टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक दिन पहले यानी 15 अगस्त को इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर होने की घोषणा की। फैंस के साथ ही साथी क्रिकेटर्स ने भी देश के सबसे सफल कप्तान को विदाई दी। अब इसमें रोहित शर्मा का भी नाम जुड़ गया है। उन्होंने रविवार को धोनी के रिटायरमेंट पर ट्वीट किया- भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी। उनका खेल पर बहुत गहरा असर रहा।
उन्होंने आगे लिखा कि उनके पास विजन था और टीम बनाने के मामले में वे माहिर थे। हम उन्हें ब्लू जर्सी में जरूर मिस करेंगे, लेकिन पीली में वे हमारे साथ रहेंगे। 19 सितंबर को टॉस पर आपसे मिलता हूं।
धोनी इस साल यूएई में होने वाले आईपीएल में खेलेंगे
धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को तो अलविदा कह दिया है। लेकिन वे इस साल 19 सितंबर से यूएई में शुरू होने वाले आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलेंगे। धोनी चेन्नई के कप्तान हैं। इसी वजह से रोहित ने अपने ट्वीट में आईपीएल के ओपनिंग मैच में धोनी के खिलाफ उतरने की बात कही।
19 सितंबर से आईपीएल शुरू हो रहा
अभी लीग का शेड्यूल फाइनल नहीं हुआ है। लेकिन आमतौर पर आईपीएल का ओपनिंग मैच डिफेंडिंग चैम्पियन और रनर-अप के बीच होता है। इस लिहाज से इस साल चेन्नई और मुंबई के बीच पहला मैच हो सकता है। पिछले साल रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने फाइनल में धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स को 1 रन से हराकर खिताब जीता था।
धोनी के रिटायरमेंट के एक घंटे बाद रैना ने भी संन्यास की घोषणा की
रोहित को इस बात की खुशी है कि धोनी अभी कुछ और साल आईपीएल खेलेंगे। धोनी का साथी क्रिकेटर्स पर कितना गहरा असर था। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उनके संन्यास का ऐलान करने के एक घंटे के भीतर ही उनके साथी खिलाड़ी सुरेश रैना ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
रोहित ने रैना के संन्यास पर हैरानी जताई
रोहित ने रैना के लिए भी ट्वीट में लिखा- हैरानी भरा फैसला, लेकिन मुझे लगता है कि जब आप महसूस करते हैं, तो फैसला ले लेते हैं। बढ़िया करियर भाई, आपका रिटायरमेंट अच्छा हो, मुझे अभी भी वो समय याद है, जब हम टीम में आए थे। आगे के लिए शुभकामनाएं सुरेश रैना।
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रोहित ने 2013 की चैम्पियंस ट्रॉफी में ओपनिंग की थी
इंटरनेशनल क्रिकेट में बतौर ओपनर रोहित ने जो आज पहचान बनाई है, उसमें धोनी का बहुत बड़ा हाथ है। उन्होंने 2013 की चैम्पियंस ट्रॉफी में रोहित से ओपनिंग कराई और यही उनके करियर का ट्रनिंग पॉइंट रहा। उस टूर्नामेंट में रोहित ने 5 मैच में 2 अर्धशतक की बदौलत 177 रन बनाए थे।
वे टूर्नामेंट में रन बनाने के मामले में चौथे स्थान पर रहे थे। शिखर धवन टॉप स्कोरर रहे थे। उन्होंने 5 मैच में दो शतक के दम पर 363 रन बनाए थे।
रोहित का वनडे में बतौर ओपनर औसत ज्यादा
रोहित ने अब तक खेले 224 वनडे में 49.27 की औसत से 9115 रन बनाए हैं। उन्होंने बतौर ओपनर 140 वनडे में 58.11 की औसत से 7148 रन बनाए हैं।
नई दिल्ली महेंद्र सिंह धोनी () ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। धोनी के कुछ देर बाद ही सुरेश रैना () ने भी इंटरनैशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया। धोनी के संन्यास लेने पर टीम इंडिया के लिमिटेड ओवर के उपकप्तान () ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। रोहित ने कहा, 'भारतीय क्रिकेट के सबसे प्रभावशाली इनसानों में शामिल। क्रिकेट और उसके आसपास उनका प्रभाव बहुत बड़ा था। उनके पास एक विजन था और जानते थे कि टीम कैसे बनाई जाती है। हम बेशक उन्हें नीली जर्सी में मिस करेंगे लेकिन पीली में वे दिखेंगे ही। तो 19 को टॉस पर मिलते हैं @msdhoni' IPL का 13वां सीजन 19 सितंबर से यूएई में खेला जाएगा। धोनी येलो आर्मी कही जाने वाली चेन्नै सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान हैं वहीं रोहित शर्मा चार बार की विजेता मुंबई इंडियंस (MI) की अगुआई करते हैं। बीते साल आईपीएल फाइनल में रोहित की टीम ने चेन्नै को एक रन से हराकर खिताब जीता था। वहीं सुरेश रैना के लिए रोहित ने लिखा, हैरानी भरा फैसला लेकिन जब आपको ऐसा लगता है तो आपको ऐसा लगता है। अच्छा करियर रहा तुम्हारा भाई, तुम्हारा रिटायरमेंट अच्छा हो। मुझे अब भी याद है जब हम टीम में आए थे। भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ( Retires) ने 15 अगस्त की शाम को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। अभी फैंस इस खबर को सुनकर हैरान ही हुए थे कि थोड़ी देर बाद () ने भी संन्यास की घोषणा कर दी। दोनों खिलाड़ी इस समय चेन्नैं सुपर किंग्स (CSK) के कैंप के लिए चेन्नै में हैं। 19 सितंबर से यूएई (IPL in UAE) में होने वाले आईपीएल के 13वें सीजन से पहले चेन्नै की टीम एमए चिदंबरम स्टेडियम में प्रैक्टिस कर रही है। टीम के खिलाड़ी इस कैंप का हिस्सा हैं। धोनी ने शनिवार को प्रैक्टिस के बाद इंस्टाग्राम पर अपने संन्यास की घोषणा की। रविवार सुबह चेन्नै सुपर किंग्स ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें दोनों खिलाड़ी एक दूसरे को गले लगा रहे हैं और साथ में दूसरे खिलाड़ी भी मौजूद हैं। धोनी और रैना के संन्यास की घोषणा के बाद यह दोनों का साथ में आया यह पहला वीडियो है। 14 अगस्त को खिलाड़ी चेन्नै पहुंचे और 15 को उन्होंने प्रैक्टिस शुरू की। इस वीडियो में टीम के बाकी खिलाड़ी भी नजर आ रहे हैं। धोनी ट्रेनिंग से लौटते हुए नजर आए। फिर धोनी और रैना ने एक-दूसरे को गले भी लगाया। इसके बाद सभी खिलाड़ी बस में बैठते हुए नजर आ रहे हैं। चेन्नै ने इस वीडियो के साथ कैप्शन दिया - Two roads converged on a #yellove wood... #Thala #ChinnaThala #73Forever
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक दिन पहले इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। धोनी ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि आप लोगों की ओर से हमेशा मिले प्यार और सपोर्ट के लिए शुक्रिया। आज शाम 7 बजकर 29 मिनट के बाद से ही मुझे रिटायर ही समझें। धोनी के इस फैसले ने न सिर्फ उनके लाखों चाहने वालों को, बल्कि उनकी पत्नी साक्षी को भी इमोशनल कर दिया।
साक्षी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर धोनी की एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा- आपने जो कुछ हासिल किया, उस पर गर्व होना चाहिए। मुझे यकीन है कि अपने पैशन को अलविदा कहते वक्त आपने अपने आंसुओं को रोका होगा। साक्षी ने आगे लिखा कि खेल को अपना बेस्ट देने के लिए आपको बधाई। मुझे आपकी उपलब्धियों पर और बतौर इंसान आप पर गर्व है।
धोनी का आखिरी वनडे यादगार रहा, फैन्स उसे भुला नहीं सकेंगे
धोनी आखिरी बार पिछले साल वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के दौरान मैदान पर नजर आए थे। मैनचेस्टर में 9 जुलाई 2019 को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए इस सेमीफाइनल में धोनी ने 72 गेंदों पर 50 रन बनाए थे। वे लोअर बैटिंग ऑर्डर के बल्लेबाजों के साथ 240 रन के टारगेट का पीछा कर रहे थे।
