ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ईयान चैपल ने कहा है कि टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान टेस्ट सीरीज के तीन टेस्ट मैचों में विराट कोहली के नहीं खेलने से बैटिंग ऑर्डर कमजोर होगी। कोहली पैटरनिटी लीव पर चले जाएंगे। पहला टेस्ट मैच 17 दिसंबर से एडिलेड में है। भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन वनडे, तीन टी-20 मैचों के साथ ही चार टेस्ट मैच भी खेलना है।
चैपल ने क्रिकेट की वेबसाइट क्रिक इंफो से कहा- कोहली के नहीं खेलने से युवा खिलाड़ियों के पास अपने को साबित करने का मौका होगा। हालांकि कोहली की जगह किसी नए खिलाड़ी का चयन करना चयनकर्ताओं के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा होगा।
स्टोइनिस बोले- कोहली के पैटरनिटी लीव पर जाने का फैसला सही
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस ने कहा कि कोहली के तीन टेस्ट मैचों में नहीं खेलने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। हम विराट को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं थे। वह अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए लौट रहे हैं, यह पूरी तरह से सही फैसला है। मुझे लगता है कि इससे उनकी लाइफ और खेल में सकारात्मक बदलाव आएंगे।
जम्पा बोले- मैदान के बाहर कोहली करते हैं हंसी-मजाक
ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर एडम जम्पा ने कहा है कि कोहली बैटिंग के दौरान एग्रेसिव नजर आते हैं। लेकिन मैदान के बाहर उनका व्यवहार विपरीत है। वह काफी शांत रहते हैं। साथी खिलाड़ियों से मजाक करते हैं और उनसे बातचीत करते हैं। जम्पा IPL में रॉयल चैलेंजस बेंगलुरु से खेलते हैं। जम्पा ने कहा कि कोहली भी उनकी तरह ही शाकाहारी हैं। कई बार उनके साथ वह खाना खाते और कॉफी पीते थे। जम्पा ऑस्ट्रेलिया के वनडे और टी-20 टीम में शामिल हैं। जम्पा ने कहा कि कोहली के खिलाफ बॉलिंग करना काफी चैलेंजिंग होता है। वह बेहतर खिलाड़ी हैं। उन्होंने 43 शतक लगाए हैं।
फुटबॉल की इटेलियन लीग सीरी-ए में शनिवार देर रात क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने दो गोल दागकर युवेंटस को कैगलियरी के खिलाफ जीत दिलाई। वहीं, स्पेनिश लीग ला लिगा में लियोनल मेसी की टीम बार्सिलोना को हार का सामना करना पड़ा। उसे एटलेटिको मैड्रिड ने 1-0 से शिकस्त दी। अकेला गोल यानिक कैरास्को ने (45+3वें मिनट) किया।
युवेंटस के लिए रोनाल्डो ने 38वें और 42वें मिनट में दो गोल दागे। मैच के दूसरा हाफ में कोई गोल नहीं हो सका और युवेंटस ने मैच अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ युवेंटस सीरी-ए की पॉइंट्स टेबल में 8 मैच में 4 जीत के साथ दूसरे नंबर पर है। टीम के 16 पॉइंट्स हैं। वहीं, ला लिगा में बार्सिलोना 11 अंक के साथ 10वें नंबर पर काबिज है। टीम ने 8 में से सिर्फ 3 मैच जीते हैं।
मौकोको ने 16 साल की उम्र में डेब्यू किया
जर्मनी की बुंदेसलिगा में ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना। बोरुसिया डॉर्टमंड के लिए 16 साल के युसुफा मौकोको ने डेब्यू किया। वे लीग के इतिहास के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले बोरुसिया के लिए ही नूरी साहिन सबसे युवा प्लेयर थे, जिन्होंने अगस्त 2005 में 17 साल की उम्र में लीग का पहला मैच खेला था।
डॉर्टमंड ने हैरथा को 5-2 से शिकस्त दी। मैच के आखिरी 5 मिनट बचे थे, तब अर्लिंग हालंद की जगह मौकोको को रिप्लेस किया गया। तब तक डॉर्टमंट की स्थिति भी 5-2 ही थी।
प्रीमियर लीग में टॉटेनहम जीता
इंग्लिश प्रीमियर लीग (EPL) में टॉटेनहम ने 9 मैच में छठवीं जीत दर्ज की। उसने मैनचेस्टर सिटी को 2-0 से शिकस्त दी। इस जीत के साथ टॉटेनहम 20 पॉइंट्स के साथ टॉप पर पहुंच गई। टीम ने 9 में से 1 मैच हारा और 2 ड्रॉ खेले हैं। वहीं, सिटी 12 पॉइंट्स के साथ 11वें नंबर पर है। टीम ने 8 में से 3 मैच जीते, 2 हारे और 3 ड्रॉ खेले हैं।
सिडनी ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर एडम जंपा बीते साल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा बने थे। इस साल वह टीम के साथ यूएई गए लेकिन उन्हें खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले। जंपा ने तीन मैच खेले और उसमें दो विकेट लिए। जंपा को हालांकि टीम के कप्तान विराट कोहली के साथ वक्त बिताने का काफी मौका मिला और इस युवा लेग स्पिनर का मानना है कि कोहली मैदान के बाहर काफी अलग हैं। ऑस्ट्रेलियाई अखबार सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड को दिए इंटरव्यू में इस 28 वर्षीय स्पिनर ने बताया कि यूएई पहुंचने के पहले कोहली ने उन्हें वॉट्सऐप किया और उन्हें ऐसा अहसास कराया कि वे एक-दूसरे को काफी समय से जानते हैं। जंपा ने कहा, 'यह मेरा यूएई पहुंचने का पहला दिन था। कोहली ने मुझे वॉट्सऐप किया। मेरे पास उनका नंबर नहीं था। उन्होंने मुझे ऐसा अहसास करवाया कि हम काफी वक्त से एक-दूजे को जानते हैं।' जंपा ने कहा कि मैच खत्म होने के बाद कोहली बिलकुल अलग होते हैं। उन्होंने कहा, 'वह बिलकुल वैसे नहीं हैं जैसाकि मैदान पर नजर आते हैं। ट्रेनिंग हो या मैच वह जुनून कायम रखते हैं। उन्हें कॉम्पीटिशन पसंद है और हारना उन्हें बिलकुल पसंद नहीं है।' उन्होंने कहा, 'वह अपनी भावनाओं का खुलकर इजहार करते हैं। एक बार जब वह मैदान से बाहर जाते हैं तो वह एकदम मस्ती करते हैं। वह बस में यूट्यूब पर वीडियो देखते हैं और जोर-जोर से हंसते हैं।' जंपा ने आगे याद किया कि कैसे कोहली क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के शेयर किए फनी रन-आउट वीडियो पर जोर-जोर से हंसे थे। जंपा ने कहा, 'क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक हाल ही में एक क्रिकेट क्लिप शेयर किया था। यह एक फनी रन-आउट का वीडियो था। वह तीन हफ्तों तक उस वीडियो को देखकर हंसते रहे। वह कॉफी, ट्रेवलिंग, फूड आदि के बारे मं बात करते हैं। वह बहुत सभ्य हैं। उनसे बात करना अच्छा अनुभव होता है।'
नई दिल्ली रोहित शर्मा को उनकी आक्रामक बल्लेबाजी के कारण 'द हिटमैन' भी कहा जाता है। हाल ही में उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने पांचवीं बार आईपीएल का खिताब जीता है। रोहित शर्मा अब एक जाना-पहचाना नाम है लेकिन भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज दिलीप सरदेसाई ने रोहित को करीब 14 साल पहले मुंबई के मैदानों पर खेलते हुए देखा था। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने कहा ने याद किया कि उनके पिता ने मुंबई से फोन करके उन्हें एक युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी के बारे में बताया था। राजदीप ने एक स्पोर्ट्स बेवसाइट को बताया, 'वह (दिलीप सरदेसाई) प्रतिभा पहचानने में माहिर थे। मुझे लगता है कि साल 2006 या उसके आसपास की बात होगी। उन्होंने मुझे एक बार फोन करके कहा, 'मैंने एक शानदार स्ट्रोक प्लेयर को देखा है।' तो मैंने कहा, 'क्या हुआ?' उन्होंने कहा, 'नहीं, नहीं... मैं मैदान पर था और यह लड़का गेंद को खूबसूरती से और नैचरली हिट कर रहा था।' तब मुझे पता चला कि वह रोहित शर्मा के बारे में बात कर रहे थे।' उन्होंने आगे बताया, 'उन्होंने रोहित शर्मा को किशोरावस्था में देखा था। उन्होंने फौरन जूनियर टीम के सिलेक्टर को फोन किया और कहा मुझे यह लड़का जूनियर टीम में चाहिए। मेरे पास एक प्यारी सी तस्वीर है जिसमें वह रोहित को बता रहे हैं कि अपनी कोहनी को कैसे ऊपर रखें और कैसे ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद को छोड़ें।'
