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Sunday, April 26, 2020
युवराज और धोनी में से किसी एक को चुनना माता-पिता में से किसी को चुनने जैसा: जसप्रीत बुमराह April 26, 2020 at 08:13PM
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देखें: सपना चौधरी के गाने पर थिरके बजरंग पूनिया April 26, 2020 at 06:58PM
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सीरी-ए दोबारा शुरू करने का फैसला टला, 9 मार्च को रोकी गई थी फुटबॉल लीग; न्यूयॉर्क में खाली स्टेडियम में टीमें प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं April 26, 2020 at 06:42PM
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इटली के प्रधानमंत्री ग्युसेप कोंते ने फुटबॉल लीग सीरी-ए दोबारा शुरू करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। उन्होंने देश के नाम संदेश में कहा- चैम्पियनशिप दोबारा तभी शुरू होगी, जब यह सुरक्षित होगा। हालांकि, उन्होंने खिलाड़ियों के अलग-अलग प्रैक्टिस करने कोको हरी झंडी दिखा दी है।इधर, न्यूयॉर्क में भी खाली स्टेडियम में टीमेंप्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं। गवर्नर एंड्र्यू कूमो ने इस संबंध में कई टीमों के मालिकों से बात की है।
प्रधानमंत्री कोंते ने पहली बार यह बताया कि लॉकडाउन से कैसे इटली उबरेगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल लॉकडाउनहटाने पर कोई फैसला नहीं हुआ है। लेकिन हम धीरे-धीरे इसमें ढील देने पर विचार कर रहे हैं। इसके तहत खिलाड़ी 4 मई और टीमें 18 मई से ट्रेनिंग शुरू कर सकती हैं। इसके बाद हम समीक्षा करेंगे कि क्या हालात ऐसे हैं कि सीजन को पूरा किया जा सके।फिलहाल हमें खिलाड़ियों की सुरक्षा और सेहत को लेकर हर बिंदु पर विचार कर लेना चाहिए। ताकि जब हम लीग को शुरू करने की स्थिति में हों तो कोई बात अधूरी न रह जाए। हम नहीं चाहते हैं कि कोई खिलाड़ी बीमार हो।
ट्रेनिंग से पहलेखिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट होगा
इस बीच, इटेलियन फुटबॉल फेडरेशन(एफआईसीजी) ने खिलाड़ियों के मैदान पर लौटने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत मई की शुरुआत में खिलाड़ियों की कोरोनावायरस को लेकर टेस्टिंग होगी। वहीं, ट्रेनिंग के लिए मेडिकल प्रोटोकॉल तय कर दिए गए हैं। ट्रेनिंग शुरू करने के लिए हर क्लब से खिलाड़ियों, टेक्निकल स्टाफ, डॉक्टरों की एक टीम बनाई जाएगी। इनका पहले टेस्ट होगा और फिर यह आइसोलेशन में ट्रेनिंग करेंगे।
सीरी-ए में युवेंटस पहले स्थान पर
बता दें कि कोरोनावायरस की वजह से लीग को 9 मार्च को रोक दिया गया था। तब युवेंटस 26 मैच में 63 अंकों के साथ पहले स्थान पर थी। दूसरे नंबर पर 62 पॉइंट के साथ लाजियो है। इस बीच, इटेलियन फुटबॉल के चीफ नेसीरी-ए का मौजूदा सीजन 30 जून से बढ़ाकर 2 अगस्त तक करने पर सहमति जताई है।
न्यूयॉर्क में बास्केटबॉल और बेसबॉल टीमें प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं
इधऱ, अमेरिका में कोरोना से सबसे प्रभावित न्यूयॉर्क में खेल दोबारा पटरी पर लौट सकते हैं। गवर्नर एंड्र्यू कुमो ने इसकी उम्मीद जताई है। उन्होंने कई खेल टीमों के मालिकों से इस बारे में बात की है। इसके बाद उन्होंने संभावना जताई कि जल्द ही मेजर स्पोर्ट्स लीग से जुड़ी टीमें खाली स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू कर सकती हैं। हालांकि, उन्होंने टीमों के नाम का खुलासा नहीं किया।
लेकिन न्यूयॉर्क की बेसबॉल टीम यैंकीज, फुटबॉल और कई बास्केटबॉल क्लब ट्रेनिंग शुरू कर सकते हैं। उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे खोलने की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। यहां 15 मई से मैन्यूफैक्चरिंग और निर्माण से जुड़ी कंपनियां काम शुरू कर सकती हैं। हालांकि, किसी भी तरह की ढील राज्य के उत्तरी हिस्से में पहले दी जाएगी, क्योंकि यह वायरस से कम प्रभावित है।
