Saturday, July 25, 2020

घरेलू क्रिकेट में 19 साल अंपायरिंग करने वाले राजीव रिसोड़कर ने क्रिकेट की रूल बुक का हिंदी में अनुवाद किया; एमसीसी की वेबसाइट पर अपलोड हुआ July 24, 2020 at 11:10PM

अब क्रिकेट के नियम हिंदी में भी पढ़े जा सकेंगे। घरेलू क्रिकेट में 19 साल अंपायरिंग करने वाले मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) के सदस्य राजीव रिसोड़कर ने क्रिकेट की रूल बुक का हिंदी में अनुवाद किया है। इसे क्रिकेट के नियमों का कस्टोडियन (संरक्षक) कहे जाने वाले मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है।

एमसीसी की स्थापना 1787 में की गई थी। तब से ही यह संस्था क्रिकेट के रूल को तैयार करने और उसमें अमेंडमेंट का काम कर रही है।

एमपीसीए सचिव ने कहा- यह एसोसिएशन के लिए गर्व की बात
एमपीसीए के ऑनररी सेक्रेटरी संजीव राव ने कहा कि यह मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के लिए गर्व की बात है कि राजीव रिसोड़कर ने एमसीसी के लॉ ऑफ क्रिकेट (2017 कोड सेकेंड एडिशन 2019) का हिंदी में अनुवाद किया। यह अब एमसीसी की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। इससे क्रिकेट फैन्स को खेल समझने में सहूलियत होगी।

रिसोड़कर 1997 से 2016 तक बीसीसीआई के अंपायर रहे
राजीव रिसोड़कर ने 1997 से 2016 तक बीसीसीआई पैनल अंपायर के रूप में घरेलू क्रिकेट में अंपायरिंग की। अभी वे बीसीसीआई के अंपायरिंग प्रशिक्षकों के पैनल (लेवल-3) में शामिल हैं। वे पिछले दो दशकों में कई अंपायरों को ट्रेनिंग दे चुके हैं।

एक महीने में हिंदी अनुवाद किया
रिसोड़कर ने कहा कि परंपरागत रूप से क्रिकेट नियमों की भाषा अंग्रेजी ही मानी जाती है। बीसीसीआई के प्रस्ताव पर मैंने क्रिकेट की रूल बुक का हिंदी में अनुवाद किया, ताकि क्रिकेट को दीवानगी की हद तक चाहने वाले देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक खेल की जानकारी पहुंचे। उन्होंने बताया कि रूल बुक का हिंदी में अनुवाद करने में उन्हें तीस दिन का समय लगा।
हिंदी बोलने वाले अंपायरों को होगा फायदा
उन्होंने आगे कहा कि क्रिकेट के नियमों का 101 पेज का हिंदी वर्जन एमसीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध है। हिंदी में नियमों के होने से हिंदी बोलने वाले अंपायरों को फायदा होगा। वह आसानी से क्रिकेट नियमों को समझ सकेंगे। इंग्लिश में क्रिकेट रूल होने के कारण कई बार इसे समझने में दिक्कत आती थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
एमपीसीए सदस्य राजीव रिसोड़कर (दाएं) ने कहा कि क्रिकेट के नियमों का हिंदी में अनुवाद होने से हिंदी बोलने वाले अंपायरों को फायदा होगा। -फाइल

No comments:

Post a Comment