लीग में क्लायडबैंक टीम के लिए खेलते हुए मैच के शुरुआती 2.1 सेकंड में गोल दागा था। यह मैच 2017 में मैरीहिल टीम के खिलाफ खेला गया था।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्ट की सीरीज का दूसरा मैच 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जाएगा। यह बॉक्सिंग-डे टेस्ट होगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने कहा है कि इस मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच को मुलाग मेडल दिया जाएगा।
यह नाम 152 साल पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रहे जॉनी मुलाग के नाम पर रखा गया है। मुलाग 1868 में पहली बार विदेश दौरे पर जाने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान थे। टीम का यह इंग्लैंड दौरा था।
जॉनी मुलाग ने 45 टेस्ट में 257 विकेट लिए और 1698 रन बनाए।
मुलाग ने 45 टेस्ट की 71 पारी में 1698 रन बनाए। उन्होंने 1877 ओवर बॉलिंग भी की। इस दौरान 831 मेडन ओवर डाले थे। उन्होंने 257 विकेट लिए। मुलाग ने 1866 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर एक बॉक्सिंग-डे टेस्ट भी खेला था।
ऑस्ट्रेलिया सीरीज में 1-0 से आगे
सीरीज का पहला मैच एडिलेड में डे-नाइट खेला गया था। इसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8 विकेट से शिकस्त देकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इस मैच की दूसरी पारी में भारतीय टीम ने टेस्ट इतिहास का अपना सबसे कम 36 रन का स्कोर बनाया था।
26 दिसंबर से खेला जाता है बॉक्सिंग-डे टेस्ट
हर साल 26 से 30 दिसंबर तक होने वाले मैच को बॉक्सिंग डे टेस्ट कहा जाता है। बॉक्सिंग-डे वास्तव में ‘क्रिसमस बॉक्स’ (क्रिसमस गिफ्ट) से बना शब्द है। क्रिसमस के अगले दिन ज्यादातर देशों में छुट्टी होती है। इस दिन क्रिसमस बॉक्स गिफ्ट करने का भी रिवाज है।
नई दिल्लीपूर्व भारतीय क्रिकेटर और चीफ सिलेक्टर रहे (Dilip ) भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को अहम सलाह दी है। उनका मानना है कि पहले टेस्ट में मिली हार से टीम इंडिया को उबारने के लिए पूर्व कप्तान () को तुंरत ऑस्ट्रेलिया भेजना चाहिए। एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट में पैट कमिंस (4/21) और जोश हेजलवुड (5/8) की घातक बोलिंग के आगे भारतीय बल्लेबाज फेल रहे थे और टीम 36 रनों पर ढेर हो गई थी। पहला मैच गंवाने के बाद टीम इंडिया सीरीज में पिछड़ गई है। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में वेंगसरकर ने कहा, 'बीसीसीआई को टीम की मदद करने के लिए राहुल द्रविड़ को तुरंत भेजना चाहिए। ऑस्ट्रेलियाई कंडिशन में भारतीय टीम की उनसे बेहतर मदद कोई नहीं कर सकता है। वह जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया में पेस, बाउंस और स्विंग को कैसे खेला जा सकता है। नेट में उनकी मौजूदगी काफी प्रभावी होगी।' राहुल द्रविड़ फिलहाल बीसीसीआई की नैशनल क्रिकेट अकैडमी (NCA), बेंगलुरु के चीफ हैं। वेंगसकर ने यह भी कहा कि अगर अभी उन्हें भेजा जाता है तो वह 14 दिनों के क्वारंटीन पीरियड के बाद तीसरे टेस्ट से पहले भारतीय टीम की मदद के लिए उपलब्ध होंगे, जो 7 जनवरी से खेला जाना है। उन्होंने कहा, 'अब समय आ गया है कि राहुल द्रविड़ से बीसीसीआई टीम इंडिया से और अधिक जुड़ने के लिए कहे।' उल्लेखनीय है कि द वॉल कहे जाने वाले द्रविड़ का ऑस्ट्रेलिया में रेकॉर्ड बेहतर है। वह वहां प्लेयर्स के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।
सासुओलो (इटली)एसी मिलान के राफेल लेओ में रविवार को रविवार को सीरि ए फुटबॉल मुकाबले में सासुओलो के खिलाफ महज छह सेकंड में गोल कर इटली की शीर्ष घरेलू लीग में सबसे कम समय में गोल करने का रेकॉर्ड बनाया। मैच शुरू होते ही सीरि ए तालिका में शीर्ष पर चल रही एसी मिलान के लिए हकन कलांघोग्लु के किक पर लेओ ने गोलकर सासुआलो की टीम को अचंभित कर दिया। फुटबॉल सांख्यिकी पर नजर रखने वाले ऑप्टा ने बताया कि पुर्तगाल के इस युवा खिलाड़ी ने पाओलो पोगी के आठ सेकंड के रेकॉर्ड को तोड़ा। पियासेंजा टीम के पोगी ने 2001 में फियोरेंटीना के खिलाफ यह रेकॉर्ड कायम किया था। लेओ के गोल दागने के बाद सभी हैरान थे। हैरानी की बात भी थी। बहुत कम ऐसा देखने को मिलता है कि मैच शुरू होते ही कोई टीम या खिलाड़ी इतना अटैकिंग खेल दिखाए।
नई दिल्लीटीम इंडिया के ओपनर एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में बुरी तरह से विफल रहे। इसके बाद उनकी काफी आलोचना हो रही है। साव ने इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्य से अपने आलोचकों को संदेश दिया है। बता दें कि पृथ्वी एडिलेड टेस्ट की दोनों ही पारियों में नाकाम रहे थे। साव ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा है, 'कभी-कभी जब लोग आपको कुछ करने के लिए उकसाते हैं तो समझ लीजिए की आप वो कर सकते हैं लेकिन वो लोग नहीं कर सकते।' साव ने गुलाबी गेंद से खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच की पहली पारी में खाता भी नहीं खोल पाए। उन्होंने दूसरी पारी में सिर्फ चार रन बनाए। पहली पारी में उन्हें मिशेल स्टार्क ने आउट किया और दूसरी पारी में पैट कमिंस ने। दोनों पारियों में समान बात यह रही थी कि साव एक ही तरह से आउट हुए थे- इनस्विंगर पर बल्ले और पैड के बीच गैप के रहने से। सीरीज की शुरुआत से पहले ही सुनील गावसकर ने साव के बारे में कहा था कि उन्हें अपने डिफेंस को मजबूत करने की जरूरत है। सनी के अलावा रिकी पॉन्टिंग भी पृथ्वी की कमियों के बारे में बात करते दिखे थे।
एडिलेडभारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का दाएं हाथ की कलाई में फ्रैक्चर के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाकी बचे तीन मैचों के लिए टीम से बाहर हो गए हैं। माना जा रहा है कि उनके चोटिल होने के बाद को पदार्पण का मौका मिल सकता है। भारत की दूसरी पारी के दौरान पैट कमिन्स की उठती हुई गेंद इस तेज गेंदबाज की कलाई पर लगी जिसके बाद उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। उनके रिटायर हर्ट होने से भारतीय पारी 21.2 ओवर में महज 36 रन पर समाप्त हो गई। टेस्ट इतिहास में भारत का यह न्यूनतम स्कोर है। शमी को इसके बाद स्कैन के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी गेंदबाजी वाले हाथ में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई। मोहम्मद सिराज ने दो अभ्यास मैचों में शानदार प्रदर्शन किया और वह मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में पदार्पण कर सकते है। विराट कोहली पितृत्व अवकाश के कारण अगले तीन मैचों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे, जिससे भारतीय टीम को कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शमी भारत के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं और उनकी अनुपस्थिति में गेंदबाजी आक्रमण के कमजोर होने के साथ टीम को मैदान पर भी एक तेज दिमाग वाले खिलाड़ी की कमी खलेगी। इससे पहले कोहली की बातों से ही लग गया था कि शमी सीरीज के बाकी बचे मैचों के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। उन्होंने आठ विकेट से मैच गंवाने के बाद कहा, ‘वह काफी दर्द में हैं, वह अपना हाथ भी नहीं उठा पा रहे हैं। उनकी चोट के बारे में हमें शाम तक पता चलेगा।’ शमी के चोटिल होने के बाद टीम के मेडिकल स्टाफ उनकी मदद के लिए मैदान पहुंचे लेकिन कुछ कोशिश के बाद उन्होंने ड्रेसिंग रूम वापस लौटना सही समझा जिससे भारतीय पारी 21.2 ओवर मे सिमट गई। टीम के फिजियोथेरेपिस्ट नितिन पटेल ने दर्द कम करने वाले स्प्रे का इस्तेमाल किया लेकिन वह सहज नहीं हुए और बल्लेबाजी नहीं करने का फैसला किया। चार मैचों की सीरीज में भारतीय टीम अब 0-1 से पिछड़ गयी है। दोनों टीमों के बीच दूसरा मुकाबला 26 दिसंबर (बॉक्सिंग डे) से मेलबर्न में खेला जाएगा।
नई दिल्लीभारतीय कप्तान के बचपन के मेंटॉर को रविवार को आगामी 2020-21 घरेलू सत्र के लिए दिल्ली रणजी ट्राफी टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। दिल्ली के पूर्व प्रथम श्रेणी खिलाड़ी शर्मा (55 वर्ष) पिछले सत्र में टीम के गेंदबाजी कोच थे जब केपी भास्कर टीम के मुख्य कोच थे। द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजे जा चुके शर्मा आईसीसी असोसिएट टीम माल्टा के भी कोच हैं। वह दिल्ली को सीके नायुडू ट्राफी (अंडर-23) खिताब भी दिला चुके हैं। पूर्व भारतीय बल्लेबाज गुरशरण सिंह को सहायक कोच नियुक्त किया गया। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने पूर्व सलामी बल्लेबाज आशु दानी को चयन समिति का चेयरपर्सन नियुक्त किया। मोहन चतुर्वेदी और चेतन्य नंदा चयन पैनल के अन्य सदस्य हैं। क्रिकेट सलाहकार समिति के चेयरपर्सन या उनके द्वारा नामांकित किया गया व्यक्ति चयन समिति का पर्यवेक्षक होगा। डीडीसीए की क्रिकेट सलाहकार समिति द्वारा शनिवार को सिफारिश किए जाने के बाद रविवार को नियुक्तियों की घोषणा की गई।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने ताजा टेस्ट रैंकिंग जारी की। इसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में 74 रन की पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली को 2 पॉइंट का फायदा हुआ। वे दूसरे नंबर पर बरकरार हैं। उनसे सिर्फ 3 पॉइंट ज्यादा के साथ पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ टॉप पर काबिज हैं।
गेंदबाजों की टॉप-10 लिस्ट में रविचंद्रन अश्विन अकेले स्पिनर हैं। वे 777 पॉइंट के साथ 9वें नंबर पर काबिज हैं। उनके अलावा सिर्फ जसप्रीत बुमराह ही टॉप-10 में काबिज दूसरे भारतीय हैं। बुमराह 10वें नंबर पर हैं। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलियाई पेसर पैट कमिंस 910 पॉइंट के साथ टॉप पर हैं।
रहाणे टॉप-10 से बाहर, पुजारा को भी नुकसान
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रन बनाने के लिए जूझते दिखे अजिंक्य रहाणे टेस्ट रैंकिंग के टॉप-10 से बाहर हो गए हैं। वे एक पायदान नीचे 11वें नंबर पर पहुंच गए। उन्हें न्यूजीलैंड के टॉम लाथम ने रिप्लेस किया। कोहली के बाद चेतेश्वर पुजारा दूसरे भारतीय हैं, जो टॉप-10 में काबिज हैं। पुजारा को भी एक पायदान का नुकसान हुआ और वे 8वें नंबर पर फिसल गए।
