वेस्टइंडीज की टीम अगले महीने बांग्लादेश का दौरा करेगी। क्रिकेट वेस्टइंडीज ने दौरे की शेड्यूल को जारी कर दी है। वेस्टइंडीज की टीम मेहमान टीम के खिलाफ 3 वनडे और दो टेस्ट मैच की सीरीज खेलेगी।
वेस्टइंडीज टीम तीन वनडे मैचों की सीरीज शुरुआत 20 जनवरी को ढाका से करेगी। जबकि वनडे सीरीज का फाइनल मैच 25 जनवरी को चटग्राम में खेला जाएगा। वहीं दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच भी चटग्राम में 3 फरवरी से शुरु होगा। वहीं अंतिम टेस्ट मैच 11 फरवरी से ढाका में खेला जाएगा।
वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड(CWI) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि टूर की मंजूरी CWI की मेडिकल एडवाइजरी कमेटी और सिक्युरिटी मैनेजर पॉल स्लोवे की सिफारिश के बाद दिया गया है। बयान में कहा गया है कि दोनों देशों की क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों की स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया है। कोरोना वायरस के बीच बांग्लादेश में किसी देश का पहला दौरा है।
वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के बीच वनडे मैच का शेड्यूल
मैच
डेट
जगह
1st ODI
20 जनवरी
ढाका
2nd ODI
22 जनवरी
ढाका
3rd ODI
25 जनवरी
चटोग्राम
वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के बीच टेस्ट मैच का शेड्यूल
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन मेजबान टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले टीम इंडिया को सलाह दी है। अजहरुद्दीन का मानना है कि 17 दिसंबर से एडिलेड में होने वाला पहला टेस्ट में टीम इंडिया को दो स्पिनर्स सहित पांच गेंदबाजों साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में उतरना चाहिए। वे भारत की फील्डिंग को लेकर भी चिंतित है। उनका यह भी मानना है कि हार्दिक पंड्या जैसे बल्लेबाज को टेस्ट टीम में शामिल होना चाहिए। एडिलेड टेस्ट डे नाइट है। यह टीम इंडिया का देश के बाहर पहला डे नाइट टेस्ट भी है।
अजहरुद्दीन ने कहा,” पिंक बॉल से खेलना लोगों के लिए मुश्किल होता है। वहीं जब विकेट ड्राई और टर्न लेने वाली हो तो आपको दो स्पिनर्स के साथ खेलने के लिए जाना चाहिए। लेकिन मुझे डाउट है, कि वह (कोहली) दो स्पिनर्स के साथ नहीं जाएंगे। आपको टेस्ट जीतने के लिए पांच बॉलर्स की जरूरत होती है। मुझे लगता कि एक कप्तान के रूप में आपको गेम में हमेशा पांच बेस्ट बॉलर चाहिए। अंत में बॉलर्स ही आपको खेल जिताने के लिए जाने जाते हैं।”
घरेलू कंडीशन और ऑस्ट्रेलिया के कंडीशन में अंतर
उन्होंने कहा-घरेलू कंडीशन में विकेट टर्निंग वाला होता है। जबकि ऑस्ट्रेलिया में कंडीशन बिल्कुल अलग रहेगी। मैं मानता हूं कि विकेट अच्छी है तो ईमानदारी से कहूं तो दो स्पिनर्स के साथ जाना चाहिए। अगर आपके टॉप पांच बल्लेबाज रन नहीं बना पाते हैं, तो ऐसे में आप यह उम्मीद नहीं कर सक सकते नंबर सिक्स पर आने वाला बल्लेबाज बेहतर करेगा।
टीम इंडिया को जीतने के लिए अच्छा स्कोर करना होगा
अजहरुद्दीन ने कहा- मुझे नहीं पता कि जडेजा फिट हैं या नहीं लेकिन वे यहां पर बॉल को टर्न कराने में सक्षम नहीं हैं। वह अच्छे बल्लेबाज और अच्छे ऑलराउंडर हैं। मैं यहां पर एक ऑफ स्पिनर और एक लेग स्पिनर के साथ खेलता। टीम इंडिया की स्कवाड में चायना मैन कुलदीप यादव हैं। और एक भी लेग स्पिनर नहीं है।
अजहरुद्दीन ने कहा- मेरा मानना है कि अपनी बैटिंग ऑर्डर अच्छी है। टीम अच्छा स्कोर कर सकती है। अगर टीम को जीतना है तो अच्छा स्कोर करना होगा और पहले बैटिंग करनी होगी।
अगर पंड्या को रोक लिया जाता और वे खेलते तो अच्छा रहता। वे बेहतर ऑल राउंडर हैं। आपको टेस्ट मैच में पंड्या जैसे बल्लेबाज की जरूरत है, जो टीम के जरूरत के अनुसार रन बना सके। हमने बहुत से मैच देखे हैं, जिनमें पंड्या ने बेहतर स्कोर किए हैं।
फील्डिंग बड़ी समस्या
अजहरुद्दीन ने कहा- टीम इंडिया की खराब फील्डिंग एक बड़ी समस्या है। हम कई कैच ड्रॉप किए हैं। हमारी ग्राउंड फील्डिंग भी बहुत स्तरीय नहीं है।
कोहली का अंतिम तीन मैचों में न रहने से टीम को नुकसान
अजहरुद्दीन ने कहा कि कोहली का अंतिम तीन टेस्ट मैचों में न रहने से टीम को नुकसान होगा। क्योंकि वे स्टीव स्मिथ जैसे अग्रेसिव प्लेयर हैं। साथ ही वह तेजी से स्कोर बनाते थे। उनके बिना तीन टेस्ट खेलना टीम इंडिया के आसान नहीं है।
अरानी बसुजब ऑस्ट्रेलिया में खेलने गए तो यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में हर किसी के लिए बड़ा टॉपिक रहा। उनके हर कदम के बारे में देखा जाता है, उसके बारे में लिखा जाता है और स्पॉन्सर्स के लिए बेचा तक जाता है जिससे भारत के खिलाफ सीरीज में उत्साह बढ़ाया जा सके। वह पे-पर-व्यू बॉक्सिंग इवेंट में शोस्टॉपर की तरह हैं। इस बार, हालांकि, कोहली के पास सीरीज में एक छाप छोड़ने के लिए सिर्फ एक सप्ताह बचा है। वनडे और टी20 सीरीज के बाद विराट टेस्ट सीरीज में केवल शुरुआती टेस्ट मैच खेलेंगे, फिर पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौट आएंगे। पढ़ें, अजिंक्य रहाणे, कोहली के सुपरहीरो जैसे व्यक्तित्व के लिए एक सहायक अभिनेता की छवि से हमेशा के लिए जूझ रहे हैं। उन्हें टीम में एक सीनियर खिलाड़ी के रूप में उभरने का मौका मिलता है। एक मुश्किल सीरीज के अंतिम तीन टेस्ट मैचों में वह भारत की अगुआई करेंगे जो ऐसा है जैसे एक जैकपॉट घोड़े की सवारी करना। रहाणे ने डे-नाइट टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं इस पल में रहने पर विश्वास करता हूं।' सीरीज में जो कुछ भी होता है, वह इसे रहाणे की टीम के तौर पर जाना जाएगा। फिर भी, वह इस बारे में बात नहीं करना चाहते कि वह अगले सप्ताह टीम का नेतृत्व करने की योजना कैसे बना रहे हैं। वह कोहली के जाने का इंतजार करेंगे जिसके बाद ही कोई योजना बनाएंगे। उन्होंने कहा, 'अभी विराट इस टेस्ट के लिए हमारे कप्तान हैं। हम केवल इस टेस्ट के बारे में सोच रहे हैं और यहां विराट की मदद कर रहे हैं। एक बार वह चले जाएंगे, हम अपनी योजनाओं पर चर्चा करेंगे।' ऑस्ट्रेलियाई टीम के कैंप में प्रचार और चर्चा से यही पता चलता है कि फिलहाल यह कोहली का टेस्ट मैच है। ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर ने मीडिया को यह समझाने में काफी समय बिताया कि कैसे उनकी टीम के खिलाड़ी कोहली को बाकी सीरीज के लिए सेट करने से रोकने के तरीके बता रहे हैं। रहाणे इससे पहले दो टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व कर चुके हैं। कप्तानी का उनका पहला अनुभव 2017 में धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक निर्णायक टेस्ट में आया था लेकिन कोहली ने अपनी टीम से एक ब्रांड बनाने की कोशिश की है। एक ऐसा ब्रांड जिसने हमेशा ही कभी पीछे ना हटने के बारे में सोचा है। आक्रामकता काफी रहती है। पढ़ें, उन्होंने टीम की आक्रामकता को अलग ही तरह बताया है। उन्होंने कहा, 'Intensity वहां जाने और अपने शॉट्स खेलने के बारे में नहीं है। जब आप गेंद का बचाव कर रहे हैं या छोड़ रहे हैं, तब भी यह आपकी मानसिकता के बारे में है।' टेस्ट क्रिकेट में उनकी फॉर्म पिछले दो साल में ज्यादा बेहतर नहीं रही है। रहाणे का दावा है कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान अपनी फिटनेस और मानसिक मजबूती पर काम किया।
(मनोज चतुर्वेदी)भारत-पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज में दिखने वाली प्रतिद्वंद्विता इस सदी में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट सीरीज में देखी जाने लगी है। यही वजह है कि अभी इस टेस्ट सीरीज का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।विराट कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम ने 2018-19 की टेस्ट सीरीज में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में 2-1 से दचक कर टीम ऑस्ट्रेलिया की प्रतिशोध की ज्वाला को और धधका दिया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 17 दिसंबर से 4 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी। नियमित कप्तान विराट कोहली पहला टेस्ट मैच खेलकर स्वदेश लौट जाएंगे, वहीं, रोहित शर्मा शुरुआती दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाएंगे। इस बार भारतीय गेंदबाजी आक्रमण पर सभी का फोकस रहेगा।
