चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहली बार पहुंचा फ्रेंच क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) रविवार रात खिताबी मुकाबले में बायर्न म्यूनिख से हार गया। टीम की हार के बाद फैंस की पेरिस पुलिस से झड़प हो गई।
राजधानी पेरिस के चैंप्स ऐलिसी इलाके के एक बार में फाइनल मुकाबला देख रहे फैंस को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने ताकत का इस्तेमाल किया। यहां मौजूद फैंस ने न तो मास्क पहना था और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे।
पीएसजी के स्टेडियम के बाहर इकठ्ठा हुए फैंस की पुलिस से झड़प
वेस्टर्न पेरिस में भी पीएसजी फैंस और पुलिस के बीच झड़प हुई। यहां पीएसजी ने मैच देखने के लिए टीम के होम स्टेडियम पार्क डे प्रिसेंस में दो स्क्रीन लगाए थे। सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, स्टेडियम में मैच देखने के लिए 5 हजार फैंस को इजाजत दी गई थी। हालांकि, भीड़ ज्यादा होने की वजह से कई फैंस मैच देखने अंदर नहीं आ पाए। इससे गुस्साए फैंस बाहर हंगामा करने लगे। उन्हें काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
फैंस ने कई कारों को आग के हवाले किया
सेंट्रल पेरिस के कई इलाकों में भी पुलिस की फैंस से झड़प हुई। इसके बाद लोगों ने कई कारों में आग लगा दी। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया। इस दौरान का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हंगामा करने वाले एक ज्वेलरी स्टोर लूटते नजर आए। हालांकि, पुलिस के पहुंचने के बाद वे मौके से भाग गए।
फैंस ने पीएसजी के होम स्टेडियम के बाहर तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान कई कारों में आग भी लगा दी गई।
सुरक्षा के लिए किए गए थे इंतजाम
चैम्पियंस लीग के फाइनल को देखते हुए पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। तीन हजार जवानों को चैंप्स ऐलिसी इलाके में तैनात किया गया था। भारी संख्या में लोग पीएसजी के होम स्टेडियम के बाहर इकट्ठा न हों। इसलिए रात में 17 सब-वे और कम्यूटर ट्रेन स्टेशनों को बंद कर दिया गया था। वहीं, पेरिस के अंदर एंट्री करने वाले तीन रिंग रोड को भी बंद कर दिया गया था। स्टेडियम के पास कोई भी वाहन लेकर नहीं जा सकता था। केवल पैदल यात्रियों को ही जाने दिया जा रहा था।
ऑस्ट्रेलिया को लगातार दो वर्ल्ड जिताने वाले पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि उनकी और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में बहुत अंतर था। उन्होंने कहा कि बतौर कप्तान धोनी ने मैदान पर कभी अपनी भावनाओं को खुद पर हावी नहीं होने दिया, लेकिन मैं ऐसा करने में कभी भी पूरी तरह सफल नहीं रहा। इसी खूबी के कारण धोनी भारत के सबसे कामयाब कप्तान बने। पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलियाई वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में यह बातें कहीं।
पोंटिंग ने कहा कि जब भी धोनी टीम के कप्तान रहे टीम इंडिया का मनोबल हमेशा ऊंचा रहता था। उनमें अपने खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन करवाने की काबिलियत थी। उनका टीम और खेल पर हमेशा नियंत्रण रहता था। साथी खिलाड़ी उनकी इस खूबी को पसंद करते थे।
धोनी को भारत में बहुत पसंद किया जाता है: पोंटिंग
उन्होंने आगे कहा कि मैं अब भारत में काफी समय गुजरता हूं और मुझे पता है कि धोनी को भारत में कितना पसंद किया जाता है। दुनिया में आप कहीं भी ट्रैवल करें, क्रिकेट फैंस धोनी और उनकी कप्तानी के बारे में बात करते मिल जाएंगे कि कैसे वे मैदान पर मुश्किल परिस्थिति में भी खुद को शांत रखते हैं।
'आईपीएल में धोनी की चेन्नई टीम को कड़ी चुनौती देंगे'
आईपीएल के इस सीजन में दिल्ली टीम के हेड कोच की जिम्मेदारी निभाने वाले पोंटिंग ने कहा कि मैं लीग में धोनी की अगुआई वाली चेन्नई टीम से मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि आईपीएल में चेन्नई सबसे मजबूत टीम है और इसका काफी श्रेय धोनी की लीडरशिप को जाता है। मेरी कोशिश होगी कि इस सीजन में धोनी को हमारे खिलाफ कम से कम न जीतें।
पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार दो वर्ल्ड कप जीते
पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2003 और 2007 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। दूसरी तरफ धोनी ने बतौर कप्तान आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीती हैं। उन्होंने 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप, जबकि 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीती थी।
धोनी ने 15 अगस्त को रिटायरमेंट की घोषणा की थी
धोनी ने इसी महीने 15 अगस्त को इंस्टाग्राम पर वीडियो मैसेज पोस्ट कर इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा की थी। उन्होंने आखिरी इंटरनेशनल मैच पिछले साल वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। तब सेमीफाइनल में टीम इंडिया हारकर बाहर वर्ल्ड कप से बाहर हो गई थी। उस मैच में धोनी ने 50 रन बनाए थे।
नई दिल्लीकैरिबियन प्रीमियर लीग (CPL) में गयाना अमेजन वॉरियर्स और जमैका तलावाज के बीच खेला गया 8वां मैच लो स्कोरिंग रहने के बावजूद रोमांच से भरपूर रहा। 119 रन की मामूली सी चुनौती लेकर उतरी जमैका की टीम इसे हासिल नहीं कर पाई उसने 14 रन से यह मैच गंवा दिया। () ने जमैका के लिए 39 बॉल में 52 रन की शानदार पारी खेली। लेकिन अपनी 5 छक्के और 4 चौकों की इस पारी के बावजूद वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। गयाना के ऑलराउंडर खिलाड़ी नवीन उल हक को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया। नवीन ने अपने बल्ले से 14 रन का योगदान दिया और नवीन ने 4 ओवर में 22 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किया। उन्होंने इस मैच में 16 गेंदें डॉट फेंकी। इसस पहले टॉस हारने के बाद पहले बैटिंग का निमंत्रण पाने वाली गयाना अमेजन ने 19.1 ओवर में 118 रन ही बनाए। ब्रेंडन किंग और चंद्रपॉल हेमराज की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 5.4 ओवर में 56 रन जोड़कर गयाना को शानदार शुरुआत दी थी। लेकिन बाद में उनकी पारी लड़खड़ाती चली गई। हालांकि नवीन उल हक ने 14 रनों की पारी खेलकर टीम को 118 के स्कोर तक पहुंचाया। जमैका की तरफ से मुजीब उर रहमान और कार्लोस ब्रैथवेट ने 3-3 विकेट चटकाए। लेकिन जमैका तलावाज इस आसान से लक्ष्य का पीछा करते हुए 7 विकेट पर 104 रन ही बना पाई। उसकी शुरुआत बेहद खराब रही और 4 रन तक उन्होंने 3 विकेट गंवा दिए। टीम ने 59 रन तक 7 विकेट गंवा दिए थे। यहां से आंद्रे रसेल ने धुआंधार बल्लेबाजी की और नाबाद 52 रन ठोक दिए। लेकिन वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला पाए। गयाना के लिए कप्तान क्रिस ग्रीन ने 2 और बाकी गेंदबाजों ने 1-1 विकेट लिया।