यदि मंजिल पाने का जुनून और इरादा मजबूत हो तो कोई भी बाधा आपको नहीं रोक सकती। ऐसा ही कुछ तमिलनाडु के विकेटकीपर बल्लेबाज नारायण जगदीशन (24) करके दिखा रहे हैं। उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वे भारी बारिश के बीच नेट प्रैक्टिस करते दिख रहे हैं।
जगदीशन ने इस साल IPL में डेब्यू किया था। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए 5 खेले। इसमें उन्होंने सिर्फ 33 रन बनाए। जगदीशन ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा- बारिश हो या धूप कोई भी हमें रोक नहीं सकता।
यूजर्स ने जगदीशन के जज्बे को सराहा
जगदीशन के जज्बे को यूजर्स ने काफी सराहा और उनकी जमकर तारीफ भी हो रही है। वहीं, एक यूजर ने सलाह देते हुए लिखा- IPL में आप अगली बार दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलिएगा। सिर्फ वही टीम है, जो युवाओं को मौका देती है। दूसरे यूजर ने लिखा- बड़े शॉट की प्रैक्टिस के साथ बड़े हार्ड हिटर बनो।
डेब्यू के लिए 2 साल इंतजार करना पड़ा
विकेटकीपर बल्लेबाज जगदीशन तमिलनाडु की तरफ से क्रिकेट खेलते हैं। बतौर ओपनर जगदीशन का रिकॉर्ड शानदार रहा। वे घरेलू टी20 लीगों में अपने विस्फोटक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। CSK ने 2018 में जगदीशन को खरीदा था, लेकिन डेब्यू के लिए के लिए उन्हें 2 साल इंतजार करना पड़ा। उन्होंने 23 फर्स्ट क्लास मैच में 39.13 की औसत से 1174 रन बनाए। उनका बेस्ट स्कोर 183 रन है।
नॉर्वे के 20 साल के खिलाड़ी अर्लिंग हालंद ने गोल्डन बॉय और वेरोना की स्ट्राइकर एशिया ब्रेगोंजी ने गोल्डन गर्ल अवाॅर्ड जीता है।वे नार्वे के पहले खिलाड़ी है, जो इस अवॉर्ड को जीतने में सफल हुए। उन्होंने 2019-20सीजन में 40 मैचों में 44 गोल किए। जिसमें 10 गोल उन्होंने पहले चैम्पियंस लीग के 8 मैचों में किए थे। वहीं उन्होंने बोरुसिया डॉर्टमुंड गेम्स के 29 मैचों में 27 गोल किए। वे इस साल 11 मैचों में 11 गोल किए हैं।
बर्सिलोना के अंशु फटी को मिला सबसे ज्यादा ऑनलाइन वोटिंग
बर्सिलोना के अंशु फटी दूसरे और बार्यन म्यूनिख के अल्फोंसो डेविस तीसरे स्थान पर रहे।अंशु फटी को ऑन लाइन वोटिंग में सबसे ज्यादा वोट मिले हैं।
मैड्रिड के जोआओ फेलिक्स भी जीत चुके हैं यह अवॉर्ड
एटलेटिको मैड्रिड के जोआओ फेलिक्स ने पिछले साल यह अवॉर्ड जीता था। उन्होंने 34 मैचों में 33 गोल किए थे।
अवॉर्ड कौन देता है
गोल्डन अवॉर्ड इटालियन अखबार की टुट्टो स्पोर्ट की ओर से 21 साल से कम उम्र के फुटबॉल खिलाड़ियों को हर साल दिया जाता है। इसमें विनर का निर्णय ज्यूरी के अलावा ऑनलाइन वोटिंग के आधार पर किया जाता है।
नई दिल्ली भारतीय टीम का गेंदबाजी आक्रमण इस समय शानदार है। और इसी वजह से हालिया दौर में टीम का प्रदर्शन भी लाजवाब रहा है। लेकिन विराट कोहली की टीम के पास कोई बाएं हाथ का तेज गेंदबाज नहीं है। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा ने मिलकर 2018-19 के दौरे पर 48 विकेट लिए थे। इस तिकड़ी के प्रदर्शन के दम पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक सीरीज जीती थी। लेकिन ये सभी दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर का मानना है कि टीम इंडिया के गेंदबाजी आक्रमण में बाएं हाथ के गेंदबाज का न होना कहीं न कहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए फायदे की बात है। इरफान, जो खुद एक बाएं हाथ के गेंदबाज रहे हैं, ने कहा कि इस बात में कोई शक नहीं कि अगर तेज गेंदबाजी की बात करें तो दोनों टीमें लगभग बराबर हैं। पठान ने कहा, 'बेशक दोनों टीमों की गेंदबाजी मजबूत है। इस मामले में दोनों टीमें बराबर हैं। भारत के पास एक टॉप क्लास बोलिंग अटैक है। लेकिन मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के पास बढ़त होगी क्यों एक तो वह घर पर खेल रहे हैं और दूसरा उनके पास बाएं हाथ के पेसर मिशेल स्टार्क हैं।' क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने पठान ने कहा, 'बाएं हाथ का गेंदबाज आपको वैरायटी देता है और साथ ही दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए गेंद ऐंगल अक्रॉस जाती है। मुझे लगता है कि यह फायदा बहुत कम होगा लेकिन फायदा होगा यह बता पक्की है।' बाएं हाथ के भारतीय गेंदबाजों ने किया है अच्छा प्रदर्शन बाएं हाथ का गेंदबाज बेशक आपको थोड़ी वैरायटी देता है लेकिन आंकड़ों पर नजर डालें तो भारत के बाएं हाथ के गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया है। जहीर खान ने 2003-04 में ब्रिसबन टेस्ट में पारी में पांच विकेट लिए थे। भारत ने यह मैच ड्रॉ करवाया था। इरफान पठान ने इसी सीरीज में अच्छा डेब्यू किया था। इसके बाद 2007-08 के पर्थ टेस्ट में उन्होंने पांच विकेट लिए थे और बल्ले से भी अच्छा प्रदर्शन किया था। इसी टेस्ट में आरपी सिंह ने पहली पारी में 68 रन देकर चार विकेट लिए थे। और उन्होंने दूसरी पारी में दो विकेट लिए थे। हाल के दौर को देखें तो भारतीय टीम में बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन प्रभावी नहीं रहा है। जयदेव उनादकत, खलील अहमद और बरिंदर सरन ने शुरुआत तो अच्छी की लेकिन वह इसे जारी नहीं रख पाए। ऑस्ट्रेलियाई टीम में स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की वापसी हुई है और साथ ही मार्नस लाबुशाने भी जबर्दस्त खेल दिखा रहे हैं। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि बाएं हाथ के गेंदबाज की कमी टीम को न खले। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज की शुरुआत 27 नवंबर से तीन वनडे इंटरनैशनल मैचों से होगी। चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज 17 दिसंबर से होगी। पहला मैच डे-नाइट होगा और यह ऐडिलेड में खेला जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (2019-21) के रैंकिंग सिस्टम में बदलाव किया है। इसका सबसे बड़ा नुकसान भारतीय टीम को हुआ है। टीम इंडिया, जो पहले नंबर वन पर हुआ करती थी इसे यह स्थान गंवाना पड़ा है। अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली आईसीसी की क्रिकेट समिति ने यह सुझाव दिया है कि कोविड-19 के चलते रद्द होने वाली सीरीज से किसी टीम को कोई नुकसान न हो। तो, अब सवाल उठता है कि आखिर यह नया सिस्टम है क्या? इससे क्या बदल गया है? और टीमों पर इसका क्या असर पड़ा है? इन सब सवालों के जवाब जानते हैं- हिंडोल बसु की रिपोर्ट
भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पहले स्थान पर थी लेकिन आईसीसी ने पॉइंट्स सिस्टम में थोड़ा बदलाव किया जिसके बाद विराट कोहली ऐंड कंपनी को यह स्थान गंवाना पड़ा है। आखिर आईसीसी ने ऐसा क्यों किया और क्या है यह नया सिस्टम जानते हैं....