(मनोज चतुर्वेदी)
भारत-पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज में दिखने वाली प्रतिद्वंद्विता इस सदी में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट सीरीज में देखी जाने लगी है। यही वजह है कि अभी इस टेस्ट सीरीज का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है।विराट कोहली की अगुआई वाली भारतीय टीम ने 2018-19 की टेस्ट सीरीज में पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में 2-1 से दचक कर टीम ऑस्ट्रेलिया की प्रतिशोध की ज्वाला को और धधका दिया है।
पैटरनिटी लीव पर लौटेंगे विराट कोहली
पिछली बार ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट सीरीज हारने की वजह स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की गैरमौजूदगी बताई गई थी। इस बार दोनों मौजूद रहेंगे। पर इस बार भारतीय टीम के साथ थोड़ी दिक्कत है कि कप्तान विराट कोहली पहला टेस्ट खेलकर पितृत्व अवकाश पर चले जाएंगे, जबकि रोहित शर्मा फिटनेस की वजह से पहले दो टेस्ट में नहीं हैं।
The grind never stops 💪 #TeamIndia sweat it out in the nets ahead of the 1st Test against Australia beginning Decem… https://t.co/fAZdBi6Xga
टीम इंडिया के लिए सीरीज जीतकर यह साबित करने का मौका है कि वह किसी खिलाड़ी विशेष पर निर्भर टीम नहीं है। एक दौर था, जब भारतीय टीम जीत के लिए स्पिनरों पर निर्भर रहती थी और विदेशी दौरों पर अनुकूल माहौल और विकेट नहीं मिलने पर जीत उसकी पहुंच से दूर बनी रहती थी। लेकिन पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया बहुत बदली है और वह दुनिया भर में दबदबे वाला क्रिकेट खेल रही है। उसके लिए इस बात का कोई मायने नहीं रह गया है कि मेजबान देश किस तरह के विकेट तैयार कर रहा है। अब वह उनके बनाए माहौल में भी अपना बेस्ट देना सीख गई है। इसकी वजह पेस अटैक का जानदार बनना है। भारत के तेज गेंदबाज यह भरोसा बनाने में कामयाब हो गए हैं कि उनमें प्रतिद्वंद्वी टीम के 20 विकेट निकालने का माद्दा है। यह भरोसा ही है कि अब भारतीय टीम मैनेजमेंट विदेशी जमीन पर खेले जाने वाले टेस्ट मैचों में एक ही स्पिनर खिलाने लगा है।
ऑस्ट्रेलिया को करारा जवाब देने की पूरी तैयारी
ऑस्ट्रेलिया की पेस तिकड़ी पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और हेजलवुड को हमेशा ही खतरनाक माना जाता रहा है। पर अब जसप्रीत बुमराह की अगुआई वाला पेस अटैक भी उन्हें बराबरी की टक्कर देने का दम रखता है और यह बात वह पिछले दौरे पर साबित कर चुका है। भारतीय पेस अटैक के दमदार होने का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि स्टीव स्मिथ कह रहे हैं कि हमारे खिलाफ यदि शॉर्ट पिच गेंदें डाली गईं, तो हममें उसका सामना करने की क्षमता है। आप याद करें, क्या पहले कभी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भारतीय पेसरों को इस तरह भाव देते नजर आते थे? इसका तो यही मतलब है कि वे भारतीय तेज गेंदबाजी को तवज्जो देने को मजबूर हो गए हैं। यह सही है कि जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और उमेश यादव का साथ देने के लिए इस बार अनुभवी गेंदबाज ईशांत शर्मा नहीं होंगे। पर नवदीप सैनी या सिराज में से किसी एक को खिलाकर अटैक की धार बनाए रखी जा सकती है।
कोच शास्त्री ने बताया- बेस्ट अटैक
भारतीय मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भारतीय पेस अटैक को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ बताया था। इसकी वजह शायद पिछले दौरे पर उनका ऑस्ट्रेलिया के पेस गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन था। इस सीरीज के एडिलेड और पर्थ में खेले गए टेस्ट में तो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज भारतीय पारी के सभी 40 विकेट निकालने में कामयाब हो गए थे। लेकिन मेलबर्न और सिडनी में वे समझ नहीं पा रहे थे कि भारतीय बल्लेबाजों को कैसे आउट करें। वहीं भारतीय गेंदबाजों ने इन दोनों टेस्ट में भी परचम फहराकर भारत को पहली बार ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभाई। इस सीरीज में ऑफ स्पिनर अश्विन ने भी पहले टेस्ट में छह विकेट निकालकर अपना लोहा मनवाया था, पर बाकी टेस्ट वे नहीं खेल सके थे। इस बार वह पूरी तरह फिट हैं, हालांकि उनके मुकाबले नाथन लियोन घर में ज्यादा कारगर साबित होते रहे हैं, और वह एक खतरा हो सकते हैं।
कुछ अनसुलझे सवाल हैं सामने
इस सीरीज में भारत के सामने कुछ अनसुलझे सवाल जरूर हैं। पहला सवाल तो यही है कि मयंक अग्रवाल के साथ पारी की शुरुआत किससे कराई जाए। अगर रोहित शर्मा होते तो यह सवाल ही नहीं उठता। इसके लिए पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल दो दावेदार हैं। पृथ्वी के पक्ष में यह बात जाती है कि उन्हें टेस्ट खेलने का अनुभव है और वे पूरी निडरता के साथ खेलते हैं। उन्हें इस बात की परवाह नहीं होती कि सामने कौन गेंदबाज है। पर उनकी दिक्कत उनका डिफेंस है। इस कमी की वजह से आईपीएल में अच्छी शुरुआतों को वह बड़ी पारी में नहीं बदल सके थे। क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ ओपनरों में एक गावस्कर को लगता है कि शुभमन गिल को मौका देना चाहिए। आखिरी दो टेस्ट के लिए रोहित शर्मा के आने पर उनका खेलना ओपनरों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
साहा या पंत? किसे मिलेगा मौका
टीम इंडिया मैनेजमेंट के सामने विकेट कीपर के तौर पर ऋद्धिमान साहा और ऋषभ पंत में से किसे खिलाया जाए, यह उलझन भी होगी। साहा की विकेट कीपिंग बहुत बेहतर है, पर धीमे विकेट पर स्टंप्स के करीब खड़े होते समय बेहतर कलेक्शन वाले खिलाड़ी की जरूरत पड़ती है। ऑस्ट्रेलिया में विकेट तेज होने से विकेट कीपर स्टंप्स से दूर खड़े होंगे। ऐसे में ऋषभ पंत को खिलाना बेहतर विकल्प होगा। दिन-रात के अभ्यास मैच में शतक ठोककर वह अपना दावा मजबूत कर भी चुके हैं। वैसे भी पंत 2018-19 के दौरे में अपने नाबाद शतक से भारत को सीरीज जिताने में अहम भूमिका निभा चुके हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि साहा की बल्लेबाजी भी अच्छी है, पर इस मामले में वह पंत से कोसों दूर नजर आते हैं।
रहाणे के सामने भी मुश्किल, कैसे होगी विराट की भरपाई
विराट कोहली की कप्तानी हो या बल्लेबाजी, वह सभी में अपना प्रभाव छोड़ने में हमेशा सफल रहते हैं। उनकी पहले टेस्ट के बाद अनुपस्थिति जरूर खलेगी। जहां तक उनकी गैरमौजूदगी में कप्तानी की बात है तो अजिंक्य रहाणे इस जिम्मेदारी को निभाने में पूरी तरह सक्षम हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट और अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए इकलौते टेस्ट में वह अपनी कप्तानी में भारत को जीत भी दिला चुके हैं। पर विराट की बल्लेबाजी की भरपाई करना थोड़ा मुश्किल होगा।
पुजारा पर होगी जिम्मेदारी
विराट कोहली की गैरमौजूदगी में चेतेश्वर पुजारा के साथ रहाणे को अतिरिक्त प्रयास करने होंगे। याद रहे, पिछली सीरीज जिताने में भी पुजारा ने 521 रन बनाकर अहम भूमिका निभाई थी। ये दोनों डटे रहे तो सीरीज का परिणाम भारत के पक्ष में आ सकता है।
इंडियन सुपर लीग (ISL)के मंगलवार रात को सातवें सीजन के खेले गए मैच में ईस्ट बंगाल को चौथी हार का सामना करना पड़ा। हैदराबाद ने ईस्ट बंगाल को 3-2 से हराया। बंगाल ने अब तक पांच मैच खेले हैं। इनमें से केवल एक मैच ड्रॉ रहा। वह एक अंक के साथ पॉइंट टेबल में सबसे नीचे है। वहीं दूसरी ओर हैदराबाद एफसी का सीजन की दूसरी जीत है। वह नौ अंकों के साथ पॉइंट टेबल में पांचवां स्थान पर पहुंच गई है।