त्रिबोउआ (जमैका) कैरेबियन प्रीमियर लीग में त्रिनबागो का शानदार सफर जारी है। टीम ने लगातार तीसरी जीत हासिल की है। रविवार खेले गए मुकाबले में उसने बारबाडोस त्रिडेंट्स को 19 रनों से हराया। बारबाडोस के कप्तान जेसन डोल्डर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। नाइट राइडर्स ने कॉलिन मुनरो और डैरेन ब्रावो की फिफ्टी के अलावा के ताबड़तोड़ 17 गेंद पर 41 रन की मदद से 3 विकेट पर 185 का स्कोर बनाया। जवाब में बारबाडोस की टीम निर्धारित 20 ओवर में छह विकेट पर 166 रन ही बना सकी। नरेन रहे नाकाम नाइट राइडर्स को पिछले दो मैचों में दमदार शुरुआत देने वाले सुनील नरेन इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए। लिंडल सिमंस ने 21 गेंद पर 21 रन की पारी खेली और जब वह आउट हुए तो टीम का स्कोर 22 रन था। उन्हें जेसन होल्डर की गेंद पर रेमन राइफर ने कैच किया। नरेन भी 8 रन बनाकर राइफर की गेंद पर ही बोल्ड हो गए। मुनरो की फिफ्टी कॉलिन मुनरो ने 30 गेंद पर 50 रन बनाए। न्यूजीलैंड के इस ऑलराउंडर ने अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के लगाए। उन्हें ऐश्ले नर्स की गेंद पर राशिद खान ने कैच किया। पोलार्ड का धमाका डैरेन ब्रावो ने 36 गेंद पर चार चौकों और चार छक्कों की मदद से 54 रन बनाए। लेकिन नाइट राइडर्स की पारी का आकर्षण रहे कप्तान कायरन पोलार्ड। पोलार्ड ने सिर्फ 17 गेंद पर 1 चौके और चार छक्कों की मदद से 41 रन बनाए। उनकी पारी ने टीम को 185 के स्कोर तक पहुंचाया। बारबाडोस की मजबूत शुरुआत बारबाडोस की टीम ने मजबूत शुरुआत की। जोनसन चार्ल्स और शाई होप ने मिलकर पहले विकेट के लिए 8 ओवर में 68 रन जोड़े। चार्ल्स 33 गेंद पर 52 रन बनाकर फवाद अहमद का शिकार बने। उन्होंने तीन छक्के और चार चौके लगाए। रन गति का बढ़ा दबाव होप हालांकि आक्रामक रुख नहीं अपना पाए और 38 गेंद पर 36 रन ही बना सके। बारबोडोस की टीम पर रनगति का दबाव लगातार बढ़ता गया और इस प्रयास में उसने विकेट खोए। पारी के अंत में कप्तान होल्डर ने 19 गेंद पर दो चौकों और तीन छक्कों की मदद से 34 रन बनाए। और ऐश्ले नर्स से 12 गेंद पर 21 रनों का योगदान दिया। हालांकि यह काफी नहीं रहा।
नई दिल्ली क्रिकेट के मैच ज्यादातर बारिश के कारण ही रुकते नजर आते हैं। लेकिन वेस्टइंडीज में खेली जा रही कैरिबियाई प्रीमियर लीग (CPL 2020) के एक मैच में मैच में देरी का कारण कुछ अजीब था। यहां त्रिनिदाद एंड टोबैगो में बने ब्रायन लारा क्रिकेट स्टेडियम (Brian Lara Cricket Stadium) में जिस पिच पर यह मैच खेला जाना था, वहां गलती के क्रिकेट की बॉल धंस गई। यहां गयाना अमेजन वॉरियर्स और जमैका तलावास के बीच यह मैच खेला जाना था। दरअसल पिच क्यूरेटर इस पिच को मैच से पहले रोल कर रहे थे। इसी दौरान रोलर के नीचे एक गेंद आ गई और किसी का उस पर ध्यान ही नहीं गया। रोल होने के बाद पता चला कि गेंद पिच में धंस चुकी है और उसका थोड़ा सा हिस्सा बाहर निकला हुआ है। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं। मैच शुरू होने से पहले जैसे ही आयोजकों और खिलाड़ियों का ध्यान इस पर गया तो सब हैरान रह गए। आयोजकों ने पिच को दुरुस्त करने के लिए मैच को देर से शुरू करने का फैसला लिया। धंसी हुई गेंद को जब पिच से निकाला गया तो उसके बाद यहां गड्ढा हो गया, जिसे सही तरीके से भरने में समय लग गया। इस मैच में गयाना अमेजन वॉरियर्स ने अपना 118 रन का छोटा सा स्कोर जमैका तलावास सुरक्षित रखा। गयाना की टीम ने 119 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी जमैका को निर्धारित 20 ओवर में सिर्फ 104 रन ही बनाने दिए और इस मैच में उसने 14 रन से जीत दर्ज की।
नई दिल्ली इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें एडिशन के लिए आठों टीमें यूएई (IPL in UAE) पहुंच गई हैं। 19 सितंबर से शुरू होने वाले इस लीग का आयोजन अबू धाबी, दुबई और शारजाह में होगा। (CSK) यूएई पहुंचने वाली शुरुआती टीमों में शामिल रही। टीम के खिलाड़ी आईपीएल के लिए तैयारी शुरू कर चुकी है। खिलाड़ी अपने क्वॉरनटीन के बारे में सोशल मीडिया के बारे में झलक दे रहे हैं। टीम फ्रैंचाइजी लगातार अपने खिलाड़ियों के वीडियो साझा कर रहे हैं। हाल ही में चेन्नै सुपर किंग्स ने हाल ही में ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा का एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह मलयालम गाने पर वर्कआउट कर रहे हैं। जडेजा ने इस वीडियो को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी के तौर पर भी साझा किया है। रविंद्र जडेजा को वर्कआउट का बहुत शौक है और वह अकसर अपने वीडियो भी पोस्ट करते रहते हैं। कुछ दिन पहले भी उन्होंने ट्रेडमिल पर दौड़ते हुए वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह अपनी फिटनेस को निखार रहे थे। चेन्नै सुपर किंग्स ने यूएई रवाना होने से पहले चेन्नै में पांच दिन का ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया था। हालांकि रविंद्र जडेजा निजी कारणों से इस कैंप से दूर रहे थे। हालांकि बाद में टीम के यूएई रवाना होने से पहले वह चेन्नै पहुंच गए थे। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण इस साल आईपीएल को देश से बाहर ले जाया गया है।
नई दिल्ली आईसीसी (ICC) ने रविवार को तीन बड़े दिग्गज खिलाड़ियों को हॉल ऑफ फेम () में शामिल किया। इसमें पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज जहीर अब्बास (), साउथ अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर जैक कालिस () और ऑस्ट्रेलिया की पूर्व महिला ऑलराउंडर () भी शामिल रहीं। लीजा स्टालेकर का जन्म भारत में हुआ। उन्हें पुणे के किसी अनाथ आश्रम में छोड़ दिया गया। स्टालेकर परिवार ने तीन सप्ताह की उस छोटी सी बच्ची को गोद ले लिया। इस बात का खुलासा उन्होंने 2013 में संन्यास लेने के बाद किया। उस साल ऑस्ट्रेलिया ने भारत में वर्ल्ड कप जीता था। वनडे इंटरनैशनल में 1000 रन बनाने और 100 विकेट लेने वाली पहली महिला क्रिकेटर हैं। इतना ही नहीं 2007-10 करीब तीन साल तक यानी करीब 934 दिन वह दुनिया की नंबर महिला ऑलराउंडर रहीं। स्टालेकर इस हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली ऑस्ट्रेलिया की ओर से 27वीं और पांचवीं महिला क्रिकेटर हैं। उनसे पहले बेलिंडा क्लार्क, बेटी विलसन, केरन रॉल्टन और कैथरीन फिटपैट्रिक भी शामिल हैं। उन्होंने 2013 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को विराम दिया। उन्होंने 30.65 के औसत से 2728 रन बनाए इसके साथ ही 24.97 के औसत से 146 विकेट भी लिए। महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 2000 रन और 100 विकेट लेने वाली वह पांच महिला क्रिकेटरों में शामिल हैं। उनके अलावा ऐलिस पैरी इकलौती ऑस्ट्रेलियाई हैं। स्टालेकर ऑस्ट्रेलिया की चार विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहीं। 2005 और 2013 में उन्होंने 50 ओवर का वर्ल्ड कप जीता और 2010 और 2012 में टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम में शामिल थीं।
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी टीम इंडिया के मौजूदा ओपनर रोहित शर्मा की तरह आक्रामक बल्लेबाजी करना चाहते थे। लेकिन अपनी क्षमताओं पर यकीन नहीं होने के कारण ऐसा नहीं कर सके। गावस्कर ने इंडिया टुडे से यह बात कही।
गावस्कर ने कहा कि रोहित वनडे और टेस्ट क्रिकेट में पहले ओवर से ही आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं। वे बिना डरे अच्छे शॉट्स खेलते हैं। मैं भी अपने करियर के दौरान कुछ इसी अंदाज में खेलना चाहता था। लेकिन परिस्थितियों के कारण ऐसा नहीं कर सका।