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (2019-21) के रैंकिंग सिस्टम में बदलाव किया है। इसका सबसे बड़ा नुकसान भारतीय टीम को हुआ है। टीम इंडिया, जो पहले नंबर वन पर हुआ करती थी इसे यह स्थान गंवाना पड़ा है। अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली आईसीसी की क्रिकेट समिति ने यह सुझाव दिया है कि कोविड-19 के चलते रद्द होने वाली सीरीज से किसी टीम को कोई नुकसान न हो। तो, अब सवाल उठता है कि आखिर यह नया सिस्टम है क्या? इससे क्या बदल गया है? और टीमों पर इसका क्या असर पड़ा है? इन सब सवालों के जवाब जानते हैं-
हिंडोल बसु की रिपोर्ट
ICYMI: An altered points system was announced for the World Test Championship following an ICC board meeting yester… https://t.co/5TZ3KaHLCJ
अब रैंकिंग का आकलन पर्सेंटेज ऑफ पॉइंट्स (POP) के आधार पर किया जाएगा। POP याी किसी टीम द्वारा एक सीरीज में जीते गए पॉइंट्स का परसेंटेज। उदाहरण के लिए भारत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में चार सीरीज खेली हैं। इस दौरान कुल 480 अंक दांव पर लगे थे। इस में भारत ने कुल 360 अंक जीते हैं। यानी उसका परसेंटेज पॉइंट हुआ 75।
रैंकिंग में बदलाव
इस नए सिस्टम के मुताबिक अब ऑस्ट्रेलिया पहले स्थान पर पहुंच गई है। कैसे? ऑस्ट्रेलिया ने तीन सीरीज खेली हैं, इस दौरान 360 अंक दांव पर थे। कंगारू टीम ने उसमें से 296 अंक हासिल किए। तो उनका पीओपी हुआ 82.22, जो भारत से ज्यादा है।
नया सिस्टम कैसे काम करता है
असल में टीमों को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान छह टेस्ट सीरीज खेलनी थी। इस दौरान वे अधिकतम 720 अंक हासिल कर सकती थीं। अगर कोई टीम इन छह सीरीज में 480 अंक हासिल करती है तो उसका पीओपी 66.67 प्रतिशत होगा। अगर कोई टीम पांच सीरीज खेलती है और और 600 अंक में से 450 हासिल करती है तो उसका पीओपी 75 प्रतिशत होगा। ऐसे में वह उस टीम से आगे हो जाएगी जिसने छह सीरीज खेली हैं।
पुराने सिस्टम से क्या कायम रहा?
जब आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की घोषणा की थी, तो उसने कहा था कि एक टेस्ट सीरीज से अधिकतम 120 अंक हासिल किए जा सकते हैं। एक टीम कुल छह सीरीज खेलेगी जिसमें से तीन घरेलू मैदान पर होंगी और तीन विदेशी धरती पर। कुल मिलाकर एक टीम अधिकतम 720 अंक हासिल कर सकेगी। दो मैच की सीरीज में, एक जीत के उसे 60 अंक मिलेंगे और तीन मैच की सीरीज में 40 अंक। इसी तरह 4 मैच की सीरीज में टीम एक जीत के 30 अंक हासिल करेगी और पांच मैच की सीरीज में 24। टाई होने की स्थिति में अंक दोनों टीमों में बराबर बांट दिए जाएंगे और ड्रॉ होने की स्थिति में टेस्ट के कुल अंक का एक-तिहाई दोनों टीमों को मिलेगा। आईसीसी ने अंक बांटने के इस सिस्टम को कायम रखा है। इसका अर्थ है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया में होने वाली आगामी सीरीज में मैच जीतने पर 30, टाई होने पर 15 और ड्रॉ होने पर 10 अंक मिलेंगे।
न्यूजीलैंड न बिगाड़ दे भारत का खेल
हालांकि टॉप 2 में किसी तरह का बदलाव होने की संभावना बहुत कम है। फिर भी न्यूजीलैंड और इंग्लैंड भारत के कुछ मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। न्यूजीलैंड को दो घरेलू सीरीज खेलनी है- वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के साथ। दोनों सीरीज 2-2 टेस्ट मैचों की हैं। इसका अर्थ है कि न्यूजीलैंड के पास 240 अंक दांव पर लगे हैं। अगर भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के और अगले साल इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के नतीजे पक्ष में नहीं आते हैं तो विराट कोहली और टीम के लिए थोड़ी मुश्किल हो सकती है।
नई दिल्ली पूर्व फर्स्ट क्लास क्रिकेटर ने शनिवार को अपना 100वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया। वह केवल तीसरे भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने जन्मदिन का शतक लगाया है। चंदोरकर ने 1943-1950 के बीच सात फर्स्ट क्लास मैच खेले। उनका डेब्यू महाराष्ट्र बनाम बॉम्बे मैच मैच में हुआ। और आखिरी मैच बॉम्बे बनाम महाराष्ट्र रहा। संयोग की बात यह रही कि कि चंदोरकर के डेब्यू मैच में डीबी देवधर और वसंत रायजी शामिल थे, इन दोनों क्रिकेटरों ने भी अपने जीवन में उम्र की सेंचुरी लगाई। कुल मिलाकर चंदोरकर ने 155 रन बनाए और दो विकेट लिए। वह कभी-कभार विकेटकीपिंग भी किया करते थे। 1945 में ऑस्ट्रेलिया सर्विसेज की टीम के खिलाफ उन्होंने दो स्टंप किए थे।
लंदन में खेले जा रहे एटीपी फाइनल्स टूर्नामेंट में वर्ल्ड नंबर-3 डोमिनिक थिएम और दुनिया के नंबर-4 डेनिल मेदवेदेव के बीच रविवार को खिताबी मुकाबला होगा। सितंबर में यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम जीतने वाले ऑस्ट्रिया के थिएम ने सेमीफाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 सर्बिया के नोवाक जोकोविच को 7-5, 6-7, 7-6 से शिकस्त दी थी। खिताब विजेता को 57 लाख डॉलर (करीब 42.27 करोड़ रुपए) प्राइज मनी मिलेगी।
वहीं, रूस के मेदवेदेव ने सेमीफाइनल में बड़ा उलटफेर किया। उन्होंने स्पेन के वर्ल्ड नंबर-2 राफेल नडाल को 3-6, 7-6, 6-3 से हराया। नडाल के खिलाफ मेदवेदेव की यह पहली जीत रही। अब तक दोनों के बीच 4 मैच हुए, जिनमें नडाल ने 3 बार ज्वेरेव को शिकस्त दी।
जोकोविच ने थिएम की तारीफ की
हार के बाद जोकोविच ने थिएम की तारीफ में सोशल साइट पर लिखा, ‘‘शानदार थिएम, तुमने अपनी क्षमताएं दिखाई, जब तुम तीसरे सेट के टाई ब्रेकर में कमजोर पड़ रहे थे। तुम इस जीत के काबिल हो। एक बार फिर तुम्हारे साथ अच्छा मुकाबला खेलना मेरे लिए सौभाग्यपूर्ण रहा।’’
एटीपी फाइनल्स में मेदवेदेव की लगातार चौथी जीत
मेदवेदेव ने एटीपी फाइनल्स में लगातार चौथी जीत दर्ज की। क्वार्टरफाइनल में चौथी वरीयता प्राप्त मेदवेदेव ने पहली बार टूर्नामेंट में खेल रहे डिएगो श्वार्ट्जमैन को 6-3, 6-3 से हराया। सेमीफाइनल से पहले मेदवेदेव ने टूर्नामेंट में एक भी सेट नहीं गंवाया था। वे एकमात्र खिलाड़ी रहे, जिन्होंने एक भी ग्रुप मुकाबला नहीं हारा।
हेड-टु-हेड
थिएम और मेदवेदेव अब तक 4 बार आमने-सामने आ चुके हैं। इस दौरान थिएम ने 3 बार मेदवेदेव को शिकस्त दी। दोनों के बीच पिछला मुकाबला इसी साल यूएस ओपन में हुआ था। तब थिएम ने मेदवेदेव को 6-2, 7-6, 7-6 से शिकस्त दी थी।
थिएम के लिए यह साल अच्छा रहा
थिएम के लिए यह साल काफी शानदार रहा है। शुरुआत में वे ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल तक पहुंचे थे, जहां उन्हें जोकोविच ने शिकस्त दी थी। इसके बाद फ्रेंच ओपन में भी क्वार्टरफाइनल तक पहुंचे। उन्होंने पहली बार यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम भी जीता। वहीं, मेदवेदेव अब तक कोई ग्रैंड स्लैम नहीं जीत सके। इस साल नवंबर में उन्होंने फ्रांस में एटीपी मास्टर्स अपने नाम किया।