शुरुआत में ईस्ट बंगाल ने ली लीड
ईस्ट बंगाल की ओर से जैक्वेस मैगहोमा ने गोल कर टीम को हैदराबाद पर 1-0 से बढ़त दिला दी। मैगहोमा बंगाल की ओर से गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बने। वहीं हैदराबाद को लीड और बराबरी करने के कई मौके मिले, लेकिन वह मौके को भुना नहीं सकी। इंजरी टाइम में हैदराबाद को पेनाल्टी मिला, लेकिन कप्तान एरिडन सांटाना गोल नहीं कर सके।
दूसरा हाफ में हैदराबाद हावी
दूसरा हाफ शुरु होते ही हैदराबाद एफसी हावी रहा। 54वें मिनट में उसने एक मौका खोया, लेकिन कप्तान सांटाना ने 56वें मिनट में गोल करते हुए स्कोर बराबर कर दिया। इस गोल में मोहम्मद यासिर का एसिस्ट रहा।
सांटाना यही नहीं रुके और इसी मिनट में एक और गोल करते हुए हैदराबाद को 2-1 से आगे कर दिया। सांटाना ने लिस्टन कोलाको के सहयोग से यह गोल किया। सांटाना ने इस सीजन का अपना चौथा गोल किया। 68वें मिनट में हैदराबाद ने तीसरा गोल करते हुए 3-1 की लीड ले ली। उसके लिए यह गोल हालीचरण नारजारे ने किया और इसमें लिस्टन कोलाको का एसिस्ट रहा।
बंगाल की ओर से मैगहोमा ने गोल कर स्कोर को 2-3 कर दिया
मैच के 81वें मिनट में बंगाल के मैगहोमा ने मैच का अपना दूसरा गोल करते हुए स्कोर 2-3 कर दिया। इस गोल में एंथोनी पिलकिंग्टन का योगदान रहा। हालांकि ईस्ट बंगाल के लिए इस मैच का अंतिम गोल रहा और इस तरह उसे अच्छा खेल दिखाने के बावजूद सीजन की चौथी हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय क्रिकेट में क्रिकेट ऑफ डायरेक्टर के ना होने की वजह से सेलेक्टर्स पर प्रदर्शन देखने की जिम्मेदारी होती है। सेलेक्टर्स हमेशा क्रिकेट की राजनीति से जुड़ा रहा। बड़े खिलाड़ियों के करीब रहने वाले पूर्व क्रिकेटरों को इसकी जिम्मेदारी दी जाती रही है। इस कारण वे विवादों में रहे और उन पर आरोप भी लगे। पिछले 8 से 10 सालों में सेलेक्टर्स को प्रोफेशनल बनाया गया। उन्हें घरेलू और इंटरनेशनल मैच के प्रदर्शन को देखने के कारण समय खर्च करने पर सैलरी दी जानी थी। लेकिन पहले के सेलेक्टर्स को सिर्फ टीए और डीए मिला। लेकिन वर्तमान के सेलेक्टर्स को बोर्ड से सैलरी मिलेगी। लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुकूल वर्तमान में सेलेक्टर्स देश के पांच बेस्ट क्रिकेटर होने थे ना कि पुराने जोनल आधार पर इनका चुनाव होना था। इस कारण अजीत आगरकर पिछले साल सेलेक्टर्स नहीं बन सके क्योंकि वेस्ट जोन से पहले से जतिन परांजपे मौजूद थे। जोनल सिस्टम के ही कारण सेलेक्टर्स बड़े लोगों के माेहरे की तरह काम करते हैं। तीन नए सेलेक्टर्स के आवेदन 15 नवंबर तक मंगाए गए थे, लेकिन इस पर चर्चा नहीं हो रही है। यह दिलचस्प है कि 3 सेलेक्टर्स की अनुपस्थिति में ऑस्ट्रेलिया में खेल रही टीम में कई बदलाव किए गए। ये बदलाव वर्तमान सेलेक्टर सुनील जोशी (चेयरमैन) और हरविंदर सिंह ने किए। यह देखने वाली बात है कि जब ये दोनों टीम चुन ले रहे हैं तो 5 सेलेक्टर्स की जरूरत क्यों है। मेरे हिसाब से सेलेक्टर्स के साथ कार्यकाल का नियम नहीं होना चाहिए। इस कारण वे लंबी सोच पर काम नहीं कर पाते। उदाहरण के तौर पर इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया को देख सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा चीफ सेलेक्टर ट्रेवर होंस 1990 से पद पर हैं। इंग्लैंड में भी ऐसा ही है। लंबा कार्यकाल सेलेक्टर्स को लंबी सोच के लिए प्रेरणा देता है। शास्त्री टीम के साथ 2014 सेे जुड़े हुए हैं जबकि सेलेक्टर्स में कई बदलाव किए। यह स्वीकार नहीं है। अब नए सेलेक्टर्स की बात करें तो वेस्ट जोन से परांजपे की जगह अभय कुरुविला जबकि नॉर्थ जोन से शरणदीप की जगह चेतन शर्मा को मौका मिल सकता है। आगरकर फिर बाहर हो सकते हैं। ऐसा नहीं है कि उनके पास क्वालिफिकेशन नहीं है बल्कि वे किसी गुट में शामिल नहीं हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कल से एडिलेड ओवल में 4 टेस्ट की सीरीज का पहला मैच खेला जाएगा। यह मैच डे-नाइट होगा और पिंक बॉल से खेला जाएगा। इंटरनेशनल लेवल पर ऑस्ट्रेलिया को डे-नाइट फॉर्मेट में टेस्ट मैच खेलने का सबसे ज्यादा अनुभव है। उसने 7 पिंक बॉल टेस्ट खेले हैं और सभी में जीत हासिल की है। इससे उलट भारत के पास सिर्फ 1 डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने का अनुभव है, जो उसने पिछले साल कोलकाता के ईडन गार्डन्स में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। भारत का यह विदेशी जमीन पर पहला डे-नाइट टेस्ट भी होगा। ये मैच भारतीय समयानुसार कल सुबह 9:30 बजे शुरू होगा।
भारत ने टी-20 सीरीज और ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज जीती
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को वनडे सीरीज में 2-1 से हराया था। वहीं भारतीय टीम ने 2-1 टी-20 सीरीज अपने नाम की थी। इसके बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया-A के खिलाफ तीन दिवसीय पिंक बॉल प्रैक्टिस मैच भी खेला था, जो कि ड्रॉ रहा।
रिकॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक कुल 98 टेस्ट मैच खेले गए हैं। इसमें भारत ने 28 और ऑस्ट्रेलिया ने 42 मैच जीते हैं। जबकि 27 मैच ड्रॉ और 1 बेनतीजा रहा। वहीं ऑस्ट्रेलिया में दोनों के बीच 48 मैच खेले गए। इसमें से भारत ने सिर्फ 7 और ऑस्ट्रेलिया ने 29 मैचों में जीत हासिल की। 12 मैच ड्रॉ रहे।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली 2 टेस्ट सीरीज जीती
टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को पिछली दो टेस्ट सीरीज में शिकस्त दे चुकी है। टीम इंडिया ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 2-1 से शिकस्त दी थी। टीम की ऑस्ट्रेलिया में यह पहली टेस्ट सीरीज जीत थी।
पुजारा 2018 में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टॉप स्कोरर रहे थे। वे 500+ रन बनाने और 3 शतक लगाने वाले अकेले प्लेयर थे। उनके अलावा टॉप-3 में ऋषभ पंत (350) और विराट कोहली (282) इंडियन बैट्समैन ही थे। ऐसे में भारत के पास उसके खिलाफ पहली बार लगातार 3 टेस्ट सीरीज जीतने का मौका है।
कोहली का एडिलेड में शानदार रिकॉर्ड
कोहली ने एडिलेड ओवल ग्राउंड पर 3 टेस्ट खेले हैं। इसमें उन्होंने 71.83 की औसत से 431 रन बनाए। इसमें 3 सेंचुरी भी शामिल है। वे अगर इस टेस्ट में एक शतक लगा देते हैं, तो वे ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग का रिकॉर्ड तोड़ देंगे। कोहली कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले बैट्समैन बन जाएंगे। 2018 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को एडिलेड टेस्ट में 31 रन से शिकस्त दी थी।
कैप्टन
मैच
सेंचुरी
रिकी पोंटिंग
324
41
विराट कोहली
187
41
ग्रीम स्मिथ
286
33
स्टीव स्मिथ
93
20
माइकल क्लार्क
139
19
ब्रायन लारा
172
19
शुभमन गिल कर सकते हैं डेब्यू
भारत के लिए शुभमन गिल एडिलेड में अपना टेस्ट डेब्यू कर सकते हैं। ऐसे में वह मयंक अग्रवाल के साथ ओपनिंग करेंगे। जबकि, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे टीम का मिडिल ऑर्डर संभालेंगे। हनुमा विहारी नंबर-6 और ऋद्धिमान साहा को विकेटकीपर-बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत पर तरजीह दी जा सकती है। मोहम्मद शमी, उमेश यादव, जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन भारत का बॉलिंग डिपार्टमेंट संभालेंगे।
भारत के लिए पिंक बॉल चुनौती
भारत में 2019 में एक्सपेरिमेंट के तौर पर दिलीप ट्रॉफी को डे-नाइट फॉर्मेट में पिंक बॉल से खेला गया था। हालांकि इसके कुछ समय बाद ही टूर्नामेंट दोबारा रेड बॉल पर लौट आया था। मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, जसप्रीत बुमराह, रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा, ऋषभ पंत, मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी और पृथ्वी शॉ उस दिलीप ट्रॉफी का हिस्सा थे जो डे-नाइट फॉर्मेट में खेली गई थी।
