वर्ल्ड नंबर-1 रह चुके भारतीय बैडमिंटन स्टार किंदाबी श्रीकांत ने इस दौर को काफी निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के कारण उन्हें जो जबरदस्ती का आराम मिला है, इससे वे खुश नहीं हैं। दरअसल, कोरोना के कारण दुनियाभर में जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट को रद्द या टाल दिया गया है। सबसे बड़े खेल इवेंट टोक्यो ओलिंपिक भी एक साल टल गया है। भारत में कोरोना के कारण 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। इसकी अवधि बढ़ने की पूरी संभावना है।
श्रीकांत ने पिछली बार मार्च में ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में खेले थे। उन्हें इस चैम्पियनशिप के पहले ही राउंड में चीन के चेन लोंग के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। श्रीकांत ने एक अंग्रेजी अखबार के लिए लिखे में कहा, ‘‘मैं इस जबरदस्ती के आराम से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं। हम खिलाड़ी के तौर पर लगातार हो रहे टूर्नामेंट के तनाव से बचने के लिए आराम लेते हैं। इस दौरान ट्रेनिंग भी करते हैं और फिर टूर्नामेंट खेलना होता है।’’
‘जैसा आप चाहते हैं, यह वैसा आराम नहीं’
किंदाबी अब तक टोक्यो ओलिंपिक का कोटा हासिल नहीं कर सके हैं। शटलर ने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं कि यह वह आराम नहीं है, जैसा आप चाहते हैं। आप उस स्थित में कभी नहीं होना चाहेंगे, जहां आप ट्रेनिंग भी नहीं कर सकते। यह दौर बहुत ही निराशाजनक है। न तो आप कहीं बाहर जा सकते हैं और न ही आपके पास ट्रेनिंग या मजेदार करने के लिए कुछ है। हमारे पास समय काफी ज्यादा है, लेकिन करने के लिए कुछ भी नहीं है। मैं 12 से 14 घंटे सोकर ही दिन निकाल रहा हूं। कुछ करने के लिए बहुत कम समय होता है।’’
नई दिल्लीक्रिकेट में किसी मैच की हार-जीत कभी-कभी बहुत कुछ बदल देती है और भारत के क्रिकेट इतिहास में आज यानी 12 अप्रैल को ऐसी ही जीत दर्ज की गई। साल 1975 में भारतीय क्रिकेट टीम ने बिशन सिंह बेदी की कप्तानी में सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में वेस्ट इंडीज को हराया था। तब विंडीज टीम की कप्तानी दिग्गज क्लाइव लॉयड संभाल रहे थे। 7 अप्रैल से शुरू हुआ यह टेस्ट मैच पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला गया। वेस्ट इंडीज टीम के कप्तान क्लाइव लॉयड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। विंडीज टीम ने पहली पारी में 359 रन बनाए जिसमें सर विवियन रिचर्ड्स ने 177 रन की पारी खेली। पढ़ें, भारत के लिए भागवत चंद्रशेखर ने 6 और कप्तान बेदी ने 4 विकेट झटके। भारत की पहली पारी 228 रन पर सिमट गई और मदन लाल (42) ने सर्वाधिक रन बनाए। माइकल होल्डिंग ने 65 रन देकर 6 विकेट झटके। विंडीज टीम ने एल्विन कालीचरण (103*) की बदौलत दूसरी पारी 6 विकेट पर 271 रन बनाकर घोषित कर दी और भारत को जीत के लिए 403 रन का टारगेट मिला। भारत ने पहला विकेट अंशुमन गायकवाज (28) के रूप में 69 के स्कोर पर खो दिया। इसके बाद ने 102 रन बनाए और स्कोर 177 रन पर पहुंचा दिया। फिर गुंडप्पा विश्वनाथ (112) ने शतक जड़ा और जीत की नींव रखी। मोहिंदर अमरनाथ ने नाबाद 85 और बृजेश पटेल ने नाबाद 49 रन बनाकर पांचवें दिन लक्ष्य हासिल कर लिया। तब भारत ने पहली बार चौथी पारी में इतने बड़े लक्ष्य का पीछा किया और जीत हासिल की। भारत के लिए यह जीत ऐतिहासिक थी क्योंकि उसने तब दिग्गजों से सजी विंडीज टीम को हराया। इतना ही नहीं, उसने एक साल पहले ही 1975 में पहला वर्ल्ड कप भी जीता था। 1979 में दूसरे वर्ल्ड कप पर भी लगातार विंडीज टीम ने कब्जा किया लेकिन 1983 में भारत ने कपिल देव की कप्तानी में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास भी रचा। 1983 वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल भी वेस्ट इंडीज के खिलाफ ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेला गया था।
इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स भारतीय कप्तान विराट कोहली की 3 साल की बादशाहत को खत्म कर 2019 के लिए विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए। विजडन के टॉप-5 खिलाड़ियों में किसी भी भारतीय को जगह नहीं मिली। इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि इस लिस्ट में रोहित शर्मा का नाम नहीं है। यह देखकर उन्हें काफी हैरानी हुई। भारत वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में हारा था, लेकिन रोहित ने टूर्नामेंट में 5 शतक लगाए थे जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
इस बार विजडन के टॉप-5 खिलाड़ियों में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर, ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस और मार्नस लाबुशेन, एसेक्स के ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर और एलिस पैरी को जगह मिली है। महिलाओं में एलिस पैरी को यह खिताब मिला। वहीं, स्टोक्स ने इंग्लैंड को पहला वनडे वर्ल्ड कप जिताया था। उन्होंने फाइनल में नाबाद 84 और टूर्नामेंट में 465 रन बनाए थे। स्टोक्स ने 7 विकेट भी हासिल किए थे।
‘वर्ल्ड कप में 5 शतक लगाने वाले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता’
लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, ‘‘मुझे इस फैसले से हैरानी हुई है, क्योंकि वह (रोहित) इस लिस्ट में जगह पाने के दावेदार थे। मुझे लगता है जो क्रिकेट को समझते हैं वे इस बात से अचंभित होंगे कि रोहित का नाम टॉप-5 खिलाड़ियों की सूची में शामिल नहीं हैं। यह ठीक है कि एशेज एक बड़ी सीरीज है, लेकिन वर्ल्ड कप एशेज से भी बड़ा है। वर्ल्ड कप में 5 शतक बनाने वाले को कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है। उन्होंने सॉउथम्टन की मुश्किल पिच पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक बनाया था, जबकि उसी पिच पर अन्य बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा था। रोहित ने पाकिस्तान के खिलाफ भी शानदार पारी खेली थी। रोहित का इस सूची में नाम न होना वाकई हैरान करने वाला है।’’
ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ियों को सम्मान मिला
पैरी ने पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज जीत में सबसे ज्यादा रन बनाने के साथ सर्वाधिक विकेट भी लिए थे। वे 2016 में भी साल की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर चुनी गईं थीं। पैरी इस सूची में शामिल तीन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में से एक हैं। उनके अलावा मार्नस लबुशाने, पैट कमिंस को भी विजडन ने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना है।
कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा 59 विकेट लिए
कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। उन्होंने 12 टेस्ट में 59 विकेट लिए, जबकि लाबुशाने ने 11 मैच में सबसे ज्यादा 1104 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत भी 65 के करीब रहा।
