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रैंक | बल्लेबाज | मैच | रन | औसत |
1 | राहुल द्रविड़ | 164 | 13288 | 52.31 |
2 | सचिन तेंडुलकर | 200 | 15921 | 53.78 |
3 | सुनील गावसकर | 125 | 10122 | 51.12 |
4 | विराट कोहली | 86 | 7240 | 53.62 |
रैंक | बल्लेबाज | मैच | रन | औसत |
1 | राहुल द्रविड़ | 164 | 13288 | 52.31 |
2 | सचिन तेंडुलकर | 200 | 15921 | 53.78 |
3 | सुनील गावसकर | 125 | 10122 | 51.12 |
4 | विराट कोहली | 86 | 7240 | 53.62 |
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मेसी ने सेंट्रल अर्जेंटीना में बचपन बिताया जिसके बाद 13 साल की उम्र में वह स्पेन चले गए और बार्सिलोना से जुड़ गए। 2004 में 17 साल की उम्र में मेसी ने प्रतियोगिता में डेब्यू किया। 22 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार बैलन डी ओर ट्रोफी जीती।
गोल करने के मामले में भी मेसी का कोई जवाब नहीं है। उनके नाम ला लीगा में सर्वाधिक 440 गोल का रेकॉर्ड दर्ज है। इसके अलावा ला लीगा इतिहास में सर्वाधिक 36 बार हैटट्रिक लगाई हैं।
मेसी का पेशेवर करियर बार्सिलोना से ही जुड़ा रहा है और उन्होंने क्लब रेकॉर्ड 34 ट्रोफी जीतीं जिसमें 10 ला लीगा ट्रोफी शामिल हैं। इसके अलावा यूएफा चैंपियंस लीग के चार खिताब जीते।
दिग्गज लियोनल मेसी ने रेकॉर्ड 6 बैलन डी ओर ट्रोफी जीती हैं जो इसके इतिहास में सर्वाधिक हैं। उन्होंने सबसे पहले 2009 में यह प्रतिष्ठित ट्रोफी जीती जिसके बाद 2012 तक लगातार चार बार ट्रोफी अपने नाम की। उन्होंने 2015 और 2019 में भी ट्रोफी जीती।
मेसी ने 10 ला लीगा ट्रोफी, चार बार यूएफा चैंपियंस लीग खिताब और छह बार कोपा डेल रे ट्रोफी जीती हैं।
अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप का 7वां सीजन भारत में अगले साल 17 फरवरी से 7 मार्च के बीच होने वाला है। इसके लिए फुटबॉल इंटरनेशनल फेडरेशन एसोसिएशन (फीफा) ने नया शेड्यूल तय कर दिया है। यह इवेंट इसी साल 2 से 21 नवंबर के बीच होना था, लेकिन कोरोना के कारण इसे टाल दिया गया है।
महिला वर्ल्ड कप में भारत समेत 16 टीमें शामिल होंगी। इन सभी के बीच 32 मैच खेले जाएंगे। मेजबान होने के कारण भारतीय टीम को क्वालिफाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। टीम को सीधी एंट्री मिली। 2008 में शुरू हुए टूर्नामेंट में उत्तर कोरिया दो बार (2008 और 2016) में चैम्पियन रह चुका है।
नवी मुंबई में होगा फाइनल
यह टूर्नामेंट देश में 5 जगह कोलकाता, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अहमदाबाद और नवी मुंबई में खेला जाना है। पहला मैच 17 फरवरी को गुवाहाटी में होगा। प्ले-ऑफ, एक सेमीफाइनल और फाइनल नवी मुंबई में खेला जाएगा। जबकि दूसरा सेमीफाइनल भुवनेश्वर में होगा।भारतीय टीम अपने सभी ग्रुप मैच गुवाहाटी में ही खेलेगी।
शहर | स्टेडियम | मैच |
गुवाहाटी | इंदिरा गांधी एथलेटिक | 6 ग्रुप मुकाबले |
भुवनेश्वर | कलिंगा स्टेडियम | 6 ग्रुप मैच, एक क्वार्टरफाइनल और एक सेमीफाइनल |
कोलकाता | वीवाईबीके स्टेडियम | 6 ग्रुप मैच और एक क्वार्टरफाइनल |
