Saturday, March 6, 2021
जल्द ही शाहिद अफरीदी के दामाद बनेंगे पाकिस्तानी पेसर शाहीन शाह अफरीदी! March 06, 2021 at 08:30PM
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नई दिल्ली पाकिस्तान के स्टार गेंदबाज (Shaheen Shah Afridi) जल्द ही पाकिस्तानी टीम के पूर्व कप्तान (Shahid Afridi) के दामाद बनने जा रहे हैं। पाकिस्तानी अखबार नेशन ने पारिवारिक सूत्रों के हवाले से इस खबर की पुष्टि की है। शाहीन की सगाई शाहिद की सबसे बड़ी बेटी अक्सा अफरीदी (Aqsa Afridi) से होने वाली है। शाहीन के पिता अयाज खान ने पाकिस्तानी मीडिया को बताया कि उन्होंने अपने बेटे का रिश्ता शाहिद अफरीदी के परिवार को भेजा था जिसे स्वीकार कर लिया गया है। शाहिद अफरीदी के परिवार की ओर से कहा गया है कि चूंकि शाहीन अभी क्रिकेट खेल रहे हैं और अक्सा अभी पढ़ाई कर रही हैं इसलिए सगाई की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की जाएगी। पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि सगाई जल्द ही फाइनल कर ली जाएगी और उसके बाद दो साल के भीतर शादी कर दी जाएगी। अखबार ने आगे बताया कि परिवार ने अनुरोध किया है कि इस मामले में ज्यादा अंदाजा न लगाया जाए। शाहिद अफरीदी सही समय आने पर जल्द ही इस बात की घोषणा करेंगे। यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उस मेसेज के बाद आया है जिसमें कहा गया था कि दोनों की सगाई हो चुकी है। इसके बाद दोनों परिवारों को बधाइयां मिलने का तांता लग गया था। शाहीन और शाहिद दोनों अफरीदी कबीले से आते हैं। साथ ही शाहीन और अक्सा दोनों की उम्र 20 साल है।
रेसलर विनेश फोगाट ने रोम में जीता गोल्ड मेडल, फिर बनीं नंबर-1 March 06, 2021 at 08:11PM
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रोमभारतीय महिला पहलवान (Vinesh Phogat) ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए माटियो पैलिकोन रैंकिंग कुश्ती सीरीज () में जीत दर्ज करके लगातार दूसरे सप्ताह दूसरा गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने इस जीत के साथ अपने वजन वर्ग में फिर से नंबर-1 रैंकिंग हासिल की। वर्ल्ड चैंपियनशिप की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट विनेश तोक्यो ओलिंपिक खेलों के लिए क्वॉलिफाइ करने वालीं एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं। उन्होंने 53 किग्रा के फाइनल में कनाडा की डायना मैरी हेलन वीकर को 4-0 से हराया। 26 साल की विनेश ने अपने सभी अंक पहले पीरियड में हासिल किए और दूसरे पीरियड में अपनी बढ़त बरकरार रखकर गोल्ड मेडल जीता। विनेश ने पिछले सप्ताह कीव में गोल्ड जीता था और इससे उन्हें यह विश्वास हो गया होगा कि ओलिंपिक के लिए उनकी तैयारियां सही चल रही हैं। पढ़ें, इस भारतीय पहलवान ने प्रतियोगिता में विश्व की नंबर तीन पहलवान के रूप में प्रवेश किया और 14 अंक हासिल करके फिर से नंबर-1 बन गईं। कनाडा की पहलवान टूर्नमेंट से पहले 40वें नंबर पर थी लेकिन अब वह विनेश के बाद दूसरे नंबर पर पहुंच गई हैं। विनेश ने टूर्नमेंट में एक भी अंक नहीं गंवाया। उन्होंने तीन में से अपने दो मुकाबलों में प्रतिद्वंद्वी को चित किया।सरिता मोर ने शनिवार को 57 किग्रा में सिल्वर मेडल जीता था।
न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराया, टी20 सीरीज 3-2 से जीती March 06, 2021 at 07:07PM
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वेलिंगटन ईश सोढ़ी की शानदार गेंदबाजी और मार्टिन गुप्टिल की 71 रन की तेजतर्रार पारी की मदद से न्यूजीलैंड ने रविवार को यहां पांचवें और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज 3-2 से जीती। लेग स्पिनर सोढ़ी ने 24 रन देकर तीन विकेट लिए और इस तरह से श्रृंखला में 10 विकेट हासिल किए। उनकी शानदार गेंदबाजी से न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को आठ विकेट पर 142 रन ही बनाने दिए। न्यूजीलैंड ने 27 गेंद शेष रहते हुए तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर दिया। गुप्टिल और डेवोन कॉनवे (28 गेंदों पर 36) ने पहले विकेट के लिये 11.5 ओवरों में 106 रन जोड़े। बाद में ग्लेन फिलिप्स ने 16 गेंदों पर नाबाद 34 रन की तेजतर्रार पारी खेली। गुप्टिल ने 46 गेंदें खेली तथा सात चौके और चार छक्के लगाये। सोढ़ी को ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौरान बायें हाथ के स्पिनर मिशेल सैंटनर का अच्छा सहयोग मिला। उन्होंने नयी गेंद संभाली और चार ओवर में केवल 21 रन दिये। न्यूजीलैंड ने कामचलाऊ स्पिनर मार्क चैपमैन का भी उपयोग किया जिन्होंने दो ओवर में नौ रन देकर एक विकेट लिया। एक अन्य कामचलाऊ स्पिनर ग्लेन फिलिप्स ने दो ओवर में 21 रन दिये। इस तरह से न्यूजीलैंड की तरफ से स्पिनरों ने 12 ओवर किए। कीवी टीम की तरफ से पहली बार टी20 अंतरराष्ट्रीय में स्पिनरों ने इतने अधिक ओवर किये। बाकी आठ ओवर टिम साउदी (38 रन देकर दो) और ट्रेंट बोल्ट (26 रन देकर दो) ने किये। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से मैथ्यू वेड ने 44, कप्तान आरोन फिंच ने 36 और मार्कोस स्टोइनिस ने 26 रन बनाए।