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लोग कहते थे- मैं इंडिया नहीं खेल पाऊंगा: जसप्रीत बुमराह April 26, 2020 at 05:53PM
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बदलेंगे बॉल टैंपरिंग के नियम, क्या है पेसर्स की राय April 26, 2020 at 05:36PM
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हिमा ने कहा- कभी मैंने अपने सस्ते जूतों पर हाथ से एडिडास लिखा था, आज वही ब्रांड मेरे नाम के जूते बनाता है April 26, 2020 at 04:08PM
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भारतीय एथलीट हिमा दास ने रविवार को खुलासा किया कि करियर के शुरुआती दौर में वे साधारण जूतों पर अपने हाथों से एडिडास लिखती थीं। लेकिन अब कंपनी खुद उनकी जरूरत के हिसाब से जूते तैयार करती है, जिस पर उनका नाम लिखा होता है। हिमा ने क्रिकेटर सुरेश रैना से इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान यह बात कही।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में मैं नंगे पांव दौड़ती थी। जब पहली बार नेशनल्स में हिस्सा ले रही थी, तब पिता मेरे लिए साधारण स्पाइक्स वाले जूते लाए थे। इन जूतों पर मैंने खुद हाथ से एडिडास लिख दिया था। आप कभी नहीं जानते कि भविष्य में भाग्य कैसा होगा, आज यही ब्रांडमेरे नाम के जूते बनाता है।
हिमा अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय
हिमा ने फिनलैंड में 2018 में हुई अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 400 मीटर दौड में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था। वे अंतरराष्ट्रीय ट्रैक इवेंट में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय हैं। इसके बाद जर्मनी की जूते बनाने वाली कंपनी ने उन्हें अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था। कंपनी ने उनकी जरूरत के हिसाब से जूते बनाए, जिसमें एक तरफ उनका नाम और दूसरी तरफ ‘इतिहास रचें’ लिखा है।
2018 एशियन गेम्स के बाद लोगों की एथलेटिक्स में रुचि बढ़ी
बीस साल की इस एथलीट ने रैना से बातचीत के दौरान कहा कि इंडोनेशिया में हुए 2018 एशियन गेम्स के बादलोगों में एथलेटिक्स को लेकर रूचि बढ़ीहै।इन खेलों में हिमा ने 400 मीटर रेस में सिल्वर जीतने के अलावा महिलाओं की 400 मीटर रिले और 400 मीटर मिक्स्ड रिले में भी गोल्ड जीता था। उनके मुताबिक, अब फैंस बार-बार आपका नाम पुकारते हैं। इससे आपको प्रेरणा मिलती है।
हिमा लॉकडाउन में फिटनेस पर काम कर रहीं
हिमा फिलहाल पाटियाला के नेशनल स्पोर्ट्स इंस्टिट्यूट (एनआईएस) में हैं और खुद को फिट रखने में जुटी हैं। ताकि लॉकडाउन खत्म होने पर ट्रैक पर लौटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। अपनी तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि मैं लॉकडाउन को सकारात्मक रूप से ले रही हूं। हमें मैदान पर जाने की इजाजत नहीं है। इसलिए मैं अपने कमरे में ही वर्कआउट करती हूं। मैं योगा करती हूं ताकि शरीर में खून का संचार अच्छा बना रहे। साथ ही डाइट का भी खास ध्यान रख रही हूं। मैं इस दौरान ज्यादा फल खा रही हूं। मैं अपनी चोट से पूरी तरह उबर चुकी हूं और अब फिट हूं। बस यही सोच रही हूं कि खुद को फिट रखना है, ताकि लॉकडाउन हटते ही ओलिंपिक की तैयारियों में जुट जाऊं।
सचिन से पहली बार मिलने पर आंसू निकल आए थे
हिमा ने लाइव चैट के दौरान रैना को सचिन तेंदुलकर से हुई पहली मुलाकात के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सचिन मेरे रोल मॉडल रहे हैं। मुझे आज भी याद है जबमैंने उन्हें देखा तो रोने लग गई। मेरे लिए यह जिंदगी का सबसे खूबसूरत पल था। अपने रोल मॉडल से मिलना हर किसी के लिए बड़ा खास होता है।