अहमदाबाद | ईकेए अरेना | 6 ग्रुप मैच और एक क्वार्टरफाइनल |
नवी मुंबई | डीवाई पाटिल | एक क्वार्टरफाइनल, एक सेमीफाइनल, प्ले-ऑफ और फाइनल |
महिला एशिया फुटबॉल कप 2022 भी भारत में ही होगा
अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप भारत में होने वाला दूसरा फीफा टूर्नामेंट है। इससे पहले देश को 2017 में अंडर-17 पुरुष वर्ल्ड कप की मेजबानी मिल चुकी है। अब महिला एशिया फुटबॉल कप 2022 भी भारत में ही होगा। यह टूर्नामेंट 42 साल बाद देश में होने जा रहा है। इससे पहले 1979 में मेजबान मिली थी, तब भारतीय टीम रनरअप रही थी।
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि टोक्यो गेम्स के लिए अब तक 78 भारतीय एथलीट क्वालिफाई कर चुके हैं। उन्हें विश्वास है कि करीब 125 खिलाड़ी कोटा हासिल कर ओलिंपिक के लिए जा सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के मौके पर बत्रा ने भारतीय टेनिस स्टार लिएंडर पेस और शूटर अभिनव बिंद्रा समेत कई बड़े खिलाड़ियों के साथ एक वेबिनार में बात की।
अगले साल होगा टोक्यो ओलिंपिक
कोरोना के कारण इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को पहले ही एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब यह गेम्स 23 जुलाई से 8 अगस्त 2021 तक होने हैं। भारत ने 2016 रियो ओलिंपिक में 117 और 2012 लंदन गेम्स में 83 खिलाड़ियों का दल भेजा था।
‘अगला साल मुश्किल होने वाला है’
बत्रा ने कहा , ‘‘अगला साल मुश्किल होने वाला है। हमें खिलाड़ियों पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत होगी। अब तक हमारे 78 एथलीट्स ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं। अब इंटरनेशनल क्वालिफाइंग टूर्नामेंट शुरू होने की देरी है। मुझे पूरा विश्वास है कि करीब 125 एथलीट क्वालिफाई कर ओलिंपिक के लिए जा सकेंगे।’’
हॉकी और वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी
बत्रा ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें खराब हालात में भी बेहतर तैयारी करने की कोशिश करनी चाहिए। हॉकी, वेटलिफ्टिंग और एथलेटिक्स समेत कई खेलों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। शूटिंग की ट्रेनिंग भी जुलाई से शुरू होगी।’’
भारत में प्रतिभाएं तलाशने की जरूरत
ओलिंपिक में मेडल विजेता बिंद्रा ने कहा, ‘‘ओलिंपिक 4 साल में एक बार आता है और खिलाड़ी को एक ही मौका मिलता है। इस कारण हमें सभी तैयारियों में साइंस, मेडिसिन, टेक्नोलॉजी और इंजिनियरिंग का भी इस्तेमाल करना चाहिए।’’ लिएंडर पेस ने कहा, ‘‘भारत में प्रतिभाओं को तलाशने की जरूरत है। ओडिशा ने जमीनी स्तर पर यह काम शुरू कर दिया है, जो काफी अहम है ।’’
भारत ने ओलिंपिक में 26 मेडल जीते
पहला आधुनिक ओलिंपिक 1896 में ग्रीस के एथेंस में खेला गया था। भारत ने पहली बार आधिकारिक टीम 1920 के ओलिंपिक में भेजी थी। यह गेम्स पहले वर्ल्ड वॉर के बाद बेल्जियम के एंटवर्प में हुए थे। भारत ने ओलिंपिक में अब तक 26 मेडल जीते हैं। इसमें 9 गोल्ड, 5 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज शामिल हैं। देश को हॉकी में 11 और शूटिंग में 4 पदक मिले हैं। इसके अलावा रेसलिंग में 5, बैडमिंटन-बॉक्सिंग में 2-2 और टेनिस-वेटलिफ्टिंग में 1-1 पदक जीता है।
