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- भारत 2
- ऑस्ट्रेलिया 4
- कुल मैच 139
- भारत जीता 51
- ऑस्ट्रेलिया जीता 78
- बेनतीजा 10
खेल डेस्क. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन वनडे की सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला आज बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। फिलहाल, सीरीज 1-1 से बराबर है। भारत के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छठी सीरीज जीतने का मौका है। दोनों के बीच अब तक 11 द्विपक्षीय सीरीज खेली गई। इसमें भारत ने 5 में जीत हासिल की और6 में उसे हार मिली। दोनों के बीच पिछली सीरीज मार्च 2019 में भारत मेंहुई थी, तब ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया पर 3-2 से जीत दर्ज की थी।
सीरीज के पहला मैच मुंबई में खेला गया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से रिकॉर्ड जीत हासिल की थी। राजकोट में खेले गए दूसरेवनडे में भारतीय टीम ने वापसी की। उसने ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हराते हुए सीरीज बराबर की।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत 7 में से 4 मैच जीता
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक 7 वनडे खेले। इनमें भारत ने 4 मैच जीते, जबकि 2 में उसे हार मिली। एक मैच बेनतीजा रहा। पिछली बार 28 सितंबर 2017 को ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 21 रन से हराया था।
हेड-टू-हेड
दोनों टीमों के बीच अब तक हुए 139 वनडे में भारतीय टीम 51 में ही जीत सकी। ऑस्ट्रेलिया की टीम 78 में जीती। 10 मुकाबले बेनतीजा रहे। वहीं, भारत में दोनों के बीच अब तक 63 मैच हुए। इस दौरान टीम इंडिया 28 में जीती। 30 में हार का मिली। 5 मुकाबले बेनतीजा रहे।
दोनों टीमें
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, रविंद्र जडेजा, केदार जाधव, मनीष पांडेय, केएस भरत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल, नवदीप सैनी, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर और कुलदीप यादव।
ऑस्ट्रेलिया: एरॉन फिंच (कप्तान), एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस, एश्टन एगर, पीटर हैंड्सकॉम्ब, जोश हेजलवुड, मॉर्नस लबुशाने, केन रिचर्डसन, डी आर्सी शॉर्ट, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, एश्टन टर्नर, डेविड वॉर्नर और एडम जम्पा।
खेल डेस्क. भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया और रवि दहिया ने रोम रैंकिंग सीरीज रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीत लिया। बजरंग ने 65 किलोग्राम वर्ग में शनिवार देर रात को अमेरिका के जॉर्डन ओलिवर को 4-3 से हराया। वहीं, रवि दहिया ने 57 किलोग्राम वर्ग में कजाखस्तान के नूरबोलत अब्दुलियेव को 6-0 से मात दी। इससे पहले विनेश फोगाट ने भारत को साल का पहला गोल्ड दिलाया था। उन्होंने कहा किओलिंपिक की तैयारी सही ट्रैक पर चल रही है।
विनेश ने 53 किग्रा के महिला वर्ग में इक्वाडोर की लुईसा एलिजाबेथ वलवेर्डे को हराकर गोल्ड जीता। विनेश सेमीफाइनल में चीन की कियानयु पांग को 4-2 से हराकर फाइनल में पहुंची थीं। जबकि बजरंग पूनिया ने सेमीफाइनल में यूक्रेन के वेसिल शुपतर को 6-4 से हराया था। भारत के दो अन्य पहलवान भी सिल्वर जीत चुके हैं। सुनील कुमार और अंशु मलिक ने 57 किग्रा में ये मेडल अपने नाम किए।
