नई दिल्ली: ग्राउंड पर असहाय सा नजर आने वाला कार्यवाहक कप्तान, अपने कैरियर की ढलान पर पहुंचे कुछ सीनियर खिलाड़ी और सीमित ओवरों के क्रिकेट में रूढ़िवादी रवैये। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारत के प्रदर्शन की कुल जमा तस्वीर यही रही। अब आत्ममंथन के लिए कई सवाल टीम प्रबंधन के सामने होंगे। अब आत्ममंथन के लिए कई सवाल टीम प्रबंधन के सामने होंगे। इस दौरे पर रवाना होने से पहले ही संकेत मिल गए थे कि सब कुछ ठीक ठाक नहीं रहने वाला है जब तत्कालीन टेस्ट कप्तान विराट कोहली की बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से ठन गई थी। पूरा प्रकरण टीम की रवानगी से पहले सही नहीं था लेकिन पहले टेस्ट में मिली जीत के बाद यह हाशिये पर चला गया। टेस्ट श्रृंखला जीतने के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत दक्षिण अफ्रीका टीम के सामने कार्यवाहक वनडे के करने के लिए बहुत कुछ बचा नहीं था। करियर के सबसे कठिर दौर से गुजर रहे हैं कोहली कोहली भले ही स्वीकार नहीं करें लेकिन सच यही है कि बतौर क्रिकेटर वह अपने करियर के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं। तीन में से दो प्रारूपों में कप्तानी उन्होंने छोड़ी और एक से उन्हें हटा दिया गया। लेकिन वह कोहली हैं और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में यूं ही शुमार नहीं होते। अपने इर्द गिर्द तमाम सुर्खियों के बावजूद उन्होंने तीसरे टेस्ट में 79 रन बनाए। वनडे में भी उन्होंने दो अर्धशतक जड़े लेकिन वह अपनी चिर परिचित लय में नही थे। केपटाउन टेस्ट में डीआरएस का एक फैसला अनुकूल नहीं आने पर प्रसारकों पर भड़ास निकालने से उनकी ख्याति को ठेस पहुंची और भारत की मैच में वापसी की संभावना को भी। कप्तानी में केएल राहुल रहे प्रभावहीन टेस्ट श्रृंखला हारने के बाद कोहली ने कप्तानी छोड़ दी लेकिन उनके वारिस के रूप में देखे जा रहे राहुल प्रभावित नहीं कर सके। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा ,'क्या केएल राहुल किसी भी नजरिए से कप्तान लग रहा था।' उनसे पूछा गया था कि रोहित की फिटनेस समस्याओं के कारण क्या राहुल को टेस्ट कप्तान बनाया जा सकता है। समझा जाता है कि कोच राहुल द्रविड़ राहुल को दीर्घकालिन विकल्प के रूप में देखते है और यही वजह है कि उन्होंने उसकी कप्तानी का बचाव किया। उन्होंने कहा , 'उसने अपने काम को बखूबी अंजाम दिया । कप्तानी का मतलब अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराना भी है। वनडे टीम में संतुलन की कमी दिखी। वह समय के साथ सीखेगा।' भारत ऐसी टीम से हारा जो बदलाव के दौर से गुजर रही है और जिसके कोच पर नस्लीय दुर्व्यवहार के आरोप लगे हैं। भारतीय टीम ने बेखौफ क्रिकेट नहीं खेली और ना ही कोई सूझबूझ दिखाई। पुजारा-रहाणे ने किया निराश चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में चमके लेकिन इसके अलावा सकारात्मक क्रिकेट नहीं खेल सके। दोनों छह पारियों में 200 रन भी नहीं बना सके और अब उनका करियर निस्संदेह अवसान की ओर दिख रहा है। हनुमा विहारी जैसे खिलाड़ी लंबे समय से इंतजार में हैं। श्रेयस अय्यर की तकनीकी कमियों की कलई खुली गेंदबाजी की बात करें तो इशांत शर्मा को बाहर रखना इस बात का परिचायक है कि टीम प्रबंधन को अब उन पर भरोसा नहीं रहा। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी पर निर्भरता बढ़ती जा रही है। आर अश्विन और भुवनेश्वर कुमार ने निराश किया। शॉर्ट गेंदों के सामने श्रेयस अय्यर की तकनीकी कमियों की भी कलई खुल गई।
Monday, January 24, 2022
टीम इंडिया का 'क्लीनस्वीप' करने के बाद बावुमा बोले- अब साबित करने की जरूरत नहीं January 23, 2022 at 11:34PM