कोरोनावायरस के कारण तीन महीने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी इंग्लैंड से हो रही है। यहां 8 जुलाई को वेस्टइंडीज-इंग्लैंड के बीच तीन टेस्ट की सीरीज का पहला मैच खेला जाएगा। इसी बीच इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने क्रिकेट बॉल से बीमारी फैलने का खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में लगे प्रतिबंध हटाए नहीं जाएंगे, लेकिन सीरीज पर कोई असर नहीं होगा।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) कोरोना के कारण बॉल को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा चुका है। साथ ही टेस्ट में कोरोना कन्कशन (सब्स्टीट्यूट) का ऑप्शन भी दिया है। आईसीसी ने मैच के दौरान हाथ नहीं मिलाने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी कई गाइडलाइंस जारी की हैं।
क्रिकेट को सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा काम किया जा रहा
बोरिस जॉनसन ने मीडिया से कहा, ‘‘क्रिकेट के साथ समस्या यह है कि हर कोई यह समझता है कि बॉल से नेचुरल तौर पर बीमारी फैलने का खतरा है। मैंने इस बारे में कई बार वैज्ञानिकों से बातचीत की है। फिलहाल, हम क्रिकेट को कोविड से सुरक्षित रखने के लिए ज्यादा काम कर रहे हैं। अब तक हमने कोई गाइडलाइंस नहीं बदलीहै।’’
तीन टेस्ट मैच की सीरीज 8 जुलाई से
वेस्टइंडीज-इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 8-12 जुलाई तक साउथैम्पटन के एजिस बॉल में होगा, जबकि बाकी दो टेस्ट ओल्ड ट्रैफर्ड में 16 से 20 जुलाई और 24-28 जुलाई तक खेले जाएंगे। इंग्लैंड की 30 सदस्यीय टीम गुरुवार से साउथैम्पटन में ट्रेनिंग करेगी।
विंडीज टीम ने आइसोलेशन पूरा किया
वेस्टइंडीज टीम ने इंग्लैंड में अपना 14 दिन का आइसोलेशन पूरा कर लिया है। मेहमान टीम 9 जून को इंग्लैंड पहुंचीं थी और तब से ही मैनचेस्टर के एक होटल में क्वारैंटाइन है। टीम होटल के पास ओल्ड टैफर्ड मैदान पर प्रैक्टिस कर रही है। इसी मैदान पर उसे तीन दिन का वॉर्म-अप मैच खेलना है।
पिछली बार सिमोन मिग्नोलेट मैड्रिड में पोडियम पर चैंपियंस लीग चैंपियन बनने का जश्न मना रहे थे, मेडल उनके गले में था, लिवरपूल के साथियों के साथ वे मैदान पर चारों ओर घूमकर फैंस का शुक्रिया कर रहे थे, फैंस लाल जर्सी में विजेता टीम को चीयर कर रहे थे, पार्टी अगले दिन तक चली थी।
लेकिन इस बार, चीजें बदली हुई हैं। मिग्नोलेट घर पर थे, तभी उनके मोबाइल स्क्रीन पर मैसेज आया। यह वॉट्सऐप मैसेज उनके नए क्लब ब्रजेस के लाइजनिंग ऑफिसर का था। बेल्जियम के मिग्नोलेट ने पिछले ट्रांसफर सीजन में लिवरपूल छोड़कर घरेलू क्लब ब्रजेस ज्वाइन कर लिया था। यह मैसेज क्लब के सभी साथियों के पास गया। मैसेज था- सीजन कैंसिल हो गया है और हम विजेता घोषित कर दिए गए हैं। यह पहला मौका था, जब मिग्नोलेट ने नेशनल चैंपियनशिप जीती थी।