‘साल हमारे लिए महत्वपूर्ण’
विनेश ने कहा, ‘‘साल हमारे लिए महत्वपूर्ण है। यह गोल्ड बताता है कि मेरी ओलिंपिक की तैयारी सही ट्रैक पर चल रही है। ऐसे इंटरनेशनल इवेंट में हिस्सा लेने से ट्रेनिंग का टेस्ट हो जाता है। यह बता देता है कि तैयारी सही चल रही है या नहीं।’’
18 साल की अंशु ने सिल्वर जीता
बजरंग, रवि और विनेश के अलावा 18 साल की अंशु मलिक, साजन भांवल, गुरप्रीत सिंह और सुनील कुमार भी देश के लिए पदक जीत चुके हैं। अंशु ने 87 किलोग्राम महिला वर्ग में सिल्वर जीता, जबकि गुरप्रीत सिंह (82 किग्रा) देश के लिए गोल्ड जीतने वाले पहले ग्रीको-रोमन रेसलर बने। गुरप्रीत ने तुर्की के पहलवान बुरहान एकबुदक को हराया।
खेल डेस्क. मौजूदा चैम्पियन भारतीय टीम अंडर-19 वर्ल्ड कप में आज श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगी। यह मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के ब्लोमफॉनटेन में होगा। 4 बार की विजेता भारत को इस बार भी खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। भारतीय टीम ने पहला खिताब 2000 में मोहम्मद कैफ की कप्तानी में जीता था। पिछली बार 2018 में भारत ने पृथ्वी शॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया था।
अंडर-19 का यह 13वां वर्ल्ड कप है। भारतीय टीम अब तक 4, ऑस्ट्रेलिया 3, पाकिस्तान 2 के अलावा इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका 1-1 बार यह खिताब जीत चुके हैं।
भारत ने इसी महीने 4 देशों का टूर्नामेंट जीता
टीम इंडिया ने इसी महीने दक्षिण अफ्रीका में ही मेजबान, जिम्बाब्वे और न्यूजीलैंड को हराकर 4 देशों का टूर्नामेंट जीता है। वहीं, अंडर-19 वर्ल़्ड कप में भी उसकी शुरुआत अच्छी रही है। उसने पहले अभ्यास मैच में अफगानिस्तान को हराया था।
मौजूदा टीम के 5 खिलाड़ियों को आईपीएल फ्रेंचाइजियों ने खरीदा
भारतीय अंडर-19 टीम में पांच ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें आईपीएल में भी मोटी कीमत देकर खरीदा गया है। इसमें यशस्वी जायसवाल को राजस्थान रॉयल्स ने 2.4 करोड़ में खरीदा। इससे पहले वे विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाकर सुर्खियों में आ आए थे। इसके अलावा टीम के कप्तान प्रियम गर्ग को सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल नीलामी में 1.90 करोड़ देकर खरीदा है। गेंदबाज़ों में स्पिनर रवि बिश्नोई, कार्तिक त्यागी और आकाश सिंह पर निगाहें रहेंगी। बिश्नोई को आईपीएल नीलामी में किंग्स इलेवन पंजाब ने 2 करोड़ में खरीदा था।
श्रीलंका को अभ्यास मैच में पाकिस्तान ने हराया था
श्रीलंका के पास भी कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं, जो भारत के लिए चुनौती बन सकते हैं। इसमें टीम के कप्तान निपुन धनंजय और सोनल दिनुषा शामिल हैं। निपुन ने ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रिटोरिया में हुए अभ्यास मैच में भी 55 रन की पारी खेली थी। हालांकि, उनकी टीम को 4 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, दिनुषा 5 प्रथम श्रेणी और इतने ही लिस्ट-ए मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 197 रन बनाए हैं।
भारत को न्यूजीलैंड के साथ ग्रुप-ए में रखा गया है
