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नई दिल्ली बीते कुछ समय से लगातार गलत कारणों से खबरों में बना हुआ है। अभी अपने खिलाड़ियों से कॉन्ट्रेक्ट का विवाद पूरी तरह सुलझा भी नहीं था कि एक और मामला मीडिया की सुर्खियां बन चुका है। दरअसल, श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने अपने खिलाड़ियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन के मुताबिक अब न सिर्फ टीम में सिलेक्शन कठिन हो जाएगा बल्कि खिलाड़ियों पर फाइन भी लगाया जाएगा। 8 मिनट 10 सेकेंड में दौड़ना होगा 2 किमी 1996 में वर्ल्ड कप जीत चुकी श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की फिटनेस को लेकर अब बोर्ड सख्त हो चुका है। नई गाइडलाइंस के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी दो किलोमीटर दौड़ने के लिए 8.55 मिनट से अधिक समय लेता है, तो उसका टीम में सेलेक्शन नहीं होगा। पास होने का पैमाना 8.10 मिनट है। वैसे अगर प्लेयर 8.35 मिनट में यह दौड़ पूरी करते है तो उसका सिलेक्शन तो होगा, लेकिन बोर्ड खिलाड़ियों के सालाना कॉन्ट्रैक्ट फीस में कटौती कर देगा। मेहनत के लिए मोटिवेट करना टारगेट याद हो कि श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस साल की शुरुआत में यो-यो टेस्ट को हटाकर 2 किमी दौड़ का टेस्ट शुरू किया था। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की सेलेक्शन कमेटी के चेयरमैन प्रमोदया विक्रमसिंघे की माने तो, 'हमारा मकसद खिलाड़ियों को फिटनेस के प्रति आगाह करना है। उन्हें कड़ी मेहनत के लिए मोटिवेट करना है। अब हम इस मामले में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं करेंगे। 7 जनवरी को खिलाड़ियों का पहला फिटनेस टेस्टहाल ही में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के नए कंसल्टिंग कोच बने महेला जयवर्धने के आने के बाद टीम में कई बदलाव होने की उम्मीद है। आईपीएल में मुंबई इंडियंस के कोच जयवर्धन नई टेक्नोलॉजी को बखूबी समझते हैं। मॉर्डन कोचिंग जानते हैं। उनकी देखरेख में श्रीलंकन प्लेयर्स का पहला फिटनेस टेस्ट सात जनवरी को होगा।
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