देखें: स्टेडियम की छत पर गिरा मार्टिन गप्टिल का सिक्स, न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीती सीरीज March 06, 2021 at 07:02PM
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वेलिंग्टन न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टी20 इंटरनैशनल मैचों की सीरीज का यह आखिरी मुकाबला था। ऑस्ट्रेलिया 0-2 से पिछड़ने के बाद सीरीज को बराबरी पर ले आई थी। लेकिन न्यूजीलैंड ने आखिरी मैच आसानी से जीतकर सीरीज पर 3-2 से कब्जा कर लिया। वेस्टपैक स्टेडियम, वेलिंग्टन में खेले गए इस मुकाबले में कीवी बोलर्स के बाद मार्टिन गप्टिल ने भी दम दिखाया और मेजबान टीम ने आसानी से मैच अपने नाम किया। न्यूजीलैंड के सामने जीत के लिए 143 रन का लक्ष्य था। मार्टिन गप्टिल खास तौर पर काफी आक्रामक नजर आए। उन्होंने एडम जंपा की गेंदबाजी पर खास तौर पर हमला किया। उन्होंने पारी के नौवें ओवर में जंपा को निशाना बनाया और उनके ओवर में तीन छक्के और एक चौका जड़ा। इनमें से पहला छक्का काफी बड़ा था और यह सीधा स्टेडियम की छत पर जाकर गिरा। इस छक्के की लंबाई 91 मीटर थी। यह देखें वह छक्का मैच का हाल ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि न्यूजीलैंड की गेंदबाजी के सामने वह खुलकर नहीं खेल पाए। कीवी गेंदबाजों की सटीकता ने ऑस्ट्रेलिया को बड़ा स्कोर बनाने से रोका। मैथ्यू वेड और आरोन फिंच ने अच्छी शुरुआत की। दोनों ने क्रमश: 44 और 36 रन बनाए। हालांकि, दोनों अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए। ईश सोढ़ी न्यूजीलैंड के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे। इस लेग स्पिन गेंदबाज ने तीन विकेट अपने नाम किए। ट्रेंट बोल्ट और टिम साउदी ने दो-दो विकेट अपने नाम किए। ऑस्ट्रेलिया ने अपने 20 ओवर में 8 विकेट पर 142 रन बनाए। न्यूजीलैंड की ओर से सलामी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल और डेवॉन कॉनवॉय ने अपनी टीम को एक मजबूत शुरुआत दी। पहले विकेट के लिए न्यूजीलैंड ने 106 रन जोड़े। हालांकि रिले मेरेडिथ ने लगातार गेंदों पर कॉनवॉय और केन विलियमसन के विकेट लिए। गप्टिल ने तेज बल्लेबाजी की और 46 गेंद पर 71 रनों की पारी खेली। वह जे. रिचर्जसन का शिकार बने। जब वह 15वें ओवर में आउट हुए न्यूजीलैंड को जीत के लिए 19 रन और चाहिए थे। ग्लेन फिलिप ने 16 गेंद पर 34 रन बनाकर न्यूजीलैंड को सात विकेट से जीत दिला दी।
बोक्सम इंटरनैशनल: भारत पर भारी पड़ा कोविड-19 का मामला, तीन मुक्केबाज फाइनल से हटे March 06, 2021 at 07:38PM
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नई दिल्लीभारत के एक खिलाड़ी के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के कारण उसके तीन मुक्केबाजों को स्पेन के कैस्टेलियोन में चल रहे 35वें बोक्सम इंटरनैशनल टूर्नमेंट के फाइनल से हटना पड़ा। ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ कर चुके आशीष कुमार (75 किग्रा) का वायरस के लिए टेस्ट पॉजिटिव आया है और इस कारण उनके साथ एक कमरे में रह रहे मोहम्मद हसमुद्दीन (57 किग्रा) और सुमित सांगवान (81 किग्रा) को भी रविवार की रात को होने वाले फाइनल मुकाबलों से हटना पड़ा। इन तीनों का गोल्ड मेडल पक्का माना जा रहा था लेकिन उन्हें इन विपरीत परिस्थितियों के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा। भारतीय मुक्केबाजी के हाई परफॉर्मेंस निदेशक सैंटियागो नीवा ने कैस्टलियोन से कहा, ‘जिस प्रतियोगिता की शुरुआत शानदार रही उसका अंत निराशाजनक रहा।’ पढ़ें, आशीष में बीमारी के कोई लक्षण नहीं हैं और वह स्वस्थ हैं। वह भारत लौटने से पहले कैस्टालियोन में दो सप्ताह तक आइसोलेशन पर रहेंगे हसमुद्दीन और सुमित का परीक्षण निगेटिव आया है और वे टीम के साथ सोमवार को स्वदेश लौट जाएंगे। सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) भी बीमार होने के कारण फाइनल में भाग नहीं ले पाएंगे। इस तरह से मनीष कौशिक (65 किग्रा) भारत की तरफ से गोल्ड जीतने वाले एकमात्र मुक्केबाज रहे। उन्होंने फाइनल में डेनमार्क के निकोलेई टेरटेरयान को हराया। मनीष ने इस तरह से घुटने की चोट से उबरकर शानदार वापसी भी की। महिलाओं में सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) को भी फाइनल से हटना पड़ा क्योंकि सेमीफाइनल की उनकी प्रतिद्वंद्वी प्यूर्टोरिको की किरिया टापिया का परीक्षण पॉजिटिव पाया गया था। भारतीय खिलाड़ी की टेस्ट रिपोर्ट हालांकि निगेटिव आई थी। भारतीय महिला मुक्केबाजी के हाई परफॉर्मेंस निदेशक राफेल बरगामस्को ने कहा, ‘स्थानीय सरकार के नियमों के अनुसार वह प्रतिस्पर्धा में भाग नहीं ले सकती।’ विकास कृष्णन (69 किग्रा) एक अन्य फाइनल में स्पेन के योउबा सिसोखो से हार गए। महिला वर्ग में पूजा रानी (75 किग्रा) और जैसमीन (57 किग्रा) को भी सिल्वर से संतोष करना पड़ा। भारत ने इस तरह से इस प्रतियोगिता में एक गोल्ड, आठ सिल्वर और एक ब्रॉन्ज जीता। छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम को ब्रॉन्ज से ही संतोष करना पड़ा।
ISL : सिल्ला ने एटीके मोहन बागान के खिलाफ नॉर्थ ईस्ट को हार से बचाया March 06, 2021 at 06:28PM