गुप्टिल के थ्रो पर वे 2 इंच से क्रीज चूक गए थे। माना गया कि इसी 2 इंच से भारत भी वर्ल्ड कप चूक गया। फैन्स मायूस थे और धोनी भी आंखों में आंसू लिए पैवेलियन लौट रहे थे।
धोनी ने 2 वर्ल्ड कप जिताए
धोनी ने भारत के लिए अब तक सबसे ज्यादा 200 वनडे में कप्तानी की। इसमें भारत को 110 में जीत मिली। वे दुनिया के तीसरे ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा वनडे मैचों में कप्तानी की है। धोनी ने अपनी कप्तानी में देश को 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप के अलावा 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी जिताई है। दिसंबर 2014 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से
रिटायरमेंट लिया था।
90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 वनडे खेले
धोनी ने अब तक 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। इसमें उन्होंने 4876, 10773 और 1617 रन बनाए हैं। धोनी ने आईपीएल में अब तक 190 मैच में 4432 रन बनाए हैं। उनकी कप्तानी में सीएसके ने लगातार दो बार 2010 और 2011 में आईपीएल का खिताब जीता था।
नई दिल्ली अपने यकायक फैसलों से फैन्स के साथ-साथ जानकारों को भी हमेशा हैरान करने वाले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान () ने शनिवार को एक बार फिर अचानक संन्यास की घोषणा कर सभी को हैरत में डाल दिया। धोनी ने शायराना अंदाज में एक वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कहा। जब धोनी ने शायराना अंदाज अपनाया तो उनकी पत्नी भी कहां पीछे रहने वाली थीं। उन्होंने भी अमेरिकी कवयित्री माया एंजेल्यू (Maya Angelou) की पंक्तियां लिखकर धोनी को शुभकामनाएं दीं। धोनी के रिटायरमेंट के फैसले के बाद साक्षी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर उनका एक फोटो शेयर किया। इस तस्वीर के कैप्शन में उन्होंने लिखा, 'आपने जो भी हासिल किया उस पर आपको गर्व होना चाहिए। खेल को अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए आपको बधाई। आपकी उपलब्धियों पर और आप जो व्यक्ति हैं उस पर मुझे गर्व है! मुझे पूरा विश्वास है कि अपने जुनून को अलविदा कहने के लिए आपने अपने आंसुओं को रोका होगा। आपका सेहत, खुशियों और आगे आने वाली खूबसूरत चीजों की कामना करती हूं।' इसके बाद साक्षी ने अमेरिकी कवयित्री माया एंजेल्यू की कुछ पंक्तियों को लिखकर धोनी के शानदार करियर की तारीफ की है। उन्होंने लिखा, 'लोग भूल जाएंगे आपने जो कहा, लोग भूल जाएंगे आपने जो किया, लेकिन लोग यह कभी नहीं भूलेंगे आपने उन्हें कैसा महसूस कराया।' इससे पहले धोनी ने शनिवार को जब अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जब संन्यास की घोषणा की, तो उन्होंने साहिर लुधियानवी के लिखे सुपरहिट गीत 'मैं पल दो पल का शायर हूं' के वीडियो के साथ अपने क्रिकेट करियर की यादगार तस्वीरें पोस्ट कर यह जानकारी दी।
चेन्नै अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में करीब 16 साल का वक्त बिताने के बाद आखिर धोनी ने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। इसकी अटकलें हालांकि काफी वक्त से थीं लेकिन धोनी खामोश थे। हमेशा की तरह। पर शनिवार को स्वतंत्रता दिवस की शाम को उन्होंने इंस्टाग्राम पर इसकी घोषणा कर दी। पांच महीने बाद चेन्नै सुपर किंग्स के साथ पहला प्रैक्टिस सेशन खत्म करने के बाद धोनी ने इंस्टाग्राम पर लिखा- 'आप सब लोगों के प्यार और समर्थन के लिए बहुत धन्यवाद, आज 1929 से मुझे रिटायर समझा जाए।' फिल्म कभी-कभी में साहिर लुधियानवी का लिखा और मुकेश की आवाज में गाया गीत- मैं पल दो पल का शायर हूं, बैकग्राउंड में बज रहा था। धोनी का संन्यास भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत है। उनके नंबर इस बात की गवाही देते हैं। लेकिन यह उस बात की पुष्टि नहीं करते कि कैसे रांची से निकला लंबे बालों वाला लड़के ने अपनी कप्तानी, तनाव झेलने की अपनी खूबी और शांत स्वभाव के चलते भारतीय क्रिकेट को नई बुलंदियों तक पहुंचाएगा। जैसे ही खबर एमए चिदंबरम में फैली चेन्नै सुपर किंग्स के ड्रेसिंग रूम में मौजूद लोग दौड़कर उनके पास बात करने पहुंचे। धोनी ने उन्हें कुछ जवाब नहीं दिया और बस इंस्टाग्राम चेक करने को कहा। अपने फैसले के बारे में माही ने बस इतने शब्द कहे- 'बस ऐसा लगा।' और इसके बाद वह सोमवार की नेट प्रैक्टिस के बारे में प्लानिंग करने में जुट गए। कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं।
चैम्पियंस लीग के क्वार्टर फाइनल में फ्रेंच क्लब लियोन ने मैनचेस्टर सिटी को 3-1 से हराकर दूसरी बार सेमीफाइनल में जगह बनाई। लियोन 2009-10 के बाद पहली बार लीग के सेमीफाइनल में पहुंचा है। लीग के इतिहास में 24 साल बाद ऐसा होगा, जब सेमीफाइनल में कोई भी इंग्लिश और स्पेनिश क्लब नहीं होगा।
इस सीजन में दो फ्रेंच क्लब लियोन और पीएसजी, जबकि दो जर्मन क्लब आरबी लिपजिग और बायर्न म्यूनिख सेमीफाइनल खेलेंगे। 2013 के बाद दो देशों के चार क्लब लीग के फाइनल में जगह बनाने के लिए भिड़ेंगे।
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लियोन के लिए कॉर्नेट ने पहला गोल किया
लियोन ने मैच के 24वें मिनट में मैक्सवेल कॉर्नेट की गौल की बदौलत बढ़त हासिल की। कॉर्नेट ने मैनचेस्टर सिटी के खिलाफ चैम्पियंस लीग के 3 मैच में 4 गोल किए हैं। उन्होंने लियोनल मेसी के रिकॉर्ड की बराबरी की। मेसी ने भी लीग में मैनचेस्टर सिटी के खिलाफ इतने ही गोल किए हैं।
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ब्रूइन ने मैनचेस्टर सिटी के लिए बराबरी का गोल किया
पहले हाफ में मैनचेस्टर सिटी ने बराबरी की बहुत कोशिश की। लेकिन हाफ टाइम तक स्कोर लाइन यही रहा। दूसरे हाफ में सिटी के रहीम स्टर्लिंग के पास की बदौलत केविन डि ब्रूइन ने 69वें मिनट में गोल दागकर टीम को बराबरी दिला दी। ब्रूइन ने चैम्पियंस लीग के 7 मैच में 2 गोल किए हैं, जबकि इतने ही असिस्ट किए हैं।
डेंबेले ने मैनचेस्टर सिटी के खिलाफ दो गोल किए
इसके 10 मिनट बाद बतौर सब्सटिट्यूट मैदान पर आए मौसा डेंबेले ने दूसरा गोल करते हुए लियोन को दोबारा बढ़त दी। इसके 8 मिनट बाद इस खिलाड़ी ने मैच का दूसरा गोल किया और टीम की जीत तय कर दी। डेंबेले ने चैम्पियंस लीग में मैनचेस्टर सिटी के खिलाफ 4 मैच में अब तक तीन गोल किए हैं। इसके बाद मैनचेस्टर सिटी ने वापसी की बहुत कोशिश की। लेकिन टीम इसमें कामयाब नहीं हो सकी।
लीग के पहले सेमीफाइनल में बुधवार को जर्मन फुटबॉल क्लब आरबी लिपजिग का मुकाबला पीएसजी से होगा, जबकि दूसरे सेमीफाइनल में बायर्न म्यूनिख लियोन से भिड़ेगी।
भारतीय टीम को टेस्ट में नंबर-1 बनाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया। यह घोषणा उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर की। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को आईसीसी की तीनों ट्रॉफी 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप के अलावा चैम्पियंस ट्रॉफी भी जिताई है। ऐसा करने वाले वे दुनिया के इकलौते कप्तान हैं।