मिग्नोलेट कहते हैं, ‘यह कुछ जीतने की, कुछ हासिल करने की भावना जैसा था। इस टाइटल को जीतने के पहले लगता था कि कुछ कमी है। लेकिन इसे जीतने के बाद महसूस हुआ कि मैंने कोई परीक्षा पास कर ली हो या फिर मुझे ड्राइविंग लाइसेंस मिल गया हो।’
खिलाड़ियों को मैसेज से बताया गया कि वह चैंपियन बन गए
पिछले कुछ हफ्तों में यूरोप के दर्जनों खिलाड़ी इसी दौर से गुजर चुके हें, जिससे मिग्नोलेट और उनके साथी गुजरे। कई खिलाड़ियों को मैसेज के जरिए ही उनके चैंपियन बनने की खबर मिली। क्लब ब्रजेस पहली टीम थी, जिसे मैसेज के जरिए यह खबर मिली। उसके बाद कई अन्य क्लब इससे जुड़ गए।
फ्रांस की सरकार ने घरेलू फुटबॉल लीग लीग-1 को कैंसिल कर दिया और पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) टॉप पर रहने के कारण चैंपियन घोषित कर दिया गया। सभी टीमों के खिलाड़ियों ने भी वही अनुभव किया, जो मिग्नोलेट ने किया था। उन्हें अपने खेल पर गर्व हुआ, उपलब्धि पर संतुष्टि मिली, चैंपियन बनने पर खुशी हुई- लेकिन उनकी ये सभी भावनाएं आपस में मिली-जुली थीं। क्योंकि उन्होंने ऐसे तो जीतने की उम्मीद नहीं की थी।
अधिकतर क्लब ने जश्न मनाने का मौका दिया
अधिकतर क्लबों ने अपने खिलाड़ियों को जीत का जश्न मनाने का भी मौका दिया। मिग्नोलेट और उनके क्लब ब्रजेस के साथियों को कुछ हफ्ते बाद ट्रेनिंग सेंटर पर ट्रॉफी भी दी गई। सभी ने ट्रॉफी के साथ फोटो भी ली और स्पीच भी दी। वहीं, स्कॉटलैंड में सेल्टिक के कप्तान स्कॉट ब्राउन को न सिर्फ ट्रॉफी दी गई, बल्कि ट्रॉफी हर खिलाड़ी के घर भी ले जाई गई, ताकि पूरा परिवार यह खुशनुमा पल महसूस कर सके।
यह स्कॉट ब्राउन की सेल्टिक के साथ 10वीं चैंपियनशिप थी जबकि बतौर कप्तान लगातार नौवीं। ब्राउन, मिग्नोलेट, लूसी ब्रॉन्ज सभी चैंपियन बनना चाहते थे। यह एक ऐसी चीज थे, जो ये लोग चाहते थे। लेकिन शायद ऐसे नहीं। मिग्नोलेट कहते हैं, ‘अब मुझे अगले सीजन का इंतजार है। अब मेरी इच्छा है कि नया सीजन जल्द शुरू हो, हम जीतें और साथियों और फैंस के साथ वैसा जश्न मनाएं, जो पहले मनाते थे।’
स्कॉटलैंड के क्लब सेल्टिक ने 9वीं बार खिताब पर कब्जा किया
स्कॉटलैंड के क्लबों ने भी आगे न खेलने का फैसला किया था। सेल्टिक को विजेता घोषित कर दिया गया था। सेल्टिक नौवीं बार चैंपियन बना था। फ्रेंच क्लब लियोन, इंग्लिश क्लब चेल्सी और स्पेनिश क्लब बार्सिलोना की महिला टीमों के भी सीजन पूरे नहीं हुए और उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया।
महिला क्रिकेट को रोमांचक बनाने के लिए नियम में कुछ अहम बदलाव हो सकते हैं। इसमें छोटी-हल्की गेंद का प्रयोग और छोटी पिच जैसी बातें शामिल हैं। पिछले दिनों आईसीसी ने वेबिनार आयोजित किया था। इसमें न्यूजीलैंड की कप्तान सोफिया डिवाइन और भारत की जेमिमा रोड्रिग्ज ने इस तरह के सुझाव दिए थे। पिच को 22 यार्ड की जगह 20 यार्ड किया जा सकता है। ऐसे ही प्रस्ताव पर अन्य बड़ी क्रिकेटरों ने राय
दी है। उनकी बात के मुख्य अंश:
क्या पिच को छोटा करने से महिला क्रिकेट को फैंस के लिहाज से और रोमांचक बनाया जा सकता है?
