नई दिल्लीशेन वॉर्न का मानना है कि मौजूदा भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप उसके आसपास भी नहीं है जिसके खिलाफ वह अकसर खेला करते थे। उस बैटिंग ऑर्डर में वीरेंदर सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंडुलकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण शामिल थे। विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम को कई जानकार सर्वकालिक-सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीम कहते हैं। हालांकि यह टीम नियमित तौर पर टेस्ट मैच जीतने के लिए काफी हद तक अपनी गेंदबाजी आक्रमण पर निर्भर रही है। टीम की बल्लेबाजी काफी चिंता का विषय बनी रही है। साल 2020 से लेकर अभी तक भारतीय टीम की बल्लेबाजी औसत 25.4 की रही है। बड़ी टीमों की बात करें तो सिर्फ वेस्टइंडीज ही भारत से पीछे है। 90s के भारतीय बल्लेबाज
बल्लेबाज |
टेस्ट |
रन |
सर्वोच्च |
औसत |
स्ट्राइक रेट |
100s |
50s |
सचिन तेंडुलकर |
200 |
15921 |
248* |
53.79 |
54.1 |
51 |
68 |
राहुल द्रविड़ |
164 |
13228 |
270 |
52.31 |
42.5 |
36 |
63 |
वीवीएस लक्ष्मण |
134 |
8781 |
281 |
45.97 |
49.4 |
17 |
56 |
वीरेंदर सहवाग |
104 |
8456 |
319 |
49.34 |
82.2 |
23 |
32 |
सौरभ गांगुली |
113 |
7212 |
239 |
42.17 |
51.3 |
16 |
35 |
वॉर्न ने स्काई स्पोर्ट्स पर बातचीत में कहा, 'इनकी बल्लेबाजी कहीं भी द्रविड़, गांगुली, लक्ष्मण, तेंडुलकर, सहवाग जितनी मजबूत नहीं है। विराट कोहली अगर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज नहीं भी हैं तो सभी प्रारूपों में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल जरूर हैं। लेकिन जब आप टॉप 5 में सहवाग, गांगुली, द्रविड़, लक्ष्मण, तेंडुलकर को देखते हैं, तो वह अलग बात थी। तो आप यह नहीं कह सकते तो कि कोहली की टीम सर्वश्रेष्ठ भारतीय बल्लेबाजी टीम है।'
बल्लेबाज |
टेस्ट |
रन |
सर्वोच्च |
औसत |
स्ट्राइक रेट |
100s |
50s |
विराट कोहली |
96 |
7765 |
254* |
51.08 |
56.5 |
27 |
27 |
चेतेश्वर पुजारा |
90 |
6494 |
206* |
45.41 |
44.3 |
18 |
31 |
अजिंक्य रहाणे |
78 |
4756 |
188 |
39.63 |
49.2 |
12 |
24 |
रोहित शर्मा |
43 |
3047 |
212 |
46.87 |
55.5 |
8 |
14 |
केएल राहुल |
40 |
2321 |
199 |
35.16 |
54.1 |
6 |
12 |
90 और 2000 के उस दौर के भारतीय बल्लेबाजी क्रम की बात करें तो फैब 5 कही जाने वाले इन खिलाड़ियों ने अपने बल्ले के दम पर भारत को कई ऐतिहासिक जीत दिलाईं। हालांकि उस समय भारतीय पेस बोलिंग अटैक इतना मजबूत नहीं हुआ करता था। लेकिन बल्लेबाजी क्रम कमाल का था। इस बैटिंग में सहवाग का धमाका था। द्रविड़ का ठहराव था। सचिन की क्लास थी। लक्ष्मण की कलाई का जादू था। और फिर सौरभ गांगुली का ड्राइव था। कुल मिलाकर एक पूरी पीढ़ी इस बैटिंग ऑर्डर को देखकर बड़ी और प्रेरित हुई। आंकड़ों की बात करें तो इन पांचों ने कुल मिलाकर 715 टेस्ट मैचों में 53788 रन बनाए। औसत रहा 49.07 का और। शतक रहे 143 और 254 अर्धशतक भी बने।
पंत अगले सुपर स्टार वॉर्न ने कहा कि विदेशों में भारत की जीत की बड़ी वजह उसका शानदार तेज गेंदबाजी आक्रमण है हालांकि उन्होंने विराट कोहली, रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के बल्लेबाजी योगदान की भी तारीफ की। उनकी नजर में फिलहाल भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में ये तीनों सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं। उन्होंने भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को भारतीय बल्लेबाजी आक्रमण का भविष्य का सुपरस्टार बताया। विराट कोहली और ऋषभ पंत हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए। रोहित शर्मा ने जरूर कुछ उपयोगी पारियां खेलीं। भारत सीरीज में फिलहाल 2-1 से आगे है और मैनचेस्टर टेस्ट मैच फिलहाल कैंसिल कर दिया गया है। इससे पहले, इस साल की शुरुआत में पंत की कमाल की बल्लेबाजी ने भारत को ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जितवाई थी। वॉर्न ने कहा, 'विराट कोहली और रोहित शर्मा दो सबसे अलग खिलाड़ी हैं और मुझे लगता है कि ऋषभ पंत सुपरस्टार बनने की राह पर हैं। लेकिन मुझे लगता है कि ये उनके तेज गेंदबाज हैं जिन्होंने भारतीय टीम को न सिर्फ भारत बल्कि हर परिस्थिति में जीत के काबिल बनाया है।'
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