केपटाउन: टेंबा बावुमा के लिए अपनी कप्तानी के शुरुआती दिनों में ड्रेसिंग रूम के माहौल को सही बनाये रखना ‘सबसे बड़ी चुनौती’ रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट एक के बाद एक मैदान के बाहर के कई विवादों से गुजर रहा है। प्रशासनिक संकट से गुजर रहे दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए भारत पर सीरीज में जीत बेहद जरूरी थी। भारतीय टीम का दौरा शुरू होने से पहले मुख्य कोच मार्क बाउचर समेत कुछ बड़े नामों पर नस्लवाद के आरोप लगाए गए हैं। एकदिवसीय मैचों में भारत का सफाया करने के बाद मीडिया से बात करते हुए बावुमा ने कहा कि कप्तान के रूप में उनके लिए अभी भी शुरुआती दिन हैं। उन्होंने पिछले साल मार्च में कार्यभार संभाला था। 'मेरे लिए क्रिकेट पर ध्यान रखना सबसे बड़ी बात रही' बावुमा ने शनिवार को कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह आसान है (टीम की कप्तानी करना)। इसमें आपको कई चीजें प्रबंधित करने की जरूरत होती है। मेरे लिए क्रिकेट पर पूरा ध्यान रखना सबसे बड़ी बात रही। टीम और संगठन (बोर्ड) को लेकर बहुत सारी बातचीत हो रही थी। इसलिए ड्रेसिंग रूम के आसपास हो रही बातचीत का प्रबंधन करना और यह सुनिश्चित करना कि हम शत प्रतिशत ऊर्जा के साथ मैदान पर उतरे जरूरी था। मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती यही थी।' ‘सामाजिक न्याय और राष्ट्र निर्माण’ की रिपोर्ट में टीम के कोच और पूर्व क्रिकेटर बाउचर पर नस्लवाद का आरोप लगाए जाने से दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट विवादों में घिर गया है। 'शतक बहुत मायने रखता है' सीरीज के शुरुआती मैच में शतक बनाने और शानदार तरीके से टीम का नेतृत्व करने वाले बावुमा ने कहा, 'यह (शतक) खिलाड़ी के रूप में बहुत मायने रखता है। यह जानकर और अच्छा लगता है कि मैंने टीम की जीत में योगदान दिया है।' बकौल बावुमा, 'आपको हमेशा आपके रिकॉर्ड के आधार पर आंका जाएगा और इस भारतीय टीम को बड़े अंतर से हराना मेरी कप्तानी के लिए बहुत कुछ साबित करता है।'
अश्विन को पछाड़ रूट बने टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर, वनडे में बाबर आजम ने मारी बाजी January 23, 2022 at 11:14PM
दुबई: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ आईसीसाी वनडे क्रिकेटर चुना गया जबकि इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट खिलाड़ी बने। रूट ने भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को पछाड़कर यह पुरस्कार हासिल किया। आजम ने 2021 में छह मैचों में 67 . 50 की औसत से 405 रन बनाए। आजम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2-1 से मिली जीत में 228 रन बनाए और दोनों मैचों में जीत में प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। पहले वनडे में उन्होंने शतक लगाया और आखिरी वनडे में 82 गेंद में 94 रन की पारी खेली। बाबर ने पिछले साल खूब रन बटोरे इंग्लैंड के खिलाफ 0-3 से मिली हार में पाकिस्तान के लिए अकेले वही डटकर बल्लेबाजी करते रहे। उन्होंने तीन मैचों में 177 रन बनाए लेकिन दूसरे छोर से उन्हें सहयोग नहीं मिल सका। आखिरी वनडे में उन्होंने इमामुल हक के साथ 92 रन की साझेदारी की। उन्होंने पहले 50 रन 72 गेंद में और अगले 50 रन 32 गेंद में पूरे किए जो इस साल उनका दूसरा शतक था। रूट ने पिछल साल 1700 से अधिक टेस्ट रन बनाए रूट ने पिछले साल बेहतरीन प्रदर्शन किया और एक कैलेंडर वर्ष में 1700 से अधिक टेस्ट रन बनाने वाले दुनिया के तीसरे खिलाड़ी बन गए। उनसे पहले मोहम्मद युसूफ और सर विवियन रिचडर्स ही यह कमाल कर चुके हैं। एशिया में हो या अपने देश में और किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ , रूट ने जबर्दस्त बल्लेबाजी की है। श्रीलंका के खिलाफ गॉल टेस्ट में उनकी पारी हो या भारत के खिलाफ चेन्नई या लॉडर्स पर , सभी आधुनिक दौर की बेहतरीन पारियों में से एक है। उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 14 विकेट भी लिए। भारत के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में उन्होंने 2018 रन बनाये और भारतीय स्पिनरों का उनके अनुकूल हालात में डटकर सामना किया। लिजेले ली को सर्वश्रेष्ठ वनडे क्रिकेटर चुना गया इस वर्ग में अश्विन, काइल जैमीसन और दिमुथ करूणारत्ने भी नामित थे। दक्षिण अफ्रीका की सलामी बल्लेबाज लिजेले ली को सर्वश्रेष्ठ वनडे क्रिकेटर चुना गया जिन्होंने 2021 में इस प्रारूप में सर्वाधिक रन बनाए। भारत के खिलाफ 4-1 से मिली जीत में वह सूत्रधार रही और एक शतक समेत 288 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द सीरीज बनीं। वेस्टइंडीज के खिलाफ भी उन्होंने इस फॉर्म को बरकरार रखा। वहीं दक्षिण अफ्रीका के मराइस इरास्मस को तीसरी बार वर्ष का सर्वश्रेष्ठ अंपायर चुना गया। वह 2016 और 2017 में भी यह पुरस्कार जीत चुके हैं। वह भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हाल ही में संपन्न श्रृंखला में भी अंपायर थे।
