श्रीलंका क्रिकेट पर एक महीने में दो बड़े दाग लगे हैं। पहले ड्रग्स के मामले में तेज गेंदबाज शेहान मदुशंका की गिरफ्तारी हुई थी। अब पूर्व तीन खिलाड़ियों पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की एंटी करप्शन यूनिट ने तीनों के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी है।
इस पूरे मामले की पुष्टि बुधवार को श्रीलंका के खेल मंत्री दुलास अलाहापेरुमा ने की है। हालांकि, उन्होंने किसी खिलाड़ी का नाम उजागर नहीं किया है। दुलास ने कहा कि यह देखकर बहुत दुख होता है कि आज क्रिकेट में अनुशासन का स्तर काफी गिर गया है।
स्कूल स्तर पर ध्यान देना होगा
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (एसएलसी) ने कहा, ‘‘एसएलसी का मानना है कि खेल मंत्री ने जो कुछ भी कहा है वह तीन पूर्व खिलाड़ियों के खिलाफ आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट की जांच के बारे में था। इसमें मौजूदा टीम का कोई भी खिलाड़ी नहीं है।’’ वहीं, खेल मंत्री ने कहा, ‘‘क्रिकेट में अनुशासन गिरे नहीं, इसके लिए सरकार को स्कूल लेवल से ही ध्यान देना होगा। स्कूल क्वॉलिटी प्लेयर्स नहीं दे पा रहे हैं।’’
शेहान दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में
ड्रग्स के मामले में शेहान को 25 मई को ही गिरफ्तार किया गया था। वे लॉकडाउन के बीच कार से एक शहर से दूसरे शहर जा रहे थे। इसी दौरान चेकिंग में उनके पास से 2 ग्राम हेरोइन मिली थी। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें दो हफ्ते की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
2018 में किया था डेब्यू
25 साल के मदुशंका ने जनवरी 2018 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था। पहले ही मैच में उन्होंने हैट्रिक दर्ज की थी। इसी साल वो दो टी-20 मैच भी खेले। इसके बाद वो लगातार चोटों से परेशान रहे और इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल सके। श्रीलंका में 20 मार्च से कर्फ्यु है। सरकार मंगलवार से इसमें ढील देने जा रही है। लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में 65 हजार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पूर्व भारतीय स्पिनर और आईसीसी क्रिकेट कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुंबले ने कहा कि कोरोना के कारण क्रिकेट में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि टेस्ट में स्पिनर को ज्यादा मौका देना होगा। हर एक टीम को टेस्ट में दो स्पिनरों को खिलाना चाहिए। साथ ही बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए पिच को उसके अनुरूप तैयार करना होगा।
हाल ही में अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली क्रिकेट समिति ने कोरोना के कारण गेंद को चमकाने के लिए लार के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी। हालांकि, कुंबले ने खुद कहा था कि यह नियम स्थायी नहीं है। परिस्थित बदलने पर सबकुछ सामान्य हो जाएगा।
कई गेंदबाजों ने आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल की बात कही
लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध की सिफारिश के बाद से लगातार पूर्व और वर्तमान क्रिकेटरों के बीच इसको लेकर बहस छिड़ी हुई है। भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, इयान बिशप और शॉन पोलाक ने कई मंचों पर लार की जगह अन्य पदार्थ का इस्तेमाल किए जाने की वकालत की थी।
भारत के बाहर स्पिन गेंदबाजों की मददगार पिच तैयार हों
कुंबले ने कहा महामारी ने टेस्ट में स्पिनरों को वापस लाने का एक और मौका दिया। भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर, विशेष रूप से दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में, फास्ट बॉलरों को मदद करने के लिए तैयार की जाने वाली सीम बॉलिंग पिचों के साथ ही स्पिन बॉलरों को मददगार वाली पिच भी तैयार की जानी चाहिए।
पिच पर छोड़े घास या उसे मोटा करने की जरूरत
कुंबले ने कहा, ‘‘आप शायद सतह पर घास छोड़ सकते हैं या फिर इसे मोटा कर सकते हैं और दो स्पिनर रख सकते हैं। आइए टेस्ट में स्पिनरों को वापस लाएं। वनडे या टी-20 में गेंद की चमक को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं होती है। इन मैचों में चमक के लिए पसीना ही काफी होता है।
टेस्ट को जिंदा रखने के लिए दो स्पिनर खिलाना जरूरी
कुंबले ने कहा, ‘‘टेस्ट को जीवित रखने और उसका रोमांच बनाए रखने के लिए दो स्पिनर को खिलाना ही होगा। हो सकता है इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दो स्पिनर के साथ खेलना पसंद न करें, लेकिन अब रखना होगा। जब आप दो स्पिनर को रखेंगे तो आप भी भारतीय महाद्वीप की तरह ही पिच भी तैयार करेंगे, जिसके कारण बॉल और बल्ले में संतुलन बना रहेगा।’’
3 महीने बाद वापसी के लिए टीम प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती
कोरोना के कारण 3 महीने के बाद जब खिलाड़ी मैदान पर लौटेंगे तो टीम प्रबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। आपको यह मानकर चलना होगा कि सभी खिलाड़ी चोटिल होने के बाद लौट रहे हैं। ऐसे में आपको केवल एक या दो खिलाड़ी के लिए अलग से प्रोग्राम बनाना पड़ता था, लेकिन 3 महीने आराम के बाद लौट रहे खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग प्रोग्राम तैयार करना होगा। उन पर धीरे-धीरे वर्कलोड बढ़ाना होगा।
केरल में एक गर्भवती हथिनी के साथ हुई अमानवीय घटना पर खेल जगह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली, लिमिटेड ओवरों के उपकप्तान रोहित शर्मा, बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल, फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री और 'दंगल गर्ल' गीता फोगाट सहित दिग्गज खेल हस्तियों ने इसे कायराना हरकत बताया है और जानवरों के साथ प्यार से पेश आने की अपील की है। आइए जानें, किसने क्या कहा है...
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Appalled to hear about what happened in Kerala. Let's treat our animals with love and bring an end to these cowardly acts. <a href="https://t.co/3oIVZASpag">pic.twitter.com/3oIVZASpag</a></p>— Virat Kohli (@imVkohli) <a href="https://twitter.com/imVkohli/status/1268174685205745664?ref_src=twsrc%5Etfw">June 3, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">We are savages. Are we not learning ? To hear what happened to the elephant in Kerala was heartbreaking. No animal deserves to be treated with cruelty.</p>— Rohit Sharma (@ImRo45) <a href="https://twitter.com/ImRo45/status/1268383068697645057?ref_src=twsrc%5Etfw">June 4, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">ऐसा प्रतीत हो रहा है मानव जाति के पापों का घड़ा भरने वाला है !! पुरी मानवता को शर्मसार करने वाली घटना !!!!<a href="https://twitter.com/hashtag/Elephant?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#Elephant</a> <a href="https://t.co/jpeIM7xLwk">pic.twitter.com/jpeIM7xLwk</a></p>— geeta phogat (@geeta_phogat) <a href="https://twitter.com/geeta_phogat/status/1268184545708445696?ref_src=twsrc%5Etfw">June 3, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">Feeding a pregnant elephant with a pineapple filled with crackers. Only a monster can do this. Strict action should be taken against the culprits.</p>— Umesh Yaadav (@y_umesh) <a href="https://twitter.com/y_umesh/status/1268192885364719616?ref_src=twsrc%5Etfw">June 3, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">She was a harmless, pregnant Elephant. That makes the people who did what they did, monsters and I hope so hard that they pay a price. We keep failing nature over and over again. Remind me how we’re the more evolved species?</p>— Sunil Chhetri (@chetrisunil11) <a href="https://twitter.com/chetrisunil11/status/1268184084385153024?ref_src=twsrc%5Etfw">June 3, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">So sad to know this 😢 <a href="https://t.co/nlfcNTqw5w">https://t.co/nlfcNTqw5w</a></p>— Saina Nehwal (@NSaina) <a href="https://twitter.com/NSaina/status/1268165343064645633?ref_src=twsrc%5Etfw">June 3, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="und" dir="ltr">💔 <a href="https://t.co/pq80NwiUNA">pic.twitter.com/pq80NwiUNA</a></p>— K L Rahul (@klrahul11) <a href="https://twitter.com/klrahul11/status/1268220777746313216?ref_src=twsrc%5Etfw">June 3, 2020</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
2017 में ब्रिस्टल के एक पब में झगड़ा होता है और बेन स्टोक्स जेल चले जाते हैं। इस मामले को लेकर लोग उनके खिलाफ हो जाते हैं और एशेज सीरीज से भी उन्हें बाहर कर दिया जाता है। एक वर्ष बाद फैसला आता है और स्टोक्स 'नॉट गिल्टी' पाए जाते हैं। फिर शुरू होता है नया दौर। वनडे वर्ल्ड कप में करिश्माई प्रदर्शन से इंग्लैंड को पहली बार खिताब जितवाते हैं और एशेज में धांसू प्रदर्शन करते हैं। देखते ही देखते 2017 का बैड बॉय 2019 में इंटरनैशनल हीरो बन जाता है। आज इसी हीरो का जन्मदिन है। आइए जानें उनके बारे में कुछ रोचक बातें...