प्रैक्टिस में भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों का मिलाजुला प्रदर्शन
हालांकि, टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG)) में पिंक बॉल से तीन दिवसीय प्रैक्टिस मैच भी खेला। प्रैक्टिस मैच के पहले दिन भारतीय बल्लेबाज 194 रन बनाकर आउट हो गए थे। हालांकि टीम ने ऑस्ट्रेलिया को भी पहली पारी में 108 रन पर समेट दिया था। मैच में शमी-सैनी ने 3-3 विकेट और बुमराह-सिराज ने 2-2 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार बैटिंग की। मैच में शुभमन और पृथ्वी ने फिफ्टी, जबकि हनुमा और ऋषभ ने सेंचुरी लगाई थी।
चोट से जूझ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम, ओपनिंग परेशानी
वहीं, चोट से जूझ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए सबसे बड़ी दिक्कत ओपनिंग के लिए है। डेविड वॉर्नर और विल पुकोव्स्की पहले टेस्ट से बाहर हो चुके हैं। वहीं कैमरून ग्रीन भी भारत के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में चोटिल हो गए थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलियन टीम मैनेजमेंट ने मार्कस हैरिस को टीम में शामिल किया। वे जो बर्न्स के साथ ओपनिंग कर सकते हैं। जबकि मार्नस लाबुशाने और स्टीव स्मिथ तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे।
लोअर ऑर्डर में ट्रेविस हेड, मैथ्यू वेड और कप्तान टिम पेन टीम की बैटिंग संभालेंगे। वहीं, मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस और जोश हेजलवुड टीम की पेस बॉलिंग की कमान संभालेंगे। नाथन लियोन टीम में एकमात्र फ्रंट लाइन स्पिनर होंगे।
पिछले दौरे पर नहीं हो सका था पिंंक बॉल टेस्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक BCCI ने ऑस्ट्रेलिया में डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने से कतरा रही थी। 2018-19 में पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी उसने इस फॉर्मेट का टेस्ट मैच खेलने से मना कर दिया था। इसके बाद जब भारत ने अपना पहला पिंक बॉल टेस्ट खेला, तब तक ऑस्ट्रेलिया को इस फॉर्मेट में खेलते हुए 4 साल हो गए थे। एडिलेड ओवल ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया ने 4 डे-नाइट टेस्ट मैच खेले हैं और सभी में जीत हासिल की है।
पिच रिपोर्ट :
एडिलेड ओवल में बैटिंग करना आसान
एडिलेड ओवल पर बैटिंग करना आसान है। तेज गेंदबाजों को नए बॉल पर निर्भर रहना होगा। पिच हार्ड होने के कारण तेज गेंदबाजों को मैच के पांचों दिन शुरुआती ओवर्स में स्विंग मिलेगी। वहीं, स्पिनर्स को भी पिच से बाउंस और टर्न मिलेगा। चौथे और पांचवें दिन पिच के टूटने पर स्पिन की संभावना ज्यादा होगी।
एडिलेड ओवल में खेले गए टोटल मैच - 78 पहले बैटिंग करने वाली टीम जीती- 38 पहले बॉलिंग करने वाली टीम जीती- 21 पहले इनिंग्स में औसतन स्कोर- 387 सेकंड इनिंग्स में औसतन स्कोर- 356 तीसरे इनिंग्स में औसतन स्कोर- 281 चौथे इनिंग्स में औसतन स्कोर- 215
हाईएस्ट टोटल- ऑस्ट्रेलिया 674/10 (151.3 ओवर) vs भारत सबसे कम टोटल- ऑस्ट्रेलिया 82/10 (25.7 ओवर) vs वेस्टइंडीज
मौसम
एडिलेड में अगले 5 दिन मौसम साफ रहेगा। डे-नाइट मैच होने के कारण मैच दोपहर में शुरू होगा। मैच के दौरान औसतन तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहेगा। गुरुवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और सोमवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। वहीं, बारिश की भी बेहद कम संभावना है। ड्यू फैक्टर भी कम ही देखने को मिलेगा।
पिंक बॉल से शुरुआती ओवर्स में तेज गेंदबाजों को मिलेगी मदद
पिंक बॉल में कलर और पेंट के एक्स्ट्रा लेयर के कारण बॉल रेड बॉल की अपेक्षा ज्यादा देर तक नई रहेगी। दिन के शुरुआती 10-15 ओवर्स में तेज गेंदबाजों को अच्छी स्विंग मिलेगी। पिंक बॉल में सीम के लिए सिंथेटिक और लिनेन का इस्तेमाल किया जाता है। इसे मैच के टाइमिंग को देखते हुए तैयार किया जाता है। रेड बॉल सिंथेटिक से तैयार किया जाता है, क्योंकि ये सिर्फ दिन के मैच खेलने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, पिंक बॉल में लिनेन होने के कारण ये ड्यू को सोखता है और बॉलर्स को बेहतर ग्रिप मिलने में मदद करता है।
दिन के शुरुआती 50 ओवर तक स्पिनर्स को मिलेगा टर्न और बाउंस
पिंक बॉल से स्पिनर्स को भी दिन के 40 से 50 ओवर्स तक अच्छा बाउंस और टर्न मिलेगा। इसके बाद स्पिनर्स को थोड़ी मुश्किल हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि कूकाबुरा को मशीन से स्टिच (टांका) किया जाता है। वहीं, भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ SG पिंक बॉल का इस्तेमाल किया था, जो कि हैंड स्टिच्ड होता है। इसमें मशीन का इस्तेमाल नहीं होता। इस वजह से भारतीय स्पिनर्स को बांग्लादेश के खिलाफ टर्न मिला था।
पहले टेस्ट के लिए भारतीय टीम बैट्समैन- विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, शुभमन गिल ऑलराउंडर- हनुमा विहारी, रविंद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन विकेटकीपर- केएल राहुल, ऋद्धिमान साहा, ऋषभ पंत बॉलर- जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, नवदीप सैनी, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज
पहले टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम बैट्समैन- जो बर्न्स, स्टीव स्मिथ, मार्कस हैरिस ऑलराउंडर- ट्रेविस हेड, मार्नस लाबुशाने, माइकल नेसेर, मोइसेस हेनरिक्स, कैमरून ग्रीन विकेटकीपर- टिम पेन, मैथ्यू वेड बॉलर- पैट कमिंस, जोश हेजलवुड, नाथन लियोन, जेम्स पैटिंसन, मिचेल स्टार्क, मिचेल स्वेपसन
पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप का फाइनल अगले साल खेला जाना है। न्यूजीलैंड ने विंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज 2-0 से जीतकर खुद को फाइनल की रेस में खड़ा कर लिया है। टीम इंडिया को अभी 2 सीरीज में कुल 8 मुकाबले खेलने हैं। ऑस्ट्रेलिया से 4 मैचों की सीरीज 17 दिसंबर से शुरू हो रही है। न्यूजीलैंड को अंतिम टेस्ट सीरीज घर में पाक के खिलाफ खेलनी है। यदि न्यूजीलैंड की टीम सीरीज 2-0 से जीत लेती है तो इससे टीम इंडिया के लिए परेशानी हो सकती है। ऐसे में टीम इंडिया को टॉप-2 में जगह पक्की करने के लिए 8 में 5 मुकाबले जीतने होंगे। टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में एक मैच जीतना ही होगा
भारत का औसत पॉइंट 75, न्यूजीलैंड का 62.50 है। यदि न्यूजीलैंड की टीम पाक से सीरीज 2-0 से जीत लेती है तो उसका औसत 70 हो जाएगा। ऐसे में टीम इंडिया को 70 से अधिक औसत के लिए 150 पॉइंट की जरूरत होगी। यानी 5 मैच जीतने होंगे। टीम चार जीत और 3 ड्रॉ करके भी 150 पॉइंट हासिल कर लेगी। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में एक मैच जीतना अहम रहेगा। ऑस्ट्रेलिया3-1से जीता तो राह आसान,अभी टॉप पर
ऑस्ट्रेलिया यदि भारत के खिलाफ चार मैचों की सीरीज 3-1 से जीत लेता है और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम सीरीज 1-1 से ड्रॉ भी रहती है तो वह टॉप-2 में रहेगी। लेकिन सबसे ज्यादा नजर न्यूजीलैंड और पाक के बीच 26 दिसंबर से शुरू हो सीरीज पर है।
क्रिकेट के मैदान पर एक बार फिर युवराज सिंह का जलवा देखने को मिल सकता है। उन्हें अगले महीने होने वाले सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नमेंट में पंजाब के 30 संभावित खिलाड़ियों में शामिल किया गया है। विश्व कप 2011 के ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नमेंट’ रहे युवराज ने पिछले साल जून में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। अब जब वह कमबैक को तैयार हैं तो उनके चाहने वाले भी उत्साहित हैं।