छोटी गेंद अच्छे से पकड़ में आएगी, ऐसे में स्पिनरों को मदद मिलेगी
नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड से जुड़ी सेल्फ नॉमिनेशन प्रोसेस से खिलाड़ी नाखुश हैं और वे इसे खत्म करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि खेल मंत्रालय इंटरनेशनल मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों का खुद सिलेक्शन करे और फिर उन्हें खेल रत्न या अर्जुन अवॉर्ड दिया जाए।अभी अवॉर्ड के लिए खिलाड़ियों को खुदअपना फॉर्म खेल मंत्रालय को भेजना होता है।
वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में सिल्वर जीतने वाले देश के पहले पुरुष मुक्केबाज अमित पंघाल अवॉर्ड की सिलेक्शन प्रोसेस को भेदभावपूर्ण बता चुके हैं। उन्होंने हाल ही में सिलेक्शन प्रोसेस बदलने को लेकर खेल मंत्री किरन रिजिजू को चिठ्ठी लिखी थी। इसमें उन्होंने कहा था कि सिलेक्शन सिस्टम को ऐसा बनाए जाए कि किसी खिलाड़ी को अवॉर्ड केगिड़गिड़ाना न पड़े।
ओलिंपिक मेडल जीत चुके रेसलर योगेश्वर दत्त, मुक्केबाज मनोज कुमार और डिस्कस थ्रो की खिलाड़ी कृष्णा पूनिया भी अमित की बात का समर्थन कर रहे हैं।
सेल्फ नॉमिनेशन की प्रक्रिया हो खत्म
2012 के लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले रेसलर योगेश्वर दत्त का कहना है कि स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) और स्पोर्ट्स फेडरेशन के पास खिलाड़ियों के प्रदर्शन का पूरा रिकॉर्ड होता है।ऐसे मेंखेल मंत्रालय खिलाड़ियों से आवेदन मंगाने की बजाएप्रदर्शन के आधार पर उन्हें अर्जुन अवॉर्ड या खेल रत्न दे।
अवॉर्ड के लिए नई पॉलिसी की जरूरत
2013 में खेल रत्न न मिलने पर विरोध जताने वालीएथलीट कृष्णा पूनिया ने भास्कर को बताया कि मौजूदा पॉलिसी में बदलाव की जरूरत है। उनके मुताबिक, इन पुरस्कारों के लिए एक कमेटी बनाई जानी चाहिए, जिसमेंसभी ओलिंपिक और नॉन ओलिंपिक खेलों के प्रतिनिधि शामिल हों, ताकि सिलेक्शन के समय किसी भी खिलाड़ी के साथ अन्याय न हो।
खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार के लिए नियम
नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड के लिए खिलाड़ियों का सिलेक्शन हर चार साल के प्रदर्शन के आधार पर होता है। इसके लिए पॉइंट सिस्टम बनाया गया है। ओलिंपिक, वर्ल्ड चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने पर 40, सिल्वरपर 30 और ब्रॉन्ज जीतने पर 20 पॉइंट मिलते हैं।
2014 में हाई कोर्टके निर्देश के बाद ओलिंपिक और पैरालिंपिक मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को अवॉर्ड के लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं है। खेल मंत्रालय खुद इनके नाम की सिफारिश करता है,बशर्ते उन्हें पहले से यह पुरस्कार न मिला हो।
अवॉर्ड को लेकर खिलाड़ी कोर्ट का सहारा भी ले चुके
ऐसा पहली बार नहीं है, जब अवॉर्ड प्रोसेस शुरू होने के साथ ही सवाल उठे हैं। 2014 में बॉक्सर मनोज कुमार सिलेक्शन कमेटी द्वारा नजरअंदाज होने पर दिल्ली हाई कोर्ट गए थे। तब कोर्ट के आदेश पर उन्हें अर्जुन अवॉर्ड मिला था। वहीं, पिछले साल खेल रत्न हासिल करने वाले रेसलर बजरंग पूनिया ने 2018 में सर्वोच्च खेल पुरस्कार ने मिलने पर कोर्ट जाने की धमकी दी थी। तब विराट कोहली और वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को खेल रत्न मिला था।
पॉइंट में अव्वल के बाद भी पिछड़ गए थे बजरंग
नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड के लिए तय किए गए पॉइंट सिस्टम के मुताबिक, रेसलर बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के 2018 में 80 अंक थे, जबकि मीराबाई चानू के 44 पॉइंट थे। क्रिकेट में ओलिंपिक या वर्ल्ड चैम्पियनशिप जैसे टूर्नामेंट नहीं होने की वजह सेकोहलीके खाते में एक भी अंक नहीं था।
तब पूनिया ने यहसवाल उठाया था कि जब उनके सबसे ज्यादा अंक थे, तो फिर उन्हें खेल रत्न के लिए क्यों नहीं चुना गया?