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अब खिलाड़ी बेसिक्स सुधारने पर ध्यान दे रहे, शैडो प्रैक्टिस से क्षमता 60% तक बेहतर हो रही April 26, 2020 at 08:14AM
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एकनाथ पाठक. कोरोनावायरस ने सभी स्पोटर्स इवेंट पर असर डाला है। लॉकडाउन के कारण खिलाड़ी घर में कैद होने को मजबूर हैं। लेकिन, वे इस समय का सदुपयोग कर रहे हैं। उन्हें खुद को परखने का शानदार मौका मिला है। जो प्रैक्टिस वे इवेंट के दौरान नहीं कर पाते थे, वे अब कर रहे हैं। वे बेसिक्स सुधारने पर ध्यान दे रहे हैं। इसके लिए शैडो प्रैक्टिस कर रहे हैं। इससे उनकी क्षमता या योग्यता 60% तक बेहतर हो रही हैं। क्रिकेट, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, टेनिस और बॉक्सिंग के खिलाड़ी शैडो प्रैक्टिस कर अपना एंड्यूरेंस, स्ट्रेंथ, फ्लेक्सिबिलटी, तालमेल और स्पीड में सुधार कर रहे हैं।
विभिन्न खेलों में इस तरह शैडो प्रैक्टिस कर रहे
क्रिकेट: फ्रंटफुट, डिफेंस,कवर ड्राइवर, पुल शॉट की प्रैक्टिस कर टेक्निकइंप्रूव कर रहे हैं।
एथलेटिक्स: स्टार्ट पर सबसे ज्यादा मेहनत कर रहे। इसके अलावा एल्टीट्यूड ट्रेनिंग पर काम कर रहे हैं।
बॉक्सिंग: बॉक्सर हुक्स और जैब्स पंच की टेक्निक पर काम कर रहे। इससे फुट स्पीड और हाथ का तालमेल बेहतर होता है।
बैडमिंटन: शटलर सर्विस, स्मैश, फोरहैंड, बैकहैंड जैसे स्ट्रोक की शैडो प्रैक्टिस कर रहे हैं।
टेक्निक और स्ट्रेंथ बेहतर हो रही
ये समय बेसिक टेक्निक को सुधारने का है। शैडो प्रैक्टिस से बैटिंग बेहतर करने का मौका मिला है। मैं कवर, स्क्वैयर और लॉन्ग शाॅट पर काम कर रहा हूं।
-यशस्वी जायसवाल, भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के ओपनर
हर खिलाड़ी की खुद की स्टैंडर्ड क्वालिटी रहती है। शैडो प्रैक्टिस छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने के लिए जरूरी है। इवेंट के दौरान जो टेक्निक सुधारने का मौका और समय नहीं मिलता, वो अभी कर पा रहे हैं। -ज्वाला सिंह, क्रिकेटर यशस्वी जायसवाल के कोच
मैं एल्टीट्यूड ट्रेनिंग के लिए गांव की टेकरी तक दौड़ लगाती हूं। इससे मेरी स्पीड पर काफी फर्क पड़ रहा है और स्ट्रेंथ भी बेहतर हो रही है। मानसिक मजबूती के लिए योग और मेडिटेशन कर रही हूं।
-संध्या रानी, नेशनल एथलीट
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रेस्ट से खिलाड़ियों को अच्छा ट्रांजिशन पीरियड मिला है। मैं नेशनल, और खेलो इंडिया के मेडलिस्ट को ट्रेनिंग देता हूं। वे रनिंग में स्टार्ट लेने से लेकर दौड़ने की टेक्निक पर काम कर रहे हैं। इससे एंड्यूरेंस, स्पीड, स्ट्रेंथ बेहतर होती है।-सुरेंद्र मोदी, इंटरनेशनल एथलेटिक्स कोच
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कार्तिक से पंड्या, 'बहुत महंगी पड़ी यार वो कॉफी' April 26, 2020 at 03:21AM
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पीसीआई ने दिल्ली सरकार को डोनेट की 500 पीपीई किट April 26, 2020 at 03:41AM
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भारत की 10 खेल हस्तियों ने कहा- स्पोर्ट्स इवेंट्स जब दोबारा शुरू होंगे तो कुछ बदलाव जरूर देखने मिलेंगे April 26, 2020 at 01:38AM
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कोरोनावायरस की वजह से दुनिया थम सी गई है। अजीब सा खालीपन और सन्नाटा है। दो लाख से ज्यादा लोग महामारी से मारे जा चुके हैं। भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन और पाबंदियों को एक महीने से ज्यादा हो गया है। बात खेलों की कर लेते हैं। प्लेयर्स भी घर में हैं। उन्हें लंबा ब्रेक मिल गया। लेकिन, सवाल ये कि खेल जब दोबारा शुरू होंगे तो नजारा पहले जैसा होगा? फैन्स आएंगे? स्टेडियम खचाखच भरे होंगे या खाली रहेंगे। खिलाड़ी क्या ऐहतियात बरतेंगे?