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बेम्बोलिमसुपर-सब इदरिसा सिल्ला के इंजरी टाइम में किए बेहतरीन गोल की मदद से नॉर्थ ईस्ट युनाइटेड एफसी ने शनिवार को (आईएसएल) के सातवें सीजन के दूसरे सेमीफाइनल के पहले चरण के मुकाबले में मौजूदा चैंपियन एटीके मोहन बागान को 1-1 से बराबरी पर रोक दिया। जीएमसी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में पहला गोल पहले ही हाफ में हुआ था। यह गोल डेविड विलियम्स ने किया। मौजूदा चैंपियन टीम तमाम कोशिशों के बाद 93वें मिनट तक लीड को बरकरार रखते हुए जीत की ओर अग्रसर थी लेकिन सिल्ला ने लुइस माचादो को एक शानदार क्रॉस पर गोल करते हुए हाईलैंडर्स को हार से बचा लिया। अब दोनों टीमें दूसरे चरण के मुकाबले में नौ मार्च को फातोर्दा के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। एटीकेएमबी ने तीन बार यह खिताब जीता है जबकि हाईलैंडर्स पहली बार फाइनल खेलने के लिए कोशिश कर रहा है।
चाल ऐसी जैसे शेर, सचिन के आदर्श जो च्युइंग गम चबाते हुए करता गेंदबाजों की धुनाई March 06, 2021 at 05:15PM
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नई दिल्लीमहान बल्लेबाजों में शुमार सर (Vivian Richards) आज यानी 7 मार्च 2021 को अपना 69वां जन्मदिन मना रहे हैं। वेस्टइंडीज के रिचर्ड्स जब खेलने उतरते थे तो गेंदबाज खौफ खाते थे। जब वह च्युइंग गम खाकर खेलते हुए किसी गेंद को स्टेडियम के पार पहुंचा देते थे तो हर कोई यही सोचता था कि उन्हें गेंदबाजी करने से बचा जाए। 121 टेस्ट खेलने के बाद भी 50 से ज्यादा का ऐवरेज रखने वाले रिचर्ड्स का जन्म 7 मार्च 1952 को एंटीगा के सेंट जोन्स में हुआ था। उनका पूरा नाम आइजैक विवियन एलेक्जेंडर रिचर्ड्स (Isaac Vivian Alexander Richards) है। बिना हेलमेट के ही खेले इंटरनैशनल क्रिकेटअपने जमाने के सबसे विध्वंसक बल्लेबाज कहे जाने वाले रिचर्ड्स ने बिना हेलमेट के ही इंटरनैशनल क्रिकेट खेला। उन्होंने 121 टेस्ट और 187 वनडे इंटरनैशनल मैच खेले लेकिन कभी हेलमेट नहीं लगाया। इंटरनैशनल करियर में 15 हजार से ज्यादा रनरिचर्ड्स ने अपने करियर में 121 टेस्ट की 182 पारियों में कुल 8540 रन बनाए जिसमें उनका ऐवरेज 50.23 का रहा। उन्होंने टेस्ट करियर में 24 शतक और 45 अर्धशतक लगाए। उन्होंने 187 वनडे इंटरनैशनल मैचों में कुल 6721 रन बनाए जिसमें 11 शतक और 45 अर्धशतक जड़े। टेस्ट में जहां उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 291 रन रहा तो वहीं वनडे में नाबाद 189 रन है। 'जैसे कोई शेर टहल रहा हो' साल 1974 में रिचर्ड्स ने अपने इंटरनैशनल करियर की शुरुआत की। उन्होंने भारत के खिलाफ टेस्ट करियर का पहला मुकाबला बेंगलुरु में खेला जिसमें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे और कुल 7 ही रन बना सके। फिर दिल्ली में खेले गए अगले ही टेस्ट में रिचर्ड्स ने नाबाद 192 रन बनाए और वह छा गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। च्युइंग गम चबाते हुए जब वह मैदान में उतरते तो गेंदबाजी करने वाले के पसीने छूट जाते थे। उन्हें क्रिकेट में स्वैग लाने के लिए जाना जाता है। तब कमेंटेटर कहते थे- इस क्रिकेटर की चाल ऐसी है जैसे कोई शेर जंगल में टहल रहा हो...। पढ़ें, 56 गेंद में टेस्ट सेंचुरी, तीन दशक तक कायम रहा रेकॉर्डटेस्ट में सेंचुरी बनाने के लिए कोई भी क्रिकेटर संयमित अंदाज में खेलता है, जब रिचर्ड्स का जमाना था तो टेस्ट क्रिकेट को धीमे ही अंदाज के लिए जाना जाता था। कोई भी विध्वंसक या आतिशी पारी खेलने के बारे में ज्यादा नहीं सोचता था। ऐसे में रिचर्ड्स ने महज 56 गेंदों में टेस्ट सेंचुरी बना डाली और साबित कर दिया कि वह यूं ही बेस्ट नहीं हैं। साल 1986 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ मात्र 56 गेंदों में शतक बनाया, जो रेकॉर्ड 30 साल तक कायम रहा। सचिन के भी आदर्श हैं रिचर्ड्ससाल 1991 में क्रिकेट को अलविदा कहने वाले रिचर्ड्स को महान बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंडुलकर भी अपना आदर्श मानते हैं। यह रिचर्ड्स की ही सलाह थी कि सचिन का इंटरनैशनल करियर करीब 3-4 साल और बढ़ा। नीना गुप्ता से नहीं की शादी, बेटी को दिया नामविवियन रिचर्ड्स की लव-लाइफ भी काफी चर्चा में रही। बॉलिवुड ऐक्ट्रेस नीना गुप्ता और रिचर्ड्स का अफेयर ने उस जमाने में खूब सुर्खियां बटोरीं। नीना ने साल 1989 में रिचर्ड्स से शादी किए बिना ही बेटी मसाबा को जन्म दिया था। शादी के बिना सिंगल मदर बनने के चलते नीना को काफी विरोध झेलना पड़ा। नीना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि भले ही विवियन से उन्होंने शादी नहीं की, लेकिन उनकी बेटी मसाबा लगातार इस दिग्गज क्रिकेटर के संपर्क में रहीं। विवियन ने मसाबा को पिता का नाम भी दिया। मसाबा अब एक सफल फैशन डिजाइनर हैं।
सुनील गावसकर के भारतीय क्रिकेट में 50 साल, सचिन ने लिखा इमोशनल मेसेज March 06, 2021 at 05:41PM