धोनी ने 15 साल के क्रिकेट करियर में जो रिकार्ड्स कायम किए हैं। उनकी बराबरी करना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। वे अकेले इंडियन कैप्टन हैं, जिन्होंने टीम को पहली बार टेस्ट में नंबर-1 बनाया था। आज हम धोनी के ऐसे ही 20 बड़े रिकार्ड्स के बारे में बात कर रहे हैं।
धोनी ने बतौर विकेटकीपर सबसे बड़ा व्यक्तिगत वनडे स्कोर (183 रन) बनाया है।
धोनी ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में 145 बॉल पर 183 रन की पारी खेली थी। यह किसी भी विकेटकीपर की सबसे बड़ी इंडिविजुअल पारी है। इस पारी में धोनी ने 15 चौके और 10 छक्के लगाए थे। उनके बाद पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट हैं, जिन्होंने 172 रन की पारी खेली थी।
6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाए
धोनी ने अपने करियर के ज्यादातर मैचों में 6 और 7 नंबर पर बल्लेबाजी की है। इसी दौरान उन्होंने नाबाद रहते हुए टीम को ज्यादातर मैचों में जीत दिलाई है। इसी कारण उन्हें बेस्ट फिनिशर भी कहा जाता है। धोनी ने वनडे में 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा 4031 रन बनाए हैं।
धोनी बतौर विकेटकीपर खेलते हुए 7 टेस्ट और 2 वनडे में बॉलिंग करने वाले पहले खिलाड़ी।
यह धोनी का एक अलग और अनोखा रिकॉर्ड है। वे टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज खेलते थे, लेकिन कई मौकों पर उन्होंने बॉलिंग भी की थी। धोनी ने टेस्ट में 7 और वनडे में 2 बार बॉलिंग की है। उन्हें वनडे में एक विकेट भी मिला। धोनी ने 2009 चैम्पियंस ट्रॉफी के एक मैच में वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ट्रैविस डॉलिन को बोल्ड किया था।
वनडे में सबसे जल्दी नंबर-1 बनने वाले खिलाड़ी
धोनी आईसीसी वनडे रैंकिंग में सबसे कम 42 पारियों के बाद ही 2008 में नंबर-1 बल्लेबाज बन गए थे। उनका यह रिकॉर्ड 15 साल बाद भी कायम है। धोनी ने यह उपलब्धि पाकिस्तान के खिलाफ 148 और श्रीलंका के खिलाफ 183 रन की पारी खेलने के बाद हासिल की थी।
बतौर कप्तान वनडे में सबसे ज्यादा सिक्स लगाए
माही अपने हेलीकॉप्टर शॉट के लिए दुनियाभर में जाने जाते हैं। कहा जाता है कि यदि उनका बल्ला हेलीकॉप्टर शॉट के लिए घूमता है, तो फिर बॉल बाउंड्री के बाहर ही जाती है। ऐसा ही एक बड़ा रिकॉर्ड अब तक उनके नाम है। धोनी ने बतौर कप्तान सबसे ज्यादा 211 सिक्स लगाए हैं। उनके बाद ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कैप्टन रिकी पोंटिंग का नाम है, जिन्होंने 171 बार बॉल को बाउंड्री के पार पहुंचाया है।
धोनी ने सिक्स के साथ सबसे ज्यादा 9 वनडे मैच फिनिश किए।
बेस्ट फिनिशर धोनी ने सिक्स के साथ सबसे ज्यादा 9 वनडे मैचों को फिनिश किया है। ऐसा करने वाले वे अकेले खिलाड़ी हैं। यदि ओवरऑल सिक्स की बात करें, तो धोनी ने तीनों फॉर्मेट (वनडे, टी-20 और टेस्ट) के 538 मैच में 359 सिक्स लगाए हैं। वर्ल्ड की इस लिस्ट में वे 5वें नंबर पर हैं।
सिक्स लगाकर वर्ल्ड कप जिताने वाले अकेले खिलाड़ी
धोनी ने 2011 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 91 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी। धोनी ने सिक्स लगाकर भारत को अपना दूसरा वनडे वर्ल्ड कप जिताया था। वे ऐसा करने वाले दुनिया के अकेले खिलाड़ी हैं। यह फाइनल 2 अप्रैल को मुंबई में खेला गया था।
ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में पहली बार किसी सीरीज में क्लीन स्वीप किया
भारतीय टीम ने धोनी की कप्तानी में 2016 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 3 टी-20 की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। 140 साल के इतिहास में धोनी ऐसा करने वाले पहले कप्तान हैं। तब विराट कोहली ने तीनों मैच में फिफ्टी लगाई थी। उन्हें मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया था।
धोनी का बैट सबसे महंगा बिका था।
भारतीय टीम ने माही की कप्तानी में ही दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप 2011 में जीता था। इस मैच में धोनी ने मुश्किल समय में श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में नाबाद 91 रन की पारी खेली थी। धोनी का यही बैट कुछ साल पहले सबसे महंगा बिका था। नीलामी में बैट के लिए 1 लाख पाउंड (करीब 1 करोड़ रुपए) बोली लगी थी।
सबसे ज्यादा बार नाबाद पारी खेलीं
महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे करियर में सबसे ज्यादा 84 बार नाबाद पारियां भी खेली हैं। ऐसा करने वाले वे पहले खिलाड़ी हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा स्टंप आउट किए।
जब स्टंपिंग करने की बात आती है, तो इसमें कोई शक नहीं कि धोनी से तेज विकेटकीपर शायद ही कोई दूसरा होगा। उन्होंने टेस्ट में सबसे ज्यादा 38, वनडे में 120 और टी-20 में 33 स्टंपिंग की है। यह रिकॉर्ड जल्द टूटना मुश्किल है।
भारत के सबसे सफल विकेटकीपर
धोनी के डेब्यू से पहले भारतीय टीम में कई शानदार विकेटकीपर रहे हैं, लेकिन माही जैसा कोई नहीं रहा। धोनी तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी-20) में भारत के सबसे सफल विकेटकीपर हैं। उन्होंने बतौर विकेटकीपर टेस्ट में 294 शिकार किए हैं। वनडे में 434 और टी-20 में 87 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है। टी-20 में उनका यह वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है, जिसके आसपास भी कोई नहीं है।
50 से ज्यादा की औसत से 10 हजार रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी
माही 50 से ज्यादा की औसत 10 हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। उन्होंने 350 वनडे में 50.57 की औसत से 10,773 रन बनाए हैं। यह उपलब्धि सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग जैसे बल्लेबाज भी हासिल नहीं कर सके।
सबसे ज्यादा टी-20 इंटरनेशनल मैच जीते
धोनी पहले कैप्टन हैं, जिन्होंने 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप जीता था। इसके बाद उन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को 72 में से सबसे ज्यादा 41 टी-20 इंटरनेशनल मैच जिताए। इस रिकॉर्ड के आसपास भी कोई नहीं है। दूसरे नंबर पर आयरलैंड के कैप्टन विलियम पोर्टरफील्ड हैं, जिन्होंने 56 में से 26 मैच जीते हैं।
धोनी ने आईपीएल में सबसे ज्यादा फाइनल खेले।
धोनी सबसे ज्यादा 9 बार आईपीएल फाइनल खेलने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपनी कप्तानी में सबसे ज्यादा 174 आईपीएल मैच खेले हैं। इसके अलावा आईपीएल में बतौर कैप्टन सबसे ज्यादा 104 मैच जीते भी हैं। तीनों रिकॉर्ड अब भी कायम हैं। धोनी ने अपनी कप्तानी में तीन बार चेन्नई सुपर किंग्स को खिताब जिताया है। हालांकि, इस मामले में रोहित शर्मा उनसे आगे हैं। उन्होंने मुंबई इंडियंस को 4 बार विजेता बनाया।
भारतीय टीम को टेस्ट में नंबर-1 बनाने वाले पहले कप्तान
धोनी ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम को 2009 में टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 बनाया था। ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय कप्तान हैं। धोनी ने 90 टेस्ट में 4876 रन बनाए हैं। उन्होंने 30 दिसंबर 2014 को टेस्ट से रिटायरमेंट ले लिया था।
धोनी ने सबसे ज्यादा 332 मैचों में कप्तानी की