नई दिल्लीदुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार वेस्ट इंडीज के और उनके क्रिकेट फैंस के लिए 12 अप्रैल का दिन बेहद खास है। वेस्ट इंडीज के इस दिग्गज ने आज ही के दिन 2004 में टेस्ट क्रिकेट में ऐसा रेकॉर्ड बनाया जो आज भी बरकरार है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सेंट जोन्स में 400 रन की निजी पारी खेली थी जो टेस्ट क्रिकेट में आज भी किसी बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर है। लारा ने मैथ्यू हेडन का रेकॉर्ड तोड़ा था, जो उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 380 रन का स्कोर बनाया था। हालांकि, हेडन ने भी लारा के 375 के निजी स्कोर का रेकॉर्ड तोड़ा था। पढ़ें, इंग्लैंड के खिलाफ 4 मैचों की सीरीज का यह चौथा और अंतिम टेस्ट मैच था। इंग्लैंड टीम ने शुरुआती तीनों टेस्ट मैच जीते थे और विंडीज स्टार लारा की कप्तानी पर सवाल उठने लगे थे। लारा की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट पर 751 रन बनाकर पारी घोषित कर दी और इंग्लैंड टीम की पहली पारी 285 रन पर समेट दी। हालांकि इंग्लैंड टीम ने वापसी की और फॉलोऑन करते हुए कप्तान माइकल वॉन (140) की बदौलत 5 विकेट पर 422 रन बना डाले। अंत में मैच ड्रॉ हुआ। लारा ने 778 गेंदों की अपनी पारी में 43 चौके और 4 छक्के जड़े। वह नाबाद लौटे और उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज रिडली जैकब्स (107*) के साथ छठे विकेट के लिए 269 रन की नाबाद पार्टनरशिप की। अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे कैरिबियाई ओपनर की तुलना तब 'गॉड ऑफ क्रिकेट' सचिन तेंडुलकर से भी की जाती थी। लारा के नाम 131 टेस्ट मैचों में 11,953 और 299 वनडे इंटरनैशनल मैचों में 10,405 रन दर्ज हैं। वह इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट में 400 रन की पारी खेली, इसके अलावा प्रथम श्रेणी मैच में 501 रन का निजी स्कोर बनाया है।
क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन पर संकट गहरा गया है। देश में 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन के बढ़ने की पूरी उम्मीद है। ऐसे में बीसीसीआई आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल सकती है। कोरोना और वीजा प्रतिबंध के कारण 29 मार्च से होने वाले टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए टाला गया था। बीसीसीआई अब आईपीएल को सितंबर में कराने पर विचार कर रही है। केंद्र सरकार ने 15 अप्रैल तक ही वीजा पर प्रतिबंध भी लगाया था। अब इसके भी बढ़ने की पूरी उम्मीद है।
कोरोनावायरस से दुनियाभर में रविवार सुबह तक 17 लाख 79 हजार लोग संक्रमित पाए गए हैं। एक लाख 8 हजार 770 की मौत हो चुकी है। वहीं, चार लाख दो हजार 709 ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में रविवार सुबह 8 बजे तक देश में 8 हजार 356 लोग संक्रमित हैं। इनमें से 7 हजार 367 का इलाज चल रहा है। 715 ठीक हुए हैं और 242 की मौत हो चुकी है।
तीन राज्यों ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दी है
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया, ‘‘तीन राज्य पंजाब, महाराष्ट्र और कर्नाटक पहले ही लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा चुके हैं। यदि देश में भी यही फैसला लिया जाता है, तो फिर ऐसी स्थिति में आईपीएल होना संभव नहीं है। लेकिन हम तत्काल प्रभाव से आईपीएल को रद्द भी नहीं किया जा सकता है। इसके अनिश्चितकाल के लिए टलने की पूरी संभावना है। हम आईपीएल को रद्द भी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि यदि ऐसा होता है, तो करीब 3 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा। बीसीसीआई अपने स्टॉकहोल्डर्स से बात कर कोई रास्ता निकालने की कोशिश कर रही है। ऐसे संकट के समय में बीसीसीआई के पदाधिकारी यह कहने की स्थिति में नहीं हैं कि आईपीएल होगा या नहीं।’’
बीसीसीआई दो विकल्पों पर विचार कर रही
अधिकारी के मुताबिक, बीसीसीआई दो मुख्य विकल्पों पर विचार कर रही है। पहला है कि आईपीएल को अक्टूबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से पहले सितंबर में ही करा लिया जाए। इसके लिए वर्ल्ड कप की मेजबान ऑस्ट्रेलिया, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) और अन्य संबंधित स्टॉकहोल्डर्स से बात की जा रही है। दूसरा विकल्प है कि परिस्थिति सामान्य होने तक इंतजार किया जाए, क्योंकि इस समय काफी इफ और बट हैं। परिस्थितियां सामान्य होने पर ही सार्थक विचार-विमर्श हो सकता है।
रूपेश सिंह, नई दिल्लीचीन से फैले घातक कोरोना वायरस के कारण कई देशों में जनजीवन पर बड़ा असर पड़ा है और खेल जगत भी इससे अछूता नहीं है। स्थानीय मैचों में अंपायरिंग और स्कोरिंग करने वालों की लॉकडाउन के दौरान मुसीबत बढ़ गई है। इनमें से बहुतेरे ऐसे हैं जिनकी आजीविका ही क्रिकेट मैचों से चलती है। एक तो खेल पूरी तरह बंद हैं दूसरे दिल्ली ऐंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन () ने पिछले साल सितंबर से इनका मेहनताना नहीं दिया है। लॉकडाउन बढ़ने और खेलों के लंबे समय तक स्थगित रहने से इनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो जाएगी। पर इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं। देखें,मैच बंद, कमाई बंदशहर में कई टूर्नमेंट और मैच होते रहते हैं और ये अंपायर और स्कोरर उन मैचों में ड्यूटी करके प्रति दिन अधिकतम 1500 रुपये तक की कमाई कर लेते हैं। शहर के एक प्रतिष्ठित अंपायर ने बताया, ‘40 प्रतिशत ऐसे हैं जिनकी कमाई का जरिया सिर्फ स्कोरिंग या अंपायरिंग ही है और उनकी कमाई भी इतनी नहीं थी कि वह कुछ ज्यादा बचत भी कर सकें।’ स्थानीय टूर्नमेंट में मिलते हैं 800-1500 रुपयेअंपायर्स को लोकल टूर्नमेंट से 800 से 1500 रुपये तक प्रतिदिन मिलता है। इसी तरह स्कोरर्स को 500 से 800 रुपये तक का पेमेंट होता है। एक सामान्य अंपायर महीने में 20 हजार रुपये तक कमा लेता है। जब सीजन चलता है तो दिल्ली-एनसीआर के तकरीबन 50 ग्राउंड्स पर दो-दो मैच भी खेले जाते हैं। फिलहाल सब बंद है। सितारे भी नहीं पूछ रहेमुंबई में आजीविका के लिए पूरी तरह से क्रिकेट पर निर्भर इस तरह के लोगों की मदद के लिए राज्य क्रिकेट संघ और कुछ पूर्व अंपायरों ने मिलकर फंड तैयार किया है। अन्य कई जगह भी बड़े क्रिकेटर्स व अधिकारियों ने अपने स्तर पर मदद का प्रयास किया है। दिल्ली में भी कई नामी-गिरामी क्रिकेटर्स हैं, लेकिन मदद के लिए अभी तक कोई भी आगे नहीं आया है। एक अंपायर ने कहा, ‘मैंने खुद कई लोकल मैचों में भी अंपायरिंग की है और ये आज के सितारे उन मैचों में खेले भी हैं। कई को मैंने अपने स्कूटर से मैदान तक पहुंचाया है। ये बच्चे भी दिल्ली क्रिकेट की मदद को आगे नहीं आ रहे हैं।’