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नई दिल्लीभारत के महानतम बल्लेबाजों में शुमार (Sunil Gavaskar) ने छह मार्च 1971 को अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। शनिवार को उनके डेब्यू के 50 साल पूरे हो गए थे। इस मौके पर कई खिलाड़ियों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) ने भी अपने आदर्श को बधाई दी। गावसकर की तस्वीर साझा करते हुए सचिन ने एक इमोशनल मेसेज भी लिखा। सचिन ने लिखा, '50 साल पहले उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा दिया। अपनी पहली ही सीरीज में 774 रन बनाए। और हम सभी को एक हीरो मिल गया। भारत ने वेस्टइंडीज में सीरीज जीती और फिर इंग्लैंड में जीत हासिल की। अचानक भारत में इस खेल को नए मायने मिलने लगे थे। मेरे सामने एक हीरो था जिससे मैं सीख सकता था, जिस जैसा मैं बनना चाहता था।' देखें, उन्होंने आगे कहा, 'यह कभी नहीं बदला। वह अब भी मेरे हीरो हैं, आपको इंटरनैशनल क्रिकेट में डेब्यू की 50वीं वर्षगांठ की बहुत बधाई मिस्टर गावसकर। 1971 की टीम आप सभी को उस जीत की 50वीं सालगिरह की बधाई। आप सभी ने हमें गौरवान्वित महसूस करवाया है। हमें रोशनी दिखाई है।' शनिवार को स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए गावसकर ने कहा था कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा है कि भारत के लिए पहला मैच खेले हुए उन्हें 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हर स्कूली बच्चे का सपना होता है कि वह भारत के लिए खेले। यह मेरे भी सपना था। मुझे टूर शुरू होने से पहले पहले टीम का ब्लेजर और स्वेटर दिया गया था लेकिन मैदान पर कदम रखने से पहले उन्होंने वह नहीं पहना था।' गावसकर ने अपने 16 साल लंबे करियर में 125 टेस्ट मैचों में 10122 रन बनाए थे। उनके नाम 34 टेस्ट शतक हैं। यह रेकॉर्ड काफी समय तक कायम रहा जब सचिन तेंडुलकर ने इसे पार किया।
IND W vs SA W: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला ODI लाइव अपडेट March 06, 2021 at 05:53PM
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लखनऊ भारतीय महिला क्रिकेट टीम और साउथ अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम के बीच वनडे सीरीज की शुरुआत हो गई है। यह सीरीज लखनऊ के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेली जा रही है। पहले मैच में साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया है। भारत की ओर से मोनिका पटेल ने इस मैच में डेब्यू किया है। स्मृति मंधना आउट आयोबोन्गा खाका ने भारत को पहला झटका दिया। उन्होंने मंधना को विकेट के पीछे कैच करवाया। मंधना 14 रन बनाकर विकेट के पीछे तृषा चैटी के हाथों कैच आउट हुई। भारत को 16 के स्कोर पर पहला झटका लगा। भारत ने पहले ओवर में बनाए 10 रन भारतीय टीम ने दमदार शुरुआत करते हुए पहले ओवर में ही 10 रन बना लिए। इसके बाद साउथ अफ्रीका ने वापसी की और अगले तीन ओवर में सिर्फ छह रन दिए। चार ओवर बाद भारत का स्कोर 16 रन था। भारतीय महिला टीम (प्लेइंग इलेवन) पूनम राऊत, स्मृति मंधना, मिताली राज (कप्तान), हरमनप्रीत कौर, जैमिमा रॉडरिक्स, दीप्ति शर्मा, सुषमा वर्मा (विकेटकीपर), झूलन गोस्वामी, राजेश्वरी गायकवाड़, मोनका पटेल, पूनम यादव साउथ अफ्रीका महिला टीम (प्लेइंग इलेवन) लॉरा वॉलवर्डट, तृषा चैटी (विकेटकीपर), लिचल ली, मिनगॉन डु प्रीज, सुन लउस (कप्तानः, मैरिजन कैप, नडिन डी क्लार्क, आयोबोन्गा खाका, शबनम इस्माइल, लारा गुडबॉल, नॉनकुलुलेको लाबा
पिच की आलोचना करने वालों को शास्त्री की खरी-खरी, बोले इस पर फुल इंटरटेनमेंट हुआ March 06, 2021 at 03:22AM
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अहमदाबाद भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने शनिवार को माना कि मोटेरा पिच (Narendra Modi Stadium Pitch) के व्यवहार पर हल्ला मचाने का कोई कारण नहीं दिखता है क्योंकि क्यूरेटर ने ऐसी पिचें बनाईं जिनसे यहां पिछले दो मैचों में ‘शानदार मनोरंजन’हुआ। इंग्लैंड के कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने तीसरे टेस्ट के लिए पिच की कड़ी आलोचना की थी क्योंकि मेहमान टीम दिन/रात्रि मुकाबले में 112 और 81 रन पर सिमट गई थी। इंग्लैंड को स्पिनरों के लिए फायदेमंद पिच पर खेलने में परेशानी हुई जबकि भारत ने यहां तीसरे और चौथे टेस्ट में जीत हासिल कर जून में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) के लिए क्वॉलिफाइ किया। इंग्लैंड (England Cricket Team) को दूसरी पारी में 135 रन पर समेटकर चौथे टेस्ट में यहां पारी और 25 रन की जीत के बाद शास्त्री ने कहा, ‘मैं इसे मैदानकर्मियों को समर्पित करूंगा। मुझे लगता है कि आशीष भौमिक एक शानदार मैदानकर्मी हैं, वह अपना काम जानते हैं। वह दलजीत सिंह के साथ काम कर चुके हैं जो मास्टर क्यूरेटर हैं। ’ उन्होंने कहा, ‘कौन इस पिच की शिकायत करेगा? इस पर शानदार मनोरंजन हुआ, दोनों टीमों के लिए और खेल के लिए। साथ ही 3-1 के नतीजे से पता नहीं चलता कि यह सीरीज कितनी करीब थी।’ शास्त्री (Shastri) ने टीम के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने के लिए प्रशंसा की जबकि पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने क्वॉलिफिकेशन के मानदंड में बदलाव किया था। उन्होंने कहा, ‘हमारे लिए में शीर्ष पर रहना ढाई साल की मेहनत है और उन वर्षों में सफल होने के लिए इससे पहले छह साल की मेहनत है। ’ उन्होंने कहा, ‘खिलाड़ियों ने एक बार में एक ही सीरीज पर ध्यान दिया और वे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के बारे में ज्यादा परेशान नहीं थे क्योंकि ‘गोल पोस्ट’ हर बार शिफ्ट हो जाता था।’ शास्त्री ने कहा, ‘हम तालिका में शीर्ष पर चल रहे थे और कुछ नियमों में बदलाव के बाद प्रतिशत प्रणाली आ गई, जब हम खेल भी नहीं रहे थे। लेकिन कोई बात नहीं, फिर भी हमें 520 अंक मिले, हम तालिका में शीर्ष पर रहने और फाइनल खेलने के हकदार हैं। ’