पिछले कुछ सालों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शानदार क्रिकेट देखने को मिला है। भारत का मौजूदा दौरा एक बार फिर रोमांचक रहेगा। लेकिन कप्तान कोहली और टीम इंडिया इससे खुश नहीं हो सकती। टी20 और वनडे में टीम इंडिया अपने बेस्ट खिलाड़ी रोहित शर्मा के बिना खेलेगी। टेस्ट सीरीज की बात की जाए तो कोहली सिर्फ पहला मैच खेलेंगे। यह टीम इंडिया के लिए झटके से कम नहीं है। कोहली कड़े क्वारेंटाइन नियम के कारण दोबारा टीम से नहीं जुड़ सकेंगे। टेस्ट सीरीज पर सबकी नजर होगी। टीम इंडिया ने पिछली बार सीरीज जीती है। विरोधी ऑस्ट्रेलिया की टीम बदला लेना चाहेगी। वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले रोहित की कमी खलेगी। लिमिटेड ओवर क्रिकेट में लोकेश राहुल अच्छी फॉर्म में हैं। लंबे फॉर्मेट को वे कैसे अपनाते हैं, यह टीम के लिए अहम रहेगा। टेस्ट सीरीज के पहले टीम इंडिया की शानदार तेज गेंदबाजी की चर्चा है, जबकि इशांत और भुवनेश्वर अभी नहीं है। 2018 की बात करें तो बुमराह और शमी ने शानदार गेंदबाजी की थी। हालांकि पूर्व कप्तान कपिल देव का कहना है कि हमारे गेंदबाज 20 विकेट लेने में सक्षम हैं। लेकिन क्या बल्लेबाज 350-400 रन बनाकर गेंदबाजों को मौका देंग? यह बड़ा सवाल है। क्या बल्लेबाज गेंदबाजों को अच्छा सपोर्ट दे सकेंगे? टेस्ट सीरीज के पहले वनडे और टी20 सीरीज होगी। ऐसे में हमारे खिलाड़ियों के पास यहां की कंडीशन में ढलने का पर्याप्त समय मिल जाएगा। इसका यह मतलब नहीं है कि अगले कुछ हफ्ते कुछ अच्छा नहीं होगा। लिमिटेड ओवर क्रिकेट का आज बड़ा महत्व है। यह कोहली के लिए परीक्षा की तरह होगा। टेस्ट में उन्हें जीत मिली है लेकिन लिमिटेड ओवर में उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है। इस कारण शॉर्ट फॉर्मेट में रोहित को कप्तानी दिए जाने की बात आती रहती है। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में अलग-अलग कप्तान हैं, लेकिन पाक और न्यूजीलैंड में ऐसा नहीं है। यदि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर परिणाम कप्तान कोहली के पक्ष में नहीं आते हैं तो और सवाल उठेंगे।
भारतीय टीम कोरोना के बीच अपनी पहली क्रिकेट सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंच चुकी है। यहां टीम को 3 वनडे, 3 टी-20 और 4 टेस्ट खेलने हैं। इस दौरे पर यॉर्कर स्पेशलिस्ट टी नटराजन भारतीय टीम के लिए डेब्यू कर सकते हैं। उन्हें टी-20 टीम में जगह दी गई है। उनके अलावा मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी को टेस्ट, जबकि संजू सैमसन को वनडे में डेब्यू का मौका मिल सकता है।
तमिलनाडु के तेज गेंदबाज नटराजन ने IPL में दो सीजन खेले, जिसमें 22 मैच खेलकर 18 विकेट लिए हैं। नटराजन ने इस साल IPL में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 16 मैच में 16 विकेट लिए। इस सीजन में उन्होंने 30 से ज्यादा यॉर्कर भी फेंकी, जो सबसे ज्यादा रहीं।
सैमसन को धोनी का रिप्लेसमेंट भी माना जा रहा
IPL में इस बार राजस्थान रॉयल्स के लिए विकेटकीपर संजू सैमसन टॉप स्कोरर रहे थे। उन्होंने 14 मैच में सबसे ज्यादा 375 रन बनाए। सैमसन ने अब तक IPL में 107 मैच में 2584 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने बतौर विकेटकीपर 35 खिलाड़ियों को पवेलियन भी भेजा। सैमसन ने टीम इंडिया के लिए अब तक 4 टी-20 खेले हैं। उन्हें वनडे और टेस्ट में डेब्यू का इंतजार है। फिलहाल, ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए उन्हें सिर्फ वनडे टीम के लिए चुना गया।
ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज में सिराज का डेब्यू मुश्किल
मोहम्मद सिराज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया है। उन्हें मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और ईशांत शर्मा के रहते पहले टेस्ट में मौका मिलना बेहद मुश्किल है। सीरीज में 4 टेस्ट होने हैं, ऐसे में हो सकता है कि आखिर में या बीच में जरूरत पड़ने पर सिराज को मौका दिया जा सकता है। हालांकि, यह थोड़ा मुश्किल लग रहा है।
नवदीप ने IPL के दम पर वनडे और टी-20 में डेब्यू किया था
नवदीप सैनी ने पिछले साल IPL में डेब्यू करते हुए 13 मैच में 11 विकेट लिए थे। इसके बाद उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली और उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टी-20 से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। हालांकि, इस IPL सीजन में वे कुछ खास नहीं कर सके। उन्होंने 13 मैच में सिर्फ 6 विकेट लिए। अब उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टेस्ट टीम में शामिल किया गया है।
तीसरे गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं नवदीप
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह के साथ तीसरे गेंदबाज की भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि भारतीय टीम में ईशांत शर्मा भी हैं, लेकिन वे चोट के बाद उबरे हैं। ऐसे में वे पहले मैच में आराम कर सकते हैं, लेकिन ऐसी कोई पुष्टि नहीं है। यदि ईशांत प्लेइंग इलेवन से बाहर रहते हैं, तो नवदीप को एंट्री मिल सकती है।
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में सिर्फ 7 टेस्ट जीत सकी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक 98 टेस्ट खेले गए हैं। इसमें टीम इंडिया ने 28 मैच जीते और 42 हारे हैं। एक मुकाबला टाई और 27 टेस्ट ड्रॉ खेले गए हैं। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया से उसके घर में 48 टेस्ट खेले, जिसमें से 7 जीते और 29 हारे हैं। 12 टेस्ट ड्रॉ खेले गए।
ऑस्ट्रेलिया में भारत ने सिर्फ 1 टेस्ट सीरीज जीती
दोनों टीम के बीच अब तक 26 टेस्ट सीरीज खेली गईं। इसमें टीम इंडिया ने 9 सीरीज जीतीं और 12 हारी हैं। 5 सीरीज ड्रॉ खेली गईं। टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया से उसके घर में 12 टेस्ट सीरीज खेलीं, जिसमें से सिर्फ 1 सीरीज जीती और 8 हारी हैं। 3 टेस्ट सीरीज ड्रॉ खेली गईं। टीम इंडिया ने यह सीरीज दिसंबर 2018 में जीती थी।
डे-नाइट टेस्ट में 50% फैंस को एंट्री मिलेगी
टेस्ट सीरीज की शुरुआत 17 दिसंबर को एडिलेड में डे-नाइट मैच से होगी, जिसमें सरकार ने 50% दर्शकों को मैच देखने की मंजूरी दे दी है। इस स्टेडियम की कैपेसिटी 54 हजार दर्शक की है। इसके बाद क्रिसमस वीक में होने वाले बॉक्सिंग डे-टेस्ट में 25 हजार फैन्स को एंट्री मिलेगी। इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख है। फैन्स की सुरक्षित एंट्री को लेकर विक्टोरियन गवर्नमेंट और मेलबोर्न क्रिकेट क्लब मिलकर कोविड सुरक्षा प्लान तैयार करेंगे।