लंदनपूर्व वर्ल्ड नंबर-1 ब्रिटेन के एंडी मरे ने हाल ही में टेनिस खिलाड़ियों और फैंस को 100 वॉली (टेनिस के खेल में लगाए जाने वाला शॉट) का चैलेंज दिया था और अब सर्बिया के ने मरे की इस चुनौती को स्वीकार किया है। ब्रिटिश दिग्गज मरे ने ट्विटर पर लिखा, ‘सभी टेनिस खिलाड़ी और फैंस के लिए एक चैलेंज..100 वॉली चैलेंज। विडियो में कोई हलचल नहीं हुई, लेकिन मुझे लगता है कि आखिरी वॉली मेरे सिर पर थी। मैं केवल अकेला ही नहीं, इसे कर रहा हूं बल्कि मेरे साथ रोज और मिर्का भी कुछ गेंदों को एक साथ हिट करना चाहते हैं।’ अ अब जोकोविच और उनकी पत्नी जोकोविच ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए एक विडियो पोस्ट किया है। उन्होंने पत्नी येलेना संग इस विडियो में लिखा, ‘100 वॉली चैलेंज येलेना के लिए बहुत आसान था। इस मजेदार मनोरंजन के लिए किम और एंडी मरे का शुक्रिया।’ चीन से फैले घातक कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट समेत अन्य खेलों से जुड़ी स्पर्धाएं, सीरीज और यहां तक कि ओलिंपिक को भी स्थगित कर दिया गया है। कुछ देशों में अभी लॉकडाउन घोषित है और इसी के कारण खेल जगत की दिग्गत हस्तियां अपने-अपने घरों पर समय बिता रही हैं।
नई दिल्लीटीम इंडिया के पूर्व धुरंधर ओपनर सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव रहते हैं और अपने फैंस के लिए लगातार वीडियो और फोटो शेयर करते हैं। सहवाग ने शनिवार को ऐसा ही एक वीडियो क्लिप इंस्टाग्राम पर शेयर किया जिसमें वह अपने 'तीन उसूलों' के बारे में बता रहे हैं। चीन से फैले घातक कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट समेत अन्य खेलों से जुड़ी स्पर्धाएं, सीरीज और यहां तक कि ओलिंपिक को भी स्थगित कर दिया गया है। पूरे भारत में अभी लॉकडाउन घोषित है और इसी के कारण खेल जगत की दिग्गत हस्तियां अपने-अपने घरों पर समय बिता रही हैं। देखें, सहवाग भी अपने घर पर हैं और लगातार वीडियो और फोटो शेयर कर रहे हैं। उन्होंने अपने इस वीडियो में तीन खास उसूल बताए। इस वीडियो को उनके फैंस काफी पसंद कर रहे हैं जिसे अब तक 2.3 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। उन्होंने वीडियो के कैप्शन में लिखा, 'तीन उसूल हैं मेरे, आवेदन, निवेदन और दे दना दन।' वह जैसे ही 'दे दना दन' बोलते हैं, हाथ में बल्ला उठाकर हवा में चलाते हैं। इससे पहले वह गौसेवा करते नजर आए थे। वहीं, कुछ दिन पहले एक बच्चे का वीडियो शेयर किया, जो रोचक ढंग से कोरोना वायरस के खिलाफ सभी जरूरी बातों को कैमरे के सामने बता रहा था।
कोलकाताबंगाल रणजी टीम के कप्तान ने कोविड-19 महामारी के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के दौरान अपने गृहनगर देहरादून में फंसे प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए पुलिस बल को 2.5 लाख रुपये दान दिए। कोरोना वायरस के संक्रमण से भारत में 250 से अधिक लोगों की जान चली गई है जबकि 8000 से ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। बंगाल क्रिकेट संघ की ओर से जारी बयान में ईश्वरन ने कहा, ‘इस कठिन समय में हमें एकजुटता के साथ दूसरों की मदद करनी होगी। हमने सीमा के पास फंसे हुस प्रवासी श्रमिकों को खाना खिलाने के लिए देहरादून पुलिस को 2.5 लाख रुपये का दान दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने 100 से अधिक वंचित परिवारों के घर भोजन और राशन पहुंचाया है। जब जरूरत इतनी ज्यादा हो तो यह काफी नहीं है लेकिन हमें मदद करने में खुशी हुई।’
टोक्यो ओलिंपिक कोरोनावायरस के कारण एक साल के लिए स्थगित किया जा चुका है। अब यह 2021 में होगा। इस बीच आयोजन समिति ने 2021 में भी गेम्स के आयोजन पर संशय जताया है। टोक्यो ओलिंपिक आयोजन समिति के सीईओ तोशिरो मुतो ने कहा कि अभी कोई यह कहने की स्थिति में नहीं है कि वायरस पर अगले साल तक नियंत्रण पाया जा सकेगा। हम इस बारे में सही उत्तर देने की स्थिति में नहीं हैं। हमने गेम्स को एक साल के लिए स्थगित किया है। ऐसे में हमें गेम्स को कराने के लिए काफी मेहनत करनी होगी।
किसी दूसरे प्लान के सवाल पर मुतो ने कहा कि अभी सिर्फ कोरोनावायरस से लड़ने पर ध्यान दे रहे हैं। ओलिंपिक के एक साल के लिए टलने के बाद आयोजन के खर्च में करोड़ों रुपए की बढ़ोत्तरी होगी। इस पर उन्होंने कहा कि हमने बीमा पॉलिसी ली है। लेकिन देखना होगा कि क्वालिफायर इसमें शामिल हैं या नहीं।
ईपीएल शुरू करने से पहले सभी खिलाड़ियों का टेस्ट हो
इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) मैनेजर्स एसोसिएशन के चीफ एग्जीक्यूटिव रिचर्ड बेवन का कहना है कि ईपीएल के शुरू होने से पहले सभी खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट होना चाहिए। इससे पहले खिलाड़ियों को मैदान पर उतारने को वो बड़ा रिस्क मानते हैं। मैचों के शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को कम से कम 3 हफ्ते की ट्रेनिंग करनी पड़ेगी। बेवन ने कहा, ‘‘मैच कब शुरू होंगे, इसका अनुमान अप्रैल के अंत से पहले नहीं लगाया जा सकता है। जर्मनी में मई में फुटबॉल के वापस आने के बारे में चर्चा हो रही है क्योंकि वे एक दिन में 50 हजार टेस्ट कर रहे हैं। हमारे देश में एक दिन में 10 हजार टेस्ट हो रहे हैं।’’
फोर्ब्स ने दुनिया के सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम मालिकों की लिस्ट जारी की। पिछले साल टॉप पर रहे भारत के मुकेश अंबानी दूसरे नंबर पर खिसक गए हैं। जबकि माइक्रोसाॉफ्ट के सीईओ रहे स्टीव बॉलमर पहले नंबर पर आ गए हैं। वे पिछले साल दूसरे पर थे। बॉलमर की नेटवर्थ 28% बढ़ी जबकि अंबानी की 26% कम हुई। लिस्ट में टॉप-10 में शामिल बिजनेसमैन में 5 की संपत्ति कम हुई।
अब्रामोविच पिछले साल टॉप-5 में थे, इस बार 7वें
अमेरिकन फुटबॉल टीम कैरोलिना पैंथर्स के मालिक डेविड टेपर की नेटवर्थ 91 हजार करोड़ है। रोमन अब्रामोविच 86 हजार करोड़ रु. की नेटवर्थ के साथ सातवें पर हैं। चेल्सी के मालिक पिछले साल पांचवें पर थे। आइस हॉकी टीम एलए किंग्स के मालिक फिलिप एनशट्ज 8वें पर हैं।
अमेरिकन अरबपति स्टेनले पांच टीमों के मालिक
अमेरिका के 72 साल के स्टेनले क्रोएंके की नेटवर्थ 76 हजार करोड़ रु. है। वे लॉस एंजिलिस रेम्स (अमेरिकन फुटबॉल), आर्सनल (फुटबॉल), डेनवर नगेट्स (बास्केटबॉल), कोलोराडो एवलांच (आइस हॉकी), कोलोराडो रेपिड्स (सॉकर) क्लबों के मालिक हैं। वे नौवें पर हैं।
वर्ल्ड मैराथन रिकॉर्ड होल्डर केन्या के धावक इलियुड किपचोगे आइसोलेशन के दौरान स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर चोटिल होने से बच रहे हैं। ओलिंपिक मैराथन चैंपियन किपचोगे को अप्रैल में लंदन मैराथन और फिर टोक्यो ओलिंपिक में अपने खिताब का बचाव करने उतरना था, लेकिन कोरोनावायरस के कारण ये इवेंट स्थगित हो गए। केन्या के 35 साल के लॉन्ग डिस्टेंस रनर किपचोगे का कहना है, ‘‘खिलाड़ियों को ट्रेनिंग बंद नहीं करनी चाहिए। अगर खिलाड़ी अभी ट्रेनिंग बंद कर देंगे तो फिर जब वे किसी इवेंट में हिस्सा लेंगे, तब उन्हें अपने शरीर पर ज्यादा दबाव डालना होगा। इससे उनके चोटिल होने का खतरा बढ़ जाएगा।’’
किपचोगे ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को पहले जैसी ट्रेनिंग करते रहनी चाहिए। उन्हें एक-दो मील का वॉर्मअप भी करना जरूरी है। मेरे पास एक फिजियो है, जो जरूरत पड़ने पर मेरी मदद करता है। लंबे समय तक दौड़ने से मुझे चोट से दूर रहने में मदद मिलती है।’’
ऐसे वर्कआउट करें, जो साल भर कर सकें: अमेरिकी कोच