माही ने भारतीय टीम के लिए 332 (वनडे, टेस्ट और टी-20) मैचों में कप्तानी की है। ऐसा करने वाले वे दुनिया के पहले खिलाड़ी हैं। उनके बाद पूर्व क्रिकेटर रिकी पोंटिंग का नाम आता है, जिन्होंने 324 में ऑस्ट्रेलिया टीम की कप्तानी की।
2007 टी-20 वर्ल्ड कप समेत आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतने वाले अकेले कैप्टन।
धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को आईसीसी की तीनों ट्रॉफी 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप के अलावा चैम्पियंस ट्रॉफी भी जिताई है। ऐसा करने वाले वे दुनिया के अकेले कैप्टन हैं।
तीनों फॉर्मेट में भारत के सबसे सफल कप्तान
धोनी ने भारतीय टीम को अपनी कप्तानी में 332 में से 178 (वनडे, टेस्ट और टी-20) मैच जिताए हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय कप्तान हैं। धोनी ने 200 वनडे में से 110 और 60 टेस्ट में से 27 में जीते हैं। उनके नाम 72 टी-20 में 41 जीत दर्ज है।
महेंद्र सिंह धोनी के इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट के ऐलान के 1 घंटे बाद सुरेश रैना (33) ने भी धोनी की राह पर चलने का ऐलान कर दिया। रैना ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया। धोनी के अंदाज में ही इंस्टाग्राम पर इसकी जानकारी दी। रैना ने लिखा- माही! आपके साथ खेलना बहुत प्यारा रहा, अब आगे के सफर में भी साथ चलना चाहता हूं।
सचिन बोले- आपके डेब्यू टेस्ट में हमारी पार्टनरशिप आज भी याद है
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट कर रैना से जुड़ी यादें शेयर कीं। उन्होंने लिखा कि देश के लिए शानदार तरीके से खेलने के लिए बधाई। आपके डेब्यू टेस्ट में हमारी पार्टनरशिप और मैदान पर बातचीत आज भी याद है। आपको भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
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18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी-20 मैच खेले
रैना ने 30 जुलाई 2005 को श्रीलंका के खिलाफ दांबुला वनडे से डेब्यू किया था। उन्होंने 18 टेस्ट में 768 और 226 वनडे में 5615 रन बनाए। रैना के नाम 78 टी-20 में 1605 रन हैं। टेस्ट में 1 और वनडे में 5 शतक लगाए। टी-20 में उनके नाम एक शतक है।
वर्ल्ड कप-2011 के क्वार्टरफाइनल में बेस्ट मोमेंट रहा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस रोमांचक मुकाबले में भारत 5 विकेट से जीता था। भारत ने 261 रन का टार्गेट 47.4 ओवर में पूरा कर जीत हासिल कर कर ली थी। उस मैच में रैना 34 रन बनाकर नाबाद रहे थे। उन्होंने युवराज सिंह के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 74 रन की पार्टनरशिप की थी।
सेलेक्टर्स पर नाइंसाफी का आरोप लगाया था
हाल ही में रैना ने सेलेक्टर्स पर बिना वजह टीम से बाहर करने का आरोप लगाया था। उन्होंने एक यूट्यूब चैनल पर कहा था, 'मेरा मानना है कि चयनकर्ताओं को सीनियर के प्रति ज्यादा जिम्मेदार होना चाहिए। मेरे अंदर कोई कमी है तो मुझे इसके बारे में बताना चाहिए, ताकि मैं उसमें सुधार कर सकूं। जब तक वजह पता नहीं चलेगी, तब तक कोई कैसे सुधार कर सकता है।’
आईपीएल में रैना और धोनी एक ही टीम चेन्नई सुपर किंग्स से खेलते हैं
रैना, धोनी के करीबी दोस्तों में से एक हैं। वे शुरू से ही आईपीएल में धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए खेल रहे हैं। आईपीएल के 193 मैचों में रैना ने 5368 रन बनाए हैं। एक शतक भी उनके नाम है।
रैना और धोनी की ये फोटो चेन्नई सुपर किंग्स के ट्विटर हैंडल से शेयर की गई है।
रैना इस बार भी आईपीएल में धोनी की कप्तानी में सीएसके की तरफ से खेलते नजर आएंगे। कोरोना की वजह से इस बार आईपीएल यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होना है। इसके लिए सीएसके टीम 21 अगस्त को यूएई के लिए रवाना होगी। फिलहाल, रैना और धोनी समेत सभी खिलाड़ी चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में ट्रेनिंग कैंप में शामिल हुए हैं।
बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा- यादें हमेशा रहती हैं
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर दुनिया को इसकी जानकारी दी। 1996 से 2004 तक कमांडो क्रिकेट क्लब में धोनी के कोच रहे चंचल भट्टाचार्य ने धोनी के रिटायरमेंट पर कहा, ‘‘मैं उन्हें 2021 का टी-20 वर्ल्ड कप खेलते देखना चाहता था।’’
उन्होंने कहा कि धोनी फिट थे। उनका टी-20 में रिकॉर्ड भी शानदार रहा था। लेकिन, उन्हें अहसास हो गया था कि उनकी अनदेखी की जाएगी, इसलिए रिटायरमेंट लेना उन्होंने बेहतर समझा। धोनी के रिटायरमेंट, उनके खेल और व्यक्तित्व को लेकर उनके क्लब कोच ने भास्कर से खास बात की....
1. धोनी के रिटायरमेंट को आप किस तरह देख रहे हैं? चंचल: महेंद्र सिंह धोनी को यह अहसास हो गया था कि सिलेक्टर्स उनके नाम पर विचार नहीं करेंगे। उन्होंने अब तक इंडिया की ओर से शान से खेला है। उनका वनडे में रिकॉर्ड शानदार रहा है। उनकी कप्तानी में भारत ने वर्ल्ड कप जीता और टेस्ट में भी आईसीसी रैंकिंग में नंबर वन रही। ऐसे में वह अपनी बेइज्जती बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। इसलिए उन्होंने बिना किसी को कुछ कहे अचानक रिटायरमेंट की घोषणा कर दी।
2. क्या रिटायरमेंट को लेकर उन्होंने आपसे चर्चा की थी ? चंचल: धोनी के रिटायरमेंट की घोषणा करना वाकई चौंकाने वाला है। धोनी ने रिटायरमेंट को लेकर कभी भी चर्चा नहीं की और उनसे बातचीत के दौरान भी यह अहसास नहीं हुआ कि वे रिटायरमेंट की घोषणा कर सकते हैं।
3. आपके मुताबिक, क्या धोनी के रिटायरमेंट लेने का यह सही समय है? चंचल: मैं धोनी को 2021 टी-20 वर्ल्ड कप तक खेलते देखना चाहते था। वह फिट थे। टी-20 में उनका बेहतर रिकॉर्ड रहा है। उन्हें इंतजार करना चाहिए था। हालांकि, उन्हें टीम में अपनी अनदेखी का अंदाजा हो गया था। इसलिए ही उन्होंने बल्ला टांगने का फैसला किया।
4. क्या धोनी बचपन में भी इसी तरह चौंकाने वाला निर्णय लेते थे? चंचल: जब तक वह मेरे क्लब में खेले, तब तक उन्होंने कभी चौंकाने वाला फैसला नहीं लिया। 2007 के बाद से उनके माइंड को पढ़ना मुश्किल था। कोई नहीं बता सकता है कि वह कब, क्या फैसला लेंगे। यही नहीं, वह सामने वाले के माइंड को पढ़ लेते हैं। उन्हें यह पता होता है कि सामने वाला उनको लेकर क्या सोच रहा है।