बेन स्टोक्स का विवादों से गहरा नाता रहा है। इसी वजह से उनकी बैड बॉय वाली इमेज भी बन गई थी। वह नाइटक्लब में फाइट के अलावा अपने पहले ही टी-20 इंटरनैशनल मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ उस वक्त विवादों में आ गए थे जब बिना खाता खोले आउट होने के बाद गुस्से में उन्होंने ड्रेसिंगरूम में दिवार पर मुक्का मार दिया था। दरअसल, विवाद की वजह थी उनकी उंगली में फ्रैक्चर। उनके साथ खिलाड़ी भी उनका मजाक बनाने लगे थे। अब हाल का ही मामला देख लीजिए उन्होंने वर्ल्ड कप में विराट, रोहित और धोनी पर अपनी टीम के खिलाफ मैच में शतप्रतिशत प्रदर्शन नहीं करने का आरोप लगाते हुए एक नया विवाद पैदा कर दिया था।
न्यूजीलैंड में 4 जून, 1991 को जन्मे बेन स्टोक्स की इंग्लैंड को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन-2019 बनाने में अहम भूमिका रही। सुपर ओवर तक चले रोमांचक खिताबी मुकाबले में बेन स्टोक्स ने न्यूजीलैंड के खिलाफ करिश्माई प्रदर्शन किया था। उल्लेखनीय है कि सुपर ओवर में दोनों टीमों ने 15-15 रन बनाए और यह भी टाई हो गया था। इसके बाद बाउंड्रीज के दम पर इंग्लैंड को इस खिताब का विजेता घोषित किया गया।
स्टोक्स ने लीड्स के मैदान में हैरतअंगेज पारी खेलकर इंग्लैंड को एशेज सीरीज-2019 के तीसरे मुकाबले में जीत दिलाई थी। उन्होंने नाबाद 135 रन बनाकर इंग्लैंड को एक विकेट से जीत दिलाई। मैच में सिर्फ एक विकेट बचा था और 11वें नंबर का बल्लेबाज क्रीज पर आया तो इंग्लैंड को 73 रन की दरकार थी। उन्होंने अंतिम विकेट के लिए जैक लीच के साथ 76 रन की साझेदारी करते हुए हैरान करने वाली जीत दिला दी।
इंग्लैंड के ऑलराउंडर खिलाड़ी बेन स्टोक्स को वर्ष 2019 के लिए विजडन का विश्व का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर (विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड) का सम्मान के लिए चुना गया। विजडन क्रिकेटर्स अलमानैक ने 2020 के अपने संस्करण में 2019 के प्रदर्शन के लिए स्टोक्स को यह सम्मान दिया। यह पुरस्कार 2003 से शुरू किया गया था, जिसके बाद स्टोक्स इसे हासिल करने वाले इंग्लैंड के केवल दूसरे क्रिकेटर हैं। उनसे पहले एंड्रयू फ्लिंटॉफ को 2005 में यह सम्मान मिला था।
बेन स्टोक्स को आईसीसी विश्व कप जीतने वाली इंग्लैंड टीम के सदस्यों के साथ ब्रिटेन के 'न्यू इयर ऑनर्स लिस्ट' में जगह दी गई है। इन सभी को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने सम्मानित किया। स्टोक्स को ‘ऑफिसर ऑफ द आर्डर ऑफ ब्रिटिश एम्पायर’ सम्मान के लिए भी चुना गया।
वडोदरापूर्व भारतीय क्रिकेटर को बड़ौदा क्रिकेट संघ (बीसीए) ने महिला टीम के कोच पद से बर्खास्त कर दिया है लेकिन उनके निलंबन को वापस ले लिया है। कुछ खिलाड़ियों ने बेदाड़े पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे जिसके बाद उन्हें निलंबित किया गया। बीसीए के सचिव अजित लेले ने बुधवार को पीटीआई से इसकी पुष्टि की। मंगलवार को हुई शीर्ष परिषद की बैठक के दौरान इस मामले पर चर्चा हुई। बेदाड़े को इस साल मार्च में जांच पूरी होने तक निलंबित किया गया था। कई खिलाड़ियों ने उन पर यौन उत्पीड़न और सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के आरोप लगाए थे। पढ़ें,बेदाड़े को भी बुलाया गयाबीसीए ने कहा, ‘सीनियर महिला टीम के मुख्य कोच बेदाड़े के खिलाफ शिकायत मिली थी। इस मामले में सीईओ और सीनियर एचआर मैनेजर ने शुरुआती जांच की। दो जून 2020 को हुई शीर्ष परिषद की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई। जांच की जानकारी विस्तार में देने और अपनी सिफारिश देने के लिए बेदाड़े को बुलाया गया।’ 'निलंबन वापस लिया जाएगा'बयान के अनुसार, ‘जानकारी के आधार पर शीर्ष परिषद ने फैसला किया कि उनका निलंबन वापस लिया जाएगा।’ हालांकि परिषद ने साथ ही कहा कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सलाह दी जाती है कि महिला क्रिकेट टीम के लिए उनकी सेवाएं ना ली जाएं। लेले और पटेल ने जताया था विरोधपता चला है कि लेले और संघ के संयुक्त सचिव पराग पटेल ने इस फैसले के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराया है। सूत्र ने कहा कि लेले और पटेल ने विरोध जताया क्योंकि उनका मानना है कि जांच पूरी हुए बिना निलंबन वापस नहीं लिया जा सकता। लेले और पटेल ने इस कदम का कड़ा विरोध किया लेकिन सूत्र ने बताया कि शीर्ष परिषद की बैठक में इस फैसले को बहुमत से पारित किया गया। नई कोचइसके बाद पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर अंजू जैन को महिला टीम की नई कोच बनाया जाएगा। उन्होंने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से इसकी पुष्टि भी की। विकेटकीपर अंजू ने 12 साल भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और वह 2000 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कप्तान भी थीं।
सै. अब्बास रिजवी, लखनऊ कोरोना वायरस के इस मुश्किल दौर में एक तरफ जहां ऑस्ट्रेलिया ने भारत से टेस्ट सीरीज के लिए हामी भर दी है वहीं दूसरी तरफ आईसीसी के नए नियम यूपी के पूर्व क्रिकेटरों को हैरान कर रहे हैं। वे इन नियमों को तर्कसंगत नहीं बता रहे हैं। उनके मुताबिक, तेज गेंदबाज तीन से चार स्लिप लेते हैं, ऐसे में सोशल डिस्टैंसिंग का कैसे पालन होगा। कैच लपकने और शॉट रोकने के लिए कई बार फील्डर एक साथ प्रयास करते हैं, तब क्या होगा? इन दिग्गज पूर्व क्रिकेटरों ने नवभारत टाइम्स से बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए बनी गाइडलाइंस में संशोधन की बेहद जरूरत है। बता दें, आईसीसी ने पिछले दिनों 'बैक टू क्रिकेट' के नाम से 16 पेज की गाइडलाइंस जारी की हैं। पढ़ें, पूर्व रणजी खिलाड़ी मजहर अली अंसारी ने कहा कि व्यक्तिगत खेल में सामाजिक दूरी बनाकर रह सकते हैं, पर टीम खेल में नहीं। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में सोशल डिस्टैंसिंग का 100 फीसदी पालन हो पाना नामुमकिन है। ऐसे में सुरक्षा सबसे पहले है। वहीं, पूर्व क्रिकेटर और स्पोर्ट्स सेल कांग्रेस (यूपी) के चेयरमैन अरशी रजा ने कहा, 'पविलियन में खिलाड़ी एक साथ बैठते हैं। हवा में शॉट पड़ती है तो तीन-चार फील्डर उसे लपकने के लिए काफी करीब आ जाते हैं। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग कैसे होगी।' अंडर-14 और 16 क्रिकेट असोसिएशन, लखनऊ के चयनकर्ता मुकेश अग्रवाल ने कहा कि क्रिकेट में बाउंड्री पर कैच पकड़ने में खिलाड़ी एक दूसरे के करीब आ जाते हैं। ऐसे में सोशल डिस्टैंसिंग 100 फीसदी कैसे करेंगे। पढ़ें, यूपी के पूर्व रणजी खिलाड़ी और चयनकर्ता रहे नीरू कपूर ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस से पूरी तरह मुक्ति नहीं मिलती है, तब तक आईसीसी को अंतिम निर्देश नहीं जारी करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'स्लिप में कई खिलाड़ी होते हैं। विकेट लेने के बाद खिलाड़ी एक दूसरे के पास जाकर चियरअप करते हैं। ऐसी तमाम चीजें हैं, जिन्हें रोकना नामुमकिन है।' क्या जान से बढ़कर पैसा?यूपीसीए के आजीवन सदस्य गुलाम मोईनुद्दीन ने कहा, 'आईसीसी इतने बुरे माहौल में भी मैच कैसे करवा सकता है। क्या जान से बढ़कर पैसा है। कोरोना वायरस से हर रोज हालात बुरे हो रहे हैं, ऐसे में भविष्य के लिए अभी दिशा निर्देश तय करना जल्दबाजी होगी।' पूर्व जूनियर रणजी क्रिकेटर अभिजीत सिन्हा ने कहा, 'सोशल डिस्टैंसिंग के चक्कर में क्या फील्डर कैच छोड़ दें? हर रोज कोरोना से बचने के लिए डब्ल्यूएचओ निर्देश जारी कर रहा है। ऐसे में आईसीसी को अपनी गाइडलाइंस में संशोधन करे। साथ ही कम से कम दो महीने तक इंतजार करे।'
केरल में 15 साल की एक गर्भवती हथिनी को अनानास में पटाखा खिलाकर मारने की घटना पर खेल जगत के दिग्गजों ने नाराजगी जताई है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लोगों से जानवरों के प्रति प्यार से पेश आने की अपील की। वहीं, फुटबॉलर सुनील छेत्री और तेज गेंदबाज उमेश यादव ने जानवरों के साथ हिंसा करने वालों को राक्षस बताया।
कोहली ने हथिनी और उसके पेट में पल रहे बच्चे की कार्टून वाली फोटो शेयर की। उन्होंने किया, ‘‘केरल की घटना के बारे में सुनकर काफी निराश और चकित हूं। मैं अपील करता हूं कि जानवरों के साथ प्यार से पेश आएं और उनकी देखभाल करें। ऐसी कायरतापूर्ण हरकतें बंद होना चाहिए।’’
हरभजन और सायना ने दुख जताया
हरभजन सिंह ने कहा, ‘‘केरल में एक गर्भवती हथिनी को अनानास में पटाखे भरकर खिला दिए गए। उन्हें सजा मिलनी चाहिए। एक निर्दोष गर्भवती हथिनी के साथ ऐसी क्रूरता कैसे की जा सकती है।’’ वहीं, भारतीय महिला बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल ने कहा कि यह जानकर बहुत दुख हुआ है।
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दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए: उमेश
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा, ‘‘वह एक बेगुनाह गर्भवती हथिनी थी। राक्षसों, मुझे पूरी उम्मीद है कि तुम लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी।’’ तेज गेंदबाज उमेश यादव ने कहा, ‘‘एक गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिला दिया। ऐसा केवल राक्षस ही कर सकता है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।’’
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क्या है मामला
केरल के मलापुरम में अज्ञात बदमाशों ने एक गर्भवती हथिनी को पटाखे से भरा अनानास खिला दिया था। मुंह में पटाखा फटने से हथिनी की मौत हो गई थी। हथिनी की मौत 27 मई को वेल्लियार नदी में हुई। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
नई दिल्लीक्रिकेटर अकसर अपने इस पसंदीदा खेल के लिए काफी कुछ करते हैं। अपने देश की जर्सी पहनने के लिए कोई संघर्ष करता है तो कोई कड़ी मेहनत से इसे हासिल करता है, लेकिन एक क्रिकेटर ऐसा भी है जिसने टेस्ट मैच खेलने के लिए अपनी शादी ही टाल दी थी। दिलचस्प तो यह है कि एक टेस्ट मैच खेलने के बाद फिर उस क्रिकेटर को कभी नैशनल टीम से खेलने का मौका ही नहीं मिला। इंग्लैंड के ही वही क्रिकेटर हैं, जिन्होंने टेस्ट मैच खेलने के लिए अपनी शादी टाल दी थी। लंदन में आज ही के दिन साल 1958 को जन्मे टॉनी का पूरा नाम एंथनी चार्ल्स शैकल्टन पाइगट है। 6 फीट 1 इंच लंबे इस पूर्व क्रिकेटर ने अपने करियर में 1 ही टेस्ट मैच खेला जिसमें नाबाद 8 रन बनाए और 2 विकेट झटके। पढ़ें,मैच हार गया इंग्लैंडसाल 1984 में इंग्लैंड टीम ने न्यूजीलैंड का दौरा किया। इस सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में टॉनी को मौका मिला। टॉनी की शादी इस टेस्ट मैच के चौथे दिन होनी तय थी लेकिन जब इंग्लैंड टीम से मौका मिल गया तो उन्होंने इसे टाल दिया। हालांकि इस टेस्ट मैच में इंग्लैंड को पारी और 132 रन से करारी हार मिली। न्यूजीलैंड टीम ने पहली पारी में 307 रन बनाए जिसके बाद इंग्लैंड टीम 82 और 93 रन पर ऑलआउट हो गई। फर्स्ट क्लास करियर में लिए 672 विकेटटॉनी का डेब्यू मैच ही उनका आखिरी इंटरनैशनल मैच रहा। बाद में टॉनी पाइगट ने ससेक्स के साथ करार किया और कई मैचों में अपनी तेज गेंजबाजी के दम पर टीम को जीत भी दिलाई। उन्होंने करियर में 260 फर्स्ट क्लास मैच खेले जिसमें कुल 672 विकेट लिए।
बीजिंग ओलिंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बॉक्सर विजेंदर सिंह कोरोनावायरस महामारी को लेकर चिंतित हैं। उनका मानना है कि इसका खिलाड़ियों पर असर पड़ना स्वाभाविक है।
उनका कहना है, ‘खिलाड़ी को खुद को हर कंडीशन के लिए तैयार रखना चाहिए। ओलिंपिक होगा या नहीं, वर्ल्ड चैंपियनशिप होगी या नहीं, इन सब बातों को भूलकर खिलाड़ी को खेल पर फोकस करना चाहिए।’ विजेंदर से इंटरव्यू के प्रमुख अंश...