वीडियो: जब सुनील गावसकर ने रचा था इतिहास, टेस्ट क्रिकेट में पूरे किए थे 10 हजार रन March 06, 2021 at 04:51PM
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नई दिल्ली भारत और पाकिस्तान के बीच अहमदाबाद में टेस्ट मैच खेला जा रहा था। मैच का चौथा दिन था। सुनील गावसकर जैसे ही 58 के निजी स्कोर पर पहुंचे उन्होंने इतिहास रच दिया। वह टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी थे। उनसे पहले कोई बल्लेबाज यहां तक नहीं पहुंचा था। मैदान में मौजूद दर्शक खुशी से झूम उठे। दर्शकों का उत्साह ऐसा था कि 20 मिनट तक खेल रोकना पड़ा। यह गावसकर का 124वां टेस्ट था और 212वीं पारी। सुनील गावसकर ने आज ही के दिन सात मार्च 1987 को टेस्ट क्रिकेट में दस हजार रन पूरे किए। मैच की बात करें तो यह ड्रॉ रहा था। भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार 11वां ड्रॉ मुकाबला। पाकिस्तान की टीम ने इस मैच में बहुत धीमी बल्लेबाी की थी। 286.3 ओवरों में सिर्फ 530 रन बनाए थे। भारत में क्रिकेट को जुनून की हद तक पसंद किया जाता है और देश ने विश्व क्रिकेट को कई बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं। देश के महान बल्लेबाजों में सुनील गावसकर का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा है। उन्हें टेस्ट क्रिकेट इतिहास में 10 हजार रन सबसे पहले बनाने का गौरव हासिल है। गावसकर के बाद कई खिलाड़ियों ने इस आंकड़े को पार किया लेकिन जैसे चांद पर पहला कदम रखने वाले शख्स के रूप में नील ऑर्मस्ट्रॉन्ग को याद किया जाता है वैसे ही टेस्ट क्रिकेट में पहली बार 10 हजार रन बनाने वाले बल्लेबाज के रूप में सुनील गावसकर का नाम अंकित है। जब भी इस जादुई अंक की बात होगी तो गावसकर का नाम जरूर लिया जाएगा।
NZ vs AUS स्कोर: पांचवां टी20 इंटरनैशनल, कौन जीता, कौन हारा March 06, 2021 at 04:12PM
NZ vs AUS: पांचवां टी20 इंटरनैशनल स्कोर
भारत ने इंग्लैंड को पारी और 25 रनों से हराया, WTC फाइनल में इस दिन न्यूजीलैंड से भिड़ंत March 06, 2021 at 12:38AM
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अहमदाबादभारत ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए चौथे और सीरीज के आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड को पारी और 25 रनों से हरा दिया। इसके साथ ही उसने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ कर लिया है। जहां उसकी भिड़ंत न्यूजीलैंड के साथ इंग्लैंड के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर होगी। भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए इस मैच में ड्रॉ की जरूरत थी लेकिन अक्षर और अश्विन ने दूसरी पारी में पांच पांच विकेट लेकर तीसरे ही दिन भारत को धमाकेदार जीत दिलाई। भारत की जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया का विश्व चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया । भारत ने पहली पारी में 365 रन बनाए थे और 160 रनों की बढ़त ली थी लेकिन इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 54.5 ओवर में 135 रन ही बना सका और उसे पारी की हार का सामना करना पड़ा। इंग्लैंड की तरफ से डेनियल लॉरेंस ने 95 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 50 कप्तान जोए रूट ने 72 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 30 रन बनाए। इसके अलावा ओली पोप ने 15 और बेन फोक्स ने 13 रन बनाए। भारत इस जीत से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गया है जहां उसका सामना न्यूजीलैंड से होगा। फाइनल मुकाबला इस साल 18 से 22 जून तक इंग्लैंड के लॉर्डस मैदान पर खेला जाएगा। ऐसा रहा सीरीज का रोमांचइस सीरीज का पहला टेस्ट चेन्नै में खेला गया था, जिसे जीतकर इंग्लैंड ने 1-0 की लीड ले ली थी लेकिन भारत ने चेन्नै में ही खेले गए दूसरा टेस्ट मैच जीतते हुए बराबरी कर ली थी। इसके बाद भारत ने अहदाबाद का रुख किया था और दिन-रात के टेस्ट में इंग्लैंड को हराकर 2-1 की लीड बना ली थी। अब भारत ने एक और जीत के साथ सीरीज भी अपने नाम किया और साथ ही साथ टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में स्थान पक्का किया।
IND vs ENG: भारत ने इंग्लैंड को पारी और 25 रन से हराया, WTC फाइनल में बनाई जगह March 06, 2021 at 12:24AM
