Sunday, January 16, 2022
ऑस्ट्रेलिया में 'बेइज्जत' करके निकाले गए, अब नोवाक जोकोविच का करियर भी खतरे में! January 16, 2022 at 02:24AM
![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/88933500/photo-88933500.jpg)
नई दिल्ली20 ग्रैंड स्लैम विनर और ऑस्ट्रेलियाई सरकार के बीच टकरार अब आखिरी चरण में है। या यूं कह लें कि ऑस्ट्रेलियाई सरकार जीत चुकी है और जोकोविच ऑस्ट्रेलिया ओपन में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। उन्हें सर्बिया लौटना पड़ेगा। फेडरल कोर्ट के तीन जजों ने रविवार को सर्वसम्मति से इमिग्रेशन मिनिस्टर के जोकोविच का वीजा रद्द करने के फैसले को बरकरार रखा जिसका मतलब है कि दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी को अब हर हाल में देश छोड़ना होगा। हो सकता है कभी नहीं खेल पाएं यही नहीं, अमूमन ऐसा होने पर ऑस्ट्रेलिया में व्यक्ति को 3 वर्ष के लिए बैन कर दिया जाता है। इसका सीधा मतलब है कि अगर ऐसा जोकोविच के साथ भी ऐसा हुआ तो वह अगले 3 वर्ष तक ऑस्ट्रेलियन ओपन में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। या हो सकता है कि वह कभी इस टूर्नामेंट में कभी नहीं खेल पाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी उम्र फिलहाल 34 वर्ष है और जब बैन हटेगा तो उनकी उम्र 37 वर्ष होगी। हो सकता है कि तब तक वह संन्यास ले लें। अन्य ग्रैंड स्लैम से भी हो सकते हैं बाहरऑस्ट्रेलियन ओपन वर्ष का पहला ग्रैंड स्लैम है। इसके बाद अन्य तीन फ्रेंच ओपन (फ्रांस), विंबलडन (इंग्लैंड) और यूएस ओपन (ऑस्ट्रेलिया) अभी होने हैं, लेकिन सवाल उठता है कि महामारी कोविड-19 से बचाव में सहायक वैक्सिन नहीं लगवाने पर क्या उन्हें इन देशों में एंट्री मिलेगी? हो सकता है कि ये देश भी नोवाक को एंट्री न दें। या हो सकता है कि वैक्सिन लगवाने के बाद वह टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकें। जोकोविच के साथ अब क्या होगा?यदि अदालती कार्रवाई से नहीं रोका जाए तो आदेश के बाद जितना जल्दी संभव हो सके व्यक्ति को निर्वासित होना पड़ता है। सरकार ने यह नहीं बताया है कि जोकोविच कब जाएंगे। आमतौर पर निर्वासन के आदेश का मतलब व्यक्ति तीन साल तक वापस ऑस्ट्रेलिया नहीं लौट सकता है। मुख्य न्यायाधीश जेम्स ऑलसॉप ने कहा कि यह फैसला इस पर निर्भर करता है कि क्या मंत्री का निर्णय ‘तर्कहीन या कानूनी रूप से अनुचित’ था। ऑलसॉप ने कहा, ‘फैसले के गुण या ज्ञान पर फैसला करना अदालत के कार्य के अंतर्गत नहीं आता है।’ जोकोविच ने जताई निराशाजोकोविच ने कहा, ‘मैं वीजा रद्द करने के मंत्री के फैसले की न्यायिक समीक्षा के लिए किए गए मेरे आवेदन को खारिज करने के अदालत के निर्णय से बेहद निराश हूं, जिसका अर्थ है कि मैं ऑस्ट्रेलिया में नहीं रह सकता और ऑस्ट्रेलियाई ओपन में भाग नहीं ले सकता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘मैं अदालत के फैसले का सम्मान करता हूं और देश से अपनी वापसी को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ सहयोग करूंगा।’ ऑस्ट्रेलियाई ओपन के आयोजकों ने अदालत के फैसले पर टिप्प्णी करने से इनकार कर दिया। साल्वातोर कारुसो को मिली एंट्री जोकोविच ने अपने 20 ग्रैंड स्लैम खिताब में से नौ खिताब ऑस्ट्रेलियाई ओपन में जीते हैं। जोकोविच पिछले तीन बार के चैंपियन हैं। जोकोविच को सोमवार को मुख्य कोर्ट पर दिन के आखिरी मैच में हमवतन सर्बियाई मियोमीर केसमानोविच के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करनी थी। केसमानोविच इसके बजाय अब ‘लकी लूजर’ के खिलाफ खेलेंगे। लकी लूजर उस खिलाड़ी को कहते हैं जो क्वॉलिफाईंग में हार जाता है लेकिन किसी खिलाड़ी के हटने के कारण उसे मुख्य ड्रॉ में जगह मिल जाती है। जोकोविच पर फैसला आने के 90 मिनट के बाद टूर्नामेंट के आयोजकों ने कहा कि उनकी जगह इटली के साल्वातोर कारुसो को जगह दी गयी है जिनकी विश्व रैंकिंग 150 है। तीसरी वरीयता प्राप्त अलेक्सांद्र जेवरेव अब अपना पहला मैच रॉड लेवर एरिना में डेनियल अल्तामीर के खिलाफ खेलेंगे।
एशेज सीरीज में इंग्लैंड की बड़ी बेइज्जती, ऑस्ट्रेलिया ने एक, दो नहीं, 4-0 से किया चित January 16, 2022 at 01:29AM
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होबार्ट से ठीक पहले सेक्स स्कैंडल में फंसने की वजह से टिम पेन ने इस्तीफा दे दिया और खुद को ठीक से अलग कर लिया। आनन-फानन में पैट कमिंस को कप्तान बनाया गया तो इंग्लैंड के पास एशेज सीरीज जीतने का अच्छा मौका माना जाने लगा, लेकिन यह बात यहीं खत्म हो गई, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक के बाद एक मैचों हराते हुए इंग्लैंड पर 3-0 की अजेय बढ़त ले ली। अब रविवार को मेजबान टीम ने 5वें टेस्ट में भी 146 रनों की बेजोड़ी जीत दर्ज की। इसके साथ ही उसने ऐतिहासिक एशेज सीरीज पर एकतरफा 4-0 से कब्जा कर लिया। कप्तान पैट कमिंस ने 4 मैचों में दमदार प्रदर्शन करते हुए 21 विकेट अपने नाम किया, जबकि मैन ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज ट्रैविस हेड ने 4 मैचों की 6 पारियों में 2 शतक के दम पर सबसे अधिक 357 रन ठोके। मैच की बात करें तो 271 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम की बैटिंग एक बार फिर सचर रही। वह 38.5 ओवरों में ही 124 रन पर ढेर हो गई। मेहमान टीम के लिए सबसे अधिक जैक क्राउले ने 36 रन बनाए, जबकि रोरी बर्न्स ने 26, डेविड मलान ने 10, कप्तान जो रूट ने 11 और मार्क वुड ने 11 रन बनाए। ये वे बल्लेबाज रहे जो दहाई का आंकड़ा पार कर सके। दूसरी ओर, पैट कमिंस, स्कॉट बोलैंड और कैमरून ग्रीन ने 3-3 विकेट झटके। इसस पहले पांच मैचों की सीरीज के आखिरी टेस्ट को जीतने के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 271 रनों का लक्ष्य रखा। दूसरी पारी में इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शानदार तरीके से अपनी गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई टीम को 155 रन पर रोक दिया। गेंदबाज मार्क वुड ने टीम के छह बल्लेबाजों के विकेट चटकाए, जिसमें ख्वाजा (11), स्टिव स्मिथ (27), बोलैंड (8), ट्रेविस हेड (8), स्टार्क (1) और कप्तान पैट कमिंस (13) शामिल हैं। गेंदबाज ब्रॉड ने सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर (0), ग्रीन (23) और एलक्स कैरी (49) के विकेट झटके और गेंदबाज क्रिस वोक्स ने मार्नस लाबुशेन (5) का विकेट झटका। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में दस विकेट खोकर 303 रन बनाए थे। वहीं, इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में दस विकेट खोकर 188 रन बनाए थे। दूसरी पारी में 155 रन के साथ टीम ने इंग्लैंड को 271 रन का लक्ष्य मिला था।
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