बॉक्सिंग कॉन्टैक्ट स्पोर्ट्स है, आने वाला समय कठिन होगा। खिलाड़ी खुद को कैसे तैयार करें?
विजेंदर: जान है तो जहान है। आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों बॉक्सिंग करनी पड़ेगी। ओलिंपिक होगा जरूर, आज नहीं तो कल। अपने आपको फिट रखें, ट्रेनिंग जरूर जारी रखें। वैक्सीन आए या नहीं, खिलाड़ियों और आम जनता को बीमारी के साथ ही जीना सीखना होगा। लेकिन जब बॉक्सर आपस में प्रैक्टिस ही नहीं कर सकेगा, रिंग में नहीं लड़ सकेगा तो जितनी चाहे प्रैक्टिस कर लो कोई फायदा नहीं होने वाला।
आपने लगातार 12 प्रोफेशनल फाइट जीतीं। आपके प्रोफेशनल करिअर पर भी ब्रेक लग गया है?
विजेंदर: मेरा प्रोफेशनल मैच मई-जून में था। हम प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी घोषणा करने वाले थे। मैं ब्रिटेन जाने वाला था। फिर कोरोना आया। लॉकडाउन 1, 2, 3, 4 हुआ। अब धीरे-धीरे चीजें अनलॉक होनी शुरू हुई हैं। इंतजार कर रहा हूं। फिटनेस करता हूं। वीडियो वगैरह भी शूट करता हूं।
दो महीने से ज्यादा का लॉकडाउन का समय कैसे बिताया?
विजेंदर: जब से प्रोफेशनल बॉक्सिंग करने लगा हूं, तब से इतना लंबा समय परिवार के साथ नहीं बिताया। बेटों अबीर, अमरीक के साथ गांव में समय बिता कर बचपन याद आ गया।
खिलाड़ियों के लिए सबकुछ कब तक सामान्य हो जाएगा?
विजेंदर: अभी सामान्य होने में समय लगेगा। खिलाड़ी ही नहीं आम आदमी के अंदर भी इस बीमारी का खौफ बैठ गया है। उसे निकलने में टाइम लगेगा।
दोनों बेटों को किस खेल में रुचि है। क्या अपनी तरह ही बॉक्सर बनाएंगे?
विजेंदर: बड़ा बेटा छह साल और छोटा एक साल का है। अभी उनकी रुचि के बारे में नहीं पता। लेकिन मैं उन पर किसी तरह का दबाव नहीं डालूंगा। जिस खेल में जाना चाहें, जा सकते हैं। खेलों में नहीं भी गए तो कोई परेशानी नहीं होगी।
बिना फैंस के टूर्नामेंट के आयोजन से खिलाड़ी पर क्या असर पड़ेगा?
विजेंदर: खिलाड़ी भीड़ से बचकर नहीं रह सकता। अगर खिलाड़ी खेलप्रेमियों के सामने अपनी प्रतिभा नहीं दिखा सकता तो उस खेल का कोई मतलब नहीं। अब यह कैसे होगा, इस बारे में अथॉरिटी ही गाइडलाइन बना सकती है। इस मुश्किल समय में जो सब्र रखेगा, वह खुद को बचा लेगा।
कोरोना से दुनियाभर के सभी खेलों में बदलाव आएगा: पांघल
बॉक्सर अमित पंघाल ने कहा कि कोविड-19 के कारण पूरे वर्ल्ड के स्पोर्ट्स में चेंज आया है। इसने बॉक्सिंग को भी प्रभावित किया है। आने वाले समय में नियम में बदलाव देखने को मिलेंगे। वे अभी घर पर ही अपने आप को तैयार कर रहे हैं। अमित फिटनेस पर काम कर रहे हैं, उनके पास पार्टनर नहीं है, इसलिए वे तकनीक पर काम नहीं कर पा रहे। खिलाड़ी से बातचीत की मुख्य बातें-
घर पर रहकर ट्रेनिंग कैसे की? इस टाइम को कैसे यूज किया?
पांघल: मैंने स्ट्रेंथ पर काम किया। फेडरेशन ने हमें शेड्यूल भेजा, जिसे हम फॉलो करते रहे। उन्होंने सिंगल बॉक्सर के हिसाब से ट्रेनिंग कराई और इसका काफी फायदा मिला। इसमें बताया गया कि कैसे वेट ट्रेनिंग करनी है, किस पर फोकस करना है, गलतियां कैसे सुधारनी हैं। जहां जरूरत होती थी हम कोच से बात करके उनसे भी पूछ लेते थे।
लॉकडाउन टाइम में कुछ नई चीजें सीखीं। सबकुछ कब नॉर्मल हो सकता है?
पांघल: बॉक्सिंग में मैं कुछ नया नहीं सीख पाया क्योंकि मेरे पास पार्टनर नहीं था। हां, घर के काम में मैंने चाय बनानी जरूर सीखी। घर वालों की काम में मदद करता हूं। स्थिति को नॉर्मल होने में एक महीने का समय लगेगा। अभी हमें भी कोरोना वायरस का डर है, क्योंकि सामने वाला बॉक्सर भी इससे प्रभावित हो सकता है। सभी डरे हुए हैं।
ओलिंपिक स्थगित हुए हैं। हर बॉक्सर अलग ट्रेनिंग करने की प्लानिंग कर रहा है। आपकी ट्रेनिंग में क्या बदलाव आया?
पांघल: फिलहाल कोई प्लानिंग नहीं है, क्योंकि अभी कोई टूर्नामेंट नहीं होना है। जब टूर्नामेंट होगा तो उसी के हिसाब से ट्रेनिंग होगी। ओलिंपिक क्वालिफाइंग राउंड के बाद सभी बॉक्सर तैयारी को लेकर टॉप पर थे और मेरी भी परफॉर्मेंस अच्छी हो रही थी। अब ओलिंपिक स्थगित हो गए हैं तो हमें ट्रेनिंग के लिए ज्यादा टाइम मिलेगा। सभी अच्छे से बड़े मुकाबले के लिए खुद को तैयार कर पाएंगे।
कोविड-19 से गेम में कुछ चेंज आएगा?
