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नई दिल्लीपिछले साल दिसंबर में साउथ एशियाई खेलों (SAG) में जब नसरीन ने अपनी कप्तानी में भारत को खो-खो के खेल में स्वर्ण पदक दिलाया था, तो को उम्मीद जगी थी अब उनके और उनके परिवार का भाग्य उदय होगा। लेकिन थोड़े ही दिनों में यह जीत की खुशी इस चैंपियन खिलाड़ी को वापस संघर्ष के पथ पर ले आई है। कोविड- 19 (Covid- 19) के चलते देश भर में लॉकडाउन (Lockdown) है और ऐसे में नसरीन और उनके परिवार के लिए हालात चुनौतीपूर्ण हो गए हैं। हालांकि जब मीडिया में नसरीन की चुनौतियों की खबरों ने जोर पकड़ा तो भारतीय खो-खो महासंघ () उनकी मदद के लिए आगे आया है। भारतीय खो-खो महासंघ (KKFI) ने कोविड-19 महामारी में आर्थिक परेशानी का सामना कर रही भारतीय महिला टीम की कप्तान नसरीन शेख को एक लाख रुपये की मदद की है। 23 साल की इस खिलाड़ी ने 2019 दक्षिण एशियाई खेलों (SAG) में देश को स्वर्ण पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। नसरीन को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) से छात्रावृति मिलती है। नसरीन के पिता दैनिक बाजार में बर्तन बेचने का कारोबार करते हैं। लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले काफी समय से वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं, जिससे परिवार पर आर्थिक संकट गहरा गया। केकेएफआई अधिकारियों को जब नसरीन के बारे में पता चला तो उन्होंने इस खिलाड़ी के बैंक खाते में एक लाख रुपये हस्तांतरित किए। केकेएफआई के महासचिव एमएस त्यागी ने कहा, 'हम हमेशा खिलाड़ियों और योग्य प्रतिभाओं का समर्थन करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक राष्ट्रीय खिलाड़ी को ऐसी अभूतपूर्व स्थिति में कठिन समय का सामना करना पड़ा।' त्यागी ने कहा कि केकेएफआई ने स्थानीय स्वंयसेवकों की मदद से कई अन्य खिलाड़ियों और बेघरों को भोजन के पैकेट मुहैया कराए हैं।
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