रैंकिंग
बैट्समैन
देश
पॉइंट
1
स्टीव स्मिथ
ऑस्ट्रेलिया
901
2
विराट कोहली
भारत
888
3
केन विलियम्सन
न्यूजीलैंड
877
4
मार्नस लाबुशाने
ऑस्ट्रेलिया
839
5
बाबर आजम
पाकिस्तान
797
6
डेविड वॉर्नर
ऑस्ट्रेलिया
785
7
बेन स्टोक्स
इंग्लैंड
760
8
चेतेश्वर पुजारा
भारत
755
9
जो रूट
इंग्लैंड
738
10
टॉम लाथम
न्यूजीलैंड
724
लाबुशाने, टिम पेन और बर्न्स को सबसे ज्यादा फायदा
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन और टॉप ऑर्डर बैट्समैन मार्नस लाबुशाने को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। दोनों अपने करियर की बेस्ट रैंकिंग पर पहुंच गए हैं। भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में 47 और 6 रन बनाने वाले लाबुशाने नंबर-4 पर पहुंच गए। वहीं, टिम पेन 592 पॉइंट के साथ 33वें नंबर पर काबिज हैं। डे-नाइट टेस्ट में नाबाद 51 रन बनाने वाले जो बर्न्स 541 अंक के साथ 48वें नंबर पर पहुंच गए।
टॉप-10 ऑलराउंडर्स में दो भारतीय
ऑलराउंडर्स की टेस्ट रैंकिंग के टॉप-10 में दो भारतीय रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ही शामिल हैं। 389 पॉइंट के साथ जडेजा तीसरे और अश्विन 280 अंक के साथ छठवें नंबर पर काबिज हैं। इस लिस्ट में इंग्लैंड को वर्ल्ड कप जिताने वाले बेन स्टोक टॉप पर हैं।
इंडियन सुपर लीग के खेले गए मैच में रविवार को मुंबई सिटी FC ने हैदराबाद FC को 2-0 से हराया। इसके साथ ही मुंबई की यह सीजन की पांचवीं जीत है। मुंबई ने अब तक सात मैच खेले हैं। उसके कुल 16 अंक हो गए हैं। इसके साथ ही मुंबई पॉइंट टेबल में टाॅप पर पहुंच गई है। वहीं दूसरे नंबर पर काबिज एटीके मोहन बागान से मुंबई 3 पॉइंट आगे हैं। मोहन बागान के 13 अंक हैं। दूसरी ओर हैदराबाद की 6 मैचों में पहली हार है। वह पॉइंट टेबल में नौ अंकों के साथ छठे स्थान पर है।
पहला हाफ में मुंबई का पलड़ा भारी
पहला हाफ 1-0 से मुम्बई के पक्ष में रहा। यह गोल हालांकि काफी प्रयास के बाद 38वें मिनट में हुआ। विग्नेश दक्षिणमूर्ति ने बिपिन सिंह की मदद से यह गोल किया।
हैदराबाद की दूसरे हाफ में अच्छी शुरुआत
हैदराबाद ने एक अच्छे हमले के साथ दूसरे हाफ की शुरुआत की । उसने 48वें और 50वें मिनट में दो हमले किए लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। इसके बाद उसने निखिल पुजारी को बाहर कर लिस्टन कोलाको को अंदर लिया। कोलाको ने आते ही 54वें मिनट में एक हमला किया लेकिन मुम्बई की टीम उसे टाल गई।
बदले में मुम्बई ने 59वें मिनट में गोल करते हुए 2-0 की लीड ले ली। उसके लिए यह गोल एडम लेफोंड्रे ने किया जबकि इसमें रोवलिन बोर्गेस का एसिस्ट रहा। 69वें मिनट में मुम्बई के गोलस्कोरर विग्नेश को पीला कार्ड मिला। 70वें और 71वें मिनट में हैदराबाद ने दो बदलाव किए। बदले में मुम्बई ने 79वें मिनट में दो बदलाव किए।
टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट में आठ विकेट से हार मिली। इसके बाद एक बार फिर से बड़े देशों में टीम के प्रदर्शन पर सवाल उठने लगे हैं। टीम के पिछले 10 सालों में SENA देशों यानी दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के प्रदर्शन को देखें तो यह हमारी हार की कहानी बयां करती है। टीम 37 में से 5 मैच ही जीत सकी। यानी सिर्फ 13%। एशिया की दो टॉप टीमों के प्रदर्शन को देखें तो इस दौरान पाक ने 17% जबकि श्रीलंका ने 15% मुकाबले जीते। दुनिया के सबसे अमीर बोर्ड, सबसे अधिक पैसा वाला इवेंट आईपीएल, 38 राज्य की टीमें होने के बाद भी इन चार देशों में हमारे खराब प्रदर्शन ने सवाल खड़े कर दिए हैं। इस हार के साथ टीम के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने पर अब मुश्किल होगी।
22पारियों में टीम200का स्कोर नहीं बना सकी
इस दौरान टीम 73 पारियों में से 22 पारी में 200 का आंकड़ा भी नहीं छू सकी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट की दूसरी पारी में टीम 36 रन पर आउट हो गई। 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ टीम 94 रन बनाकर आउट हो गई थी। टीम ने कुल 12 सीरीज खेलीं। 9 में हार मिली। 1 ड्राॅ रही। 2018 में ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से जीत मिली। वहीं 12वीं सीरीज अभी चल रही है। 2011 में टीम को इंग्लैंड में 0-4 से, 2014 में 1-3 से और 2018 में 1-4 से हार मिली। ऑस्ट्रेलिया में 2011-12 में 0-4 से और 2014-15 में 0-2 से हारे। न्यूजीलैंड में 2013-14 में 0-1 से और 2019-20 में 0-2 से शिकस्त मिली। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में 2010-11 में 0-0 से सीरीज ड्रॉ रही। 2013-14 में 0-1 से, 2017-18 में 1-2 से हार मिली।
कोहली सबसे सफल बल्लेबाज तो इशांत ही100+विकेट ले सके हैंविराट कोहली ने इस दौरान सबसे ज्यादा 32 टेस्ट खेले हैं। उन्होंने 11 शतक और 10 अर्धशतक के सहारे सबसे ज्यादा 2889 रन भी बनाए हैं। पुजारा ने 27 मैच में 1807 जबकि रहाणे ने 26 मैच में 1733 रन बनाए हैं। गेंदबाजी में इशांत ने सबसे ज्यादा 30 मैच खेले और 104 विकेट लिए। शमी ने 25 मैच में 88, बुमराह ने 13 मैच में 57 विकेट लिए हैं। अश्विन 18 मैच में 56 विकेट ले चुके हैं।