मौजूदा दौर के बल्लेबाजों को देखना अच्छा लगता है: गावस्कर
उन्होंने आगे कहा कि जब मैं नेक्स्ट जनरेशन क्रिकेटर्स को ऐसा करते देखता हूं, तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। मुझे अगली पीढ़ी को बल्लेबाजी करते देखना बहुत पसंद है, क्योंकि वहां आप तरक्की देखते हैं। आप देख रहे हैं कि आज के दौर के बल्लेबाज अगली पीढ़ी के लिए नए स्टैंडर्ड सेट कर रहे हैं।
रोहित ने वनडे में 29 शतक लगाए हैं
गावस्कर टेस्ट में 10 हजार रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं। उनका वनडे में भी रिकॉर्ड अच्छा रहा। उन्होंने 108 मैच में 35.13 की औसत से 3092 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने सिर्फ एक ही शतक लगाया। वहीं, रोहित शर्मा के वनडे रिकॉर्ड की बात करें, तो उन्होंने 224 मैच में 49.27 की औसत से 9115 रन बनाए हैं।
रोहित ने बतौर ओपनर 27 शतक लगाए
वे वनडे में अब तक 29 शतक लगा चुके हैं। वे बतौर ओपनर 140 वनडे में 58.11 की औसत से 7148 रन बना चुके हैं। उन्होंने वनडे करियर में 29 में से 27 शतक बतौर ओपनर लगाए हैं।पिछले साल इंग्लैंड में हुए वनडे वर्ल्ड कप में रोहित ने पांच शतक लगाए थे। इसके साथ वे किसी एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज बने थे।
उन्हें आईसीसी वनडे क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी चुना गया था। आखिरी घरेलू सीजन में रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में ओपनिंग की शुरुआत की थी, जहां उन्होंने 5 मैच में तीन शतक लगाए थे।
रोहित शर्मा को खेल रत्न मिलेगा
हाल ही में रोहित को राजीव गांधी खेल रत्न देने की घोषणा की गई है। रोहित यह सम्मान पाने वाले देश के चौथे क्रिकेटर होंगे। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को यह सम्मान मिल चुका है।
ब्रिटेन के टेनिस खिलाड़ी एंडी मरे 9 महीने बाद कोर्ट पर उतरे और अपना पहला मैच जीत लिया। तीन बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन मरे की दो हिप सर्जरी हुई थीं, इसलिए वे खेल से दूर थे। मरे ने वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन में अमेरिका के फ्रांसिस तियाफो को 7-6, 3-6, 6-1 से हराया। यह पांच महीने में पहला एटीपी टूर्नामेंट है।
दो बार के पूर्व चैंपियन मरे ने कहा कि फिजिकली मैंने अच्छा खेल दिखाया। मैंने जितनी उम्मीद की थी, उससे बेहतर रहा। दो बार के ग्रैंड स्लैम रनरअप केविन एंडरसन, कनाडा के मिलोस राओनिक, फेलिक्स ऑगर, डेनिस शापोवालोव और अमेरिका के टेलर फ्रिट्ज, रेली ओपेलका भी दूसरे राउंड में पहुंच गए।
अजारेंका की साल की पहली जीत, वीनस हारीं
दो बार की ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका ने डोना वेकिच को 6-2, 6-3 से हराया। यह उनकी साल की पहली जीत है। मारिया सक्कारी ने कोको गॉफ को 6-1, 6-3 और 40 साल की वीनस विलियम्स को यास्त्रेम्स्का ने 5-7, 6-2, 7-5 से हराया।
यूरोप में फुटबॉल का नया सिकंदर कौन बनेगा। इसका फैसला रविवार रात को पुर्तगाल में होगा। इस दिन यूईएफए चैम्पियंस लीग के फाइनल में 5 बार की चैम्पियन बायर्न म्यूनिख का सामना 50 साल में पहली बार फाइनल खेल रहे फ्रेंच क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) से होगा।
अगर पीएसजी चैम्पियंस लीग जीत जाती है, तो इस दशक में ट्रेबल (दो घरेलू और चैम्पियंस लीग जीतने वाली टीम) पूरा करने वाली तीसरी टीम हो जाएगी। इससे पहले, बार्सिलोना ने 2014-15 में ट्रेबल पूरा किया था। इससे पहले बायर्न ने भी 2012-13 में यह उपलब्धि हासिल की थी।
बार्सिलोना ने 2 बार ट्रेबल पूरा किया है
बार्सिलोना ने इससे पहले 2008-09 में भी ट्रेबल पूरा किया था। बार्सिलोना दो बार यह उपलब्धि हासिल करने वाला इकलौता क्लब है। अगर बायर्न फाइनल जीतता है, तो वह भी 2 बार ट्रेबल पूरा करने वाला क्लब बन जाएगा। इसके अलावा मैनचेस्टर यूनाइटेड (1998-99), बायर्न म्यूनिख (2012-13), इंटर मिलान (2009-10), सेल्टिक (1966-67), एएफसी अजाक्स (1971-72) और पीएसवी ईंधोवेन (1987-88) भी ट्रेबल कर चुके हैं।
ट्रेबल किसे कहते हैं
एक सीजन में अगर कोई क्लब घरेलू लीग और कप के साथ चैम्पियंस लीग का खिताब जीतने में कामयाब रहता है, तो इसे ट्रेबल कहते हैं। यानी एक ही सीजन में तीन बड़े खिताब जीतने का रिकॉर्ड। इस लिहाज से यह क्लब फुटबॉल में बड़ी उपलब्धि होती है। क्योंकि एक सीजन में घरेलू लीग और घरेलू कप के साथ यूरोप की सबसे बड़ी फुटबॉल लीग का खिताब जीतना आसान नहीं होता है।
पीएसजी 16 साल बाद फाइनल में पहुंचने वाला पहला फ्रेंच क्लब
पीएसजी 16 साल बाद चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचने वाला पहला फ्रेंच क्लब है। पिछली बार एएस मोनाको ने 2003-04 सीजन में यह उपलब्धि हासिल की थी, लेकिन वह खिताब जीतने से चूक गया था।
तब फाइनल में एफसी पोर्टो ने उसे 3-0 से हराया था। अब तक सिर्फ एक ही फ्रेंच क्लब चैम्पियंस लीग का खिताब जीता है। 1992-93 सीजन में मार्सेल ने चैम्पियंस लीग के फाइनल में एसी मिलान को हराया था। मार्सेल दो बार फाइनल खेला है।
पीएसजी 110 मैच खेलने के बाद फाइनल में पहुंचा
पीएसजी ने चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचने के लिए सबसे ज्यादा 110 मैच खेले हैं। इससे पहले आर्सेनल ने 90 मैच के बाद 2006 में फाइनल खेला था। पीएसजी फाइनल में पहुंचने वाली फ्रांस की 5वीं टीम है। सबसे ज्यादा इंग्लैंड के 8, जर्मनी और इटली के 6-6 क्लब ऐसा कर चुके हैं।
यूईएफए चैम्पियंस लीग के फाइनल में फ्रेंच क्लब का प्रदर्शन
क्लब
साल
नतीजा
स्टेड डे रेम्स
1958-59
रियाल मैड्रिड ने हराया
सेंट एटिने
1975-76
बायर्न म्यूनिख से हारा
मार्सेल
1990-91
रेड स्टार बेलग्रेड ने शिकस्त दी
मार्सेल
1992-93
एसी मिलान को मात दी
एएस मोनाको
2003-04
एफसी पोर्टो से हारा
पीएसजी
2019-20
मैच खेला जाना है
बायर्न 11वीं बार चैम्पियंस लीग का फाइनल खेलेगी
बार्यन म्यूनिख 11वीं बार चैम्पियंस लीग के फाइनल में पहुंचा है। लीग के इतिहास में रियाल मैड्रिड ने सबसे ज्यादा 16 फाइनल खेले हैं और 13 बार खिताब जीता है। बायर्न म्यूनिख ने पिछला खिताब 2013 में जीता था। तब उसने जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड को फाइनल में हराया था। अब तक यह जर्मन क्लब पांच खिताब जीत चुका है।
दोनों टीमों का फाइनल तक का सफर
यूईएफए रैंकिंग में 7वें स्थान पर काबिज पीएसजी ने इस सीजन में 10 में से 8 मैच जीते हैं, जबकि एक ड्रॉ रहा और एक मैच में उसे हार मिली। पीएसजी इस सीजन में 25 गोल के साथ दूसरे नंबर पर है। यह टीम लीग स्टेज में ग्रुप-ए की विनर थी। फ्रेंच क्लब ने राउंड-16 में 3-2 के एग्रीगेट के आधार पर बोरुसिया डॉर्टमंड को हराया। क्वार्टर फाइनल में अटलांटा को शिकस्त दी। वहीं, सेमीफाइनल में आरबी लिपजिग को मात दी। पिछले सीजन में यह टीम प्री-क्वार्टर फाइनल स्टेज तक ही पहुंचीं थी।
बायर्न म्यूनिख के पास सबसे ज्यादा गोल का रिकॉर्ड बनाने का मौका