इस समय कुछ खिलाड़ियों के पास फिजियो और ट्रेनर नहीं होंगे। इसलिए अमेरिका की नार्दर्न एरिजोना एलीट टीम को कोचिंग देने वाले बेन रोसारियो रनर को फिटनेस बनाए रखने और चोट से बचने के लिए रनिंग करने की सलाह दे रहे हैं। रोसारियो कहते हैं, ‘नहीं पता कि रेस कब शुरू होंगी। इसमें एक साल भी लग सकता है। ऐसे वर्कआउट करना चाहिए, जो पूरे साल कर सकें। जो सिर्फ थकाए नहीं बल्कि फिटनेस भी बनाएं। मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए खुद को आगामी दौड़ के लिए प्रेरित करना चाहिए।’
इस शेड्यूल के अनुसार ट्रेनिंग कर फिट रह सकते हैं-
वॉर्मअप के लिए एक-दो मील की रनिंग।
जिस स्पीड से हाफ मैराथन दौड़ते हैं, उस स्पीड से एक मील रनिंग।
पांच मिनट का जॉगिंग रेस्ट।
जिस स्पीड से 15 किमी की रनिंग दौड़ते हैं, उस स्पीड से 4x800 मी दूरी तक रनिंग। दो मिनट के रेस्ट के बाद दोबारा।
जिस स्पीड से 10 किमी की रनिंग करते हैं, उस स्पीड से 4x400 मी रनिंग। एक मिनट के रेस्ट के बाद दोबारा करना।
जिस स्पीड से एक मील दौड़ते हैं, उससे थोड़ा कम स्पीड से 4x200 मी रनिंग।
ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्वकप्तानमाइकल क्लार्क ने दावा किया कि 2018-19 टेस्ट सीरीज टीम इंडिया ने इस कारण जीती, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट के कारण कोहली के खिलाफ स्लेजिंग नहीं की। क्लार्क ने कप्तान टिम पेन को लेकर तल्ख टिप्पणियां की। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम आईपीएल के कारण अपना सामान्य खेल नहीं दिखा सकी। क्लार्क ने कहा कि इंटरनेशनल लेवल पर भारत फाइनेंशियल तौर पर शक्तिशाली है। टिम पेन ने क्लार्क की बात का खंडन किया।
पेन ने कहा कि हम कोहली को उकसाना नहीं चाहते थे। ऐसे में वह अच्छा खेल दिखाता है, तो क्लार्क या पेन कौन सही है। मुझे लगता है कि क्लार्क मजबूत, कठोर, टकराव वाले माने जाते थे। लेकिन पेन सरल स्वभाव के हैं। द. अफ्रीका दौरे पर बॉल टेम्परिंग के कारण स्मिथ और वार्नर पर बैन लगा। इससे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को काफी अपमानित होना पड़ा। भारतीय सीरीज के पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम मैदान पर आक्रमक थी। पेन टीम के नए कप्तान थे। जबकि कोहली बड़ा नाम था। इसका प्रभाव दिखा। बड़े खिलाड़ी दबाव में हमेशा अच्छा खेल दिखाते हैं।
भारत को पहली बार जीत मिली
क्लार्क का बयान अनुचित था, क्योंकि कोहली ने अच्छी कप्तानी कर टीम को पहली बार जीत दिलाई। कोहली ने हालांकि बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया जैसा उन्होंने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किया था। ऑस्ट्रेलिया को उम्मीद नहीं थी कि पुजारा अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जो अंत में निर्णायक साबित हुआ। यह, वास्तव में उस सीरीज की वास्तविक कहानी है, जिसे बताया और लगातार बताया जाना चाहिए।
दुनिया के 20 सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम मालिकों की फोर्ब्स की लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी पहले से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। अंबानी आईपीएल की टीम मुंबई इंडियंस के मालिक हैं। इस लिस्ट में अब माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व सीईओ और बास्केटबॉल टीम लॉस एंजिलिस क्लिपर्स के मालिक स्टीव बॉलमर पहले स्थान पर आ गए हैं। उनकी नेटवर्थ 52.7 अरब डॉलर यानी 3.95 लाख करोड़ रुपए है।
पिछले साल बॉलमर की नेटवर्थ 41.2 अरब डॉलर थी, जो इस साल बढ़कर 52.7 अरब डॉलर हो गई है। यानी उनकी कमाई में करीब 11.5 अरब डॉलर यानी 86 हजार 250 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। बॉलमर की संपत्ति में 28 फीसदी का इजाफा
फोर्ब्स के मुताबिक पिछले साल की तुलना में बॉलमर की संपत्ति में 28 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसके दम पर वे दुनिया के सबसे अमीरों की सूची में भी 11वें स्थान पर हैं। पिछले साल मुकेश अंबानी 50 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ फोर्ब्स की लिस्ट में सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम ओनर थे। दुनियाभर में आई मंदी की वजह से इस साल तेल और गैस से जुड़ी उनकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट हुई है। इसी वजह से उनकी नेटवर्थ 13 अरब डॉलर घटकर 36.8 अरब डॉलर यानी 2.76 लाख करोड़ रुपए रह गई है और वे लिस्ट में दूसरे नंबर पर चले गए हैं।
बॉलमरऐसे बने दुनिया की सबसे अमीर टीम के मालिक
पिछले एक साल में दुनिया के कई शेयर बाजारों में 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इसके बावजूद सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के शेयर में 30 फीसदी का इजाफा हुआ। क्लाउड कम्प्यूटिंग से जुड़े बिजनेस में कंपनी को काफी मुनाफा हुआ। इसी वजह से कंपनी के पू्र्व सीईओ बॉलमर की संपत्ति 11 अरब डॉलर यानी 82 हजार 500 करोड़ रुपए बढ़ गई। 2014 में उन्होंने डोनाल्ड स्टर्लिंग से 2 अरब डॉलर यानी 15 हजार करोड़ रुपए में बास्केटबॉल टीम क्लिपर्स खरीदी थी। स्पोर्ट्स बिजनेस में यहीं से उनकी शुरुआत हुई। इसके बाद से वे इस टीम में काफी पैसा लगा रहे हैं।बॉलमर ने हाल में दो खिलाड़ियों कावी लियोनार्ड और पॉल जॉर्ज को मोटा पैसा देकर टीम से जोड़ा है।
इतना ही नहीं, अपनी टीम क्लिपर्स के लिए अलग से स्टेडियम और एंटरटेनमेंट सेंटर बनाने के लिए उन्होंने एक कंपनी से 40 करोड़ डॉलर यानी 3 हजार करोड़ रुपए में जगह खरीदी है। यह स्टेडियम बनाने पर करीब 1 अरब डॉलर खर्च होंगे।
कोरोनावायरस की वैक्सीन की शोध में जुटी टीम को 75 करोड़ रुपए दान किए
बॉलमर सिर्फ कमाई के मामले में ही आगे नहीं हैं, बल्कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में भी वे दिल खोलकर दान कर रहे हैं। उन्हें कोरोना के वैक्सीन पर काम कर रही यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन को रिसर्च के लिए 10 मिलियन डॉलर (75 करोड़ रुपए) दान किए हैं।
दुनिया के 20 सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम चलाने वालों में ज्यादातर बास्केटबॉल से जुड़े
स्पोर्ट्स टीमें चलाने वाले दुनिया के टॉप-20 अमीरों की फोर्ब्स की लिस्ट में बॉलमर के अलावा 6 और ऐसे व्यक्ति हैं, जो अमेरिकी बास्केटबॉल लीग एनबीए की टीमों के मालिक हैं। इसमें डेनवर नगेट्स के स्टेनली क्रोएनके (10 अरब डॉलर), ब्रूकलिन नेट्स के जोसेफ साई (10 अरब डॉलर), मेम्फिस ग्रिजलिज के रॉबर्ट पेरा (7 अरब डॉलर), क्लीवलैंड कैवेलियर्स के डेनिएल गिल्बर्ट (6.5 अरब डॉलर), डेट्रॉयट पिस्टन्स के टोम गोरेस (5.7 अरब डॉलर), मियामीहीट के मिकीएरिसन (5.1 अरब डॉलर) शामिल हैं।
फोर्ब्स कीसबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम ओनर्स की लिस्ट
नाम
टीम
नेटवर्थ(रुपए में)
स्टीव बॉलमर
लॉस एंजिलिस क्लिपर्स
3.95 लाख करोड़
मुकेश अंबानी
मुंबई इंडियंस
2.76 लाख करोड़
फ्रैंकोइस पिनॉल्ट एंड फैमिली
स्टेड रेनेस एफसी
2.02 लाख करोड़
डिएट्रिच माटेशिट्ज