भारत को ग्रुप-ए में रखा गया है, जिसमें जापान, न्यूजीलैंड और श्रीलंका भी हैं। ग्रुप बी में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, नाइजीरिया और वेस्टइंडीज हैं। ग्रुप-सी में बांग्लादेश, पाकिस्तान, स्कॉटलैंड और जिम्बाब्वे हैं, जबकि ग्रुप-डी में अफगानिस्तान, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) हैं। नाइजीरिया और जापान ने पहली बार क्वालिफाई किया है। हर ग्रुप से दो शीर्ष टीमें सुपर लीग में पहुंचेंगी। चार शहरों और आठ मैदानों पर कुल 24 मैच खेले जाएंगे।
खेल डेस्क. भारत ने प्रो हॉकी लीग में जीत के साथ शुरुआत की। टीम ने पहले मैच में नीदरलैंड को 5-2 से हराया। मैच का पहला गोल 13वें सेकंड में गुरजंत सिंह ने किया। यह भारतीय हॉकी के इतिहास का सबसे तेज गोल है। इसके पहले 1976 ओलिंपिक में अजीत सिंह ने अर्जेंटीना के खिलाफ 15वें सेकंड में गोल किया था। रुपिंदर पाल ने दो गोल किए।
भारतीय टीम पहली बार टूर्नामेंट में उतरी है। दूसरा मैच रविवार को खेला जाएगा। 1984 के बाद टीम ने पहली बार नीदरलैंड को 5-2 के अंतर से हराया। टीम ने 34वीं बार नीदरलैंड को हराया।
गुरजंत ने लीग का सबसे तेज गोल भी किया
कलिंगा स्टेडियम में खेले गए मैच में भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत की। गुरजंत सिंह ने 13वें सेकंड में गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। यह प्रो लीग टूर्नामेंट का सबसे तेज गोल है। 12वें मिनट में कॉर्नर पर रुपिंदर पाल सिंह ने गोल कर टीम को 2-0 से आगे कर दिया। 28वें मिनट में जेरोन हर्ट्जबर्गर ने गोल कर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया।
तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने फिर वापसी की। 34वें मिनट में मनदीप सिंह ने और 36वें मिनट में ललित उपाध्याय ने गोल कर टीम को 4-2 की बड़ी बढ़त दिला दी। 46वें मिनट में कॉर्नर पर रुपिंदर ने अपना दूसरा गोल कर 5-2 की अजेय बढ़त दिलाई।
खेल डेस्क. न्यूजीलैंड दौरे के लिए रविवार को वनडे और टेस्ट टीम की घोषणा की जाएगी। लोकेश राहुल का टी-20 और वनडे में प्रदर्शन अच्छा रहा है। ऐसे में उन्हें टेस्ट टीम में जगह मिल सकती है। ऑस्ट्रेलिया दौरे से राहुल टेस्ट से बाहर चल रहे हैं। चोटिल हार्दिक पंड्या की फिटनेस सही रही तो उन्हें वनडे टीम में जगह मिल सकती है। कप्तान विराट कोहली भी राहुल को टीम में रखने के पक्ष में हैं।
टेस्ट में रिजर्व ओपनर के तौर पर पृथ्वी शॉ या शुभमन गिल में से एक को जगह मिल सकती है। टेस्ट टीम में बतौर 5वें तेज गेंदबाज के तौर पर नवदीप सैनी भी शामिल किए जा सकते हैं। सूर्यकुमार को भी शामिल किया जा सकता है। केदार जाधव की जगह दौरे पर रहाणे को जगह दी जा सकती है। बीसीसीआई के अधिकारी ने बताया कि अगला वनडे वर्ल्ड कप 2023 में होना है। जाधव वनडे की प्लेइंग-11 में नहीं खेल रहे। ऐसे में उन्हें बाहर किया जा सकता है।
खेल डेस्क. साल का पहला ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन सोमवार से मेलबर्न में खेला जाएगा। टूर्नामेंट 20 जनवरी से 2 फरवरी तक होगा। पहली बार यह टूर्नामेंट 1905 में खेला गया था। इस टूर्नामेंट को शुरू में ऑस्ट्रेलेसियन चैम्पियनशिप कहा जाता था। इसके बाद 1927 में इसका नाम बदलकर ऑस्ट्रेलियन चैम्पियनशिप कर दिया गया। 1969 में फिर से नाम बदला और यह ऑस्ट्रेलियन ओपन हो गया। 115 साल पुराने इस टूर्नामेंट में अब तक तीन भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 8 खिताब जीते।