इन्हीं या इन जैसे सवालों को इस रिपोर्ट में पिरोया गया है। देश की 10 नामी खेल हस्तियां इन पर अपनी राय दे रही हैं।
सचिन तेंडुलकर (पूर्व क्रिकेटर)
“इसमें कोई शक नहीं कि दुनिया सबसे बड़े संकट का सामना कर रही है। मुझे लगता है कि खिलाड़ी गेंद चमकाने में थूक के इस्तेमाल से झिझकेंगे। क्योंकि, कुछ वक्त तक उनके दिमाग में दूसरी ही चीजें चलती रहेंगी। हाई फाइव और आपस में गले मिलने से भी दूरी देखने मिल सकती है। खेल जब फिर शुरू होगा तो शायद सोशल डिस्टेंसिंग भी देखने मिले।”
अभिनव बिंद्रा (ओलिंपिक गोल्ड मेडेलिस्ट शूटर)
“खेल दुनिया को जोड़ते हैं। मैं इस बात को बिल्कुल मानता हूं कि खेल जब शुरू होंगे तो कुछ वक्त सेफ्टी प्रोटोकॉल्स फॉलो किए जाएंगे। खिलाड़ी ऐहतियात बरतेंगे। लेकिन, खेलों का आकर्षण कम नहीं होगा। आम लोग भी भी सेहत के प्रति ज्यादा सावधान रहेंगे। वो फिटनेस के लिए खेलों की तरफ जाएंगे। भारतीय खिलाड़ियों के लिए तो यह मौका है कि वो खुद को ज्यादा बेहतर बनाएं।”
बजरंग पूनिया (पहलवान)
“रेसलिंग कॉन्टेक्ट स्पोर्ट है। ये जब भी फिर शुरू होगी तो आप फिजिकल कॉन्टेक्ट से कैसे बचेंगे? मुझे नहीं लगता कि किसी को कोई हिचकिचाहट होगी। इसलिए मैं नहीं मानता कि खेल में कोई बदलाव होंगे। एक बात तय है। जब खेल फिर शुरू होंगे तो मुकाबले काफी मुश्किल होंगे। खिलाड़ियों के इतने लंबे ब्रेक की आदत नहीं होती। खाली वक्त में वो एक-दूसरे की खूबियों और खामियों का विश्लेषण कर रहे होंगे। प्लेयर्स अब ज्यादा तैयार और फ्रेश होकर उतरेंगे।”
एमसी. मेरिकॉम (बॉक्सर)
“हम सब आशा कर रहे हैं कि दुनिया पहले की तरह होगी। कोरोना तो दुश्मन है। बहरहाल, खेल जब फिर शुरू होंगे तो बदलाव नजर आएंगे। मैं भी कॉन्टेक्ट स्पोर्ट्स में हूं। चिंता है कि आगे क्या और कैसे होगा? मैं अपनी ट्रेनिंग कर रही हूं। दर्शक भी आएंगे। लेकिन, एक बात तय है कि सफाई और सुरक्षा बिल्कुल नए अंदाज में होंगे। जब तक वैक्सीन डेवलप नहीं होगा तब तक फिक्र है। यात्रा कम होगी और टूर्नामेंट्स में भी चेंज दिखेगा।”
विजेंदर सिंह (बॉक्सर)
“मुझे लगता है कि अब फैन्स बहुत आसानी से मुकाबले देखने नहीं आएंगे। लेकिन, भारत में कुछ भी हो सकता है। लोग बहुत लंबे वक्त घर में रहे हैं। वो स्टेडियम जाकर मैच देखना चाहेंगे। हां, ये बात सही है कि अब वो ज्यादा सावधान रहेंगे। विदेश में ट्रेनिंग भी अब पहले जैसी आसान नहीं होगी। खिलाड़ियों के बारे में फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता।”
बाईचुंग भूटिया (फुटबॉलर)
“यह टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स वाली दुनिया है। स्टेडियम में दर्शकों की कमी का असर खेलों से होने वाली कमाई पर नहीं पड़ेगा। इसकी कमी टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से पूरी होगी। खेल आयोजन धीरे-धीरे पटरी पर लौटेंगे। जब तक वैक्सीन नहीं आता तब तक लोग कम आएंगे। क्योंकि, फिलहाल खतरा तो रहेगा।”
बी. साई प्रणीत (बैडमिंटन प्लेयर)
