नई दिल्ली भारतीय टीम के युवा चाइनामैन बोलर () कभी फास्ट बोलर () से बेहद प्रभावित थे। स्विंग के सुल्तान वसीम अकरम की तरह कुलदीप भी लेफ्ट आर्म बोलिंग करते थे और उन्हें लगता था कि बस अब खुद को अकरम की तरह मांझना है और फिर वह भी क्रिकेट की दुनिया में अपनी स्विंग बोलिंग का परचम लहराएंगे। लेकिन उनका यह सपना बचपन के कोच कपिल पांडे ने शुरुआत में ही तोड़ दिया। कुलदीप कपिल पांडे की अकैडमी में एडमिशन के लिए आए थे और उन्होंने अपने कोच को अपने इस सपने के बारे में बताया कि मैं वसीम अकरम बनना चाहता हूं। लेकिन कपिल ने तुरंत ही कह दिया कि वह तो तुम कभी नहीं बन सकते। यह सुनकर कुलदीप निराश हुए और बोले मैं भी गेंद को स्विंग कराता हूं फिर क्यों नहीं। कुलदीप यादव की इन यादों से जुड़ यह इंटरव्यू हमारी क्रिकेट सहयोगी वेबसाइट 'क्रिक बज' पर 'स्पाइसी पिच' के तहत प्रसारित हुआ है। इसमें कुलदीप अपने बचपन के कोच कपिल पांडे के साथ अपना शुरुआती वक्त याद कर रहे हैं। कुलदीप के कोच ने कहा कि तुम्हारा शरीर वसीम अकरम या किसी फास्ट बोलर जितना ताकतवर नहीं है इसलिए यह तुम्हारे लिए मुमकिन नहीं है। इसके बाद कोच ने उन्हें स्पिन बोलिंग का टेस्ट देने को कहा तो कुलदीप चाइनामैन बॉल फेंक रहे थे। कपिल पांडे ने बताया, 'यह देखकर मुझे भरोसा हो गया कि यह खिलाड़ी एक दिन इंडिया जरूर खेलेगा। क्योंकि चाइनामैन बोलिंग तो दिल्ली-मुंबई जैसे शहरों में भी नहीं दिखती। यूपी की तो बात ही छोड़ दीजिए। इसके बाद उनके कोच ने कुलदीप को फास्ट बोलिंग को हमेशा-हमेशा के लिए भूल जाने को कहा और पूरा ध्यान इसी चाइनामैन स्पिन बोलिंग पर देने को कहा, जिसके आज वह एक्सपर्ट हैं। देखें कुलदीप यादव का यह पूरा इंटरव्यू
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