नई दिल्ली इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। उनके फैन्स अचानक किए गए ऐलान से काफी स्तब्ध हैं। धोनी की जितनी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने इंडियन क्रिकेट को जो कुछ दिया है, उसे हमेशा याद रखा जाएगा। आने वाले लंबे समय तक क्रिकेट कैप्टन की तुलना धोनी से होती रहेगी। इस बीच रांची के सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) के खिलाड़ी और महेंद्र सिंह धोनी के शुरुआत कोच में से एक आदिल हुसैन ने बताया कि धोनी ने अपनी क्रिकेट शैली में बचपन से लेकर बड़े होने तक कोई खास बदलाव नहीं किया। आत्मविश्वास से लबरेज रहते थे धोनी उन्होंने कहा कि वे हमेशा आत्मविश्वास से लबरेज होकर क्रिकेट मैदान में उतरते थे जो उनके पूरे करियर में उनकी पहचान बनी रही। धोनी ने अपने इंस्टाग्राम संदेश के माध्यम से इंटरनैशनल क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर दी और सबका शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि शाम सात बजकर 29 मिनट से मुझे रिटायर समझें। शानदार फिनिशर के रूप में हमेशा याद किए जाएंगे धोनी वर्ल्ड टी20, 50 ओवर वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रोफी जैसे खिताब भरने वाले धोनी को क्रिकेट पंडितों ने 'कैप्टन कूल' का नाम दिया। इसके लिए उनकी सोच-समझकर रणनीति बनाने और इंटरनैशनल क्रिकेट में जबर्दस्त प्रेशर के बीच भी विचलित ना होने का उनका अप्रोच जिम्मेदार था। यही कारण था एक युवा बल्लेबाज को जब 2007 में एकाएक कप्तानी थमाई गई तो उसने तुरंत आकर 'चमत्कार' कर दिखाया। यही नहीं, उनकी बल्लेबाजी में भी यही जज्बा दिखता था जोकि उन्हें भारतीय क्रिकेट के सबसे शानदार 'फिनिशर' का दर्जा दिला गया। कठिन समय में भी धैर्य नहीं खोते थे धोनी धोनी ने स्टंप के पीछे रहते हुए कठिन समय में भी अपना धैर्य नहीं खोया और इसका हमेशा उनको फायदा मिलता रहा। वे लगातार एक्सपेरिमेंट्स करते रहते थे। कई बार ऐसा हुआ है जब मैच फंसा होता था तो धोनी द्वारा लिया गया अजूबा फैसला सबको चौंका देता था। लेकिन ज्यादातर मौकों पर उन्होंने अपने फैसले को सच साबित किया। उनका यह आत्मविश्वास ही था कि जो उन्हें दूसरे खिलाड़ी और स्कीपर से अलग करता था। वे बहुत सोच-समझ का फैसला लेते थे और फैसला लेने के बाद वे रिजल्ट के बारे में सोचे बगैर केवल उसपर आगे बढ़ते थे।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान (73) की हालत गंभीर है। उन्हें गुरुग्राम के एक अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा हुआ है। पिछले ही महीने चेतन चौहान की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में चौहान के पास सैनिक कल्याण, होमगार्ड, पीआरडी और नागरिक सुरक्षा मंत्रालय हैं।
कोरोना पॉजिटिव आने के बाद चेतन चौहान को किडनी और ब्लड प्रेशर की समस्याएं शुरू हो गई थी। इसके बाद उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। इसी दौरान उनकी कोरोना रिपोर्ट दो बार निगेटिव आने के बाद तीसरी बार पॉजिटिव आई थी।
चेतन दो बार सासंद भी रह चुके
चेतन भाजपा के विधायक हैं। उन्होंने अमरोहा की नौगावां सादात सीट से विधानसभा चुनाव जीता है। चेतन दो बार बीजेपी के लोकसभा सांसद रह चुके हैं। हाल ही में योगी सरकार में शिक्षा मंत्री रहीं कमल रानी वरुण का कोरोना की वजह से निधन हो गया था। साथ ही उत्तरप्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
40 टेस्ट में 2084 रन बनाए
चेतन ने टीम इंडिया के लिए 1969 से 1978 के बीच 40 टेस्ट खेले थे। इसमें उन्होंने 31.54 की एवरेज से 2084 रन बनाए। उनका बेस्ट स्कोर 97 रन रहा। चेतन ने 7 वनडे में 153 रन बनाए। चौहान और सुनील गावस्कर की ओपनिंग जोड़ी 1970 के दशक में काफी सफल रही थी। दोनों ने मिलकर 10 शतकीय साझेदारी की और 3 हजार से ज्यादा रन बनाए। चेतन घरेलू क्रिकेट में दिल्ली और महाराष्ट्र की ओर से खेले थे।
दुनिया के कई क्रिकेटर हो भी चुके है कोरोना संक्रमित
चेतन के अलावा विश्व खेल जगत में कई दिग्गज कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी और बांग्लादेश के पूर्व कप्तान मशरफे मुर्तजा भी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। मुर्तजा सांसद भी है। वहीं इंग्लैंड दौरे पर जाने से पहले पाकिस्तान के 10 क्रिकेटर्स की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इनके अलावा टेनिस में वर्ल्ड नंबर-1 सर्बिया के नोवाक जोकोविच और उनकी पत्नी भी संक्रमित हो चुकी हैं।
किंगस्टन के पूर्व कप्तान () ने कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के दरवाजे बंद नहीं किए हैं। वह कैरेबियाई प्रीमियर लीग (CPL) में अच्छा प्रदर्शन करके भारत में अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2021) के लिए टीम में जगह बनाना चाहते हैं। छत्तीस वर्ष के सैमी ने आखिरी बार वेस्टइंडीज के लिए 2016 टी20 विश्व कप में खेला था जब उनकी कप्तानी में इंग्लैंड को हराकर टीम चैंपियन बनी थी। सैमी ने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों में मैंने काफी आत्ममंथन किया। लॉकडाउन में घर में रहते हुए अगर ऐसा नहीं करता तो खुद के साथ नाइंसाफी होती।’ उन्होंने क्रिकबज से कहा, ‘मैंने संन्यास नहीं लिया है। मैंने रास्ता बंद नहीं किया है। मैं सीपीएल में सेंट लूसिया के लिए अच्छा खेलकर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाना चाहूंगा।’ सैमी को अगस्त 2016 में टी20 टीम की कप्तानी से हटाया गया और वह टीम में उसके बाद से जगह नहीं बना सके हैं।
लखनऊ पूर्व भारतीय क्रिकेटर और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान की हालत गंभीर है और वह गुरुग्राम के मेदांता में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं। उन्हें 19 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में चौहान के पास सैनिक कल्याण, होमगार्ड, पीआरडी और नागरिक सुरक्षा मंत्रालय हैं। जुलाई में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें एसजीपीजीआई में एडमिट कराया गया था। लेकिन वह कोरोना से उबरते इससे पहले ही शुक्रवार को उन्हें किडनी और ब्लड प्रेशर की समस्याएं शुरू हो गईं। इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हालत में सुधार न होने पर उन्हें मेदांता, गुरुग्राम ले जाया गया। चेतन चौहान (72) दो बार बीजेपी के लोकसभा सांसद रह चुके हैं। पिछले साल तक वह योगी कैबिनेट में खेल मंत्री थे। मंत्री कमल रानी वरुण का हुआ निधन हाल ही में यूपी के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इससे पहले योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री रहीं कमल रानी वरुण का पिछले हफ्ते 2 अगस्त को निधन हो गया था। वह यूपी की कैबिनेट मंत्री थीं और उन्हें भी कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एसजीपीजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ये मंत्री भी पाए गए कोरोना पॉजिटिव इनके अलावा खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी, जेल मंत्री जय प्रताप सिंह, राजेंद्र प्रताप सिंह, धर्म सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री मोती सिंह और महेंद्र सिंह कोरोना से ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी पिछले हफ्ते कोरोना पॉजिटिव मिले थे।
कोरोनावायरस के कारण अगले साल भारत दौरे पर इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट की सीरीज पर खतरा मंडराता नजर आ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (एसएलसी) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को यह सीरीज अपने देश में कराने का प्रस्ताव दिया है।
इंग्लैंड को सितंबर में ही भारत दौरे पर 3 वनडे और 3 टी-20 की सीरीज खेलना था, जिसे कोरोना के कारण टाल दिया गया। ऐसे में यही सीरीज भी 2021 के शुरुआत में टेस्ट मैचों के साथ हो सकती है।
भारत से पहले श्रीलंका दौरे पर 2 टेस्ट खेलेगी इंग्लैंड