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अहमदाबाद रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) और अक्षर पटेल (Axar Patel) के बुने फिरकी के जाल में एक बार फिर इंग्लैंड के बल्लेबाजों को फांसकर भारत ने चौथा और आखिरी टेस्ट तीसरे ही दिन एक पारी और 25 रन से अपने नाम करके सीरीज 3-1 से जीत ली और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बना ली। जून में लॉडर्स पर होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में भारत का सामना न्यूजीलैंड से होगा। भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए इस मैच में ड्रॉ की जरूरत थी लेकिन अक्षर और अश्विन ने दूसरी पारी में पांच पांच विकेट लेकर तीसरे ही दिन भारत को धमाकेदार जीत दिलाई। भारत की जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया का विश्व चैम्पियनशिप फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया। भारत ने पहली पारी में ऋषभ पंत के शतक और वाशिंगटन सुंदर के नाबाद 96 रन की मदद से 365 रन बनाकर 160 रन की बढत ली थी । दूसरी पारी में इंग्लैंड की टीम 135 रन पर आउट हो गई। नरेंद्र मोदी स्टेडियम की अनुकूल पिच पर अक्षर ने 24 ओवर में 48 रन देकर पांच और मैच में नौ विकेट लिए जबकि अश्विन ने 22.5 ओवर में 47 रन देकर पांच और मैच में कुल आठ विकेट लिए। अश्विन ने इस सीरीज में 30 विकेट लिए और एक शतक समेत 180 रन भी बनाए। वहीं अक्षर ने इस सीरीज में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करके अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ी। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट (30) को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों का सामना नहीं कर सका। डोम सिबली (तीन) , जैक क्राउली (5) और जॉनी बेयरस्टॉ (0) सहज नहीं दिखे जबकि बेन स्टोक्स (0) गेंद की उछाल का अनुमान नहीं लगा सके और गलत स्वीप शॉट खेलकर आउट हुए। इंग्लैंड का आखिरी विकेट डैन लॉरेंस के रूप में गिरा जो 96 गेंद में छह चौकों की मदद से सर्वाधिक 50 रन बनाकर अश्विन की गेंद पर बोल्ड हुए। इससे पहले आठवें नंबर पर उतरकर परिपक्व बल्लेबाजी का प्रदर्शन करने वाले वॉशिंगटन सुंदर पहले टेस्ट शतक से चार रन से चूक गए लेकिन भारत ने पहली पारी में 365 रन बनाकर 160 रन की बढ़त ली थी। इक्कीस वर्ष के खब्बू बल्लेबाज सुंदर ने 174 गेंद में 96 रन बनाए लेकिन आखिरी तीन विकेट जल्दी गिरने से वह दूसरे छोर पर अकेले रह गए । भारत ने आखिरी तीन विकेट पांच गेंद के भीतर गंवा दिए। बेन स्टोक्स ने 27. 4 ओवर में 89 रन देकर चार विकेट लिए। अपने पूर्व अंडर 19 साथी ऋषभ पंत की तरह शतक की ओर बढ़ रहे सुंदर ने अक्षर पटेल के साथ आठवें विकेट के लिये 106 रन जोड़कर भारत को विशाल बढत लेने से रोकने के इंग्लैंड के मंसूबों पर पानी फेर दिया। अक्षर ने 97 गेंद में 43 रन बनाए जिसमें जैक लीच को जड़ा एक छक्का शामिल था। दोनों बल्लेबाजों ने जोखिम भरे शॉट लगाने की बजाय इक्के दुक्के रन लेकर रनगति को बढाना जारी रखा। दोनों ने बखूबी स्ट्राइक रोटेट की और इंग्लैंड के गेंदबाजों को दबाव नहीं बनाने दिया। जेम्स एंडरसन ने 25 ओवर में 44 रन देकर तीन विकेट लिए। सुंदर ने अपनी पारी में दस चौके और एक छक्का लगाया जबकि अक्षर ने पांच चौके और एक छक्का जड़ा।
दुनिया के खौफनाक गेंदबाजों के सामने भी क्यों कभी नहीं पहना हेलमेट, गावसकर ने खोला राज March 06, 2021 at 12:37AM
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मुंबई भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावसकर ने आज ही के दिन यानी छह मार्च 1971 को अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। आज उन्हें 50 साल पूरे हो गए। तब न केबल टीवी का दौर था और न ही सोशल मीडिया का बूम। रेडियो और ट्रांजिस्टर ही भारतीय फैंस के सबसे बड़े दोस्त थे। जब वेस्टइंडीज में दुनिया के सर्वकालिक महान तेज गेंदबाज हुआ करते थे। ऑस्ट्रेलिया के पास डेनिस लिलि और जैफ थॉमसन होते थे। पाकिस्तान के पास इमरान खान और सरफराज नवाज थे। भारत के पास उस रफ्तार के पेस बोलर नहीं थे लेकिन एक ऐसा बल्लेबाज था जो उन सबका सामना कर सकता था और वह था सुनील गावसकर। गावसकर ने उन तेज गेंदबाजों के सामने भी कभी हेलमेट नहीं पहना। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ खास बातचीत में गावसकर ने इसके पीछे की वजह भी बताई। गावसकर से जब पूछा गया, कि उन्होंने कभी भी हेलमेट क्यों नहीं पहना? क्या उन्होंने कभी नेट्स और काउंटी में भी हेलमेट नहीं पहना? इस पर उन्होंने कहा कि उन दिनों कोई भी हेलमेट नहीं पहनता था। हमारे पास लेग-गार्ड्स और दस्ताने भी कम ही हुआ करते थे। गावसकर ने आगे कहा, 'हमारे थाई गार्ड्स भी होटल रूम में मिलने वाले छोटे तौलिए होते थे जो हमारी अगली जेब में हुआ करते थे।' गावसकर ने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था। उन्होंने कहा, 'इस दौरे (71 के वेस्टइंडीज दौरे) के बाद ही स्पॉन्ज के थाई गार्ड मिले थे लेकिन उनसे कोई फायदा नहीं होता था।' गावसकर को तकनीक का बादशाह कहा जाता है। उन्होंने कहा, 'मुझे कभी हेलमेट की जरूरत महसूस नहीं हुई क्योंकि मुझे अपनी तकनीक पर भरोसा था। जब मैलकम मार्शल की गेंद मेरे सिर पर लगी थी उसके बाद ही मैंने स्कल कैप पहनना शुरू किया था। स्कल कैप मैंने अपने करियर के आखिरी तीन साल में पहनी। वह भी सिर्फ तब जब गेंद नई हुआ करती थी। उसके बाद मैं अपनी पनामा टोपी पहन लिया करता था।'