“हम काफी सफर करते हैं। लेकिन, अब खेल शुरू होने पर प्लेयर्स चीन या कोरिया और यहां तक कि यूरोपीय देशों में जाने से कतरा सकते हैं। संक्रमण का खतरा कहीं न कहीं दिमाग में जरूर चलता रहेगा। फिर चाहे आप रेस्टोरेंट्स में खाना खा रहे हों या मैच खेल रहे हों। शटल को प्लेयर भी छूते हैं और रेफरी भी। पसीने में शर्ट भी चेंज करनी होती है। जब तक वैक्सीन नहीं आता। चिंता रहेगी। आप लोगों को मास्क लगाए देखेंगे।”
महेश भूपति (टेनिस प्लेयर)
“साफ तौर पर और संक्षेप में कहूं तो खेल नहीं बदलेंगे। जैसे ही कोविड-19 का खतरा टलेगा। खेलों की दुनिया पहले जैसी ही हो जाएगी।”
सरदार सिंह (हॉकी)
“ओलिंपिक के लिहाज से देखें तो प्लेयर्स को तैयारी का अब ज्यादा वक्त मिलेगा। लेकिन, ये भी सही है कि उन्हें नए प्लान बनाने होंगे। खेल जब शुरू होंगे तो आपको यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग देखने मिलेगी। देखना होगा कि बॉक्सिंग, रेसलिंग और हॉकी में क्या बदलाव आएंगे। क्योंकि यहां फिजिकल कॉन्टेक्ट होते हैं।”
डी. हरिका (शतरंज)
“इसमें कोई दो राय नहीं कि खेलों पर कुछ असर पड़ेगा। ट्रैवल को लेकर खासतौर पर। खिलाड़ियों पर भी असर होगा। लेकिन, मुझे भरोसा है कि छह महीने से एक साल में सब पहले जैसा हो जाएगा।”
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कोरोना के बाद कैसे होंगे खेल? दिग्गजों की यह राय April 26, 2020 at 02:29AM
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निकारागुआ में बॉक्सिंग मैच शुरू, टीवी पर लाइव टेलिकास्ट April 26, 2020 at 02:45AM
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अश्विन को सीमित ओवरों की टीम से बाहर नहीं रख सकते: सकलैन April 26, 2020 at 01:45AM
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राहुल से इस गेम में हारीं आथिया, फोटो किया शेयर April 26, 2020 at 12:23AM
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सकलैन मुश्ताक बोले- सचिन के खिलाफ एक ही बार स्लैजिंग की थी, शर्मिंदगी हुई तो माफ मांग ली April 26, 2020
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वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में शुमार किए जाने वाले सकलैन मुश्ताक ने सचिन तेंडुलकर पर एक दिलचस्प खुलासा किया है। ऑफ स्पिन में ‘दूसरा’ ईजाद करने वाले सकलैन के मुताबिक, उन्होंने सचिन के खिलाफ सिर्फ एक बार स्लैजिंग की थी। सकलैन कहते हैं- इसके बाद मुझे इतनी शर्मिंदगी हुई कि मैच के बाद मैंने इस महान बल्लेबाज से माफी मांगी।
सहारा कप का वाकया
न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में सकलैन ने इस घटना का जिक्र किया। कहा, “बात 1997 की है। सहारा कप कनाडा में खेला जा रहा था। मैंने सचिन से कुछ कहा। वो धीरे से मेरे करीब आए और कहा- मैंने तो आपके साथ कोई बदसलूकी नहीं की। फिर आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? उनकी बात सुनकर मैं शर्मसार हो गया। सूझ ही नहीं पड़ा कि क्या जवाब दूं।” 43 साल के सकलैन को सचिन खुद महानतम ऑफ स्पिनर बता चुके हैं।
आगे क्या हुआ?