श्रीलंका के न्यूज पेपर द आइसलैंड की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल मार्च में टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत इंग्लैंड को श्रीलंका दौरे पर दो टेस्ट की सीरीज खेलना था, जो अब अगले साल जनवरी में होगी। ऐसे में दो टेस्ट के बाद इंग्लैंड टीम श्रीलंका में ही रुक सकती है। जहां भारतीय टीम के साथ 5 टेस्ट, 3 वनडे और 3 टी-20 की सीरीज खेल सकती है।
बीसीसीआई को कोई प्रस्ताव नहीं मिला
हालांकि, बीसीसीआई ने श्रीलंका से इस तरह का कोई प्रस्ताव मिलने से इंकार किया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि श्रीलंका बोर्ड की ओर से अभी तक इस तरह का कोई प्रस्ताव बोर्ड के पास नहीं आया है। इंग्लैंड को फरवरी में 5 टेस्ट की सीरीज के लिए जनवरी के आखिर में भारत दौरे पर आना है।
कोरोना के कारण आईपीएल भी यूएई में हो रहा
बीसीसीआई ने भारत में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को देखते इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी यूएई में कराने का फैसला किया है। यह टूर्नामेंट 19 सितंबर से 10 नवंबर तक होने वाला है। फिलहाल, भारत में कोरोना के मामला लगातार बढ़ रहे हैं। यहां के हालात बेहद खराब हैं। ऐसे में अगले साल इंग्लैंड का भारत दौरा होना मुश्किल में है। वहीं श्रीलंका में कोरोना का संक्रमण भारत के मुकाबले काफी कम हैं। हालांकि श्रीलंका प्रीमियर लीग को नवंबर तक टाल दिया गया है।
नई दिल्लीपूर्व पाकिस्तानी क्रिकट टीम के कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज () ने इंग्लैंड में लगातार दूसरे टेस्ट () मैच में बल्लेबाजों के खराब पदर्शन पर जमकर गुस्सा निकाला है। उन्होंने तो यह भी कहा कि पाकिस्तान के बल्लेबाज इंग्लैंड में शॉट खेलने से डरते हैं। पाकिस्तान ने दूसरे टेस्ट मैच में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में 9 विकेट 223 रनों पर ही खो दिए हैं। शॉट खेलने से डर रहे हैं बल्लेबाज इस पारी में अभी तक पाकिस्तान के सिर्फ दो बल्लेबाज ही अर्धशतक बना पाए हैं। मोहम्मद रिजवान 60 रन बनाकर नाबाद हैं, जबकि आबिद अली 60 रन बनाकर आउट हो गए थे। उन्होंने खराब प्रदर्शन के पीछे आवश्यकता से आधिक रक्षात्मक बैटिंग को वजह बताया है। इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘पाकिस्तानी बल्लेबाज अपने शॉट्स खेलने से डर रहे हैं। अगर आप बल्लेबाजों के आउट होने के तरीकों को देखें तो देखेंगे कि उनका बल्ला पैर से पीछे है।’ ऐसे इंग्लैंड को नहीं हरा पाएगा पाकिस्तान उन्होंने कहा, ‘जब आप गेंद को खेलते हो तो आपका बल्ला पैर से आगे होना चाहिए। आप स्लिप में आउट हो जाते हो, क्योंकि आप रक्षात्मक सोच के साथ खेलते हो।’ इंजमाम ने कहा है कि पाकिस्तान को आक्रामक क्रिकेट खेलनी चाहिए तभी वह इंग्लैंड को हरा सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं बल्लेबाजों और टीम प्रबंधन से अपील करता हूं कि वह इंग्लैंड को हराने के लिए आक्रामक क्रिकेट खेलें नहीं तो हम मैच बचाने के लिए बारिश के भरोसे रहेंगे।’ पहले मैच में हार पर भी भड़के थे इंजी उल्लेखनीय है कि मैनचेस्टर टेस्ट में शुरुआती 3 दिनों तक बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद पाकिस्तानी टीम 3 विकेट से मुकाबला हार गई थी। इसके साथ ही वह 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में पिछड़ गई है। तब भी इंजमाम उल हक ने कप्तान अजहर अली को हार की वजह बताई थी। उन्होंने कहा था कि बड़ी जीत दर्ज हो सकती थी, लेकिन खराब कप्तानी ने बेड़ा गर्क कर दिया।
इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीन टेस्ट की सीरीज का दूसरा मैच साउथैंप्टन के रोज बाउल स्टेडियम में खेला जा रहा है। पाकिस्तान ने पहली पारी में 9 विकेट पर 223 रन बना लिए हैं। बारिश के कारण तीसरे दिन का खेल थोड़ी देर से शुरू होगा। फिलहाल, मोहम्मद रिजवान 60 और नसीम शाह 1 रन बनाकर नाबाद हैं। रिजवान ने टेस्ट करियर का दूसरा अर्धशतक लगाया है।
बारिश के कारण मैच के पहले दिन 45.4 और दूसरे दिन 40.2 ओवर का ही खेल हो सका। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी कर रही पाकिस्तान के लिए आबिद अली ने 60 और बाबर आजम ने 47 रन की पारी खेली है। वहीं, इंग्लैंड की ओर से तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन ने 3-3 विकेट लिए।
बाबर आजम फिफ्टी से चूके
पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज बाबर को ब्रॉड ने जोस बटलर के हाथों कैच आउट कराया। वे फिफ्टी बनाने से 3 रन से चूक गए। जबकि आबिद करियर का पहला अर्धशतक लगाकर आउट हो गए। सैम करन की बॉल पर रोरी बर्न्स ने उनका कैच लिया। पहला विकेट शान मसूद के रूप में गिरा था। वे 1 रन बनाकर जेम्स एंडरसन की बॉल पर एलबीडब्ल्यू हो गए। जबकि एंडरसन ने ही कप्तान अजहर अली को 20 रन पर रोरी बर्न्स के हाथों कैच आउट कराया।
11 साल बाद टीम में लौटे फवाद शून्य पर आउट
इस दूसरे टेस्ट के लिए पाकिस्तान टीम में एक बदलाव किया गया है। शादाब खान की जगह फवाद आलम को मौका मिला। फवाद 11 साल बाद टेस्ट खेल रहे हैं। इस मैच की पहली पारी में वे बगैर खाता खोले पवेलियन लौट गए। क्रिस वोक्स ने फवाद को एलबीडब्ल्यू किया। वहीं, इंग्लैंड टीम में दो बदलाव किए गए हैं। बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर की जगह जैक क्राउली और सैम करन को मौका मिला है। स्टोक्स पारिवारिक कारणों से सीरीज से ही बाहर हो गए हैं।
फवाद को 88 टेस्ट के बाद मौका, यह रिकॉर्ड दर्ज कराने वाले दूसरे पाकिस्तानी
क्रिकेटर
कब से कब तक
कितने टेस्ट का अंतर
यूनिस अहमद
1969 से 1987
104
फवाद आलम
2009 से 2020
88
शाहीद नजीर
1999 से 2006
65
मंजूर इलाही
1987 से 1995
54
इंग्लैंड के पास 10 साल बाद सीरीज जीतने का मौका
पहले मैच में हारते-हारते जीतने वाली इंग्लैंड के पास अब सीरीज जीतने का मौका है। इंग्लिश टीम यदि दूसरा मैच भी जीतती है, तो वह 10 साल बाद पाकिस्तान के खिलाफ कोई टेस्ट सीरीज जीतेगी। फिलहाल, इंग्लैंड इस सीरीज में 1-0 से आगे है।
दोनों टीमें: पाकिस्तान: शान मसूद, आबिद अली, अजहर अली (कप्तान), बाबर आजम, असद शफीक, फवाद आलम, मोहम्मद रिजवान, यासिर शाह, मोहम्मद अब्बास, शाहीन अफरीदी और नसीम शाह। इंग्लैंड: रोरी बर्न्स, डॉम सिबली, जैक क्राउली, जो रूट (कप्तान), ओली पोप, जोस बटलर, क्रिस वोक्स, सैम करन, डॉम बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन।
रूस के पावर लिफ्टर एलेक्जेंडर सदयाख 400 किलो का वजन उठाने की कोशिश में हादसे का शिकार हो गए। उनके दोनों घुटने टूट गए। मौके पर मौजूद सपोर्ट और मेडिकल स्टाफ की सतर्कता से एलेक्जेंडर की गर्दन टूटने से बच गई। हादसा रूस के डोल्गोप्रूडनी शहर में हुई वर्ल्ड रॉ पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में हुआ।
हादसे के फौरन बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। जहां 6 घंटे उनकी सर्जरी चली। सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने कहा कि पूरी तरह ठीक होने के बावजूद एलेक्जेंडर दोबारा पावरलिफ्टिंग कर पाएंगे या नहीं, यह अभी साफ नहीं है।
एलेक्जेंडर 2 महीने तक अपने पैर भी नहीं हिला पाएंगे
डॉक्टरों ने उन्हें दो महीने आराम करने के लिए कहा है। उनकी चोट इतनी गंभीर है कि डॉक्टरों ने उन्हें इस दौरान पैर हिलाने से भी मना किया है।