रेड बुल रेसिंग
1.23 लाख करोड़
हासो प्लैटनर एंड फैमिली
सैन जोन्स सार्क
93 हजार करोड़
डेविड टेपर
कैरोलीना पैंथर्स
90 हजार करोड़
रोमन अब्रमोविच
चेल्सी एफसी
84 हजार 750 करोड़
फिलिप एनशूट्ज
लॉस एंजिलिस किंग्स
82 हजार 500 करोड़
स्टेनली क्रोएन्के
डेनवर नगेट्स
75 हजार करोड़
जोसेफ साई
ब्रूकलिन नेट्स
75 हजार करोड़
जेरी जोन्स
डलास कॉउबॉयज
60 हजार करोड़ रुपए
शाहिद खान
जैक्सनविले जैगुआर्स
58 हजार 500 करोड़
स्टीफन रॉस
मायमी डॉलफिन्स
57 हजार करोड़
रॉबर्ट पेरा
मेम्फिस ग्रिजलिज
52 हजार 500 करोड़
रॉबर्ट क्राफ्ट
न्यूलैंड पेट्रियट्स
51 हजार 750 करोड़
60 अरबपतियों के पास 80 स्पोर्ट्स टीमें
फोर्ब्स के मुताबिक, अभी 60 अरबपति ऐसे हैं, जिनका दुनिया की बड़ी स्पोर्ट्स लीग की 80 टीमों पर मालिकाना हक है। हालांकि, कोरोनावायरस की वजह से इनकी नेटवर्थ में गिरावट दर्ज की गई है। बीते 5 हफ्तों में इनकी नेटवर्थ 455 अरब डॉलर से घटकर 383 अरब डॉलर हो गई है।
मुंबई भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान ने बताया है कि कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन में वह कैसे समय बिता रहे हैं। रहाणे ने बताया कि वह इस दौरन कराटे का अभ्यास कर रहे हैं, जिसमें उन्हें ब्लैक बेल्ट हासिल है। उन्होंने साथ ही बताया कि वह घर के कामों में पत्नी राधिका की मदद करते हैं और बेटी आर्या का ख्याल रखते हैं। बीसीसीआई द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किए गए एक वीडियो में रहाणे ने कहा, 'सुबह जब आर्या सोकर उठती है तब तक मैं 30-45 मिनट अपना वर्कआउट कर लेता हूं।' उन्होंने कहा, 'इसके बाद, मैं कराटे का अभ्यास करता हूं। मैं कराटे में ब्लैक बेल्ट हूं और इस लॉकडाउन के कारण मैं इसका दोबारा अभ्यास कर रहा हूं। मैं सप्ताह में तीन-चार बार इसका अभ्यास करता हूं। बाकी का दिन आर्या के साथ गुजरता है। जब वो उठती है तो मुझे या मेरी पत्नी में से किसी एक को उसके साथ होना पड़ता है। अधिकतर समय मैं ही होता हूं। राधिक घर का बाकी का काम करती हैं।' रहाणे ने कहा कि लॉकडाउन की सबसे अच्छी बात यह है कि वह अपनी बेटी के साथ समय बिता पा रहे हैं। रहाणे ने कहा, 'अधिकतर समय हम सफर करते रहते हैं। इसलिए मैं काफी खुश हूं कि मैं उसके साथ समय बिता पा रहा हूं। जब आर्या सो जाती है तो मैं राधिका की मदद करता हूं।'
खेल डेस्क. पाकिस्तान की टेस्ट टीम के कप्तान अजहर अली ने शनिवार को कहा कि कोरोनावायरस की वजह से अगर लॉकडाउन बढ़ता है तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों के वेतन में कटौती कर सकता है। हम मानसिक रूप से इसके लिए तैयार हैं। हम जानते हैं कि मौजूदा हालात में बोर्ड हमें पुराने या नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में कटौती के लिए पूछ सकता है। हम पीसीबी के साथ बैठकर सही फैसला करेंगे। उन्होंने पाकिस्तानी मीडिया से वीडियो कॉल के दौरान यह बात कही।
पीसीबी ने अब तक कहा है कि वह सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल सभी खिलाड़ियों को वेतन देगा। इसके अलावा बोर्ड के साथ जिन घरेलू क्रिकेटरों का अनुबंध जून तक है, उन्हें भी उस महीने तक पूरी तनख्वाह मिलेगी। हालांकि, बोर्ड ने साफ कर दिया है कि जून के बाद क्या हालात होंगे, इसका उसे पता नहीं है। पीसीबी ने पिछले साल सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों की संख्या 33 से घटाकर 19 कर दी थी। अनुबंध 1 अगस्त 2019 से 30 जून 2020 तक है।
ग्रेड-ए में बाबर आजम समेत 3 खिलाड़ी
बोर्ड ने ए-ग्रेड में सिर्फ तीन खिलाड़ियों को रखा है। इसमें बाबर आजम, सरफराज अहमद और यासिर शाह शामिल हैं। ग्रेड-बी में टेस्ट टीम के कप्तान अजहर अली समेत 8 खिलाड़ी शामिल हैं, जबकि हसन अली और मोहम्मद आमिर को ग्रेड-सी में रखा गया है। इस कैटेगरी में कुल 8 खिलाड़ी हैं। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों को हर महीने 3 से लेकर 12 लाख तक का वेतन मिलता है।
खिलाड़ी महीनों तक घर पर नहीं बैठ सकते: अजहर अली
पाकिस्तान के लिए 78 टेस्ट खेल चुके अली ने कहा कि क्रिकेट खेलने वाले देश और खिलाड़ी महीनों तक घर पर नहीं बैठ सकते। उन्होंने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि फैंस टीवी पर भी मैच नहीं देख पा रहे हैं। अगर खाली स्टेडियम में क्रिकेट होता है तो कम से कम दर्शकों पास घर बैठकर तो देखने का मौका होगा। लेकिन यह तभी संभव है जब सभी पक्षों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम हों।
नई दिल्ली ने क्रिकेट खेलने के दिनों में टीम इंडिया की कप्तानी की और उसे ऊंचाइयों पर ले गए। बाद में वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड () के अध्यक्ष भी बने। इस पद वह बड़ी ही कामयाबी के साथ पारी खेल रहे हैं। इसी तरह पूर्व भारतीय कप्तान भी भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष बनने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि वह भविष्य में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने पर विचार करेंगे। एक दशक से अधिक समय तक भारतीय फुटबॉल का चेहरा रहे भूटिया ने 2011 में संन्यास लिया था। भूटिया से फेसबुक पर सवाल पूछा गया था कि क्या वह भविष्य में एआईएफएफ का अध्यक्ष बनना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, ‘निश्चित रूप से इस पर भविष्य में विचार किया जा सकता है।’ पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘फिलहाल मैं बाइचुंग भूटिया फुटबॉल स्कूल और युनाइटेड सिक्किम क्लब के साथ जमीनी स्तर पर फुटबॉल को मजबूत करने पर ध्यान दे रहा हूं। भविष्य में मैं निश्चित रूप से इस पर (एआईएफएफ अध्यक्ष) विचार करूंगा।’ देश के लिए 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले फुटबॉल खिलाड़ी बने 43 साल के भूटिया ने भारत और एफसी गोवा के खिलाड़ी ब्रैंडन फर्नांडिस को इस समय देश के सर्वश्रेष्ठ मिडफील्डर के रूप में चुना। उन्होंने कहा, ‘जाहिर है सुनील छेत्री अभी देश के सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइकर है, उनके टक्कर को कोई नहीं। उनका गोल करने का रिकार्ड यही बताता है।’ उन्होंने कहा, ‘इस साल जिस मिडफील्डर ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया वह है एफसी गोवा (इंडियन सुपर लीग की टीम) के खिलाड़ी ब्रैंडन फर्नांडिस। वह राष्ट्रीय टीम में भी है।’ इसलिए मिल सकता है मौका एआईएफएफ के मौजूदा अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल प्रभावी रूप से 2008 से इसकी कमान संभाल रहे हैं जब तत्कालीन प्रमुख प्रियरंजन दास मुंशी बीमार पड़ गए थे। वह 2012 और 2016 में इसके अध्यक्ष निर्वाचित हुए लेकिन ‘स्पोर्ट्स कोड (खेल संहिता) के कारण वह शायद फिर से चुनाव लड़ने के पात्र नहीं होंगे।
मुंबईभारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा है कि भारत के पूर्व कोच जॉन राइट ने उन्हें और उनके भाई को काफी सपॉर्ट किया है। दोनों भाई इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हैं और राइट इस टीम का कोच रह चुके हैं। क्रुणाल ने 'क्रिकबज' से बातचीत में कई बातों का खुलासा किया। उन्होंने कहा, ‘बीते हुए दिनों की बात है। स्पीड पोस्ट जॉब के लिए सरकारी भर्ती थी और ट्रायल्स के लिए मुझे पत्र भी मिला था। मेरे पिता ने मुझसे कहा कि तुम्हारे पास अच्छा मौका है और तुम महीने में 15-20 लाख रुपये कमा सकते हो। इसलिए तुम्हें जाना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘ठीक उसी समय मुझे बड़ौदा टीम की ओर से मुश्ताक अली में खेलने के लिए ट्रायल्स भी देने जाना था। मैंने सोचा कि मैंने पिछले दो-तीन साल से काफी मेहनत की है और अब मेरे पास एक नया खिलाड़ी बनने का मौका है।’ क्रुणाल ने आगे कहा, ‘इसलिए मैं स्पीड पोस्ट की नौकरी करने नहीं गया। मैंने एक क्रिकेटर बनना पसंद किया। इसके बाद मैंने उस लेटर को फाड़कर दूर फेक दिया और ट्रायल्स में जाने का फैसला किया। मैंने ट्रायल्स दिया और बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद बड़ौदा टीम के लिए मेरा चयन हो गया। हार्दिक पहले से ही टीम में थे। सैयद मुश्ताक अली के मैच में मुंबई में हुए थे।’ भारत के लिए अब तक 18 टी-20 मैच खेल चुके हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, ‘तब हम दोनों भाई जॉन राइट की नजर में आए और उन्होंने देखा कि हम दोनों भाई कितने प्रतिभाशाली क्रिकेटर्स हैं। उन्होंने देखा कि हम दोनों बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों कर सकते हैं। इसके बाद उनकी नजर हम पर रहने लगी और वहीं से हमारी जिंदगी बदल गई।’ क्रुणाल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि उस लेटर को फाड़ना मेरे लिए काफी अच्छा रहा। अगर मैं ट्रायल्स में नहीं जाता तो आज मेरी जिंदगी दूसरी होती।’
लंदनइंग्लैंड के तेज गेंदबाज ने पिछली में ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज को 10 पारी में से सात बार आउट किया था। अब ब्रॉड ने बताया है कि वह उस सीरीज में हर गेंद वॉर्नर के स्टम्प पर मारने का प्रयास कर रहे थे और इसलिए उन्हें ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को आउट करने में मदद मिली। ब्रॉड ने स्काई क्रिकेट के पोडकास्ट में कहा, ‘वह बेहद खतरनाक खिलाड़ी हैं और तीसरी पारी में सलामी बल्लेबाज करने वाले सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। मैं बीते आठ या नौ साल में उनके खिलाफ काफी खेला हूं। इस दौरन मैंने यह पाया है कि मेरा कद लंबा है और इसलिए वह क्रीज के अंदर जाकर मुझे कट और स्क्वेयर ड्राइव ज्यादा मारते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैंने फैसला किया था कि मैं हर गेंद उनके स्टम्प पर मारने का प्रयास करूंगा। मैं गेंद को बाहर की तरफ स्विंग कराने की कोशिश नहीं कर रहा था क्योंकि मुझे लगा था कि इससे उन्हें ज्यादा समय मिलता।’
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और कॉमेंटेटर नासिर हुसैन ने महेंद्र सिंह धोनी को लेकर कहा कि उन्हें संन्यास के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि एक बार वो चले तो वापस नहीं आएंगे। उन्होंने एक स्पोर्ट्स चैनल के शो में यह बात कही। हुसैन ने कहा किधोनी जैसे खिलाड़ी कई पीढ़ियों बाद आते हैं। जितना मैंने उन्हें देखा है, मुझे अभी भी लगता है कि वे भारतीय क्रिकेट को काफी कुछ दे सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हां, यह सही है कि एक-दो बार टारगेट का पीछा करने में उनसे चूक हुई। खासतौर पर बीते साल इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप मुकाबले में। लेकिन उनमें अभी भी टैलेंट है।
धोनी अगर अच्छा खेलेंगे तो उनके पास टीम में चुने जाने का मौका: हुसैन
सुनील गावस्कर, कपिल देव जैसे कई पूर्व दिग्गज यह बात कह चुके हैं कि इतने लंबे ब्रेक के बाद धोनी के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी आसान नहीं होगी। लेकिन 1999 से 2003 तक इंग्लैंड के कप्तान रहे हुसैन अलग राय रखते हैं। उनका कहना है कि अगर वह अच्छा क्रिकेट खेलेंगे तो उनकी टीम में जगह होगी। यह हर खिलाड़ी पर लागू होता है। उन्होंने आगे कहा किसिर्फ धोनी को ही अपनी मानसिक स्थिति के बारे में पता है और आखिर में सिलेक्टर्स को ही उन्हें चुनना है।
'धोनी की टीम इंडिया मेें वापसी आईपीएल में प्रदर्शन के आधार होगी'
धोनी ने जुलाई में वनडे वर्ल्ड कप में आखिरी मैच खेला था। इस मैच में न्यूजीलैंड से हार मिली थी। इसके बाद से ही धोनी टीम से बाहर चल रहे हैं। इस साल की शुरुआत में बीसीसीआई ने भी उन्हें अपनी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया। तभी से उनके संन्यास की अटकलें लग रही हैं। वहीं, पूर्व भारतीय कप्तान की वापसी का इकलौता जरिया माने जा रहे आईपीएल पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बीसीसीआई पहले ही इसे 15 अप्रैल तक के लिए टाल चुका है। मौजूदा हालात में इसके होने की उम्मीद भी कम है। क्योंकि देश में लॉकडाउन की मियाद बढ़ने की पूरी उम्मीद है। टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री के अलावा कई पूर्व क्रिकेटर भी यह कह चुके हैं कि धोनी की टीम इंडिया में वापसी आईपीएल में उनके प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगी।
मुंबई इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 13वां सीजन महेंद्र सिंह धोनी के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पैमाना माना जा रहा था। कुछ लोगों का मानना है कि धोनी का सुनहरा वक्त बीत चुका है। दूसरी ओर कोच रवि शास्त्री ने साफ कर दिया है कि आईपीएल धोनी के अलावा कुछ अन्य खिलाड़ियों के लिए टी20 वर्ल्ड कप में जगह बनाने का मौका हो सकता है। हालांकि इस साल आईपीएल का भविष्य अभी संकट में नजर आ रहा है लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने कहा है कि धोनी पर संन्यास लेने का दबाव नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि अगर धोनी एक बार चले गए तो आप उन्हें दोबारा टीम में शामिल नहीं कर सकते। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, 'क्या महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टीम में जगह के हकदार हैं? यह सीधी सी बात है। यह नियम हर किसी पर लागू होता है। जितना मैंने धोनी को देखा है, मुझे लगता है कि वह अभी भारतीय क्रिकेट को काफी कुछ दे सकते हैं। हां, एक-दो ऐसे मामले हुए हैं, जब लक्ष्य का पीछा करने के मामले में उनसे गलती हुई, जैसे कि इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप का मुकाबला। लेकिन कुल मिलाकर देखें तो धोनी अब भी बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं।' उन्होंने कहा, 'और इस बात का ख्याल रखें कि एक बार अगर वह चले गए तो आप उन्हें दोबारा टीम में शामिल नहीं कर सकते। धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं जो एक पीढ़ी में एक बार आते हैं। उन पर जल्दी रिटायरमेंट लेने का दबाव मत बनाइए। सिर्फ धोनी अपनी मानसिक स्थिति जानते हैं और अंत में फैसला सिलेक्टर्स को करना है।' कोच शास्त्री ने कहा था- 'यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि वह कब खेलना शुरू करते हैं और आईपीएल में कैसा खेलेंगे साथ ही विकेटकीपिंग में अन्य खिलाड़ी कैसा कर रहे हैं या फिर उनका फॉर्म धोनी के फॉर्म के मुकाबले कैसा है, ये सब बातें भी मायने रखेंगी। टी20 वर्ल्ड कप से पहले आईपीएल आखिरी बड़ा टूर्नमेंट है, इसके बाद आपके अंतिम 15 लगभग तय हो जाएंगे।' आईपीएल को लेकर हालांकि संदेह बरकरार है, जो पहले 29 मार्च को शुरू होना था लेकिन बाद में इसे 15 अप्रैल तक टाल दिया है। हालांकि उस वक्त भी उसका शुरू होना अब मुश्किल है क्योंकि खबर है कि प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई बैठक में यह फैसला होने की खबर है कि देशभर में लॉकडाउन 15 दिन के लिए बढ़ाया जाए।