पंत ने दिखाई विकेट के पीछे ऐसी फुर्ती, कॉमेंटेटर ने कहा- 'धोनी की आत्मा घुस गई' March 05, 2021 at 11:14PM
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अहमदाबाद भारत और इंग्लैंड के बीच इस टेस्ट सीरीज की बात करते हुए आप मुद्दों पर चर्चा करेंगे। अक्षर पटेल की बोलिंग, रविचंद्रन अश्विन की फिरकी और चेन्नै में लगाई गई सेंचुरी, वॉशिंगटन सुंदर की उपयोगी पारियां और ऋषभ पंत का अहमदाबाद में चौथे टेस्ट में लगाया गया शतक। पर इन सबके बीच एक चीज जो सबसे हटकर नजर आई वह थी ऋषभ पंत की विकेटकीपिंग। पंत की कीपिंग इस सीरीज के साथ-साथ बेहतर होती चली गई है। चेन्नै की पिच हो या फिर अहमदाबाद की। बल्लेबाजी के लिए चुनौतीपूर्ण समझे जाने वाली विकेट पर विकेटकीपिंग भी आसान नहीं होती। एक गलती बहुत भारी पड़ सकती है। आपको हर गेंद के लिए खुद को तैयार रखना पड़ता है। ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन के सामने अकसर यही दुविधा होती थी कि यहां पंत को मौका दें या ऋद्धिमान साहा को। साहा विकेट के पीछे जबर्दस्त हैं लेकिन पंत की बल्लेबाजी उन्हें बढ़त दिलाती है। लेकिन यह सवाल भी उठता है कि कहीं पंत की एक चूक टीम को भारी तो नहीं पड़ जाएगी। अगर आप इस सीरीज को देखें तो इस विकेटकीपर ने दस्तानों का शानदार काम दिखाया है। पंत ने चेन्नै में खेले गए दूसरे टेस्ट और अहमदाबाद में सीरीज के तीसरे मुकाबले में बहुत अच्छी कीपिंग की। वह गेंद की लाइन में आ रहे थे और उसे आराम से गेदर कर रहे थे। टीवी कॉमेंटेटर हर्षा भोगले ने चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन कहा कि पंत की विकेटकीपिंग इस सीरीज में सबसे बड़ा 'बदलाव है।' ऐसे किया था पोप को स्टंप फिर दिखी पंत की फुर्ती पंत कितने चपल हो गए हैं इसका उदाहरण अहमदाबाद में मैच के तीसरे दिन इंग्लैंड की पारी के 32 वें ओवर में देखने को मिला। ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर की गेंद टप्पा लगने के बाद तेजी से लेग स्टंप के बाहर निकली। पंत ने फुर्ती दिखाते हुए गेंद को पकड़ा। वह लेग स्टंप के कम से कम तीन फुट बाहर थी। इसके बाद उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के स्टाइल में गेंद को फ्लिक किया और गिल्लियां उड़ा दीं। हालांकि बल्लेबाज बेन फोक्स का पांव क्रीज में ही था लेकिन पंत की फुर्ती की तारीफ सभी ने की । 'अहमदाबाद में पंत में घुसी धोनी की आत्मा' उस समय आधिकारिक प्रसारणकर्ता स्टार स्पोर्टस पर हिंदी में कॉमेंट्री कर रहे आकाश चोपड़ा ने कहा, 'धोनी की आत्मा पंत में घुस गई।' यह महेंद्र सिंह धोनी का स्टाइल रहा है और इससे उन्होंने कई बार बल्लेबाजों को छकाया है। अंग्रेजी में कॉमेंट्री कर रहे सुनील गावसकर भी इससे काफी प्रभावित हुए और उन्होंने कहा कि पंत लगातार बेहतर होते जा रहे हैं। उन्होंने वही किया जो धोनी करते थे। शुरुआत में कोई धोनी से ऐसी उम्मीद नहीं करता था कि वह गेंद को ऐसे फ्लिक करेंगे लेकिन बाद में उन्होंने इसे अपना स्टाइल बना लिया।
देखें वीडियो: बहुत अनलकी रहे डॉम सिब्ली, गिल और पंत ने किया रीले कैच March 05, 2021 at 10:11PM
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अहमदाबाद भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड की हालत खराब है। पहली पारी में 205 रन बनाने के बाद दूसरी पारी में भी उसके बल्लेबाज भारतीय फिरकी गेंदबाजों के सामने परेशान होते नजर आ रहे हैं। ऊपर से किस्मत भी उनका साथ दे रही है। इंग्लैंड के बल्लेबाज डॉम सिब्ली जिस तरह से आउट हुए वैसा आप क्रिकेट में काफी कम होते हुए देखते हैं। सिब्ली ने सिर्फ तीन रन बनाए लेकिन और ड्रेसिंग रूम में बैठे हुए वह सोच रहे होंगे कि आखिर आउट होने का यह कोई तरीका नहीं। आखिर क्या हुआ इंग्लैंड की दूसरी पारी का 10वां ओवर चल रहा था। अक्षर पटेल के ओवर की आखिरी गेंद थी। इस गेंद पर सिब्ली ने अगला कदम बाहर निकालकर स्वीप शॉट लगाया। शॉट बहुत तेज था। गेंद बल्ले के बीचों बीच लगी थी। इस शॉट पर कोई भी बल्लेबाज आउट होने के बारे में नहीं सोच सकता। शॉर्ट लेग फील्डर भी गेंद से बचने की ही कोशिश कर रहा था लेकिन गेंद सीधा शॉर्ट लेग पर खड़े शुभमिन गिल को जा लगी। गिल दर्द से कराह उठे। यहां सिब्ली की किस्मत धोखा दे गई और गेंद सीधा हवा में ऊंची उठ गई। विकेटकीपर ऋषभ पंत ने वहां जाकर कैच लपका सिली पॉइंट पर जाकर इसे आसानी से कैच कर लिया। तीसरे अंपायर के आउट देने से पहले ही सिब्ली चल चुके थे। हालांकि मैदानी अंपायर का सॉफ्ट सिग्नल भी आउट ही था। पोप हुए थे आउट इससे पहले इंग्लैंड की पहली पारी में ओली पोप भी खराब किस्मत का शिकार हुए थे। इंग्लैंड की पहली पारी का 62वां ओवर चल रहा था जब रविचंद्रन अश्विन की गेंद ने ओली पोप को छका दिया। अश्विन की पिछली गेंद टर्न हुई थी और उससे अगली गेंद सीधी निकल गई जिस पर वह चूक गए। पोप को गेंद के टर्न का कोई अंदाजा नहीं था। उन्होंने आगे बढ़कर गेंद को फ्लिक करने की कोशिश की। गेंद ने बल्ले का अंदरूनी किनारा लिया और उनके पिछले पैड पर लगकर शॉर्ट-लेग पर खड़े फील्डर शुभमन गिल के हाथों में गई। गिल ने एक बढ़िया कैच किया। पोप को हालांकि लगा कि वह आउट नहीं हैं लेकिन तीसरे अंपायर ने साफ कर दिया कि गेंद जमीन को छुए बिना ही फील्डर के हाथ में गई है। इंग्लैंड की हालत खराब इंग्लैंड की पहली पारी सिर्फ 205 रन पर सिमट गई थी जवाब में भारत ने ऋषभ पंत की सेंचुरी और वॉशिंगटन सुंदर के नाबाद 96 रन की मदद से 365 रन बनाए। दूसरी पारी में भी इंग्लैंड के बल्लेबाजा स्ट्रगल कर रहे हैं और खबर लिखे जाने तक उसने 4 विकेट पर 47 रन बनाए थे।
