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नई दिल्ली12 साल पहले जब आईपीएल की पहली बार शुरुआत हुई थी, तब इस लीग का पहला मैच (Saurav Ganguly) की कप्तानी वाली कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच खेला गया था। के मालिकाना हक वाली इस फ्रैंचाइजी की कमान 3 साल तक दादा (गांगुली) के हाथ में रही। हालांकि यह टीम तब कभी भी इस लीग के सेमीफाइनल तक नहीं पहुंची थी और फिर इस फ्रैंचाइजी ने सौरभ गांगुली को अपनी टीम से रिलीज कर दिया। बॉलिवुड फिल्मों के नामचीन प्लेबैक सिंगर (Abhijeet Battacharya) मानते हैं कि केकेआर ने यह कदम उठाकर दादा को डिमोरलाइज (निराश) किया था। अभिजीत भट्टाचार्य हाल ही में स्पोर्ट्स वेबसाइट स्पोर्ट्सकीड़ा के फेसबुक पेज पर इंटरव्यू दे रहे थे। बॉलिवुड की कई सुपरहिट फिल्मों में शाहरुख खान के साथ काम कर चुके अभिजीत मानते हैं कि आईपीएल भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छी लीग है, लेकिन इसमें सिर्फ भारतीय खिलाड़ी ही खेलने चाहिए विदेशी क्रिकेटर्स को इसमें नहीं चुना जाना चाहिए। सौरभ गांगुली को केकेआर से हटाने के मसले पर उन्होंने अपनी राय रखते हुए कहा, 'शाहरुख खान के केकेआर बनाई और फिर सौरभ गांगुली को हटा दिया। ऐसा लगता है, जैसे वह यही करने आए थे। सौरभ गांगुली ने हमें यह दिखाया है कि क्रिकेट में एक कप्तान की क्या भूमिका होती है। लेकिन तब जैसे ग्रैग चैपल और किरण मोरे ने उन्हें हटाकर निराश किया था, इसके बाद शाहरुख ने भी यही किया उन्हें हटाकर किसी और लड़के को चुन लिया। लेकिन उन्हें डिमोरलाइज करना बहुत ही गलत था।' हालांकि भट्टाचार्य मानते हैं कि इस बार उन्हें हटाने के पीछे उनकी उम्र भी एक कारण थी, लेकिन उन्हें इस तरह हतोत्साहित नहीं करना चाहिए था। 61 वर्षीय अभिजीत ने बताया कि जब वह युवा थे, तब क्रिकेट खूब देखा करते थे लेकिन जब से आईपीएल आया, उन्होंने क्रिकेट देखना कम कर दिया है।
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