भारत की ओर से पहली बार लिएंडर पेस इस टूर्नामेंट को जीते थे। उन्होंने साल 2003 में मिक्स्ड डबल्स स्पर्धा में अमेरिका की मार्टिना नवरातिलोवा के साथ खिताब जीता। इसके बाद महेश भूपति 2006 में मिक्स्ड डबल्स में स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस के साथ खेलते हुए चैम्पियन बने थे। भारत के लिए तीसरी चैम्पियन सानिया मिर्जा थीं। वे 2009 में मिक्स्ड डबल्स में हमवतन महेश भूपति के साथ फाइनल जीती थीं। भारत के लिए पिछली बार 2016 में सानिया चैम्पियन बनी थीं। उन्होंने हिंगिस के साथ यह खिताब अपने नाम किया था।
इंडोर स्टेडियम में होने वाला यह पहला ग्रैंड स्लैम
चारों ग्रैंड स्लैम में यह पहला है, जो इंडोर स्टेडियम में खेला गया था। ‘द रॉड लेवर एरेना’ में बारिश या बहुत ज्यादा गर्मी के दौरान स्टेडियम को ऊपर से ढंक दिया जाता है। 1987 तक यहां ग्रास कोर्ट पर मुकाबले होते थे। उसके बाद से हार्ड कोर्ट का इस्तेमाल किया जाता है। पिछले साल 7 लाख 96 हजार 435 दर्शकों ने स्टेडियम में मैच देखा था।
सेरेना खिताब जीतने पर मार्गरेटकोर्ट की बराबरी कर लेंगी
अमेरिका की सेरेना विलियम्स ने अब तक 23 ग्रैड स्लैम खिताब जीते हैं। वे सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में दूसरे स्थान पर हैं। ऑस्ट्रेलिया की मार्गेट कोर्ट ने सबसे ज्यादा 24 ग्रैंड स्लैम अपने नाम किए थे। सेरेना के पास उनके रिकॉर्ड की बराबरी करने का मौका है। वे सक्रिय खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा 7 बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत चुकी हैं।
फेडरर के पास जोकोविच के 7 खिताब की बराबरी करने का मौका
सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने सबसे ज्यादा 7 बार इस खिताब को अपने नाम किया। वे ओपन एरा और उससे पहले (1968 से पहले) दोनों को मिलाकर ऑलटाइम नंबर-1 हैं। इस मामले में स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर और ऑस्ट्रेलिया के रॉय इमर्सन 6-6 खिताब के साथ दूसरे स्थान पर हैं। इमर्सन ने सभी खिताब ओपन एरा से पहले जीते थे। फेडरर पिछली बार 2018 में चैम्पियन बने थे।
नडाल और बार्टी को टॉप सीड, सेरेना को आठवीं वरीयता
वर्ल्ड नंबर-1 और 2009 के चैम्पियन स्पेन के राफेल नडाल और ऑस्ट्रेलिया की एश्ले बार्टी को टॉप सीड मिली है। नडाल 20वें ग्रैंड स्लैम की तलाश में उतरेंगे। अगर वे चैम्पियन बन जाते हैं तो वे सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने वाले रोजर फेडरर की बराबरी कर लेंगे। जोकोविच को दूसरी, फेडरर को तीसरी और रूस के दानिल मेदवेदेव को चौथी वरीयता दी गई है। वहीं, महिलाओं में चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा को दूसरी, जापान की नाओमी ओसाका को तीसरी और रोमानिया की सिमोना हालेप को चौथी वरीयता मिली है। सेरेना को आठवीं वरीयता दी गई।
इस बार सिंगल्स में सिर्फ एक ही भारतीय खिलाड़ी मुख्य दौर में
इस बार भारत के चार खिलाड़ी सिंगल्स स्पर्धा में उतरे। इनमें से एक ही प्रजनेश गुणेश्वरण मुख्य दौर में पहुंच सके। वे क्वालिफायर्स में हार गए थे, लेकिन मुख्य दौर में पहले शामिल खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद उन्हें मौका दिया गया। सुमित नागल, रामकुमार रामनाथन और अंकिता रैना क्वालिफाइंग राउंड में बाहर हो गईं।