सेंचुरी पूरी नहीं हो पाई, फिर भी सुंदर ने बनाया पार्टनरशिप का यह खास रेकॉर्ड March 05, 2021 at 09:38PM
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अहमदाबाद भारतीय क्रिकेटर (Washington Sundar) इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में भले ही शतक पूरा नहीं कर सके लेकिन उन्होंने पार्टनरशिप का एक खास रेकॉर्ड बनाया। अहमदाबाद में सीरीज के चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने पहली पारी में 365 रन बनाए और उसे 160 रन की बढ़त मिली। सुंदर (96*) शतक से चूक गए और नाबाद लौटे। उन्होंने 174 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 10 चौके और 1 छक्का लगाया। वह शतक पूरा कर सकते थे लेकिन दूसरे छोर पर भारत के अंतिम तीन विकेट मात्र 5 गेंदों पर गिर गए और उन्हें बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिल पाया। 7वें और 8वें विकेट के लिए शतकीय पार्टनरशिपइस दौरान सुंदर ने 7वें विकेट के लिए ऋषभ पंत (101) के साथ 113 रन की साझेदारी की। सुंदर और अक्षर पटेल ने फिर संभलकर खेलते हुए 8वें विकेट के लिए भी 107 रन जोड़े। यह भारतीय टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में पहली बार है कि 7वें और 8वें विकेट के लिए शतकीय पार्टनरशिप हुई। सुंदर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में अपना डेब्यू किया था। इसके बाद सीरीज के आखिरी मैच में ब्रिसबेन में उन्होंने पहली पारी में 62 रन बनाकर जता दिया था कि इस युवा बल्लेबाज में काफी दम है। इसके बाद दूसरी पारी में भी तेज-तर्रार 22 रन बनाए थे। सुंदर ने इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नै में नाबाद 85 रन बनाए थे। इस बार भी वह अपने पहले टेस्ट शतक से चूक गए और 96 रन बनाकर नाबाद लौटे। इससे पहले इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 205 रन बनाए, जिसमें ऑलराउंडर बेन स्टोक्स (55) के अर्धशतक और डैन लॉरेंस (46) का खास योगदान रहा। स्टोक्स ने 121 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्के जड़े जबकि लॉरेंस ने 74 गेंदों पर 8 चौके लगाए। ओली पोप ने 29 और जॉनी बेयरस्टो ने 28 रन का योगदान दिया।
अजिंक्य रहाणे में नजर आ रही है आत्मविश्वास की कमी: संजय मांजरेकर March 05, 2021 at 09:30PM
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अहमदाबाद क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का मानना है कि भारतीय उपकप्तान अजिंक्य रहाणे () के आत्मविश्वास में कमी नजर आ रही और साथ ही आजकल वह बल्लेबाजी करते हुए असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर का यह कॉमेंट इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट की पहली पारी में 27 रन पर आउट होने के बाद आया है। रहाणे भारत की पहली पारी में कप्तान विराट कोहली के जीरो पर आउट होने के बाद क्रीज पर आए। वह दूसरे दिन लंच से ठीक पहले जेम्स एंडरसन का शिकार बने। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज इस सीरीज में सिर्फ दो बार 10 रन के स्कोर के पार गया है। संजय मांजरेकर ने यह भी कहा कि रहाणे अपने फैंस और टीम को वह सुरक्षा का भाव भी नहीं दे रहे हैं जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है। मांजरेकर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, 'रहाणे के विकेट की बात करें तो इन दिनों जब भी वह बल्लेबाजी करने आते हैं तो वह सहज नजर नहीं आते। अजिंक्य रहाणे आजकल आपको वह सुरक्षा नहीं देते हैं जो उनसे टीम या फैंस उम्मीद करते हैं। उनकी बल्लेबाजी के साथ काफी समय से यह समस्या है।' उन्होंने आगे कहा, 'इन दिनों जब भी मैं अजिंक्य रहाणे को बल्लेबाजी करते देखता हूं, तो मुझे लगता है वह ऐसे बल्लेबाज हैं जिनमें आत्मविश्वास की कमी है, एक ऐसा बल्लेबाज जो काफी असुरक्षित है।' मांजरेकर ने आगे कहा, 'रहाणे अब आक्रामक होकर बल्लेबाजी करते हैं। रहाणे ने पिछले 3-4 साल से इसी अंदाज में बल्लेबाजी की है। लेकिन इस अंदाज में भी वह बहुत ज्यादा प्रभावी नहीं दिखते हैं। तो हां, उन्होंने खुल कर रन बनाए हैं लेकिन जिस अंदाज में वह खेल रहे हैं उसे देखकर ड्रेसिंग रूम में बैठे बल्लेबाज को विश्वास नहीं मिलता।' रहाणे ने बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में सेंचुरी लगाकर भारत को ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से सीरीज में जीत दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि मेलबर्न में खेली गई 112 रन की उस पारी के बाद उन्होंने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है।
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