पांघल: गेम में काफी चेंज आएगा। बॉक्सर प्रोटेक्शन में यूज होने वाले फेस-मास्क आदि को भी शेयर नहीं कर सकते। सोशल डिस्टेंसिंग भी बनाकर रखनी होगी।
इस बार सबसे ज्यादा 9 कोटा मिला है। ओलिंपिक में क्या उम्मीद है।
पांघल: पिछले कुछ समय में बॉक्सिंग में काफी ज्यादा सुधार हुआ है। हमारे बॉक्सर जिस टूर्नामेंट में उतरे, मेडल जीतकर लौटे हैं। फिर चाहे कॉमनवेल्थ गेम्स हो या फिर एशियन गेम्स। पिछले 2-3 साल में हमने अपने स्टैंडर्ड को बढ़ाया है और इस बार कोटा भी हमारे पास सबसे ज्यादा हैं। टोक्यो ओलिंपिक में हम मेडल का रिकॉर्ड तोड़ेंगे। हमें तैयारी का भी ज्यादा टाइम मिल गया है।
नई दिल्लीहेरोइन के साथ पकड़े गए शेहान मदुशंका की गिरफ्तारी का मामला सुलझा नहीं था कि श्रीलंका क्रिकेट पर एक और दाग लगते दिख रहा है। उसके 3 पूर्व खिलाड़ियों के मैच फिक्सिंग में शामिल होने की बात सामने आ रही है। इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की एंटी करप्शन यूनिट इस मामले की जांच कर रही है। खबर की पुष्टि खुद श्रीलंका के खेल मंत्री दुलास अलाहापेरुमा ने की है। हालांकि, किसी खिलाड़ी का नाम उजागर नहीं किया गया है। अलाहापेरुमा के अनुसार, श्रीलंका के कम से कम तीन खिलाड़ियों की मैच फिक्सिंग के लिए आईसीसी जांच कर रही है। उन्होंने इस पर दुख जताते हुए कहा, 'हमें काफी दुख है कि क्रिकेट में अनुशासन गिर गया है। इसके साथ ही उन्होंने शेहान के डग्स मामले में फंसने पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा- यह हैरान करने वाली खबर है। देश को उनसे काफी उम्मीद थी। बता दें कि मुथैया मुरलीधरन, सनथ जयसूर्या, कुमार संगकारा महेला जयवर्धने जैसे महान खिलाड़ियों के संन्यास के बाद से श्रीलंका क्रिकेट गर्त में जाता दिख रहा है। दूसरी ओर, श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने बयान में कहा- ‘एसएलसी का मानना है कि माननीय मंत्री ने जिसका जिक्र किया वह आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई द्वारा तीन पूर्व श्रीलंकाई खिलाड़ियों के खिलाफ जांच शुरू करना है। इसमें वर्तमान समय के राष्ट्रीय खिलाड़ी शामिल नहीं हैं। उधर क्रिकेट में अनुशासन पर ध्यान देने की बात करते हुए खेल मंत्री ने कहा है, 'क्रिकेट में अनुशासन गिरे नहीं इसके लिए सरकार को स्कूल लेवल से ही ध्यान देना होगा। स्कूल क्वॉलिटी प्लेयर्स नहीं दे पा रहे हैं।' पच्चीस साल के मदुशंका और उनके एक दोस्त को 23 मई को देश के उत्तर-पश्चिमी प्रांत पन्नाला में कथित तौर पर हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था। मदुशंका के पास 2.7 ग्राम जबकि उनके दोस्त के पास 2.8 ग्राम हेरोइन मिली थी। इसके बाद कुलियापितिया के मजिस्ट्रेट ने इन दोनों को दो जून तक पुलिस रिमांड में भेज दिया था। आगे की जांच के लिए इनकी पुलिस रिमांड को 9 जून तक बढ़ा दिया गया है। मदुशंका ने 2018 की शुरुआत में सुर्खियां बटोरी थी जब उसने बांग्लादेश के खिलाफ अपने पदार्पण मैच में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय हैटट्रिक बनाई थी। दाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में पदार्पण मैच में हैटट्रिक लेने वाला चौथा खिलाड़ी बना था। मदुशंका ने इसके अलावा बांग्लादेश के खिलाफ ही दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। गिरफ्तारी के बाद श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने उनका अनुबंध निलंबित कर दिया था।
नई दिल्लीटीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर का खेल काफी आक्रामक है। वह मैदान पर तो अपने प्रदर्शन से कमाल करते ही हैं लेकिन मैदान के बाहर भी उनके चर्चे काफी होते हैं। उन्होंने स्वीकार किया है कि उनके करियर में ऐसा दौर भी था, जब दूसरों की बातों का उन पर काफी असर होता था। हार्दिक ने 'क्रिकबज' से बातचीत के दौरान कहा कि उन पर पहले दूसरों की बातों का बहुत असर होता था और वह विचलित हो जाते थे और तब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने उनका काफी साथ दिया। उन्होंने कहा, ‘मेरी आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के कोच रिकी पॉन्टिंग ने एक बच्चे की तरह मुझे संभाला। मैने उनसे काफी कुछ सीखा है।’ पढ़ें, पंड्या ने भारतीय कप्तान विराट कोहली, कोच रवि शास्त्री और एनसीए निदेशक राहुल द्रविड़ को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘विराट, रोहित या रवि सर आपको खेल का ककहरा नहीं सिखाते। उन्होंने मुझे आजादी दी है। उन्होंने मुझे सुरक्षा का भाव दिया और यही वजह है कि मैं अपने फैसले खुद लेने लगा।’ द्रविड़ के बारे में उन्होंने कहा, ‘उन्होंने (राहुल द्रविड़) मुझे वैसे ही स्वीकार किया, जैसा मैं हूं। उन्होंने कभी मुझे किसी कसौटी पर नहीं कसा। उन्होंने बतौर क्रिकेटर मेरा सम्मान किया।’ तब लगा कि करियर खत्म!पंड्या को साल 2018 में चोट लगी थी जब उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच के दौरान मैदान से स्ट्रेचर से ले जाया गया । उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि मेरा करियर खत्म हो गया क्योंकि मैंने कभी किसी को यूं स्ट्रेचर पर जाते हुए नहीं देखा। मेरा दर्द कम ही नहीं हो रहा था लेकिन मेरा शरीर तुरंत रिकवरी मोड में चला गया। एशिया कप वैसे भी आराम मिलने से पहले मेरा आखिरी टूर्नमेंट था जिसमें यह चोट लग गई।’ (एजेंसी से इनपुट)
लंदन फॉर्मूला 1 के सीईओ ने कहा है कि अगर ड्राइवर कोविड- 19 (Covid- 19) पॉजिटिव पाया जाता है या टीम हटने का फैसला करती है तो भी एफवन रेस रद्द नहीं होंगी। एफवन मार्च में ऑस्ट्रेलिया के सत्र की पहली रेस की घटना के दोहराव से बचना चाहता है, जब एक कर्मचारी के पॉजिटिव पाए जाने के बाद मैकलारेन टीम हट गई थी और रेस रद्द करनी पड़ी थी। सत्र की शुरुआत अब ऑस्ट्रिया में 5 और 12 जुलाई को दो रेस के साथ होगी। कैरी ने मंगलवार को एफवन वेबसाइट पर कहा, 'अगर कोई टीम रेस नहीं कर पाती है तो इससे रेस रद्द नहीं होगी। मुझे नहीं लगता है कि मैं यहां बैठकर नतीजों के बारे में कुछ कह सकता हूं। लेकिन हमने व्यवस्था तैयार की है कि संक्रमण मिलने की स्थिति में रेस रद्द नहीं होगी।' उन्होंने कहा, 'अगर ड्राइवर को संक्रमण होता है तो टीमों के पास रिजर्व ड्राइवर उपलब्ध हैं।' कैरी ने कहा कि रेस के लिए रवाना होने से पहले टीम के सदस्यों को कोरोना वायरस परीक्षण होगा और फिर इसके बाद प्रत्येक दो दिन में परीक्षण होंगे।
खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के लिए सेल्फ नॉमिनेशन के तहत आवेदन जमा करने की समय सीमा 3 से बढ़ाकर 22 जून कर दी है। मंत्रालय के मुताबिक, नियम में छूट देने का कारण है कि कोई भी एथलीट, जो खुद को अवॉर्ड के योग्य समझता है, वह अप्लाई करने से वंचित न रहे सके।
कोरोना के कारण खिलाड़ियों को अधिकारियों और एसोसिएशन के पदाधिकारियों से सिफारिश करवाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इस कारण अब तक कई खिलाड़ी आवेदन नहीं कर पाए हैं। खिलाड़ियों और एसोसिएशन की ओर से समय सीमा को आगे बढ़ाए जाने की मांग की जा रही थी।