मुझे अब दोबारा चलना सीखना होगा: एलेक्जेंडर
सर्जरी के बाद एलेक्जेंडर ने कहा कि डॉक्टरों ने मुझे बताया है कि मेरे घुटने जोड़ दिए हैं। हादसे में मेरी मांसपेशियां भी फट गईं थीं। अब मुझे दोबारा चलना सीखना होगा। इस चैम्पियनशिप में पावरलिफ्टिंग के अलावा बेंच प्रेस, डेड लिफ्ट और आर्म लिफ्टिंग से जुड़े एथलीट्स ने भी हिस्सा लिया।
नई दिल्ली टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा (Ashish Nehra) ने बताया कि () के साथ 'पाजी' शब्द कब जुड़ा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले सचिन को उनकी टीम के युवा साथी 'पाजी' () कहकर पुकारते रहे हैं, इसका अर्थ होता है बड़ा भाई। सचिन (Sachin) का करियर समाप्त होने से लेकर अभी तक मौजूदा और पूर्व क्रिकेटर उन्हें पाजी ही कहते हैं। यह उनका सचिन के लिए सम्मान है। नेहरा ने बताया कि पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप 2003 में खेली गई 98 रनों की पारी के बाद टीम के खिलाड़ियों ने सचिन तेंडुलकर को 'पाजी' कहना शुरू किया। नेहरा ने स्टार स्पोटर्स से बातचीत में कहा, 'इससे पहले हम उन्हें सचिन या सचिन भाई कहा करते थे। लेकिन 'पाजी' शब्द पहली बार 2003 के वर्ल्ड कप के बाद इस्तेमाल में आया।' वॉच अलॉन्ग एपिसोड भारत बनाम पाकिस्तान 2003 मैच में नेहरा ने कहा, 'स्टेडियम से होटल आते समय हरभजन सिंह ने पीछे बैठकर गाना शुरू किया 'पाजी नम्बर 1'। इसके बाद सबने सचिन को पाजी कहना शुरू कर दिया। उससे पहले सिर्फ एक पाजी होते थे, और वह थे कपिल पाजी।' तेंडुलकर ने सेंचुरियन में खेली गई उस पारी में 98 रन बनाए थे। यह उनके वनडे करियर की सबसे यादगार पारियों में शामिल है। सचिन ने उस मैच में 12 हजार वनडे रन पूरे किए थे। भारत ने उस मैच में पाकिस्तान के 273 रनों को छह विकेट खोकर पार कर लिया था। इस मैच को सचिन के शोएब अख्तर की गेंद पर लगाए उस छक्के के लिए भी याद किया जाता है।
कोलंबो ने से उपजे हालात के कारण जरूरत पड़ने पर अगले साल की शुरूआत में इंग्लैंड के खिलाफ भारत की टेस्ट सीरीज की मेजबानी की इच्छा जताई है। भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए इंग्लैंड के अगले साल के पांच टेस्ट के दौरे पर संदेह के बादल मंडरा रहे हैं। ‘द आईलैंड’ अखबार की रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका क्रिकेट इस सीरीज की मेजबानी का इच्छुक है। रिपोर्ट में कहा गया कि श्रीलंका में अगले साल जनवरी में दो टेस्ट खेलने के बाद भारत के खिलाफ सीरीज के लिए वहीं रूक सकती है। इंग्लैंड को इस साल मार्च में स्थगित की गई सीरीज के लिए श्रीलंका फिर आना है। रिपोर्ट में कहा गया, ‘इंग्लैंड दो टेस्ट के बाद रुककर भारत के खिलाफ सीरीज पूरी कर सकता है। श्रीलंका क्रिकेट ने इसका सुझाव दिया है।’ कोरोना महामारी के कारण सितंबर में इंग्लैंड टीम का सीमित ओवरों का भारत दौरा भी स्थगित कर दिया गया जबकि संयुक्त अरब अमीरात में हो रहा है। वैसे बीसीसीआई इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा। एक अधिकारी ने कहा, ‘बीसीसीआई इस प्रस्ताव पर सोच भी नहीं रहा है क्योंकि अभी चार महीने का समय है।’
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को 74वें स्वाधीनता दिवस की बधाई दी। विराट ने सोशल मीडिया पर देश को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शुभकामनाएं दीं। उनके अलावा सचिन तेंडुलकर, शिखर धवन, रोहित शर्मा ने भी देश को बधाई दी।
नई दिल्ली में भारत बनाम पाकिस्तान मैच तो आपको याद होगा। और उस मुकाबले में शोएब अख्तर की गेंद पर सचिन तेंडुलकर का लगाया गया वह यादगार छक्का तो आप भूल ही नहीं सकते। सेंचुरियन में सचिन जो शॉट लगाया था वह 17 साल बाद भी आइकॉनिक है। पारी के दूसरे ओवर में सचिन ने अख्तर की शॉर्ट पिच बॉल पर पॉइंट बांउड्री के ऊपर से छक्का मारा था। तेंडुलकर ने इसके बाद इस ओवर में दो चौके भी लगाए। कैफ को 17 साल बाद भी वह ओवर याद है। हालांकि उस मैच में मास्टर ब्लास्टर ने 98 रन बनाए थे लेकिन वह छक्का आज भी भारत-पाकिस्तान मुकाबलों में खास जगह रखता है। इस शॉट को याद करते हुए पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में कहा, 'शोएब अख्तर की गेंद पर पॉइंट के ऊपर से छक्का लगाना हो या फिर लाइन लेग पर फ्लिक करना हो... यह यह सचिन की खूबी है। वह कभी LBW नहीं होते, वह कभी बॉल को मिस नहीं करते। इसी वजह से वह इतने महान बल्लेबाज हैं क्योंकि गेंदबाज के पास यह हथियार होता है कि वह गेंद को अंदर लाए और बल्लेबाज को बोल्ड या LBW करे, लेकिन ऐसा सचिन के करियर में बहुत कम बार हुआ है।' कैफ ने कहा, 'पॉइंट के ऊपर से लगाया गया छक्का आइकॉनिक है। आप इसे बार-बार देख सकते हैं। यह ऐसा शॉट है जो वह कभी नहीं खेलते। आप बहुत कम उन्हें ऐसा शॉट खेलते हुए देखेंगे। मैंने उन्हें गेंद को पंच करते या ऑन द राइज खेलते हुए देखा है लेकिन अपर कट, वह भी इतने भारी बैट से और वह भी उस गेंद पर जो 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंक रहा है, बहुत मुश्किल शॉट है।' तेंडुलकर उस मैच में शतक से दो रन से चूक गए थे। इस मैच में उन्होंने 12000 रन का आंकड़ा पार किया था। भारत ने इस मुकाबले में पाकिस्तान को छह विकेट से हराया था। इस मैच में कैफ ने सचिन तेंडुलकर के साथ अहम साझेदारी की थी। कैफ और सचिन ने दूसरे विकेट के लिए 102 रन जोड़े थे। उन्होंने कहा कि सचिन को यह पसंद नहीं था कि जब वह बल्लेबाजी कर रहे हों तो कोई उनके शॉट्स की तारीफ करे। कैफ ने कहा, 'मुझे बस विकेट पर टिकने के लिए कहा गया. सचिन बहुत ज्यादा बात करने में विश्वास नहीं करते थे। जब सचिन पाजी बल्लेबाजी कर रहे हों तो यह एक ध्यान अव्स्था की तरह होता था। वह अपने अलग जोन में होते थे। तो वह बहुत ज्यादा बातचीत करना पसंद नहीं करते थे।' कैफ ने कहा, 'अगर कोई जाकर उन्हें कहे कि आपने बहुत अच्छा शॉट खेला है, तो कहते थे चुप रहो और मुझे बैटिंग करने दें। उन्हें यह पसंद नहीं था कि कोई जाकर उनके खेल की तारीफ करे या कहे कि आपने बहुत अच्छा शॉट खेला है। उन्हें पता था कि गैप कहां है उनके दिमाग में फील्डर्स का नक्शा होता था। उनकी प्लानिंग अलग स्तर पर होती थी।'
देश आज 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर भारतीय क्रिकेटर्स ने भी देश को बधाई दी। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आजादी के 74 साल पूरे होने पर ट्विटर पर अपनी एक तस्वीर शेयर कर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
विराट ने लिखा- सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। हमारे देश और देशवासियों को ईश्वर का आशीर्वाद मिले। हमें महफूज रखने के लिए अपने घर से दूर सरहद की सुरक्षा में तैनात वीर सैनिकों को मेरे सलाम। जय हिंद।
उनके अलावा वनडे टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा ने भी लोगों को 74वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। उन्होंने तिरंगा लिए के बच्चे की तस्वीर शेयर की, जिसमें वह मैदान पर भारतीय पारी की शुरुआत करने जाते नजर आ रहे हैं। उन्होंने लिखा कि आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं। देश के लिए खेलने से बढ़कर कुछ भी नहीं है।