अरानी बसु, नई दिल्लीभारतीय कप्तान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज पूरी नहीं खेल पाएंगे। वह पहला टेस्ट खेलने के बाद पैटरनिटी लीव के तहत स्वेदश लौट आएंगे। एक ओर जहां ऑस्ट्रेलिया के सीनियर क्रिकेटर इसे अपने लिए 'गुड न्यूज' के तौर पर देख रहे हैं तो महान क्रिकेटर इससे उलट राय रखते हैं। पूर्व भारतीय कप्तान ने मानना है कि विराट कोहली की गैरमौजूदगी भारतीय टीम के लिए पॉजिटिव बात है। उन्होंने कहा, 'अगर आप देखेंगे तो पाएंगे कि भारतीय टीम हमेशा जीती जब भी विराट कोहली नहीं थे।' इसके साथ ही सनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस टेस्ट की भी चर्चा की जिसमें भारतीय कप्तान नहीं खेले थे, लेकिन भारत जीता था। उन्होंने कहा- धर्मशाला टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था, जबकि अफगानिस्तान के खिलाफ भी जीत दर्ज की थी। इसके अलावा निदाहास ट्रोफी और एशिया कप-2018 में भी भारत विजयी रहा था। जब कोहली नहीं होते हैं तो भारतीय टीम अच्छा करने का प्रयास करती है। उन्होंने अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा की चर्चा करते हुए कहा, 'यह चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के लिए कठीन होगा। दोनों ही खिलाड़ियों को बेहतर करना होगा। कप्तानी रहाणे को मदद करेगी। सिलेक्शन कमिटी जानती है कि विराट कोहली की गैरमौजूदगी में कौन टीम को लीड करेगा।' सनी ने पुजारा की बैटिंग पर बात करते हुए कहा, 'पुजारा को अपना बेस्ट गेम खेलने देना चाहिए। आप किसी भी खिलाड़ी के प्राकृतिक खेल से छेड़छाड़ नहीं कर सकते हैं।' बता दें कि भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टी-20, वनडे के बाद 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है।
बेस्ट फुटबॉलर अवॉर्ड 2020 समारोह का वर्चुअल आयोजन 17 दिसंबर को किया जाएगा। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन फुटबॉल (FIFA) ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। पहले ये अवॉर्ड समारोह सितंबर में आयोजित किया जाना था। लेकिन कोरोना की वजह से इसे स्थगित कर दिया गया था।
स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नहीं
फीफा ने एक बयान में कहा कि इस साल यह साफ है कि स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ भी नहीं है। इस साल खेल के शुभचिंतकों ने एक बड़ी जिम्मेदारी उठाई। उन्होंने न सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर, बल्कि रोल मॉडल के तौर पर भी विभिन्न समुदायों की मदद की और उनमें उम्मीद जगाई, उन्हें जागरुक किया। शुभचिंतक लोगों को कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए एकजुट कर रहे हैं।
बेस्ट मेन और वुमन फुटबॉल प्लेयर को मिलेगा अवॉर्ड
फीफा ने कहा कि हर बार की तरह इस साल भी बेस्ट मेन और वुमन फुटबॉल प्लेयर को अवॉर्ड दिया जाएगा। साथ ही सर्वश्रेष्ठ कोच और गोलकीपर को भी अवॉर्ड मिलेंगे। बेस्ट प्लेइंग इलेवन को भी अवॉर्ड दिए जाएंगे। इसके साथ ही इस बार भी फेयर-प्ले का अवॉर्ड शामिल किया गया है। साल का बेस्ट गोल और सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल फैन को भी अवॉर्ड दिया जाएगा।
कैप्टन और कोच के अलावा फैन भी कर सकेंगे वोट
फीफा ने कहा कि अवॉर्ड्स के विनर वोट के द्वारा तय किए जाएंगे। विनर विभिन्न देशों के कप्तान और कोच के साथ-साथ 200 पत्रकार के वोट्स के आधार पर तय किए जाएंगे। साथ ही फैन भी ऑनलाइन बैलेट से अपने फेवरेट को वोट दे सकेंगे। वोटिंग की प्रक्रिया 25 नवंबर से शुरू होगी और 9 दिसंबर को खत्म होगी।
मेसी और रेपिनो को मिला था अवॉर्ड
2019 में 23 सितंबर को बेस्ट फीफा फुटबॉल अवॉर्ड्स का आयोजन किया गया था। अर्जेंटीना के लियोनल मेसी ने बेस्ट मेन और यूनाइटेड स्टेट्स की मेगन रेपिनो ने बेस्ट वुमन फुटबॉलर का अवॉर्ड जीता था।
अगले साल जनवरी में होने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन पर भी कोरोना की वजह से संकट के बादल मंडराने लगे हैं। ऑस्ट्रेलिया के अखबार के हवाले से न्यूज एजेंसी ने शनिवार को बताया कि देश में कोविड-19 प्रोटोकॉल की वजह से टेनिस टूर्नामेंट को जनवरी की जगह फरवरी या मार्च में कराया जा सकता है।
सांसद बोले- अभी समय तय नहीं
अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के सांसद डेनियल एंड्रयूज ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि अगले साल के शुरुआती दौर में ही हम ऑस्ट्रेलियन ओपन का आयोजन कराएंगे। उन्होंने बताया कि अभी उसके निर्धारित समय और अरेंजमेंट के बारे में कुछ भी पूरी तरह तय नहीं हो पाया है। हालांकि ऑर्गनाइजर्स की ओर से अब तक इस बारे में कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
18 जनवरी से होना था टूर्नामेंट
ऑस्ट्रेलियन ओपन अगले साल 18 जनवरी से 31 जनवरी के बीच खेला जाना है। कोरोना के बीच ऑस्ट्रेलियन ओपन को तय समय पर कराने को लेकर टेनिस ऑस्ट्रेलिया के अलावा प्रशासन और राजनेता भी पूरी ताकत लगा रहे हैं।
इससे पहले एंड्रयूज ने कहा था कि टेनिस ऑस्ट्रेलिया को उम्मीद है कि दिसंबर के मिड में प्लेयर्स को क्वारैंटाइन में ट्रेनिंग करने की अनुमति जल्द ही विक्टोरियन और ऑस्ट्रेलियन गवर्नमेंट दे देगी।
ऑस्ट्रेलियन ओपन होस्ट करने के लिए 3 टेनिस कोर्ट तैयार
ऑस्ट्रेलियन ओपन के लिए मेलबर्न पार्क में 3 कोर्ट तैयार किए जा रहे हैं। जिसमें रोड लेवर एरेना सबसे बड़ा है। इसमें 15,000 लोगों के बैठने की क्षमता है। वहीं, मेलबर्न एरेना में 9,646 लोगों के बैठने की क्षमता है। जबकि, मार्ग्रेट कोर्ट एरेना में 7,500 लोगों के बैठने की क्षमता है।
जोकोविच ने सबसे ज्यादा 8 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता
सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने सबसे ज्यादा 8 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब अपने नाम किया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के रॉय इमरसन और स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने 6-6 बार ये खिताब अपने नाम किया। ऑस्ट्रेलिया के जैक क्रॉफोर्ड और केन रोजवेल ने 4-4 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीता है।