पाक में घरेलू टूर्नामेंट में6टीमें खेलती हैं,हमारे यहां उससे6गुना ज्यादा38किसी देश का असली क्रिकेट उसके घरेलू स्ट्रक्चर पर निर्भर करता है। देश में 38 टीमों को एलीट और प्लेट ग्रुप में बांटा जाता है। फर्स्ट क्लास, वनडे और टी20 तीनों ही फॉर्मेट में इन्हें मौका मिलता है। वहीं पाकिस्तान की बात की जाए तो पिछले सीजन से सिस्टम बदल दिया गया है। अब 16 की जगह सिर्फ 6 टीमें ही फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट के अलावा वनडे और टी20 में उतरती हैं। पाक के पीएम और पूर्व कप्तान इमरान खान ने इसमें रुचि दिखाई थी और टीमों की संख्या कम करने काे कहा था। उनका मानना है कि कम टीमों के होने से खेल में क्वालिटी आएगी। श्रीलंका की बात की जाए तो यहां 26 टीमें उतरती हैं। स्कूलों में भी अच्छा स्ट्रक्चर बनाया गया है।
साल बीतने में कुछ ही दिन बचे हैं। 2020 की शुरुआत तो ठीक हुई, लेकिन फिर कोरोनावायरस ने सब चौपट कर दिया। अब फिर चीजें बेहतर होती नजर आ रही हैं। खेल और फुटबॉल के साथ भी यही हो रहा है। साल के खत्म होते-होते अर्जेंटीना के डिएगो मैराडोना और इटली के पाउलो रोसी जैसे दिग्गज फुटबॉलर दुनिया को अलविदा कह गए।
बहरहाल, पोलैंड के स्टार फुटबॉलर रॉबर्त लेवनदॉस्की यह साल बेहद खास रहा। उन्होंने पहली बार एक सीजन में सबसे ज्यादा गोल के मामले में लियोनल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो को एक साथ पीछे छोड़ा। कोरोना की वजह से फुटबॉल जगत को आर्थिक तौर पर भी काफी नुकसान झेलना पड़ा। सबसे ज्यादा नुकसान स्पेनिश क्लबों को हुआ है। घरेलू लीग ला लीगा ने क्लबों की सैलरी कैप में 600 मिलियन यूरो (करीब 5413 करोड़ रुपए) की कटौती की।
लेवनदॉस्की फीफा प्लेयर ऑफ द ईयर चुने गए
जर्मन क्लब बायर्न म्यूनिख के लेवनदॉस्की को फीफा ने हाल ही में बेस्ट फुटबॉलर (FIFA Player for 2020) घोषित किया है। पिछले साल के विनर मेसी और रोनाल्डो को पछाड़कर लेवनदॉस्की ने यह अवॉर्ड जीता। 32 साल के लेवनदॉस्की ने पिछले सीजन के 47 मैच में 55 गोल किए हैं। इसी आधार पर उन्हें यह सम्मान मिला।
लेवनदॉस्की लगातार दूसरे सीजन में मेसी और रोनाल्डो से आगे
सीजन: 2020-21
क्लब
मैच
गोल
असिस्ट
रॉबर्त लेवनदॉस्की
बायर्न म्यूनिख
18
20
5
क्रिस्टियानो रोनाल्डो
युवेंटस
13
16
1
लियोनल मेसी
बार्सिलोना
16
9
4
मैराडोना ने दुनिया को अलविदा कहा
2020 ने फुटबॉल के लेजेंड डिएगो मैराडोना को भी छीन लिया। मैराडोना ने 1986 में अर्जेंटीना को वर्ल्ड कप जिताने में अहम रोल निभाया था। इस टूर्नामेंट में उनका वर्ल्ड फेमस गोल भी शामिल है, जिसे "हैंड ऑफ गॉड" के नाम से जाना जाता है। इसी गोल की मदद से अर्जेंटीना ने इंग्लैंड को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था।
फीफा प्लेयर ऑफ द सेंचुरी रहे मैराडोना
अर्जेंटीना से खेलते हुए मैराडोना ने इंटरनेशनल करियर में 91 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 34 गोल किए। उन्होंने 4 FIFA वर्ल्ड कप टूर्नामेंट खेले, जिसमें 1986 का विश्व कप शामिल था। 1986 वर्ल्ड कप में वे अर्जेंटीना के कैप्टन भी थे। वे टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किए गए थे। उन्हें गोल्डन बॉल अवॉर्ड जीता था।
मैराडोना को फीफा प्लेयर ऑफ द सेंचुरी से भी नवाजा जा चुका है। उन्होंने एक बार वर्ल्ड कप गोल्डन बॉल, एक बार बेलोन डी ओर, 2 बार साउथ अमेरिकन फुटबॉलर ऑफ द ईयर, 6 बार नेशनल लीग टॉप स्कोरर अवॉर्ड जीता है।
एक ही वर्ल्ड कप में गोल्डन बूट और बॉल अवॉर्डी रोसी भी नहीं रहे
इटली के दिग्गज फुटबॉलर रहे पाउलो रोसी साल का 64 की उम्र में रोसी का 9 दिसंबर को निधन हो गया। रोसी 1982 में फीफा वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। उन्होंने इस वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 6 गोल किए थे।
फाइनल में उन्होंने वेस्ट जर्मनी के खिलाफ एक गोल दागा था। इसकी बदौलत इटली 3-1 से फाइनल जीती थी। रोसी एक ही वर्ल्ड कप में गोल्डन बूट और गोल्डन बॉल जीतने वाले 3 खिलाड़ियों में से एक हैं।
स्पेनिश लीग में कटौती से बार्सिलोना को ज्यादा नुकसान
हाल ही में स्पेनिश लीग ला लीगा में फर्स्ट डिवीजन क्लब्स ने अपने सैलरी कैप में जो कटौती की है, उससे सबसे ज्यादा नुकसान मेसी की टीम बार्सिलोना और वेलेंसिया को हुआ। वहीं, रियाल मैड्रिड के पास इस सीजन का सबसे बड़ा बजट रहा। बार्सिलोना ने इस सीजन के लिए सैलरी कैप में लगभग 300 मिलियन यूरो (करीब 2637 करोड़ रु.) की कटौती की है। 2020-21 सीजन के लिए उनकी सैलरी कैप 382.7 मिलियन यूरो (करीब 3359 करोड़ रु.) है, जो पिछले सीजन में 671.4 मिलियन यूरो (करीब 59 हजार करोड़ रु.) थी।
2020-21 सीजन के लिए टॉप-10 ला लीगा टीमों का सैलरी कैप (राशि मिलियन यूरो में)
टीम
2020-21
2019-20
2018-19
रियाल मैड्रिड
468.53
641.05
566.5
बार्सिलोना
382.72
671.43
632.9
एटलेटिको मैड्रिड
252.72
348.5
293
सेविला
185.81
185.17
162.7
विल्लारियाल
145.24
108.59
109.1
एथलेटिक बिल्बाओ
119.82
103.18
87.8
वेलेंसिया
103.4
170.67
164.6
रियाल सोसिदाद
100.88
81.13
80.8
बेटिस
71.3
100.35
97.1
सेल्टा