डे नाइट टेस्ट में इतिहास रचने वाली मंधाना को ICC ने दिया बड़ा सम्मान, बनीं साल की बेस्ट क्रिकेटर January 23, 2022 at 11:34PM
दुबई: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने 2021 में सभी प्रारूपों में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर आईसीसी वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर का पुरस्कार जीत लिया है। मंधाना के अलावा इंग्लैंड की टैमी ब्यूमोंट, दक्षिण अफ्रीका की लिजेले ली और आयरलैंड की गैबी लुईस भी रशेल हेहो फ्लिंट ट्रॉफी के लिए नामित थी। पिछला साल कठिन रहने के बावजूद मंधाना ने मैदान पर अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ी। मंधाना दूसरी बार इस पुरस्कार को हासिल करने में सफल रहीं। उन्होंने इससे पहले 2018 में यह पुरस्कार अपने नाम किया था। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीमित ओवरों की घरेलू सीरीज में भारत आठ मैचों में से दो ही जीत सका और दोनों में मंधाना ने सूत्रधार की भूमिका निभाई। दूसरे वनडे में उन्होंने नाबाद 80 रन बनाए और आखिरी टी20 में 48 रन की नाबाद पारी खेली। मंधाना ने पिछले साल 22 इंटरनैशनल मैचों में 38.86 की औसत से कुल 855 रन बनाए थे जिसमें 1 शतक और 5 अर्धशतक भी लगाए थे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ड्रॉ रहे एकमात्र टेस्ट में पहली पारी में 78 रन बनाए। वहीं वनडे सीरीज में भारत को मिली एकमात्र जीत में 49 रन जोड़े। टी20 श्रृंखला में उन्होंने 15 गेंद में 29 रन और एक अर्धशतक भी बनाया लेकिन भारत सीरीज 2-1 से हार गया। पिंक बॉल टेस्ट में शतक जड़ चुकी हैं मंधाना ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के दूसरे मैच में उन्होंने 86 रन बनाए। अपने कैरियर के एकमात्र टेस्ट में उन्होंने शतक जड़ा और प्लेयर ऑफ द मैच रहीं। उन्होंने आखिरी टी20 में अपने कैरियर का दूसरा टी20 अर्धशतक बनाया। मंधाना ने भारत के पहले दिन रात के टेस्ट में शतक जड़कर उसे यादगार बना दिया।
वनडे सीरीज में सूपड़ा साफ होने के बाद टीम इंडिया को एक और झटका, ठोका गया भारी जुर्माना January 23, 2022 at 11:44PM
केपटाउन साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में धीमी ओवर गति के लिए भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर मैच फीस का 40 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया। आईसीसी ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि लोकेश राहुल की टीम ने निर्धारित समय में दो ओवर कम गेंदबाजी की थी। इसे ध्यान में रखते हुए मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ने यह जुर्माना तय किया। आईसीसी से जारी बयान के मुताबिक, ‘खिलाड़ियों और टीम के सहयोगी सदस्यों के लिए आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 (न्यूनतम ओवर-गति के जुर्माने से संबंधित) के अनुसार प्रत्येक ओवर की देरी के लिए खिलाड़ियों की मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है।’ राहुल ने इस आरोप को स्वीकार कर लिया, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं हुई। मैदानी अंपायर मराइस इरास्मस और बोंगानी जेले के अलावा तीसरे अंपायर अलाउद्दीन पालेकर और चौथे अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक ने रविवार को मैच के बाद यह आरोप लगाए थे। दक्षिण अफ्रीका ने को इस मैच को चार रन से जीतकर तीन मैचों की श्रृंखला में 3-0 की शानदार जीत दर्ज की।
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