खेल डेस्क. बीसीसीआई ने पिछले हफ्ते सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से महेंद्र सिंह धोनी को बाहर दिया। इसे लेकर फैंस और मीडिया बंटा दिखा। इसके बाद अनुमान लगाया जाने लगा कि बीसीसीआई ने अनौपचारिक तौर पर धोनी को संन्यास के लिए कह दिया है। धोनी के फैंस ने कहा कि अगर ऐसा है तो यह धोनी जैसे बड़े खिलाड़ी का अपमान है। लेकिन इसका अधिक महत्व नहीं है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में उसी खिलाड़ी को जगह मिलनी चाहिए, जो टीम में जगह बनाने की रेस में हो।
कॉन्ट्रैक्ट के अपने नियम होते हैं और धोनी इसमें फिट नहीं बैठते। धोनी ने जुलाई में हुए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के बाद एक भी मैच नहीं खेला है। कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए हर खिलाड़ी को न्यूनतम मैच खेलने होते हैं। अगर कोई खिलाड़ी चोट के कारण महीनों बाहर रहता है तो उसे छूट मिलती है। बुमराह और पंड्या के साथ ऐसा ही हुआ।
बगैर नियम खिलाड़ी को कॉन्ट्रैक्ट में जगह देना गलत
अगर बिना नियम के किसी खिलाड़ी को कॉन्ट्रैक्ट में जगह दी जाती है, तो यह गलत है। यह दूसरे खिलाड़ी के साथ अन्याय होगा। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह पाने का यह मतलब नहीं है किसी को टीम में जगह मिल जाए। इसका सिर्फ एक मतलब है कि उस खिलाड़ी को शॉर्ट लिस्ट किया गया है। अगर किसी युवा खिलाड़ी का अच्छा प्रदर्शन है तो उसे टीम में जगह मिल सकती है। ऐसा ही सीनियर खिलाड़ियों के साथ है। वे फॉर्म हासिल करके फिर से कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर सकते हैं।
जब तक धोनी रिटायर नहीं हो जाते, तब तक वे टीम में जगह बनाने की रेस में बने रहेंगे। धोनी आईपीएल में भी उतरेंगे। उन्होंने झारखंड टीम के साथ ट्रेनिंग भी शुरू कर दी है। वे घरेलू मैच में भी खेलते दिख सकते हैं। इससे उनके साथ-साथ सिलेक्टर्स और मैनेजमेंट को भी यह पता चल सकेगा कि वे इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए कितने फिट हैं।
पंत अपनी जगह पक्की नहीं कर सके
धोनी के रिप्लेसमेंट के तौर पर आए ऋषभ पंत अपनी जगह पक्की नहीं कर सके हैं। कोच रवि शास्त्री इस साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप की टीम को लेकर अभी भी सोच रहे हैं। वे धोनी के अनुभव को अहम मान रहे हैं। इस कारण उनकी टीम में वापसी के दरवाजे अभी बंद नहीं हुए हैं। लेकिन पिछले हफ्ते आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ बतौर विकेटकीपर लोकेश राहुल ने बैट से और ग्लव्स से अच्छा प्रदर्शन कर खुद को इस रेस में शामिल कर लिया है। 2004 में धोनी के आने के पहले द्रविड़ भी बतौर विकेटकीपर खेल रहे थे। अगर राहुल यह दोहरी भूमिका निभाने में सफल हुए तो टी-20 वर्ल्ड कप सिलेक्शन में यह अहम साबित होगा। हालांकि टीम को लेकर सस्पेंस आगे भी बना रहेगा।
