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मेलबर्न ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर खिलाड़ी ने अवसाद (Depression) के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह एक बार तो वह आत्महत्या करने के बारे में सोच रहे थे। ऑस्ट्रेलिया के लिए 11 एकदिवसीय, 11 टी20 अंतरराष्ट्रीय और 4 टेस्ट खेलने वाले 33 साल के हेनरिक्स का 2017 में अवसाद का इलाज हुआ था। बता दें हेनरिक्स दूसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं, जिन्होंने डिप्रेशन की बात कबूली है। उनसे पहले पिछले साल ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने स्वास्थ्य संबंधी ऐसी ही समस्याओं के चलते छह महीने का ब्रेक लिया था। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में मुंबई इंडियन्स (MI) का प्रतिनिधित्व करने वाले हेनरिक्स ने 'ओडिनेरोली स्पीकिंग पोडकास्ट' से कहा, 'अगर आप गूगल पर अवसाद के लक्षणों को देखेंगे तो मैं सभी से बुरी तरह से ग्रसित था।' उन्होंने कहा, 'मुझे याद है मैं बिस्तर पर पड़ा रहता था और खुद ही अलग-अलग दवाइयों को लेने के बारे में सोचता रहता था। मैं सोचता था कि किसे फोन करूं?' उन्होंने बताया कि एक बार तस्मानिया के खिलाफ मैच के बाद घर लौटते समय वह अपनी कार को दुर्घटनाग्रस्त करना चाहते थे।इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने कहा, 'मुझे याद है मैं कार में था और 110 की गति से कार चला रहा था। मैं सोच रहा था कि कार को ऐसे मोडू़ की किसी खंभे या दूसरी चीज से टकरा जाए।' हेनरिक्स ने कहा, 'मैंने अपनी योजना को हालांकि बदल दिया क्योंकि मैं अपने परिवार और टीम को दुखी नहीं देखना चाहता था। मैं अपनी टीम को दो दिनों के लिए मैदान पर 10 खिलाड़ियों के साथ नहीं छोड़ सकता था।' बीते साल अक्टूबर-नवंबर में कंगारू टीम के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने भी मानसिक तनाव से उबरने के लिए छुट्टियों पर जाने का फैसला लिया था। तब ऑस्ट्रेलिया टीम के साइक्लॉजिस्ट ने बताया था, 'ग्लेन मैक्सवेल मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। नतीजतन उन्होंने खेल से ब्रेक लेने का फैसला किया है। ग्लेन ने इस मामले में पहल करते हुए इन समस्याओं को पहचाना और सपॉर्टिंग स्टाफ से बात की।' इस ब्रेक के करीब 6 महीने बाद इस खिलाड़ी ने खेलों में वापसी कर ली थी।
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