लंदनइंग्लैंड के पूर्व ऑफ स्पिनर ने कहा है कि उनके अपनी टीम के पूर्व खिलाड़ी से रिश्ते अच्छे नहीं थे लेकिन फिर भी वह टीम में उन्हें चाहते थे क्योंकि वह बेहतरीन बल्लेबाज थे। स्वान ने कहा कि तल्खियों के बाद भी वह दोनों एक दूसरे का सम्मान करते थे। स्वान ने एक पोडकास्ट में कहा, ‘हम वो टीम थे जिसे नंबर-1 होना था और टीम में हमेशा से ऐसे खिलाड़ी थे। पीटरसन के साथ, स्थिति ऐसी थी कि वह पहले कप्तान रह चुके थे और टीम प्रबंधन के नियमों को पसंद नहीं करते थे। हम दोनों एक तरीके से समान थे। हम दोनों बाकी खिलाड़ियों से बेहतर थे क्योंकि हम दोनों ईमानदार थे और खुले तौर पर एक दूसरे को नापसंद करते थे, लेकिन एक दूसरे को टीम में चाहते भी थे।’ स्वान, पीटरसन को टीम में क्यों चाहते थे इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं पीटरसन को टीम में इसलिए चाहता था क्योंकि वह काफी सारे रन बना रहे थे और शानदार खेल रहे थे। साथ ही वह विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक थे।’
नई दिल्ली टीम इंडिया के लेग स्पिनर कोरोना वायरस के चलते घर में बंद हैं। हालांकि इस दौरान वह सोशल मीडिया पर काफी ऐक्टिव हैं। हाल ही के दिनों में वह इंस्टाग्राम लाव चैट में रोहित शर्मा के साथ बात कर रहे थे और साथ ही टिकटॉक पर भी वह मजाकिया वीडियो पोस्ट करते रहते हैं। चहल हालांकि लॉकडाउन में हैं लेकिन उनका मजाकिया अंदाज कायम है। उन्होंने एक शो में कहा, 'मैं अपने घर से लॉकडाउन हो जाऊंगा। मैं घर लौटकर नहीं आऊंगा। मैं और बर्दाश्त नहीं कर सकता, घर पर और नहीं रह सकता। इन दिनों मैं जितना वक्त घर पर रह लिया हूं यह अगले तीन साल के लिए काफी है।' चहल ने कहा, 'मैं पास के होटल में रह लूंगा लेकिन घर नहीं आऊंगा। मेरे लिए इतना काफी है। मैं लॉकडाउन के दिनों को और बर्दाश्त नहीं कर सकता।' उन्होंने कहा जिस दिन भी लॉकडाउन हटेगा वह मैदान पर जाएंगे और वहां कम से कम एक गेंद जरूर फेंकेंगे। उन्होंने कहा, 'मैं ग्राउंड पर जाऊंगा। मैं सही मायनों में बोलिंग करना चाहता हूं। जब बहुत क्रिकेट होता है तो हम कहते हैं 'बहुत ज्यादा मैच हो रहे हैं' लेकिन अब कोई ऐक्शन नहीं है तो हम उसे मिस कर रहे हैं। मैं गेंदबाजी मिस कर रहा हूं। मैं आज जो भी हूं सिर्फ क्रिकेट की वजह से हूं। जिस दिन लॉकडाउन खत्म होगा मैं बेशक मैदान पर जाकर बोलिंग करूंगा, भले ही एक गेंद फेंकूं।' जब उनसे पूछा गया कि वह किसे अपना लॉकडाउन पार्टनर बनाएंगे तो उन्होंने दो नाम- रोहित शर्मा और अपने बोलिंग पार्टनर कुलदीप यादव का नाम लिया। उन्होंने कहा, 'रोहित शर्मा और कुलदीप हों तो मुझे चाहे एक महीने के लिए लॉकडाउन कर दें।' उन्होंने यह भी कहा कि वह जसप्रीत बुमराह के साथ लॉकडाउन नहीं होना चाहेंगे। मुंबई इंडियंस की ओर से खेलने वाले चहल ने कहा, 'बोलता ही नहीं है कुछ। उसका यॉर्कर मारने का मन हुआ और उसने लोटा मार दिया तो कर लूंगा।'
नई दिल्लीचीन से फैले कोरोना वायरस के कारण उससे बचाव के तौर पर ज्यादातर खिलाड़ी अपने घर पर ही समय बिता रहे हैं। पूरे भारत में फिलहाल 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित है और ऐसे में लोगों के जनजीवन पर भी इसका असर पड़ा है। ऐसे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर टिकटॉक पर वीडियो अपलोड कर फैंस के लिए शेयर कर रहे हैं। इरफान ने जो नया वीडियो अपलोड किया है, उसमें वह अपने भाई यूसुफ पठान के साथ 'तिरंगा' फिल्म का डायलॉग बोलते नजर आ रहे हैं। इरफान के भाई युसूफ मशहूर ऐक्टर राजकुमार का डायलॉग बोल रहे हैं। पढ़ें, वीडियो में इरफान के भाई यूसुफ राजकुमार का फेमस डायलॉग बोलते हैं, 'ना तलवार की धार से, ना गोलियों की बौछार से.. बंदा डरता है तो केवल परवर दिगार से।' कोविड-19 को WHO ने महामारी घोषित किया है और भारत समेत कई देशों में इस घातक वारयस से संक्रमितों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। भारत में कोरोना से 7000 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। 35 वर्षीय इरफान पठान ने इससे पहले वीडियो शेयर कर एक संदेश दिया था जिसमें वह कहते हैं, 'ये ना सोचो कि आपको मस्जिदों में जाने से मना किया गया है, बल्कि यह सोचो कि हर घर को मस्जिद में तब्दील करने को कहा गया है। हमारी तरह हमारे घर भी गुनहगार हो चुके हैं। आओ घरों को साफ करते हैं। कुछ देर घर में ही नमाज पढ़ते हैं।' करियर में 29 टेस्ट मैच खेल चुके इरफान ने 1105 रन बनाए और 100 विकेट भी झटके। वहीं, 120 वनडे में उनके नाम 1544 रन और 173 विकेट हैं।
नई दिल्ली कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के चलते पेशेवर गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (पीजीटीआई) टूर्नमेंट रद्द होने और गोल्फ कोर्स बंद होने से दिहाड़ी पर काम कर रहे सैकड़ों कैडीज के सामने आजीविका का संकट पैदा हो गया है। कोविड - 19 से दुनिया भर में खेल टूर्नमेंट या तो रद्द हो गए हैं या स्थगित कर दिए गए हैं जिसमें गोल्फ भी शामिल है। दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में करीब 2500 से 3000 कैडी रहते हैं जिनमें अधिकांश प्रवासी है। कई नियमित कैडी है तो कई पार्ट टाइम काम करते हैं। दो बार एशियाई टूर के विजेता गोल्फर रशीद खान का मानना है कि अगर हालात में सुधार नहीं आया तो सबसे ज्यादा गाज कैडीज पर गिरेगी। उन्होंने कहा, ‘इस लॉकडाउन का कैडीज पर बुरा असर पड़ा है। वे रोज कमाते हैं ओर अब उनकी कमाई बंद हो गई है। उन्हें परिवार पालने हैं, किराया देना है और हालात नहीं सुधरने पर उनके लिए काफी कठिन हो जाएगा।’ रशीद, चंडीगढ के अक्षय शर्मा और 2015 जूनियर विश्व गोल्फ चैंपियन शुभम जगलान के कैडी रहे मंटू ने कहा कि हालात सामान्य नहीं होने पर 95 प्रतिशत कैडीज पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में पांच प्रतिशत कैडी ही 20-25 हजार रूपये महीने कमा लेते हैं लेकिन बाकी सभी की हालत खराब है। करीब 50-60 कैडी ही शीर्ष गोल्फरों के साथ नियमित यात्रा करते हैं और कुछ को उनसे वेतन भी मिलता है लेकिन बाकी दिहाड़ी पर काम करते हैं।’ मुंबई के रहने वाले इमरान मोहम्मद अंसारी ने कहा कि वह भविष्य को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा, ‘गोल्फ कोर्स बंद हो चुके हैं। हमारा क्लब अभी दाल, चावल, प्याज, आलू दे रहा है लेकिन वह काफी नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘हम एक पूरा दिन किसी गोल्फर के साथ काम करने पर 500-600 रूपये रोज कमाते हैं लेकिन अब तो कुछ काम ही नहीं है।’ बॉम्बे प्रेसिडेंसी गोल्फ क्लब उन्हें राशन दे रहा है तो बैंगलोर गोल्फ क्लब हर कैडी को रोज 300 रूपये दे रहा है। नोएडा गोल्फ क्लब ने उन्हें 2000 रूपए दिए हैं जबकि पटना गोल्फ क्लब खाने के सामान के अलावा 1000 रूपये दे रहा है। दिल्ली गोल्फ क्लब के कैडीज वेलफेयर ट्रस्ट ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर देश में गोल्फ कोर्स खोलने पर गौर करने की मांग की है। डीजीसी ने कैडीज को पांच हजार रूपये देने का फैसला किया है और हर सदस्य एक कोष में 500 रूपये जमा कर रहा है तो बंद खत्म होने के बाद उन्हें दिया जाएगा।