पहली बार खेल मंत्रालय ने ऑनलाइन आवेदन मंगाए
खेल मंत्रालय ने अवॉर्ड के लिए आवेदन में अधिकारियों और एसोसिएशन के सिफारिश करने वाले कॉलम को खाली छोड़ने की भी छूट दे दी है। कोरोना की वजह से इस बार नामांकन पहली बार ई-मेल के जरिए मंगाए हैं। आमतौर पर नामांकन भेजने की प्रक्रिया अप्रैल में ही शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से मई में आवेदन मांगे गए हैं।
सेपक टकरा से अर्जुन अवॉर्ड के लिए दो नाम भेजे
सेपक टकरा फेडरेशन ऑफ इंडिया के सेक्रेटरी योगेंद्र सिंह दहिया ने बताया कि अर्जुन अवॉर्ड के लिए कुमार निकेन सिंह और संदीप कुमार का नाम भेजा है। जबकि द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए साई में कॉन्ट्रैक्ट पर कायर्रत और टीम के चीफ कोच हेमराज का नाम भेजा है। सेपकटकरा एशियन गेम्स में शामिल है। 2018 एशियन गेम्स में पुरुष टीम को कांस्य पदक मिला था।
कुराश से 3 नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजे
कुराश फेडरेशन ऑफ इंडिया के सेक्रेटरी रवि कपूर ने बताया कि कुराश से पिंकी बलहारा, मालाप्रभा यलप्पा जाधव और ज्योति का नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजा है। उन्होंने बताया कि 2018 में पहली बार कुराश को एशियन गेम्स में शामिल किया गया था। पिंकी बलहारा ने सिल्वर और मालाप्रभा यलप्पा जाधव ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। जबकि ज्योति वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मेडल जीत चुकी हैं। फेडरेशन को मान्यता नहीं होने के कारण साई की ओर से इन खिलाड़ियों के नाम की सिफारिश की जाएगी।
आर्चरी फेडरेशन को भी मान्यता नहीं
आर्चरी फेडरेशन ऑफ इंडिया को चुनाव के 5 महीने बाद भी मान्यता नहीं मिली है। ऐसे में वह राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए तीरंदाजों के नामों की सिफारिश नहीं कर सकता। कई तीरंदाज अर्जुन पुरस्कार के लिए अपने नामों की सिफारिश के चक्कर में राज्य संघों, खेल विभाग के अफसरों के आगे-पीछे घूमने को मजबूर हो रहे थे। अब वे खुद आवेदन कर सकेंगे।
तीरंदाजी से 4 नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजे
तीरंदाजी के कंपाउंड राउंड से मध्यप्रदेश की मुस्कान किरार और दिल्ली के अमन सैनी अर्जुन अवॉर्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं। इनके अलावा रिकर्व राउंड से पश्चिम बंगाल के अतनु दास और महाराष्ट्र के प्रवीण जाधव भी हैं।
लंदनइग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने इंग्लिश टीम प्रबंधन की आलोचना करते हुए कहा कि यह काफी अपमानजनक है कि तेज गेंदबाज को बाहर होने की जानकारी सोशल मीडिया से मिली। प्लंकेट (35 वर्ष) पिछले साल विश्व कप में की खिताबी जीत के बाद से टीम के लिए नहीं खेले हैं। कोरोना वायरस का प्रभाव कम होने के बाद पिछले हफ्ते 55 खिलाड़ियों की ट्रेनिंग शुरू करने के लिए सूची जारी की गई जिसमें उनका नाम नदारद था। वॉन ने पोडकास्ट पर पूर्व स्पिनर फिल टफनेल से कहा, ‘फिल, क्या आप जानते हो? उस इंटरव्यू में सबसे निराशाजनक चीज जो मैंने सुनी थी कि इंग्लैंड के में खिताब के बाद उन्हें एक भी व्यक्ति ने फोन नहीं किया था।’ उन्होंने कहा, ‘उन्हें अपने बाहर होने की खबर ट्विटर के जरिए पता चली। ऐसा पहले होता था, लेकिन क्रिकेट के इस युग में ऐसा नहीं होता। यह अपमान है।’ प्लंकेट की पत्नी अमेरिकी हैं और उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका में कोई मौका मिलता है वह वहां के लिए खेलने के लिए तैयार हैं। प्लंकेट ने एक रेडियो 5 लाइव पर कहा, ‘अच्छा होगा कि वहां किसी तरह के क्रिकेट में शामिल हो जाऊं। मेरे बच्चे अमेरिकी होंगे तो उन्हें यह बताना काफी अच्छा होगा कि मैं इंग्लैंड और अमेरिका के लिए खेला था। हालांकि उन्हें अमेरिका के लिए खेलने के लिए वहां तीन साल की अवधि तक रहना होगा।
बैडमिंटन स्टार एचएस प्रणॉय ने इस बार भी अर्जुन अवॉर्ड के लिए अपने नाम की सिफारिश नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर की है। इस बार बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (बीएआई) ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए मंगलवार को सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी-चिराग शेट्टी की जोड़ी और पुरुष एकल में समीर वर्मा का नाम खेल मंत्रालय को भेजा है।
प्रणॉय ने ट्वीट किया, ‘‘अर्जुन अवॉर्ड, वही पुरानी कहानी है। कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई चैम्पियनशिप में पदक पाने वाले लड़के को एसोसिएशन इस बार भी नजरअंदाज कर देता है। वहीं, जो लड़का इन गेम्स में से कहीं से कहीं तक नहीं था, उसके नाम की सिफारिश की। वाह, यह देश का मजाक है।’’
4 साल के आधार पर नाम की सिफारिश की
सात्विक-चिराग की जोड़ी ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत जीता था, लेकिन समीर कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में कभी नहीं खेले। बीएआई के मुताबिक, उसने सिफारिश के लिए खेल मंत्रालय को नाम भेजने से पहले 4 साल के एथलीटों और कोचों के प्रदर्शन का बारीकी से आकलन किया है।
समीर का पिछले साल अच्छा प्रदर्शन नहीं रहा
धार के 25 वर्षीय खिलाड़ी समीर ने पिछले साल अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। हालांकि, वे 2016 हॉन्ग कॉन्ग ओपन के फाइनलिस्ट थे। वे अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ रैकिंग 11वें नंबर तक पहुंचे थे। 2018 में उन्होंने 3 खिताब जीते थे। वर्ल्ड टूर फाइनल्स में भी जगह बनाई थी। भारतीय टीम ने सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था।
पिछले साल भी प्रणॉय ने सवाल उठाए थे
प्रणॉय का समर्थन करते हुए पी कश्यप लिखा, ‘‘सच कहूं तो मुझे पुरस्कार के लिए आवेदन करने का सिस्टम समझ नहीं आता है। मुझे उम्मीद है कि इसमें बदलाव होगा।’’ पिछले साल भी अर्जुन अवॉर्ड के लिए नजरअंदाज किए जाने के बाद प्रणॉय ने चयन मानदंड पर सवाल उठाए थे।
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2018 में प्रणॉय का शानदार प्रदर्शन रहा
प्रणॉय ने 2018 में अच्छा प्रदर्शन किया था। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय मिश्रित टीम ने गोल्ड जीता था, प्रणॉय इसका हिस्सा थे। वहीं, उन्होंने वुहान एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य जीता और मई 2018 में वर्ल्ड रैंकिंग के 8वें नंबर तक पहुंचे थे, जो उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग थी।
प्रणॉय ने पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 ली चोंग को हराया
2017 में प्रणॉय ने मलेशिया के पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 ली चोंग वेई को हराया था। इंडोनेशियाई ओपन में लगातार ओलिंपिक चैम्पियन चीन के चेन लोंग को लगातार मैच में हराया था। इसी साल यूएस ओपन के फाइनल में भी पहुंचे। वहीं, नेशनल चैम्पियनशिप में उन्होंने वर्ल्ड नंबर-2 किदांबी श्रीकांत को हराकर अपना पहला सीनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप खिताब जीता था।
