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नई दिल्लीलोकसभा सांसद और कांग्रेस नेता डॉ. शशि थरूर ने कहा है कि भारत में स्पोर्ट्स बेटिंग () को वैध बनाने से सरकार और खेल उद्योग, दोनों को कई तरह से फायदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह क्रिकेट में मैच फिक्सिंग को कम करने में मदद करेगा। डॉ. थरूर ने स्पोर्ट्सकीडा के फेसबुक पेज पर लाइव चैट में कहा कि सट्टेबाज को वैध बनाने से सरकार भी अच्छी खासी कमाई कर सकती है। उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट से इसे 'निष्पक्ष' खेल (Fair Play) घोषित किया है। इसके बाद से ही भारत में फैंटेसी क्रिकेट काफी बढ़ गया है। भारत का सबसे बड़ी फैंटेसी कंपनी इंडियन प्रीमियर लीग () के 13वें सीजन को स्पॉन्सर कर रही है जिससे समझा जा सकता है यह किसनी तेजी से बढ़ी है।' पढ़ें, उन्होंने कहा, 'सरकार ऐसे प्लेटफॉर्म से कर राजस्व कमाती है। खेल सट्टेबाजी अपने राजस्व को और भी ज्यादा बढ़ा सकती है।' भारत में क्रिकेट सट्टे को वैध बनाने के बारे में उनके विचारों के बारे में पूछे जाने पर, 64 वर्षीय थरूर ने कहा, 'मैंने ना केवल सिफारिश की है कि (सट्टेबाजी को वैध बनाना), बल्कि मैंने पिछले संसद सत्र में सदस्यों का निजी विधेयक भी पेश किया है जो खेल सट्टे को वैध करेगा।' पढ़ें, उसने कहा, 'यह अंडरवर्ल्ड से सत्ता छीन लेता है। अभी माफिया जो सट्टेबाजी के सिंडिकेट को नियंत्रित करते हैं और मैचों पर दांव लगाते हैं, वे ऐसे हैं जो मैच फिक्सिंग और इसी तरह की चीजें करते हैं। आप कानूनी तौर पर सट्टेबाजी कर सकते हैं, और जब आप इसे कर देते हैं, तो राजस्व बढ़ता है।' डॉ शशि थरूर ने स्वीकार किया कि उन्हें आश्चर्य है कि सरकार ने देश में सट्टेबाजी को वैध नहीं बनाया। उन्हें यह भी लगता है कि जनता को इस बात पर शिक्षित करने की आवश्यकता है कि कैसे अवैध खेल सट्टेबाजी ने भयानक तौर पर इसका उपयोग किया है, बेहिसाब पैसा कमाया है और स्पॉट फिक्सिंग के प्रकरण भी हुए हैं।' उन्होंने कहा इन चीजों को लाइसेंस और विनियमित कानूनीकरण की प्रक्रिया के माध्यम से नियंत्रण में लाया जाना चाहिए।
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