खेल डेस्क. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन वनडे की सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला आज बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। फिलहाल, सीरीज 1-1 से बराबर है। भारत के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छठी सीरीज जीतने का मौका है। दोनों के बीच अब तक 11 द्विपक्षीय सीरीज खेली गई। इसमें भारत ने 5 में जीत हासिल की और6 में उसे हार मिली। दोनों के बीच पिछली सीरीज मार्च 2019 में भारत मेंहुई थी, तब ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया पर 3-2 से जीत दर्ज की थी।
सीरीज के पहला मैच मुंबई में खेला गया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से रिकॉर्ड जीत हासिल की थी। राजकोट में खेले गए दूसरेवनडे में भारतीय टीम ने वापसी की। उसने ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हराते हुए सीरीज बराबर की।
भारतीय टीम में बदलाव की संभावना
तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम कोई बदलाव करने के मूड में नहीं है, लेकिन भारतीय प्लेइंग इलेवन में कुछ बदलाव हो सकते हैं। शिखर धवन और रोहित शर्मा दूसरे वनडे में चोटिल हो गए थे। धवन की पसलियों में पैट कमिंस की गेंद लगी थी, जबकि रोहित शर्मा ने बाएं कंधे में चोट की शिकायत की थी। फिलहाल, दोनों की फिटनेस पर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। ऐसे में इनमें से कोई एक बाहर होता है, तो फिर लोकेश राहुल ओपनिंग करेंगे और केदार जाधव को प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है।
भारत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में 45% सक्सेस रेट
कब | सीरीज में मैच | नतीजा |
2019 | 5 | 2-3 से हारे |
2019 | 3 | 2-1 से जीते |
2017 | 5 | 4-1 से जीते |
2016 | 5 | 1-4 से हारे |
2013 | 6 | 3-2 से जीते |
2010 | 1 | 1-0 से जीते |
2009 | 6 |
2-4 से हारे |
2007 | 7 | 2-4 से हारे |
2001 | 5 | 2-3 से हारे |
1986 | 6 |
3-2 से जीते |
1984 | 5 | 0-3 से हारे |
पिच और मौसम रिपोर्ट: बेंगलुरु में मैच के दौरान बादल छाए रहने का अनुमान है। तापमान 17 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। पिच से बल्लेबाजों को मदद मिल सकती है। टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। इस मैदान का हाइएस्ट स्कोर 383 रन है, जो भारत ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही बनाया था। तब रोहित शर्मा ने 209 रन की पारी खेली थी।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत 7 में से 4 मैच जीता
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक 7 वनडे खेले। इनमें भारत ने 4 मैच जीते, जबकि 2 में उसे हार मिली। एक मैच बेनतीजा रहा। पिछली बार 28 सितंबर 2017 को ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 21 रन से हराया था।
कब | नतीजा |
28 सितंबर 2017 | 21 रन से हारे |
2 नवंबर 2013 | 57 रन से जीते |
29 सितंबर 2007 | बेनतीजा |
12 नवंबर 2003 | 61 रन से हारे |
25 मार्च 2001 | 60 रन से जीते |
21 अक्टूबर 1996 | 2 विकेट से जीते |
27 अक्टूबर 1989 | 3 विकेट से जीते |
हेड-टू-हेड
दोनों टीमों के बीच अब तक हुए 139 वनडे में भारतीय टीम 51 में ही जीत सकी। ऑस्ट्रेलिया की टीम 78 में जीती। 10 मुकाबले बेनतीजा रहे। वहीं, भारत में दोनों के बीच अब तक 63 मैच हुए। इस दौरान टीम इंडिया 28 में जीती। 30 में हार का मिली। 5 मुकाबले बेनतीजा रहे।
दोनों टीमें