इधर, यूईएफए रैंकिंग में दूसरे स्थान पर मौजूद बार्यन ने इस सीजन में सभी 10 मैच जीते हैं और सबसे ज्यादा 42 गोल किए। म्यूनिख के खिलाफ दूसरी टीमें सिर्फ 8 गोल ही कर पाईं हैं। बायर्न अपने सभी 6 मैच जीतकर ग्रुप-बी की विनर था। इसने प्री-क्वार्टर फाइनल में 7-1 के एग्रीगेट के आधार पर चेल्सी को शिकस्त दी। क्वार्टर फाइनल में बार्सिलोना को 8-2 से हराया। वहीं, सेमीफाइनल में लियोन को मात देकर रिकॉर्ड 11वीं बार फाइनल में जगह पक्की की।
अगर पीएसजी के खिलाफ फाइनल में बायर्न 3 गोल करता है, तो एक सीजन में सबसे ज्यादा 45 गोल करने के बार्सिलोना के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगा। बार्सिलोना ने 1999-2000 सीजन में 45, रियाल मैड्रिड ने 2013-14 में 41 और 2017-18 में लिवरपूल ने भी इतने ही गोल किए थे।
हेड टू हेड
चैम्पियंस लीग में अब तक पीएसजी और बायर्न म्यूनिख के बीच 8 मुकाबले हुए हैं। इसमें पीएसजी ने 5 और बायर्न म्यूनिख ने तीन जीते हैं। पीएसजी ने बायर्न के खिलाफ 12, तो जर्मन क्लब ने उसके विरुद्ध 11 गोल किए हैं। दोनों टीमों के बीच दिसंबर 2017 में हुए पिछले मैच में बायर्न ने 3-1 से जीत दर्ज की थी। दोनों टीमें अब तक सिर्फ ग्रुप स्टेज में ही आमने-सामने हुईं हैं। यह पहला मौका है, जब लीग के फाइनल में इनकी टक्कर होगी।
दोनों टीमों के इन खिलाड़ियों पर रहेगी नजर
चैम्पियंस लीग के फाइनल में दोनों टीमों के कई अहम खिलाड़ियों पर नजर रहेगी। इसमें बायर्न म्यूनिख के रॉबर्ट लेवनडॉस्की, सर्ज नाबरी और पीएसजी के किलियन एम्बाप्पे, माउरो इकार्डी और नेमार शामिल हैं। म्यूनिख के लेवनडॉस्की इस सीजन के टॉप स्कोरर हैं। वे अब तक 9 मैच में 15 गोल कर चुके हैं।
लेवनडॉस्की एक सीजन में 15 गोल करने वाले दूसरे खिलाड़ी
वे किसी एक सीजन में 15 या उससे ज्यादा गोल करने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने सबसे ज्यादा 17 गोल 2013-14 में, 2015-16 में 16 और 2017-18 में 15 गोल किए हैं। नाबरी भी इस सीजन में गोल करने के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 9 गोल किए हैं। इसमें सेमीफाइनल में लियोन के खिलाफ उनके 2 गोल भी हैं।
इधर, पीएसजी की उम्मीदें 22 साल के किलियन एम्बाप्पे पर होगी। एम्बाप्पे ने इस सीजन में पीएसजी के लिए सबसे ज्यादा 5 गोल किए हैं। माउरो इकार्डी ने भी इतने ही गोल किए हैं। इसके अलावा एंजेल डी मारिया पर भी सबकी नजर होगी। इस सीजन में गोल असिस्ट करने के मामले में पीएसजी का यह खिलाड़ी पहले नंबर पर है।
मारिया ने सबसे ज्यादा 6 गोल, तो एम्बाप्पे ने 5 असिस्ट किए हैं। डी मारिया लीग की ऑल टाइम असिस्ट लिस्ट में रोनाल्डो (40), मेसी (35), रायन गिग्स(31) के बाद चौथे नंबर पर हैं।
टूर्नामेंट के 196 मैच में 543 गोल हुए
टूर्नामेंट में अब तक 118 मैच खेले गए हैं, जिसमें 385 गोल हुए। इस दौरान प्रति मैच गोल औसत 3.26 रहा। लीग के इस सीजन में सबसे ज्यादा 78 गोल मैच के 76 से 90वें मिनट के बीच हुए।
नई दिल्लीप्रागनानंदा और दिव्या देशमुख की महत्वपूर्ण जीत से भारत ने रविवार को फिडे ऑनलाइन शतरंज ओलिंपियाड के शीर्ष डिविजन के नौवें और अंतिम दौर में मजबूत चीन को 4-2 से हराकर उलटफेर किया। भारतीय टीम अब 28 अगस्त को क्वॉर्टर फाइनल में खेलेगी। भारत ने अंडर-20 बोर्ड पर चार ड्रॉ और दो जीत की बदौलत जीत हासिल की। 15 साल के प्रागनानंदा ने लियू यान को और दिव्या देशमुख ने जिनेर झू को मात दी। भारतीय कप्तान विदित गुजराती और दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी डिंग लिरेन के बीच बाजी ड्रॉ रही और पी हरिकृष्णा ने भी यांग्यी यु से अंक बांटे। भारत की शीर्ष महिला खिलाड़ी कोनेरू हम्पी ने दुनिया की नंबर एक यिफान होऊ से बाजी ड्रॉ करायी। डी हरिका ने भी मौजूदा विश्व चैम्पियन वेंजुन हु के खिलाफ अंक बांटे। इस खास मौके पर वित्त मंत्री निर्मला सितारमण ने भी टीम को बधाई दी है। भारत ने पूल ए में 17 अंक और 39.5 बोर्ड अंक से शीर्ष स्थान हासिल किया जिससे वह क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनी। भारत के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हरिकृष्णा ने कहा कि वह चीन पर जीत से खुश हैं और उन्होंने इसका श्रेय युवाओं (प्रागनानंदा और दिव्या) को दिया। पूल का विजेता सीधे क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचेगा जबकि चार पूल से दूसरे-तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमें नॉकआउट के शुरुआती चरण में पहुंचेंगी। इससे पहले सातवें दौर में भारत ने जार्जिया पर 4-2 से और आठवें दौर में जर्मनी पर 4.5-1.5 अंक से जीत हासिल की।
इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट हारने के बाद तीसरे टेस्ट में भी जूझ रही पाकिस्तान टीम पर पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने तंज कसा। शोएब के मुताबिक- इंग्लैंड में पाकिस्तान की टीम किसी छोटे क्लब की टीम की तरह प्रदर्शन कर रही है। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर शोएब ने बिना नाम लिए बॉलिंग कोच वकार यूनिस पर भी निशाना साधा। शोएब ने कहा- पता नहीं, आज-कल हमारे तेज गेंदबाजों को क्या सिखाया जा रहा है।
तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में पाकिस्तान पहला टेस्ट हारा और दूसरा बारिश के कारण रद्द हो गया। तीसरे टेस्ट में मेहमान टीम की हालत खस्ता है। इंग्लैंड ने पहली पारी में 583 रन बनाए। तीसरे दिन बारिश के कारण खेल रोके जाने तक पाकिस्तान महज 41 रन पर 4 विकेट गंवा चुका है।
क्या कर रहे थे बॉलर्स
तीसरे टेस्ट की पहली पारी में इंग्लैंड के लिए जैक क्रॉले 267 और जोस बटलर ने 152 रन बनाए। दोनों ने पांचवे विकेट के लिए 359 रन की पार्टनरशिप की। अख्तर ने पाकिस्तान के गेंदबाजों को निशाने पर लिया। कहा- मैंने देखा है आक्रामक गेंदबाजी कैसे की जाती है। ऐसे गेंदबाजों में विकेट हासिल करने की भूख होती है। पता नहीं हमारे वर्तमान टीम के बॉलर्स को क्या सिखाया जा रहा है। कोई तरीका ही नजर नहीं आता। नसीम शाह को ही देखिए। वो एक ही लाइन और लैंथ पर बॉलिंग किए जा रहा है। न उसके पास स्लोअर बॉल है और न बाउंसर।
टेस्ट खेल रहे हैं, नेट्स पर नहीं हैं
तीसरे टेस्ट की पहली पारी में पाकिस्तान की गेंदबाजी का आलम ये था कि स्पेशलिस्ट बैट्समैन फवाद आलम को भी बॉलिंग करनी पड़ी। शोएब ने कहा- मैं नहीं जानता कि हमारे गेंदबाज आक्रामक रवैया क्यों नहीं अपनाते? आखिर आप टेस्ट मैच खेल रहे हैं। कोई नेट बॉलर नहीं हैं। मैं सिर्फ एक बात कहना चाहता हूं। जब तक आपका माइंडसेट सही नहीं होगा, आप कामयाब भी नहीं होंगे। पाकिस्तान टीम बहुत सामान्य नजर आ रही है।
बाबर आजम को बचाकर क्यों नहीं रखा
अख्तर ने दूसरे दिन खेल खत्म होने के कुछ मिनट पहले बाबर आजम को बैटिंग के लिए भेजने पर भी सवाल उठाए। कहा- क्या बाबर को अगले दिन के लिए बचाकर नहीं रखा जा सकता था? क्या दूसरे दिन उसकी जगह नाइट वॉचमैन नहीं भेजा जा सकता था? यही आलम रहा तो 2006 के बाद हम विदेश में सबसे बड़ी हार लेकर लौटेंगे। पाकिस्तान टीम किसी क्लब की टीम से ज्यादा नहीं लग रही है। गनीमत है क्राउले आउट हो गया, नहीं तो वो 300 रन बनाता।