युवी के चाहने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। भारत को टी-20 और वनडे वर्ल्ड कप में विजेता बनाने वाला यह दिग्गज ऑलराउंडर एक बार फिर क्रिकेट में धमाल करता दिखेगा। दरअसल, युवी को पंजाब की संभावित टी-20 टीम में शामिल किया गया है।
क्रिकेट के मैदान पर एक बार फिर युवराज सिंह का जलवा देखने को मिल सकता है। उन्हें अगले महीने होने वाले सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नमेंट में पंजाब के 30 संभावित खिलाड़ियों में शामिल किया गया है। विश्व कप 2011 के ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नमेंट’ रहे युवराज ने पिछले साल जून में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। अब जब वह कमबैक को तैयार हैं तो उनके चाहने वाले भी उत्साहित हैं।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Look who has hold the bat again 👀😍🤩<a href="https://twitter.com/hashtag/yuviworld?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#yuviworld</a> <a href="https://twitter.com/hashtag/yuvrajsinghworld?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#yuvrajsinghworld</a> <a href="https://t.co/TsGizWDjtl">pic.twitter.com/TsGizWDjtl</a></p>— Yuvraj Singh World (@YuviWorld) <a href="https://twitter.com/YuviWorld/status/1338741413039652871?ref_src=twsrc%5Etfw">December 15, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Very big new is coming; Yuvraj Singh is about to Withdraw his retirement. Waiting for the Official confirmation from BCCI to come out of the retirement.!!</p>— CricketMAN2 (@man4_cricket) <a href="https://twitter.com/man4_cricket/status/1338709878332739592?ref_src=twsrc%5Etfw">December 15, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Look Who Is Back to Team Punjab<br /><br />Yes..!!! He is None Other than Punjab Da Puttar <a href="https://twitter.com/YUVSTRONG12?ref_src=twsrc%5Etfw">@YUVSTRONG12</a> <br /><br />(Just waiting for the official confirmation from BCCI)<a href="https://twitter.com/hashtag/SyedMushtaqAliTrophy?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#SyedMushtaqAliTrophy</a> <a href="https://t.co/NwJl74auHA">pic.twitter.com/NwJl74auHA</a></p>— Yuvraj Singh Trends™ (@YuviTrends) <a href="https://twitter.com/YuviTrends/status/1338744967712292866?ref_src=twsrc%5Etfw">December 15, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
ऐडिलेडभारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने मंगलवार को स्वीकार किया कि उनकी टीम को तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा की कमी खलेगी लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रहे दिन रात के टेस्ट में टीम संयोजन को लेकर सवालों का जवाब नहीं दिया। कप्तान के पहले टेस्ट के बाद पैटरनिटी लीव पर स्वदेश लौटने के बाद रहाणे बाकी तीन टेस्ट में कप्तानी कर सकते हैं। उन्होंने गुलाबी गेंद की बढी हुई रफ्तार से गेंदबाजों के सामने आने वाली चुनौती पर भी बात की। रहाणे ने कहा, ‘हमारे पास मजबूत आक्रमण है लेकिन हमें ईशांत की कमी खलेगी। वह सबसे सीनियर तेज गेंदबाज हैं।’ ईशांत को आईपीएल के दौरान पसली में चोट लगी थी। रहाणे ने हालांकि यकीन जताया कि ईशांत की गैर मौजूदगी में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की अगुवाई में तेज गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘उमेश, सैनी, सिराज, बुमराह और शमी सभी अच्छे गेंदबाज हैं और उनके पास अनुभव भी है। उन्हें पता है कि यहां कैसी गेंदबाजी करनी है।’ 20 विकेट झटक सकते हैं हम उन्होंने कहा, ‘यह नई सीरीज है जो गुलाबी गेंद से शुरू होगी। लय हासिल करना जरूरी है। मेरा मानना है कि हमारे गेंदबाज 20 विकेट ले सकते हैं।’ सलामी जोड़ी के बारे में पूछने पर रहाणे ने कहा कि मैच की पूर्व संध्या पर इस बारे में फैसला लिया जाएगा। भारत के पास मयंक अग्रवाल, पृथ्वी साव, शुभमन गिल और केएल राहुल के विकल्प हैं। वहीं विकेटकीपिंग के लिए ऋषभ पंत और ऋधिमान साहा के विकल्प हैं। मैच से एक दिन पहले प्लेइंग-XI पर बातरहाणे ने कहा, ‘अभी टीम संयोजन तय नहीं हुआ है। हम बैठक करेंगे और उसके बाद एक और दिन और अभ्यास सत्र है। इस पर तब बात की जाएगी। सभी समान रूप से प्रतिभाशाली है और सभी हमारे लिए मैच जीतने का माद्दा रखते हैं। यह खिलाड़ियों पर भरोसा रखने की बात है।’ उन्होंने इस बारे में भी कोई ठोस जवाब नहीं दिया कि सीनियर स्पिनर आर अश्विन की क्या भूमिका होगी लेकिन कहा कि पहले टेस्ट में उनका हरफनमौला कौशल काफी काम आएगा। अश्विन टीम के लिए खास उन्होंने कहा, ‘अश्विन की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हैं। वह अनुभवी गेंदबाज हैं और उसके पास विविधता है। बतौर गेंदबाज और बल्लेबाज उनकी भूमिका काफी अहम है।’ गुलाबी गेंद से टेस्ट में दिन ढलने के दौरान का सत्र काफी अहम होता है और उस पर काफी तैयारी की जा रही है। रहाणे ने कहा कि उस 40 से 50 मिनट के दौरान गेंद की रफ्तार काफी तेज हो जाती है। उन्होंने कहा, ‘नई गुलाबी गेंद की रफ्तार सूर्यास्त के समय काफी तेज हो जाती है। ऐसे में बल्लेबाजों के लिए फोकस करना मुश्किल होता है।’ उन्होंने कहा, ‘लाल गेंद से हम दिन भर खेलते हैं तो रफ्तार में अचानक बदलाव नहीं आता है लेकिन गुलाबी गेंद से 40-50 मिनट के भीतर गति अचानक बदल जाती है।उस समय सही सामंजस्य बिठाना जरूरी है।’ उन्होंने तैयारियों के बारे में कहा, ‘क्वारंटीन चुनौतीपूर्ण था ,खासकर पहले 14 दिन लेकिन खुशकिस्मती से हमें रियायत मिली और हम अभ्यास कर सके। हमारी तैयारी अच्छी है और अभ्यास मैचों से काफी मदद मिली।’
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए केरल की 26 सदस्यीय संभावित टीम में चुना गया है। 7 साल का प्रतिबंध झेलने के बाद श्रीसंत पहली बार किसी टीम में आधिकारिक तौर पर चुने गए हैं। वहीं, भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह भी रिटायरमेंट से वापसी कर रहे हैं। उन्हें भी पंजाब ने मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए 30 संभावितों में शामिल किया गया है।
7 साल की सजा झेलने के बाद श्रीसंत कर रहे वापसी
श्रीसंत पर अगस्त, 2013 में IPL मैच में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी का आरोप लगा था। आरोप साबित होने के बाद BCCI ने उनपर आजीवन प्रतिबंध लगाया था। केरल हाई कोर्ट ने भी उनकी सजा को बरकरार रखा था। इसके बाद श्रीसंत सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट ने BCCI से उनपर लगाए गए प्रतिबंध की अवधि कम करने को कहा था। इसके बाद BCCI ने उनपर लगे लाइफ बैन को हटा दिया था और उनके प्रतिबंध को 7 साल का कर दिया था, जो कि इस साल 12 सितंबर को खत्म हुआ।
वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे श्रीसंत
अब देखने वाली बात यह है कि श्रीसंत को केरल के 15 सदस्यीय अंतिम टीम में चुना जाता है या नहीं। श्रीसंत ने भारत के लिए 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी-20 मैच खेले हैं। वह 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
युवराज ने पिछले साल जून में लिया था संन्यास
वहीं, वर्ल्ड कप विनिंग ऑलराउंडर युवराज सिंह ने पिछले साल जून में संन्यास ले लिया था। हालांकि उन्होंने पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव पुनीत बाली के रिक्वेस्ट पर अपने होम स्टेट के लिए खेलना फिर से शुरू करने का फैसला किया। हाल ही में उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर मोहाली के PCA स्टेडियम में ट्रेनिंग करने का वीडियो भी पोस्ट किया था।