62.53
62.12
50.9
स्टेडियम में फैंस बैन, सिर्फ रोबोट और कटआउट दिखे
मार्च से बंद हुई फुटबॉल मई में पटरी पर लौटने लगी थी। सबसे पहले जर्मनी में बुंदेसलिगा टूर्नामेंट को 16 मई से किया गया था। फिर धीरे-धीरे स्पेनिश लीग ला लीगा, इटली में सीरी-ए और इंग्लैंड में इंग्लिश प्रीमियर लीग भी शुरू हो गई। आखिर में अगस्त में UEFA चैम्पियंस लीग और यूरोपा लीग भी हुई। हालांकि, इनमें फैंस को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं दी गई।
ताइवान में चाइनीज लीग के दौरान भी फैंस के कटआउट और डमी लगाई गईं। दर्शकों की जगह रोबोट को बैठाया गया। चीयरलीडर्स ने उनके सामने परफॉर्म किया।डेनमार्क की दानिश सुपरलिगा में फैन्स की मौजूदगी के लिए स्टेडियम में टीवी स्क्रीन लगाई गईं। इनमें ऐप पर लाइव मैच देख रहे फैन्स को दिखाया गया। आवाज के लिए स्टेडियम में स्पीकर भी लगाए गए।
पहले टेस्ट में शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया दूसरे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में कई बदलाव के साथ उतरने की तैयारी कर रही है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा की जगह ऋषभ पंत को जगह मिलना तय है। ओपनर पृथ्वी शॉ की जगह शुभमन गिल को मौका मिलेगा। मोहम्मद शमी की जगह मोहम्मद सिराज टीम में आ सकते हैं। विराट कोहली की जगह लोकेश राहुल टीम में आएंगे।
एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में पहली पारी में बढ़त लेने के बावजूद टीम इंडिया 8 विकेट से हार गई थी। शॉ ने पहली पारी में शून्य पर आउट हुए थे। दूसरी पारी में वे महज चार रन बना सके थे।
शॉ और साहा का खराब प्रदर्शन
युवा शॉ की तकनीक पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं। लेकिन, कोहली और शास्त्री ने उन्हें शुभमन गिल पर तरजीह दी थी। शुभमन गिल ने वॉर्मअप मैचों में भी शॉ से काफी ज्यादा रन बनाए थे। सुनील गावस्कर ने भी गिल को ही पहले टेस्ट में खिलाने की पैरवी की थी। हालांकि, रोहित शर्मा के टीम में न होने का शॉ को फायदा मिला। हालांकि, वे इस मौके को भुनाने में नाकाम रहे। उनकी फील्डिंग पर भी सवाल उठे। रोहित तीसरे टेस्ट में शामिल हो सकते हैं।
साहा का विकल्प पंत
विकेटकीपर साहा ने कीपिंग के साथ ही बैटिंग में भी निराश किया। अब वॉर्मअप मैच में शतक लगाने वाले ऋषभ पंत को प्लेइंग 11 में जगह मिलना तय है। हालांकि, पेस और बाउंसी विकेट्स पर कीपिंग करना पंत के लिए आसान नहीं होगा। साहा को भी पहले टेस्ट में बाउंस की वजह से दिक्कत हुई थी। 36 साल के साहा के लिए दो साल मुश्किल भरे रहे। उन्हें फिटनेस की दिक्कतों से भी जूझना पड़ा। ऐसे में माना जा रहा है कि पंत उनकी जगह टीम में शामिल किए जाएंगे।
राहुल और सिराज का खेलना भी लगभग तय
मोहम्मद शमी के हाथ में पहले टेस्ट में फ्रेक्चर हुआ। उनकी जगह मोहम्मद सिराज को जगह मिल सकती है। वहीं विराट कोहली पहले टेस्ट के बाद पैटरनिटी लीव पर देश लौट चुके हैं। उनकी जगह लोकेश राहुल को टेस्ट प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना तय है। माना जा रहा है कि हनुमा विहारी को टीम मैनेजमेंट बैटिंग ऑर्डर में ऊपर भेज सकता है। शमी की जगह लेने के लिए नवदीप सैनी और मोहम्मद सिराज के नाम हैं। लेकिन, सिराज को प्रमुखता मिल सकती है, क्योंकि उन्होंने हाल ही में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
नई दिल्लीएडिलेड टेस्ट में लचर प्रदर्शन के बाद अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा और युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी साव की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी सीरीज के आगामी टेस्ट के लिए अंतिम एकादश में चुने जाने की संभावना कम है। भारतीय टीम 26 दिसंबर से खेले जाने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट में कई बदलाव के साथ मैदान पर उतरना चाहेगी। अनुभवी रोहित शर्मा तीसरे टेस्ट से पहले टीम से नहीं जुड़ सकेंगे ऐसे में अभ्यास मैचों में शानदार बल्लेबाजी करने वाले को सलामी बल्लेबाज के तौर पर मौका मिल सकता है। पहले टेस्ट की दोनों पारियों में नाकाम रहने वाले साहा टीम प्रबंधन का विश्वास जीतने में नाकाम रहे है ऐसे में पंत को मौका मिलना तय है। पंत ने अभ्यास मैच में शतक लगाया था। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे (2018) पर भी एक शतकीय पारी खेली थी। पितृत्व अककाश पर गए कप्तान विराट कोहली की जगह लोकेश राहुल को जगह मिलना तय है जबकि चोट के कारण सीरीज से बाहर हुए मोहम्मद शमी की जगह मोहम्मद सिराज का दावा मजबूत है। करियर के आखिरी पड़ाव पर चल रहे 36 साल के साहा की जगह टीम प्रबंधन अगले तीनों मैचों में पंत को आजमा सकता है। पंत का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया में अगर अच्छा रहा तो उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भी मौका मिलना तय है। साहा का बल्ला ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में खामोश ही रहा है। इन देशों में उनके नाम एक भी अर्धशतक नहीं है। पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान साहा और पंत को लेकर योजना थी। उन्होंने कहा, ‘हमारी योजना स्पष्ट थी कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में पंत विकेटकीपिंग के लिए पहली पसंद थे जबकि भारत में जहां छठे क्रम के बाद ज्यादा बल्लेबाजी की जरूरत नहीं होती वहां आप विशेषज्ञ विकेटकीपर को टीम में रख सकते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि पंत ने पिछले कुछ महीनों में अपनी फिटनेस में सुधार किया है और गुलाबी गेंद के अभ्यास के दौरान अच्छे लय में दिखे। ऐसे में अगले तीन टेस्ट में अगर उन्हें मौका मिलता है तो मैं टीम प्रबंधन का समर्थन करूंगा।’ जहां तक साव की बात है तो 21 साल के मुंबई के इस बल्लेबाज के तकनीक, खेल को लेकर स्वभाव और समग्र रवैए से भारतीय क्रिकेट गलियारों में कुछ गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बल्लेबाजी में उनकी तकनीक में खामियों के साथ उनका क्षेत्ररक्षण भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के स्तर का नहीं है। आईपीएल के समय से ही उनके क्षेत्ररक्षण को लेकर सवाल उठ रहे हैं। आउटफील्ड में धीमे होने के साथ उन्होंने मार्नुस लाबुशाने का आसान कैच भी टपका दिया जिससे टीम के ऊपर 30 रन का अतिरिक्त बोझ पड़ा। कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम हनुमा विहारी को पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी के लिए उतार सकती है जिसका प्रसाद ने समर्थन किया। विहारी की बल्लेबाजी को करीब से देखने वाले प्रसाद ने कहा, ‘विहारी के पास टेस्ट के लिए बहुत अच्छी तकनीक और सोच है। वह इस टेस्ट टीम की लंबे समय तक रह सकते हैं। विराट की अनुपस्थिति, उनके और लोकेश (राहुल) के लिए शानदार मौका होगा।’ पढ़ें- उन्होंने कहा, ‘मैं अगले कुछ टेस्ट मैचों में विहारी को चौथे या पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी करते देखना पसंद करूंगा। वह एक निडर लड़का है और मुझे भरोसा है कि वह अच्छा करेगा। राहुल इस सीरीज में छठे नंबर पर बेहतर बल्लेबाज हो सकता है।’ शमी की जगह टीम में स्थान पाने के लिए सिराज और नवदीप सैनी के बीच कड़ा मुकाबला है। अभ्यास मैचों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सिराज का दावा हालांकि अधिक मजबूत है।
न्यूजीलैंड दौरे पर गई पाकिस्तान टीम को दूसरा टी-20 में भी हार का सामना करना पड़ा। इस तरह तीन टी-20 मैचों की सीरीज में न्यूजीलैंड ने 2-0 की बढ़त लेने के साथ ही सीरीज पर कब्जा कर लिया है। न्यूजीलैंड ने 164 रन के लक्ष्य को विकेटकीपर बल्लेबाज टिम सिफर्ट और केन विलियम्सन के बीच 129 रन की साझेदारी की बदौलत 9 विकेट शेष रहते ही हासिल कर लिया। पाकिस्तान की ओर से एकमात्र विकेट फहीम अशरफ ने लिया। इससे पहले पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 163 रन बनाए थे।
अंतिम और तीसरा टी-20 मैच 22 दिसंबर को खेला जाना है। पाकिस्तान को टी-20 सीरीज के अलावा दो टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेलनी है। पहला टेस्ट 26 दिसंबर से माउंट मॉउंगनुई और दूसरा टेस्ट 3 जनवरी से क्राइस्टचर्च में खेला जाएगा।
16 रन पर पाकिस्तान ने दो विकेट गंवाए
बाबर आजम की गैरमौजूदगी में कप्तानी कर रहे शादाब खान ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। पाकिस्तान ने 16 रन पर अपने दो विकेट गवां दिए। हैदर अली आठ रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उसके बाद बैटिंग के लिए आए अब्दुल्ला शफीक भी बिना रन बनाए ही पवेलियन लौट गए। उसके बाद मोहम्मद हाफिज ने मोहम्मद रिजवान के साथ मिलकर पाकिस्तान की पारी को संभालने का प्रयास किया।
दोनों ने मिलकर टीम का स्कोर 16 रन से लेकर 33 रन तक गए। उसके बाद रिजवान भी 22 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। हाफिज ने 57 बॉल का सामना कर नाबाद 99 रन बनाए। दूसरी ओर न्यूजीलैंड की ओर से गेंदबाज टिम साउदी ने 4 ओवर में 21 रन देकर 4 विकेट लिए।
4 गेंद शेष रहते लक्ष्य को न्यूजीलैंड ने किया हासिल
टारगेट को हासिल करने उतरी न्यूजीलैंड टीम ने 4 गेंद शेष रहते हुए 164 रन बनाकर पाकिस्तान को 9 विकेट से हरा दिया। न्यूजीलैंड ने अपना पहला विकेट 35 रन पर गवां दिए। ओपनर मार्टिन गुप्टिल 21 रन पर आउट हो गए। वे फहीम अशरफ की गेंद पर हरीश राउफ को कैच दे बैठे। उसके बाद टिम सिफर्ट और केन विलियम्सन ने पारी को संभाला। दोनों के बीच 129 रन की पार्टनरशिप हुई। केन विलियम्सन ने 42 गेंद का सामना कर 57 रन और सिफर्ट ने 63 गेंद का सामना कर 84 रन बनाए।