दिल्ली कैपिटल्स (DC) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के भारतीय खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ चेहरे पर मास्क और शील्ड पहने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए रविवार को दुबई पहुंच गए। इसके साथ ही सभी टीमें यहां पहुंच चुकी हैं। कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग का 13वां चरण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तीन स्थलों दुबई, अबुधाबी और शारजाह में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक खेला जाएगा।
हैदराबाद की टीम रविवार को पहले पहुंची और जल्द ही दिल्ली कैपिटल्स भी मुंबई से यहां पहुंच गई। भारतीय क्रिकेट बोर्ड की मानक परिचालन प्रक्रिया के अंतर्गत खिलाड़ियों को अनिवार्य छह दिन तक क्वॉरंटीन में रहना होगा। इसके साथ ही यूएई सभी 8 टीमें पहुंच गई हैं।
दिल्ली कैपिटल्स (DC) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के भारतीय खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ चेहरे पर मास्क और शील्ड पहने आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिए रविवार को दुबई पहुंच गए। इसके साथ ही सभी टीमें यहां पहुंच चुकी हैं। कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया की सबसे बड़ी टी20 लीग का 13वां चरण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तीन स्थलों दुबई, अबुधाबी और शारजाह में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक खेला जाएगा।
टेस्ट नेगेटिव आने के बाद बायो प्रोटोकॉल्स
क्वॉरंटीन के दौरान प्रत्येक का आरटी-पीसीआर परीक्षण पहले, तीसरे और छठे दिन कराया जाएगा जिसके बाद नेगेटिव आने की स्थिति में ही खिलाड़ी ‘बायो बबल’ में प्रवेश कर पाएंगे। दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी धीरज मल्होत्रा और सहायक कोच मोहम्मद कैफ ने अपने विचार साझा किए जो काफी लंबे समय के बाद अपने खिलाड़ियों से मिले थे।
6 टीमें पहले ही पहुंच गईं थीं
छह दिन के क्वॉरंटीन के दौरान खिलाड़ियों को अपने कमरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। चेन्नै सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, किंग्स इलेवन पंजाब, कोलकाता नाइटराइडर्स और मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी शुक्रवार को ही आ गए थे।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">📹 | <a href="https://twitter.com/MohammadKaif?ref_src=twsrc%5Etfw">@MohammadKaif</a> and Dhiraj Malhotra's candid reactions as the DC squad began their journey 🗣️<a href="https://twitter.com/hashtag/Dream11IPL?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#Dream11IPL</a> <a href="https://twitter.com/hashtag/YehHaiNayiDilli?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#YehHaiNayiDilli</a> <a href="https://t.co/nEo6vakHWG">pic.twitter.com/nEo6vakHWG</a></p>— Delhi Capitals (Tweeting from 🇦🇪) (@DelhiCapitals) <a href="https://twitter.com/DelhiCapitals/status/1297435907486818306?ref_src=twsrc%5Etfw">August 23, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Hey, <a href="https://twitter.com/DelhiCapitals?ref_src=twsrc%5Etfw">@delhicapitals</a> 👋🏻<br /><br />Seems like we are travel buddies 🧡💙<a href="https://twitter.com/hashtag/OrangeArmy?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#OrangeArmy</a> <a href="https://t.co/wImURSZbTi">pic.twitter.com/wImURSZbTi</a></p>— SunRisers Hyderabad (@SunRisers) <a href="https://twitter.com/SunRisers/status/1297405578952810496?ref_src=twsrc%5Etfw">August 23, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
दुबईएशिया के ब्रैडमैन कहे जाने वाले पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज बल्लेबाज को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। उनके अलावा दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज ऑलराउंडर और पुणे में जन्मी पूर्व ऑस्ट्रेलिया महिला कप्तान को भी यह सम्मान दिया गया। आईसीसी ने रविवार को यह घोषणा की। आईसीसी ने कोविड-19 महामारी के कारण वर्चुअल समारोह का आयोजन किया। इसमें कैलिस के अलावा लंबे समय तक उनके साथी रहे शॉन पोलाक और भारतीय दिग्गज सुनील गावसकर ने भी हिस्सा लिया। जैक कैलिस का धांसू करियरक्रिकेट में बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक कैलिस ने दक्षिण अफ्रीका की तरफ से 1995 से लेकर 2014 तक 166 टेस्ट, 328 वनडे और 25 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। यह 44 वर्षीय खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका की तरफ से टेस्ट (13,289 रन) और वन डे (11,579 रन) में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने इसके अलावा तेज गेंदबाज के रूप में टेस्ट में 292 और वनडे में 273 विकेट हासिल किए। अब्बास इसलिए कहे जाते हैं एशिया के ब्रैडमैनइस समारोह में जिन तीसरे क्रिकेटर को हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया वह जहीर अब्बास थे जिन्हें एशियाई ब्रैडमैन कहा जाता है। अब्बास ने इंटरनेशनल करियर में 78 टेस्ट मैच खेलकर 44.79 के एवरेज से 5.62 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 20 अर्धशतक लगाए। इसके अलावा 62 वनडे मैचों में 47.62 के एवरेज से 2572 रन बनाए, जबकि 7 सेंचुरी और 13 हाफ सेंचुरी उनके नाम है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें तो उनके नाम 459 मैचों में 108 शतक और 158 अर्धशतक समेत 34843 रन दर्ज हैं। इस मामले में सचिन तेंडुलकर और सुनील गावसकर (81-81 शतक) भी उनसे पीछे हैं। गावसकर ने की विजेताओं की तारीफ में 2009 में शामिल होने वाले गावसकर ने जैक कैलिस के लिए कहा, ‘वह एक विशाल व्यक्तित्व हैं। यह शब्द उन पर अच्छी तरह से जंचता है। वह आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने के सच्चे हकदार थे।’ भारत में भी प्रेरणास्रोत है स्टालेकरगावसकर ने महिला क्रिकेटर स्टालेकर की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘यह अच्छा है कि एक और ‘कर’ आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल हो गया है। शानदार। आप केवल ऑस्ट्रेलिया ही नहीं भारत में भी प्रेरणास्रोत हो।’ स्टालेकर ने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से आठ टेस्ट, 125 वनडे और 54 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। अब्बास के बोले- देर आए दुरस्त आएगावसकर ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। इसका उनसे अधिक हकदार कोई अन्य नहीं था। मुझे नहीं पता कि उन्हें यह सम्मान मिलने में इतनी देर क्यों हुई। लेकिन देर आए दुरस्त आये। जब आप उन्हें बल्लेबाजी करते हुए देखते थे तो बहुत आनंद आता था, भले ही वह आपके खिलाफ ही क्यों नहीं खेल रहे हों।’
