नई दिल्लीइंग्लैंड के कप्तान के साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में प्लेकार्ड्स से इशारों में बात करने के बाद पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज ने नाराजगी जाहिर की है। मॉर्गन को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज के अंतिम मैच में टीम एनालिस्ट नाथन लीमोन ने प्लेकार्ड्स के जरिए इशारों में संदेश दिए थे। गावसकर ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या मैच रेफरी ने मॉर्गन को ऐसा करने कीअनुमति देने से पहले आईसीसी से चर्चा की थी। उन्होंने एक टीवी शो में कहा, ‘मैं जानना चाहूंगा कि क्या मैच रेफरी ने आईसीसी से इसकी पुष्टि की थी? क्या उन्होंने मॉर्गन को अनुमति देने से पहले आईसीसी से पूछा था? क्या आईसीसी की क्रिकेट समिति ने इसे मंजूरी दे दी, हमें अभी तक इसकी जानकारी नहीं है।’ देखें, मॉर्गन ने मैच के बाद कहा था कि उन्होंने मैच रेफरी से इसकी अनुमति ली थी। गावसकर ने कहा, ‘ऐसा पहली बार हो रहा है। हमें बताया गया था कि इस प्रकार की रणनीति का उपयोग पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के दौरान भी किया गया था और शायद यह वही व्यक्ति था, जिसने इस तकनीक का इस्तेमाल किया था, जो वहां एक विश्लेषक था। मेरा मानना है कि क्रिकेट में ऐसा नहीं होना चाहिए।’ गावसकर ने कहा कि अगर ड्रेसिंग रूम मैदान पर अपने कप्तान को कोई संदेश भेजना चाहती है तो वह 12वें खिलाड़ी का इस्तेमाल कर सकती है। लक्ष्मण भी किसी मैच के दौरान टीम के सदस्यों की ओर से ड्रेसिंग रूम के साथ कोड में बातचीत के खिलाफ हैं। लक्ष्मण ने कहा, ‘आमतौर पर टी20 क्रिकेट में अगर कप्तान को निर्णय लेने की आवश्यकता होती है, तो वह कोच या सपॉर्ट स्टाफ या एक सीनियर खिलाड़ी के साथ इस पर चर्चा करता है और फिर उसके बाद एक कप्तान आमतौर पर निर्णय लेता है।’ देखें, उन्होंने कहा, ‘... लेकिन अगर यह बातचीत (प्लेकार्ड्स का उपयोग) नियम का एक हिस्सा है, तो मेरा मानना है कि यह सही बात नहीं है, क्योंकि आप चाहते हैं कि कप्तान अपनी भूमिका निभाएं, अन्यथा आपको कप्तान की आवश्यकता नहीं है। ना तो टीम को उसी तरह से चलाया जा सकता है, जैसा कि फुटबॉल में मैनेजर बाहर से टीम चलाता है।’
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