नई दिल्लीदिल्ली कैपिटल्स (DC) को पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग () के फाइनल में पहुंचाने वाले कोच () कुछ दिन बाद ही आस्ट्रेलियाई टीम के नेट्स में जस्टिन लैंगर की मदद के लिए आ गए थे। आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने बिल्कुल भी समय नहीं गंवाया और वह शुरू से लेकर अंत तक सत्र में ही रहे। नेट्स में गेंदें फेंकी और भारत के खिलाफ 27 नवंबर से शुरू होने वाली सीरीज के लिए टीम का मार्गदर्शन कर रहे हैं। आस्ट्रेलिया के हरफनमौला खिलाडी मार्कस स्टोयनिस ने शनिवार को कहा, 'पॉन्टिंग हब में हैं और क्वारंटीन हैं, वह अपने समय को लेकर काफी उदार हैं। वह सत्र के शुरू होने से पहले आखिरी तक गेंदें फेंकते हैं। वह थोड़े थक जाते हैं और फिर सो जाते हैं।' स्टोयनिस ने एक खिलाड़ी और पॉन्टिंग ने एक कोच के तौर पर दिल्ली कैपिटल्स को पहली बार फाइनल में पहुंचाने में अहम रोल निभाया था। स्टोयनिस ने कहा कि उन्हें पॉन्टिंग से काफी समर्थन और आत्मविश्वास मिला है। स्टोयनिस ने कहा कि पोटिंग की कोच के तौर पर सबसे अच्छी चीज यह है कि वह आपकी खेलने की शैली से छेड़छाड़ नहीं करते। उन्होंने कहा, 'वह काफी अच्छे हैं, एक खिलाड़ी के तौर पर ही नहीं बल्कि कोच के तौर पर भी। हमने सभी ने सुना है कि वह कितने शानदार हैं। जब आप उन्हें एक निजी तौर पर जानते हो तो आप समझते हो कि वह अच्छे क्यों हैं और वह एक खिलाड़ी के तौर पर अच्छे क्यों थे। वह आपके अंदर जिस तरह का आत्मविश्वास भरते हैं, वह जिस तरह से आपको सिखाते हैं वो शानदार है।' उन्होंने कहा, 'उन्होंने मेरी मदद की और मुझे रास्ता दिखाया। मैं उन्हें कुछ दिनों से जानता हूं और वह समय के साथ मेरे साथ और उदार रहे हैं। वह ऐसे नहीं हैं जो बैठें रहेंगे और आपको कहेंगे बल्कि वह आपको रास्ता दिखाएंगे और आपसे बात करेंगे। वह लोगों को बदलते नहीं हैं।'
नई दिल्ली भारत की सफेद गेंद की टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के लिए उनकी हैमस्ट्रिंग चोट () को लेकर हुआ हो-हल्ला भ्रमित करने के साथ मनोरंजक भी था क्योंकि वह हमेशा जानते थे कि यह चोट इतनी गंभीर नहीं थी और वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेलने के लिए तैयार होंगे। रोहित को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दौरान यह हैमस्ट्रिंग चोट लगी थी जिसके कारण उन्हें इस महीने के शुरू में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम से बाहर कर दिया गया। इसके बाद रोहित आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए नजर आए जिससे अटकलों का दौर शुरू हो गया। इसके बाद उन्हें टेस्ट टीम में शामिल कर लिया गया। रोहित ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं, मैं नहीं जानता कि क्या हो रहा था और लोग किसके बारे में बात कर रहे थे। लेकिन मैं रिकॉर्ड के लिए बता दूं कि मैं बीसीसीआई और मुंबई इंडियंस के साथ लगातार संपर्क में था।’ उन्होंने दर्द के बावजूद खेलते हुए दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ आईपीएल फाइनल में 50 गेंद में 68 रन की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले वह इस समय बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में ‘स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग’ ट्रेनिंग कर रहे हैं। रोहित ने कहा, ‘मैंने उन्हें (मुंबई इंडियंस) को बता दिया था कि मैं मैदान पर उतर सकता हूं क्योंकि यह छोटा प्रारूप है और मैं परिस्थितियों से अच्छी तरह से निपट लूंगा। एक बार मैंने निश्चित कर लिया तो बस उस चीज पर ध्यान लगाने की जरूरत थी जो मैं करना चाहता था।’ उन्होंने कहा, ‘हैमस्ट्रिंग अब बिलकुल ठीक लग रही है। इसे मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लंबे प्रारूप में खेलने से पहले मुझे यह पूरी तरह से निश्चित करने की जरूरत है कि कोई भी प्रयास छूट नहीं गया, शायद यही कारण है कि मैं एनसीए में हूं।’ आईपीएल में प्लेऑफ में चोट के बावजूद खेलने को लेकर बातें शुरू हो गई थीं, इस पर उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए यह चिंता की बात नहीं थी कि कोई भी क्या बात कर रहा है कि वह ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए जा पाएगा या नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘एक बार चोट लगी तो अगले दो दिन मैंने सिर्फ यही देखने का प्रयास किया कि अगले 10 दिन में मैं क्या कर सकता था, क्या मैं खेल पाऊंगा या नहीं।’ पांच बार के आईपीएल चैंपियन कप्तान ने कहा कि जब तक मैदान पर नहीं पहुंचते, तब तक पता नहीं चलता कि शरीर कैसे काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘लेकिन प्रत्येक दिन हैमस्ट्रिंग चोट की स्थिति बदल रही थी। यह जिस तरह से ठीक हो रही थी तो मैं आश्वस्त हो गया कि मैं खेल सकता हूं और मैंने उस समय मुंबई इंडिंयस को इसके बारे में बता दिया।’
बेंगलुरु के नेशनल क्रिकेट एकेडमी में ट्रेनिंग कर रहे रोहित शर्मा ने IPL के बाद पहली बार बयान दिया। उन्होंने कहा कि वे फिलहाल ठीक हैं और फिट होने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे। ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए सिलेक्शन पर हुए विवाद को लेकर उन्होंने कहा, 'ईमानदारी से कहूं, मैं नहीं जानता कि लोग किस बारे में बात कर रहे थे, लेकिन मैं बता दूं कि मैं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और मुंबई इंडियंस (MI) के साथ लगातार संपर्क में था।'
बैक टू बैक मैच की वजह से लिमिटेड ओवर नहीं खेला
उन्होंने कहा, 'IPL के वक्त हैम-स्ट्रिंग पर थोड़ा और काम बाकी था। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे और टी-20 मिलाकर बैक टू बैक 11 दिन में 6 मैच होने थे। इसलिए मैंने सोचा कि मैं IPL के बाद 25 दिन में खुद को फिट कर लूं, ताकि टेस्ट खेल सकूं। मेरे लिए ये डिसीजन आसान था, पता नहीं दूसरों के लिए ये डिसीजन इतना मुश्किल क्यों हो गया।'
MI को बताया था कि खेल सकता हूं
रोहित ने कहा, 'मैंने MI टीम मैनेजमेंट को बता दिया था कि मैं खेल सकता हूं, क्योंकि ये शॉर्टेस्ट फॉर्मेट है। मुझे पता था कि मैं फील्ड पर परिस्थितियों से अच्छी तरह से निपट लूंगा। मैंने एक बार अपना मन बना लिया, तो बस उस चीज पर ध्यान लगाने की जरूरत थी, जो मैं करना चाहता था।'
टेस्ट सीरीज से पहले पूरी तरह फिट होना चाहता हूं
रोहित ने कहा, 'अब हैम-स्ट्रिंग बिलकुल ठीक है। मैंने इसे और मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। टेस्ट सीरीज में खेलने से पहले मैं पूरी तरह से फिट होना चाहता हूं। इसलिए मैंने एड़ी-चोटी की जोर लगा दी है। शायद यही कारण है कि मैं NCA में हूं। मेरे लिये यह चिंता की बात नहीं थी कि मेरे बारे में कोई क्या बोल रहा है। वह ऑस्ट्रेलिया जा पाएगा या नहीं, मैं इन सब चीजों पर बिलकुल ध्यान नहीं दे रहा था।'