लिस्बनकोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय तक निलंबित हुई यूएफा चैंपियंस लीग का पहला मैच शुरू होने के 425 दिनों के बाद संडे को नया चैंपियन मिलेगा जिसका फाइनल पैरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) और बायर्न म्यूनिख के बीच खेला जाएगा। महामारी के कारण इसके फॉर्मेट में कुछ बदलाव भी किया गया। वहीं, दुनिया के सबसे महंगे फुटबॉल खिलाड़ी नेमार के पास आज खुद को साबित करने का बड़ा मौका होगा जिन्हें पीएसजी ने तीन साल पहले बार्सिलोना से रेकॉर्ड कीमत पर खरीदा था। फाइनल में पीएसजी के पास पहली बार खिताब जीतने का मौका होगा, जबकि पांच बार की चैंपियन बायर्न म्यूनिख अपने रेकॉर्ड में और सुधार करना चाहेगी। फाइनल पहले मई में इस्तांबुल में खेला जाना था, लेकिन अब लिस्बन इसकी मेजबानी करेगा। मैदान में कुछ सौ लोग ही मौजूद होंगे जिसमें खिलाड़ी और मैच अधिकारी भी शामिल हैं। पहली बार बिना फैन्स के फाइनलफाइनल से पहले स्टेडियम में जाने वाले सभी की कोविड-19 जांच होगी। इससे पहले कभी भी इस यूरोपीय चैंपियनशिप के मुकाबलों को खाली स्टेडियम में नहीं खेला गया था। पीएसजी ने खूब किया है खर्चपीएसजी के साथ आठ साल से जुड़े मार्को वेर्राटी ने कहा, ‘इस क्लब के इतिहास और फुटबॉलर के तौर पर यह हमारी जिंदगी के सबसे अहम 90 मिनट होंगे।’ पीएसजी ने इस खिताब के सपने को पूरा करने के लिए टीम में खिलाड़ियों पर भारी भरकम निवेश किया जिसमें रेकॉर्ड रकम के साथ ब्राजील के नेमार को क्लब के साथ जोड़ना शामिल है। बायर्न की टीम 2013 में चैंपियन बनने के बाद चार बार सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी थी। टूर्नमेंट- चैंपियंस लीग फाइनल मैच- बायर्न म्यूनिख Vs पीएसजी टाइम- आज रात 12.30 बजे से
जिस दौरान यूएई में आईपीएल 2020 चल रहा होगा, उसी वक्त जिम्बाब्वे टीम पाकिस्तान का दौरा करेगी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इसकी तैयारी शुरू कर दी हैं। आईपीएल यूएई में 19 सितंबर से 10 नवंबर तक है। पाकिस्तानी क्रिकेटरों को 2008 के बाद से आईपीएल खेलने का मौका नहीं मिला है।
पाकिस्तान पहली ऐसी एशियाई टीम है, जिसने कोरोना के बीच इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की है। इंग्लैंड दौरे पर गई पाकिस्तानी टीम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद तीन मैचों की टी- 20 सीरीज खेलेगी। इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अक्टूबर-नवंबर में जिम्बाब्वे की मेजबानी करने के अलावा कोरोना के बीच अपने डोमेस्टिक सीजन को बायो सिक्योर एन्वॉयरमेंट में कराने की तैयारी कर रहा है।
मध्य अक्टूबर में आएगी जिम्बाब्वे की टीम
पीसीबी सूत्रों ने बताया कि वनडे और टी-20 सीरीज की तारीखें जल्द तय की जाएंगी। माना जा रहा है कि जिम्बाब्वे टीम 15 अक्टूबर के आसपास पाकिस्तान पहुंचेगी। यहां वो तीन वनडे और इतने ही टी-20 मैच खेलेगी। कुछ और मैच कराने पर बातचीत चल रही है।
दो हफ्ते क्वारैंटाइन रहना होगा
जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों को दो हफ्ते आइसोलेशन में रहना होगा। ट्रेनिंग शुरू करने से पहले उनका कोरोना टेस्ट होगा। सूत्र ने कहा कि पीसीबी इस वक्त कोरोना को देखते हुए सरकार के स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसीजर (एसओपी) के मुताबिक बायो सिक्योर एन्वॉयरमेंट के लिए नियम तैयार कर रहा है। बायो सिक्योर एन्वॉयरमेंट जिम्बाब्वे के खिलाफ इंटरनेशनल सीरीज, पाकिस्तान सुपर लीग पांच के बाकी बचे चार मैचों और पूरे डोमेस्टिक सीजन के लिए लागू होगा।
नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान () ने इंग्लैंड के बल्लेबाज (Zak Crawley) की प्रशंसा के पुल बांधते हुए इस युवा को 'बेहतरीन खिलाड़ी' करार दिया। क्राउली ने साउथैम्पटन में पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे टेस्ट में 267 रन की शानदार पारी खेली। इस युवा बल्लेबाज ने अपने 8वें टेस्ट मैच में शनिवार को साथी शतकवीर जोस बटलर (152 रन) के साथ रेकॉर्ड साझेदारी के दौरान दोहरा शतक जमाया। इससे इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान पर टेस्ट सीरीज जीतने के करीब पहुंच गई है। 22 साल के क्राउली की 392 गेंद की इस पारी ने उन्हें इंग्लैंड के खिलाड़ियों के सर्वकालिक शीर्ष स्कोर में 10वें स्थान पर पहुंचा दिया। गांगुली ने ट्वीट किया, 'इंग्लैंड को तीसरे नंबर पर क्राउली के रूप में बहुत अच्छा खिलाड़ी मिल गया है।' उन्होंने कहा, 'वह बेहतरीन खिलाड़ी दिखते हैं। उन्हें नियमित रूप से सभी प्रारूपों में खेलते हुए देखने की उम्मीद करूंगा।' बेन स्टोक्स पारिवारिक कारणों से अपने देश न्यूजीलैंड लौट गए हैं, जिससे उन्हें तीसरे और अंतिम टेस्ट में खेलने का मौका मिला। क्राउली ने भी इस मौके का फायदा उठाकर दोहरे शतक से इंग्लैंड की टीम में तीसरे नंबर के नियमित बल्लेबाज के लिये दावा पेश कर दिया है। उनकी बटलर के साथ 5वें विकेट के लिए 359 रन की भागीदारी टेस्ट में इंग्लैंड की ओर से रेकॉर्ड है और यह सर्वश्रेष्ठ साझेदारियों में संयुक्त रूप से छठे स्थान पर है।
बर्लिन डिएगो कार्लोस के निर्णायक गोल की मदद से स्पेनिश क्लब ने इटली के क्लब को 3-2 से हराकर अपना छठा यूरोपा लीग खिताब जीत लिया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना के कारण जर्मनी के कोलोन शहर के खाली स्टेडियम में शुक्रवार को खेले गए इस फाइनल मुकाबले के 5वें मिनट में ही पहला गोल मिलान के रोमेलु लुकाकू ने पेनल्टी से किया। इसके बाद 12वें मिनट में सेविला के ल्यूक डी यॉन्ग ने गोल करते हुए मैच 1-1 से बराबर कर दिया। सेविला ने इसके बाद 33वें मिनट में डी यॉन्ग के गोल की मदद से 2-1 की बढ़त बना ली थी। हालांकि, यह खुशी ज्यादा देर नहीं रही और दो मिनट बाद ही मिलान के डिएगो गोडिन ने गोल दागते हुए मैच फिर 2-2 से बराबरी पा ला दिया। मैच के दूसरे हाफ में दोंनों ही टीमें गोल करने संघर्ष करती हुई दिखाई दी। लेकिन 74वें मिनट में डिएगो कार्लोस ने विजयी गोल दागकर सेविला को छठा यूरोपा लीग खिताब दिला दिया।
सुनील गावस्कर ने विराट की नेतृत्व वाली टीम को भारतीय क्रिकेट की अब तक की सबसे बेहतर टेस्ट टीम बताया। गावस्कर ने कहा कि विराट की टीम सबसे संतुलित है। इस टीम में बेहतरीन बल्लेबाजों के साथ अच्छे पेसर भी हैं। विराट खुद सबसे कामयाब कप्तानों में से एक हैं। उन्होंने ज्यादातर टेस्ट मैचों में भारत को जीत दिलवाई। वे टीम इंडिया को टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर लेकर गए हैं।
विराट ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान भी हैं। उन्होंने 2014 में कप्तानी शुरुआत की, जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में धोनी से बागडोर संभाली। 2017 में उन्हें लिमिटेड ओवर की जिम्मदारी भी सौंपी गई।
रन बनाना भी जरूरी
गावस्कर ने कहा, "भारत के पास बेहतर गेंदबाजी आक्रमण है। यह जरूरी भी है। यदि आप बीस विकेट नहीं लेते हैं, तो आप एक मैच नहीं जीतेंगे। 2018 में इंग्लैंड में हमने यही देखा। 2017 में साउथ अफ्रीका में भी यही देखा कि हमने हर बार 20 विकेट लिए। लेकिन ज्यादा रन नहीं बनाए। अब मुझे लगता है कि हमें ज्यादा अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी। अब हम ऑस्ट्रेलियाई टीम से ज्यादा रन बना सकते हैं। बैटिंग के लिहाज से यह 1980 के दशक की टीम लगती है। लेकिन, इस टीम का बॉलिंग अटैक बेहतरीन है।
पेस अटैक शानदार
गावस्कर ने आगे कहा, “हम अभी इतने सक्षम हैं कि हमारे गेंदबाज भारत के बनाए गए स्कोर से एक रन पहले ही ऑस्ट्रेलिया के 20 विकेट ले सकते हैं। मेरा मानना है कि यह टीम अब तक की सबसे बेहतर टेस्ट टीम है। तकनीक और क्षमता बेहतर है। इससे बेहतर टीम की कल्पना नहीं की जा सकती। बेहतर बल्लेबाजों के साथ अच्छे स्पिनर हैं। वर्ल्ड क्लास फास्ट बॉलर हैं। इनमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार और इशांत शर्मा शामिल हैं।”
