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नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान () के नाम भले ही बड़ी आईसीसी ट्रोफी (ICC Trophy) न हो लेकिन वह टीम के बदलाव में उन्होंने अहम भूमिका निभाई है। कोहली की अगुआई में भारतीय टीम में एक नई तरह की आक्रामकता देखी जा रही है। कोहली की अगुआई में भारतीय टीम ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की। ऐसा करने वाले वह पहले एशियाई कप्तान बने। भारतीय टीम कोहली की ही कप्तानी में आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में टेबल में सबसे ऊपर है। जानकारों की नजर में भारतीय टीम के पास इस समय सबसे मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण है। इसमें जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah), मोहम्मद शमी (Mohammad Shami), इशांत शर्मा (Ishant Sharma), उमेश यादव (Umesh Yadav) और भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) जैसे गेंदबाज शामिल हैं। ये तेज गेंदबाज भी कहीं न कहीं अपनी कामयाबी का श्रेय कोहली को देते हैं। टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज () भी इसके पीछे कोहली की कप्तानी को क्रेडिट देते हैं। आगरकर का कहना है कि कोहली की कप्तानी की वजह से भारतीय टीम अपने तेज गेंदबाजों पर इतना भरोसा कर पा रही है। आगरकर ने () और विराट कोहली की कप्तानी के अंदाज में फर्क भी बताया। उन्होंने बताया कि कोहली तेज गेंदबाजों पर ज्यादा निर्भर करते हैं। 288 वनडे इंटरनैशनल विकेट लेने वाले आगरकर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, 'महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में जो बुनियादी अंतर मैं देखता हूं वह गेंदबाजों को लेकर है। धोनी अपनी रणनीति के लिए स्पिनर्स पर काफी निर्भर करते थे, वहीं कोहली थोड़ा सा अलग होते हुए तेज गेंदबाजों पर ज्यादा भरोसा जताते हैं। ऐसे में जब भारतीय टीम विदेशी धरती पर टेस्ट मैच खेलती है तो नतीजों पर इसका अंतर नजर आता है। इससे हमारे नतीजों में सुधार आया है और हम अधिक प्रतिस्पर्धी होकर खेल रहे हैं। शायद यही दोनों की कप्तानी में एक बड़ा अंतर है लेकिन दोनों को कामयाबी मिली।' आगरकर ने कहा, 'विराट कोहली काफी लंबे समय से सभी प्रारूपों में कप्तान हैं और हम देख रहे हैं कि नतीजे कितने अच्छे रहे हैं। तरीका अलग हो सकता है लेकिन जब आप अपने खिलाड़ियों में भरोसा जताते हैं तो आपको कप्तान के तौर पर अच्छे नतीजे मिलते हैं।'
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