खेल रत्न के बाद अर्जुन पुरस्कार के लिए नाम भेजने पर उठेसवाल
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू और रेसलर साक्षी मलिक का नाम इस साल अर्जुन पुरस्कार के लिए भेजा गया है। इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं,क्योंकि इन दोनों एथलीट को पहले ही देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
साक्षी को 2016 में, तो मीराबाई को 2018 में खेल रत्न मिला था। ऐसे में अर्जुन अवॉर्ड के लिए इनका नाम भेजना किसी के गले नहीं उतर रहा। हालांकि, नियमों के तहत खेल रत्न जीतने के बाद भी खिलाड़ी अर्जुन अवॉर्ड के लिए नाम भेज सकता है।
युवेंटस के फॉरवर्ड क्रिस्टियानो रोनाल्डो इटेलियन फुटबॉल लीग सीरी-ए में सबसे ज्यादा गोल करने वाले पुर्तगाली खिलाड़ी बने। उन्होंने सोमवार को बोलोग्ना के खिलाफ मैच के पहले हाफ में पेनल्टी के जरिए गोल दागकर यह उपलब्धि हासिल की। वे लीग में 43 गोल कर चुके हैं।
इसके अलावा वे प्रीमियर लीग में भी वे अपने देश के बेस्ट स्कोरर हैं। मैनचेस्टर यूनाइटेड के इस पूर्व स्ट्राइकर ने ईपीएल के 196 मैच में 84 गोल किए हैं।
ला लिगा में मेसी टॉप स्कोरर
स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लिगा में भी उनके नाम यह रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने रियाल मैड्रिड की ओर से 292 मैच में 311 गोल किए हैं।हालांकि, इस लीग में सबसे ज्यादा गोल करने का रिकॉर्ड बार्सिलोना के स्ट्राइकर लियोनल मेसी के नाम पर है। वे अब तक 440 गोल कर चुके हैं। तीसरे स्थान पर एथलेटिक बिलबाओ के टेल्मो जारा हैं। उनके लीग में 250 गोल हैं।
रोनाल्डो से पहले रूई कोस्टा ने लीग में सबसे ज्यादा गोल किए
रोनाल्डो से पहले रूई कोस्टा सीरी-ए में सबसे ज्यादा गोल करने वाले पुर्तगाली थे। कोस्टा नेलीग के 40 मैच में 42 गोल किए थे।इसमें से 10 मैच विनिंग गोल थे। वे 1994 से 2006 के बीच लीग में खेले थे।इस दौरान वे फियोरेंटीना और मिलान क्लब का हिस्सा थे। रोनाल्डो सीरी-ए के इस सीजन में 22 गोल कर चुके हैं।वे 2018 में रियाल मैड्रिड से युवेंटस आए थे।
रोनाल्डो इटेलियन कप के सेमीफाइनल में पेनल्टी चूके थे
रोनाल्डो कोपा इटेलियन कप के सेमीफाइनल में मिलान के खिलाफ पेनल्टी चूकने के बाद से ही आलोचकों के निशाने पर हैं। वे फाइनल में भी नेपोली के खिलाफ अपनी छाप नहीं छोड़ पाए और टीम पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हार झेलनी पड़ी।
नेपोलीने युवेंटस को हराकर छठी बार इटेलियन कप जीता
रोनाल्डो को टीम की ओर से पेनल्टी लेनी थी, लेकिन इससे पहले पाउलो डायबाला और डेनिलो गोल करने से चूक गए। ऐसे में अपनी बारी आने से पहले रोनाल्डो डगआउट में बैठकर टीम को हारते हुए देखते रहे। नेपोली ने छठी बार खिताब अपने नाम किया था।
रोनाल्डो के करियर में ऐसा पहली बार हुआ, जब वे लगातार दो लीग टूर्नामेंट के फाइनल हारे। पिछले साल उनका क्लब सुपरकोपा इटेलियन कप की खिताबी जंग में लाजियो से हार गया था।
क्रिकेट में सीमित ओवरों के खेल के महारथी क्रिस गेल ने टेस्ट को सबसे अच्छा फॉर्मेट बताया है। वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर गेल ने कहा कि 5 दिन क्रिकेट खेलना बड़ी चुनौती होती है। इसमें मैदान के बाहर जीवन जीने का अनुभव मिलता है। गेल ने बीसीसीआई के ऑनलाइन शो पर भारतीय ओपनर मयंक अग्रवाल के साथ चैटिंग की।