रोहित जैसा बल्लेबाजी करना चाहता हूं
गावस्कर ने कहा- काश मैं लिमिटेड ओवर क्रिकेट में रोहित शर्मा की तरह बैटिंग कर पाता। हालात और आत्म विश्वास में कमी के कारण ऐसा नहीं हो सका। रोहित पेस और स्पिन के खिलाफ बड़े आराम से खेलते हैं। विराट कोहली के बाद वनडे में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। 33 साल के रोहित शर्मा ने वनडे में ओपनर के तौर पर 27 शतक बनाए हैं। जबकि टी-20 इंटरनेशनल में उनके नाम 4 शतक हैं, जो इस इंटरनेशनल फॉर्मेट में सबसे ज्यादा है।
साउथैम्पटन तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच से बाहर होती दिख रही पाकिस्तान आज अपनी वापसी की राह तलाशने की कोशिश करेगी। इंग्लैंड ने शनिवार को मैच के दूसरे दिन अपनी पहली पारी 583/8 के विशाल स्कोर पर घोषित की। इसके बाद पाकिस्तान की टीम ने कल का खेल समाप्त होने तक सिर्फ 24 रन पर अपने तीन चोटी के बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए हैं। इंग्लैंड की टीम ने के शानदार दोहरे शतक (267) और विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर (152) की बेहतरीन पारियों के दम पर यह विशाल स्कोर खड़ा कर मेहमान टीम को दबाव में ला दिया है। इसके बाद जेम्स एंडरसन ने शीर्ष तीनों विकेट झटककर उसकी हालत और पतली कर दी है। पाकिस्तान इस सीरीज में पहले ही 0-1 से पीछे चल रहा है।
इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच तीन टेस्ट की सीरीज का आखिरी मैच साउथैंप्टन के रोज बाउल स्टेडियम में खेला जा रहा है। आज तीसरा दिन है। पहले दो दिन इंग्लैंड की टीम हावी रही। उसने पहले 583 रन का विशाल स्कोर बनाया। इसके बाद करीब 40 मिनट के खेल में 3 विकेट लेकर पाकिस्तान को बैकफुट पर धकेल दिया। आउट ऑफ फॉर्म चल रहे अजहर अली क्रीज पर हैं। लेकिन, बाबर आजम आउट हो चुके हैं।
स्विंग का कमाल
रोज बाउल पर दूसरे दिन का आखिरी घंटा एंडरसन के नाम रहा। पाकिस्तान के तीनों विकेट एंडरसन ने ही लिए। उन्होंने सबसे पहले शान मसूद को 4 रन पर जेम्स एंडरसन ने एलबीडब्ल्यू किया। इसके बाद आबिद अली (1) को डॉम सिबली के हाथों कैच आउट कराया। तीसरे विकेट के तौर पर बाबर आजम (11) को एलबीडब्ल्यू किया। स्विंग के साथ ही रफ्तार ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल दिया।
इंग्लैंड सीरीज में 1-0 से आगे
फिलहाल, सीरीज में इंग्लैंड ने 1-0 की बढ़त बनाए रखी है। इंग्लिश टीम ने पहले मैच में पाकिस्तान को 3 विकेट से हराया था। वहीं, दूसरा मैच बारिश के कारण ड्रॉ हो गया था। इंग्लैंड यह तीसरा मैच जीतकर 2-0 से सीरीज जीतना चाहेगा, जबकि पाकिस्तान की कोशिश मैच जीतकर सीरीज 1-1 से बराबर करने की रहेगी।
दोनों टीमें:
पाकिस्तान: अजहर अली (कप्तान), बाबर आजम (उपकप्तान), आबिद अली, शान मसूद, असद शफीक, फवाद आलम, मोहम्मद रिजवान, यासिर शाह, मोहम्मद अब्बास, शाहीन अफरीदी और नसीम शाह। इंग्लैंड: रोरी बर्न्स, डॉम सिबली, जैक क्राउली, जो रूट (कप्तान), जोस बटलर, ओली पोप, क्रिस वोक्स, डॉम बेस, जोफ्रा आर्चर, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन।
नई दिल्ली टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक ओपनिंग बल्लेबाज (Virender Sehwag) दो दिग्गज खिलाड़ियों के फैन्स से खासे नाराज हैं। इन फैन्स की हरकतों की बात सुनकर सहवाग ने उन्हें पागलों तक कह दिया। सहवाग ने अपने टि्वटर अकाउंट एक स्क्रीन शॉट शेयर किया है, जिसमें बताया गया है कि एसएस धोनी (MS Dhoni) और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के फैन्स आपस में भिड़ गए और एक की गन्ने के खेत में ले जाकर पिटाई भी कर दी। सहवाग ने अपने ट्वीट से इन फैन्स को समझाने की कोशिश की है। दरअसल हाल ही में एक खबर सामने आई थी कि कोल्हापुर जिले के कुरुंदवाड़ में धोनी और रोहित के फैन्स के दो गुट आपस में भिड़ गए। इनमें से एक युवक की तो गन्ने के खेत में ले जाकर बुरी तरह से पिटाई कर दी। दरअसल खबरों के मुताबिक इन फैन्स के गुट अपने-अपने हीरो के पोस्ट लेकर जोश में सड़कों पर निकले थे। धोनी के फैन्स उनके संन्यास की खबर के बाद ऐसा कर रहे थे, जबकि रोहित के फैन्स उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुने जाने पर उनकी इस उपलब्धि का जश्न मना रहे थे। इस बीच कुछ अनजान लोगों ने रोहित शर्मा के पोस्टर फाड़ दिए, जिसके बाद दोनों फैन्स आपस में भिड़ गए। वीरेंदर सहवाग ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए इस खबर का स्क्रीनशॉट शेयर कर लिखा, 'क्या करते हो पागलों। आपस में खिलाड़ी भी एक-दूसरे के दीवाने होते हैं और वे ज्यादा बात नहीं करते, काम से काम रखते हैं। लेकिन कुछ फैन्स अलग की स्तर के पगले होते हैं। झगड़ा-झगड़ी मत करो, टीम इंडिया को एक मानकर याद करो।'
किंगस्टन वेस्टइंडीज के अपने जमाने के दिग्गज तेज गेंदबाज () ने हाल में संन्यास लेने वाले () को 'लीक से हटकर' खिलाड़ी करार दिया है। होल्डिंग ने कहा कि धोनी ने अपने करियर की शुरुआत से ही विरोधी टीमों को तहस नहस करने में कसर नहीं छोड़ी और फिर हमेशा खुद के खेल पर नियंत्रण बनाए रखा। कप्तान के तौर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की सभी ट्रोफियां जीतने वाले धोनी ने 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने अपना आखिरी मैच एक साल से भी अधिक समय पहले वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। होल्डिंग ने दुनिया भर के अन्य क्रिकेटरों की तरह धोनी की जमकर प्रशंसा की। होल्डिंग ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'धोनी ने जब पहली बार भारत की तरफ से वनडे खेलने शुरू किया तो उनके लंबे बाल हुआ करते थे। वह लीक से हटकर नजर आते थे। वह ऐसे नजर आते हैं, जैसे वह अपने सामने आने वाली हर चीज को तहस नहस करने के लिए आए हैं और उन्होंने काफी हद तक ऐसा किया।' धोनी ने अपने करियर में कई तरह की 'हेयरस्टायल' अपनाए लेकिन अपने करियर के शुरुआती चरण में वह लंबे बाल रखा करते थे, जिनको लेकर काफी चर्चा हुई थी। उन्होंने भारत की तरफ से 2004 में पदार्पण किया था। होल्डिंग ने उनकी लंबे शॉट लगाने की क्षमता की तारीफ करते हुए कहा, 'अपने पूरे करियर के दौरान उन्होंने 229 छक्के (वनडे में) लगाए। जब आप इस संख्या के बारे में सोचते हो तो आप यह भी सोचते हों कि उसने इतने छक्के और चौके लगाने के लिए 40 साल तक क्रिकेट खेली होगी। लेकिन यही उनका स्वभाव है।' उन्होंने कहा, 'जब धोनी ने शुरुआत की थी तो वह बिग हिटर थे और इसलिए उन्होंने इतने अधिक चौके और छक्के लगाए। जब उनके बाल थोड़ा सफेद होने लगे तो उन्होंने इसमें थोड़ा बदलाव किया और उनकी बल्लेबाजी अधिक नियंत्रित हो गई। जिसने भी मैदान पर धोनी को देखा होगा वह जानता था कि वह नियंत्रण में और शांतचित रहते हैं और कभी नियंत्रण से बाहर नहीं जाते।' भारत को T20 वर्ल्ड कप, वनडे वर्ल्ड कप और चैंपियन्स ट्रोफी में जीत दिलाने वाले कप्तान धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में गिना जाता रहा