युवराज को BCCI से मंजूरी का इंतजार
हालांकि, युवराज को फिलहाल घरेलू क्रिकेट में वापसी के लिए अभी भी BCCI की मंजूरी नहीं मिली है। संन्यास लेने के बाद उन्होंने कनाडा के ग्लोबल टी-20 लीग में भी हिस्सा लिया था। युवराज ने अपने इंटरनेशनल करियर में 304 वनडे, 40 टेस्ट और 58 टी-20 खेले हैं। वे भी भारत के 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप विनिंग टीम का हिस्सा थे।
बरिंदर सरन की भी पंजाब टीम में हुई वापसी
युवराज के अलावा पंजाब में तेज गेंदबाज बरिंदर सरन की भी वापसी हुई है। उन्हें पंजाब ने विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल नहीं किया था। ये सभी प्लेयर लुधियाना में एक लोकल टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे। जिसके बाद पंजाब के फाइनल-15 के नामों का ऐलान किया जाएगा।
जनवरी में खेला जाएगा मुश्ताक अली टूर्नामेंट
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने कोरोना के कारण टलते आ रहे घरेलू टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का रविवार को शेड्यूल जारी किया। यह टूर्नामेंट 10 से 31 जनवरी के बीच 6 राज्यों में खेला जाएगा। BCCI सचिन जय शाह ने पूरे शेड्यूल की जानकारी दी।
सभी टीमों को 2 जनवरी तक रिपोर्ट करना होगा
बोर्ड के मुताबिक, कोरोना के कारण टूर्नामेंट बायो-सिक्योर माहौल में खेला जाएगा। यह बायो-बबल जल्द ही बनाया जाएगा। टूर्नामेंट में शामिल होने वाली टीमों को 2 जनवरी तक बायो-हब में रिपोर्ट करना होगा।
BCCI की IPL को लेकर मेगा तैयारी
मुश्ताक अली टूर्नामेंट टी-20 फॉर्मेट में खेला जाता है। न्यूज एजेंसी की मानें तो BCCI फरवरी के शुरुआत में IPL की मेगा ऑक्शन कराना चाहता है। इस बार IPL में 10 टीमें भी हो सकती हैं। इस कारण इसमें कई भारतीय प्लेयर्स को भी शामिल होना है। ऐसे में यह टूर्नामेंट इस नीलामी के लिए परफेक्ट है।
दुबईभारतीय कप्तान मंगलवार को जारी आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर पहुंच गए, जबकि चेतेश्वर पुजारा सातवें और अजिंक्य रहाणे दसवें स्थान पर हैं। कोहली 886 रेटिंग अंकों के साथ भारतीय बल्लेबाजों में शीर्ष पर हैं लेकिन वह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज (911 अंक) से पीछे हैं। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन तीसरे स्थान पर खिसक गए हैं। उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज मार्नस लाबुशाने, पाकिस्तान के बाबर आजम और चोटिल डेविड वॉर्नर का नंबर आता है। पुजारा 766 अंक के साथ इस सूची में सातवें स्थान पर हैं। उनके बाद (760), जो रूट (738) और भारतीय टेस्ट उपकप्तान रहाणे (726) शीर्ष दस में शामिल बल्लेबाज हैं। भारतीय तेज गेंदबाजी के अगुआ जसप्रीत बुमराह (779 अंक) और अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (756) गेंदबाजी रैंकिंग में क्रमश: आठवें और दसवें स्थान पर है। इस सूची में ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस (904) शीर्ष पर हैं। उनके बाद इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड और न्यूजीलैंड के नील वैगनर का नंबर आता है। भारत के दो खिलाड़ी रविंद्र जडेजा और अश्विन ऑलराउंडरों की सूची में शीर्ष दस में शामिल हैं। स्टोक्स इस सूची में शीर्ष पर हैं। जडेजा 397 रेटिंग अंकों के साथ वेस्टइंडीज के जैसन होल्डर के बाद तीसरे स्थान पर है जबकि अश्विन के 281 अंक हैं और वह छठे स्थान पर हैं। टीमों की आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भारत अभी तीसरे स्थान पर है,क्योंकि न्यूजीलैंड हाल में वेस्टइंडीज पर 2-0 की जीत से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। भारत के 114 अंक हैं और वह न्यूजीलैंड और तालिका में शीर्ष पर काबिज ऑस्ट्रेलिया से दो अंक पीछे है। ऑस्ट्रेलिया दशमलव में गणना करने के बाद न्यूजीलैंड से आगे है। इंग्लैंड चौथे स्थान पर है। उसके बाद श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और जिम्बाब्वे का नंबर आता है। भारत के पास हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐडिलेड में गुरुवार से शुरू होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज के जरिए आगे बढ़ने का मौका रहेगा।
नई दिल्लीऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलन बॉर्डर ने कहा है कि उन्होंने स्टीव स्मिथ को लेकर अपना रुख नरम कर लिया है और अब उन्हें लगता है कि सैंडपेपरगेट विवाद में उनकी भूमिका के लिए स्मिथ के साथ कठोर व्यवहार किया गया था। बॉर्डर ने मंगलवार को मीडिया से कहा, 'हां, यह एक चर्चा होगी (अगर ऑस्ट्रेलिया हार जाएगी तो स्मिथ को कप्तान बनाने की)।' उन्होंने कहा, 'मुझे यह स्वीकार करना चाहिए कि मैंने स्टीव स्मिथ और उनके भविष्य की कप्तानी पर अपने रुख पर थोड़ा नरम किया है। शुरू में मुझे लगा कि मेरी चिंता है कि क्या आप स्टीव स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया का कप्तान बनाए जाने के बाद फिर से सैंडपेपरगेट विचाद को लाना चाहेंगे।' मीडिया में स्मिथ को लेकर हो रही चर्चा पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'मीडिया में इसकी चर्चा हुई कि उन्हें फिर से कप्तान नहीं होना चाहिए। क्या आपको इसकी आवश्यकता है? (लोगों ने कहा) स्टीव स्मिथ खेलते हैं और स्कोर करते हैं।' बॉर्डर ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को बदलने के लिए कोई स्पष्ट विकल्प नहीं हैं। उन्होंने कहा, 'लेकिन हाल के दिनों में इसके बारे में थोड़ा सोचने के बाद, मुझे लगता है कि शायद उन्हें अपनी वास्तविक भूमिका के लिए कठोर व्यवहार करना चाहिए। लेकिन मुझे लगता है कि वह अपना समय निकाल चुके हैं।'
नई दिल्लीभारतीय टीम के दो बार विश्व विजेता (2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप) बनने में अहम भूमिका निभाने वाले दिग्गज ऑलराउंडर रिटायरमेंट से वापसी को तैयार हैं। सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रोफी के लिए जारी पंजाब की संभावितों की लिस्ट में युवी को भी शामिल किया गया है। घरेलू टूर्नमेंट के लिए पंजाब ने मंगलवार को 30 संभावितों की लिस्ट जारी की है। विश्व कप 2011 के ‘प्लेयर आफ द टूर्नमेंट’ रहे युवराज ने पिछले साल जून में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था लेकिन पंजाब क्रिकेट संघ के सचिव पुनीत बाली के अनुरोध पर अपने प्रदेश के लिये खेलने को तैयार हो गए। भारत के लिये 304 वनडे, 40 टेस्ट और 58 टी20 मैच खेल चुके 39 वर्ष के युवराज मोहाली में पीसीए स्टेडियम में इन दिनों अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने अभ्यास का वीडियो भी डाला है। बता दें कि युवराज ने जून 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्यास ले लिया था। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने दुनियाभर की लीग में खेलने की इजाजत ली थी। वह टोरंटो नैशनल्स के लिए ग्लोबल टी20 में खेले थे। कनाडा में हुई यह लीग बीते साल अगस्त में खेली गई थी। युवराज अबू धाबी में टी10 लीग में मराठा अरेबियंस का हिस्सा थे। पिछले कुछ दिनों से युवराज सिंह अपने पंजाब के साथियों के साथ मोहाली के आईएस बिंद्रा पंजाब क्रिकेट असोसिएशन स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रहे हैं। वह आने वाली सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नमेंट के जरिए वापस करना चाहते हैं। युवराज ने 45 मिनट तक नेट्स में प्रैक्टिस की। गेंद उनके बल्ले के बीचो-बीच आ रही थी। इससे पता चल रहा है कि बाएं हाथ के इस करिश्माई बल्लेबाज का जादुई टच अभी कायम है। पंजाब के 30 क्रिकेटरों को दो ग्रुप में बांटा गया है। ये दोनों ग्रुप 18 दिसंबर से लुधियाना में शुरू हो रहे टी20 टूर्नमेंट के लिए तैयारी कर रहे हैं। 30 खिलाड़ियों वाली संभावित टीम: मनदीप सिंह, युवराज सिंह, अभिषेक शर्मा, सलील अरोरा, गीतांश खेरा, रमनदीप सिंह, सनवीर सिंह, करण कालिया, राहुल शर्मा, कृशन अलांग, संदीप शर्मा, अर्शदीप सिंह, इकजोत सिंह, नमन धीर, अभिषेक गुप्ता, हिमांशु सत्यवान, गुरकीरत सिंह, अनमोलप्रीत सिंह, प्रभसिमरन सिंह, निहाल वढेरा, अनमोल मल्होत्रा, आरुष सब्बरवाल, अभिनव शर्मा, हरप्रीत बरार, मयंक अरकांडे, बलतेज सिंह , सिद्धार्थ कौल, बरिंदर सरन, गुरनूर सिंह, हरजस, अभिजीत गर्ग, कुंवर पाठक।