विंडीज के ओपनर गेल ने 103 टेस्ट में 42.19 की औसत से 7215 रन बनाए हैं। उनके नाम 300 वनडे में 10480 और 58 टी-20 में 1627 रन हैं। गेल ने आईपीएल के 125 मैच में 4484 रन बनाए हैं।
मुश्किल परिस्थिति में लड़ना सिखाता है टेस्ट मैच
गेल ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट सबसे बेहतरीन है। यह मैच आपको जीवन जीने का अनुभव सीखने का मौका देता है, क्योंकि 5 दिन तक क्रिकेट खेलना चुनौती होती है। यह आपको कई बार चेक भी करता है कि आपने जो कुछ किया, उसमें आप अनुशासित थे या नहीं। साथ ही यह आपको मुश्किल परिस्थिति में लड़ना और जीतना भी सिखाता है।’’
‘खिलाड़ी के पास कई मौके होते हैं, उदास न हों’
गेल ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट आपको अपनी स्किल्स और मेंटल टफनेस को परखने का मौका देता है। बस समर्पित हो जाओ, जो तुम करते हो उसका मजा लो। एक बात हमेशा याद रखें कि यदि एक चीज काम नहीं करती है, तो आपके पास कई और मौके भी होते हैं। इसलिए यदि क्रिकेटर रहते हुए सफल नहीं होते तो दिल मत तोड़ो।’’
सचिन के संन्यास पर रो दिए थे गेल
सचिन तेंदुलकर ने 2013 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ करियर का आखिरी और 200वां टेस्ट मैच खेला था। मैच के बाद संन्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने एक स्पीच दी थी, जिसे सुनकर गेल रोने लगे थे। यह खुलासा हाल ही में वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर किर्क एडवडर्स ने किया था। इस मैच में भारतीय टीम ने डैरेन सैमी की कप्तानी वाली वेस्टइंडीज को पारी और 126 रनों से हराया था।
कोरोनावायरस के बीच इसी महीने शुरू हुए एड्रिया टूर चैरिटी टेनिस टूर्नामेंट में शामिल बुल्गारिया के ग्रिगोर दिमित्रोव और क्रोएशिया के बोर्ना कोरिच संक्रमित हो गए थे। इसके बाद टूर्नामेंट को रद्द कर दिया गया। इस इवेंट को सर्बिया के नोवाक जोकोविच फाउंडेशन ने कराया था। इस कारण ब्रिटिश प्लेयर डेन इवांस ने वर्ल्ड नंबर-1 जोकोविच को ही जिम्मेदार ठहराया है।
पिछले हफ्ते ही सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई थी। इसमें जोकोविच, एलेक्जेंडर ज्वेरेव और मारिन सिलिच के साथ दिमित्रोव बास्केटबॉल खेलते नजर आ रहे हैं।जोकोविच ने इसी साल 8वीं बार ऑस्ट्रेलियन ओपन ग्रैंड स्लैम जीता था।
दिमित्रोव ने साथी खिलाड़ियों से टेस्ट कराने की बात कही
इसके बाद दिमित्रोव ने इंस्टाग्राम पर कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा था, ‘‘मैं अपने फैन्स और दोस्तों को यह जानकारी देना चाहता था कि मेरी रिपोर्ट पॉजिटव आई है। मैं चाहता हूं, जो लोग बीते दिनों मेरे सम्पर्क में आए वे जरूरी एहतियात बरतने के साथ अपना टेस्ट कराएं। मैं माफी चाहता हूं, अगर मेरी वजह से उन्हें कोई नुकसान हुआ हो। मैं रिकवर हो रहा हूं। आपके सहयोग के लिए शुक्रिया।’’
खिलाड़ियों को साथ में डांस और पार्टी नहीं करना चाहिए
इवांस ने बीबीसी स्पोर्ट्स से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि यह सबसे खराब उदाहरण पेश किया गया है। मुझे नहीं लगता कि ऐसे समय में खिलाड़ियों को पार्टी और साथ में डांस करना चाहिए। उसे (जोकोविच) अपने टूर्नामेंट को लेकर थोड़ा जिम्मेदार होना चाहिए। वह यह सब कैसे कर सकता है।’’
