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एडिलेडतेज गेंदबाज ने भारतीय क्रिकेट के सबसे काले अध्याय को लिखने में अहम भूमिका निभाने के बाद कहा कि यह ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए खास दिन था क्योंकि वे जैसा चाहते थे, सब कुछ वैसा ही हुआ। हेजलवुड (आठ रन देकर पांच विकेट) और पैट कमिंस (21 रन देकर चार विकेट) के शानदार प्रदर्शन से भारतीय टीम अपने न्यूनतम 36 रन पर आउट हो गई। टेस्ट दर्जा हासिल करने के बाद शीर्ष स्तर में खेलते हुए भारतीय टीम को 88 साल हो गए हैं और यह उसके क्रिकेट के काले अध्याय में से एक रहा। हेजलवुड ने कहा कि यह ऑस्ट्रेलियाई टीम के विशेष दिन था क्योंकि वे जैसा चाहते थे सबकुछ बिलकुल वैसा ही हुआ। उन्होंने कहा, ‘हमने कहीं ढील नहीं की। यह उन दिनों में से एक था जब सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, हमने वैसी ही गेंदबाजी जारी रखी और गेंद बल्ले से छूकर हाथों में आती रही। यह इतनी तेजी से हुआ कि जब तक हम जान पाते, यह खत्म हो चुका था।’ उन्होंने कहा कि पैट कमिंस ने नाइटवॉचमैन जसप्रीत बुमराह को आउट कर मैच की लय कर दी। इसके बाद उन्होंने विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा का विकेट लेकर भारतीय टीम को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया। हेजलवुड ने रविचंद्रन अश्विन और ऋद्धिमान साहा को लगातार गेंदों पर आउट कर हैटट्रिक का अवसर हासिल किा था लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। उन्होंने हालांकि माना कि तिकड़ी नहीं पूरी कर पाने का उन्हें अफसोस है यह गेंद कुछ ज्यादा ही ऊंची थी।
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