नई दिल्लीखेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए आवेदन जमा करने की तारीख 22 जून तक बढ़ा दी है। इसके साथ ही कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन में प्रस्तावक मिलने में होने वाली कठिनाइयों के मद्देनजर खिलाड़ियों को स्वयं के नामांकन की अनुमति भी दे दी है। नामांकन प्रक्रिया पूरी करने का बुधवार को आखिरी दिन था लेकिन समय सीमा बढ़ा दी गई। इसके साथ ही प्रक्रिया में भी रियायत दी गई है। मंत्रालय के एक सर्कुलर में कहा गया, ‘हमने पुरस्कार योजना में अधिकारियों या व्यक्तियों की अनुशंसा पर भेजे गए आवेदन ही जमा करने का नियम खत्म कर दिया है। फॉर्म में इस हिस्से को खाली छोड़ा जा सकता है।’ मंत्रालय ने महामारी के कारण इस साल सिर्फ ईमेल से आवेदन मंगवाए थे। खेल पुरस्कार आवेदन के नियमों के तहत वे ही आवेदन मान्य होते हैं जिनके लिए राष्ट्रीय महासंघ, खेल बोर्ड या पूर्व पुरस्कार विजेताओं ने अनुशंसा की हो। अब रियायत के बाद वे खिलाड़ी भी आवेदन कर सकेंगे जिनके नाम राष्ट्रीय खेल महासंघ ने नहीं भेजे हैं और उन्हें पूर्व विजेताओं से समर्थन भी हासिल नहीं है। हर साल महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर ये पुरस्कार दिए जाते हैं।
नई दिल्लीइंग्लैंड के कप्तान जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरुआती टेस्ट में खेलने की संभावना कम है, क्योंकि उनके दूसरे बच्चे का जन्म इन्हीं तारीख में हो सकता है। इस दौरान उपकप्तान अंतरिम कप्तान की जिम्मेदारी संभालेंगे। रूट का मानना है कि वह ‘शानदार कप्तान’ साबित होंगे। वेस्टइंडीज की टीम कार्यक्रम के बदलाव के बाद जुलाई में इंग्लैंड का दौरा करेगी जो दर्शकों के बिना खाली स्टेडियम में होगा। पहला टेस्ट आठ जुलाई से साउथम्पटन में शुरू होगा और रूट की पत्नी कैरी को दूसरे बच्चे के जन्म के लिये जुलाई के शुरू की तारीख दी गयी हैं। रूट ने कहा, ‘जो तारीख दी गयी है, उससे चीजें थोड़ी पेचीदा हो गई हैं। चिकित्सीय टीम से चर्चा की गई है और हम इससे अपडेट होने की कोशिश कर रहे हैं। अभी मैं कुछ नहीं कह सकता।’ रूट ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर बेन कप्तान होगा तो वह शानदार होगा। उसकी बेहतरीन बात यही है कि वह उदाहरण पेश करता है, जिस तरह से वह अभ्यास करता है, किस तरह वह मुश्किल परिस्थितियों में गेंदबाजी करना चाहता है और वह विभिन्न परिस्थितियों में जैसी बल्लेबाजी करता है।’
मुंबई पूर्व तेज गेंदबाज () का मानना है कि प्रबंधन को कोरोना वायरस (Covid-19) महामारी के बाद खेल बहाल होने पर गेंदबाजों की चोटों के प्रबंधन को लेकर काफी सतर्कता बरतनी होगी। भारतीय खिलाड़ियों ने 25 मार्च के बाद से अभ्यास नहीं किया है। कोरोना महामारी के बाद तब से देशव्यापी लॉकडाउन लागू था। तेज गेंदबाज ने पिछले महीने बोइसर में अभ्यास शुरू किया। पठान ने कहा कि आईपीएल टीमों समेत सभी टीमों को गेंदबाजों को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी क्योंकि दो महीने बाद मैदान पर लौटने पर चोटों की संभावना अधिक होगी। उन्होंने स्टार स्पोटर्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ पर कहा, ‘चोटों का प्रबंधन सबसे अहम है। हमें गेंदबाजों पर फोकस करना होगा।’ ने भी हाल ही में गेंदबाजों के लिये खास दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा था कि टीमों को गेंदबाजों के कार्यभार को लेकर सजग रहना होगा। पठान 2007 टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे।
नई दिल्लीभारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणॉय लगातार दूसरे साल अर्जुन पुरस्कार के लिए नामांकित नहीं किए जाने से गुस्से में हैं और उन्होंने कहा कि भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने उनसे कम उपलब्धि वाले खिलाड़ियों के नाम की सिफारिश की है। बीएआई ने मंगलवार को सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की शीर्ष युगल जोड़ी और पुरुष एकल खिलाड़ी ने नाम की सिफारिश इस पुरस्कार के लिए की थी। प्रणॉय ने अपनी नाराजगी ट्विटर पर व्यक्त की। उन्होंने लिखा, ‘अर्जुन पुरस्कार के लिए वही पुरानी चीज। राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले खिलाड़ी के नाम की सिफारिश संघ द्वारा नहीं की गई, जबकि जो खिलाड़ी इन दोनों प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में नहीं था, उसके नाम की अनुशंसा की गई है। वाह।’ इन तीन नामांकन में से सात्विक-चिराग की जोड़ी ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता था, लेकिन समीर कभी भी इसमें नहीं खेले हैं। प्रणॉय का पिछले साल का प्रदर्शन हालांकि इतना शानदार नहीं रहा, लेकिन वह 2018 में शानदार फॉर्म में थे। 25 साल के इस खिलाड़ी ने 2018 में तीन खिताब अपने नाम किए थे और अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ विश्व रैंकिंग (11) हासिल की थी। इस शानदार प्रदर्शन के बूते वह बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स 2018 में भी जगह बनाने में सफल रहे और सेमीफाइनल तक पहुंचे थे। बीएआई ने कहा कि उसने, ‘खेल मंत्रालय को नामों की सिफारिश करने से पहले पिछले चार वर्षों में खिलाड़ियों और कोचों के प्रदर्शन का अच्छी तरह आकलन किया था।’ पिछले चार वर्षों में प्रणॉय का 2018 में शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें वह उस भारतीय मिश्रित टीम का हिस्सा थे जिसने पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। प्रणॉय को राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व चैंपियन पारुपल्ली कश्यप से भी सहयोग मिला। कश्यप ने ट्वीट किया, ‘पुरस्कार के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया कभी समझ नहीं आयी। मैं उम्मीद करता हूं कि यह बदले। मजबूत बने रहो।’
कोरोनावायरस और लॉकडाउन के कारण पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी परिवार के साथ रांची में घर पर समय बिता रहे हैं। उनकी पत्नी साक्षी ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया, जिसमें धोनी अपनी बेटी जीवा को फार्म हाउस में बाइक पर सैर कराते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में साक्षी को कहते सुना जा सकता है कि शहर में बारिश का मौसम हो रहा है। साथ ही आसमान में बिजलियां कड़क रही हैं। इसी दौरान धोनी ने बेटी जीवा को बाइक पर आगे बैठाया और फार्म हाउस की सैर कराई।
धोनी सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव नहीं रहते
धोनी अपने घर पर किस तरह मस्ती करते हैं और समय बिताते हैं। इस बात की जानकारी साक्षी वीडियो के जरिए देती रहती हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि धोनी सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करते हैं। इस कारण ज्यादातर वीडियो और फोटो साक्षी ही शेयर करती हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स ने भी वीडियो शेयर किया