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए था
इवांस ने कहा, ‘‘यह चैरिटी टूर्नामेंट हुआ, जो अच्छी बात थी। लेकिन टूर्नामेंट में 2 मीटर दूर रहने वाली सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइंस का पालन किया जाना था। यह मजाक नहीं है।’’ दरअसल, टूर्नामेंट का ओपनिंग राउंड 13-14 जून को बेलग्रेड में हुआ था। इसे ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम ने जीता था। इस दौरान मैच देखने के लिए स्टेडियम में करीब 4 हजार फैंस आए थे। पहले राउंड के बाद एक नाइट क्लब में खिलाड़ियों को साथ में डांस करते हुए देखा गया था।
उम्मीद है यूएस ओपन पर असर नहीं पड़ेगा
इवांस ने कहा, ‘‘भले ही उस देश (सर्बिया) में कोरोना की कई गाइडलाइंस को खत्म कर दिया गया हो, फिर भी मैं खुद को लोगों से दूर रखना ही बेहतर समझूंगा। टूर्नामेंट में वायरस को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया, जो बहुत गलत है। मुझे उम्मीद है कि इन कुछ गलत चीजों की वजह से यूएस ओपन पर असर नहीं पड़ेगा।’’ हाल ही में वर्ल्ड नंबर-40 निक किर्गियोस ने भी टूर्नामेंट की आलोचना की थी।
तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने इंग्लैंड गई वेस्टइंडीज टीम ने 14 दिन का आइसोलेशन पूरा कर लिया है। मेहमानटीम 9 जून कोइंग्लैंड पहुंचीं थी और तब से ही मैनचेस्टर के एक होटल में क्वारैंटाइन है। टीम होटल के पास ओल्ड टैफर्ड मैदान पर प्रैक्टिस कर रही है। इसी मैदान पर उसे तीन दिन का वॉर्म-अप मैच खेलना है।
वहीं, इंग्लैंड की 30 सदस्यीय टीम गुरुवार से साउथैम्पटन में ट्रेनिंग करेगी।मेजबान टीम को मैदान के पास एक होटल मेंरखा गया है। खिलाड़ी दो अलग-अलग ग्रुप्स में प्रैक्टिस करेंगे। एक ग्रुप सुबह और दूसरा शाम को ट्रेनिंग करेगा।
इससे पहले, सभी खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट का कोरोना टेस्ट होगा। इसकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर खिलाड़ी ट्रेनिंग शुरू करेंगे। मेजबान टीम1 जुलाई को तीन दिन का वॉर्म-अप मैच खेलेगी।
तीन टेस्ट मैच का सीरीज 8 जुलाई से
वेस्टइंडीज-इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट 8-12 जुलाई तक साउथैम्पटन के एजिस बॉल में होगा,जबकि बाकी दो टेस्ट ओल्ड ट्रैफर्ड में 16 से 20 जुलाई और 24-28 जुलाई तक खेले जाएंगे।
इंग्लैंड दौरे पर जाने वाले पाकिस्तान के 3 खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव
इधर, इसी महीने के आखिर में इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली पाकिस्तान टीम के तीन खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।इनमें हैदर अली, हैरिसरउफ और शादाब खानशामिल हैं। इंग्लैंड दौरे पर पाकिस्तान कोतीन मैचों की टेस्ट और इतने ही टी-20 मैच की सीरीज खेलनी है। दोनों देशों के बीचपहला टेस्ट 30 जुलाई को लॉर्ड्स में खेला जाएगा। वहीं, टी-20 सीरीज की शुरुआत 29 अगस्त से होगी।
पाकिस्तान टीम डर्बीशायर में 14 दिन क्वारैंटाइनरहेगी
इंग्लैंड पहुंचने पर पाकिस्तान टीम डर्बीशायर में 14 दिन क्वारैंटाइन रहेगी। हालांकि, इस दौरान खिलाड़ियों के प्रैक्टिस पर किसी तरह की रोक नहीं रहेगी। इस दौरे के लिए पाकिस्तान ने 29 सदस्यीय टीम चुनी है, ताकि किसी खिलाड़ी के संक्रमित या बीमार होने की सूरत में उसका रिप्लेसमेंट आसानी से मिल जाए।