कराचीजावेद मियादाद और शोएब अख्तर जैसे पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटरों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड में पहले टेस्ट मैच में भारत की बल्लेबाजी के पतन पर हैरानी व्यक्त की। भारत दूसरी पारी में अपने न्यूनतम स्कोर 36 रन पर आउट हो गया। ऑस्ट्रेलिया ने मैच आठ विकेट से जीतकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनायी। पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने कहा, ‘मुझे तब विश्वास नहीं हुआ जब सुबह मैंने ऑस्ट्रेलिया को दोबारा बल्लेबाजी करते हुए देखा और उन्हें केवल 90 रन की जरूरत थी।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने आउट होने के तरीकों पर गौर किया और ईमानदारी से कहूं तो पिच में कुछ भी गलत नहीं था। मुझे लगता है कि बल्लेबाजों ने जज्बा नहीं दिखाया और वे ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को खेलने को लेकर दोहरी मानसिकता में लगे।’ पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने कहा कि पाकिस्तानी टीम भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शारजाह में इसी तरह से 59 और 53 रन पर आउट हो गयी थी। लतीफ ने कहा, ‘ऐसा होता है जब गेंदबाज हर समय सही क्षेत्र पर गेंद करते हैं और गेंद बल्ले का किनारा लेकर सीधा क्षेत्ररक्षकों के पास जाती है। मुझे लगता है कि यह पतन इसलिए हुआ क्योंकि भारतीय बल्लेबाज शायद गेंदबाजों पर हावी होने की मानसिकता के साथ क्रीज पर उतरे थे।’ तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि उन्होंने जो कुछ देखा उस पर उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था। उन्होंने कहा, ‘यह देखना (विराट) कोहली के लिये निश्चित तौर पर दुस्वप्न था कि उनकी पूरी टीम केवल 36 रन पर आउट हो गयी। बल्लेबाजों का रवैया सकारात्मक नहीं था। पहली पारी में बढ़त हासिल करके उनके पास जीत का बहुत अच्छा मौका था।’ दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियादाद ने इसे भारतीय क्रिकेट के लिये सबसे बुरा दिन बताया। उन्होंने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो कुछ गेंदों को खेलना बहुत मुश्किल था लेकिन मुझे इस पर हैरानी हुई कि किसी ने भी संघर्ष नहीं किया। यह टीम 36 रन पर आउट होने लायक नहीं है।’ पढ़ें-
हैमिल्टनटिम साउथी की घातक गेंदबाजी तथा कप्तान केन विलियमसन और टिम सीफर्ट के बीच शतकीय साझेदारी की मदद से न्यूजीलैंड ने रविवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में पाकिस्तान को नौ विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बनायी। न्यूजीलैंड के सामने 164 रन का लक्ष्य था जो उसने 19.2 ओवर में एक विकेट खोकर हासिल कर दिया। सलामी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल (21) के आउट होने के बाद सीफर्ट (63 गेंदों पर नाबाद 84) और विलियमसन (42 गेंदों पर नाबाद 57) ने दूसरे विकेट के लिए 129 रन की अटूट साझेदारी की। इससे पहले साउथी ने चार ओवर में 21 रन देकर चार विकेट लिए जिससे पाकिस्तान अनुभवी मोहम्मद हफीज के नाबाद 99 रन के बावजूद छह विकेट पर 163 रन ही बना पाया। हफीज ने अपनी पारी में 57 गेंदें खेली। उन्होंने 10 चौके और पांच छक्के लगाए लेकिन वह अपने पहले शतक तक नहीं पहुंच पाए। उन्होंने पारी की अंतिम तीन गेंदों एक चौका और दो छक्के लगाए। हफीज टी20 अंतरराष्ट्रीय में 99 रन पर नाबाद रहने वाले दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं। उनसे पहले इंग्लैंड के ल्यूक राइट और डेविड मलान एक रन से शतक तक नहीं पहुंच पाए थे। इंग्लैंड के एलेक्स हेल्स 99 रन पर आउट होने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं। विलियमसन और सीफर्ट ने हालांकि हफीज के प्रयास पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सीफर्ट ने अपनी पारी में आठ चौके और तीन छक्के तथा विलियमसन ने आठ चौके और एक छक्का लगाया। तीसरा और अंतिम टी20 मैच 22 दिसंबर को नेपियर में खेला जाएगा।
एडिलेडभारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ में 8 विकेट से हार मिली। से अधिक इस वजह से आलोचकों के निशाने पर है, क्योंकि उसकी दूसरी पारी महज 36 रनों पर सिमट गई थी। यही नहीं, भारत की ओर से कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा तक पार नहीं कर सका था। इसके बाद तमाम फैंस सोशल मीडिया पर कप्तान और कोच रवि शास्त्री सहित भारतीय खिलाड़ियों को ट्रोल कर रहे हैं। इस बारे में नवभारत टाइम्स ऑनलाइन ने एक पोल कराया था और यह समझने की कोशिश की थी क्रिकेट फैंस की नजर में टीम इंडिया की करारी हार के लिए कौन जिम्मेदार है? इसका रिजल्ट आ गया है। जो क्रिकेट प्रशंसकों इस सर्वे में शामिल हुए उनमें से 59% का मानना था कि हार के लिए पूरी टीम जिम्मेदार है। हालांकि, 21% ने विराट कोहली का जिम्मेदार ठहराया, जबकि 20% ने कोच रवि शास्त्री हार का विलेन बताया है। मैच की बात करें तो बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से भारतीय टीम ने जो विजयी उम्मीद जगाई थी उसे बल्लेबाजों ने तहस-नहस कर दिया। एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को ही मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8 विकेट से हरा चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। गुलाबी गेंद से खेला गया यह डे-नाइट टेस्ट मैच भारत के लिए भूलने वाला रहा। पहली पारी में कप्तान विराट कोहली के 74 रनों की बदौलत किसी तरह मेहमान टीम ने 244 रन बनाए। फिर रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव की गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 191 रनों पर ही समेट दूसरी पारी में 53 रनों की बढ़त के साथ उतरी।