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शिखर धवन ने लिखा- देश के लिए खेलना गर्व की बात है। टेस्ट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे ने भी एक वीडियो शेयर करते हुए देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं।
इंग्लैंड-पाकिस्तान के बीच साउथैंप्टन में हो रहे टेस्ट के दूसरे दिन फील्ड अंपायर रिचर्ड केटेलब्रो नियम तोड़कर मैदान पर स्मार्ट वॉच पहने नजर आए। हालांकि, गलती का अहसास होते ही उन्होंने अपनी घड़ी उतार दी और आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट (एसीयू) को इसकी जानकारी दी। जब लंच के बाद दोनों टीमें मैदान पर उतरीं तब केटेलब्रो स्मार्ट वॉच नहीं पहने थे।
ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, एसीयू ने इसे नियमों का उल्लंघन तो माना, लेकिन अंपायर केटेलब्रो द्वारा खुद इसकी जानकारी देने के कारण उन पर कोई कार्रवाई नहीं की।
खिलाड़ी और अंपायर मैदान पर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स नहीं ले जा सकते
क्रिकेट में करप्शन को रोकने के लिए खिलाड़ियों और मैच ऑफिशियल्स को मैच से पहले मोबाइल और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामान आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट को सौंपना होता है। मैच या दिन का खेल खत्म होने के बाद खिलाड़ियों को यह सामान लौटा दिया जाता है।
आईसीसी को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त करने का अधिकार
आईसीसी शक होने पर खिलाड़ियों और मैच ऑफिशियल्स के फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर सकती है और जरूरत पड़ने पर फोन से जरूरी डेटा भी हासिल कर सकती है। हालांकि, अंपायर केटेलब्रो के मामले में आईसीसी ने ऐसा नहीं किया।
पहले भी स्मार्ट वॉच पहन कर मैदान पर जा चुके हैं खिलाड़ी
केटेलब्रो ऐसे पहले व्यक्ति नहीं है, जो स्मार्ट वॉच पहनकर मैदान पर गए हैं। इससे पहले 2018 में पाकिस्तानी खिलाड़ी इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में ऐसा कर चुके हैं। हालांकि, जांच में यह पता चला कि स्मार्ट वॉच डिसएबल थे। तब पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने एसीयू अफसरों को बताया था कि उन्होंने अपने फिटनेस पर नजर रखने के लिए स्मार्ट वॉच पहनी थी। उस वक्त भी आईसीसी ने समझाइश देकर पाकिस्तानी खिलाड़ियों को छोड़ दिया था।
काउंटी क्रिकेट में भी खिलाड़ियों के स्मार्ट वॉच पहनने पर बैन है
वहीं, इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने भी इस साल की शुरुआत मे काउंटी क्रिकेट में एंटी करप्शन रूल के तहत खिलाड़ियों के मैदान पर स्मार्ट वॉच पहनने पर बैन लगाया है।
नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर () ने जून 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया था। बाएं हाथ के इस स्टार बल्लेबाज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे इंटरनैशनल और 58 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले। वर्ल्ड कप 2019 (World Cup 2019) की वर्ल्ड कप टीम में युवराज को नहीं चुना गया था और इसके बाद ही उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया। इसके बाद से वह विदेशों में लीग खेल रहे हैं। अब के सचिव से युवराज से अपने संन्यास के फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है। ईएसपीएनक्रिकइंफो की खबर के मुताबिक बाली ने युवराज से इस बारे में सोचने को कहा है कि हालांकि युवराज ने अभी इस पर कोई जवाब नहीं दिया है। पंजाब ने हाल ही में कई मार्की प्लेयर्स खोए हैं। ऐसे में उसे उम्मीद है कि युवराज के अनुभव की मदद से वह इन मुश्किल हालात से निकल सकता है। उन्हें लगता है कि युवराज टीम का अच्छी तरह मार्गदर्शन कर सकते हैं। हालांकि युवराज के लिए वापसी आसान नहीं होगी उन्हें बीसीसीआई से इस पर अनुमति लेनी होगी। हाल के वक्त में पंजाब से काफी खिलाड़ी बाहर गए। मनन वोहरा और बरिंदर सरन ने दो सीजन चंडीगढ़ के लिए क्वॉलिफाइ किया । इसके अलावा लोकल जीवनजोत सिंह और तरुवर कोहली भी क्रमश: छत्तीसगढ़ और मेघालय शिफ्ट हो गए। बाली का कहना है, 'ये युवा लड़के (शुभमन गिल, अनमोलप्रीत सिंह, अभिषेक सिंह आदि को युवराज ने उनकी ट्रेनिंग के दौरान करीब से देखा है) सीजन के लिए तैयार होने से पहले हमारे फिजियो और ट्रेनर्स के साथ काफी काम कर रहे थे। जब युवराज चंडीगढ़ में थे तो उन्होंने इन लड़कों के साथ भाग भी लिया था। पिछले कुछ सीजन्स से हमारे कुछ खिलाड़ी दूसरे राज्यों में चले गए हैं। कई खिलाड़ी चंडीगढ़, छत्तीसगढ़ और हिमाचल चले गए हैं। तो हमे लगता है कि युवराज के अनुभव और क्षमता वाला खिलाड़ी युवाओं को प्रेरित करने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।'
नई दिल्ली लॉकडाउन के चलते भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान मार्च से ही अपने घर पर ही हैं। न्यूजीलैंड दौरे के बाद भारत को घर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज खेलनी थी लेकिन कोरोना वायरस के चलते इसे कैंसल करना पड़ा। कुछ क्रिकेटर्स ने सरकार द्वारा नियमों में ढील देने के बाद आउटडोर प्रैक्टिस शुरू कर दी है। लेकिन कोहली अभी तक मैदान पर नहीं उतरे हैं। वह मुंबई में रहते हैं जहां देश में कोरोना का असर सबसे ज्यादा देखने को मिला है। भारतीय कप्तान हालांकि खुद को फिट रखने के लिए घर पर ही काफी जिम कर रहे हैं। 31 वर्षीय कोहली फिटनेस को लेकर काफी दीवाने हैं। और इन दिनों वह अपनी फिटनेस को लेकर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। आईपीएल 2020 से पहले कोहली काफी मेहनत कर रहे हैं और हाल ही में उन्होंने अपने फिटनेस सेशन का एक पोस्ट शेयर किया था। हालांकि कोहली का नया लुक ज्यादा ध्यान खींच रहा है। उन्होंने अपनी एक तस्वीर साझा की है। इसमें उनकी दाढ़ी के काफी बाल सफेद नजर आ रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने लुक में थोड़ा बदलाव करते हुए दाढ़ी और बढ़ा ली थी और अब यह सफेद नजर आने लगी है। विराट ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर इस फोटो को शेयर किया। इसमेंउन्होंने लिखा है कि, 'अच्छा ट्रेनिंग सेशन मुझे खुशी देता है।' कोहली जल्द ही इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 के लिए अपनी टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ जल्द ही यूएई के लिए रवाना होंगे। हालांकि टीम की ओर से यह साफ नहीं किया गया है कि वह कब यूएई जाएगी हालांकि सभी टीमों को 20 अगस्त के बाद ही देश से बाहर जाने की अनुमति मिली है। रॉयल चैलेंजर्स के खिलाड़ियों ने बैंगलोर में इकट्ठा होना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को तेज गेंदबाज उमेश यादव और नवदीप सैनी बेंगुलरु पहुंचे। कोहली भी अगले सप्ताह वहां पहुंच सकते हैं। सभी खिलाड़ियों को देश से बाहर जाने से पहले कोविड-19 का टेस्ट करवाना होगा। इसके बाद ही वे यूएई के लिए जा पाएंगे। यूएई पहुंचने के बाद भी उन्हें कोविड टेस्ट से गुजरना होगा और सात दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा। इसके बाद वह ट्रेनिंग कैंप का हिस्सा बन पाएंगे।