तिरुवनंतपुरमभारत के पूर्व तेज गेंदबाज एस को आगामी सैयद मुश्ताक अली ट्रोफी टी20 टूर्नमेंट के लिए केरल के 26 खिलाड़ियों की सुची में शामिल किया गया है, जो लंबे समय के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी के करीब पहुंच गए है। श्रीसंत को आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) में मैच फिक्सिंग मामले में भारतीय क्रिकेट बोर्ड () ने प्रतिबंधित कर दिया दिया था। केरल की मंगलवार को जारी संभावितों की सूची में 37 साल के इस खिलाड़ी के अलावा , सचिन बेबी, जलज सक्सेना, रोबिन उथप्पा और बासिल थम्पी जैसे अनुभवी खिलाड़ी है। श्रीसंत का प्रतिबंध इस साल सितंबर में खत्म हुआ है। सूत्रों के मुताबिक वह 20 से 30 दिसंबर तक लगने वाले टीम शिविर में भाग लेंगे। पढ़ें- इससे पहले वह केरल क्रिकेट संघ की ओर से आयोजित टी20 सीरीज में एक टीम के लिए चुने गए थे। उन्होंने आखिरी बार भारतीय टीम का 2011 में प्रतिनिधित्व किया था। वह 2007 में टी20 विश्व कप और 2011 में एकदिवसीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे है। कोविड-19 महामारी के कारण इस घरेलू टी20 टूर्नमेंट का आयोजन देरी से हो रहा है । यह 2020-21 सत्र का बीसीसीआई का पहला घरेलू टूर्नमेंट होगा संभावित खिलाड़ियों की सूची: रोबिन उथप्पा, जलज सक्सेना, संजू सैमसन, विष्णु विनोद, राहुल पी, मोहम्मद अजरुद्दीन, रोहन कुन्नुमेल, सचिन बेबी, सलमान निजार, बासिल थम्पी, एस श्रीसंत, एमडी निधेश, केएम आसिफ, बासिल एनपी, अक्षय चंद्रन, सिजोमोन जोसेफ, मिधुन एस , अभिषेक मोहन, वत्सल गोविंद, आनंद जोसेफ, वीनोप मनोहरन, मिधुन पीके, सरीरूप, अक्षय केसी, रोजिथ, अरुण एम।
मेलबर्नक्रिकेट में बल्लेबाजों के बढ़ते दबाव के तर्क को खारिज करते हुए महान स्पिनर ने मौजूदा गेंदबाजों में अपने कौशल को निखारने , नयी पहल करने और चुनौती का डटकर सामना करने की इच्छाशक्ति के अभाव पर निराशा जताई। मौजूदा दौर में टीमें टी20 क्रिकेट में भी 200 रन का आंकड़ा पार कर रही है चूंकि बाउंड्री छोटी हो गई है और पहले छह ओवर में क्षेत्ररक्षण की पाबंदियां रहती है। का हालांकि मानना है कि गेंदबाज ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं जिससे बल्लेबाजों को चुनौती दी जा सके। उन्होंने ट्वीट किया, ‘टी20 क्रिकेट में अधिकांश गेंदबाज आसानी से घुटने टेक रहे हैं। वे अपने कौशल को निखारने की कोशिश वैसी नहीं कर रहे हैं, जैसी बल्लेबाज करते हैं।' उन्होंने आगे लिखा- हर किसी का एक खराब दिन होता है लेकिन गेंदबाजी का स्तर अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘क्या तेज गेंदबाज हर रोज 30-40 यॉर्कर का अभ्यास कर रहे हैं या खेल विज्ञान उन्हें इसकी अनुमति नहीं देता।’
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर आई है। लंबे समय से अपनी फिटनेस को लेकर सुर्खियों में रहे भारतीय ओपनर रोहित शर्मा मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए। सूत्रों के मुताबिक, रोहित टीम इंडिया के साथ तीसरे टेस्ट मैच से जुड़ सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैच की टेस्ट सीरीज की शुरुआत 17 दिसंबर से एडिलेड में होनी है।
रोहित को ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद 14 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा। इसके बाद ही वे टीम के साथ जुड़ सकते हैं। ऐसे में टीम इंडिया को पहले 2 टेस्ट मैचों में उनकी कमी खल सकती है। BCCI सूत्रों के मुताबिक, रोहित मंगलवार सुबह दुबई होते हुए ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हुए हैं। वहां क्वारैंटाइन रहने के दौरान वे अपनी फिटनेस पर काम सकते हैं।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली पहले टेस्ट मैच के बाद अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए भारत वापस आ जाएंगे। ऐसे में रोहित की मौजूदगी टीम इंडिया के लिए राहत की बात हो सकती है।
क्वारैंटाइन पीरियड के बाद मेडिकल टीम संपर्क करेगी
बोर्ड की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया, 'रोहित को दो हफ्ते के क्वारैंटाइन पीरियड के लिए पूरे रूटीन के बारे में बता दिया गया है, जिसका उन्हें पालन करना होगा। इसके बाद टीम इंडिया की मेडिकल टीम उनके फिटनेस की जांच करेंगी और सीरीज में उनके खेलने पर फैसला लेगी।
IPL के दौरान चोटिल हुए थे रोहित
11 दिसंबर को नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) के फिजियो ने रोहित को फिट घोषित किया था। हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित IPL 2020 के दौरान हैम-स्ट्रिंग यानी मांस पेशियों में खिचाव से जूझ रहे थे। UAE में हुए IPL के 13वें सीजन में मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित हैम-स्ट्रिंग की वजह से 4 मैच नहीं खेले थे। उन्होंने फाइनल समेत लीग के आखिरी 3 मैचों में हिस्सा लिया था।
इसके बाद BCCI ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली टीम इंडिया की वनडे और टी-20 स्क्वॉड का हिस्सा नहीं बनाया था। बाद में टेस्ट टीम में शामिल किया गया। रोहित यूएई में IPL फाइनल खेलने के बाद वापस भारत लौट आए थे। फिटनेस के लिए 19 नवंबर को बेंगलुरु में NCA पहुंचे थे।
कोहली ने रोहित को लेकर नाराजगी जाहिर की थी
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे सीरीज से पहले मीडिया से बातचीत की थी। जब उनसे रोहित शर्मा की चोट के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने नाराजगी नहीं छिपाई। कोहली ने कहा था- रोहित की चोट के बारे में कुछ साफ नहीं है। वे कब टीम में शामिल होंगे, यह नहीं कहा जा सकता।
टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में चार टेस्ट मैच खेलने हैं
टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार टेस्ट की सीरीज खेलनी है। पहला टेस्ट 17 दिसंबर से एडिलेड में शुरु होगा, यह विदेश में भारत का पहला डे-नाइट टेस्ट होगा। भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में 3 वनडे की सीरीज में 2-1 से हार मिली थी। इसके बाद टीम ने 3 टी-20 की सीरीज 2-1 से जीती थी।
एडिलेड मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम इस समय अपने चोटिल खिलाड़ियों की समस्याओं से जूझ रही है और अब ऐसी खबर सामने आ रही है कि उसके प्रमुख बल्लेबाज स्टीव स्मिथ पीठ में दर्द के कारण ट्रेनिंग सत्र को बीच में छोड़कर ही वापस आए गए हैं। सिडनी मॉनिंर्ग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, स्मिथ ने इस अहम अभ्यास सत्र में भाग नहीं लिया। उन्होंने केवल 10 मिनट तक नेटस पर अभ्यास किया और फिर पीठ में दर्द के कारण ट्रेनिंग सेशन को छोड़कर ड्रेसिंग रूम की लौट गए। ऑस्ट्रेलियाई टीम के एक प्रवक्ता ने कहा कि स्मिथ के गले में खराश थी और। उसके बावजूद वो प्रैक्टिस करने के लिए आए, लेकिन अभ्यास के दौरान वह गेंद पकड़ने के लिए नीचे झुके और उनकी पीठ मुड़ गई और इस कारण उन्हें बाहर जाना पड़ा। वह बुधवार सुबह से पहले ट्रेनिंग सेशन में नहीं लौटेंगे। 32 साल के स्मिथ ने नेट्स पर बल्लेबाजी का भी अभ्यास नहीं किया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछले एक महीने से अपने खिलाड़ियों की चोट से जूझ रही है। स्मिथ के अलावा एश्टन एगर, डेविड वार्नर, मोसेस हेनरिकेस, कैमरून ग्रीन, जैक्सन बर्ड, हैर्री कॉन्वॉय और सीन एबॉट के नाम भी चोटिल खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं। स्टीव स्मिथ का अभ्यास सत्र में भाग ना लेना ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए बड़ा झटका हो सकता है। चोट के कारण अगर वह पहले टेस्ट में नहीं खेलते हैं तो कंगारुओं के लिए यह एक और बड़ा झटका होगा।
मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान चाहते हैं कि टीम प्रबंधन भारत के खिलाफ गुरूवार से शुरू हो रहे पहले टेस्ट में खराब फॉर्म से जूझ रहे पर भरोसा जताए। बर्न्स पिछली नौ प्रथम श्रेणी पारियों में 62 रन ही बना सके हैं और उनका सर्वोच्च स्कोर 29 रन रहा । उन्होंने दो अभ्यास मैचों में 4,0,0,1 रन बनाए। पॉन्टिंग ने चैनल सेवन से कहा, ‘मैं जो बर्न्स को चुनूंगा। मैने सुना है कि लोग कह रहे हैं कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है लेकिन मैं उस पर विश्वास करूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने पिछली टेस्ट पारी में 40 रन बनाए और चार टेस्ट शतक बना चुका है। उनका औसत करीब 40 है। मैं उस पर भरोसा करूंगा क्योंकि मेरा मानना है कि वह बड़ा स्कोर बनाने में सक्षम है।’ पॉन्टिंग ने यह भी कहा कि विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड को पारी की शुरूआत करनी चाहिए जिससे 21 वर्ष के हरफनमौला कैमरन ग्रीन के लिए अंतिम एकादश में जगह बनेगी। उन्होंने कहा, ‘मैथ्यू वेड को बर्न्स के साथ पारी की शुरुआत करनी चाहिए। इससे लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन भी बन जाएगा। पिछली बार भारतीय टीम यहां आई थी तो हमारे शीर्ष क्रम में दो खब्बू बल्लेबाज थे और भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें दबाव में रखा।’
प्रत्युष राज, चंडीगढ़ पिछले कुछ दिनों से अपने पंजाब के साथियों के साथ मोहाली के आईएस बिंद्रा पंजाब क्रिकेट असोसिएशन स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रहे हैं। वह आने वाली सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नमेंट के जरिए वापस करना चाहते हैं। युवराज ने 45 मिनट तक नेट्स में प्रैक्टिस की। गेंद उनके बल्ले के बीचो-बीच आ रही थी। इससे पता चल रहा है कि बाएं हाथ के इस करिश्माई बल्लेबाज का जादुई टच अभी कायम है। पंजाब के 30 क्रिकेटरों को दो ग्रुप में बांटा गया है। ये दोनों ग्रुप 18 दिसंबर से लुधियाना में शुरू हो रहे टी20 टूर्नमेंट के लिए तैयारी कर रहे हैं। हालांकि युवराज की वापसी को लेकर अभी अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं। उनकी वापसी इतनी आसान नजर नहीं आती। मैच-फिटनेस युवराज की वापसी का सबसे बड़ा रोड़ा है। लेकिन 39 वर्षीय यह पूर्व ऑलराउंडर कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता। इसके साथ ही उन्हें अभी तक बीसीसीआई से भी इस टूर्नमेंट में खेलने की अनुमति नहीं मिली है। पंजाब क्रिकेट असोसिएशन के सचिव पुनीत बाली, जिन्होंने युवराज से रिटायरमेंट पर वापसी का अनुरोध किया था, ने कहा: हमें अभी तक बीसीसीआई के जवाब का इंतजार है। युवराज ने जून 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्यास ले लिया था। इसके बाद उन्होंने दुनियाभर की लीग में खेलने की इजाजत ली थी। वह टोरंटो नैशनल्स के लिए ग्लोबल टी20 में खेले थे। कनाडा में हुई यह लीग बीते साल अगस्त में खेली गई थी। युवराज अबू धाबी में टी10 लीग में मराठा अरेबियंस का हिस्सा थे। युवराज की पंजाब के लिए खेलने की इच्छा में कोई खराबी नहीं लेकिन बीसीसीआई के नियम सभी ऐक्टिव खिलाड़ियों को विदेशी लीग मे खेलने के लिए हतोत्साहित करते हैं। मुंबई के लेग स्पिनर प्रवीण तांबे इसका एक उदाहरण है। तांबे ने 2018 में रिटायरमेंट ले ली थी। इसके बाद वह यूएई में टी10 लीग खेलने गए। बाद में दिसंबर 2019 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें टीम में चुन लिया। लेकिन बीसीसीआई ने तांबे को भाग नहीं लेने दिया चूंकि वह रिटायमेंट लेकर विदेशी लीग में खेल चुके थे। यह देखना दलिचस्प होगा कि क्या बाएं हाथ के इस आक्रामक बल्लेबाज को बीसीसीआई से ग्रीन सिग्नल मिलता है या नहीं। बरिंदर सरन एक साल पहले बरिंदर सरन ने चंडीगढ़ जाने का फैसला किया था क्योंकि उनके घरेलू राज्य पंजाब ने उन्हें विजय हजारे ट्रोफी की टीम में शामिल नहीं किया था। लेकिन अब बाएं हाथ के इस पेसर ने फिर पंजाब का रुख किया है। सरन पंजाब के 30 सदस्यीय कैंप का हिस्सा हैं। उन्होंने हालांकि अपनी वापसी पर कुछ भी कहने से इनकार किया। हालांकि यूनियन टैरेटरी क्रिकेट असोसिएशन (UTCA) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि सरन ने चंडीगढ़ से अनापत्ति प्रमाण-पत्र ले लिया है। 28 वर्षीय इस गेंदबाज ने भारत के लिए छह वनडे और दो टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं।
एडिलेड ऑस्ट्रेलिया के कोच ने कहा है कि उनकी टीम ने 17 दिसंबर से एडिलेड में खेली जाने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारतीय कप्तान को रोकने के लिए खास रणनीति तैयार की है। लैंगर ने पत्रकारों से कहा, ‘हमें अपनी भावनाओं पर काबू रखना होगा। वह (कोहली) एक शानदार खिलाड़ी हैं। एक बेहतरीन कप्तान हैं। मैंने यह बात कई बार कही है कि मेरे अंदर कोहली को लेकर काफी सम्मान है, लेकिन हमने उनके खिलाफ एक बहुत ही अच्छी रणनीति तैयार की है क्योंकि इस बात का अंदाजा हम सभी को है कि वह एक बल्लेबाज और कप्तान के तौर पर भारतीय टीम के लिए कितना महत्व रखते हैं। हमें अपनी योजना को सही तरीके से अमल में लाना होगा। उम्मीद करते हैं कि हम उनको रन बनाने से रोकने में कामयाब रहेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘दिन के अंत में जो बात सबसे ज्यादा असर छोड़ने वाली है, वो स्कोर बोर्ड पर लगा रन ही होता है। उम्मीद करते हैं कि हम अपनी योजना को सही तरीके से चला पाएंगे। अब तक हम उनका काफी कुछ देख चुके हैं और उनको भी हमारी टीम का काफी कुछ देखने को मिला है। इसी वजह से मुझे लगता है कि यह एक अच्छा मुकाबला होने वाला है।’ ’ऑस्ट्रेलिया ने भारत से ज्यादा गुलाबी गेंद मैच खेले हैं लेकिन लैंगर का कहना है कि उनकी टीम को इस वजह से कोई फायदा नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘मैने हमेशा कहा है कि सर्वश्रेष्ठ टीमें और खिलाड़ी हालात के अनुरूप ढल जाते हैं। मैच कितना भी बड़ा हो और गेंद का कोई भी रंग हो । अतीत में हो हुआ, उससे बहुत फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन उसे दोहराना अच्छा होगा।’ कोच ने कहा, ‘हमने एक साल से टेस्ट नहीं खेला है। मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा। चाहे दिन-रात का मैच हो या दिन का। मुझे नहीं लगता कि पिछला प्रदर्शन मायने रखता है।’ मेजबान टीम को 2018-19 की सीरीज में पराजय झेलनी पड़ी थी लेकिन लैंगर ने कहा कि उनके खिलाड़ियों के जेहन में बदले की भावना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘बदला बहुत अच्छा शब्द नहीं है, प्रतिद्वंद्विता कहना ठीक होगा।’ उन्होंने खिलाड़ियों के बीच आपसी तालमेल और खेलभावना बढाने का श्रेय इंडियन प्रीमियर लीग को दिया । कोच ने कहा, ‘सीमित ओवरों की सीरीज काफी अच्छे माहौल में खेली गई और उम्मीद करता हूं कि आगे भी ऐसा ही रहेगा। वे प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलेंगे लेकिन खेलभावना के साथ। आईपीएल का यही फायदा है कि खिलाड़ी एक दूसरे को जान लेते हैं। अच्छे रिश्ते बन जाते हैं।’ क्या बोले वॉर्न ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने कहा कि भारतीय टीम को विराट कोहली के बिना काफी चुनौतियां पेश आ सकती हैं। वॉर्न ने कहा कि भारतीय टीम ने पिछली बार टेस्ट सीरीज जीती थी लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया के पास काफी फायर पावर है और घरेलू हालात में यह टीम भारी पड़ सकती है।