इसी वाकये का जिक्र आगे बढ़ाते हुए सकलैन कहते हैं, “सचिन ने मुझसे कहा- व्यक्ति और खिलाड़ी के तौर पर मेरे मन में आपकी बहुत इज्जत है। इसके बाद मैंने कभी सचिन के खिलाफ स्लैजिंग नहीं की। मैं ये तो नहीं बता सकता कि असल में मैंने सचिन से कहा क्या था। लेकिन, इतना जरूर है कि मैच के बाद मैं उनके पास गया और तहे दिल से माफी मांगी। इसके बाद कई बार उन्होंने मेरी गेंदों की धुनाई की लेकिन मैंने फिर स्लैंजिंग के बारे में सोचा तक नहीं।”
महान खिलाड़ियों का गुण
वर्ल्ड कप 2019 में इंग्लैंड के स्पिन कोच रहे सकलैन ने कहा, “1999 में चेन्नई टेस्ट में सचिन ने 136 रन की पारी खेली। मैंने सचिन का विकेट लिया। एक बात साफ कर देना चाहता हूं कि उस दिन भगवान मेरे साथ था। नहीं तो जैसा तेंडुलकर खेल रहे थे, उन्हें आउट करना नामुमकिन था। बॉल रिवर्स स्विंग हो रही थी। लेकिन, सचिन ने अकरम जैसे गेंदबाजों को बड़े आराम से खेला।” सकलैन ने पाकिस्तान की तरफ से 49 टेस्ट 169 वनडे खेले। चेन्नई टेस्ट को सकलैन दंगल की तरह देखते हैं।
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टेस्ट चैंपियनशिप को आगे खिसकाएगा ICC, टॉप पर रहेगा भारत April 26, 2020 at 12:15AM
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चहल से परेशान हुए क्रिस गेल, बोले- ब्लॉक कर दूंगा April 25, 2020 at 11:52PM
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हार की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं महेंद्र सिंह धोनी: मोहित शर्मा April 25, 2020 at 11:40PM
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वो 6 छक्के जड़कर बोलर को लिखा था संदेश: युवराज April 25, 2020 at 11:06PM
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2007 में लगाए छह छक्कों पर युवराज बोले- स्टुअर्ट ब्रॉड के पिता ने मुझसे कहा था, तुमने मेरे बेटे का कैरियर खत्म कर दिया April 25, 2020 at 08:50PM
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2007 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले युवराज सिंह ने इस बारे में एक नया खुलासा किया। युवी ने इंग्लैंड के स्टार तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों पर छह छक्के लगाए थे। युवी के मुताबिक- इस घटना के अगले दिन स्टुअर्ट के पिता क्रिस उनके पास आए। क्रिस ने युवी से कहा- तुमने मेरे बेटे का कैरियर खत्म दिया। बहरहाल, ऐसा नहीं हुआ। स्टुअर्ट आज भी इंग्लैंड टीम के नियमित सदस्य हैं।
फ्रेडी तो फ्रेडी हैं
2007 में पहला टी20 वर्ल्ड कप खेला गया था। टीम इंडिया विजेता बनी थी। इसके एक मुकाबले में भारत के सामने इंग्लैंड की मजबूत टीम थी। युवराज क्रीज पर थे। ब्रॉड के ओवर शुरू करने से पहले एंड्रू फ्लिंटॉफ ने युवी से कुछ कहा। युवी ने गुस्से में इसका जवाब दिया। आगे जो हुआ, वो विश्व क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया। युवी ने फ्रेडी (फ्लिंटॉफ) का गुस्सा ब्रॉड पर निकाला। एक ही ओवर में छह छक्के लगा दिए। बीबीसी के पॉडकास्ट में युवी ने कहा- फ्रेडी तो फ्रेडी हैं। उनके बारे में क्या कहा जाए। कुछ उन्होंने कहा। मैंने भी जवाब दिया। भारत ने यह मैच पांच विकेट से जीता था।
मैस्करहैनेस ने पांच छक्के लगाए थे
युवी के मुताबिक, इस मैच के कुछ हफ्ते पहले इंग्लैंड के ही दिमित्री मैस्करहैनेस ने मेरे एक ओवर में पांच छक्के लगाए थे। अब संन्यास ले चुके बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, “छह छक्के लगाने के बाद मैंने पहले फ्लिंटॉफ और फिर दिमित्री को देखा। दिमित्री मुस्करा रहे थे।”