MI से कहा था फिट नहीं हुआ तो प्ले-ऑफ नहीं खेलूंगा
रोहित ने कहा, 'हैम-स्ट्रिंग में चोट लगने के बाद अगले 10 दिन मैंने सिर्फ उसे ठीक करने के बारे में सोचा। उन्होंने कहा कि आप जब तक मैदान पर नहीं पहुंचते, तब तक पता नहीं चलता कि शरीर कैसे काम कर रहा है। लेकिन हर दिन हैम-स्ट्रिंग की स्थिति बदल रही थी। मैं कॉन्फिडेंट था कि मैं खेल सकता हूं। मैंने इस बार में मुंबई इंडियंस को भी बताया कि मैं प्लेऑफ से पहले ठीक हो जाऊंगा। अगर ठीक नहीं होता हूं तो प्लेऑफ नहीं खेलूंगा।'
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए नहीं चुने जाने पर हुआ था विवाद
बता दें कि हैम-स्ट्रिंग चोट की वजह से रोहित शर्मा मुंबई के लिए IPL का कुछ मैच नहीं खेला था। इसके बाद उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम में भी नहीं शामिल किया गया। हालांकि, उन्होंने IPL प्ले-ऑफ में वापसी की और फाइनल में शानदार पारी खेली। इसके कुछ दिन बाद BCCI ने उन्हें टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया। कुछ दिग्गज क्रिकेटर और सोशल मीडिया यूजर्स ने रोहित और BCCI पर निशाना भी साधा।
सौरव गांगुली ने ट्रोलर्स को लगाई थी फटकार
इसके बाद BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बयान देते हुए कहा था कि रोहित फिलहाल 70% ही फिट हैं। उन्हें पूरी तरह फिट होने की जरूरत है। उन्होंने ट्रोलर्स पर भी निशाना साधा था और कहा था बिना इन्फॉर्मेशन के कुछ भी बोलना सही नहीं है।
केंद्र सरकार अगले साल जनवरी में फिटनेस ऐप लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। स्पोर्ट्स सेक्रेटरी रवि मित्तल ने शनिवार को बताया कि लोगों को जांच और फिटनेस फ्रेंडली बनाने के लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है।
उनके हवाले से न्यूज एजेंसी ने बताया कि हम फिट इंडिया ऐप को अगले साल लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं। यह अन्य हेल्थ ऐप की तरह ही होगा, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य होगा कि लोग आसानी से अपनी फिटनेस का आंकलन कर सकें।
फिटनेस चेक बहुत जरूरी
दिल्ली हाफ मैराथन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि हम इसे जनवरी 2021 में लॉन्च कर सकते हैं। इवेंट में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों से हम निवेदन करते हैं कि वह इस ऐप पर जाएं और फिटनेस चेक करें। अगर हम हर महीने अपनी फिटनेस चेक करेंगे, तो हमारी फिटनेस इम्प्रूव होगी।
हाफ मैराथन 29 को दिल्ली में
29 नवंबर को दिल्ली में होने वाली हाफ मैराथन कोरोना के बीच देश में होने वाले बड़े टूर्नामेंट में से एक है। इससे पहले गोवा में शुक्रवार से इंडियन सुपर लीग की शुरुआत हुई है। मित्तल ने कहा कि इस तरह के इवेंट से देश में यह मैसेज जाएगा कि धीरे-धीरे सब सामान्य हो रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर हम ओलिम्पिक में मेडल जीतना चाहते हैं, तो हमें अपने आप को बदलना होगा। हम कब तक अपने आप को कोविड की वजह से रोक कर रखेंगे। ऐसे इवेंट्स से हमें मजबूती मिलेगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने वुमेन टी-20 चैम्पियनशिप की इनामी राशि को दोगुनी कर 1.7 मिलियन(17 लाख) कर दी है। इससे पहले पीसीबी ने महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए मैच फीस को भी बढ़ाया था।
वुमेन टी-20 चैम्पियनशिप 22 नंवबर से 1 दिसंबर तक पिंडी क्रिकेट स्टेडियम रावलपिंडी में खेला जाएगा। इस चैम्पियनशिप में 3 टीमें भाग लेंगी। इस प्रतियोगिता में 42 खिलाड़ी तीन टीमों पीसीबी बलास्टर, पीसीबी चैलेंजर्स और पीसीबी डायनामाइटस का प्रतिनिधित्व करेगी। पीसीबी चैलेंजर्स की कप्तानी मुनीबा अली को सौंपी गई है। जबकि अलिया रियाज पीसीबी ब्लास्टर्स और अमीन शमीम को पीसीबी डाइनामाइट्स को सौंपी गई है।
एक दिसंबर को होगा फाइनल
प्रत्येक टीम सभी टीमों के साथ दो-दो मैच खेलेगी। उसके बाद टॉप-2 टीमें 1 दिसंबर को फाइनल में भिड़ेगी। सभी मैच बायो- सिक्योर माहौल में होगा। खिलाड़ियों की बायो- सिक्योर में इंट्री से पहले दो कोरोना टेस्ट हुए हैं। 27- 27 खिलाड़ियों का कैंप कराची में आयोजित की गई।
मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के स्पिन ऑलराउंडर ने कहा कि हाल में शेफील्ड शील्ड मैचों के दौरान का अनुभव उन्हें भारत के खिलाफ आगामी सीरीज में मदद करेगा। सत्ताईस वर्षीय एगर पिछली गर्मियों में ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवर के दोनों प्रारूपों में खेले थे लेकिन सितंबर में इंग्लैंड के दौरे पर वनडे टीम में जगह नहीं बना सके थे। अब वह शेफील्ड शील्ड के बाद पर्थ में दो हफ्ते के पृथकवास को पूरा करने के पश्चात रविवार से सीमित ओवर के साथी खिलाड़ियों के साथ जुड़ने के लिये तैयार हैं और उन्हें उम्मीद है कि पिछले कुछ हफ्तों का अनुभव उन्हें आगामी सीरीज में मदद करेगा। एगर ने अक्टूबर-नवंबर में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के लिए तीन मैचों में 10 विकेट लिए। उन्होंने ‘क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू’ से कहा, ‘मैंने तीन शील्ड मैचों में 150 ओवर के करीब गेंदबाजी की। मैंने कुछ कठिन विकेटों पर भी गेंदबाजी की।’ उन्होंने कहा, ‘अच्छे विकेट पर बल्लेबाजों को आउट करने की कोशिश करने के बारे में सोचने के बाद आपको वनडे और टी20 श्रृंखला में वास्तव में सहायता मिलती है।’ एगर हालांकि दक्षिण अफ्रीका में मार्च में 50 ओवर का मैच खेलने के बाद वनडे में नहीं खेले हैं क्योंकि इसके बाद कोविड-19 महामारी के कारण स्थानीय लॉकडाउन लग गया। उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैंने काफी समय से सफेद गेंद का क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन मुझे इससे ज्यादा चिंता नहीं है। वनडे टीम में जगह बनाना काफी मुश्किल है। मैंने टी20 क्रिकेट के लिये खुद के चयन के लिये सबकुछ कर दिया है। मैं इस प्रारूप में ज्यादा आत्मविश्वास से भरा महसूस करता हूं।’ एगर ने 27 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 30 विकेट चटकाये हैं जबकि अपने करियर में 13 वनडे में 10 विकेट हासिल किए हैं।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच वन-डे सीरीज शुरू होने से टीमों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। कंगारू टीम के ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस ने शनिवार को कहा कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली एक महान खिलाड़ी हैं। हमने उनके लिए खास रणनीति तैयार की है। स्टोइनिस, कोहली की कप्तानी में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए भी खेल चुके हैं और वह वन-डे में दो बार कोहली को आउट भी कर चुके हैं।