नई दिल्लीभारतीय महिला मुक्केबाज (60 किग्रा) और मनीष (57 किग्रा) ने जर्मनी में कोलोन मुक्केबाजी विश्व कप में स्वर्ण पदक जीते। मनीष ने हमवतन साक्षी को 3-2 से हराया जबकि सिमरनजीत ने जर्मनी की माया किलिहान्स को 4-1 से पराजित करके खिताब जीता। भारत ने इस प्रतियोगिता में तीन स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक जीते और वह संपूर्ण तालिका में दूसरे स्थान पर रहा। पुरुष वर्ग में शनिवार को अमित पंघाल (52 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीता था। उन्हें फाइनल में वॉकओवर मिला। अनुभवी सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा क्योंकि चोट के कारण वह फाइनल खेलने के लिए रिंग पर नहीं उतर पाए। सोनिया लाठेर (57 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा) गौरव सोलंकी (57 किग्रा) और मोहम्मद हसमुद्दीन (57 किग्रा) ने अपने अपने भार वर्गों में कांस्य पदक जीते। इस प्रतियोगिता में मेजबान जर्मनी और भारत के अलावा बेल्जियम, क्रोएशिया, डेनमार्क, फ्रांस, मोलदोवा, नीदरलैंड, पोलैंड और उक्रेन के मुक्केबाजों ने भी हिस्सा लिया था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने सिडनी में तीसरे और ब्रिस्बेन से चौथे टेस्ट की मेजबानी छीने जाने से इंकार किया है। सीए के अंतरिम सीईओ निक हॉक्ले ने स्पष्ट किया है कि कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने मीडिया में इस तरह की आ रही खबरों को गलत बताया है। सिडनी में तीसरा टेस्ट 7 से 11 जनवरी तक और चौथा टेस्ट 15 से 19 जनवरी के बीच होना है। चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट एडिलेड में खेला गया। इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से जीत लिया है। जबकि मेलबर्न में 26 से 30 दिसंबर को दूसरा टेस्ट खेलना है।
मीडिया रिपोर्ट में तीसरे और चौथे मैच की वेन्यू बदलने की बात
इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई अखबार द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक तीसरे और चौथे टेस्ट के स्थान को बदलने पर विचार कर रहे हैं। सीए हॉक्ले ने कहा,”तीसरा टेस्ट ढाई हफ्ते दूर है। वहां की स्थिति पर नजर है। हमने अपने कार्यक्रम में कोई भी बदलाव नहीं किया है और हमारी प्राथमिकता सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में ही तीसरा टेस्ट खेलने की है।
CA के सीईओ ने कहा- वेन्यू में नहीं हुई है बदलाव
हॉक्ले ने कहा- सीए ने इस चुनौतीपूर्ण समर में बेहतर काम किया है और विभिन्न राज्य संघों और सरकारों और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन के साथ मिलकर काम कर रही है। एडिलेड में पहला टेस्ट मैच होने से पहले भी दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में काेराेना का प्रकोप ज्यादा था। उसके बावजूद भी सीए ने पहला टेस्ट का सफल आयोजन किया। हमने इसी तरह की स्थिति मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) को लेकर भी देखी थी लेकिन एक हफ्ते बाद यह मैदान बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच की मेजबानी करने जा रहा है। हम सभी संबंधित पार्टियों के साथ मिलकर काम करेंगे।
मेलबर्नपूर्व कप्तान का मानना है कि एडिलेड की शर्मनाक हार के बाद भारत के ‘गंभीर घाव’ ताजा हो गए हैं और यह ऑस्ट्रेलिया के पास चार टेस्ट मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप करने का बेहतरीन मौका है। भारत गुलाबी गेंद से खेले जा रहे पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में दूसरी पारी में अपने न्यूनतम स्कोर 36 रन पर आउट हो गया था। ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच आठ विकेट से जीतकर बॉर्डर-गावसकर ट्रोफी में 1-0 से बढ़त बनाई। पॉन्टिंग ने क्रिकेट.कॉम.एयू से कहा, ‘अब कुछ गंभीर घाव खुल गए हैं। यह (क्लीन स्वीप का) अच्छा मौका हो सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘मेलबर्न में सकारात्मक परिणाम की उम्मीद रखिए और अगर हम ऐसा कर देते हैं तो फिर भारत के लिए वापसी करना और एक मैच जीतना मुश्किल हो जाएगा।’ भारत को बाकी बचे तीन टेस्ट मैचों में कप्तान की कमी खलेगी जो अपने बच्चे के जन्म के कारण स्वदेश लौट जाएंगे और पॉन्टिंग ने कहा कि यह मेहमान टीम के लिए असली परीक्षा होगी जिसे अंजिक्य रहाणे की कप्तानी में वापसी करनी होगी। पॉन्टिंग ने कहा, ‘हम उनके बारे में बहुत कुछ जानेंगे। कोहली के नहीं होने से उनके पास कोई ऐसा नहीं है जो उन्हें इस तरह की हार से वापसी दिला सके।’ भारत को 26 दिसंबर से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ एकादश तलाशनी होगी क्योंकि युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी साव और विकेटकीपर पहले टेस्ट में नहीं चल पाए थे। पॉन्टिंग विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ओर युवा बल्लेबाज शुभमन गिल को मेलबर्न में मौका देने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, ‘वे दो बदलाव कर सकते हैं। ऋषभ पंत को मध्यक्रम में होना चाहिए। कोहली के नहीं होने से उन्हें अपनी बल्लेबाजी मजबूत करनी चाहिए और उसे अंतिम एकादश में रखना चाहिए।’