नैरोबीरियो ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट केन्या के दिग्गज धावक इलियुड ने कहा है कि चोट मुक्त रहने के लिए आइसोलेशन के दौरान भी वह अपना ट्रेनिंग जारी रखे हुए हैं। विश्व मैराथन के रेकॉर्डधारी किपचोगे को इस साल जुलाई-अगस्त में तोक्यो ओलिंपिक में अपने खिताब का बचाव करना था। इससे पहले उन्हें 26 अप्रैल को होने वाली लंदन मैराथन में भी भाग लेना था। चीन से फैले घातक कोरोना वायरस के कारण ओलिंपिक खेलों को एक साल के लिए और लंदन मैराथन को चार अक्टूबर तक के लिए स्थगित किया जा चुका है। चार बार प्रतिष्ठित लंदन मैराथन का खिताब जीत चुके किपचोगे ने ऐथलीटों से अपनी ट्रेनिंग नहीं बंद करने का अनुरोध किया है। पढ़ें, किपचोगे ने कहा कि अगर ऐथलीट अपने शरीर पर ज्यादा दबाव डालते हैं तो फिर दुनिया भर में स्थिति में सुधार होने के बाद उनके सामने चोटों का खतरा होगा। किपचोगे ने कहा, ‘आप जो भी करते थे, उसका ट्रेनिंग करते रहिए। मेरे पास हर समय एक फिजियो होता है और जब किसी तरह की जरूरत पड़ती है तो उसे हल करना आसान होता है। निश्चित रूप से लंबे समय तक दौड़ते रहने से मुझे चोटों दूर रहने में मदद मिलती है।’
लंदनयूरोपियन चैंपियन लिवरपूल के दिग्गज फुटबॉलर सर केनी डाल्गलिश कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। डाल्गलिश के परिवार ने एक बयान में कहा कि 69 वर्षीय पूर्व फुटबॉलर को की जांच के लिए बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बयान के अनुसार, ‘अप्रत्याशित रूप से टेस्ट पॉजिटिव था। अस्पताल में भर्ती होने से पहले, सर केनी ने अपने परिवार के साथ मिलकर सलाह की थी कि वह ज्यादा समय तक खुद को एकांतवास में रखेंगे। वह जल्द ही घर लौटने के लिए उत्साहित हैं। उनके बारे में और कोई नई जानकारी हम जल्द ही देंगे।’ इससे पहले, लीड्स यूनाइटेड ने कहा कि उसके पूर्व खिलाड़ी नॉर्मन हंटर भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। 76 साल के हंटर 1996 में फीफा वर्ल्ड कप जीतने वाली इंग्लैंड टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
नई दिल्ली ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट निशानेबाज पुलिस उप अधीक्षक (डीएसपी) पद के लिए हिमाचल प्रदेश में ट्रेनिंग ले रहे थे लेकिन कोविड-19 महामारी के बाद देशव्यापी लॉकडाउन में सामाजिक दूरी का ध्यान रखने के लिये अब केवल ‘ऑनलाइन ट्रेनिंग’ ही कर पा रहे हैं। तेजी से फैलते कोरोना वायरस से पैदा हुए इस संकट के समय उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे घर में रहकर खुद को सुरक्षित करने साथ सरकार की मदद करें।कोविड-19 महामारी के चलते देश में 21 दिन का लॉकडाउन है और इससे उनकी पुलिस ट्रेनिंग पर भी असर पड़ा। उनकी शारीरिक ट्रेनिंग बंद कर दी गई है जबकि ऑनलाइन कानून की क्लास जारी हैं। हमीरपुर निवासी विजय ने ‘भाषा’ से फोन पर बातचीत में कहा, ‘मैं घर पर नहीं हूं, मेरी डीएसपी पद के लिए ट्रेनिंग चल रही है जिसमें हम शारीरिक ट्रेनिंग नहीं कर पा रहे क्योंकि इससे सामाजिक दूरी के निर्देशों का पालन करना कठिन होगा। इसलिए आजकल केवल भारतीय कानून की ऑनलाइन क्लास ही हो पा रही हैं।’ उन्होंने कहा, ‘सेंटर का बाहर की दुनिया से कोई संपर्क नहीं है। पूरा कर्फ्यू की तरह है। हम लोग पृथक रह रहे हैं।’ लंदन ओलंपिक में रैपिड फायर पिस्टल में दूसरा स्थान हासिल करने वाला यह निशानेबाज तीन साल पहले सेना से सूबेदार मेजर के पद पर सेवानिवृत्त हो गया था। खाने-पीने की चीजों के इंतजाम के बारे में पूछने पर विजय ने कहा, ‘खाने पीने के सामान के लिये अधिकृत लोग हैं जो पूरे एहतियात के साथ सामान ट्रेनिंग सेंटर में ला रहे हैं।’ भारत में अभी तक 206 लोग इस बीमारी के कारण जान गंवा चुके हैं जबकि 6,000 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। देश में इस संकट के बारे में बात करते हुए विजय ने कहा, ‘मुझे हैरानी होती है कि लोग घर में बैठकर सुरक्षित रहने के नियम का पालन क्यों नहीं कर रहे। मैंने देखा कि पुलिसवाले कैसे दिन रात सेवा में जुटे हैं। लेकिन लोग समझने को तैयार नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘पूरी दुनिया में कितने लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं, 90,000 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। इससे बचने का केवल एक उपाय है घर में रहना और कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना। मैं सभी से कहना चाहूंगा कि पूरी सावधानियां बरतें और इस बीमारी से खुद को बचाएं।’
सिडनी भारत के खिलाफ घरेलू श्रृंखला मे मिली अभूतपूर्व हार ऑस्ट्रेलियाई कोच के लिए ‘खतरे की घंटी’ रही और उनका मानना है कि वह सीरीज उनके कोचिंग करियर का निर्णायक दौर भी रही। लैंगर को मई 2018 में ऑस्ट्रेलिया का कोच बनाया गया था। उसी समय कप्तान स्टीव स्मिथ और उपकप्तान जस्टिन लैंगर गेंद से छेड़खानी मामले में प्रतिबंधित हो गए थे। अपने स्टार बल्लेबाजों के बिना ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के सामने टिक नहीं सकी। लैंगर ने ऑस्ट्रेलियाई असोसिएट प्रेस को एक पॉडकास्ट में कहा, ‘यह खतरे की घंटी थी और मेरे जीवन का कठिन दौर।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे इसमें कोई शक नहीं कि दस साल बाद जब मैं अपने कोचिंग करियर की समीक्षा करूंगा तो वह सीरीज निर्णायक साबित होगी।’ उन्होंने अपने करियर के एक और कठिन दौर का जिक्र किया जब 2001 एशेज श्रृंखला में उन्हें टीम से निकाल दिया गया था।
नई दिल्लीसाउथ अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार के घर नन्हा मेहमान आने वाला है। उन्होंंने सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी की तस्वीर शेयर कर इस खुशखबरी के बारे में बताया। डु प्लेसिस ने इंस्टाग्राम पर अपनी पत्नी की एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा, 'दुनिया में सबसे अच्छी चीज- परिवार। आपको और दूसरे नंबर (बच्चा) को देखने के लिए इंतजार।' इससे पहले आईपीएल टीम चेन्नै सुपर किंग्स ने शुक्रवार को एक वीडियो क्लिप शेयर किया। 67 सेकंड के इस क्लिप में दिग्गज बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज करते दिख रहे हैं। 35 वर्षीय डु प्लेसिस ने टेस्ट में 3901, वनडे में 5507 रन और टी20 इंटरनैशनल में कुल 1407 रन बनाए हैं।