कोहली के खिलाफ प्लान पर अमल जरूरी
स्टोइनिस ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे पास प्लान है। कई बार हमारे प्लान काम नहीं करते और वह रन कर जाते हैं। जाहिर सी बात है कि वह महान खिलाड़ी हैं और इन खिलाड़ियों के खिलाफ आपको अपने प्लान को एग्जिक्यूट करना होता है। जब अपने प्लान को ठीक से अमल में लाते हो, तो उस दिन आप ज्यादा प्रतिस्पर्धी हो जाते हो। उम्मीद है कि इस बार प्लान हमारे पक्ष में काम करेंगे।
पैटरनिटी लीव का किया समर्थन
स्टोइनिस ने कहा कि विराट को लेकर हम ज्यादा चिंता नहीं कर रहे हैं। वह जो भी मैच खेलते हैं, उसके लिए तैयार रहते हैं। उन्होंने पैटरनिटी लीव पर जाने के कोहली के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि वह अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए लौट रहे हैं, यह पूरी तरह से सही फैसला है। मुझे लगता है कि इससे उनकी लाइफ और खेल में सकारात्मक बदलाव आएंगे।
पोंटिंग ऑस्ट्रेलिया टीम के साथ जुड़े
स्टोइनिस ने बताया कि पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ नेट्स में समय बिता रहे हैं। यूएई से लौटने के बाद से ही पोंटिंग टीम के साथ सिडनी में क्वारैंटाइन हैं और भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया को तैयार करने में कोच जस्टिन लैंगर की मदद कर रहे हैं। स्टोइनिस और पोंटिंग आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स हिस्सा हैं।
उन्होंने बताया कि पोंटिंग एक महान खिलाड़ी रहे हैं। कोच के तौर पर वह दिन पर दिन बेहतर होते जा रहे हैं। हमें उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला है।
वन-डे में एक हजार से ज्यादा रन बना चुके
स्टोइनिस ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अब तक 44 वन-डे मैच में 32.52 की औसत से 1106 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, इस दौरान उन्होंने 33 विकेट भी अपने नाम किए है। अगर टी-20 क्रिकेट की बात करें, तो 22 टी-20 मैचों में उनके नाम 220 रन और 9 विकेट दर्ज हैं।
बॉक्सिंग डे-टेस्ट में 25 हजार फैन्स को एंट्री मिलेगी
इसके बाद क्रिसमस वीक में होने वाले बॉक्सिंग डे-टेस्ट में 25 हजार फैन्स को एंट्री मिलेगी। इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता एक लाख है। फैन्स की सुरक्षित एंट्री को लेकर विक्टोरियन गवर्नमेंट और मेलबोर्न क्रिकेट क्लब मिलकर कोविड सुरक्षा प्लान तैयार करेंगे।
वर्ल्ड नंबर-1 नोवाक जोकोविच ने उम्मीद जताई है कि ऑस्ट्रेलियन ओपन के दौरान दर्शक मैच देखने स्टेडियम पहुंचेंगे। उन्होंने कहा, मैंने सुना है कि टूर्नामेंट ऑर्गेनाइजर्स 50% लोगों को स्टेडियम में एंट्री देने की बात कर रहे हैं। मेरे जैसे प्लेयर्स के लिए दर्शकों का स्टेडियम आना ही काफी है।
स्टेडियम में दर्शकों को मिस कर रहे जोकोविच
जोकोविच ने ATP फाइनल्स के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद कहा, 'अगर ऑस्ट्रेलियन ओपन होता है और टूर्नामेंट में अगर 10% लोग भी स्टेडियम पहुंचते हैं, तो ये बड़ी बात होगी। हम फिलहाल दर्शकों को काफी मिस कर रहे हैं। उनके आवाज और हर शॉट पर उनके क्लैप से प्लेयर्स को काफी आत्मविश्वास मिलता है। जब वे आपके लिए टेनिस कोर्ट में चीयर करते हैं, मुझे नहीं लगता इससे बेहतर कुछ हो सकता है।'
4 में से 3 ग्रैंड स्लैम कोरोनाकाल में ऑर्गेनाइज की गई
जोकोविच ने कहा कि 2020 के सीजन के लिए वे 'स्ट्रेंज' शब्द का इस्तेमाल करना चाहेंगे। उन्होंने कहा, 'कोरोनाकाल के शुरुआत में हमें 6 महीने का गैप मिला। कोरोना रहते हुए भी हमने टेनिस टूर्नामेंट्स में भाग लिया। कोरोना के बीच और बिना दर्शकों के हमने इस सीजन में काफी टूर्नामेंट्स खेले हैं। 4 में से 3 ग्रैंड स्लैम हमने इस दौरान खेला। साथ ही ATP फाइनल्स, सिनसिनाटी ओपन और रोम ओपन भी हमने इस दौरान खेला।' विम्बलडन को कोरोना के कारण रद्द कर दिया गया था।
मिड दिसंबर तक खिलाड़ियों को क्वारैंटाइन करने की मिल सकती है परमिशन
ऑस्ट्रेलियन ओपन अगले साल 18 जनवरी से 31 जनवरी के बीच खेला जाएगा। कोरोना के बीच ऑस्ट्रेलियन ओपन को तय समय पर कराने को लेकर टेनिस ऑस्ट्रेलिया के अलावा प्रशासन और राजनेता भी पूरी ताकत लगा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के सांसद डेनियल एंड्रयूज ने कहा था कि टेनिस ऑस्ट्रेलिया को उम्मीद है कि दिसंबर के मध्य में प्लेयर्स को क्वारैंटाइन में ट्रेनिंग करने की अनुमति जल्द ही विक्टोरियन और ऑस्ट्रेलियन गवर्नमेंट दे देगी।
ऑस्ट्रेलियन ओपन होस्ट करने के लिए 3 टेनिस कोर्ट तैयार
ऑस्ट्रेलियन ओपन के लिए मेलबर्न पार्क में तीन कोर्ट तैयार किए गए हैं। जिसमें रोड लेवर एरेना सबसे बड़ा है। इसमें 15,000 लोगों के बैठने की क्षमता है। वहीं, मेलबर्न एरेना में 9,646 लोगों के बैठने की क्षमता है। जबकि, मार्ग्रेट कोर्ट एरेना में 7,500 लोगों के बैठने की क्षमता है।
जोकोविच ने सबसे ज्यादा 8 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता
सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने सबसे ज्यादा 8 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब अपने नाम किया है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के रॉय इमरसन और स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने 6-6 बार ये खिताब अपने नाम किया। ऑस्ट्रेलिया के जैक क्रॉफोर्ड और केन रोजवेल ने 4-4 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीता है।
ईशान ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद वह भारत लौट आए हैं। किशन ने बिहार के नवादा में अपने घर पर छठ का महापर्व मनाया। इस मौके पर उनके साथ परिवार के लोग भी मौजूद थे।
मुंबई इंडियंस के स्टार बल्लेबाज ईशान किशन ने सूर्य-उपासना का पर्व छठ मनाया। ईशान ने अपने बिहार में अपने घर पर यह त्योहार मनाया।
ईशान ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया। इसके बाद वह भारत लौट आए हैं। किशन ने बिहार के नवादा में अपने घर पर छठ का महापर्व मनाया। इस मौके पर उनके साथ परिवार के लोग भी मौजूद थे।
अर्घ्य देते हुए ईशान
क्रिकेटर ईशान किशन ने नवादा में अपने घर पर छठ की छुट्टी मनाई। ईशान के घर पर भी छठ हुआ था।
बरसों बाद इस मौके पर परिवार के साथ किशन
माता सुचित्रा और पिता प्रणव पांडेय कई सालों से छठ करते आ रहे हैं। सालों बाद ईशान ने माता-पिता के साथ नवादा में छठ मनाया है।
परंपराओं का किया पूरा पालन
ईशान ने इस दौरान दउरा (बड़ी टोकरी को बिहार में दउरा कहा जाता है) भी उठाया।