![](https://navbharattimes.indiatimes.com/photo/77716333/photo-77716333.jpg)
नई दिल्ली टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज (Ashish Nehra) ने उस घटना को याद किया है जब पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज (Shoaib Akhtar) ने उन्हें पंजाबी में स्लेज (Shoaib Akhtar Sledge ) किया था। नेहरा ने लंबे समय तक भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण का अहम हिस्सा रहे। नेहरा 2011 में विश्व कप जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थे। वहीं शोएब अख्तर दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज माने जाते हैं। और वह विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से कई बार मैदान पर बहस करते भी देखे गए। साल 2004 की चैंपियंस ट्रोफी का जिक्र नेहरा ने साल 2004 की चैंपियंस ट्रोफी की घटना का जिक्र किया था। भारत और पाकिस्तान के बीच यह मुकाबला बर्मिंगम में खेला गया था। शोएब अख्तर ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया था, उन्होंने इस मैच में चार विकेट लिए थे। भारतीय टीम ने इस मैच में सिर्फ 200 रन बनाए थे। भारत की ओर से राहुल द्रविड़ ने 67 और अजीत अगरकर ने 47 रन बनाए थे। मोहम्मद यूसुफ ने खेली थी 81 रन की पारी पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद यूसुफ ने 81 रन बनाए थे और पाकिस्तान ने तीन विकेट से जीत हासिल की थी। आशीष नेहरा ने याद किया कि वह अख्तर की गेंद पर आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज थे। नेहरा ने याद किया कि वह अख्तर की गेंद पर पुल करने के प्रयास में मिड-विकेट पर कैच हो गए थे। अख्तर ने नेहरा को पंजाबी में कहा था, 'पुल करने से पहले देख तो लिया कर कौन बोलिंग कर रहा है।' अख्तर ने कहा, 'देख तो ले बॉल कौन कर रहा है' नेहरा ने विजडन ग्रेटेस्ट राइवलरी पॉडकास्ट में कहा, 'साल 2004 की चैंपियंस ट्रोफी में हम बर्मिंगम में खेल रहे थे। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 200 रन बनाए। हम वह मैच हार गए थे। मैं आउट होने वाला आखिरी बल्लेबाज था। मैंने शोएब की गेंद को पुल करने की कोशिश की लेकिन मिड-विकेट पर कैच हो गया। शाहिद अफरीदी ने कैच किया था और फिर शोएब ने मुझे पंजाबी में कहा, 'पुल करने से पहले तुझे पता होना चाहिए कि बोलिंग किसकी है।'' शोएब अख्तर एक अच्छा दोस्त है, इसमें कोई शक नहीं: नेहरा इस बीच 41 वर्षीय नेहरा ने माना कि शोएब अख्तर उनके अच्छे दोस्त हैं। जब भी हम इंग्लैंड में होते हैं तो एक-दूसरे को मेसेज करते हैं और उनके बीच मजाक चलता रहता है। नेहरा ने कहा, 'अख्तर एक अच्छा दोस्त है, इसमें कोई शक नहीं। जब भी हम इंग्लैंड में होते हैं, अब भी, तीन-चार महीने बाद हम एक-दूसरे को मेसेज भेजते हैं और मजाक जारी रहता है।'
No comments:
Post a Comment