है। होल्डिंग ने कहा, 'वह क्या शानदार कप्तान थे। वह कितने सफल रहे। जब वह कप्तानी कर रहे होते थे तो आपने कभी उन्हें उत्तेजित होते हुए नहीं देखा होगा।' उन्होंने कहा, 'अगर चीजें नियंत्रण से बाहर जा रही हों तो वह अपने खिलाड़ियों को बुलाते थे। उनसे शांतचित होकर बात करते थे और चीजें खुद ही बदल जाती थी। उनका इस तरह का प्रभाव था।' धोनी ने अपने करियर में 90 टेस्ट मैचों में 4,876 रन बनाए तथा 256 कैच लेने के अलावा 38 स्टंप किए। उन्होंने 321 वनडे में 10,773 रन बनाने के अलावा 321 कैच लिए और 123 स्टंप किए। उन्होंने 98 टी20 मैच खेले जिसमें 1617 रन बनाए, 57 कैच लिए और 34 स्टंप किए। उन्होंने टेस्ट मैचों में 6 शतक और वनडे में 10 शतक लगाए। होल्डिंग ने कहा कि यह सराहनीय है कि धोनी ने अपने करियर में लगभग 5000 टेस्ट रन बनाए और विकेटकीपर की अपनी भूमिका के साथ हमेशा न्याय किया। उन्होंने कहा, 'उनका करियर क्या शानदार था। इस खिलाड़ी ने लगभग 5000 टेस्ट रन बनाए, जबकि वह विशुद्ध बल्लेबाज नहीं थे, वह विकेटकीपर थे। इतने लंबे करियर में विकेटकीपर रहते हुए इतनी अच्छी भूमिका निभाना सराहनीय है।'
अगले महीने यूएई में शुरू होने जा रहे आईपीएल 2020 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के अलावा वे प्लेयर्स भी खेलेंगे जो इस वक्त सीपीएल में व्यस्त हैं। रूल्स के मुताबिक, इन्हें यूएई पहुंचने के बाद सात दिन क्वारैंटाइन रहना होगा। हालांकि, अगर वे बायो सिक्योर बबल में ही रहते हैं तो इस क्वारैंटाइन पीरिएड से बच सकते हैं।
बीसीसीआई ने क्वारैंटाइन से बचने के लिए सख्त नियम बनाए हैं। अब यह फ्रेंचाइजीस पर निर्भर करता है कि वे अपने प्लेयर्स से इन नियमों का पालन करा पाती हैं या नहीं।
लेकिन, टेस्ट तो होगा ही
अगर ये प्लेयर्स रूल्स को फॉलो करते हैं। यानी बायो सिक्योर बबल से बाहर नहीं निकलते हैं तो वे सीधे अपनी-अपनी टीम से जुड़ सकते हैं। हालांकि, यूएई पहुंचते से ही उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट जरूर होगा। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और सीपीएल में हिस्सा ले रहे प्लेयर्स होटल से सीधे मैदान पर पहुंच रहे हैं। उन्हें एयरपोर्ट टर्मिनल्स और इमीग्रेशन जैसी दूसरी औपचारिकताओं का भी पालन नहीं करना पड़ रहा।
यूएई में क्या होगा
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के प्लेयर्स लंदन से दुबई या अबुधाबी और सीपीएल के प्लेयर्स भी त्रिनिडाड से यहीं पहुंचेंगे। इसके लिए चार्टर्ड फ्लाइट्स अरेंज की गई हैं। एयरपोर्ट से सीधे अपने होटल पहुंचेंगे। आईपीएल 2020 में ऑस्ट्रेलिया के 17 और इंग्लैंड के 13 प्लेयर्स हिस्सा लेंगे। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंग्लैंड में 4 से 15 सितंबर तक तीन वनडे और इतने ही टी-20 मैचों की सीरीज खेली जानी है। सीपीएल 10 सितंबर को खत्म होगी। अब तक ये साफ नहीं है कि क्या क्वारैंटाइन जरूरी होने पर इन्हें आईपीएल के कुछ शुरुआती मैच छोड़ने पड़ेंगे। अगर ऐसा होता है तो फ्रेंचाइजीस को नुकसान होगा।
ये बड़े नाम शामिल
स्टीव स्मिथ, डेविन वॉर्नर, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, कीरोन पोलार्ड, राशिद खान और आंद्रे रसेल का टीम में न होना फ्रेंचाइजीस के लिए शुरुआती ही सही, लेकिन नुकसान होगा। लेकिन, अगर वे बॉयो सिक्योर बबल में रहते हैं तो इससे बच सकते हैं। इस हालत में सिर्फ आरटी-पीसीआर टेस्ट ही होगा। और फिर सीधे प्लेयर टीम से जुड़ सकेंगे।
बीसीसीआई के नोट में क्या
बीसीसीआई ने आईपीएल टीम्स को एक नोट भेजा है। इसमें कहा गया है- इंग्लैड बनाम ऑस्ट्रेलिया और सीपीएल के बाद अगर प्लेयर्स बायो सिक्योर बबल में रहते हैं, टीम बस से सीधे एयरक्राफ्ट तक पहुंचते हैं। और इस दौरान दूसरी औपचारिकताओं से बचते हैं तो उन्हें क्वारैंटाइन नहीं होना पड़ेगा। इस दौरान वे दूसरे लोगों से संपर्क नहीं कर सकेंगे।
टेस्ट निगेटिव होना जरूरी
नोट के मुताबिक, फ्रेंचाइजीस को स्पेशल चार्टर्ड फ्लाइट बुक करनी होंगी। इनके लिए स्पेशल पास अरेंज करने होंगे। ताकि वे एयरक्राफ्ट से सीधे बस के जरिए टीम होटल पहुंच सकें। फिर आरटी-पीसीआर टेस्ट होगा। इसके निगेटिव आना जरूरी है। यात्रा के दौरान भी उन्हें बायो सिक्योर बबल के नियमों का पालन करना होगा। अगर आईपीएल गवर्निंग काउंसिल संतुष्ट नहीं हुई तो प्लेयर्स को 7 दिन क्वारैंटाइन रहना होगा। साथ ही उनके 3 आरटी-पीसीआर टेस्ट भी होंगे।
चेन्नै भारत के पूर्व तेज गेंदबाज () ने महेंद्र सिंह धोनी () की तारीफ की है। ने कहा है कि धोनी का प्रभाव सिर्फ भारतीय क्रिकेट पर ही नहीं रहा बल्कि पूरे विश्व क्रिकेट पर रहा। धोनी ने 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। बालाजी ने स्टार स्पोटर्स तमिल के शो पर कहा, 'साल 2000 से मेरे हिसाब से कोई भी धोनी जैसा नहीं रहा, जिसने न सिर्फ भारतीय क्रिकेट पर बल्कि पूरे क्रिकेट पर प्रभाव छोड़ा हो।' उन्होंने कहा, 'मैंने बहुत बुरी मार के बारे में सुना था। ऐसी मार के बारे में कि गेंदबाज और फील्डर अपने हाथ डालने में डरते थे। मैंने पहली बार इसे धोनी के साथ देखा।' उन्होंने कहा, 'अभी भी अगर आखिरी ओवर में 20 रन चाहिए होंगे और मुझे किसी को चुनना होगा तो मैं हमेशा धोनी को चुनूंगा। उनका इतना बड़ा प्रभाव रहा है।' धोनी आईपीएल टीम चेन्नै सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान हैं और बालाजी गेंदबाजी सलाहकार हैं। बालाजी ने कहा कि और बल्लेबाजी शैली बिल्कुल अलग है। इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, 'धोनी की कप्तानी ने सभी कप्तानों में कप्तानी के नजरिए को बदल दिया। वह मैदान पर जिस तरह से अपनी भावनाओं को काबू करते हैं। टीम माहौला को बनाए रखते हैं, सफलता पूर्वक टीम की कमान संभालते हैं, यह सिर्फ धोनी ही कर सकते हैं।' बालाजी ने संन्यास की घोषणा वाले दिन चेन्नै के अभ्यास सत्र के दौरान धोनी के साथ हुई बातचीत का जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'जब अभ्यास खत्म हो गया था, मैं धोनी से अधिकतर विकेट के बारे में बात करता हूं, अभ्यास के बारे में और खेलने की स्थिति के बारे में बात करता हूं। उस दिन मैंने अभ्यास खत्म किया और अंदर गया।' 38 वर्षीय इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, 'मुझे नहीं पता था कि वह 7:29 को अपना संन्यास का ऐलान कर चुके हैं। मैसेज पोस्ट करने के बाद धोनी मेरे पास आए और सामान्य तरीके से कहा कि उन्होंने ग्राउंडसमैन से पिच पर थोड़ा ज्यादा पानी डालने को कहा है। मैंने कहा ठीक है।' बालाजी ने कहा, 'और मुझे पता नहीं चला कि यह मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा पल है, लेकिन वह आम माहौल की तरह आगे बढ़ गए और आपके लिए यही धोनी हैं। मुझे बाद में पता चला की उन्होंने संन्यास ले लिया है। मुझे इस बात को पचाने में कुछ समय लगा।' उन्होंने कहा, 'धोनी की खासियत है कि वह किस तरह अपने आप को चीजों से अलग रखते हैं। चाहे स्थिति कैसी भी हो वह कभी रुकते नहीं हैं और अपने स्टाइल में आगे बढ़ते रहते हैं।' धोनी 19 सितंबर से 10 नवंबर के बीच संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले आईपीएल के 13वें सीजन में चेन्नै सुपर किंग्स की कप्तानी करेंगे।