वो भावुक पल
युवी ने एक अहम और भावुक पल का भी जिक्र किया। उन्हीं के शब्दों में, “मैच के अगले दिन स्टुअर्ट के पिता क्रिस मेरे पास आए। वो आईसीसी मैच रेफरी भी हैं। उन्होंने मुझसे कहा- तुमने तो मेरे बेटे का कैरियर लगभग खत्म ही कर दिया। उसके लिए एक टी-शर्ट पर साइन तो करो। मैंने स्टुअर्ट को टीम इंडिया की जर्सी दी। उस पर लिखा- मेरी गेंदों पर पांच छक्के लगे थे। मैं जानता हूं कि कैसा महसूस होता है। आप इंग्लैंड क्रिकेट का फ्यूचर हैं।- शुभकामनाएं। आज वो दुनिया के सबसे अच्छे तेज गेंदबाजों में से एक हैं। मुझे नहीं लगता कि भारत का कोई गेंदबाज छह छक्के खाने के बाद इतना शानदार कैरियर बना सकता है।”
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पुजारा को बोलिंग करना सबसे मुश्किल, वह असली सिर दर्द: पैट कमिन्स April 25, 2020 at 10:07PM
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इस बार IPL में धड़ाधड़ चटकाता विकेट: कुलदीप April 25, 2020 at 09:37PM
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पाकिस्तान की सना मीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा; 15 साल पहले किया था डेब्यू, 137 मैच में कप्तान रहीं April 25, 2020 at 08:43PM
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पाकिस्तान की पूर्व कप्तान सना मीर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। 34 साल की सना को पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दुनिया की महिला क्रिकेट में बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में से एक माना जाता है। 2005 में उन्होंने डेब्यू किया था। उस दौर में पाकिस्तान जैसे देश में महिलाओं का क्रिकेटर होना बड़ी बात मानी जाती थी। तमाम मुश्किलों के बावजूद सना ने इंटरनेशनल क्रिकेट में जगह बनाई।
बेहतरीन कप्तान
सना को महिला क्रिकेट की सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में ही नहीं बल्कि शानदार कप्तान का रुतबा भी हासिल है। उन्होंने कुल 226 मैचों में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया। 137 में वो कप्तान रहीं। 2005 में उन्होंने डेब्यू किया था। दाएं हाथ की इस ऑफ स्पिनर और मिडल ऑर्डर बल्लेबाज ने मैदान के बाहर भी पहचान बनाई। वो कई चैरिटी से जुड़ी रहीं।
रिकॉर्ड की बात
सना ने 120 वनडे में 151 विकेट लिए। इस दौरान उनका एवरेज 24.27 रहा। 89 टी20 भी खेले। इनमें 106 विकेट लिए। उनके अलावा निदा डार ने सबसे ज्यादा 98 विकेट लिए। इस लिस्ट में भारत की झूलन गोस्वामी (225), ऑस्ट्रेलिया की अनीसा फिट्जपैट्रिक (180) और एलिस पैरी (152) सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की लिस्ट में शामिल हैं। पाकिस्तान की तरफ से सर्वाधिक वनडे रन बनाने वालों की सूची में वो तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 1630 रन बनाए हैं। उन्होंने कुल 100 टी20 मैच खेले। दो साल पहले वो आईसीसी वुमन वनडे रैंकिंग में टॉपर रही थीं। सना ने आखिरी पिछले साल टी20 के रूप में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। इसके बाद कहा था- मैं क्रिकेट से अनिश्चकालीन अवकाश लेना चाहती हूं। मुझे परिवार और जिंदगी के बारे में कुछ अहम फैसले करने हैं।
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