इस वीडियो को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स ने भी शेयर किया है। धोनी इस टीम के कप्तान हैं। इस बार 29 मार्च से आईपीएल शुरू होना था, लेकिन कोरोना के कारण अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।
धोनी ने 350 वनडे में 10773 रन बनाए
धोनी एक साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच जुलाई 2019 में वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेला था। इस मैच में न्यूजीलैंड के हाथों हार मिली थी। धोनी ने अब तक 90 टेस्ट में 4876, 350 वनडे में 10773 और 98 टी-20 में 1617 रन बनाए हैं।
नई दिल्ली भारत के स्टार हरफनमौला कमर की चोट के कारण फिलहाल टेस्ट क्रिकेट का जोखिम नहीं लेना चाहते और ऐसा इसलिए भी है क्योंकि उन्हें सीमित ओवरों के प्रारूप में अपनी उपयोगिता पता है। पंड्या ने सितंबर 2018 से टेस्ट नहीं खेला है। वह अब तक सिर्फ 11 टेस्ट खेले हैं लेकिन सीमित ओवरों में आक्रामक हरफनमौला के रूप में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं। वह पिछले साल कमर के ऑपरेशन के बाद रिकवरी की ओर हैं। उन्होंने ‘क्रिकबज’ से कहा, ‘मैं खुद को बैकअप तेज गेंदबाज के रूप में देखता हूं । कमर की सर्जरी के बाद फिलहाल टेस्ट क्रिकेट खेलना चुनौतीपूर्ण होगा।’ उन्होंने कहा, ‘यदि मैं सिर्फ टेस्ट क्रिकेटर होता तो खेल लेता लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि सीमित ओवरों के प्रारूप में मुझे अपनी उपयोगिता पता है।’ पंड्या को 2018 में चोट लगी थी जब उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ एशिया कप मैच के दौरान मैदान से स्ट्रेचर से ले जाया गया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा कि मेरा करियर खत्म हो गया क्योंकि मैने कभी किसी को यूं स्ट्रेचर पर जाते हुए नहीं देखा। मेरा दर्द कम ही नहीं हो रहा था लेकिन मेरा शरीर तुरंत रिकवरी मोड में चला गया। एशिया कप वैसे भी आराम मिलने से पहले मेरा आखिरी टूर्नमेंट था जिसमें यह चोट लग गई।’ पिछले साल एक टीवी शो पर महिला विरोधी बयानबाजी के कारण विवादों से घिरे पंड्या ने कहा कि उन्होंने अपना सबक सीख लिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं उस घटना के बाद समझदार हो गया हूं। मैने जिंदगी में गलतियां कीं लेकिन उन्हें स्वीकार भी किया। यदि ऐसा नहीं होता तो मैं एक और टीवी शो कर रहा होता।’ पंड्या ने कहा, ‘अब मैं उसे सोचकर परेशान नहीं होता क्योंकि हमने एक परिवार के रूप में उसे स्वीकार कर लिया । मुझे सबसे ज्यादा दुख इस बात का है कि मेरी गलती की सजा मेरे परिवार ने भुगती । यह स्वीकार्य नहीं है।’ उन्होंने स्वीकार किया कि कैरियर में एक दौर ऐसा भी था जब दूसरों की बातों का उन पर बहुत असर होता था और वह विचलित हो जाते थे । उन्होंने कहा ,‘मेरी के कोच रिकी पॉन्टिंग ने एक बच्चे की तरह मुझे संभाला। मैने उनसे काफी कुछ सीखा है।’
फार्मूला वन ने इस साल होने वाली शुरूआती 8 राउंड की रेस के लिए संशोधित कैलेंडर घोषित कर दिया है। कोरोना के बीच यह सभी राउंड 6 देशों में होंगे। शुरुआत 3 जुलाई को ऑस्ट्रिया से होगी। फॉर्मूला वन के मुख्य कार्यकारी चेस कैरेने कहा कि सीजन के दौरान यदि कोई एक ड्राइवर कोरोना संक्रमित पाया जाता है, तब भी रेस को बीच में नहीं रोका जाएगा।
फॉर्मूला वन रेस की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया से होनी थी, लेकिन वीकेंड शुरू होने से पहले ही मैकलारेन टीम के सदस्य के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर इसे 15 मार्च को रोक दिया गया। इसको लेकर कैरेने कहा कि इस बार किसी भी हालत में सीजन को नहीं रोका जाएगा।
होटल में क्वॉरैंटाइन की व्यवस्था की गई
कैरेने फार्मूला वन की वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘‘एक व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से पूरी रेस को रद्द नहीं किया जा सकता है। इसके लिए हम टीमों को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं। यदि किसी को क्वॉरैंटाइन में रखा जाना है, तो इसकी भी व्यवस्था होटल में की गई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हर एक टीम में रिजर्व ड्राइवर की व्यवस्था की गई है। यदि कोई ड्राइवर संक्रमित पाया जाता है, तो उसकी जगह रिजर्व ड्राइवर ले लेगा। यदि कोई एक टीम रेस में शामिल होने में सक्षम नहीं है, तो उसके लिए पूरी रेस को रद्द नहीं किया जाएगा।’’
राउंड
देश
तारीख
1
ऑस्ट्रिया
3-5 जुलाई
2
ऑस्ट्रिया
10-12 जुलाई
3
हंगरी
17-19 जुलाई
4
ब्रिटेन
31 जुलाई - 2 अगस्त
5
ब्रिटेन
7-9 अगस्त
6
स्पेन
14-16 अगस्त
7
बेल्जियम
28-30 अगस्त
8
इटली
4-6 सितंबर
चार्टर्ड प्लेन से टीमों को यात्रा कराई जाएगी
कैरेने कहा किटीमों को चार्टर्ड प्लेन से यात्रा कराई जाएगी, जिससे वे स्थानीय लोगों और फैन्स से दूर रह सकें। फिलहाल,फार्मूला वन बगैर दर्शकों के ही कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी टीम के लिए 80-90 पेज की गाइडलाइंस तैयार की गई है। टीमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखेंगी।
जून के अंत तक पूरा कैलेंडर हो जाएगा फाइनल
कैरेने कहा कि जून के आखिर तक सीजन का पूरा कैलेंडर फाइनल कर लिया जाएगा। फॉर्मूला वन में 10 टीमों के साथ 1200 की जगह 80 से 130 स्टॉफ ही आ सकेंगे।
नई दिल्लीउम्र 80 वर्ष। नाम है मुजीबुल्लाह। लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर काम कुली का करते हैं। यह नाम बड़े ही अदब और गर्व के साथ लिया जा रहा है। वजह भी बेहद खास है। दरअसल, महामारी कोरोना वायरस के मुश्किल वक्त में उन्होंने प्रवासी मजदूरों के बोझे को बिना कोई पैसा लिए न केवल ढोए, बल्कि जरूरतमंदों को खाना खिलाने का नेक काम भी किया। उनके लिए भारतीय क्रिकेटर ने ट्विटर पर खास मेसेज लिखा है। दुनिया के बेस्ट फील्डरों में से एक रहे कैफ ने मुजीबुल्लाह की कहानी शेयर की है। उन्होंने लिखा- मानवता किसी उम्र की मोहताज नहीं होती। मुजीबुल्लाह की उम्र 80 वर्ष है। वह लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर कुली का काम करते हैं। उन्होंने बिना कोई पैसा लिए प्रवासी मजदूरों के सामानों को ढोया और उनके लिए खाना भी उपलब्ध कराया। मुश्किल वक्त में उनकी निस्सवार्थता प्रेरणा दायक है। उल्लेखनीय है कि प्रवासी मजदूरों के लिए फरीश्ता बने मुजीबुल्लाह 1970 से चारबाग स्टेशन पर कुली का काम कर रहे हैं। वह स्टेशन से 6 किमी दूर गुलजार नगर में बेटी के साथ रहते हैं। लॉकडाउन के दौरान यहां से वह रोजाना पैदल चलकर स्टेशन आते थे और लोगों की मदद कर रहे थे। लोग इस पोस्ट पर वृद्ध व्यक्ति की खूब तारीफ कर रहे हैं। बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नै जैसे बड़े शहरों से अपने-अपने गांव लौट रहे हैं। ट्रेन चलने से पहले ढेरों लोग हजारों मील चलकर अपने-अपने गांव पहुंचे। ऐसे में मुजीबुल्लाह और उनके जैसे तमाम लोग उनकी मदद को आगे आए।