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, रविंद्र जडेजा, केदार जाधव, मनीष पांडेय, केएस भरत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल, नवदीप सैनी, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर और कुलदीप यादव।
ऑस्ट्रेलिया: एरॉन फिंच (कप्तान), एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस, एश्टन एगर, पीटर हैंड्सकॉम्ब, जोश हेजलवुड, मॉर्नस लबुशाने, केन रिचर्डसन, डी आर्सी शॉर्ट, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, एश्टन टर्नर, डेविड वॉर्नर और एडम जम्पा।
खेल डेस्क. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन वनडे की सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला आज बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। फिलहाल, सीरीज 1-1 से बराबर है। भारत के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छठी सीरीज जीतने का मौका है। दोनों के बीच अब तक 11 द्विपक्षीय सीरीज खेली गई। इसमें भारत ने 5 में जीत हासिल की और6 में उसे हार मिली। दोनों के बीच पिछली सीरीज मार्च 2019 में भारत मेंहुई थी, तब ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया पर 3-2 से जीत दर्ज की थी।
सीरीज के पहला मैच मुंबई में खेला गया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से रिकॉर्ड जीत हासिल की थी। राजकोट में खेले गए दूसरेवनडे में भारतीय टीम ने वापसी की। उसने ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हराते हुए सीरीज बराबर की।
भारतीय टीम में बदलाव की संभावना
तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम कोई बदलाव करने के मूड में नहीं है, लेकिन भारतीय प्लेइंग इलेवन में कुछ बदलाव हो सकते हैं। शिखर धवन और रोहित शर्मा दूसरे वनडे में चोटिल हो गए थे। धवन की पसलियों में पैट कमिंस की गेंद लगी थी, जबकि रोहित शर्मा ने बाएं कंधे में चोट की शिकायत की थी। फिलहाल, दोनों की फिटनेस पर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। ऐसे में इनमें से कोई एक बाहर होता है, तो फिर लोकेश राहुल ओपनिंग करेंगे और केदार जाधव को प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता है।
भारत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में 45% सक्सेस रेट
कब | सीरीज में मैच | नतीजा |
2019 | 5 | 2-3 से हारे |
2019 | 3 | 2-1 से जीते |
2017 | 5 | 4-1 से जीते |
2016 | 5 | 1-4 से हारे |
2013 | 6 | 3-2 से जीते |
2010 | 1 | 1-0 से जीते |
2009 | 6 |
2-4 से हारे |
2007 | 7 | 2-4 से हारे |
2001 | 5 | 2-3 से हारे |
1986 | 6 |
3-2 से जीते |
1984 | 5 | 0-3 से हारे |
पिच और मौसम रिपोर्ट: बेंगलुरु में मैच के दौरान बादल छाए रहने का अनुमान है। तापमान 17 से 29 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। पिच से बल्लेबाजों को मदद मिल सकती है। टॉस जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करना पसंद करेगी। इस मैदान का हाइएस्ट स्कोर 383 रन है, जो भारत ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही बनाया था। तब रोहित शर्मा ने 209 रन की पारी खेली थी।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत 7 में से 4 मैच जीता
एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अब तक 7 वनडे खेले। इनमें भारत ने 4 मैच जीते, जबकि 2 में उसे हार मिली। एक मैच बेनतीजा रहा। पिछली बार 28 सितंबर 2017 को ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को 21 रन से हराया था।
कब | नतीजा |
28 सितंबर 2017 | 21 रन से हारे |
2 नवंबर 2013 | 57 रन से जीते |
29 सितंबर 2007 | बेनतीजा |
12 नवंबर 2003 | 61 रन से हारे |
25 मार्च 2001 | 60 रन से जीते |
21 अक्टूबर 1996 | 2 विकेट से जीते |
27 अक्टूबर 1989 | 3 विकेट से जीते |
हेड-टू-हेड
दोनों टीमों के बीच अब तक हुए 139 वनडे में भारतीय टीम 51 में ही जीत सकी। ऑस्ट्रेलिया की टीम 78 में जीती। 10 मुकाबले बेनतीजा रहे। वहीं, भारत में दोनों के बीच अब तक 63 मैच हुए। इस दौरान टीम इंडिया 28 में जीती। 30 में हार का मिली। 5 मुकाबले बेनतीजा रहे।
दोनों टीमें
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, रविंद्र जडेजा, केदार जाधव, मनीष पांडेय, केएस भरत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल, नवदीप सैनी, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर और कुलदीप यादव।
ऑस्ट्रेलिया: एरॉन फिंच (कप्तान), एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस, एश्टन एगर, पीटर हैंड्सकॉम्ब, जोश हेजलवुड, मॉर्नस लबुशाने, केन रिचर्डसन, डी आर्सी शॉर्ट, स्टीव स्मिथ, मिशेल स्टार्क, एश्टन टर्नर, डेविड वॉर्नर और एडम जम्पा।
खेल डेस्क. भारतीय टेनिस खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरण भाग्य के सहारे ऑस्ट्रेलियन ओपन के मुख्य दौर में पहुंच गए। वे क्वालिफायर्स के फाइनल मुकाबले में हार गए थे। शनिवार को उन्हें मुख्य दौर में शामिल किया गया। ऐसा कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद हुआ। वे क्वालिफायर्स में बाहर होने वाले टॉप रैंक प्लेयर थे। पहले राउंड में उनका मुकाबला जापान के तासुमा इटो से होगा। प्रजनेश रैंकिंग में 122वें और इटो 144वें स्थान पर हैं। यह मुकाबला जीतने के बाद दूसरे दौर में उनका सामना वर्ल्ड नंबर-2 सर्बिया के नोवाक जोकोविच से हो सकता है।
प्रजेनश लगातार पांचवीं बार किसी ग्रैंडस्लैम के मुख्य दौर में खेलेंगे। इससे पहले मुख्य दौर में शामिल ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स डी मिनौर और पोलैंड के कामिल माजराक चोट के कारण बाहर हुए। वहीं, चिली के निकोलस जेरी को डोपिंग के कारण प्रतिबंधित किया गया। इन तीनों के बाहर होने के बाद प्रजनेश को मौका दिया गया।
प्रजनेश सिंगल्स मुकाबलों में भारत के इकलौते दावेदार
प्रजनेश पिछले साल भी ऑस्ट्रेलियन ओपन में क्वालिफायर्स मुकाबले जीतकर ही मुख्य दौर में पहुंचे थे। इसके बाद विम्बल्डन, फ्रेंच ओपन और यूएस ओपन में सीधे मुख्य दौर में खेले थे। वे इस बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के सिंगल्स मुकाबलों में भारत के एकमात्र दावेदार होंगे। इससे पहले क्वालिफायर्स में सुमित नागल, रामकुमार रामनाथन और अंकिता रैना (विमेन्स सिंगल्स) हारकर बाहर हो चुकीं है।
क्वालिफायर्स के फाइनल में गुलबिस ने हराया था
शुक्रवार को क्वालिफायर्स के फाइनल राउंड में प्रजनेश को लातविया के एर्नेस्ट गुलबिस ने हरा दिया था। वर्ल्ड नंबर-122 प्रजनेश को क्वालिफायर्स में 17वीं वरीयता प्राप्त गुलबिस ने 7-6 (2), 6-2 से शिकस्त दी थी। भारतीय खिलाड़ी ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के वाइल्ड कार्ड प्लेयर हैरी बॉर्शियर और जर्मनी के यानिक हन्फमैन को हराया था।